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रोहिणी जेल से ठगी का रैकेट चला रहा था महाठग सुकेश, जेल अधिकारियों को बदले में मिलते थे करोडों रुपये

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200 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बंद सुकेश चंद्रशेखर रोहिणी को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए गए हैं। सुकेश जेल से भी अपना ठगी का रैकेट चला रहा था। ठगी का यह खेल दिल्ली की रोहणी जेल से चल रहा था। इस बात का भी खुलासा हुआ है कि सुकेश जेल के अंदर से अपने घोटाले को चलाने के लिए जेल के शीर्ष अधिकारियों को रिश्वत देता था। सुकेश के साथ इस खेल में जेल के 3 अधिकारी भी शामिल थे।

महाठग सुकेश से जुड़ा यह मामला साल 2020-21 का है। तब सुकेश दिल्ली की रोहणी जेल में बंद था। रोहिणी जेल नंबर 10 में उस वक्त तीनों जेल अधिकारी तैनात थे। सुकेश को जेल के अंदर एशो-आराम में कोई कमी न हो इसके लिए जेल अधिकारियों से पहले ही बात हो चुकी थी। महाठग सुकेश खुद को मिलने वाली सुविधाओं का इस्तेमाल आपराधिक गतिविधियों के लिए करता था। सुकेश बकायदा सुविधाओं के लिए जेल अधिकारियों को रिश्वत देता था।

मीडिया रिपोर्टस के अनुसार सुकेश ने प्रोटेक्शन मनी के रूप में करोड़ो रुपये जेल अधिकारियों को दिए थे। सुकेश तीनों अधिकारियों को अलग-अलग रिश्वत देता था। सूत्रों के अनुसार अधिकारी इस रिश्वत के बदले सुकेश को जेल में सुविधाएं देते थे। दो अधिकारियों सुंदर बोरा को हर महीने 1.5 करोड़ रुपए और महेंद्र प्रसाद सुंदरीलाल को 25 लाख रुपए मिले थे। सूत्रों के अनुसार सुकेश चंद्रशेखर ने कथित तौर पर डीजी जेल को हर महीने करीब 2 करोड़ देने की बात कबूल की। सुकेश जेल से आईफोन 12 प्रो के ज़रिए वसूली करता था, यह फोन उसने पैरोल के दौरान चेन्नई से खरीदा था।

हालांकि, तीनों जेल अधिकारी इस समय न्यायिक हिरासत के चलते तिहाड़ जेल में बंद हैं। उन्हें इसी साल 7 फरवरी को पीएमएलए एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था।

नवजोत सिंह सिद्धू ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और महासचिव जयराम रमेश से की मुलाकात

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कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद नवजोत सिंह सिद्धू जेल से बाहर आ चुके हैं। जेल से बाहर आने के बाद सिद्धू ने शुक्रवार को पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी महासचिव जयराम रमेश से मुलाकात की। एक दिन पहले उन्होंने दिल्ली में ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा से भी मुलाकात की थी। 

सिद्धू ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर तस्वीर भी साझा की। उन्होंने लिखा, '9 बार के विधायक, तीन बार सांसद, वंचितों के लिए चैंपियन, सच्चाई की आवाज ….. "विश्वसनीयता तेरा नाम मल्लिकार्जुन खरगे " माननीय कांग्रेस अध्यक्ष से मिले और उनका आशीर्वाद लिया, वह पार्टी के लिए सकारात्मक ऊर्जा और सौभाग्य लेकर आए।'

खास बात ये है कि नवजोत सिंह सिद्धू ने एक दिन पहले ही राहुल और प्रियंका से मुलाकात की थी। इसके बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने राहुल गांधी को अपना गुरु और प्रियंका को अपना दोस्त और मार्गदर्शक बताया। यह भी कहा कि पंजाब और उनके नेताओं के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ‘न तो झुकेगी और न ही एक इंच पीछे हटेगी।’

क्रिकेटर से राजनेता बने नवजोत सिंह सिद्धू तीन दशक पुराने रोड रेज मामले में 10 महीने की सजा काटने के बाद एक अप्रैल को पटियाला सेंट्रल जेल से बाहर आए थे। करीब एक साल तक जेल में रहने के बाद अब बाहर आए सिद्धू ने राजनीति में अपनी पकड़ मजबूत करना एक बार फिर से शुरू कर दिया है।

कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच मनसुख मंडाविया ने सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ की बैठक, कहा-ट्रेक-ट्रेस और ट्रीटमेंट पर दें ध्यान

#unionhealthministermansukhmandaviyareviewmeeting 

देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। संक्रमण के बढ़े मामलों को लेकर केन्द्र सरकार सतरर्क हो गई है। इसी क्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया की अध्यक्षता में आज सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों की उच्च स्तरीय बैठक हुई। इस दौरान मंडाविया ने सभी से सतर्क रहने को कहा। साथ ही साथ में अस्पतालों को इसके लिए तैयार रहने का निर्देश दिया।

ट्रेक ट्रेस और ट्रीटमेंट पर जोर देने की अपील

स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडवीया ने एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी के मंत्र ट्रेक ट्रेस और ट्रीटमेंट को दोहराया है और कहा है कि इस पर ध्यान दें। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि घबराने की ज़रूरत नहीं है, केवल जीनोम सीक्वेसिंग बढ़ानी होगी। उन्होंने राज्य के स्वास्थ्य मंत्रियों से 10 और 11 अप्रैल को सभी अस्पतालों में बुनियादी ढांचे का मॉक ड्रिल करने और 8 और 9 अप्रैल को जिला प्रशासन और स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ स्वास्थ्य संबंधित तैयारियों की समीक्षा करने का आग्रह किया।

कोरोना संक्रमण के मामलों में 13% का उछाल

बता दें कि देशभर में कोरोना संक्रमण के मामलों में 13% का उछाल देखा गया है। देश में आज कोरोना के 6050 नए केस सामने आए हैं। इस दौरान कोरोना संक्रमण की वजह से 14 लोगों की मौत की खबर है। इससे पहले गुरुवार को देश में कोरोना के 5335 नए केस सामने आए थे जबकि 6 लोगों की मौत हुई थी। इस तरह पिछले 24 घंटे में कोरोना के नए मामले में 715 की तेजी दर्ज की गई है जो कल के मुकाबले 13 फीसदी ज्यादा है।

15 अप्रैल से होने वाली जाति जनगणना को लेकर जातियों के कोड की नई सूची जारी, पढ़िए, किस जाति को क्या मिला है नंबर

15 अप्रैल से होने वाली जाति जनगणना को लेकर जातियों के कोर्ट की नई सूची जारी कर दी गई है। इसके कारण पहले से जारी कई जातियों के कोड के क्रमांक में बदलाव आ गया है। अब कयास्थ के लिए गणना कोड 21 , कुर्मी 24, कुशवाहा 26, ब्राह्मण 126, भूमिहार 142, यादव 165 हो गया है। अधिकारियों की मानें तो 15 अप्रैल को घटना शुरू होने से पहले सूची एक बार फिर से अपडेट की जा सकती है।

वहीं, सामान्य प्रशासन विभाग ने जाति की सूची से अगरिया, खड़िया और मारवाड़ी को बाहर कर दिया है। वहीं, विरजिया और सेखड़ा को जोड़ दिया है। इसके साथ ही जाति आधारित गणना के लिए ऑनलाइन एप में जातियों का कोड बदल गया। अब कायस्थ का नया कोड 21 तो कुर्मी-24, कोईरी-26, रविदास-60, ब्राह्मण-126, भूमिहार-142, यादव-165, राजपूत-169, शेख-181 नंबर से जाने जाएंगे। 

मालूम हो कि, सामान्य प्रशासन विभाग ने ऑनलाइन मोबाइल एप में 214 जातियों के लिए कोड जारी किया है। इस सूची में शामिल नहीं होने वाली जाति का अन्य कोड-215 होगा। इस कोड को लिखने से पहले अंचलाधिकारी से लिखित पूर्वानुमति लेनी होगी और उनकी लिखित पूर्वानुमति की प्रति संलग्न कर प्रपत्र समर्पित करना होगा। जिला प्रशासन के अधिकारियों के मुताबिक 15 अप्रैल से जाति आधारित गणना का दूसरा फेज शुरू होगा।

 बता दें कि, जातीय जनगणना को लेकर जारी कोड 206 कोड में भी सुधार किया गया। इसमें दर्जी (हिंदू) उपनाम श्रीवास्तव/ लाला /लाल /दर्जी दर्ज था, जिसे हटाकर सिर्फ दर्जी (हिंदू) कर दिया गया है। जाति आधारित गणना के ऑनलाइन एप में कायस्थ को 21, कुर्मी-24, कोईरी-26, रविदास-60, ब्राह्मण-126, भूमिहार-142, यादव-165, राजपूत-169, शेख-181 कोड मिला है।

पढ़िए, जब उत्तराखंड में जिंदा जल गईं चार बच्चियां, पानी तलाशने में निकला दमकल का दम, इस घटना के 18 साल बाद गेट बाजार त्यूणी के पास दूसरा भीषण अग्निकांड से सहम उठे सीमांत क्षेत्र के लोग


 मई 2005 को राज्य के सबसे भयानक एवं भीषण अग्निकांड से त्यूणी का गुतियाखाटल बाजार पूरी तरह जल गया था। उस समय 250 दुकानें व मकान आग की भेंट चढ़ गए। जिससे एक महिला गंभीर रुप से घायल हुई और करीब दस करोड़ की संपत्ति का नुकसान हुआ था।

इस घटना के करीब 18 साल बाद गेट बाजार त्यूणी के पास गुरुवार शाम को दूसरा भीषण अग्निकांड होने से सीमांत क्षेत्र के लोग सहम उठे। हादसे में कमरे के अंदर खेल रही चार बालिकाएं आग की चपेट में आने से जिंदा जल गई। इनकी मौत की पुष्टि स्वजन व रिश्तेदारों ने तो कर दी। मगर प्रशासनिक तौर पर नहीं हो पाई।

आग बुझाने के पर्याप्त संसाधन नहीं थे

मई 2005 को त्यूणी में हुए भीषण अग्निकांड के चलते तत्कालीन एनडी तिवारी सरकार ने सीमांत त्यूणी तहसील मुख्यालय में जनसुरक्षा के लिहाज से फायर ब्रिगेड की स्थापना की थी।

ग्रामीणों ने कहा त्यूणी में तैनात दकमल विभाग, थाना पुलिस व स्थानीय प्रशासन के पास आपातकालीन स्थिति से निपटने को पर्याप्त संसाधन उपलब्ध नहीं होने से चार मासूम बेटियां इस दर्दनाक हादसे का शिकार हो गई। भीषण आग लगने से पहाड़ी शैली में बना लकड़ी का तीन मंजिला मकान पूरी तरह जलकर राख हो गया। आग से मकान में रखा सारा सामान जल गया।

पांच किलोमीटर दूर कठंग खड्ड से लाना पड़ा पानी

मकान में लगी भीषण आग बुझाने के लिए दमकल विभाग के तीन वाहनों को गेट बाजार त्यूणी से पांच किलोमीटर दूर कठंग खड्ड से पानी ढ़ोना पड़ा। जिससे वाहनों को आने-जाने में काफी समय लग गया।

इससे समय रहते आग पर काबू नहीं पाया जा सका। घटना से गुस्साए क्षेत्रवासियों ने पुलिस-प्रशासन के पास आग बुझाने के पर्याप्त संसाधन नहीं होने से जमकर हाइवे पर जमकर हंगामा काटा।

ढाबा चलाती थी पटाला निवासी कुसुम

जानकारी के अनुसार निनुस पंचायत के जाक्टा निवासी त्रिलोक सिंह चौहान गेट बाजार त्यूणी में रेंज क्वार्टर से सटे मोटर पुल के पास मुंधोल निवासी पूर्व शिक्षाधिकारी सूरतराम जोशी के मकान में किराए पर रहते हैं। वह पिछले कुछ वर्षों से पत्नी पूनम, पुत्र नक्ष व पुत्री गुंजन के साथ रह रहा है।

उनके साथ कमरे में विकटाड-हिमाचल निवासी उनके रिश्तेदार जयलाल व संजना की पुत्री रिधि भी रहती थी। इसी मकान में कुछ दिन पहले त्रिलोक की साली कुसुम परिवार के साथ किराए पर रहने आई। बताया जा रहा है पटाला निवासी कुसुम वहां ढाबा चलाती है। उसका पति विक्की चौहान गांव में खेती-बाड़ी का काम करता है। वह किराए के कमरे में अपने तीन बच्चों के साथ रहती है।

गुरुवार शाम वह ढ़ाबे में गैस चूल्हे पर चाय बना रही थी और उसके तीनों बच्चे बहन पूनम के साथ अंदर कमरे में खेलने चले गए। तभी गैस रिसाव होने से कमरे में आग लग गई। स्थानीय ग्रामीणों की माने तो गैस रिसाव की वजह से आग मकान में चारों तरफ फैल गई।

निजी संसाधनों से आग बुझाने का भरसक प्रयास किया

देखते ही देखते आग इतनी विकराल हो गई कि घटना स्थल के पास जुटी ग्रामीणों की भीड़ राहत एवं बचाव कार्य को आगे जाने का साहस नहीं जुटा पाए। आग की लपटों से उठे धुंए के गुबार से वहां अफरा-तफरी मच गई। हर तरफ हा-हाकार मच गया। हमेशा की तरह स्थानीय लोग सबसे पहले घटना स्थल पर पहुंचे और निजी संसाधनों से आग बुझाने का भरसक प्रयास किया।

 विकराल होती आग पर काबू पाना ग्रामीणों के बस से बाहर की बात थी। घटना की सूचना से करीब आधे घंटे बाद त्यूणी में तैनात दमकल विभाग की गाड़ी आग बुझाने मौके पर पहुंची। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दमकल वाहन में पानी की मात्रा कम थी। इसके उपरांत दमकल की गाड़ी घटना स्थल से पांच किलोमीटर दूर कंठग खड्ड के पास पानी भरने गई।

जहां से वह लगातार पानी ढो कर लाती रही। करीब दो घंटे बाद नजदीकी स्टेशन मोरी-उत्तरकाशी और हिमाचल के रोहडू से दमकल विभाग की टीम दो वाहनों के साथ आग बुझाने मौके पर पहुंची। दमकल विभाग की तीनों गाडियों से पानी डाल कर साढ़े पांच घंटे बाद भीषण आग पर काबू पा लिया गया। मगर कमरे के अंदर फंसी चार बालिकाओं को बचाया नहीं जा सका।

आईटीबीपी पीओपी 2023 : छह माह के कठिन प्रशिक्षण के बाद 56 बने अफसर, मसूरी में हुई पासिंग आउट परेड

भारत तिब्बत सीमा पुलिस अकादमी में छह माह के कठिन प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद 12 महिला चिकित्सा अधिकारियों सहित कुल 56 सहायक सेनानी/विकल अधिकारी बल की मुख्य धारा में शामिल हुए। इन चिकित्सा अधिकारियों को कठोर एवं प्रशिक्षण के दौरान युद्ध कौशल, शस्त्र चालन, शारीरिक प्रशिक्षण, आसूचना मानचित्र अध्ययन सैन्य प्रशासन, कानून व मानव अधिकार जैसे सैन्य व पुलिस संबंधी विषयों का गहन प्रशिक्षण दिया गया।

 इन प्रशिक्षणार्थियों को पहली बार ‘क्रम मागा’ प्रशिक्षण पद्धति में भी ट्रेंड किया गया। इस प्रशिक्षण पद्धति से इजराइल आर्मी के विशेष कमांडों को प्रशिक्षित किया जाता है। पास आउट होने वाले इन चिकित्सा अधिकारियों में राजस्थान से 16, केरल से 07, पंजाब से 05, हरियाणा एवं आन्ध्रप्रदेश से 4-4, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु एवं तेलंगाना से 3-3. कर्नाटक से 02, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, बिहार, उड़िसा, आसाम, त्रिपुरा, एवं मणिपुर से 1-1 प्रशिक्षणार्थी है।

चिकित्सा अधिकारियों का दायित्व बहुत महत्तवपूर्ण

प्रशिक्षण उपरान्त आयोजित भव्य दीक्षांत एवं शपथ ग्रहण समारोह में इन युवा चिकित्सा अधिकारियों ने संविधान एवं बल के प्रति निष्ठा एवं समर्पण की शपथ ली। पासिंग आउट परेड में बतौर मुख्य अतिथि मनोज सिंह रावत, अपर महानिदेशक, भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल ने अपने संबोधन में पास आउट होने वाले सभी नव चिकित्सा अधिकारियों को बल की मुख्य धारा में शामिल होने पर बधाई दी। उन्होंने सभी के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

उन्होंने चिकित्सा अधिकारियों से अपील करते हुए कहा कि चिकित्सा अधिकारियों का दायित्व बहुत महत्तवपूर्ण है। हमारे बल के जवानों को शारीरिक और मानसिक रुप से स्वस्थ बनाए रखने के लिए आपको अपनी सेवाऐं देनी है। हाई एल्टीट्यू में जवानों को होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में जागरुक करते हुये उनको स्वस्थ रहने के लिए प्रेरित भी करना है। साथ ही जरुरत के समय उनके समुचित इलाज का प्रबंधन भी करना है।

अमित शाह ने साधा गांधी परिवार पर निशाना, कहा-लोकतंत्र खतरे में नहीं आपका परिवार खतरे में

#amit_shah_targets_rahul_gandhi 

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तर प्रदेश के कौशांबी महोत्सव के शुभारंभ के मौके पर शुक्रवार को कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा।राहुल गांधी का नाम लिए बगैर अमित शाह ने कहा कि भारत का लोकतंत्र खतरे में नहीं है, बल्कि आपका परिवार खतरे में है। 

राहुल गांधी ने संसद के वक्त को बली चढ़ा दी-शाह

केंद्रीय मंत्री शाह ने कहा, कल ही संसद समाप्त हुई। आजादी के इतिहास में कभी नहीं हुआ कि देश के बजट सत्र में चर्चा करे बिना संसद समाप्त हुई हो। विपक्ष के नेताओं ने सदन को चलने नहीं दिया। इसका कारण कि राहुल गांधी को अयोग्य घोषित किया गया। राहुल गंधी इस सजा को चुनौती दें। आपने संसद के वक्त को बली चढ़ा दिया है।

देश विपक्षी दलों को माफ नहीं करेगा-शाह

अमित शाह ने शुक्रवार को दावा किया कि लोकसभा सदस्यता से राहुल गांधी को अयोग्य घोषित किए जाने को लेकर संसद की कार्यवाही बाधित करने के लिए देश विपक्षी दलों को माफ नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि गांधी को कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (सरकार) द्वारा लाए गए कानून के आधार पर संसद सदस्यता से अयोग्य करार दिया गया।लोकतंत्र नहीं जातिवाद और वंशवादी राजनीति खतरे में हैं।

लोकतंत्र खतरे में नहीं बल्कि आपका परिवार खतरे में-शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सोनिया जी हों, राहुल जी हों या कोई भी हों मोदी जी को गाली गलोज के कीचड़ के अंदर कमल को और मजबूत कर खिलाया है। यह कहते हैं कि लोकतंत्र खतरे में। लोकतंत्र खतरे में नहीं बल्कि आपका परिवार खतरे में हैं। आपने इस लोकतंत्र को जातिवाद, परिवारद और तुष्टिकरण के तीन नाखूनों में घेर कर रखा था।

एलन मस्क ने फिर बदला ट्विटर का लोगो, नीली चिड़िया की हुई वापसी

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माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर की कमान संभालने के बाद से एलन मस्क कुछ ना कुछ ऐसा कर रहे हैं, जिसके कारण वे लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं। बीते दिनों कंपनी के सीईओ एलन मस्क ने ट्विटर से नीली चीड़िया को हटा दिया था। हालांकि,तीन दिन बाद ही ट्विटर पर दोबारा नीली चिड़िया की वापसी हो गई है।प्लेटफॉर्म पर फिर से ब्लू बर्ड लोगो को लगा दिया गया है।कुत्ते की जगह दोबारा से चिड़िया ने ले ली हो, लेकिन उन्हें यह फैसला काफी भारी पड़ा है।ट्विटर पर फिर से आईकॉनिक नीली चिड़िया के उड़ने का असर डॉजकॉइन के रेट पर हुआ है और पिछले कुछ समय से इसमें आई तेजी फुर्र हो गई है। ट्विटर के लोगो बदलते ही डॉजकॉइन का भाव 9 फीसदी गिर गया। 

तीन दिन पहले नीली चिड़िया को “उड़ाकर” डॉग को “बैठाया” था

एलन मस्क ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर का लोगो तीन दिन पहले नीली चिड़िया हटाकर एक डॉग को बनाया था। हालांकि, ये बदलाव केवल वेब वर्जन पर किया था, ऐप पर नहीं। अब नीली चिड़िया वाला लोगो फिर से वापस लाया गया है। वेब और ऐप दोनों पर ये लोगो नजर आ रहा है।

3 अप्रैल से 6 अप्रैल तक मस्क के 16 बिलियन डॉलर डूबे

एलन मस्क डॉजकॉइन को हमेशा सपोर्ट किया है और जब-जब डॉजकॉइन को सपोर्ट करते हुए कोई ट्वीट किया है, तो इस क्रिप्टोकरेंसी की किस्मत चमकी ही है। इस बार एलन मस्क ने डॉगेकॉइन को ट्विटर के लोगो में कुत्ते का यूज कर पूरी दुनिया में फेमस बना दिया। लेकिन इसका एलन मस्क को फायदा ना होकर नुकसान हुआ है। 3 अप्रैल से 6 अप्रैल तक एलन मस्क के 16 बिलियन डॉलर डूब चुके हैं। 3 अप्रैल को एलन मस्क को 9 बिलियन डॉलर से ज्यादा का नुकसान हुआ था। उसके बाद से अब तक 7 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है। ये नुकसान इंडियन करेंसी में देखें तो 1.30 लाख करोड़ देखने को मिलेगा।

अपने डॉग को ट्विटर का सीईओ बता चुके हैं मस्क

इससे पहले 15 फरवरी को एलन मस्क ने अपने डॉग फ्लोकी की फोटोज शेयर कर मजाक में उसे ट्विटर का नया सीईओ बताया था। मस्क ने फ्लोकी की फोटो शेयर कर लिखा था, 'ट्विटर का नया सीईओ बहुत अमेजिंग है। यह दूसरे लोगों से काफी अच्छा है। ये नंबरों के साथ भी अच्छा और काफी स्टाइलिश भी है।'

कांग्रेस को एक और बड़ा झटका, आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम एन किरण रेड्डी बीजेपी में शामिल

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दक्षिण भारत में अपनी सियासी जमीन तलाश रही बीजेपी को बड़ी सफलता हाथ लगी है। अविभाजित आंध्र प्रदेश के आखिरी सीएम किरण कुमार रेड्डी ने आज कांग्रेस को बड़ी झटका देते हुए बीजेपी का दामन ताम लिया। किरण रेड्डी ने कुछ दिन पहले ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को पत्र लिखकर अपना त्यागपत्र भेज दिया था। संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने एन किरण रेड्डी को बीजेपी की सदस्यता दिलाई। शुक्रवार को पहले पार्टी मुख्यालय पहुंचे, जिसके बाद उन्होंने कांग्रेस का दामन छोड़ बीजेपी का हाथ थाम लिया। 

ये हमारी बहुत बड़ी ताकत होंगे- प्रह्लाद जोशी

कार्यक्रम के दौरान प्रह्लाद जोशी ने कहा कि बीजेपी में दक्षिण भारत के वरिष्ठ नेता किरण कुमार रेड्डी का स्वागत करता हूं. रेड्डी परिवार की तीन पीढ़ी कांग्रेस में रही है. इनके पिता अमरनाथ रेड्डी आन्ध्र प्रदेश के चार बार विधायक रहे और मंत्री भी। किरण भी चार बार विधायक रहे, स्पीकर रहे, चिप व्हिप और मुख्यमंत्री भी रहे। उन्होंने कहा कि नेता के साथ-साथ वे क्रिकेट के एक अच्छे खिलाड़ी भी रहे हैं। रणजी भी खेली है और अब बीजेपी से नई पारी शुरु की है। यहां यकीकनन वे और अच्छा रन बनाएंगे। ये हमारी बहुत बड़ी ताकत होंगे।

बताई कांग्रेस छोड़ने की वजह

वहीं बीजेपी में शामिल होने के बाद किरण कुमार रेड्डी ने कांग्रेस छोड़ने कारण बताया और कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि उन्हें पार्टी छोड़नी पड़ेगी। उन्होंने बताया कि पार्टी नेतृत्व के गलत फैसलों की वजह से वह कांग्रेस पार्टी छोड़ने पर मजबूर हुए। इस दौरान वह कांग्रेस पर निशाना साधते भी नजर आए औऱ कहा पार्टी को लगता है कि सिर्फ वो ही सही है और बाकी सब गलत हैं। रेड्डी ने आगे कहा, कांग्रेस आलाकमान ने स्थानीय नेताओं से कभी कोई राय नहीं ली। कभी किसी की नहीं सुनी। ये केवल एक राज्य की बात नहीं है, बल्कि सभी राज्य की है। सभी राज्दों के वो कमान नियंत्रित करने की बात करेंगे लेकिन कभी जिम्मेदारी नहीं लेंगे।

पहले भी दे चुके हैं इस्तीफा

ये पहली बार नहीं था जब किरण कुमार ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया है। इससे पहले भी उन्होंने 2014 में तत्कालीन यूपीए सरकार के आंध्र प्रदेश को विभाजित करने और तेलंगाना को अलग करने के फैसले के विरोध में कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। फैसले का विरोध इस कदर था कि उन्होंने इस्तीफा देने के तुरंत बाद अपनी खुद की पार्टी 'जय समैक्य आंध्र' बनाई। लेकिन 2014 के चुनावों में पार्टी ठीक प्रदर्शन नहीं कर सकी और बाद के सालों में रेड्डी ने फिर से कांग्रेस ज्वाइन कर ली। अब, आज उन्होंने आधिकारिक रूप से बीजेपी ज्वाइन कर ली है।

चीन पर भड़का डब्ल्यूएचओ, कोरोना की उत्पत्ति से जुड़े और अधिक डेटा की मांग

#who_again_asked_for_data_said_china_should_cooperate 

कोरोना की उत्पति के तीन साल के बाद भी ये सवाल बना हुआ है कि महामारी की उत्पत्ति कैसे हुई? हालांकि हर बार इस महामारी को लेकर चीन दुनियाभर के देशों के निशाने पर रहा है। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दावा किया है कि चीन के पास कोविड की उत्पत्ति का डेटा है जो उसने अभी दुनिया और उनके साथ साझा नहीं किया है। ये कहते हुए संगठन ने चीन से जल्द से जल्द उक्त जानकारी साझा करने का दबाव बनाया है।

अगर बीजिंग गायब डेटा दे, तो पता चल जाएगा कि कोविड कैसे शुरू हुआ

डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस अदनोम घेब्येयियस ने चीन पर कोविड-19 की उत्पत्ति पर जानकारी साझा करने का दबाव डाला है। टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने जिनेवा में कहा कि चीन के पास जो जानकारी है, बिना उस पूरा डेटा के सारी बातें सिर्फ परिकल्पना हैं। उन्होंने का कि इसलिए हम चीन से इस पर सहयोग करने के लिए कह रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि अगर बीजिंग गायब डेटा देता है तो हमें पता चल जाएगा कि क्या हुआ या कोविड कैसे शुरू हुआ?

कोरोना वायरस के चीन की एक लैब से निकलने की आशंका

एक महीने पहले अमेरिका के एनर्जी डिपार्टमेंट ने एक रिपोर्ट में आशंका जताई थी कि हो सकता है कि कोरोना वायरस चीन की एक लैब से निकला हो। इससे पहले भी कई बार चीन के वुहान की लैब से कोरोना वायरस निकलने की बात कही जा चुकी है। हलांकि चीन ने कभी इसकी पुष्टि नहीं की। यूएस एनर्जी डिपार्टमेंट की ये रिपोर्ट इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इनके पास साइंटिफिक एक्सपर्ट हैं।

कोविड को लेकर कई थ्योरी प्रचलित

बता दें कि दुनिया में कोविड के प्रसार को लेकर कई थ्योरी प्रचलित हैं, जिनमें से एक थ्योरी यह है कि कोविड का प्रसार जानवर से आदमियों में हुआ और फिर यह आदमियों से आदमियों के बीच फैलना शुरू हुआ। लेकिन दुनिया भर के वैज्ञानिक इस थ्योरी से संतुष्ट नजर आते हुए नहीं दिखते हैं। इसके पीछे उनका सवाल है कि, क्या ऐसा वाकई में संभव है कि जानवरों से वायरस इंसान में आया हो और फिर दुनिया भर को संक्रमित कर दिया हो?