ये सदन नहीं अखाड़ा है! पहले बोतलें और बैलेट फेंके गए फिर हाथापाई, अब पार्षदों ने एक-दूसरे पर जमकर लात-घूंसे बरसाए
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दिल्ली एमसीडी को अखाड़ा या मुक्केबाजी की रिंग कहें तो अतिशयोक्ति नहीं होगी। पहले मेयर और डिप्पी मेयर के चुनाव को लेकर रार हुआ अब स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव में भी बवाल जारी है। इस बार तो स्टैंडिंग कमेटी के छह सदस्यों के चुनाव के दौरान माननीयों ने सारी मर्यादा लांघ दी। बुधवार की रात के वक्त एमसीडी का जो नजारा दिखा उससे भी एक कदम आगे शुक्रवार को पार्षद बढ़ गए। सदन में बीजेपी और आम आदमी पार्टी के पार्षदों के बीच जमकर लात-घूंसे चले और हाथापाई देखने को मिली। बीजेपी और आप के पार्षदों ने एक-दूसरे पर जमकर लात-घूंसे बरसाए, कपड़े फाड़े। सारा हंगामा मेयर की ओर से एक वोट इनवैलिड घोषित किए जाने के बाद शुरू हुआ।
मेयर शैली ओबरॉय ने एक वोट को अवैध बताया
शुरू करें शुक्रवार की सुबह से तो, मेयर शैली ओबरॉय ने सुबह करीब 11 बजे से स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव शुरू कराया। शाम को करीब तीन बजे तक शांतिपूर्वक चुनाव पूरा हुआ। दस मिनट ब्रेक के बाद मतों की गिनती शुरू हुई। चुनाव आयोग कार्यालय से आए कर्मचारियों और निगम सचिव कार्यालय के कर्मचारियों ने करीब दो घंटे में चुनाव के नतीजे तैयार किए और मेयर के सामने पेश किया। मेयर ने चुनाव के इस नतीजे पर हस्ताक्षर करने से मना कर दिया। मेयर शैली ओबरॉय ने कहा कि एक वोट इनवैलिड है, हम अवैध वोट के साथ इन नतीजों को नहीं मानेंगे। इसका भाजपा के पार्षदों ने विरोध करना शुरू कर दिया। पूर्व मेयर और भाजपा की मौजूदा पार्षद कमलजीत शेहरावत ने कहा कि मेयर शैली ओबरॉय को कोई हक नहीं है कि वह चुनाव आयोग और निगम सचिव कार्यालय की ओर से तय किए गए चुनाव के नतीजों को बदलें। लेकिन मेयर अपनी बात पर अड़ी रहीं।
बीजेपी रीकाउंटिंग का कर रही विरोध
वहीं, बीजेपी का कहना है कि जब इलेक्शन कमीशन के अधिकारियों ने कह दिया की वोट वैलिड है तो फिर दोबारा से रीकाउंटिंग की जरूरत नहीं है। भाजपा के पार्षदों ने कहा कि मेयर जिस मत को अवैध करार दे रही हैं, चुनाव अधिकारियों ने इसे वैध करार दिया है। हम चुनाव अधिकारियों के नतीजों पर अडिग रहेंगे।बीजेपी का आरोप है कि आम आदमी पार्टी के हाथ से स्टैंडिंग कमेटी निकल रहा है लिहाजा तरह तरह के पैंतरे इस्तेमाल किए जा रहे हैं। बता दें कि स्टैंडिंग कमेटी सभी बड़े आर्थिक और प्रशासनिक फैसले करती है।
इसलिए मचा बवाल
सबसे पहले आप एमसीडी स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों की चुनावी प्रक्रिया समझिए। स्टैंडिंग कमेटी में कुल 18 सदस्यों का चुनाव होना है। सबसे पहले सदन से 6 सदस्य और बाद में 12 जोन से सदस्य चुने जाने हैं। सदन की लड़ाई में आप ने चार उम्मीदवार और बीजेपी ने तीन उम्मीदवार उतारे हैं। हर एक सदस्य को 35 सदस्यों का समर्थन जरूरी है। बीजेपी के पास कुल 104 पार्षद है लिहाजा तीन उम्मीदवार जिताने के लिए 1 और पार्षद की जरूरत है। अब शुक्रवार को हुआ ये के आप की एक पार्षद बीजेपी में शामिल हो गया और इस तरह से उनके पास तीन उम्मीदवार जिताने के लिए आवश्यक 105 पार्षदों की संख्या पूरी हो गई। लेकिन बवाल तब शुरू हुआ जब मेयर ने मत को अवैध माना। जिसके बाद बवाल मच गया।
शैली ओबेरॉय बोलीं- मेरी कुर्सी खींची और मुझे धक्का दिया
वहीं मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय ने आरोप लगाया कि बीजेपी के कुछ सदस्यों ने उन पर जानलेवा हमला किया। मेयर शैली ओबेरॉय ने कहा कि परिणाम की घोषणा के समय बीजेपी पार्षदों का एक समूह विशेष रूप से अर्जुन मारवाह, चंदन चौधरी और रवि नेगी अन्य लोगों के साथ मंच पर आए। चंदन चौधरी ने मेरी कुर्सी खींची और मुझे धक्का दिया, जिससे मैं गिर गई। मैं उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराने थाने आई थी। मेयर शैली ओबेरॉय ने कहा कि भाजपा के पार्षदों ने सारे मतदान के कागज फाड़ दिए और अब स्टैंडिंग कमेटी के चुनावों को फिर से कराने की मेरी जिम्मेदारी बनती है। हमने सदन को 27 फरवरी के लिए स्थगित किया है और उसी दिन फिर से चुनाव होगा।
Feb 25 2023, 11:15