/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png StreetBuzz उत्तराखंड : 10 फीसदी तक बढ़ सकता है चारधाम यात्रा का किराया, 14 फरवरी को बैठक में होगा तय India
उत्तराखंड : 10 फीसदी तक बढ़ सकता है चारधाम यात्रा का किराया, 14 फरवरी को बैठक में होगा तय

 चारधाम यात्रा संचालित करने वाली निजी बस मालिकों की संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति ने इस साल भी शासन से किराया बढ़ाने की सिफारिश की है। इस संबंध में 14 फरवरी को समिति की बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया जाएगा।

ट्रांसपोर्ट कंपनी के अध्यक्षों का कहना है कि इस बार चारधाम यात्रा का किराया कम से कम 10 फीसदी तक बढ़ेगा। संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति के अध्यक्ष संजय शास्त्री ने बताया कि बस का जो चेचिस 18-19 लाख में आता था, वह अब करीब 25 लाख में आ रहा है। बसों के पार्ट्स, मोबिल ऑयल महंगा होने के कारण किराया बढ़ाना पड़ रहा है।

पिछले साल के मुकाबले इस साल महंगाई बढ़ी है। बसों के पार्ट्स और अन्य आइटम महंगे हुए हैं। ऐसे में चारधाम यात्रा में बसों का किराया बढ़ाना ट्रांसपोर्टरों की मजबूरी है। 10 फीसदी तक किराया बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है।

इस साल डीजल का दाम नहीं बढ़ा है लेकिन पार्ट्स और टायरों के दाम बढ़े हैं। इस बार 10 से फीसदी किराया बढ़ाने का प्रस्ताव है, लेकिन 10 प्रतिशत तक किराया बढ़ेगा। रोटेशन की बैठक में इस पर सर्वसम्मति से निर्णय लिया जाएगा।

पिछली बार चारधाम यात्रा के किराये में बढ़ोतरी की गई थी। इस बार भी अगर किराया बढ़ोतरी का प्रस्ताव आता है तो उस पर विचार किया जाएगा।

मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आया धमकी भरा फोन, खुद को बताया इंडियन मुजाहिद्दीन का आतंकी, अलर्ट पर सुरक्षा एजेंसियां

#threatened_phone_call_at_mumbai_airport 

मुंबई के छत्रपती शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर धमकी भरा फोन आया है। धमकी देने वाले शख्स ने आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिद्दीन के नाम पर धमकी दी है। हमले की धमकी के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं। एयरपोर्ट पर सुरक्षा के इंतजाम कड़े कर दिए गए हैं। 

बताया जा रहा है कि एयरपोर्ट सेंटर पर सोमवार रात करीब 10 बजे फोन आया था। शख्स ने खुद का नाम इरफान अहमद शेख बताया और कहा, वो इंडियन मुजाहिद्दीन नाम के आतंकी संगठन का सदस्य है। धमकी भरे फोन करने वाला शख्स अपना परिचय देने के बाद किसी कोड वर्ड का इस्तेमाल कर संदिग्ध बातें करता रहा। जिसके बाद इस बात की जानकारी मुंबई पुलिस को दी गई। जानकारी मिलने के बाद एयरपोर्ट की सभी एजेंसियों को अलर्ट किया गया और मुंबई की सहार पुलिस ने अज्ञात शख़्स के ख़िलाफ़ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

यह घटना ऐसे समय में सामने आई है, जब 10 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुंबई दौरे पर आने वाले हैं। जिसको लेकर मुंबई पुलिस ने एहतियातन यहां 10 फरवरी को ड्रोन, पैराग्लाइडर, सभी तरह के गुब्बारे और रिमोट संचालित अत्यधिक हल्के विमान उड़ाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। पुलिस के आदेश मुताबिक, हवाई अड्डा, कोलाबा, माता रमाबाई आंबेडकर मार्ग, एमआईडीसी (महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम) और अंधेरी पुलिस थाना क्षेत्र में ड्रोन, पैराग्लाइडर, सभी तरह के गुब्बारे, रिमोट संचालित अत्यधिक हल्के विमान उड़ाने की अनुमति नहीं होगी। आदेश में कहा गया, ‘यह भी आशंका जताई गई है कि 10 फरवरी को मुंबई हवाई अड्डा, आईएनएस शिकरा, छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस और अंधेरी स्थित मरोल में प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान आतंकवादी/असामाजिक तत्व ड्रोन, पैराग्लाइडर, रिमोट संचालित अत्यधिक हल्के विमान के जरिये हमले कर सकते हैं। साथ ही, शांति भंग किए जाने का अंदेशा है।

इससे पहले सोमवार शाम में ही महाराष्ट्र के नागपुर में दो अस्पतालों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। इस संबंध में धमकी भरा कॉल नागपुर पुलिस स्टेशन कंट्रोल रूम को मिला। आरोपी की अभी तक पहचान नहीं हो सकी है, पुलिस मामले की जांच कर रही है।

महाराष्ट्र में कांग्रेस को बड़ा झटका, प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ भड़के विधायक दल के नेता बालासाहेब थोराट ने छोड़ा “हाथ”

#congress_in_maharashtra_balasaheb_thorat_quits_party

कांग्रेस वक्त के साथ कमजोर होती जा रही है। पार्टी लंबे अरसे से कलह, गुटबाजी और उसके बाद टूट झेल रही है। अब कांग्रेस को महाराष्ट्र में झटका लगा है।कांग्रेस के सीनियर लीडर और विधानमंडल में पार्टी के नेता बालासाहेब थोरात ने इस्तीफा दे दिया है।बालासाहेब थोरात ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है।थोरात ने स्पष्ट रूप से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले के साथ काम करने से इनकार कर दिया है।

बताया जा रहा है कि उन्होंने अपने इस्तीफे का पत्र कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को 2 फरवरी को ही भेज दिया है। पत्र में लिखा है कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले के साथ काम करना मुश्किल हो गया है। वहीं खबर ये भी है कि हाईकमांड ने नाना पटोले को बातचीत से मामला हल करने की सलाह दी है और आपसी फूट और मतभेद भुलाकर पार्टी हित में काम करने को कहा है

दूसरी ओर, नाना पटोले ने कोई भी खत लिखे जाने से इंकार किया है, और कहा कि वह उस पर तभी टिप्पणी कर पाएंगे, जब उन्हें पता चलेगा कि खत में क्या लिखा गया है।नाना पटोले ने आज नागपुर में इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि उन्हें इस्तीफे के पत्र को लेकर कोई जानकारी नहीं है। नाना पटोले ने कहा, ‘आज बालासाहेब थोरात का जन्मदिन है। उन्हें मैं शुभकामनाएं देता हूं। उन्हें लंबी उम्र मिले। उनका और राजनीतिक उत्कर्ष हो। जहां तक उनके इस्तीफे की बात है तो उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया है।

विक्टोरिया गौरी मामले पर सुप्रीम कोर्ट का सुनवाई से इनकार, भाजपा कनेक्शन पर बोले जस्टिस गवई-मैं खुद पॉलिटिकल बैकग्राउंड से

#victoria_gowri_judge_appointment_supreme_court_verdict

वकील एल विक्टोरिया गौरी ने मंगलवार को मद्रास हाईकोर्ट में अतिरिक्त जज के तौर पर शपथ ली। उधर, सुप्रीम कोर्ट ने उनकी नियुक्ति को चुनौती देने वाली याचिका को खारिज कर दिया।सुप्रीम कोर्ट ने मद्रास उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में वकील लक्ष्मण चंद्रा विक्टोरिया गौरी की नियुक्ति के खिलाफ दायर याचिका पर सुनवाई से इंकार कर दिया है।सुप्रीम कोर्ट ने दायर याचिका पर हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया और कहा कि हम इस मामले पर कोई आदेश जारी नहीं कर सकते। 

सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता ने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि यह असाधारण मामलों में से एक है, जहां अदालत को दखल देना चहिए। याचिकाकर्ता ने कहा कि पात्रता और उपयुक्तता के बीच अंतर है। पात्रता पर एक चुनौती हो सकती है, न्यायालयों को उपयुक्तता में नहीं जाना चाहिए, अन्यथा पूरी प्रक्रिया अस्त-व्यस्त हो जाएगी।

सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिनमें एडिशनल जज को स्थायी जज के तौर पर नियुक्ति नहीं मिली क्योंकि उनकी परफॉर्मेंस अच्छी नहीं थी। जस्टिस संजीव खन्ना ने कहा कि ऐसे भी मामले सामने आए हैं, जहां खास राजनीतिक जुड़ाव वाले लोगों को नियुक्ति मिली है। उन्होंने कहा कि जो तथ्य पेश किए गए हैं, वह साल 2018 में दिए एक भाषण के हैं और हमें लगता है कि सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने भी विक्टोरिया गौरी के नाम की सिफारिश करने से पहले इन्हें देखा होगा।

वहीं, जस्टिस बीआर गवई ने कहा कि वह खुद पॉलिटिकल बैकग्राउंड से हैं। बीते कई सालों से जज हैं, लेकिन कभी पॉलिटिकल बैकग्राउंड का काम पर असर नहीं हुआ।जस्टिस गवई ने कहा कि हम सिर्फ इस आधार पर हस्तक्षेप नहीं कर सकते कि आपने मान लिया कि कॉलेजियम ने इस फैक्ट पर गौर नहीं किया था। क्या कॉलेजियम को मौका नहीं मिलना चाहिए। ऐसा लगता है कि आपको कॉलेजियम पर भरोसा नहीं है ?

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने लक्ष्मण चंद्रा विक्टोरिया गौरी को मद्रास हाईकोर्ट में एडिशनल जज बनाने की सिफारिश की थी, जिसे सरकार ने मंजूर कर लिया था। दरअसल, जैसे ही सरकार ने कॉलेजियम की सिफारिश के बाद एडवोकेट विक्टोरिया गौरी के नाम पर मुहर लगाई, कई वकील सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए। उन्होंने भाजपा से पहले के कनेक्शन और मुसलमानों के खिलाफ टिप्पणी को लेकर नियुक्ति रद्द करने की मांग की।

अदानी मामले में आज फिर संसद में हंगामा, लोकसभा-राज्यसभा की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित

#parliament_budget_session

अदानी समूह पर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद बवाल जारी है। जिसके कारण ससंद का बजट सत्र प्रभावित हो रहा है। अदानी मामने में हंगामे के कारण लगातार तीसरे दिन संसद की कार्यवाही बाधित है। कार्यवाही शुरू होते ही अडानी मामले को लेकर विपक्ष ने चर्चा और जेपीसी की मांग को लेकर हंगामा किया जिसके बाद दोनों सदनों को 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।

लोकसभा में मंगलवार सुबह कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी दलों ने हंगामा शुरू कर दिया। लोकसभा के स्पीकर ओम बिड़ला ने इस दौरान उनसे सदन की कार्यवाही चलने देने की अपील की लेकिन हंगामा जारी रहने पर उन्होंने 12 बजे तक के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी।

दूसरी तरफ राज्यसभा में भी ऐसा ही कुछ देखने को मिला। यहां सदन की कार्यवाही शुरू होने के कुछ देर बाद ही विपक्षी दलों ने हंगामा शुरू कर दिया। विपक्षी दलों के सांसद राज्यसभा में अडाणी मामले में जांच की मांग कर रहे थे। हंगामा न रुकता देख सभापति ने राज्यसभा को भी 12 बजे तक स्थगित कर दिया।

एल विक्टोरिया गौरी की जज के तौर नियुक्ति के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई, जाने क्या है मामला?

#supreme_court_to_hear_today_plea_against_appointment_of_advocate_victoria_gowri

जजों की नियुक्ति यानी कलीजियम सिस्टम पर सरकार और सुप्रीम कोर्ट में तनातनी के बीच नया मामला गरमा गया है। ऐडवोकेट एलसी विक्टोरिया गौरी को मद्रास हाई कोर्ट का जज नियुक्त करने पर विवाद पैदा हो गया है। दरअसलल वकील लक्ष्मण चंद्र विक्टोरिया गौरी आज मद्रास हाई कोर्ट की न्यायाधीश के रूप में शपथ लेंगी। वहीं दूसरी तरफ उनकी नियुक्ति को चुनौती देने वाली याचिका पर आज ही सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। ये सुनवाई जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस बी आर गवई की बेंच करेगी। 

सुप्रीम कोर्ट गौरी की नियुक्ति को चुनौती देने वाली याचिका पर 10 फरवरी को सुनवाई करने पर राजी हुआ था। हालांकि, मामले का फिर से उल्लेख किए जाने पर चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ के नेतृत्व वाली पीठ ने मंगलवार को इस पर सुनवाई करने का फैसला किया।मद्रास हाईकोर्ट के कुछ वकीलों की ओर से दायर याचिका का दोबारा उल्लेख वरिष्ठ वकील राजू रामचंद्रन ने चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस पीएस नरसिम्हा और जस्टिस जेबी पारदीवाला की पीठ के सामने किया। उन्होंने कहा कि केंद्र ने कॉलेजियम की सिफारिश को मंजूरी देते हुए गौरी की मद्रास हाईकोर्ट में अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप से नियुक्ति की अधिसूचना जारी कर दी है। ऐसे में इस मामले की त्वरित सुनवाई की जाए।

याचिका में मुस्लिम-ईसाई समुदाय के खिलाफ दिए गए बयानों का जिक्र

ऐडवोकेट एलसी विक्टोरिया गौरी को मद्रास हाई कोर्ट का जज नियुक्त के फैसले के विरोध में याचिका सुप्रीम कोर्ट मे दायर की गई है। जिसमें उन्हें शपथ लेने से रोकने की मांग हो रही है। दरअसल मद्रास हाईकोर्ट के कुछ वकीलों ने अपनी अर्जी में कहा है कि विक्टोरिया इस पद के योग्य नहीं हैं।सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की गई याचिका में मुस्लिम-ईसाई समुदाय के खिलाफ दिए गए बयानों का जिक्र किया गया है। मद्रास हाई कोर्ट के तीन वकीलों ने याचिका दाखिल की है।

बीजेपी से क्या है कनेक्शन ?

याचिका में वकीलों ने कहा कि विक्टोरिया गौरी की राजनीतिक पृष्ठभूमि है, जिन्होंने राजनीतिक दलों के सदस्यों के रूप में भी काम किया है। उनका कहना है कि गौरी भाजपा की महिला मोर्चा की महासचिव रह चुकी हैं। साथ ही कहा गया है कि इस तरह की नियुक्तियां न्यायपालिका को कमजोर कर सकती हैं। वकीलों का मानना है कि गौरी के विचार संवैधानिक मूल्यों से काफी अलग हैं। उन्होंने गौरी की धार्मिक कट्टरता को लेकर आपत्ति दर्ज की है। साथ ही कहा है कि गौरी हाई कोर्ट की न्यायाधीश के रूप में अयोग्य हैं।

किसी को भावनाएं भड़काने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

पठान फिल्म को लेकर हुआ विवाद किसी से छुपा नहीं है, क्योंकि उत्तर प्रदेश के साथ -साथ देश के विभिन्न हिस्सों में इसका विरोध हुआ था। अब एक बार फिर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मुंबई दौरे पर फिल्म अभिनेता सुनील शेट्टी की अपील वाला वीडियो भी खूब वायरल हुआ था। जिसके बाद अब सीएम योगी ने बॉलीवुड के खिलाफ बायकॉट पर बयान दिया है। इस दौरान उन्होंने फिल्म के डायरेक्टर्स से भी अपील की है। कहा कि हमें इस बात पर जरूर ध्यान देना चाहिए कि जब इस तरह की कोई फिल्में आती हैं तो उनमें जनभावनाओं का सम्मान जरूर होना चाहिए। किसी को भवनाएं भड़काने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए।

बायकॉट बॉलीवुड पर मुख्यमंत्री योगी का तीखा जवाब

बॉयकॉट कल्चर के सवाल पर जवाब देते हुए सीएम योगी ने कहा, किसी भी कलाकार या साहित्यकार का, जिसके पास कोई खास उपलब्धि है तो उसका सम्मान होना चाहिए। हम उन सभी का सम्मान करते हैं। उत्तर प्रदेश ने फिल्म के लिए अपनी पॉलिसी भी बनाई है। पहले की तुलना में अब यहां ज्यादा फिल्मों का निर्माण हो रहा है। उसके बारे में तमाम कार्यक्रम चल भी रहे हैं। इस दौरान उन्होंने फिल्म डायरेक्टर्स पर कहा ये फिल्म डायरेक्टर को भी ध्यान रखना होगा कि फिल्म बनाते समय भूल से कोई घटना होती हो तो अलग विषय है. लेकिन जानबुझकर इस प्रकार के कोई सीन नहीं दें। वहीं विवाद को जन्म देते हैं और जनभावनाओं को आहत करते हों। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ये बयान एक निजी मीडिया चैनल के साथ बातचीत के दौरान आया है। इससे पहले मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश में पठान के विरोध पर कहा था, यूपी में फिल्म का कहीं कोई विरोध नहीं हुआ। एक जगह आपसी विवाद हुआ था, जहां एक दर्शक पूरी फिल्म की रील बना रहा था। इसको लेकर सिनेमा हॉल के कर्मचारियों ने उस दर्शक को रोका तो विवाद हुआ।

तुर्की हुआ तबाहः भूकंप से अब तक 4000 से ज्यादा लोगों की मौत, भारत ने भेजी मदद

#turkey_earthquake_india_sends_disaster_relief_teams

भूकंप के कारण तुर्की में तबाही जैसा मंजर देखा जा रहा है। तुर्की और सीरिया में भूकंप से अब तक चार हजार से अधिक लोगों की मौत हो गई है जबकि हजारों इमारतें जमींदोज हो गई है। मलबे में जिंदगी की तलाश की जा रही और जैसे-जैसे राहत और बचाव का काम आगे बढ़ रहा है वैसे-वैसे मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है।

तुर्की में 7 दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा

भूकंप की वजह से हुई हजारों मौत के बाद तुर्की में 7 दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है। तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने घोषणा की कि कई दक्षिणी प्रांतों में भूकंप आने के बाद तुर्की में सात दिनों का राष्ट्रीय शोक रहेगा। एर्दोगन ने एक ट्वीट में कहा 6 फरवरी को देश में आए भूकंपों के कारण सात दिनों के लिए राष्ट्रीय शोक की अवधि घोषित की गई थी। देश का झंडा 12 फरवरी सूर्यास्त तक आधा झुका रहेगा। वहीं तुर्की के उप राष्ट्रपति फुअत ओकटे ने कहा कि 7,840 लोगों को मलबे से निकाला गया है। रात और बचाव कार्य में 11,022 लोगों को लगाया गया है। उन्होंने कहा कि 338,000 भूकंप पीड़ितों को छात्रावासों, विश्वविद्यालयों और आश्रय स्थलों में रखा गया है।

भारत ने भेजी मदद

भारत ने भी इस भीषण त्रासदी में मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। यहां से एनडीआरएफ की दो टीमें राहत सामग्री समेत रवाना की गई है। मंगलवार सुबह इंडियन एयर फोर्स के विमान सी-17 से इन टीमों को रवाना किया गया है। इस टीम में स्निफर डॉग भी शामिल हैं।एनडीआरएफ के डीआईजी, ऑपरेशन और प्रशिक्षण मोहसिन शहीदी ने कहा कि भारत सरकार ने एचएडीआर (मानवीय सहायता और आपदा राहत) कार्यों के लिए एनडीआरएफ की दो टीमों को तुर्की भेजने का निर्णय लिया है। दो प्रशिक्षित टीमों को तुर्की और सीरिया के लिए रवाना किया गया है। गाजियाबाद में आठ बटालियन में से एक और कोलकाता में दूसरी बटालियन की दो टीमों के लगभग 101 एनडीआरएफ कर्मी इस मिशन के लिए जा रहे हैं। इस टीम के साथ पैरामेडिकल स्टाफ भी मौजूद है।

तुर्की और सीरिया सहित चार देशों में सोमवार को भूकंप ने भारी तबाही मचाई थी। यहां बीते दिन तीन बार भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप की वजह से कई इमारतें धराशायी हो गईं। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 7.8 मापी गई।

अडानी मामले पर राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर बोला सीधा हमला, कहा- दूध का दूध और पानी का पानी होना चाहिए

#rahulgandhisaidmodigovt

अडानी ग्रुप पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर देशभर में हंगामा मचा हुआ है। विपक्ष ने इस मामले में सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। संसद में विपक्ष अडानी ग्रुप से जुड़े मामले की जांच संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से कराने की मांग को लेकर लगातार हंगामा कर रहा है। इस बीच कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी इस मुद्दे को लेकर सरकार पर हमला बोला है।

ये 'हम दो, हमारे दो' की सरकार-राहुल गांधी

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम नहीं चाहते कि संसद में इस मामले पर चर्चा हो। लेकिन देश को ये पता तो चलना चाहिए कि अडानी के पीछे कौन सी शक्तियां काम कर रही हैं। उनका कहना था कि वो 2-3 साल से अडानी का मुद्दा उठा रहे थे पर सरकार नहीं सुन रही थी।राहुल गांधी ने कहा कि सरकार के बारे में काफी समय से बोल रहा हूं कि ये 'हम दो, हमारे दो' की सरकार है।

सरकार अडानी मामले में चर्चा से डरी हुई है-राहुल गांधी

राहुल गांधी ने कहा कि, सरकार पूरी कोशिश करेगी कि संसद में अडानी मुद्दे पर कोई चर्चा न हो। सरकार नहीं चाहती कि अडानी के मामले पर संसद में चर्चा हो, वह डरी हुई है।राहुल गांधी ने कहा कि लाखों-करोड़ों के भ्रष्टाचार हो रहे हैं और किस तरह देश के इंफ्रास्ट्रक्चर को एक आदमी ने हाइजैक कर लिया। 

दूध का दूध और पानी का पानी होना चाहिए-राहुल गांधी

राहुल गांधी ने कहा कि हम अडानी के मुद्दे पर चर्चा चाहते हैं। उन्होंने कहा कि दूध का दूध और पानी का पानी होना चाहिए। सरकार क्यों इस चर्चा से बच रही है ?

Turkey-Syria Earthquake: चारों तरफ काल का तांडव, चीख-पुकार और तबाही...लगातार 78 भूकंप से दहले सीरिया-तुर्की, 1400 से ज्यादा की मौत

तुर्की और सीरिया में सोमवार को आए भूकंप के कारण अब तक 1472 लोग काल के गाल में समा चुके हैं. रिक्टर पैमाने पर 7.8 की तीव्रता वाले भूकंप के बाद तुर्की और सीरिया में 3,320 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं. तुर्की में अब तक 912 और सीरिया में 560 लोगों की मौत हो चुकी है. सोमवार को आया भूकंप तुर्की में 7.9 तीव्रता के भूकंप के बाद से सबसे शक्तिशाली माना जाता है, जो 1939 में पूर्वी एरजि़नकन प्रांत में आया था, जिसमें 33,000 लोग मारे गए थे. 

तुर्की के उप-राष्ट्रपति फुअत ओकटे ने कहा कि अब तक 1,700 से ज्यादा इमारतें तहस-नहस हो गई हैं और 6.6 की अधिकतम तीव्रता के साथ शुरुआती झटकों के बाद कम से कम 78 लगातार भूकंप दर्ज किए गए. सीरिया में 560 लोगों की जान चली गई और एक हजार से ज्यादा लोग घायल हैं.

इस बीच, सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद ने भूकंप के प्रभावों पर चर्चा करने के लिए अपने मंत्रिमंडल के साथ एक आपातकालीन बैठक की. विनाशकारी भूकंप तब आया जब इस क्षेत्र में गुरुवार तक जारी रहने वाले बर्फीले तूफान की आशंका थी. भूकंप के कारण, तुर्की के दक्षिणी प्रांत हैटे में एक गैस पाइपलाइन में विस्फोट हुआ. राज्य के स्वामित्व वाली ऊर्जा कंपनी बीओटीएएस ने दक्षिणी गाजियांटेप, हटे और कहरामनमारस प्रांतों में नेचुरल गैस फ्लो को निलंबित कर दिया है.