पटना में कल होगा विपक्ष का महाजुटान, क्या ममता को मना पाएंगे नीतीश, कांग्रेस की आकांक्षाओं का कैसे करेंगे सामना?
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शुक्रवार 23 जून का दिन देश की राजनीति के लिए खास होने वाला है। इस दिन ये तय होगा कि 2024 में बीजेपी को सत्ता से बेदखल करने का “बल” विपक्ष के पास है या नहीं। यह बैठक आने वाले दिनों में तय करेगा कि देश की बागडोर थामने के लिए विपक्ष कितना मजबूत है। वैसे तो बैठक कल सवेरे है। लेकिन कई बड़े नेता आज ही पहुंच रहे है। विपक्षी बैठक के लिए जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती पटना पहुंच गई हैं।बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी आज ही पटना पहुंच रही हैं।दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी शाम तक पटना पहुंच जाएंगे।
ममता को कौन मनाएगा?
विपक्षी एकजुटता बैठक में शामिल होने के लिए पहले पटना पहुंचने वाले नेताओं में ममता बनर्जी शामिल हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 22 जून की शाम को ही पटना पहुंच जाएगी और विपक्ष की बैठक से पहले आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद से मुलाकात करेंगी।खबर है कि पटना आने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सीधे राबड़ी आवास जाएंगी।यहां लालू प्रसाद यादव से मुलाकात करेंगी और फिर सीएम नीतीश कुमार से भी मिलेंगी।सूत्रों से जानकारी मिली है कि लालू चाहते थे कि कल की मीटिंग से पहले ममता से मुलाक़ात हो जाए। नीतीश कुमार के आग्रह पर ही ममता बनर्जी कल के बदले आज पहुंच रही है।समझा जाता है कि ममता से मिल कर लालू उन्हें कांग्रेस के लिए सॉफ़्ट करने की कोशिश करेंगे।
कांग्रेस से ममता का 36 का आंकड़ा
दरअसल, कांग्रेस को लेकर ममता का स्टैंड खिलाफ का ही रहा है। हाल में ही उन्होंने बयान दिया था कि अगर कांग्रेस को उनका समर्थन चाहिए तो फिर उन्हें लेफ़्ट पार्टी से अलग होना होगा। बंगाल में लेफ़्ट और कांग्रेस का गठबंधन है। इससे पहले हुए उपचुनाव में सागरदीघी विधानसभा से कांग्रेस जीत गई थी। इसके बाद कांग्रेस के इकलौते विधायक को ममता बनर्जी ने टीएमसी में शामिल करा लिया। इसके बाद से कांग्रेस और ममता के रिश्ते और ख़राब हुए। ममता चाहती हैं कि जिन राज्यों में जो क्षेत्रीय पार्टी मज़बूत है कांग्रेस को उसका नेतृत्व स्वीकार कर लेना चाहिए।
कांग्रेस अपनी आकांक्षाओं के साथ कैसे करेगी तालमेल
इधर, कर्नाटका जीत के बाद कांग्रेस का मनोबल बढ़ा हुआ है। कांग्रेस पार्टी चाहती है कि क्षेत्रीय दल पश्चिम बंगाल, बिहार और यूपी में उसके लिए दिल बड़ा करे। ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस कैसे अपने कई उम्मीदों से निपट पाती है और अपनी आकांक्षाओं के साथ तालमेल बिठा पाती है या नहीं।
Jun 22 2023, 13:38