आईएफसी यूपी को एक ट्रिलियन डाॅलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य को साकार करने हेतु वित्त पोषण एवं सलाह के रूप में अपना योगदान करेगा
लखनऊ।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स-2023 में सम्मिलित हुए विभिन्न अन्तर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधिमण्डलों के साथ अलग-अलग बैठक की। इस क्रम में उन्होंने इण्टरनेशनल फाइनेन्स कारपोरेशन (आईएफसी) के प्रतिनिधिमण्डल का स्वागत करते हुए कहा कि यह उत्तर प्रदेश का दशक है। पूर्व में केवल उत्तर प्रदेश के एनसीआर क्षेत्र में ही निवेश किया जाता था। लेकिन अब एक तिहाई निवेश (10 लाख करोड़ रुपये) पूर्वी उत्तर प्रदेश से सम्बन्धित है। बुन्देलखण्ड क्षेत्र के लिए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से 04 लाख करोड़ रुपये निवेश के प्रस्ताव मिले हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार मध्य उत्तर प्रदेश के लिए प्रयाग गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण करने जा रही है। प्रदेश में 06 एक्सप्रेस-वे का निर्माण हो चुका है तथा 07 नये एक्सप्रेस-वे के निर्माण की योजना है। राज्य के 05 शहराें में मेट्रो रेल संचालित है तथा आगरा में मेट्रो रेल परियोजना पर कार्य चल रहा है। वाराणसी से हल्दिया के बीच इनलैण्ड वाॅटर-वे संचालित है तथा 08 अन्य इनलैण्ड वाॅटर-वे पर कार्य चल रहा है। प्रदेश बेहतरीन पब्लिक ट्रांसपोर्ट वाला राज्य है, जिसमें मेट्रो तथा रैपिड रेल जैसे साधन सम्मिलित हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में निवेश के लिए अनेक क्षेत्रों में अपार सम्भावनाएं हैं। उत्तर प्रदेश में निवेश की सुगमता के लिए 25 सेक्टोरियल पाॅलिसीज, बेहतर कानून व्यवस्था, पर्याप्त लैण्ड बैंक है। उत्तर प्रदेश पूरे देश में खाद्यान्न उत्पादन, चीनी उत्पादन, दुग्ध उत्पादन में प्रथम स्थान रखता है। पिछले 05 वर्षाें में 23 लाख हेक्टेयर भूमि को सिंचाई की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है। प्रदेश में सबसे अधिक उपजाऊ भूमि तथा अच्छा जल संसाधन है। इस अवसर पर इण्टरनेशनल फाइनेन्स कारपोरेशन (आईएफसी) की ओर से अनिल गुप्ता तथा भानू मेहरोत्रा ने प्रदेश में शानदार जीआईएस सम्मेलन के लिए मुख्यमंत्री जी को बधाई देते हुए कहा कि आईएफसी एएए रेटेड वल्र्ड बैंक की एजेन्सी है। यह प्राइवेट सेक्टर से सीधे तौर से सम्बन्धित है।
आईएफसी उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डाॅलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य को साकार करने हेतु वित्त पोषण एवं सलाह के रूप में अपना योगदान करेगी। आईएफसी और उत्तर प्रदेश के बीच भागीदारी तथा सहयोग की अनेक सम्भावनाएं हैं। यह कम्पनी भारत की 500 कम्पनियों में 25 मिलियन डाॅलर का वित्त पोषण करती है। हमारा भारत में निवेश का पोर्टफोलियो काफी विस्तृत है। अफोर्डेबिल हाउसिंग, हेल्थ केयर, टेक्नोलाॅजी, अवस्थापना इत्यादि में बड़े पैमाने पर निवेश किया गया है। इसी प्रकार सूक्ष्म वित्तीय संस्थाओं को 300 मिलियन डाॅलर की सहायता दी जा चुकी। सदस्यों ने जनपद झांसी, ललितपुर में सोलर प्लाण्ट में निवेश करने की इच्छा व्यक्त की।
प्रतिनिधियों ने कहा कि वे निवेश के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री के सलाहकार केवी राजू से वार्ता करना चाहते हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश में एडटेक समिट आयोजित करने उद्देश्य से कृषि उत्पादन आयुक्त के साथ वार्ता करने में रुचि दिखायी। कृषि क्षेत्र में प्रचुर मात्रा में निवेश करने के लिए इसके मोबिलाइजेशन पर बल दिया। उनकी कम्पनी किसानों पर विशेष फोकस करेगी। मथुरा में बनने वाले एसटीपी में कम्पनी अपना योगदान देगी। इसके अतिरिक्त आईएफसी 30 नगरों में पीपीपी मोड पर एसटीपी की स्थापना में उत्तर प्रदेश जल निगम के माध्यम से वित्तीय सहयोग करेगी।
कम्पनी के प्रतिनिधियों ने होम लोन सेक्टर में सहयोग देने की भी इच्छा व्यक्त की। उन्होंने सम्भावित क्षेत्रों में साझीदारी के सम्बन्ध में औद्योगिक विकास आयुक्त से सम्पर्क कर चर्चा करने का आश्वासन दिया। उन्हांेने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था में व्यापक सुधार हुआ है, जिससे यहां निवेश का सकारात्मक वातावरण बना है, क्योंकि अब निवेशकों का उत्तर प्रदेश में निवेश एकदम सुरक्षित है। मुख्यमंत्री ने आईएफसी के प्रतिनिधियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उन्हें आश्वस्त किया कि राज्य में उनके द्वारा किया गया निवेश एकदम सुरक्षित रहेगा।
Feb 12 2023, 08:31