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उलटफेर, जो कांग्रेस ने 34 साल में नहीं किया, वो भाजपा करेगी ! ज्योतिरादित्य सिंधिया पर चल सकती है बड़ा दांव


मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले क्या भाजपा, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को CM की कुर्सी सौंप कर उनके स्वर्गीय पिता माधवराव सिंधिया का सपना पूरा कर सकती है? यह सवाल इन दिनों सूबे के सियासी गलियारों में जमकर चल रहा है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को राज्य में सीएम की कुर्सी सौंपकर भाजपा एक तीर से दो शिकार कर सकती है। वहीं, भाजपा के इस फैसले से कांग्रेस भी बड़ी मुश्किल में पड़ जाएगी।

दरअसल, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया 10 मार्च को स्वर्गीय माधवराव सिंधिया की 78वीं जयंती के मौके पर ग्वालियर में कई कार्यक्रमों में शिरकत करने वाले हैं। इस दौरान राज्य के सीएम शिवराज सिंह चौहान समेत भाजपा के कई बड़े नेता भी ग्वालियर पहुंचेंगे। इसी दिन यानी 10 मार्च को सबसे पहले खेल मैदान से मैराथन दौड़ का आगाज़ होगा, जिसे केंद्रीय मंत्री सिंधिया हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। वहीं, आज शुक्रवार की दोपहर में शिवपुरी में माधव नेशनल पार्क में टाइगर भी छोड़े जाएंगे। इसके अलावा 10 मार्च को ही सिंधिया छत्री पर भजन संध्या आयोजित की गई है। इसमें भी भाजपा के कई बड़े नेता पहुंचेंगे, यहाँ तक कि, खुद सीएम शिवराज भी शामिल हो सकते हैं। ये सारी बातें इन अटकलों को हवा दे रही है कि, भाजपा ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को मध्य प्रदेश में लॉन्च करने का फैसला कर लिया है। 

बता दें कि, पूर्व केंद्रीय मंत्री माधवराव सिंधिया और पूर्व पीएम राजीव गांधी में गहरी मित्रता थी। मध्य प्रदेश में जब पूर्व सीएम अर्जुन सिंह की कुर्सी पर 1989 में चुरहट मामला सामने आने के बाद संकट आया था, उस वक़्त भी सीएम पद के लिए माधवराव सिंधिया का ही नाम सबसे आगे था। तत्कालीन पीएम राजीव गांधी चाहते थे कि सिंधिया को एमपी का CM बना दिया जाए, लेकिन अर्जुन सिंह ने मोतीलाल वोरा का नाम आगे बढ़ाते हुए विधायक दल से फैसला करा दिया। इसके बाद वर्ष 1993 में भी एमपी में सीएम के लिए माधवराव सिंधिया रेस में सबसे आगे थे, मगर उस समय भी केंद्रीय सियासत में सक्रिय अर्जुन सिंह ने दिग्विजय सिंह के नाम पर मुहर लगवा दी। इस तरह दो बार माधवराव सिंधिया CM बनते-बनते रह गए। हालाँकि, माधवराव सिंधिया का नाम राजीव गांधी के असमय निधन के बाद पीएम पद के लिए भी आगे आया था, लेकिन तब कुर्सी नरसिम्हा राव को मिली, हालाँकि सिंधिया को केंद्रीय कैबिनेट में पद जरूर मिला। वहीं, मनमोहन सिंह से पहले भी माधवराव पीएम पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे थे, किन्तु 2001 में एक प्लेन क्रैश में उनका निधन हो गया।  

अब सियासी गलियारों में ये सवाल 

 क्या माधवराव सिंधिया का CM बनने का सपना ज्योतिरादित्य सिंधिया पूरा करेंगे और भाजपा इसमें उनका साथ देगी ? यदि ज्योतिरादित्य सिंधिया को एमपी की बागडौर सौंपी जाती है, तो ये कांग्रेस के लिए मुश्किल हो सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को टक्कर देने के लिए कांग्रेस में फिलहाल कोई भी ऐसा चेहरा नज़र नहीं आ रहा है। कांग्रेस अभी भी शिवराज सिंह चौहान से अधिक सिंधिया पर ध्यान केंद्रित कर रही है।

 वहीं, खुद ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस की हर रणनीति और चाल से भली-भांति परिचित हैं। इसके साथ ही, यदि भाजपा ज्योतिरादित्य सिंधिया को मुख्यमंत्री बनाती है तो कांग्रेस में बगावत और बढ़ने की आशंका है। कांग्रेस के कई बड़े नेता भाजपा का रुख कर सकते हैं। इसके साथ ही, मौजूदा सीएम शिवराज सिंह चौहान को केंद्र की सियासत में ले जाने का महत्वपूर्ण फैसला भी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।

जमीन के बदले नौकरी मामले में ईडी की लालू यादव के परिवार और करीबियों पर कार्रवाई में मिले 70 लाख कैश, दो किलो सोना और 1900 डॉलर, विपक्ष हुआ हमलाव


जमीन के बदले नौकरी मामले में ईडी के द्वारा शुक्रवार को लालू यादव के परिवार और करीबियों पर बड़ी कार्रवाई की गयी। राजद के पूर्व विधायक अबू दोजाना के अलावा तेजस्वी प्रसाद यादव, रागिनी यादव, हेमा यादव, चंदा यादव, अमित कत्याल, नवदीप सरदाना, प्रवीण जैन और अजय कुमार के यहां छापेमारी की गयी। जांच एजेंसी ने पटना, दिल्ली, रांची, मुंबई, यूपी व हरियाणा में ईडी ने एक साथ करीब 25 ठिकानों पर छापेमारी की। बताया जा रहा है कि इस छापेमारी में लालू यादव की बेटियों और तेजस्वी यादव के घर पर 70 लाख कैश, दो किलो सोना और 1900 डॉलर मिले। बरामद सोने में डेढ़ किलो जेवर और 540 ग्राम सोने का सिक्का है।

छापेमारी से हमलावर हुई विपक्ष

लालू यादव के परिवार समेत करीबियों की ठिकानों पर छापेमारी से विपक्ष एकजुट होकर भाजपा पर हमलावर हो गयी है। अबू दोजाना ने कहा कि भाजपा की तरफ से मुझे पार्टी में शामिल होने का ऑफर मिला था। जब मैं शामिल नहीं हुआ तो मुझपर कार्रवाई की जा रही है। वहीं, बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव एवं एजाज अहमद ने अपने संयुक्त वक्तव्य में सीबीआइ, इडी और आइटी का दुरुपयोग लोकतंत्र के लिए घातक बताया।

ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग अधिनियम की आपराधिक धाराओं में दर्ज किया है केस

रेलवे में नौकरी के बदले जमीन का मामला उस वक्त का है जब लालू प्रसाद यूपीएएक सरकार में रेल मंत्री थे। आरोप है कि 2004-2009 के दौरान भारतीय रेलवे के विभिन्न जोन में समूह डी में विभिन्न व्यक्तियों को नियुक्त किया गया था और इसके बदले में उन्होंने अपनी जमीन तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों और एके इंफोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड को स्थानांतरित की थी। सीबीआइ ने मामले में आपराधिक षड्यंत्र और भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के प्रावधानों के तहत लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और 14 अन्य के खिलाफ एक आरोपपत्र दाखिल किया है और सभी आरोपितों को 15 मार्च को तलब किया गया है। इडी के पास यह मामला सीबीआइ ने भेजा था। इडी ने मनी लॉन्ड्रिंग अधिनियम की आपराधिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था। इस मामले में सीबीआइ ने हाल ही में राजद के नेता लालू प्रसाद और उनकी पत्नी राबड़ी देवी से पूछताछ की थी।

ली किआंग होंगे चीन के नए प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति शी जिनपिंग के हैं करीबी

#china_president_xis_close_aide_li_qiang_will_be_the_new_pm

चीन के नया प्रधानमंत्री मिल गया है। ली किआंग चीन के नए प्रधानमंत्री बनाए गए हैं। चीन की संसद ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग के करीबी सहयोगी ली किआंग की देश के नए प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्ति की शनिवार को पुष्टि की है। अक्टूबर 2022 में हुई चीनी संसद नेशनल पीपुल्स पार्टी की बैठक में उनको नए पीएम के तौर पर नामित किया गया था। चीन में जारी टू-सेशन के दौरान ली छियांग के नाम पर मुहर लगने के साथ ही 10 साल से नंबर 2 की कुर्सी संभाल रहे ली कछ्यांग के कार्यालय पर विराम लग गया।

शी जिनपिंग के करीबी ली कियांग की छवि कारोबारी समर्थक नेता के तौर पर है। 63 साल के ली किआंग सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) और सरकार में दूसरे नंबर के अधिकारी होंगे। इससे पहले राष्ट्रपति के तौर पर शी के अभूतपूर्व तीसरे कार्यकाल पर शुक्रवार को मुहर लगी थी। 

बता दें कि 10 मार्च को चीन की संसद ने शी चिनफिंग के अभूतपूर्व तीसरे पांच साल के कार्यकाल का समर्थन कर दिया है। वह आधिकारिक तौर पर लगातार तीसरी बार चीन के राष्ट्रपति चुने गए हैं। शी चिनफिंग, पार्टी के संस्थापक माओत्से तुंग के बाद पहले चीनी नेता बन गये हैं, जिन्हें राष्ट्रपति का तीसरा कार्यकाल मिला है।

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे पर फर्जी डिग्री लेने का आरोप, महुआ मोइत्रा ने लोकसभा अध्यक्ष से मांगा जवाब, पूछा-क्या खत्म होगी सदस्यता ?

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तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सांसद महुआ मोइत्रा ने बीजेपी सांसद निसिकांत दुबे पर फर्जी एमबीए और पीएचडी की डिग्री रखने का आरोप लगाया है। यही नहीं, महुआ मोइत्रा ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से पूछा कि क्या इस आधार पर निशिकांत दुबे की लोकसभा सदस्यता खत्म होगी?

तृणमूल सांसद ने ट्विटर पर लिखा, "ओह, क्या एफिडेविट पर झूठ बोलना और फर्जी तरीके से डीयू के एफएमएस (फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज) से एमबीए की नकली डिग्री लेना और फिर फर्जी पीएचडी करना भी लोकसभा सदस्यता खत्म करने का आधार नहीं हो सकता है? विशेषाधिकार समिति, क्या आप सुन रहे हैं?" इसके साथ ही महुआ मोइत्रा ने स्पीकर ओम बिड़ला को टैग भी किया है।

निशिकांत दुबे की इस मांग के बाद महुआ का पलटवार

महुआ ने निशिकांत दुबे पर ये आरोप ऐसे वक्त लगाए जब बीजेपी सांसद ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता खत्म करने की मांग की है। दरअसल, निशिकांत दुबे ने राहुल गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन नोटिस को लेकर एक संसदीय समिति के समक्ष अपना बयान दर्ज कराया और उनकी लोकसभा की सदस्यता समाप्त करने की मांग की। शुक्रवार को बजट भाषण के दौरान सांसद निशिकांत दुबे ने राहुल गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार समिति के सामने अपना पक्ष रखते हुए राहुल की सदस्यता खत्म करने की मांग की थी। उन्होंने यह भी कहा कि लोकसभा अध्यक्ष द्वारा राहुल की टिप्पणी को सदन की कार्यवाही से हटाए जाने के बावजूद अब भी उनके और कांग्रेस के आधिकारिक यू-ट्यूब चैनलों पर उपलब्ध हैं। 

दुबे पर क्या हैं आरोप

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के खिलाफ साल 2020 में झारखंड उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की गई थी। इसमें सांसद पर अपने चुनाव नामांकन पत्र में कथित तौर पर फर्जी डिग्री जमा करने का आरोप लगाया गया था और सांसद के खिलाफ सीबीआई और चुनाव आयोग से उच्च स्तरीत जांच के लिए निर्देश देने की मांग की गई थी।याचिका में कहा गया था कि निशिकांत दुबे ने साल 2009, 2014 और 2019 के आम चुनावों में अपनी शैक्षिक योग्यता के बारे में गलत जानकारी दी है कि उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज से एमबीए पास किया है।

दिल्ली शराब घोटाला मामले में आज ईडी के सामने के कविता की पेशी, केसीआर बोले-हो सकती है बेटी की गिरफ्तारी

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दिल्ली शराब घोटाला केस में तेलंगाना सीएम केसीआर की एमएलसी बेटी के कविता आज केंद्रीय एजेंसी ईडी के सामने पेश होने जा रही हैं। कविता की ईडी के समाने पेशी से पहले दिल्ली में बीआरएस के कार्यकर्ता और समर्थक मुख्यमंत्री केसीआर के घर के बाहर जमा हो गए हैं और अपना विरोध जता रहे हैं।

ईडी दिल्ली आबकारी नीति में कथित अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कविता और हैदराबाद के व्यवसायी अरुण रामचंद्रन पिल्लई को आमने-सामने बैठा कर पूछताछ करना चाहती है। ईडी ने सोमवार को पिल्लई को गिरफ्तार किया था। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पिल्लई ने ही पूछताछ में कविता का नाम लिया था।

इधर, तेलंगाना के मुख्यमंत्री और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के अध्यक्ष के चंद्रशेखर राव ने शुक्रवार को केंद्र पर अपने नेताओं को निशाना बनाने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। केसीआर ने कहा कि दिल्ली शराब नीति मामले में उनकी बेटी और विधायक के कविता को जल्द ही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तार किया जा सकता है।बीआरएस की एक विस्तारित आम बैठक को संबोधित करते हुए केसीआर ने कहा कि ऐसी खबरें हैं कि ईडी के अधिकारी मामले में पूछताछ के बाद कविता को गिरफ्तार कर सकते हैं। हम देखेंगे कि वे क्या करते हैं। उन्हें कविता को गिरफ्तार करने दीजिए, लेकिन इससे हमारा मनोबल नहीं गिरेगा।

इससे पहले शुक्रवार को कविता ने संसद के मौजूदा बजट सत्र में महिला आरक्षण विधेयक पेश करने की मांग को लेकर राष्ट्रीय राजधानी में जंतर-मंतर पर भूख हड़ताल शुरू की। शुक्रवार को दिल्ली में होने वाली अपनी भूख हड़ताल का हवाला देते हुए उन्होंने जांच एजेंसी से शनिवार तक अपनी पूछताछ स्थगित करने को कहा था।

*सतीश कौशिक की मौत को लेकर बड़ा खुलासा, पुलिस के हाथ लगी संदिग्ध दवाएं*

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बॉलीवुड के वर्सेटाइल एक्टर-डायरेक्टर सतीश कौशिक की पिछले दिनों अचानक मौत हो गई।मौत से कुछ घंटों पहले वह होली पार्टी में शामिल हुए थे। अचानक हुई मौत के बाद पुलिस मामले की जांच कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उनकी मौत की वजह कार्डियक अरेस्ट बताई गई थी, लेकिन अब इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस की जांच में एक बड़ा खुलासा हुआ है। दिल्ली पुलिस के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सतीश कौशिक की मौत संदिग्ध परिस्थिति में हुई है।

फार्म हाउस से मिली संदिग्ध 'दवाईयां'

सतीश कौशिक ने होली के दिन अपनी मौत से पहले दिल्ली में एक पार्टी की थी। सतीश कौशिक दिल्ली में अपने एक दोस्त के फॉर्म हाउस में होली पार्टी के लिए आए थे। दिल्ली पुलिस के अनुसार सतीश कौशिक की मौत के बाद जब फार्म हाउस में जांच की गई तो वहां पर कुछ 'दवाईयां' मिली है। अब इस मामले में डिटेल्ड पोस्टमार्टम और विसरा रिपोर्ट का इंतजार है। होली वाले दिन (जिस दिन सतीश कौशिक की मौत हुई) वह दिल्ली में थे और एक फार्महाउस में पार्टी कर रहे थे। बताया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस ने वहां से कुछ दवाएं बरामद की है। 

पुलिस ने तैयार की होली पार्टी में आये मेहमानों की लिस्ट

पुलिस ने अब उस पार्टी में आए मेहमानों की लिस्ट तैयार की है।पुलिस ने पार्टी में शामिल 10-12 मेहमानों की लिस्ट को खंगाल रही है।उन लोगों से भी पूछताछ करेगी जो सतीश कौशिक की मौत के बाद से फरार हैं।जानकारी के मुताबिक जिस पार्टी में सतीश थे, वहां एक वांटेड बिजनेसमैन भी मौजूद था। पुलिस ने मेहमानों की लिस्ट खंगाली, जिसमें एक उद्योगपति का नाम सामने आया है, जिसपर कई केस दर्ज हैं।

OYO के संस्थापक रितेश अग्रवाल के पिता का निधन, 20वें फ्लोर से गिरकर हुई मौत

#oyo_founder_ritesh_agarwal_father_died

OYO के फाउंडर रितेश अग्रवाल के पिता रमेश अग्रवाल का गुरूग्राम के हाइ-राइज बिल्डिंग से गिरने के बाद निधन हो गया है। रितेश अग्रवाल के पिता रमेश अग्रवाल बिल्डिंग के 20वें फ्लोर से नीचे गिर गए जिसके बाद वे गंभीर रूप से घायल हो गए थे।

रितेश अग्रवाल ने भी बयान जारी कर कहा है कि उनके पिता का निधन हो गया है। उन्होंने अपने बयान में कहा कि भारी मन से, मैं और मेरा परिवार यह बताना चाहते हैं कि हमारे मार्गदर्शक और हमारी शक्ति, मेरे पिता, रमेश अग्रवाल का 10 मार्च को निधन हो गया है। उन्होंने अपना पूरा जीवन बेहतर तरीके से जिया है और हर दिन हम में से कई लोगों को प्रेरित किया है। उनका निधन हमारे परिवार के लिए एक बड़ी क्षति है। रितेश अग्रवाल ने कहा कि मेरे पिता की करुणा और गर्मजोशी ने सबसे कठिन समय में हमें आगे बढ़ाने में बड़ी भूमिका अदा की है। उनके शब्द हमारे दिलों की गहराई तक रहेंगे। हम सभी से अनुरोध करते हैं कि इस दुख की घड़ी में हमारी निजता का सम्मान करें।

हरियाणा पुलिस के अनुसार रमेश अग्रवाल का हाईराइज बिल्डिंग से गिरने से मौत हुई है। दोपहर करीब एक बजे डीएलएफ सुरक्षा टीम से पुलिस को हादसे की सूचना मिली कि गुरुग्राम के सेक्टर 54 स्थित डीएलएफ की द क्रेस्ट सोसायटी की 20वीं मंजिल से एक व्यक्ति गिर गया है। व्यक्ति को पारस अस्पताल ले जाया गया। बाद में पुष्टि हुई कि व्यक्ति ओयो रूम्स के संस्थापक के पिता हैं। शव को पोस्टमार्टम के लिए सुरक्षित रखवा दिया गया है। परिजनों से पूछताछ कर मामले में आगे की जांच की जा रही है। गुरुग्राम पुलिस घटनास्थल पर घेराबंदी कर मामले की जांच कर रही है।

रमेश अग्रवाल अपनी पत्नी के साथ अपार्टमेंट में रहते थे। यह हादसा ऐसे समय हुआ है जब घर में नई बहु आने का जश्न मनाया जा रहा है। रितेश अग्रवाल की शादी 7 मार्च को ही हुई है। सात मार्च को दिल्ली के पांच सितारा ताज पैलेस होटल में एक हाई-प्रोफाइल शादी का रिसेप्शन हुआ था। इस शादी में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, अरबपति निवेशक और सॉफ्टबैंक के अध्यक्ष मासायोशी सोन और अन्य दिग्गज शामिल हुए थे।

पेशी के लिए आए ठग सुकेश चंद्रशेखर का दावा, अगली बारी केजरीवाल की, कहा- सबका पर्दाफाश करूंगा

#arvind_kejriwal_will_arrest_in_liquor_case_thug_sukesh_chandrasekhar_claim 

ठग सुकेश चंद्रशेखर की आज शुक्रवार को पटियाला हाउस कोर्ट में पेशी हुई। इस दौरान उसने दिल्ली शराब नीति मामले में अभी और गिरफ्तारियां होने का दावा किया।पेशी के दौरान जब पत्रकारों ने सुकेश से पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी को लेकर सवाल किया तो उसने बड़ा बयान दिया। सुकेश चंद्रशेखर ने कहा कि, सत्य की जीत हुई है अब अगली बारी अरविंद केजरीवाल की है।

सुकेश ने कहा कि दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल एक किंगपिन हैं।उसने दावा किया कि हर एक को वो बेनकाब करेगा। उसने कहा कि शराब नीति मामले में और गिरफ्तारियां होंगी। लेकिन मेरा शराब नीति से कोई लेना-देना नहीं है। आप नेता मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि, सत्य की जीत हुई है अब अगली बारी अरविंद केजरीवाल की है।

बता दें कि सुकेश चंद्रशेखर और उसकी पत्नी मनी लॉन्ड्रिंग और कई लोगों के ठगने के आरोप में जेल में बंद है। सुकेश आप पार्टी और उनके नेताओं पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगाता रहता है। सुकेश ने दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को कई पत्र लिखे हैं, जिसमें सीएम केजरीवाल पर पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन पर और अन्य के खिलाफ दायर शिकायतों को वापस लेने के लिए परेशान करने पर मानसिक उत्पीड़न और धमकी देने का आरोप लगाया है।

चंद्रशेखर और उनकी अभिनेत्री पत्नी लीना मारिया पॉल दोनों को दिल्ली पुलिस ने सितंबर 2022 में धोखाधड़ी के मामले में उनकी कथित भूमिका के लिए गिरफ्तार किया था। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा और ईडी की जांच के दौरान बॉलीवुड अभिनेत्रियों जैकलीन फर्नांडीज और नोरा फतेही के अलावा कई अन्य लोगों के नाम सामने आए थे।

सीबीआई के बाद ईडी के शिकंजे में सिसोदिया, कोर्ट ने भेजा 7 दिन की रिमांड पर

#delhi_liquor_case_court_hearing 

दिल्ली शराब नीति घोटाले में दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर शिकंजा कसता जा रहा है। सिसोदिया की जेल से निकलने की राह फिलहाल आसान नहीं दिख रही है।सीबीआ के बाद अब सिसोदिया पर ईडी का शिकंजा कसा है।सीबीआई की गिरफ्त के बाद अब कोर्ट ने ईडी को उनकी 7 दिन की रिमांड दे दी है।अब सिसोदिया को 17 मार्च तक ईडी कस्टडी में रहना होगा। मनीष सिसोदिया को आज जनामत नहीं मिल सकी है। कोर्ट ने मामले की सुनवाई के लिए अगली तारीख 21 मार्च तय की है। फिलहाल सिसोदिया को 21 मार्च तक कस्टडी में रहना होगा।

बता दें कि मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने सिसोदिया को गुरुवार शाम गिरफ्तार किया था। ईडी ने कहा कि हमने इस मामले में अभी तक 7 लोगों को नोटिस भेजा है ताकि उन्हें सिसोदिया के सामने बैठाकर पूछताछ की जा सकें।

दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को रिमांड में लेने के लिए प्रवर्तन आयोग (ईडी) ने शुक्रवार को राउज एवेन्यू कोर्ट के स्पेशल जज एमके नागपाल की अदालत में पेश किया। यहां ईडी के वकील जोहाब हुसैन ने अपना पक्ष रखते हुए कोर्ट से सिसोदिया की 10 दिन की रिमांड मांगी।जिसका विरोध सिसोदिया के वकील दयान कृषणन ने किया।

कोर्ट में ईडी के वकील ने कहा कि सिसोदिया के प्रतिनिधि के कविता से मुलाकात की। सिसोदिया के असिस्टेंट विजय नायर इस पूरी साजिश को लीड कर रहा था। इस घोटाले में सरकारी तंत्र से जुड़े कई लोग शामिल हैं। ये साजिश नायर, सिसोदिया, के कविता और दूसरे लोगों ने मिलकर रची। ईडी के वकील ने कहा कि साउथ ग्रुप को फायदा पहुंचाने के लिए पुरानी शराब नीति में सारे बदलाव किए गए। एक्सपर्ट कमेटी की सिफारिशों को नजरअंदाज किया गया और होल सेल करने वालों के प्रॉफिट को बढ़ाया गया। ताकि कुछ निजी संस्थाओं को भारी लाभ मिल सके। 6 से बढ़ाकर 12 फीसदी पर प्रॉफिट मार्जिन तय करने के लिए स्टेक होल्डर्स से कोई सुझाव नहीं लिया गया।

ईडी के वकील रोहैब ने कोर्ट में दलील देते हुए कहा कि साउथ लाॅबी के नेताओं ने 100 करोड़ रुपये की रिश्वत दी। इस पूरी डील को चलाने के लिए एक ग्रुप बनाया गया ताकि दिल्ली में शराब कारोबार से 30 फीसदी तक मुनाफा कमाया जा सके।

इस पर कोर्ट में सिसोदिया के वकीन दयान कृष्णन ने कहा कि ईडी कह रही है यह पाॅलिसी गलत है। यह पाॅलिसी चुनी हुई सरकार ने बनाई है। यह कई स्तरों से होकर गुजरती है।सिसोदिया के वकील ने कहा कि ईडी जल्दबाजी की बात कर रही है। मैं जल्दबाजी के ऐसे बहुत सारे उदाहरण दे सकता हूं। उन्होंने कहा कि नोटबंदी भी तो जल्दबाजी में की गई और इसे सुप्रीम कोर्ट ने भी इसे संवैधानिक करार दिया।

दिल्ली शराब नीति घोटाले में सिसोदिया को नहीं मिली राहत, अब 21 मार्च को होगी बेल पर सुनवाई, रिमांड पर कोर्ट का फैसला सुरक्षित

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दिल्ली शराब नीति घोटाले में मनीष सिसोदिया को शुक्रवार को भी कोई राहत नहीं मिली। कोर्ट ने जिरह सुनने के बाद उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई को टाल दिया है। अब सिसोदिया की जमानत अर्जी पर 21 मार्च को सुनवाई होगी।

दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को रिमांड में लेने के लिए प्रवर्तन आयोग (ईडी) ने शुक्रवार को राउज एवेन्यू कोर्ट के स्पेशल जज एमके नागपाल की अदालत में पेश किया। यहां ईडी के वकील जोहाब हुसैन ने अपना पक्ष रखते हुए कोर्ट से सिसोदिया की 10 दिन की रिमांड मांगी।जिसका विरोध सिसोदिया के वकील दयान कृषणन ने किया।

कोर्ट में ईडी के वकील ने कहा कि सिसोदिया के प्रतिनिधि के कविता से मुलाकात की। सिसोदिया के असिस्टेंट विजय नायर इस पूरी साजिश को लीड कर रहा था। इस घोटाले में सरकारी तंत्र से जुड़े कई लोग शामिल हैं। ये साजिश नायर, सिसोदिया, के कविता और दूसरे लोगों ने मिलकर रची। ईडी के वकील ने कहा कि साउथ ग्रुप को फायदा पहुंचाने के लिए पुरानी शराब नीति में सारे बदलाव किए गए। एक्सपर्ट कमेटी की सिफारिशों को नजरअंदाज किया गया और होल सेल करने वालों के प्रॉफिट को बढ़ाया गया। ताकि कुछ निजी संस्थाओं को भारी लाभ मिल सके। 6 से बढ़ाकर 12 फीसदी पर प्रॉफिट मार्जिन तय करने के लिए स्टेक होल्डर्स से कोई सुझाव नहीं लिया गया।

ईडी के वकील रोहैब ने कोर्ट में दलील देते हुए कहा कि साउथ लाॅबी के नेताओं ने 100 करोड़ रुपये की रिश्वत दी। इस पूरी डील को चलाने के लिए एक ग्रुप बनाया गया ताकि दिल्ली में शराब कारोबार से 30 फीसदी तक मुनाफा कमाया जा सके।

इस पर कोर्ट में सिसोदिया के वकीन दयान कृष्णन ने कहा कि ईडी कह रही है यह पाॅलिसी गलत है। यह पाॅलिसी चुनी हुई सरकार ने बनाई है। यह कई स्तरों से होकर गुजरती है।सिसोदिया के वकील ने कहा कि ईडी जल्दबाजी की बात कर रही है। मैं जल्दबाजी के ऐसे बहुत सारे उदाहरण दे सकता हूं। उन्होंने कहा कि नोटबंदी भी तो जल्दबाजी में की गई और इसे सुप्रीम कोर्ट ने भी इसे संवैधानिक करार दिया।