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*काशीवासियों ने धधकती चिताओं के बीच खेली चिता भस्म की होली*


वाराणसी- भगवान शंकर की नगरी काशी में शनिवार को तीन सौ साल पुरानी चिता भस्म की होली की परम्परा को निभाने काशीवासियों का हुजूम महाश्मशान मर्णिकर्णिका घाट पर उमड़ पड़ा। धधकती चिताओं के बीच चिता भस्म की होली खेली। इस मौके पर योगी सरकार की तरफ से सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये गए।

ढोल-नगाड़े और डमरूओं के निनाद के बीच हजारों शिव भक्तों की टोलियां महाश्मशान पर चिताओं के भस्म की होली खेलने पहुंचे। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के पास स्थित इस महाश्मशान पर इस ऐतिहासिक और पौराणिक मान्यताओं वाली विश्व की अनूठी होली को कैमरों में कैद करने की होड़ मच गई। शिव-पार्वती के स्वरूप के साथ पहुंचे भोलेनाथ के गणों ने चिताओं की भस्म से होली खेलनी शुरू कर दी।

*अद्भुत और अलौकिक होली*
संगीत की धुनों पर थिरकते काशी के लोग चिता भस्म को शरीर पर लपेटे जा रहे थे। यह जानते हुए कि कल इसी भस्म में उनका शरीर भी तब्दील हो जाना है। आध्यात्म की गहराइयों का अहसास कराती यह होली दूर दराज के शवयात्रा में आये लोगों को अजीब भी लग रही थी। आश्चर्य हो रहा था कि जहां लाशों के ढेर लगे हों, अपनों के खोने के गम में डूबे परिजन उनका अंतिम संस्कार कर रहे हों। ऐसे में हंसना और नाचना कितना मुश्किल है और यहां तो उन्हीं चिताओं की भस्म लपेटकर लोग होली मना रहे हैं।

मोक्ष की नगरी काशी में ही यह सम्भव है। ऐसा नजारा शायद ही कहीं देखने को मिले। एक ओर मौत का मातम और दूसरी ओर होली की मस्ती। सबकुछ एक ही जगह और एक साथ। कोई भूत बनकर पहुंचा है तो कोई औघड़। किन्नर समाज भी नृत्य में मगन है। काशी के साधु-संत भी इस दिव्य होली में शामिल हुए। काशीवासी नृत्य कर रहे थे, डमरूओं के निनाद गूंज रहे थे और रह-रहकर काशीपुराधिपति, महादानी भोलेनाथ की आध्यात्मिक होली पर पद्मविभूषण पंडित छन्नूलाल मिश्र के गाये गीत ‘खेले मसाने में होली दिगम्बर, भूत पिशाच बटोरी‘ पर भक्त मस्ती के सागर में गोते लगा रहे थे।

चिता भस्म की इस होली के आयोजक महाश्मशान नाथ मंदिर के अध्यक्ष चैनु प्रसाद गुप्ता, सतुआ बाबा आश्रम के महामंडलेश्वर संतोष दास, व्यवस्थापक गुलशन कपूर आदि व्यवस्था की कमान सम्भाले हुए थे।

*ओपी राजभर को बड़ा झटका, सुभासपा के कई बड़े नेता निषाद पार्टी में शामिल*


लखनऊ- निषाद पार्टी सुप्रीमो की मौजूदगी में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) रमाकांत कश्यप (राष्ट्रीय सचिव, सुभासपा), सीपी निषाद (प्रदेश उपाध्यक्ष, सुभासपा) विवेक शर्मा (प्रदेश महासचिव, सुभासपा) ने निषाद पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।

इस मौके पर निषाद पार्टी सुप्रीमों ने कहा कि सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर पर पार्टी की नीति और सिद्धान्तों से भटक गए हैं। निषाद जी ने कहा की एक निजी यूट्यूब चैनल पर ओमप्रकाश राजभर के सुपुत्र अरुण राजभर द्वारा कश्यप समाज को भिखमंगा कहकर बार बार संबोधन से कश्यप, निषाद, केवट, मल्लाह, बिंद समेत अन्य सभी जातियां आहत हुई हैं। निषाद जी ने कहा निषाद पार्टी के दरवाजे सभी के लिए खुले हैं, समाज में द्वेषता फैलाने वालों की जनता 2024 में सबक जरूर सिखाएगी।

रमाकांत कश्यप ने कहा की वो और उनके साथी बीते कई दिनों से लगातार सुभासपा प्रमुख से देश की महान भिभूतियों पर की जा रही टिप्पणी को रोकने और सामाजिक समरसता को आगे बढ़ाने की मांग करते आ रहे हैं किंतु सामाजिक समरसता तो दूर की बात है हमारे समाज मे जन्मे ऋषि मुनियों को गाली देने की परम्परा शुरू कर दी है। अरुण राजभर को समझना होगा की महार्षि कश्यप एक वैदिक ऋषि थे, और सप्त ऋषियों में से एक ऋषि हैं महर्षि कश्यप, और हम उनके वंशज होने के नाते हम अपने कुल का अपमान और अपमानित करने वालो के साथ एक पल साथ भी नही रह सकते जिसके चलते हम सब आज सामूहिक इस्तीफा दे रहे हैं।

रविन्द्र यादव (प्रदेश उपाध्यक्ष पश्चिमी उत्तरप्रदेश), सहदेव प्रजापति (मंडल कोऑर्डिनेटर, कानपुर मंडल), सूरज कश्यप (जिला युवा मंच अध्यक्ष, औरैया), अंशु कठेरिया (मंडल संगठन मंत्री), रामकान्ति (मंडल उपाध्यक्ष), सुमन कुमारी (जिला अध्यक्ष औरैया), प्रेम देवी (जिला अध्यक्ष, कानपुर देहात), उषा देवी (जिला उपाध्यक्ष औरैया), राजेश कुमार (जिला उपाध्यक्ष कानपुर देहात) समेत कई कार्यकर्ताओं और पदाधिकारीयो ने सुभासपा प्रमुख और बेटे को समाज बाटने से आहत होकर इस्तीफा दिया।

*मुख्यमंत्री योगी ने रंगों के त्योहार पर दिया बसों का उपहार, 76 नई राजधानी व 39 साधारण सेवा की बसों को दिखाई हरी झंडी*



लखनऊ- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने होली पर यूपी को बसों का उपहार दिया। वह शनिवार को 5, कालिदास मार्ग स्थित अपने सरकारी आवास पर 76 नई राजधानी व 39 साधारण सेवा की बसों को हरी झंडी दिखाई और ऑनलाइन रिजर्वेशन व यात्री फीडबैक एप्लीकेशन ऐप 'यूपी-राही' भी लॉन्चिंग की।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यह आजादी का अमृत महोत्सव का पहला वर्ष है। आगामी 25 वर्षों की यात्राओं को लेकर देश बढ़ने जा रहा है। इस प्रथम वर्ष में यूपी परिवहन निगम अपनी स्वर्णिम यात्रा को संजोए हुए नई शानदार यात्रा के लिए कार्य कर रहा है। 25 करोड़ जनता के सुगम व आसान यात्रा के लिए 50 वर्षों से जिस यात्रा को प्रारंभ किया गया, वह अपने साथ होली के पूर्व कुछ नई उपलब्धियों को जोड़ने जा रहा है।

*योगी ने की परिवहन निगम की सराहना*
सीएम ने सबसे बड़े सांस्कृतिक आयोजन प्रयागराज कुंभ और कोरोना के दौरान परिवहन निगम की भूमिका सराहना की। कहा , कुंभ के 45 दिन के आयोजन में 24 करोड़ श्रद्धालु सहभागी बने। इसके लिए परिवहन निगम के बेड़े में राज्य सरकार ने 5 हजार नई बसें उपलब्ध कराई थीं। श्रद्धालुओं को सुगम यात्रा कराने में परिवहन निगम ने अच्छी भूमिका का निर्वहन किया था। वहीं सदी की सबसे बड़ी महामारी कोरोना के दौरान 25 मार्च 2020 को लॉकडाउन लागू हुआ तो दिल्ली, पंजाब, महाराष्ट्र समेत देश के अलग-अलग राज्यों से हजारों श्रमिक व कामगार अपने गांवों की तरफ चल दिए। दिल्ली व अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों पर हजारों की भीड़ लग गई। जब यह दृश्य दिखने लगा तो हमने परिवहन निगम की आकस्मिक बैठक बुलाई। बताया गया कि हमारे पास 12 से 14 हजार बसों का बेड़ा है। हमने कहा कि देर न करो। गाजियाबाद, आगरा, झांसी, सहारनपुर समेत अनेक क्षेत्रों से कामगार व प्रवासी श्रमिक आ रहे थे, देखते ही देखते परिवहन निगम के चालक-परिचालक, अधिकारी 12 घंटे के अंदर वहां एकत्र होकर हर किसी को गंतव्य तक पहुंचाने में लग गए।

*होली पर आई 150 नई बसें*
सीएम ने कहा कि होली पर 150 नई बसें आई हैं। अच्छी बात है कि यह बसें परिवहन निगम के वर्कशॉप में बन रही हैं। 1000 नई बस खऱीदने के लिए हमने 400 करोड़ रुपये दिए। बस अड्डों को एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित करने के लिए भी 100 करोड़ रुपये दिए। सीएम ने कहा कि होली पर बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट पर भीड़भाड़ होती है। अच्छी बस सेवा दें तो आमजन को लाभ मिलेगा। सीएम ने आशा जताई कि आज शुरू की गई सेवा का होली पर जनता को लाभ मिलेगा।

*पद्म विभूषण सैयद हैदर रजा की याद में सेमिनार का आयोजन, लखनऊ विवि के दर्शन शास्त्र विभाग के सेमिनार हाल जुटे कई नामी कवियों ने किया पाठ*


लखनऊ- पद्म विभूषण सैयद हैदर रजा की याद में लखनऊ विश्व विद्यालय के दर्शन शास्त्र विभाग के सेमिनार हाल में रजा फाउंडेशन की तरफ से एक सेमिनार का आयोजन किया गया। यह सुखद संयोग ही कहा जायेगा कि रजा साहब की कलाकृतियों में जिस दर्शन और भारतीय अध्यात्म की पुनर्रचना हुई है, वह दर्शन शास्त्र के मेधावी छात्रों के बीच पुनः सघन चर्चा का केंद्र रहा। सभी आमंत्रित कवियों ने अपनी महत्वपूर्ण कविताओं का पाठ किया।

नरेश सक्सेना की कविता "चंबल एक नदी का नाम" को सुनते हुए कई श्रोताओं की आंखें सजल हो गईं। कविता की यह सार्थकता है कि वह मनुष्य की संवेदना को संवेदित करे और उसे और अधिक मानवीय बनाए। कविता पाठ में डॉक्टर संध्या सिंह, सुभाष राय, अनिल त्रिपाठी, संध्या सिंह और पूनम अद्वितीय ने भी अपनी रचनाएं पढ़ीं।                

महान भारतीय चित्रकार सैयद हैदर रजा का कलाकर्म पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है । उन्होंने चित्रकला के माध्यम से समूची दुनिया में भारतीय मेधा, भारतीय दर्शन को ज्यामिति शैली में बिंदु, नादविंदु, पंचतत्व, तमशुन्य, बीज, अंकुरण, गर्भगृह, वृक्ष, प्रकृति और पुरुष, शांति और प्रार्थना को अपने ब्रश और रंगों से अमर किया। चटख रंगों से निर्मित उनकी कला की दुनिया में अद्भुत आकर्षण है और वे अपने चित्रों के माध्यम से मनुष्य को और अधिक करुण और अधिक दयालु और अधिक मानवीय बनाते हैं।

रजा अकेले ऐसे चित्रकार हैं जिन्होंने अपने चित्रों में हिंदी, संस्कृत, फ्रेंच और अंग्रेजी भाषाओं की कविता पंक्तियों को कोट किया। कबीर, रहीम, गालिब, मुक्तिबोध, फैज़, महादेवी,  निराला, अज्ञेय , केदारनाथ सिंह, अशोक वाजपेयी की कविता पंक्तियों को उन्होंने अपने चित्रों में अंकित किया। यह किसी महान कलाकार की कला के अन्य रूपों के प्रति अथाह प्रेम का ही परिणाम है। दरअसल सभी कलाएं एक दूसरे से बड़ी आंतरिकता से संबद्ध हैं।

कार्यक्रम की शुरुआत दर्शन शास्त्र विभाग की हेड प्रोफेसर रजनी श्रीवास्तव के स्वागत वक्तव्य से हुआ। कार्यक्रम के अंत में शालिनी श्रीवास्तव ने भी अपनी बात कही। धन्यवाद ज्ञापन विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर राकेश चन्द्रा ने किया । कार्यक्रम का संयोजन और संचालन सुशीला पुरी ने किया।

गाय को संरक्षित राष्ट्रीय पशु घोषित किये जाने की जरूरत : हाईकोर्ट


लखनऊ। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ ने एक अहम फैसले में गाय को संरक्षित राष्ट्रीय पशु घोषित किए जाने की जरूरत जताई है।कोर्ट ने कहा है कि लगातार इसकी मांग हो रही है और गोवध रोकने के लिए केंद्र सरकार प्रभावी निर्णय लें। कोर्ट के इस अहम फैसले के बाद केंद्र सरकार जल्द गाय को संरक्षित राष्ट्रीय पशु घोषित कर सकती है।

यूपी गोवध निवारण कानून के आरोपी की याचिका खारिज

न्यायमूर्ति शमीम अहमद की एकल पीठ ने वैदिक काल से चली आ रही गाय की महिमा बताते अपने आदेश में बाराबंकी के देवा थाना क्षेत्र के यूपी गोवध निवारण कानून के आरोपी मोहम्मद अब्दुल खलीक की याचिका को खारिज कर दिया। याचीकर्ता को पुलिस ने गोवंश के मांस के साथ गिरफ्तार किया था। इस मामले में याचिका दाखिल कर केस कार्यवाही खत्म किए जाने का आग्रह कोर्ट से किया गया था।

कोर्ट ने कहा, हिन्दुओं में गाय को ईश्वर का प्रतिनिधि होने का आस्था व विश्वास है

कोर्ट ने कहा कि देश में सभी धर्मों के सम्मान के साथ हिन्दुओं में गाय को ईश्वर का प्रतिनिधि होने की आस्था व विश्वास है। ऐसे में इसे संरक्षित किया जाना चाहिए। हिन्दू धर्म में गाय को पशुओं में सबसे पवित्र माना गया है। सभी कामनाओं की पूर्ति करने वाली कामधेनु के रुप में भी इसे पूजा जाता है। इसके पैर चारों वेद, स्तन को धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष के रुप में चार पुरुषार्थ का प्रतीक माना जाता है।

देश में लगातार गोवंश के संरक्षण की हो रही मांग

कहा कि गाय व गोवंश का वैदिक काल से लेकर मनुस्मृति, महाभारत, रामायण में वर्णित धामिक महत्व के साथ ही व्यापक अर्थिक महत्व भी है। गाय से मिलने वाले पदार्थों से पंचगव्य तक बनता है। इसी लिए पुराणों में गाय दान को सर्वोत्तम कहा गया है। भगवान राम के विवाह में भी गायों को उपहार में देने का वर्णन है। कोर्ट ने कहा कि देश में लगातार गोवंश के संरक्षण की मांग हो रही है। इस लिए भारत सरकार गोवध पर रोक लगाने का निर्णय करते हुए देश में गऊमाता को संरक्षित राष्ट्रीय पशु घोषित कर सकती है।

प्रयागराज में ड्रॉप्सी से तीन लोगों की मौत


उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में ड्रॉप्सी से तीन लोगों की मौत मामले में घरेलू सरसों के तेल में भटकटैया (आर्जीमोन) के बीज का अंश मिला है। अब घरेलू तेल में इसके मौजूद होने के कारणों की पड़ताल की जा रही है। इसके लिए आसपास के आठ सैंपल भी लिए गए हैं, जिसकी जांच रिपोर्ट आना बाकी है। दूसरी तरफ स्वास्थ्य महानिदेशालय ने पूरे मामले में मुख्य चिकित्साधिकारी से रिपोर्ट मांगी है। 

प्रयागराज में ड्रॉप्सी से एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत का मामला लखनऊ पहुंचा तो हलचल मच गई। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग सक्रिय हुआ। उप आयुक्त हरिशंकर सिंह ने प्रयागराज की सहायक आयुक्त (खाद्य) ममता चौधरी से रिपोर्ट तलब की। रिपोर्ट में बताया गया है कि टीम ने मौके पर जाकर पड़ताल की। परिजनों ने बताया है कि वे खेत में तैयार सरसों की पेराई कराए थे। उसी तेल का प्रयोग करते रहे हैं।

लेकिन, जब उनके घर में रखे तेल की जांच कराई गई तो उसमें आर्जीमोन पाया गया है। अब घरेलू तेल में आर्जीमोन आने के कारणों की पड़ताल की जा रही है। इसके लिए गांव से अन्य आठ घरों से सैंपल लिए गए हैं। इसकी जांच रिपोर्ट आने के बाद स्थिति साफ होगी। 

क्या है भटकटैया 

इस पौधे को भटकटैया व भरभंडा भी कहते हैं। इसका बीज सरसों के बीज की तरह होता है। इसके मिलावट वाला सरसों का तेल खाने से ड्रॉप्सी बीमारी होती है। डाक्टर की माने तो ड्रॉप्सी में हाथ-पैर फूल जाते हैं।

शरीर पर चकत्ते पड़ जाते हैं। रक्तचाप कम हो जाता है। लिवर प्रभावित होने से कई बार मरीज की मौत हो जाती है।

अतीक के करीबी माशूकउद्​दीन और कवी अहमद के घर चला बुलडोजर

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में विधायक राजू पाल हत्याकांड के आरोपी कवी अहमद के सरायअकिल स्थित मकान को पीडीए ने बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया। साथ ही माफिया अतीक के करीबी और गुर्गों को फंडिंग करने के आरोप में पुरामुफ्ती में असरौली के प्रधान माशूकउद्दीन के मकान को ध्वस्त कर दिया गया। मौके पर बड़ी सख्या में फोर्स तैनात है। कवि अहमद के मकान से आधा दर्जन अवैध कट्टा और तमंचा बरामद किया गया है। 

माशूकउद्दीन माफिया अतीक अहमद का बेहद खास है। यह उसके गुर्गों को फंड उपलब्ध कराता है। इस कार्रवाई से पूरे इलाके में हड़कंप मचा रहा। माशूकउद्दीन के साथ ही कौशांबी के भखंडा में राजू पाल हत्याकांड के आरोपी कवी अहमद के मकान पर भी बुलडोजर चलाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। सामान को बाहर निकाला जा रहा है। 

सरकार किसी भी दशा में माफिया को माफ करने के मूड में नहीं 

उमेश पाल और उनके दो गनर की हत्या के बाद सरकार किसी भी दशा में माफिया को माफ करने के मूड में नहीं है। बुलडोजर की कार्रवाई तेजी से चल रही है। पहले जपर का कान गिराया गया जो चकिया में है। इसी में अतीक की पत्नी बच्चों के साथ रहती थी। इसके बाद शूटरों को असलहा मुहैया कराने वाले सफदर अली के चकिया साठ फीट रोड स्थित मकान को गिराया गया।

इसके बाद पुरामुफ्ती इलाके में असरौली में ग्राम प्रधाम माशूकउद्दीन के मकान को गिराया गया। साथ ही सरायअकिल कौशांबी के भखंडा में कवी अहमद के मकान पर बुलडोजर की कार्रवाई की जा रही है।बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स के बीच कई जेसीबी और एक पोकलैंड मशीन लगाकर मकान को ध्वस्त कर दिया गया। 

कार्रवाई के दौरान आधा दर्जन अवैध तंमचे मिले

माफिया अतीक अहमद के खास गुर्गे कवी अहमद के मकान के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई से पहले घर के सामान को बाहर निकाला गया। इस दौरान आधा दर्जन अवैध तमंचे मिले। कवी अहमद का घर कौशांबी जिले में सरायअकिल थाना क्षेत्र में भखंडा गांव में है। कवी अहमद का नाम पूर्व विधायक राजू पाल हत्याकांड में आया था।

कवी अहमद राजूपाल हत्याकांड का इकलौता ऐसा आरोपी है जो 18 साल से फरार चल रहा है और उसे पुलिस पकड़ नहीं सकी है। अब उमेश पाल की हत्या के बाद उसके खिलाफ कार्रवाई शुरू की जा रही है। बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स सरायअकिल थाने पर पहुंच गई थी।

तीन आईपीएस का तबादला

लखनऊ। राज्य सरकार ने शुक्रवार को तीन आईपीएस का तबादला कर दिया। महोबा में कार्यवाहक एसपी अपर्णा गुप्ता को स्थायी कर दिया गया है।

बताते चलें कि महोबा की एसपी सुधा सिंह के पति आईपीएस एवं एसपी बिजनौर दिनेश सिंह के अस्वस्थ होने पर अवकाश पर चली गयी थीं। शासन ने सुधा सिंह को गाजियाबाद स्थित पीएसी की 47वीं वाहिनी का सेनानायक बना दिया है। 

वहीं 47वीं वाहिनी में तैनात कल्पना सक्सेना को पीटीएस मुरादाबाद का सेनानायक बनाया गया है। डीजीपी मुख्यालय ने प्रशिक्षण पूरा कर चुके तीन डिप्टी एसपी को जिलों में पहली तैनाती प्रदान की है।

आदेश के मुताबिक प्रियाशी पाल को एनआईयू गाजियाबाद, देवेश सिंह को जौनपुर, शेखर सेंगर को गाजीपुर भेजा गया है।

यूपी विधानसभा में 58 साल बाद अदालत, रिटायर्ड आईएएस समेत6 पुलिसकर्मियों को सजा,एक दिन लॉकअप में बंद रहेंगे


लखनऊ। विधायक सलिल विश्नोई के विशेषाधिकार हनन के मामले में यूपी विधानसभा में 58 साल बाद शुक्रवार को अदालत लगी। जिसमें विधानसभा ने रिटायर्ड आईएएस अब्दुल समद समेत छह पुलिसकर्मियों को आज रात 12 बजे तक के कारावास की सजा सुनाई है। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि आने वाली पीढ़ियों के लिए यह एक उदाहरण बनेगा।

वाकया 15 सितम्बर 2004 का है। कानपुर के तत्कालीन विधायक जो हाल में विधान परिषद सदस्य हैं सलिल विश्नोई ने बिजली आपूर्ति को लेकर धरना दिया था और डीएम को ज्ञापन देना चाहते थे । उसी दौरान पुलिसकर्मियों ने उनके साथ अभद्रता और गाली गलौच कर अपमानित करते हुए लाठियां बरसाईं जिसमें विधायक के दाहिने पैर में फ्रैक्चर आ गया जबकि वह शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे। यह मामला विशेषाधिकार समिति के सामने आया ।

परीक्षण और अवलोकन के पश्चात 28 जुलाई 2005 को समिति ने आरोपी पुलिसकर्मियों को दोषी करार दिया। इस प्रकरण को विधानसभा में पेश किया गया। आज सभी आरोपी विधानसभा में पेश हुए । आज सदन ने सर्वसम्मति से यह निर्णय विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना पर छोड़ा ।

उन्होंने अपना निर्णय सुनाया कि तत्कालीन कानपुर नगर के क्षेत्राधिकारी बाबू पुरवा अब्दुल समद, तत्कालीन थाना प्रभारी थाना किदवई नगर कानपुर नगर ऋषि कांत शुक्ला तत्कालीन काका देवा उपनिरीक्षक त्रिलोकी सिंह, कांस्टेबल छोटे सिंह, विनोद मिश्रा एवं कांस्टेबल मेहरबान यादव को 1 दिन के कारावास की सजा सुनाई जाए। इन सभी को विधानसभा स्थित लॉकअप में आज रात 12 तक रखा जाएगा।

राजधानी लखनऊ में मोबाइल टावर पर चढ़ा रोडवेज बस का ड्राइवर ,मचा हड़कंप, छह घंटे चला हाई वोल्टेज ड्रामा

शिशिर पटेल

लखनऊ। कैसरबाग क्षेत्र में उस समय अफरातफरी मच गई जब एक बस चालक अवध डिपो वर्कशाप स्थित एक टावर पर चढ़ गया और वहां से कूदकर आत्महत्या की धमकी देने लगा। कहा कि वह रोडवेज के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की कार्यशैली से परेशान हो गया है।

इसकी जानकारी विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों को लगी तो हड़कंप मच गया और उसे मनाने के लिए मोबाइल टावर के पास पहुंचे। यह हाई वोल्टेज ड्रामा करीब छह घंटे चला । आखिरकार जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने उसे मना लिया और छह घंटे बाद बस चालक टावर से नीचे उतर आया। तब जाकर पुलिस व परिवहन के अधिकारियों ने राहत की सांस ली । 

आपको बता दें कि यह बस चालक राजू सैनी अलीगढ़ डिपो का है। जो विभाग में ड्राइवर के पद पर संविदा पर तैनात है। गुरुवार की सुबह वह अवध डिपो वर्कशाप पहुंचा । यहां पर विभागीय अधिकारियों से नाराज होकर राजू सैनी अवध डिपो परिसर में लगे मोबाइल टावार पर स्पीकर लेकर चढ़ा गया और बोला कि उसे कुछ नहीं चाहिए। बस परिवहन विभाग का सिस्टम ठीक कीजिए। 

उसका कहना है कि उसे जब तक यह आश्वासन नहीं मिल जाएगा कि कोई अधिकारी व कर्मचारी परेशान नहीं करेंगा। तब तक वह टावर से नहीं उतरेगा और उसकी मांग पूरी नहीं की गई तो वह कूदकर जान दे देगा ।हालांकि  रोडवेजकर्मी उसे मनाने में जुटे हैं। टावर के नीचे लोगों और पुलिस की भारी भीड़ जमा हो गयी है।सुबह से उससे नीचे उतरने का अनुरोध किया जा रहा है, लेकिन वह कुछ भी सुनने को तैयार नहीं था ।

इसी बीच जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार मौके पर पहुंच गए और काफी देर तक समझा तो वह टावर से नीचे उतरने के लिए राजी हो गया। वही विभागीय अधिकारियों का कहना रहा कि राजू कुछ साल पहले अलीगढ़ में भी पानी की टंकी पर चढ़कर हंगामा कर चुका है। 

सीएम योगी के जीरो टॉलरेंस नीति पर पानी फेर रहे अफसर

एक तरफ जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जीरो टॉलरेंस नीति और भ्रष्टाचार को खत्म करने पर जोर दें रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ अधिकारी उस पर पानी फेरने का काम कर रहे हैं। जिसका आज कड़वा सच परिवहन विभाग में देखने को मिला। विभाग में संविदा पर तैनात एक बस चालक अधिकारियों की कार्यशैली से तंग आकर आत्मघाती कदम उठा लिया और मोबाइल टावर पर चढ गया और बोला अगर परिवहन विभाग का सिस्टम सही नहीं हुआ तो यही से कूदकर जान दे देगा।

इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि विभाग में क्या हो रहा है। इसमें मजे की बात यह है कि विभागीय अधिकारी कमियों को सुधारने के बजाय बस चालक पर सारा बीकानेर फोड़ते हुए बोल रहे हैं कि यह पहले भी इस तरह का कदम उठा चुका है।