अपने पुराने 'दोस्त' भारत का शुक्रिया कर रहा तबाही झेलता तुर्की, 5000 के करीब पहुंचा मौतों का आंकड़ा, राहत बचाव के लिए भारत से कई टीम रवाना
भूकंप से अाई तबाही झेल रहे तुर्की ने 'दोस्त' भारत का शुक्रिया किया है। भारत ने राहत कार्य के लिए टीम को तुर्की भेजा है। सोमवार सुबह तुर्की और सीरिया में भूकंप आ गया था। आंकड़े बताते हैं कि अब तक 4600 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 26 हजार से अधिक लोग घायल हैं। भारत के अलावा अमेरिका समेत कई देशों ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया है।
भारत में तुर्की के राजदूत फिरत सुनेल ने ट्वीट किया, 'तुर्की और हिंदी में एक आम शब्द 'दोस्त' है...। हमारे यहां एक कहावत है 'Dost kara gunde belli olur'(जरूरत के समय जो काम आता है, वह सच्चा दोस्त होता है।)' इससे पहले विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन तुर्की दूतावास पहुंचे और घटना पर दुख जाहिर किया था। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश भी तुर्की को दिया।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने सोमवार को जानकारी दी थी, 'पीएम मोदी के निर्देश के साथ प्रधान सचिव डॉ. पी. के. मिश्रा ने तत्काल राहत उपायों पर चर्चा करने के लिए साउथ ब्लॉक में एक बैठक की। यह निर्णय लिया गया कि तुर्किए गणराज्य की सरकार के समन्वय से, राहत सामग्री के साथ एनडीआरएफ के खोज और बचाव दलों एवं चिकित्सा दलों को तुरंत भेजा जाएगा।'
ये टीमें हुईं रवाना
पीएमओ के मुताबिक, राहत और बचाव कार्य के लिए डॉग स्क्वॉड, जरूरी उपकरण, 100 कर्मियों वाली NDRF की दो टीमें भेजी गई थीं। विज्ञप्ति में बताया गया था, 'आवश्यक दवाओं के साथ प्रशिक्षित डॉक्टरों और पैरामेडिकल कर्मियों वाली चिकित्सा टीमें भी तैयार की जा रही हैं। तुर्किए गणराज्य सरकार, अंकारा स्थित भारतीय दूतावास तथा इस्तांबुल स्थित महावाणिज्य दूतावास के कार्यालय के समन्वय से राहत सामग्री भेजी जाएगी।'
एनडीआरएफ के एक अधिकारी ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि दिल्ली के पास स्थित गाजियाबाद और कोलकाता से दो दलों के कुल 101 कर्मियों को उपकरणों के साथ भारतीय वायु सेना के जी-17 विमान में तुर्की के लिए रवाना किया गया। अधिकारी ने बताया कि यह भूकंप प्रभावित तुर्किये और पड़ोसी क्षेत्रों के लिए सोमवार को भारत सरकार द्वारा घोषित मानवीय सहायता एवं आपदा राहत (एचएडीआर) प्रयासों का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि ये दल मलबे में फंसे लोगों को बचाने में मदद करेंगे और स्थानीय अधिकारियों को हर संभव सहायता मुहैया कराएंगे।
Feb 07 2023, 18:30