पीएम मोदी बोले, यूपी में गंगा जी के किनारे दोनों तरफ पांच किलोमीटर क्षेत्र में नैचुरल फार्मिंग शुरु
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की धरती अपने सांस्कृतिक वैभव, गौरवशाली इतिहास और समृद्ध विरासत के लिए जानी जाती है। पिछले 5-6 साल में उत्तर प्रदेश ने अपनी एक नई पहचान स्थापित कर ली है। अब उत्तर प्रदेश को सुशासन से पहचाना जा रहा है। प्रदेश की पहचान बेहतर कानून-व्यवस्था, शांति और स्थिरता से है। अब यहां वेल्थ क्रिएटर्स के लिए नित्य नए अवसर बन रहे हैं। बीते कुछ वर्षों में प्रदेश में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर की पहल के परिणाम नजर आ रहे हैं। बिजली से लेकर कनेक्टिविटी तक हर क्षेत्र में सुधार आया है। बहुत जल्द उत्तर प्रदेश देश के उस इकलौते राज्य के तौर पर भी जाना जाएगा, जहां पांच इण्टरनेशनल एयरपोर्ट्स हैं। डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से उत्तर प्रदेश सीधे समुद्र से जुड़ रहा है और गुजरात तथा महाराष्ट्र के पोर्ट्स से कनेक्ट होता जा रहा है। इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ उत्तर प्रदेश में सरकारी सोच और अप्रोच में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के लिए सार्थक बदलाव आया है।
प्रधानमंत्री ‘यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023’ का उद्घाटन करने के बाद इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने समारोह में उपस्थित देश-विदेश के निवेशकों तथा उद्यमियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत अगर आज दुनिया के लिए ब्राइट स्पॉट है, तो उत्तर प्रदेश भारत की ग्रोथ को ड्राइव करने वाला एक अहम नेतृत्व दे रहा है। प्रदेश की आबादी लगभग 25 करोड़ है। दुनिया के बड़े-बड़े देशों से भी ज्यादा सामर्थ्य अकेले उत्तर प्रदेश में है। पूरे भारत की तरह ही आज राज्य में एक बहुत बड़ी एस्पिरेशनल सोसाइटी आपका इंतजार कर रही है। नई वैल्यू और सप्लाई चेन विकसित करने के लिए उत्तर प्रदेश आज एक नया चैम्पियन बनकर उभर रहा है। परंपरा और आधुनिकता से जुड़े उद्योगों, एमएसएमई का एक बहुत ही सशक्त नेटवर्क आज उत्तर प्रदेश में वाइब्रेन्ट है। यहां भदोही के कालीन और बनारसी सिल्क की वजह से उत्तर प्रदेश भारत का टेक्सटाइल हब है।
आज भारत के कुल मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग का 60 प्रतिशत से भी ज्यादा अकेले उत्तर प्रदेश में होता है। मोबाइल कम्पोनेन्ट की सबसे ज्यादा मैन्युफैक्चरिंग भी उत्तर प्रदेश में ही होती है। अब देश के दो डिफेंस कॉरिडोर्स में से एक उत्तर प्रदेश में बन रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यूपी में डेयरी, मत्स्य, कृषि तथा फूड प्रोसेसिंग सेक्टर में अनेक संभावनाएं हैं। फल और सब्जियों की यूपी में बहुत डायवर्सिटी है। ये एक ऐसा सेक्टर है, जिसमें अभी भी प्राइवेट सेक्टर की हिस्सेदारी बहुत सीमित है। आज भारत का फोकस क्रॉप डायवर्सिफिकेशन, छोटे किसानों को ज्यादा साधन देने और उनकी इनपुट कॉस्ट घटाने पर है। इसलिए नैचुरल फार्मिंग की तरफ हम तेजी से बढ़ रहे हैं। यहां उत्तर प्रदेश में गंगा जी के किनारे दोनों तरफ 5 किलोमीटर क्षेत्र में नैचुरल फार्मिंग शुरु हो गई है। इस वर्ष के बजट में हमने किसानों की मदद के लिए 10 हजार बायो इनपुट रिसोर्स सेंटर्स बनाने की घोषणा की है। ये नैचुरल फार्मिंग को और अधिक प्रोत्साहित करेगा। इसमें भी निजी उद्यमियों के लिए इन्वेस्टमेंट की अनेक संभावनाएं हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने मिलेट्स या मोटे अनाज को एक नया नाम दिया है-‘श्री अन्न’। इसमें न्यूट्रीशन वैल्यू बहुत अधिक है, ये सुपर फूड है। हमारा ये प्रयास है कि भारत का ‘श्री अन्न’ ग्लोबल न्युट्रिशन सिक्योरिटी को एड्रेस करे। दुनिया इस वर्ष को अन्तर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष के रूप में भी मना रही है। इसलिए एक तरफ हम किसानों को ‘श्री अन्न’ के उत्पादन के लिए मोटिवेट कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ इसके लिए ग्लोबल मार्केट का भी विस्तार कर रहे हैं। फूड प्रोसेसिंग सेक्टर से जुड़े साथी रेडी टू ईट और रेडी टू कुक ‘श्री अन्न’ के प्रोडक्ट्स में संभावनाएँ तलाश सकते हैं और मानव जाति की बड़ी सेवा भी कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में एजुकेशन और स्किल डेवलपमेंट में प्रशंसनीय कार्य हुए हैं। महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष यूनिवर्सिटी, अटल बिहारी वाजपेयी हेल्थ यूनिवर्सिटी, राजा महेन्द्र प्रताप सिंह यूनिवर्सिटी, मेजर ध्यानचन्द स्पोटर्स यूनिवर्सिटी जैसे अनेक संस्थान अलग-अलग स्किल्स के लिए युवाओं को तैयार करेंगे। प्रधानमंत्री जी ने कहा कि उन्हें अवगत कराया गया है कि स्किल डेवलपमेंट मिशन के तहत अभी तक उत्तर प्रदेश के 16 लाख से अधिक युवाओं को अलग-अलग स्किल्स में प्रशिक्षित किया गया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने पीजीआई लखनऊ तथा आईआईटी कानपुर में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से जुड़े कोर्सेज भी शुरु किए हैं। देश के स्टार्ट अप रेवोल्यूशन में भी उत्तर प्रदेश की भूमिका लगातार बढ़ रही है। आने वाले कुछ वर्षों में 100 इनक्यूबेटर्स और 03 स्टेट ऑफ द आर्ट सेन्टर्स स्थापित करने का लक्ष्य उत्तर प्रदेश सरकार ने रखा है। इससे यहां आने वाले इंवेस्टर्स को टैलेंटेड और स्किल्ड युवाओं का एक बहुत बड़ा पूल भी मिलने जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि एक तरफ डबल इंजन सरकार का इरादा, और दूसरी तरफ संभावनाओं से भरा उत्तर प्रदेश, इससे बेहतर पार्टनरशिप हो ही नहीं सकती। हमें यह समय गंवाना नहीं चाहिए। भारत की समृद्धि में दुनिया की समृद्धि निहित है। भारत के उज्ज्वल भविष्य में दुनिया के उज्ज्वल भविष्य की गांरटी है। समृद्धि की इस यात्रा में आप सबकी भागीदारी बहुत ही महत्वपूर्ण है। उत्तर प्रदेश के एम0पी0 के नाते मैं आपको भरोसा देता हूं कि उत्तर प्रदेश की आज की सरकार और ब्यूरोक्रेसी प्रगति की राह पर दृढ़ संकल्प होकर के चल पड़ी है वो आपके सपनों को साकार करने के लिए, आपके संकल्पों को सिद्ध करने के लिए पूरे सामर्थ्य के साथ अग्रदूत बनकर के आपके साथ खड़ी है।
Feb 11 2023, 10:30