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केंद्र से क्यों नाराज हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, कहा- किया गया वादा क्यों नहीं निभाया?

#vicepresidentjagdeepdhankharangryontheissueof_farmers

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किसान एक बार फिर सड़कों पर हैं। किसानों के विरोध प्रदर्शन को लेकर एक बार फिर सियासी पारा चढ़ता दिख रहा है। दरअसल, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी किसानों के समर्थन में आए। किसान आंदोलन को लेकर उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने केंद्र सरकार से सवाल पूछा है। उन्होंने कहा, 'मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि किसान से वार्ता क्यों नहीं हो रही है। हम किसान को पुरस्कृत करने की बजाय, उसका सही हक भी नहीं दे रहे हैं।'

मुंबई में एक कार्यक्रम में मंगलवार को जगदीप धनखड़ ने कहा कि जिनको गले लगाना है, उनको दुत्कारा नहीं जा सकता। मेरे कठोर शब्द हैं। कई बार गंभीर बीमारी के इलाज के लिए कड़वी दवाई पीनी पड़ती है। मैं किसान भाइयों से आह्वान करता हूं कि मेरी बात सुनें, समझें। आप अर्थव्यवस्था की धुरी हैं। राजनीति को प्रभावित करते हैं। भारत की विकास यात्रा के आप महत्वपूर्ण अंग हैं। सामाजिक समरसता की मिसाल हैं। बातचीत के लिए आपको भी आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि क्या हम किसान और सरकार के बीच एक सीमा बना सकते हैं? मुझे समझ में नहीं आता कि किसानों के साथ कोई बातचीत क्यों नहीं हो रही है। मेरी चिंता यह है कि यह पहल अब तक क्यों नहीं हुई।

जगदीप धनखड के तीखे सवाल

उप राष्ट्रपति धनखड़ ने किसानों को लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा,'कृषि मंत्री जी एक एक पल आपका भारी है। मेरा आपसे आग्रह है, भारत के सिद्धांत के तहत दूसरे पद विराजमान व्यक्ति आपसे अनुरोध कर रहा है। कृप्या करके मुझे बताइए क्या किसान से वादा किया गया था और किया हुआ वादा क्यों नहीं निभाया गया।' जगदीप धनखड़ यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा,'किसानों से किया गया वादा निभाने के लिए हम क्या कर रहे हैं। पिछले साल भी आंदोलन था और इस वर्ष भी आंदोलन है। काल चक्र घूम रहा है और हम कुछ कर नहीं रहे हैं।'

हमारी पॉलिसी मेकिंग सही ट्रैक पर नहीं है-धनखड़

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा, 'ये समय मेरे लिए कष्टदायक है क्योंकि मैं राष्ट्रधर्म से ओतप्रोत हूं। पहली बार मैंने भारत को बदलते हुए देखा है। पहली बार मैं महसूस कर रहा हूं कि विकसित भारत हमारा सपना नहीं लक्ष्य है। दुनिया में भारत कभी इतनी बुलंदी पर नहीं था, दुनिया में हमारी साख पहले कभी इतनी नहीं थी, भारत का पीएम आज विश्व के शीर्ष नेताओं में गिना जाता है, जब ऐसा कोहरा है तो मेरा किसान परेशान क्यों है? ये बहुत गहराई का मुद्दा है। इसको हल्के में लेने का मतलब है कि हम प्रैक्टिकल नहीं हैं। हमारी पॉलिसी मेकिंग सही ट्रैक पर नहीं है। कौन हैं वो लोग जो किसानों को कहते हैं कि उसके उत्पाद का उचित मूल्य दे देंगे? मुझे समझ नहीं आता कि कोई पहाड़ गिरेगा। किसान अकेला है, जो असहाय है। '

कांग्रेस ने जताई खुशी

इस मामले पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने खुशी जताई है, उन्होंने कहा कि जिन मामलों पर उपराष्ट्रपति ने सवाल किए हैं, यही मामले हमारी पार्टी और राहुल गांधी पिछले 5 सालों से उठा रहे हैं।कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि हम उपराष्ट्रपति का सम्मान करते हैं, उन्होंने आगे कहा कि वे राज्यसभा के संरक्षक और संविधान के रक्षक हैं। उन्होंने कृषि मंत्री से जो सवाल पूछा, कांग्रेस पार्टी भी पिछले 4-5 साल से वही सवाल प्रधानमंत्री से पूछ रही है। हम इसी बात पर चर्चा चाहते हैं, और हमने इसके लिए नोटिस भी दिया है, हमें खुशी है कि उपराष्ट्रपति ने ये सवाल पूछा है।

केंद्र से क्यों नाराज हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, कहा- किया गया वादा क्यों नहीं निभाया?

#vice_president_jagdeep_dhankhar_angry_on_the_issue_of_farmers

किसान एक बार फिर सड़कों पर हैं। किसानों के विरोध प्रदर्शन को लेकर एक बार फिर सियासी पारा चढ़ता दिख रहा है। दरअसल, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी किसानों के समर्थन में आए। किसान आंदोलन को लेकर उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने केंद्र सरकार से सवाल पूछा है। उन्होंने कहा, 'मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि किसान से वार्ता क्यों नहीं हो रही है। हम किसान को पुरस्कृत करने की बजाय, उसका सही हक भी नहीं दे रहे हैं।'

मुंबई में एक कार्यक्रम में मंगलवार को जगदीप धनखड़ ने कहा कि जिनको गले लगाना है, उनको दुत्कारा नहीं जा सकता। मेरे कठोर शब्द हैं। कई बार गंभीर बीमारी के इलाज के लिए कड़वी दवाई पीनी पड़ती है। मैं किसान भाइयों से आह्वान करता हूं कि मेरी बात सुनें, समझें। आप अर्थव्यवस्था की धुरी हैं। राजनीति को प्रभावित करते हैं। भारत की विकास यात्रा के आप महत्वपूर्ण अंग हैं। सामाजिक समरसता की मिसाल हैं। बातचीत के लिए आपको भी आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि क्या हम किसान और सरकार के बीच एक सीमा बना सकते हैं? मुझे समझ में नहीं आता कि किसानों के साथ कोई बातचीत क्यों नहीं हो रही है। मेरी चिंता यह है कि यह पहल अब तक क्यों नहीं हुई।

जगदीप धनखड के तीखे सवाल

उप राष्ट्रपति धनखड़ ने किसानों को लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा,'कृषि मंत्री जी एक एक पल आपका भारी है। मेरा आपसे आग्रह है, भारत के सिद्धांत के तहत दूसरे पद विराजमान व्यक्ति आपसे अनुरोध कर रहा है। कृप्या करके मुझे बताइए क्या किसान से वादा किया गया था और किया हुआ वादा क्यों नहीं निभाया गया।' जगदीप धनखड़ यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा,'किसानों से किया गया वादा निभाने के लिए हम क्या कर रहे हैं। पिछले साल भी आंदोलन था और इस वर्ष भी आंदोलन है। काल चक्र घूम रहा है और हम कुछ कर नहीं रहे हैं।'

हमारी पॉलिसी मेकिंग सही ट्रैक पर नहीं है-धनखड़

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा, 'ये समय मेरे लिए कष्टदायक है क्योंकि मैं राष्ट्रधर्म से ओतप्रोत हूं। पहली बार मैंने भारत को बदलते हुए देखा है। पहली बार मैं महसूस कर रहा हूं कि विकसित भारत हमारा सपना नहीं लक्ष्य है। दुनिया में भारत कभी इतनी बुलंदी पर नहीं था, दुनिया में हमारी साख पहले कभी इतनी नहीं थी, भारत का पीएम आज विश्व के शीर्ष नेताओं में गिना जाता है, जब ऐसा कोहरा है तो मेरा किसान परेशान क्यों है? ये बहुत गहराई का मुद्दा है। इसको हल्के में लेने का मतलब है कि हम प्रैक्टिकल नहीं हैं। हमारी पॉलिसी मेकिंग सही ट्रैक पर नहीं है। कौन हैं वो लोग जो किसानों को कहते हैं कि उसके उत्पाद का उचित मूल्य दे देंगे? मुझे समझ नहीं आता कि कोई पहाड़ गिरेगा। किसान अकेला है, जो असहाय है। '

कांग्रेस ने जताई खुशी

इस मामले पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने खुशी जताई है, उन्होंने कहा कि जिन मामलों पर उपराष्ट्रपति ने सवाल किए हैं, यही मामले हमारी पार्टी और राहुल गांधी पिछले 5 सालों से उठा रहे हैं।कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि हम उपराष्ट्रपति का सम्मान करते हैं, उन्होंने आगे कहा कि वे राज्यसभा के संरक्षक और संविधान के रक्षक हैं। उन्होंने कृषि मंत्री से जो सवाल पूछा, कांग्रेस पार्टी भी पिछले 4-5 साल से वही सवाल प्रधानमंत्री से पूछ रही है। हम इसी बात पर चर्चा चाहते हैं, और हमने इसके लिए नोटिस भी दिया है, हमें खुशी है कि उपराष्ट्रपति ने ये सवाल पूछा है।

मल्लिकार्जुन खरगे ने बीजेपी को क्या नसीहत दी, भागवत की किस सलाह का दिया हवाला?

#mallikarjunkhargesaidbjpnotpayingheedtomohanbhagwatadvice

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को बड़ी नसीहत दी है। मल्लिकार्जुन खरगे ने इसके लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत की सलाह का हवाला भी दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने बीजेपी पर देश की हर मस्जिद में सर्वेक्षण कराकर समाज को बांटने का प्रयास करने का आरोप लगाया। खरगे ने कहा कि ऐसा कर सत्तारूढ़ दल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत की सलाह की अवहेलना कर रहा है। खरगे की टिप्पणी उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा के मद्देनजर आई है। संभल में एक मस्जिद में यह पता लगाने के लिए सर्वेक्षण किया जा रहा है कि क्या वहां कोई मंदिर था।

सर्वे के नाम पर खोद-खोदकर झगड़ा क्यों लगाया जा रहा-खरगे

मल्लिकार्जुन खरगे रविवार को दलितों, अल्पसंख्यकों, आदिवासियों और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के एक महासंघ की ओर से दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित एक विशाल रैली को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष ने बीजेपी से मोहन भागवत के 2022 के बयान पर ध्यान देने को कहा। खरगे ने आरएसएस प्रमुख का हवाला दिया जिन्होंने कहा था कि हमारा उद्देश्य राम मंदिर का निर्माण करना था और हमें हर मस्जिद के नीचे शिवालय नहीं मिलना चाहिए। उन्होंने कहा, आज देश में हर जगह सर्वे वाले ये पता लगा रहे हैं कि कहां पहले मंदिर थे और कहां मस्जिद थी, लेकिन 2023 में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि हमारा लक्ष्य राम मंदिर बनाने का था, हर मस्जिद के नीचे शिवालय ढूंढना गलत है। जब बीजेपी-आरएसएस वाले ही ये बातें कह रहे हैं, तो फिर सर्वे के नाम पर खोद-खोदकर झगड़ा क्यों लगाया जा रहा है। हम सभी तो एक हैं।

क्या लाल किला, ताजमहल, कुतुब मीनार भी ध्वस्त होगा-खरगे

खरगे ने कहा, पीएम नरेंद्र मोदी कहते हैं 'एक हैं तो सेफ हैं', लेकिन वे किसी को भी सेफ नहीं रहने दे रहे हैं। आप एकता की बात करते हैं, लेकिन आपके कार्य इसे धोखा देते हैं। आपके नेता मोहन भागवत ने कहा है कि अब जब राम मंदिर बन गया है, तो और अधिक पूजा स्थलों की तलाश करने की आवश्यकता नहीं है। यदि आप उनके शब्दों का सम्मान करते हैं, तो और कलह क्यों पैदा करते हैं?' खरगे ने बीजेपी से पूछा कि क्या वह लाल किला, ताजमहल, कुतुब मीनार और चार मीनार जैसी संरचनाओं को भी ध्वस्त कर देगी, जो मुसलमानों की तरफ से बनवाई गई थीं।

आखिर भागवत ने क्या कहा था

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने जून 2022 में ज्ञानवापी विवाद को लेकर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। भागवत ने कहा था कि इतिहास वो है जिसे हम बदल नहीं सकते। उनका कहना था कि इसे न आज के हिंदुओं ने बनाया और न ही आज के मुसलमानों ने, ये उस समय घटा.... हर मस्जिद में शिवलिंग क्यों देखना? उनका कहना था कि अब हमको कोई आंदोलन नहीं करना है। संघ प्रमुख नागपुर में संघ शिक्षा वर्ग, तृतीय वर्ष 2022 के समापन समारोह के दौरान बोल रहे थे।

तुरंत करें चेक, कहीं आपके नाम पर तो नहीं चल रहे फर्जी SIM

डेस्क:–नया सिम खरीदते वक्त आधार कार्ड मांगा जाता है। एक व्यक्ति कितने सिम खरीद सकता है। इसके लिए वकायदा नियम बनाया गया है। एक आधार कार्ड पर सिर्फ 9 सिम खरीदी जा सकती हैं, जबकि जम्मू-कश्मीर, असम और नॉर्थ-ईस्ट में यह संख्या 6 है।

कई बार होता है कि व्यक्ति अपने आधार पर केवल एक ही सिम खरीदता है, लेकिन उसके आधार पर एक्टिव सिम की संख्या काफी ज्यादा होती है। ऐसे में अगर आपको भी नहीं पता है कि असल में आपके आधार पर कितनी सिम एक्टिव हैं, तो इसके बारे में पता करने का एक आसान तरीका है, जो इस खबर में बता रहे हैं।

टेलीकॉम डिपार्टमेंट की sancharsaathi.gov.in साइट से अपने आधार कार्ड पर एक्टिव सिम की संख्या के बारे में पता किया जा सकता है। साथ ही अगर कोई संदिग्ध सिम एक्टिव पाई जाती है, तो उसे ब्लॉक और रिपोर्ट करने की सुविधा भी यहां मिलती है।

सबसे पहले sancharsaathi.gov.in पर जाएं।

होम पेज पर Citizen Centric Services में Know Your Mobile Connections पर टैप करें।

अपना मोबाइल नंबर और कैप्चा फिल करें।

नंबर एक ओटीपी भेजा जाएगा। जिसे फिल करें और आगे बढ़ जाएं।

अब आपके सामने सभी सिम कार्ड की डिटेल आ जाएगी, जो आधार कार्ड पर लिए गए हैं।

अगर आपको कोई नंबर संदिग्ध लगता है, तो ‘Not required’ पर क्लिक करके उसकी रिपोर्ट की जा सकती है।

सिम कार्ड डिएक्टिवेट होने में कुछ दिन का वक्त लगता है। सिम को ब्लॉक करने के लिए किसी भी तरह की फीस नहीं ली जाती है।

9 से ज्यादा सिम एक्टिव हुए तो जुर्माना।

नए टेलीकॉम एक्ट (New telecom law) के नियमों के मुताबिक, एक व्यक्ति के आधार कार्ड पर कुल 9 ही सिम चालू रखने की परमिशन है। अगर इससे ज्यादा सिम एक्टिव पाए जाते हैं तो 50,000 हजार से लेकर 2 लाख रुपये तक जुर्माना भरना पड़ सकता है।

संचार साथी पोर्टल पर अनेकों तरह की सर्विस मिलती हैं। जिनका आप फायदा उठा सकते हैं। इसके जरिये साइबर फ्रॉड व ठगी के मामलों की शिकायत की जा सकती है। संचार साथी पोर्टल पर की गई शिकायत पर तुरंत कार्रवाई होती है। अगर आपका फोन चोरी हो जाता है तो इस पोर्टल के जरिये उसे ब्लॉक भी किया जा सकता है। इस पोर्टल का मकसद स्कैम पर लगाम लगाना है।
सरकार ने फ्रॉड करने वाले स्कैमर्स की  बजाई बैंड, आम आदमी के बचाए 3,431 करोड़
डेस्क:–Cyber Crime के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने आम जनता को बचाने के लिए सख्ती से कारवाई करते हुए 6 लाख 69 हजार सिम कार्ड्स और 1 लाख 32 हजार IMEI को ब्लॉक कर दिया है।पुलिस अधिकारियों का कहना है कि डिजिटल फ्रॉड करने वाले स्कैमर्स इन सिम कार्ड्स का इस्तेमाल कर रहे थे, यही वजह है कि सरकार ने बिना समय गंवाए एक्शन लेते हुए इन्हें ब्लॉक करने का फैसला लिया।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरकार ने सही समय पर एक्शन लिया जिस वजह से 3431 करोड़ रुपये बचा लिए गए हैं। सरकार के इस कदम से लोगों को काफी हद तक राहत की सांस मिली है।

गृह राज्य मंत्री Bandi Sanjay Kumar ने राज्यसभा में बताया कि, फाइनेंशियल फ्रॉड और धोखेबाजों द्वारा पैसों की हेराफेरी को रोकने के लिए, I4C के तहत सिटिजन फाइनेंशियल साइबर फ्रॉड रिपोर्टिंग एंड मैनेजमेंट सिस्टम को 2021 में शुरू किया था।अब तक 9.94 लाख से ज्यादा शिकायतों में 3431 करोड़ रुपये से अधिक की वित्तीय राशि को बचया गया है।

सरकार ने साइबर क्राइम से जुड़े मामलों की शिकायत के लिए एक हेल्पलाइन नंबर 1930 भी शुरू किया था। आप डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन द्वारा शुरू की गई सर्विस Chakshu के जरिए फ्रॉड की शिकायत दर्ज कर सकते हैं।

शिकायत के लिए https://sancharsaathi.gov.in/ पर जाना होता है और फिर साइट पर Citizen Centric Services पर क्लिक करना होता है। इसके बाद रिपोर्ट सस्पेक्टेड फ्रॉड कम्युनिकेशन ऑप्शन पर क्लिक करने के बाद नेक्स्ट पेज पर कंटीन्यू फॉर रिपोर्टिंग ऑप्शन दिखेगा। इस ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।

अगले स्टेप पर कुछ जरूरी सवाल पूछे जाते हैं जैसे कि एसएमएस, कॉल या वॉट्सऐप आपके साथ किस तरह से ठगी हुई है। कुछ जरूरी सवालों के जवाब देने के बाद आपकी शिकायत ऑनलाइन दर्ज हो जाएगी। साइबर क्राइम से बचने के लिए हमेशा याद रखें कि अनजान लिंक पर क्लिक न करें और मजबूत पासवर्ड बनाएं।
Dr. Rupali Sehdev: Empowering Confidence Through Beauty and Wellness

Bengaluru, India – Dr. RUPALI SEHDEV, a leader in the field of Aesthetic Dermatology, has transformed countless lives by helping individuals feel confident in their skin. With over 15 years of experience, Dr. Rupali has built a reputation for her expertise, compassion, and innovative approach. Her clinic, BEAUTY VEDAM, has become a trusted name in skincare, haircare, and wellness in Bengaluru.

Dr. RUPALI SEHDEV’s journey into aesthetics began with a strong academic foundation. She earned her BAMS MD degree from SKAMC College in Bangalore and further specialised by completing a postgraduate program in Advanced Clinical Research at ICRI Bangalore. Early in her career, she worked in diverse roles, including as a Research Associate Doctor and a Pharmacovigilance Clinical Officer, but her passion for direct patient care led her to pursue a career in aesthetic dermatology.

A turning point in Dr. RUPALI’s career came when her father, Shri Jagdish Kumar Sehdev, encouraged her to explore her potential in the field of cosmetology. Motivated by his unwavering support, Dr. Rupali Sehdev pursued advanced courses in Clinical Cosmetology and Trichology in both India and abroad. This decision marked the beginning of her remarkable journey in transforming the lives of her patients by addressing their aesthetic and dermatological needs.

In 2013, Dr. RUPALI SEHDEV fulfilled her dream by founding Beauty Vedam, a state-of-the-art Skin, Hair, Laser, and Acupuncture Clinic & Academy in Bangalore. The clinic operates with the core philosophy of "Inspiring Confidence." Dr. Rupali believes that self-confidence is the key to success, and her aim is to help people look and feel their best, allowing their personalities to shine through.

BEAUTY VEDAM offers a wide range of treatments tailored to individual needs. These include acne and scar treatments, laser hair removal, skin brightening, body contouring, fillers, bridal skin treatments, hair fall solutions, and hair transplants. Each service is designed to provide patients with the best care possible using the latest advancements in dermatology and aesthetics.

What sets Dr. RUPALI apart is her unique approach to healing, which combines clinical expertise with spiritual practices. She incorporates techniques such as Reiki, Crystal Healing, and Acupuncture into her treatments, addressing not just physical concerns but also emotional well-being. This holistic approach has earned her a loyal clientele and recognition as a pioneer in her field.

Dr. RUPALI’s commitment to excellence extends beyond her clinic. She mentors aspiring dermatologists and trichologists at the Beauty Vedam Academy, where she shares her knowledge and inspires the next generation of professionals. Her dedication to patient care and education has earned her numerous accolades, including recognition at the Bangalore Business Excellence Awards.

Her patients often describe her as a compassionate healer who listens with empathy and provides personalised solutions. Dr. Rupali Sehdev’s focus is not just on treating conditions but on empowering individuals to embrace their beauty and gain confidence. This philosophy has made Beauty Vedam a trusted destination for those seeking expert care in skin and hair treatments.

The success of BEAUTY VEDAM is a testament to Dr. RUPALI SEHDEV passion and perseverance. The clinic has become synonymous with quality care and has attracted clients seeking the best solutions for their skin and hair concerns. Dr. Rupali’s work serves as an inspiration, reminding us of the extraordinary achievements that come from following one’s passion with determination.

Located at BDA, 16th Main Road, Tavarekere, Aicobo Nagar, 1st Stage, BTM Layout, Bengaluru 560029, Beauty Vedam welcomes clients seeking professional aesthetic and wellness solutions.

For updates, follow Dr. Rupali Sehdev on Instagram For appointments, visit www.beautyvedam.com or WhatsApp

Dr. Rupali Sehdev continues to redefine the field of Aesthetic Dermatology, helping people look their best and feel confident as they face the world.

Martand Jyotish Anusandhan Kendra: Varanasi's Premier Astrology Center Led by Renowned Astrologer Dr. Mukesh Kumar Dubey (Guru Ji)

Varanasi, Uttar Pradesh – Martand Jyotish Anusandhan Kendra is Varanasi's leading astrology center, dedicated to providing accurate and transformative astrological guidance. Under the skilled leadership of Dr. Mukesh Kumar Dubey (Guru Ji), the center has gained fame for its precise predictions and comprehensive astrological services. It offers specialized astrology services that cater to various aspects of life.

About Martand Jyotish Anusandhan Kendra

Located in the heart of Varanasi, Martand Jyotish Anusandhan Kendra is committed to improving clients' lives through its services. The center offers horoscope analysis, Vastu consultation, marriage matching, and personalized astrological remedies. It provides clarity and solutions for career, relationships, health, and personal growth.

Achievements and Recognitions

Martand Jyotish Anusandhan Kendra has been recognized as a "Best astrologer in Varanasi" on platforms like 3BestRated, Justdial, and others. This acknowledgment highlights the center's commitment to excellence and customer satisfaction.

Additionally, the center has been honored with prestigious awards like the Kashi Ratna Award and has held prominent roles, such as the presidency of Banaras Rotary Club.

The expert astrologers at Martand Jyotish Anusandhan Kendra emphasize that many modern-day problems can be effectively resolved through astrology, which is also scientifically validated.

About Dr. Mukesh Kumar Dubey (Guru Ji)

Dr. Mukesh Kumar Dubey (Guru Ji) is renowned for his accurate predictions and profound astrological knowledge. His predictions have not only proven to be precise but have also transformed the lives of thousands.

Dr. Dubey holds a Ph.D. in Astrology from the globally recognized Banaras Hindu University and has over 30 years of experience in the field. He has successfully addressed the issues of clients not only from Varanasi but also from across India and abroad.

Core Services

Martand Jyotish Anusandhan Kendra specializes in the following services:

Horoscope Analysis: In-depth study of birth charts to understand personality traits and future trends.

Vastu Consultation: Solutions for homes and offices to ensure harmony and prosperity.

Marriage Matching: Comprehensive compatibility assessment for marital and business relationships.

Astrological Remedies: Customized solutions to resolve life challenges.

Personal Consultation: Expert guidance on career, health, finance, and relationships.

Why Choose Martand Jyotish Anusandhan Kendra?

The center has consistently delivered life-changing results, combining expertise with compassion. Dr. Dubey's profound understanding of astrology and his client-centric approach make Martand Jyotish Anusandhan Kendra a trusted name in astrology.

For more visij : https://kashimartandjyotish.com/

नवादा :- दिव्यांगजन हेतु एकदिवसीय नियोजन-सह-मार्गदर्शन शिविर का हुआ शुभारंभ
आज दिनांक-27.11.2024 को प्राचार्य, सरकारी आई०टी०आई, नवादा, श्रम अधीक्षक, नवादा, जिला महाप्रबंधक, जिला उद्योग केन्द्र, नवादा एवं जिला नियोजन पदाधिकारी,


नवादा के द्वारा संयुक्त रूप से दिव्यांगजन हेतु एक दिवसीय नियोजन-सह-मार्गदर्शन शिविर का शुभारंभ संयुक्त श्रम भवन परिसर में दीप प्रज्वलित कर किया गया। शिविर में उपस्थित सभी पदाधिकारी महोदय के द्वारा संबोधन में बताया गया कि जिला नियोजनालय द्वारा प्रत्येक सप्ताह जॉब कैम्प का आयोजन किया जाता है। जिसमें सभी श्रेणी के आवेदक भाग लेते हैं। इसी क्रम में आज दिव्यांगजन हेतु विशेष कैंप का आयोजन किया गया है। इस नियोजन कैम्प में कुल 11 काउंटर लगाए गये, जिसमें कुल 06 नियोजक जैसे कि DOMINO'S PIZZA, NAWADA, GR. MOM'S KITCHEN, NAWADA, ADITYA BIRLA SUN LIFE INSURANCE CO. LTD. NAWADA,, VISHAL MEGA MART NAWADA, INSTAKART SERVICES PVT. LTD. HOTEL AAKASH NAWADA. शामिल हुए एवं 05 विभाग जैसे कि सहायक निदेशक, जिला समाजिक सुरक्षा कोषांग, नवादा आर० से०टी०/सीड बैंक मैनेजर, नवादा, श्रम अधीक्षक कार्यालय, नवादा महाप्रबंधक, जिला उद्योग केन्द्र, नवादा, एन०सी०एस० दिव्याग केन्द्र, पटना, बिहार के द्वारा उनके विभागों में दिव्यांगजन हेतु चल रहे योजनओं के बारे में मार्गदर्शन दिया गया। नियोक्ता के द्वारा कुल 115 बायोडाटा प्राप्त किए गए जिनमें कुल 32 दिव्यांगजन को प्रथम स्तर पर चयनित किया गया। इस शिविरि में कार्यालय के सभी कर्मी का भी सहयोग महत्वपूर्ण रहा।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फॉरेंसिक साइंसेज के ऑडिटोरियम का किया उद्धाटन

लखनऊ उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ़ फॉरेंसिक साइंस, लखनऊ में 75 वें संविधान दिवस के अवसर पर मंगलवार को दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कान्फ्रेंस का आयोजन किया गया । इस अंतर्राष्ट्रीय कान्फ्रेंस में देश विदेश के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों से विषय विशेषज्ञों ने भाग लिया उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ़ फॉरेंसिक साइंस द्वारा आयोजित इस अन्तर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ थे । उन्होंने इस अवसर पर संस्थान के उपयोगार्थ निर्मित सभागार, ई-लाइब्रेरी, संस्थान-ध्वज एवं अभ्युदय पत्रिका का लोकार्पण किया । इस अवसर पर कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्यमंत्री द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया ।

सीएम ने नए आपराधिक कानूनों के लागू होने का पूरा श्रेय पीएम को दिया

मुख्यमंत्री, योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि जब शुरू में कानून बनाए गए या अपनाए गए, तो कानूनों में कई खामियां थीं और बाद में कानून समाज में बदलाव के साथ तालमेल नहीं रखते थे। अब नए आपराधिक कानूनों के लागू होने और लागू होने के बाद पुराने कानूनों में जो खामियां और कमियां थीं, उन्हें नए आपराधिक कानूनों में दूर कर दिया गया है। उन्होंने नए आपराधिक कानूनों के लागू होने का पूरा श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया। योगी ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी का यह विजन है कि ‘हर पीड़ित को न्याय मिले और हर अपराधी को सजा मिले।

मुख्यमंत्री ने उत्तीर्ण छात्र एवं छात्राओं को प्रमाण-पत्र भी वितरित किये

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के इस विजन को साकार करने के लिए यह संस्थान न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे उत्तर भारत में मील का पत्थर साबित होगा और उत्कृष्टता का एक बड़ा केंद्र बनकर उभरेगा। संस्थान के निदेशक डॉ. गोस्वामी की इस संस्थान की स्थापना में उनके समर्पण, प्रतिबद्धता और कड़ी मेहनत और अगस्त, वर्ष 2021 को अमित शाह द्वारा शिलान्यास के बाद इतने कम समय में संस्थान के विकास के प्रति उनकी असाधारण दृष्टि की सराहना की। उन्होंने संविधान दिवस मनाने के महत्व पर भी प्रकाश डाला । इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रथम सत्र में उत्तीर्ण पीजी डिप्लोमा के छात्र एवं छात्राओं को प्रमाण-पत्र भी वितरित किये ।

टेक्नोलॉजी से दूर भागने की आवश्यकता नहीं

उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी से दूर भागने की आवश्यकता नहीं है, बल्कि उससे लगातार जुड़ने की आवश्यकता है । हमें एवेयरनेस के एक विराट कार्यक्रम का हिस्सा बनना पड़ेगा । साइबर क्राइम, साइबर फ्रॉड को रोकने के लिए हम क्या कर रहे हैं? अगर सकारात्मक सोच के लोग इससे दूर भागेंगे तो नकारात्मक सोच के व्यक्ति दुरूपयोग करेंगे । मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के समापन में संविधान दिवस की शपथ भी दिलायी । मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने इस अवसर पर कहा कि यह संस्थान अपने रिकार्ड टाइम में बनकर ही तैयार ही नहीं हुआ बल्कि वह अपने सफलतापूर्वक दूसरे शैक्षणिक सत्र 2024-25 में प्रवेश कर गया है ।

संस्थापक निदेशक और उनकी पूरी टीम को बधाई देता हूँ: सीएम

सीएम योगी ने कहा कि प्रथम शैक्षणिक सत्र के सफलतापूर्वक संचालन के लिये मैं यहां के संस्थापक निदेशक और उनकी पूरी टीम को बधाई देता हूँ । अपराधों की गुणवत्ता-परक विवेचना के द्वारा वैज्ञानिक साक्ष्यों के संकलन के माध्यम से ही न्यायिक व्यवस्था में बेहतर सुधार सम्भव है । इसको दृष्टिगत रखते हुए फॉरेन्सिक साक्ष्यों के संकलन पर यूपीएसआईएफएस, लखनऊ एक मील का पत्थर साबित होगा ।

नवनिर्मित संस्थान छात्र छात्राओं को नये आयाम प्रदान करेगा: डीजीपी

इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक यूपी प्रशांत कुमार ने इस अवसर पर कहा कि वैज्ञानिक साक्ष्यों के संकलन के माध्यम से ही न्यायिक व्यवस्था में बेहतर सुधार सम्भव है। उन्होंने कहा कि फॉरेन्सिक विज्ञान की विश्वस्तरीय शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से यूपी राज्य फॉरेन्सिक विज्ञान संस्थान की स्थापना लखनऊ में की गयी है। इस संस्थान का उद्देश्य फॉरेन्सिक विज्ञान के क्षेत्र में विश्व स्तरीय मानव संसाधन तैयार करना है तथा शोध- परक शिक्षा को बढ़ावा देना है । उन्होंने कहा कि इस संस्थान में कुल पांच पाठ्यक्रम प्रचलित हैं नवनिर्मित संस्थान में शोध और प्रशिक्षण में छात्र छात्राओं को नये आयाम प्रदान करेगा।

तीन नए अपराधिक कानून के भारतवर्ष में लागू

डीजीपी ने कहा कि तीन नए अपराधिक कानून के भारतवर्ष में लागू होने के फलस्वरूप फॉरेंसिक साईस की महत्ता में अप्रत्याशित रूप से वृद्धि हुई है, जिस अपराध में सात वर्ष से अधिक सजा का प्राविधान हैं उनमें फॉरेंसिक साक्ष्यों का संकलन अनिवार्य कर दिया गया है । संविधान दिवस पर इस दो दिवसीय क्रान्फ्रेंस का आयोजन कर इस संस्थान द्वारा एक श्रेष्ठ परम्परा स्थापित किया गया है। कानून एवं विज्ञान का गठजोड़ निश्चित रूप से बेहतर न्यायिक व्यवस्था बनाने में सार्थक है, जिसके लिए यह संस्थान अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए अग्रसर है। उन्होंने कहा कि मैं आशा करता हूँ कि यह संस्थान भविष्य में विभिन्न आनलाइन कोर्स भी उपलब्ध करायेगा, जिससे व्यवसायिक एवं औद्योगिक क्षेत्रों जैसे बैंकिंग, सुरक्षा आदि में कार्यरत कर्मियों की गुणवत्ता बेहतर हो सके ।

'ज़ीरो टॉलरेंस' की नीति के अनुक्रम किया जा रहा काम : डॉ. गोस्वामी

इस अवसर पर संस्थान के संस्थापक निदेशक डॉ. जीके गोस्वामी ने सभागार में उपस्थित मुख्यमंत्री सहित समस्त वरिष्ठ अधिकारीगणों एवं शिक्षाविदों का स्वागत अभिनन्दन करते हुए कहा कि । सीएम द्वारा प्रदेश में चलाए जा रहे सतत 'ज़ीरो टॉलरेंस' की नीति के अनुक्रम में, इस संस्थान द्वारा भी फॉरेन्सिक विज्ञान के क्षेत्र में छात्रों को प्रशिक्षित कर इस नीति को अग्रसर किया जा रहा है । उन्होंने कहा कि Software as a Service (SaaS) के क्षेत्र में भारत वर्ष ने दुनिया में नाम रोशन किया है, उसी तर्ज पर यह संस्थान शीघ्र ही भारत वर्ष को Forensic as a Service (FaaS) के रूप में स्थापित करने में अग्रणी भूमिका निभायेगा । आने वाला समय FaaS का है, जिसके लिए हमें मनोयोग से योगदान करना होगा

लॉ विद लैब्स” जैसा अनूठा नवाचार लागू किया गया

गोस्वामी ने यह भी कहा कि फॉरेन्सिक विज्ञान के बढ़ते हुए आयाम एवं उपयोग को दृष्टिगत रखते हुए विधि-विज्ञान के छात्रों को “लॉ विद लैब्स” जैसा अनूठा नवाचार, इस संस्थान में लागू किया गया है, जिसके अन्तर्गत कानून के छात्रों को कानून की शिक्षा के साथ-साथ फॉरेन्सिक विज्ञान प्रयोगशालाओं में हैन्ड्स आन ट्रेनिंग दी जा रही है, जिससे वह भविष्य में न्यायाधीश, सरकारी अभियोजन अधिकारी तथा बचाव पक्ष के अधिवक्ताओं के रूप में साक्ष्यों का बेहतर परिशीलन कर सकेंगे, जिससे न्याय की गुणवत्ता में उत्तरोत्तर वृद्धि होगी ।

छात्रों को प्रमाण-पत्र वितरित किया गया

इस अवसर परविधायक, सरोजनीनगर, राजेश्वर सिंह; अपर मुख्य सचिव, गृह, दीपक कुमार; अपर पुलिस महानिदेशक,अमिताभ यश, बीके सिंह, नवीन अरोरा, अमरेन्द्र सिंह सेंगर, डा. एन. रविन्दर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी गण उपस्थित रहे । अपर मुख्य सचिव, गृह, दीपक कुमार एवं पुलिस महानिदेशक, प्रशान्त कुमार के साथ-साथ अन्य उपस्थित अधिकारीगणों ने छात्रों को प्रमाण-पत्र वितरित किया तथा संस्थान के एग्जिबिशन एवं परिसर का भ्रमण किया ।

विशेषज्ञों ने अपने व्याख्यान से छात्रों को लाभान्वित किया

इस दो दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय कान्फ्रेन्स के प्रथम दिवस पर देश विदेश से आये विषय-विशेषज्ञों ने अपने व्याख्यान से छात्रों को लाभान्वित किया । गणमान्य अतिथियो में प्रो. मोहम्मद ए. अराफा (लॉ के प्रोफेसर, कॉर्नेल लॉ स्कूल इथाका, एनवाई, यूएसए) द्वारा आनलाइन जुड़कर एवं श्री अमित शर्मा (सलाहकार साइबर, रक्षा मंत्रालय) ने "राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए उन्नत साइबर खतरे: मुद्दे और चुनौतियाँ" के बारे में बात की तथा डिजिटलीकरण बढ़ने के साथ-साथ बढ़ते साइबर खतरों का भी उल्लेख किया।

विभिन्न शीर्षकों एवं विषयों पर व्याख्यान दिये गये

प्रो. जी.एस. बाजपेयी, (कुलपति, एनएलयू, दिल्ली), प्रो. अमर पाल सिंह, (कुलपति, आरएमएलएनएलयू, लखनऊ), प्रो. जेपी पांडे ( कुलपति, एकेटीयू, लखनऊ), प्रो. मनोज कुमार सिन्हा (कुलपति, एनएलयू, जबलपुर, मध्य प्रदेश), रक्षित टंडन (साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ, भारत), डॉ. प्रशांत माली (साइबर कानून विशेषज्ञ, मुंबई), रोहित नेगी (वरिष्ठ उपाध्यक्ष, C3i hab, आईआईटी, कानपुर), प्रो. अरुणाभ मुखोपाध्याय (सूचना प्रौद्योगिकी और प्रणाली आईआईएम लखनऊ), हेरोल्ड डी'कोस्टा (अध्यक्ष, साइबर सुरक्षा निगम, पुणे), प्रोफेसर अरुण मोहन शेरी (निदेशक, आईआईआईटी, लखनऊ), रूपा एम. (आईपीएस, निदेशक, आई4सी, गृह मंत्रालय, नई दिल्ली), अखिलेश वरियार (एनसीआईआईपीसी, नई दिल्ली), मिलिंद राज (भारत के ड्रोन मैन, लखनऊ) ने अपने विचार रखे।

निदेशक ने समस्त अतिथियों को स्मृति चिह्न प्रदान कर किया सम्मानित

डॉ. मधुसूदन रेड्डी नंदिनी (डीएनए फिंगरप्रिंटिंग लैब के प्रभारी, सी.डी.एफ.डी., हैदराबाद), डॉ. रंजीत सिंह (सी.ई.ओ., एस.आई.एफ.एस., भारत), डॉ. अरुण खत्री, सहायक प्रोफेसर, यू्पीएसआईएफएस लखनऊ), डॉ. आशीष दुबे (सह-संस्थापक, रेडक्लिफ लैब्स प्रा. लि. भारत), समीर कुमार दत्त (सीईओ, फाउंडेशन फ्यूचरिस्टिक टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड, नई दिल्ली, भारत),अरविंद त्रिपाठी (ब्लॉकचेन विशेषज्ञ और महासचिव, यूथ फॉर नेशन) एयर वाइस मार्शल (सेवानिवृत्त) तथा रोहित नेगी (वरिष्ठ उपाध्यक्ष, C3i हब, आईआईटी कानपुर) द्वारा विभिन्न शीर्षकों एवं विषयों पर व्याख्यान दिये गये । इस अवसर पर निदेशक डॉ. गोस्वामी ने संस्थान में आये समस्त अतिथियों को स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया ।

हाईकोर्ट ने पुलिस बल आरक्षक संवर्ग भर्ती 2023-24 पर लगाईं रोक, जानें पूरा मामला

बिलासपुर-  पुलिस बल आरक्षक संवर्ग 2023-24 के पदों पर होने वाली भर्तियों पर हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है। भर्ती प्रक्रिया के तहत राज्य के जिलों में आरक्षकों के अलग-अलग पदों पर भर्तियां होने वाली थीं। मामले की सुनवाई जस्टिस राकेश मोहन पांडेय की सिंगल बेंच में हुई।

बता दें कि हाईकोर्ट में याचिकाकर्ता बेदराम टंडन द्वारा दाखिल याचिका के मुताबिक यह आरक्षक संवर्ग 2023-24 भर्ती प्रक्रिया का पूरा मामला है, जिसके तहत राज्य के सभी जिलों में अलग-अलग पदों पर भर्ती होनी थी। इसमें याचिकाकर्ता के पुत्र ने राजनांदगांव में होने वाले कांस्टेबल जनरल ड्यूटी के लिए आवेदन दिया था। राजनांदगांव जिले में इस श्रेणी के तहत 143 पद जारी किए गए थे, लेकिन विज्ञापन जारी होने और फॉर्म भरने के बाद डीजी पुलिस ने सचिव को इस नियुक्ति प्रक्रिया में पुलिस विभाग में कार्यरत/EX SERVICEMEN कर्मचारियों के बच्चों को छूट देने संबंधी पत्र लिखा था।

पत्र में सुझाव देते हुए लिखा गया था कि भर्ती नियम 2007 की कंडिका 9(5) के तहत भर्ती प्रक्रिया के मापदंडों को शिथिल किया जा सकता है, जिसमें फिजिकल टेस्ट के दौरान सीने की चौड़ाई और ऊंचाई जैसे कुल 9 बिंदुओं में शामिल थे। अवर सचिव ने इस सुझाव को स्वीकार भी कर लिया। इससे आहत होकर याचिकाकर्ता ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर दी।

मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट को बताया गया कि केवल अपने विभाग के कर्मचारियों को छूट देना आम नागरिकों के साथ भेदभाव है, इसलिए इस भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगाई जाए। मामले में वकील द्वारा पेश की गई दलीलों को सुनने के बाद कोर्ट ने आरक्षक संवर्ग 2023-24 के अलग-अलग पदों पर होने वाली भर्तियों पर रोक लगा दी है। याचिकाकर्ता के वकील ने कहा कि क्योंकि नियमों को शिथिल करने का लाभ सभी पदों पर मिलता है, इसलिए सभी पदों पर होने वाली भर्ती पर रोक लगा दी गई है।

केंद्र से क्यों नाराज हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, कहा- किया गया वादा क्यों नहीं निभाया?

#vicepresidentjagdeepdhankharangryontheissueof_farmers

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किसान एक बार फिर सड़कों पर हैं। किसानों के विरोध प्रदर्शन को लेकर एक बार फिर सियासी पारा चढ़ता दिख रहा है। दरअसल, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी किसानों के समर्थन में आए। किसान आंदोलन को लेकर उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने केंद्र सरकार से सवाल पूछा है। उन्होंने कहा, 'मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि किसान से वार्ता क्यों नहीं हो रही है। हम किसान को पुरस्कृत करने की बजाय, उसका सही हक भी नहीं दे रहे हैं।'

मुंबई में एक कार्यक्रम में मंगलवार को जगदीप धनखड़ ने कहा कि जिनको गले लगाना है, उनको दुत्कारा नहीं जा सकता। मेरे कठोर शब्द हैं। कई बार गंभीर बीमारी के इलाज के लिए कड़वी दवाई पीनी पड़ती है। मैं किसान भाइयों से आह्वान करता हूं कि मेरी बात सुनें, समझें। आप अर्थव्यवस्था की धुरी हैं। राजनीति को प्रभावित करते हैं। भारत की विकास यात्रा के आप महत्वपूर्ण अंग हैं। सामाजिक समरसता की मिसाल हैं। बातचीत के लिए आपको भी आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि क्या हम किसान और सरकार के बीच एक सीमा बना सकते हैं? मुझे समझ में नहीं आता कि किसानों के साथ कोई बातचीत क्यों नहीं हो रही है। मेरी चिंता यह है कि यह पहल अब तक क्यों नहीं हुई।

जगदीप धनखड के तीखे सवाल

उप राष्ट्रपति धनखड़ ने किसानों को लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा,'कृषि मंत्री जी एक एक पल आपका भारी है। मेरा आपसे आग्रह है, भारत के सिद्धांत के तहत दूसरे पद विराजमान व्यक्ति आपसे अनुरोध कर रहा है। कृप्या करके मुझे बताइए क्या किसान से वादा किया गया था और किया हुआ वादा क्यों नहीं निभाया गया।' जगदीप धनखड़ यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा,'किसानों से किया गया वादा निभाने के लिए हम क्या कर रहे हैं। पिछले साल भी आंदोलन था और इस वर्ष भी आंदोलन है। काल चक्र घूम रहा है और हम कुछ कर नहीं रहे हैं।'

हमारी पॉलिसी मेकिंग सही ट्रैक पर नहीं है-धनखड़

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा, 'ये समय मेरे लिए कष्टदायक है क्योंकि मैं राष्ट्रधर्म से ओतप्रोत हूं। पहली बार मैंने भारत को बदलते हुए देखा है। पहली बार मैं महसूस कर रहा हूं कि विकसित भारत हमारा सपना नहीं लक्ष्य है। दुनिया में भारत कभी इतनी बुलंदी पर नहीं था, दुनिया में हमारी साख पहले कभी इतनी नहीं थी, भारत का पीएम आज विश्व के शीर्ष नेताओं में गिना जाता है, जब ऐसा कोहरा है तो मेरा किसान परेशान क्यों है? ये बहुत गहराई का मुद्दा है। इसको हल्के में लेने का मतलब है कि हम प्रैक्टिकल नहीं हैं। हमारी पॉलिसी मेकिंग सही ट्रैक पर नहीं है। कौन हैं वो लोग जो किसानों को कहते हैं कि उसके उत्पाद का उचित मूल्य दे देंगे? मुझे समझ नहीं आता कि कोई पहाड़ गिरेगा। किसान अकेला है, जो असहाय है। '

कांग्रेस ने जताई खुशी

इस मामले पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने खुशी जताई है, उन्होंने कहा कि जिन मामलों पर उपराष्ट्रपति ने सवाल किए हैं, यही मामले हमारी पार्टी और राहुल गांधी पिछले 5 सालों से उठा रहे हैं।कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि हम उपराष्ट्रपति का सम्मान करते हैं, उन्होंने आगे कहा कि वे राज्यसभा के संरक्षक और संविधान के रक्षक हैं। उन्होंने कृषि मंत्री से जो सवाल पूछा, कांग्रेस पार्टी भी पिछले 4-5 साल से वही सवाल प्रधानमंत्री से पूछ रही है। हम इसी बात पर चर्चा चाहते हैं, और हमने इसके लिए नोटिस भी दिया है, हमें खुशी है कि उपराष्ट्रपति ने ये सवाल पूछा है।

केंद्र से क्यों नाराज हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, कहा- किया गया वादा क्यों नहीं निभाया?

#vice_president_jagdeep_dhankhar_angry_on_the_issue_of_farmers

किसान एक बार फिर सड़कों पर हैं। किसानों के विरोध प्रदर्शन को लेकर एक बार फिर सियासी पारा चढ़ता दिख रहा है। दरअसल, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी किसानों के समर्थन में आए। किसान आंदोलन को लेकर उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने केंद्र सरकार से सवाल पूछा है। उन्होंने कहा, 'मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि किसान से वार्ता क्यों नहीं हो रही है। हम किसान को पुरस्कृत करने की बजाय, उसका सही हक भी नहीं दे रहे हैं।'

मुंबई में एक कार्यक्रम में मंगलवार को जगदीप धनखड़ ने कहा कि जिनको गले लगाना है, उनको दुत्कारा नहीं जा सकता। मेरे कठोर शब्द हैं। कई बार गंभीर बीमारी के इलाज के लिए कड़वी दवाई पीनी पड़ती है। मैं किसान भाइयों से आह्वान करता हूं कि मेरी बात सुनें, समझें। आप अर्थव्यवस्था की धुरी हैं। राजनीति को प्रभावित करते हैं। भारत की विकास यात्रा के आप महत्वपूर्ण अंग हैं। सामाजिक समरसता की मिसाल हैं। बातचीत के लिए आपको भी आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि क्या हम किसान और सरकार के बीच एक सीमा बना सकते हैं? मुझे समझ में नहीं आता कि किसानों के साथ कोई बातचीत क्यों नहीं हो रही है। मेरी चिंता यह है कि यह पहल अब तक क्यों नहीं हुई।

जगदीप धनखड के तीखे सवाल

उप राष्ट्रपति धनखड़ ने किसानों को लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा,'कृषि मंत्री जी एक एक पल आपका भारी है। मेरा आपसे आग्रह है, भारत के सिद्धांत के तहत दूसरे पद विराजमान व्यक्ति आपसे अनुरोध कर रहा है। कृप्या करके मुझे बताइए क्या किसान से वादा किया गया था और किया हुआ वादा क्यों नहीं निभाया गया।' जगदीप धनखड़ यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा,'किसानों से किया गया वादा निभाने के लिए हम क्या कर रहे हैं। पिछले साल भी आंदोलन था और इस वर्ष भी आंदोलन है। काल चक्र घूम रहा है और हम कुछ कर नहीं रहे हैं।'

हमारी पॉलिसी मेकिंग सही ट्रैक पर नहीं है-धनखड़

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा, 'ये समय मेरे लिए कष्टदायक है क्योंकि मैं राष्ट्रधर्म से ओतप्रोत हूं। पहली बार मैंने भारत को बदलते हुए देखा है। पहली बार मैं महसूस कर रहा हूं कि विकसित भारत हमारा सपना नहीं लक्ष्य है। दुनिया में भारत कभी इतनी बुलंदी पर नहीं था, दुनिया में हमारी साख पहले कभी इतनी नहीं थी, भारत का पीएम आज विश्व के शीर्ष नेताओं में गिना जाता है, जब ऐसा कोहरा है तो मेरा किसान परेशान क्यों है? ये बहुत गहराई का मुद्दा है। इसको हल्के में लेने का मतलब है कि हम प्रैक्टिकल नहीं हैं। हमारी पॉलिसी मेकिंग सही ट्रैक पर नहीं है। कौन हैं वो लोग जो किसानों को कहते हैं कि उसके उत्पाद का उचित मूल्य दे देंगे? मुझे समझ नहीं आता कि कोई पहाड़ गिरेगा। किसान अकेला है, जो असहाय है। '

कांग्रेस ने जताई खुशी

इस मामले पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने खुशी जताई है, उन्होंने कहा कि जिन मामलों पर उपराष्ट्रपति ने सवाल किए हैं, यही मामले हमारी पार्टी और राहुल गांधी पिछले 5 सालों से उठा रहे हैं।कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि हम उपराष्ट्रपति का सम्मान करते हैं, उन्होंने आगे कहा कि वे राज्यसभा के संरक्षक और संविधान के रक्षक हैं। उन्होंने कृषि मंत्री से जो सवाल पूछा, कांग्रेस पार्टी भी पिछले 4-5 साल से वही सवाल प्रधानमंत्री से पूछ रही है। हम इसी बात पर चर्चा चाहते हैं, और हमने इसके लिए नोटिस भी दिया है, हमें खुशी है कि उपराष्ट्रपति ने ये सवाल पूछा है।

मल्लिकार्जुन खरगे ने बीजेपी को क्या नसीहत दी, भागवत की किस सलाह का दिया हवाला?

#mallikarjunkhargesaidbjpnotpayingheedtomohanbhagwatadvice

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को बड़ी नसीहत दी है। मल्लिकार्जुन खरगे ने इसके लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत की सलाह का हवाला भी दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने बीजेपी पर देश की हर मस्जिद में सर्वेक्षण कराकर समाज को बांटने का प्रयास करने का आरोप लगाया। खरगे ने कहा कि ऐसा कर सत्तारूढ़ दल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत की सलाह की अवहेलना कर रहा है। खरगे की टिप्पणी उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा के मद्देनजर आई है। संभल में एक मस्जिद में यह पता लगाने के लिए सर्वेक्षण किया जा रहा है कि क्या वहां कोई मंदिर था।

सर्वे के नाम पर खोद-खोदकर झगड़ा क्यों लगाया जा रहा-खरगे

मल्लिकार्जुन खरगे रविवार को दलितों, अल्पसंख्यकों, आदिवासियों और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के एक महासंघ की ओर से दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित एक विशाल रैली को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष ने बीजेपी से मोहन भागवत के 2022 के बयान पर ध्यान देने को कहा। खरगे ने आरएसएस प्रमुख का हवाला दिया जिन्होंने कहा था कि हमारा उद्देश्य राम मंदिर का निर्माण करना था और हमें हर मस्जिद के नीचे शिवालय नहीं मिलना चाहिए। उन्होंने कहा, आज देश में हर जगह सर्वे वाले ये पता लगा रहे हैं कि कहां पहले मंदिर थे और कहां मस्जिद थी, लेकिन 2023 में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि हमारा लक्ष्य राम मंदिर बनाने का था, हर मस्जिद के नीचे शिवालय ढूंढना गलत है। जब बीजेपी-आरएसएस वाले ही ये बातें कह रहे हैं, तो फिर सर्वे के नाम पर खोद-खोदकर झगड़ा क्यों लगाया जा रहा है। हम सभी तो एक हैं।

क्या लाल किला, ताजमहल, कुतुब मीनार भी ध्वस्त होगा-खरगे

खरगे ने कहा, पीएम नरेंद्र मोदी कहते हैं 'एक हैं तो सेफ हैं', लेकिन वे किसी को भी सेफ नहीं रहने दे रहे हैं। आप एकता की बात करते हैं, लेकिन आपके कार्य इसे धोखा देते हैं। आपके नेता मोहन भागवत ने कहा है कि अब जब राम मंदिर बन गया है, तो और अधिक पूजा स्थलों की तलाश करने की आवश्यकता नहीं है। यदि आप उनके शब्दों का सम्मान करते हैं, तो और कलह क्यों पैदा करते हैं?' खरगे ने बीजेपी से पूछा कि क्या वह लाल किला, ताजमहल, कुतुब मीनार और चार मीनार जैसी संरचनाओं को भी ध्वस्त कर देगी, जो मुसलमानों की तरफ से बनवाई गई थीं।

आखिर भागवत ने क्या कहा था

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने जून 2022 में ज्ञानवापी विवाद को लेकर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। भागवत ने कहा था कि इतिहास वो है जिसे हम बदल नहीं सकते। उनका कहना था कि इसे न आज के हिंदुओं ने बनाया और न ही आज के मुसलमानों ने, ये उस समय घटा.... हर मस्जिद में शिवलिंग क्यों देखना? उनका कहना था कि अब हमको कोई आंदोलन नहीं करना है। संघ प्रमुख नागपुर में संघ शिक्षा वर्ग, तृतीय वर्ष 2022 के समापन समारोह के दौरान बोल रहे थे।

तुरंत करें चेक, कहीं आपके नाम पर तो नहीं चल रहे फर्जी SIM

डेस्क:–नया सिम खरीदते वक्त आधार कार्ड मांगा जाता है। एक व्यक्ति कितने सिम खरीद सकता है। इसके लिए वकायदा नियम बनाया गया है। एक आधार कार्ड पर सिर्फ 9 सिम खरीदी जा सकती हैं, जबकि जम्मू-कश्मीर, असम और नॉर्थ-ईस्ट में यह संख्या 6 है।

कई बार होता है कि व्यक्ति अपने आधार पर केवल एक ही सिम खरीदता है, लेकिन उसके आधार पर एक्टिव सिम की संख्या काफी ज्यादा होती है। ऐसे में अगर आपको भी नहीं पता है कि असल में आपके आधार पर कितनी सिम एक्टिव हैं, तो इसके बारे में पता करने का एक आसान तरीका है, जो इस खबर में बता रहे हैं।

टेलीकॉम डिपार्टमेंट की sancharsaathi.gov.in साइट से अपने आधार कार्ड पर एक्टिव सिम की संख्या के बारे में पता किया जा सकता है। साथ ही अगर कोई संदिग्ध सिम एक्टिव पाई जाती है, तो उसे ब्लॉक और रिपोर्ट करने की सुविधा भी यहां मिलती है।

सबसे पहले sancharsaathi.gov.in पर जाएं।

होम पेज पर Citizen Centric Services में Know Your Mobile Connections पर टैप करें।

अपना मोबाइल नंबर और कैप्चा फिल करें।

नंबर एक ओटीपी भेजा जाएगा। जिसे फिल करें और आगे बढ़ जाएं।

अब आपके सामने सभी सिम कार्ड की डिटेल आ जाएगी, जो आधार कार्ड पर लिए गए हैं।

अगर आपको कोई नंबर संदिग्ध लगता है, तो ‘Not required’ पर क्लिक करके उसकी रिपोर्ट की जा सकती है।

सिम कार्ड डिएक्टिवेट होने में कुछ दिन का वक्त लगता है। सिम को ब्लॉक करने के लिए किसी भी तरह की फीस नहीं ली जाती है।

9 से ज्यादा सिम एक्टिव हुए तो जुर्माना।

नए टेलीकॉम एक्ट (New telecom law) के नियमों के मुताबिक, एक व्यक्ति के आधार कार्ड पर कुल 9 ही सिम चालू रखने की परमिशन है। अगर इससे ज्यादा सिम एक्टिव पाए जाते हैं तो 50,000 हजार से लेकर 2 लाख रुपये तक जुर्माना भरना पड़ सकता है।

संचार साथी पोर्टल पर अनेकों तरह की सर्विस मिलती हैं। जिनका आप फायदा उठा सकते हैं। इसके जरिये साइबर फ्रॉड व ठगी के मामलों की शिकायत की जा सकती है। संचार साथी पोर्टल पर की गई शिकायत पर तुरंत कार्रवाई होती है। अगर आपका फोन चोरी हो जाता है तो इस पोर्टल के जरिये उसे ब्लॉक भी किया जा सकता है। इस पोर्टल का मकसद स्कैम पर लगाम लगाना है।
सरकार ने फ्रॉड करने वाले स्कैमर्स की  बजाई बैंड, आम आदमी के बचाए 3,431 करोड़
डेस्क:–Cyber Crime के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने आम जनता को बचाने के लिए सख्ती से कारवाई करते हुए 6 लाख 69 हजार सिम कार्ड्स और 1 लाख 32 हजार IMEI को ब्लॉक कर दिया है।पुलिस अधिकारियों का कहना है कि डिजिटल फ्रॉड करने वाले स्कैमर्स इन सिम कार्ड्स का इस्तेमाल कर रहे थे, यही वजह है कि सरकार ने बिना समय गंवाए एक्शन लेते हुए इन्हें ब्लॉक करने का फैसला लिया।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरकार ने सही समय पर एक्शन लिया जिस वजह से 3431 करोड़ रुपये बचा लिए गए हैं। सरकार के इस कदम से लोगों को काफी हद तक राहत की सांस मिली है।

गृह राज्य मंत्री Bandi Sanjay Kumar ने राज्यसभा में बताया कि, फाइनेंशियल फ्रॉड और धोखेबाजों द्वारा पैसों की हेराफेरी को रोकने के लिए, I4C के तहत सिटिजन फाइनेंशियल साइबर फ्रॉड रिपोर्टिंग एंड मैनेजमेंट सिस्टम को 2021 में शुरू किया था।अब तक 9.94 लाख से ज्यादा शिकायतों में 3431 करोड़ रुपये से अधिक की वित्तीय राशि को बचया गया है।

सरकार ने साइबर क्राइम से जुड़े मामलों की शिकायत के लिए एक हेल्पलाइन नंबर 1930 भी शुरू किया था। आप डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन द्वारा शुरू की गई सर्विस Chakshu के जरिए फ्रॉड की शिकायत दर्ज कर सकते हैं।

शिकायत के लिए https://sancharsaathi.gov.in/ पर जाना होता है और फिर साइट पर Citizen Centric Services पर क्लिक करना होता है। इसके बाद रिपोर्ट सस्पेक्टेड फ्रॉड कम्युनिकेशन ऑप्शन पर क्लिक करने के बाद नेक्स्ट पेज पर कंटीन्यू फॉर रिपोर्टिंग ऑप्शन दिखेगा। इस ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।

अगले स्टेप पर कुछ जरूरी सवाल पूछे जाते हैं जैसे कि एसएमएस, कॉल या वॉट्सऐप आपके साथ किस तरह से ठगी हुई है। कुछ जरूरी सवालों के जवाब देने के बाद आपकी शिकायत ऑनलाइन दर्ज हो जाएगी। साइबर क्राइम से बचने के लिए हमेशा याद रखें कि अनजान लिंक पर क्लिक न करें और मजबूत पासवर्ड बनाएं।
Dr. Rupali Sehdev: Empowering Confidence Through Beauty and Wellness

Bengaluru, India – Dr. RUPALI SEHDEV, a leader in the field of Aesthetic Dermatology, has transformed countless lives by helping individuals feel confident in their skin. With over 15 years of experience, Dr. Rupali has built a reputation for her expertise, compassion, and innovative approach. Her clinic, BEAUTY VEDAM, has become a trusted name in skincare, haircare, and wellness in Bengaluru.

Dr. RUPALI SEHDEV’s journey into aesthetics began with a strong academic foundation. She earned her BAMS MD degree from SKAMC College in Bangalore and further specialised by completing a postgraduate program in Advanced Clinical Research at ICRI Bangalore. Early in her career, she worked in diverse roles, including as a Research Associate Doctor and a Pharmacovigilance Clinical Officer, but her passion for direct patient care led her to pursue a career in aesthetic dermatology.

A turning point in Dr. RUPALI’s career came when her father, Shri Jagdish Kumar Sehdev, encouraged her to explore her potential in the field of cosmetology. Motivated by his unwavering support, Dr. Rupali Sehdev pursued advanced courses in Clinical Cosmetology and Trichology in both India and abroad. This decision marked the beginning of her remarkable journey in transforming the lives of her patients by addressing their aesthetic and dermatological needs.

In 2013, Dr. RUPALI SEHDEV fulfilled her dream by founding Beauty Vedam, a state-of-the-art Skin, Hair, Laser, and Acupuncture Clinic & Academy in Bangalore. The clinic operates with the core philosophy of "Inspiring Confidence." Dr. Rupali believes that self-confidence is the key to success, and her aim is to help people look and feel their best, allowing their personalities to shine through.

BEAUTY VEDAM offers a wide range of treatments tailored to individual needs. These include acne and scar treatments, laser hair removal, skin brightening, body contouring, fillers, bridal skin treatments, hair fall solutions, and hair transplants. Each service is designed to provide patients with the best care possible using the latest advancements in dermatology and aesthetics.

What sets Dr. RUPALI apart is her unique approach to healing, which combines clinical expertise with spiritual practices. She incorporates techniques such as Reiki, Crystal Healing, and Acupuncture into her treatments, addressing not just physical concerns but also emotional well-being. This holistic approach has earned her a loyal clientele and recognition as a pioneer in her field.

Dr. RUPALI’s commitment to excellence extends beyond her clinic. She mentors aspiring dermatologists and trichologists at the Beauty Vedam Academy, where she shares her knowledge and inspires the next generation of professionals. Her dedication to patient care and education has earned her numerous accolades, including recognition at the Bangalore Business Excellence Awards.

Her patients often describe her as a compassionate healer who listens with empathy and provides personalised solutions. Dr. Rupali Sehdev’s focus is not just on treating conditions but on empowering individuals to embrace their beauty and gain confidence. This philosophy has made Beauty Vedam a trusted destination for those seeking expert care in skin and hair treatments.

The success of BEAUTY VEDAM is a testament to Dr. RUPALI SEHDEV passion and perseverance. The clinic has become synonymous with quality care and has attracted clients seeking the best solutions for their skin and hair concerns. Dr. Rupali’s work serves as an inspiration, reminding us of the extraordinary achievements that come from following one’s passion with determination.

Located at BDA, 16th Main Road, Tavarekere, Aicobo Nagar, 1st Stage, BTM Layout, Bengaluru 560029, Beauty Vedam welcomes clients seeking professional aesthetic and wellness solutions.

For updates, follow Dr. Rupali Sehdev on Instagram For appointments, visit www.beautyvedam.com or WhatsApp

Dr. Rupali Sehdev continues to redefine the field of Aesthetic Dermatology, helping people look their best and feel confident as they face the world.

Martand Jyotish Anusandhan Kendra: Varanasi's Premier Astrology Center Led by Renowned Astrologer Dr. Mukesh Kumar Dubey (Guru Ji)

Varanasi, Uttar Pradesh – Martand Jyotish Anusandhan Kendra is Varanasi's leading astrology center, dedicated to providing accurate and transformative astrological guidance. Under the skilled leadership of Dr. Mukesh Kumar Dubey (Guru Ji), the center has gained fame for its precise predictions and comprehensive astrological services. It offers specialized astrology services that cater to various aspects of life.

About Martand Jyotish Anusandhan Kendra

Located in the heart of Varanasi, Martand Jyotish Anusandhan Kendra is committed to improving clients' lives through its services. The center offers horoscope analysis, Vastu consultation, marriage matching, and personalized astrological remedies. It provides clarity and solutions for career, relationships, health, and personal growth.

Achievements and Recognitions

Martand Jyotish Anusandhan Kendra has been recognized as a "Best astrologer in Varanasi" on platforms like 3BestRated, Justdial, and others. This acknowledgment highlights the center's commitment to excellence and customer satisfaction.

Additionally, the center has been honored with prestigious awards like the Kashi Ratna Award and has held prominent roles, such as the presidency of Banaras Rotary Club.

The expert astrologers at Martand Jyotish Anusandhan Kendra emphasize that many modern-day problems can be effectively resolved through astrology, which is also scientifically validated.

About Dr. Mukesh Kumar Dubey (Guru Ji)

Dr. Mukesh Kumar Dubey (Guru Ji) is renowned for his accurate predictions and profound astrological knowledge. His predictions have not only proven to be precise but have also transformed the lives of thousands.

Dr. Dubey holds a Ph.D. in Astrology from the globally recognized Banaras Hindu University and has over 30 years of experience in the field. He has successfully addressed the issues of clients not only from Varanasi but also from across India and abroad.

Core Services

Martand Jyotish Anusandhan Kendra specializes in the following services:

Horoscope Analysis: In-depth study of birth charts to understand personality traits and future trends.

Vastu Consultation: Solutions for homes and offices to ensure harmony and prosperity.

Marriage Matching: Comprehensive compatibility assessment for marital and business relationships.

Astrological Remedies: Customized solutions to resolve life challenges.

Personal Consultation: Expert guidance on career, health, finance, and relationships.

Why Choose Martand Jyotish Anusandhan Kendra?

The center has consistently delivered life-changing results, combining expertise with compassion. Dr. Dubey's profound understanding of astrology and his client-centric approach make Martand Jyotish Anusandhan Kendra a trusted name in astrology.

For more visij : https://kashimartandjyotish.com/

नवादा :- दिव्यांगजन हेतु एकदिवसीय नियोजन-सह-मार्गदर्शन शिविर का हुआ शुभारंभ
आज दिनांक-27.11.2024 को प्राचार्य, सरकारी आई०टी०आई, नवादा, श्रम अधीक्षक, नवादा, जिला महाप्रबंधक, जिला उद्योग केन्द्र, नवादा एवं जिला नियोजन पदाधिकारी,


नवादा के द्वारा संयुक्त रूप से दिव्यांगजन हेतु एक दिवसीय नियोजन-सह-मार्गदर्शन शिविर का शुभारंभ संयुक्त श्रम भवन परिसर में दीप प्रज्वलित कर किया गया। शिविर में उपस्थित सभी पदाधिकारी महोदय के द्वारा संबोधन में बताया गया कि जिला नियोजनालय द्वारा प्रत्येक सप्ताह जॉब कैम्प का आयोजन किया जाता है। जिसमें सभी श्रेणी के आवेदक भाग लेते हैं। इसी क्रम में आज दिव्यांगजन हेतु विशेष कैंप का आयोजन किया गया है। इस नियोजन कैम्प में कुल 11 काउंटर लगाए गये, जिसमें कुल 06 नियोजक जैसे कि DOMINO'S PIZZA, NAWADA, GR. MOM'S KITCHEN, NAWADA, ADITYA BIRLA SUN LIFE INSURANCE CO. LTD. NAWADA,, VISHAL MEGA MART NAWADA, INSTAKART SERVICES PVT. LTD. HOTEL AAKASH NAWADA. शामिल हुए एवं 05 विभाग जैसे कि सहायक निदेशक, जिला समाजिक सुरक्षा कोषांग, नवादा आर० से०टी०/सीड बैंक मैनेजर, नवादा, श्रम अधीक्षक कार्यालय, नवादा महाप्रबंधक, जिला उद्योग केन्द्र, नवादा, एन०सी०एस० दिव्याग केन्द्र, पटना, बिहार के द्वारा उनके विभागों में दिव्यांगजन हेतु चल रहे योजनओं के बारे में मार्गदर्शन दिया गया। नियोक्ता के द्वारा कुल 115 बायोडाटा प्राप्त किए गए जिनमें कुल 32 दिव्यांगजन को प्रथम स्तर पर चयनित किया गया। इस शिविरि में कार्यालय के सभी कर्मी का भी सहयोग महत्वपूर्ण रहा।

नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फॉरेंसिक साइंसेज के ऑडिटोरियम का किया उद्धाटन

लखनऊ उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ़ फॉरेंसिक साइंस, लखनऊ में 75 वें संविधान दिवस के अवसर पर मंगलवार को दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कान्फ्रेंस का आयोजन किया गया । इस अंतर्राष्ट्रीय कान्फ्रेंस में देश विदेश के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों से विषय विशेषज्ञों ने भाग लिया उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ़ फॉरेंसिक साइंस द्वारा आयोजित इस अन्तर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ थे । उन्होंने इस अवसर पर संस्थान के उपयोगार्थ निर्मित सभागार, ई-लाइब्रेरी, संस्थान-ध्वज एवं अभ्युदय पत्रिका का लोकार्पण किया । इस अवसर पर कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्यमंत्री द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया ।

सीएम ने नए आपराधिक कानूनों के लागू होने का पूरा श्रेय पीएम को दिया

मुख्यमंत्री, योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि जब शुरू में कानून बनाए गए या अपनाए गए, तो कानूनों में कई खामियां थीं और बाद में कानून समाज में बदलाव के साथ तालमेल नहीं रखते थे। अब नए आपराधिक कानूनों के लागू होने और लागू होने के बाद पुराने कानूनों में जो खामियां और कमियां थीं, उन्हें नए आपराधिक कानूनों में दूर कर दिया गया है। उन्होंने नए आपराधिक कानूनों के लागू होने का पूरा श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया। योगी ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी का यह विजन है कि ‘हर पीड़ित को न्याय मिले और हर अपराधी को सजा मिले।

मुख्यमंत्री ने उत्तीर्ण छात्र एवं छात्राओं को प्रमाण-पत्र भी वितरित किये

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के इस विजन को साकार करने के लिए यह संस्थान न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे उत्तर भारत में मील का पत्थर साबित होगा और उत्कृष्टता का एक बड़ा केंद्र बनकर उभरेगा। संस्थान के निदेशक डॉ. गोस्वामी की इस संस्थान की स्थापना में उनके समर्पण, प्रतिबद्धता और कड़ी मेहनत और अगस्त, वर्ष 2021 को अमित शाह द्वारा शिलान्यास के बाद इतने कम समय में संस्थान के विकास के प्रति उनकी असाधारण दृष्टि की सराहना की। उन्होंने संविधान दिवस मनाने के महत्व पर भी प्रकाश डाला । इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रथम सत्र में उत्तीर्ण पीजी डिप्लोमा के छात्र एवं छात्राओं को प्रमाण-पत्र भी वितरित किये ।

टेक्नोलॉजी से दूर भागने की आवश्यकता नहीं

उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी से दूर भागने की आवश्यकता नहीं है, बल्कि उससे लगातार जुड़ने की आवश्यकता है । हमें एवेयरनेस के एक विराट कार्यक्रम का हिस्सा बनना पड़ेगा । साइबर क्राइम, साइबर फ्रॉड को रोकने के लिए हम क्या कर रहे हैं? अगर सकारात्मक सोच के लोग इससे दूर भागेंगे तो नकारात्मक सोच के व्यक्ति दुरूपयोग करेंगे । मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के समापन में संविधान दिवस की शपथ भी दिलायी । मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने इस अवसर पर कहा कि यह संस्थान अपने रिकार्ड टाइम में बनकर ही तैयार ही नहीं हुआ बल्कि वह अपने सफलतापूर्वक दूसरे शैक्षणिक सत्र 2024-25 में प्रवेश कर गया है ।

संस्थापक निदेशक और उनकी पूरी टीम को बधाई देता हूँ: सीएम

सीएम योगी ने कहा कि प्रथम शैक्षणिक सत्र के सफलतापूर्वक संचालन के लिये मैं यहां के संस्थापक निदेशक और उनकी पूरी टीम को बधाई देता हूँ । अपराधों की गुणवत्ता-परक विवेचना के द्वारा वैज्ञानिक साक्ष्यों के संकलन के माध्यम से ही न्यायिक व्यवस्था में बेहतर सुधार सम्भव है । इसको दृष्टिगत रखते हुए फॉरेन्सिक साक्ष्यों के संकलन पर यूपीएसआईएफएस, लखनऊ एक मील का पत्थर साबित होगा ।

नवनिर्मित संस्थान छात्र छात्राओं को नये आयाम प्रदान करेगा: डीजीपी

इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक यूपी प्रशांत कुमार ने इस अवसर पर कहा कि वैज्ञानिक साक्ष्यों के संकलन के माध्यम से ही न्यायिक व्यवस्था में बेहतर सुधार सम्भव है। उन्होंने कहा कि फॉरेन्सिक विज्ञान की विश्वस्तरीय शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से यूपी राज्य फॉरेन्सिक विज्ञान संस्थान की स्थापना लखनऊ में की गयी है। इस संस्थान का उद्देश्य फॉरेन्सिक विज्ञान के क्षेत्र में विश्व स्तरीय मानव संसाधन तैयार करना है तथा शोध- परक शिक्षा को बढ़ावा देना है । उन्होंने कहा कि इस संस्थान में कुल पांच पाठ्यक्रम प्रचलित हैं नवनिर्मित संस्थान में शोध और प्रशिक्षण में छात्र छात्राओं को नये आयाम प्रदान करेगा।

तीन नए अपराधिक कानून के भारतवर्ष में लागू

डीजीपी ने कहा कि तीन नए अपराधिक कानून के भारतवर्ष में लागू होने के फलस्वरूप फॉरेंसिक साईस की महत्ता में अप्रत्याशित रूप से वृद्धि हुई है, जिस अपराध में सात वर्ष से अधिक सजा का प्राविधान हैं उनमें फॉरेंसिक साक्ष्यों का संकलन अनिवार्य कर दिया गया है । संविधान दिवस पर इस दो दिवसीय क्रान्फ्रेंस का आयोजन कर इस संस्थान द्वारा एक श्रेष्ठ परम्परा स्थापित किया गया है। कानून एवं विज्ञान का गठजोड़ निश्चित रूप से बेहतर न्यायिक व्यवस्था बनाने में सार्थक है, जिसके लिए यह संस्थान अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए अग्रसर है। उन्होंने कहा कि मैं आशा करता हूँ कि यह संस्थान भविष्य में विभिन्न आनलाइन कोर्स भी उपलब्ध करायेगा, जिससे व्यवसायिक एवं औद्योगिक क्षेत्रों जैसे बैंकिंग, सुरक्षा आदि में कार्यरत कर्मियों की गुणवत्ता बेहतर हो सके ।

'ज़ीरो टॉलरेंस' की नीति के अनुक्रम किया जा रहा काम : डॉ. गोस्वामी

इस अवसर पर संस्थान के संस्थापक निदेशक डॉ. जीके गोस्वामी ने सभागार में उपस्थित मुख्यमंत्री सहित समस्त वरिष्ठ अधिकारीगणों एवं शिक्षाविदों का स्वागत अभिनन्दन करते हुए कहा कि । सीएम द्वारा प्रदेश में चलाए जा रहे सतत 'ज़ीरो टॉलरेंस' की नीति के अनुक्रम में, इस संस्थान द्वारा भी फॉरेन्सिक विज्ञान के क्षेत्र में छात्रों को प्रशिक्षित कर इस नीति को अग्रसर किया जा रहा है । उन्होंने कहा कि Software as a Service (SaaS) के क्षेत्र में भारत वर्ष ने दुनिया में नाम रोशन किया है, उसी तर्ज पर यह संस्थान शीघ्र ही भारत वर्ष को Forensic as a Service (FaaS) के रूप में स्थापित करने में अग्रणी भूमिका निभायेगा । आने वाला समय FaaS का है, जिसके लिए हमें मनोयोग से योगदान करना होगा

लॉ विद लैब्स” जैसा अनूठा नवाचार लागू किया गया

गोस्वामी ने यह भी कहा कि फॉरेन्सिक विज्ञान के बढ़ते हुए आयाम एवं उपयोग को दृष्टिगत रखते हुए विधि-विज्ञान के छात्रों को “लॉ विद लैब्स” जैसा अनूठा नवाचार, इस संस्थान में लागू किया गया है, जिसके अन्तर्गत कानून के छात्रों को कानून की शिक्षा के साथ-साथ फॉरेन्सिक विज्ञान प्रयोगशालाओं में हैन्ड्स आन ट्रेनिंग दी जा रही है, जिससे वह भविष्य में न्यायाधीश, सरकारी अभियोजन अधिकारी तथा बचाव पक्ष के अधिवक्ताओं के रूप में साक्ष्यों का बेहतर परिशीलन कर सकेंगे, जिससे न्याय की गुणवत्ता में उत्तरोत्तर वृद्धि होगी ।

छात्रों को प्रमाण-पत्र वितरित किया गया

इस अवसर परविधायक, सरोजनीनगर, राजेश्वर सिंह; अपर मुख्य सचिव, गृह, दीपक कुमार; अपर पुलिस महानिदेशक,अमिताभ यश, बीके सिंह, नवीन अरोरा, अमरेन्द्र सिंह सेंगर, डा. एन. रविन्दर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी गण उपस्थित रहे । अपर मुख्य सचिव, गृह, दीपक कुमार एवं पुलिस महानिदेशक, प्रशान्त कुमार के साथ-साथ अन्य उपस्थित अधिकारीगणों ने छात्रों को प्रमाण-पत्र वितरित किया तथा संस्थान के एग्जिबिशन एवं परिसर का भ्रमण किया ।

विशेषज्ञों ने अपने व्याख्यान से छात्रों को लाभान्वित किया

इस दो दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय कान्फ्रेन्स के प्रथम दिवस पर देश विदेश से आये विषय-विशेषज्ञों ने अपने व्याख्यान से छात्रों को लाभान्वित किया । गणमान्य अतिथियो में प्रो. मोहम्मद ए. अराफा (लॉ के प्रोफेसर, कॉर्नेल लॉ स्कूल इथाका, एनवाई, यूएसए) द्वारा आनलाइन जुड़कर एवं श्री अमित शर्मा (सलाहकार साइबर, रक्षा मंत्रालय) ने "राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए उन्नत साइबर खतरे: मुद्दे और चुनौतियाँ" के बारे में बात की तथा डिजिटलीकरण बढ़ने के साथ-साथ बढ़ते साइबर खतरों का भी उल्लेख किया।

विभिन्न शीर्षकों एवं विषयों पर व्याख्यान दिये गये

प्रो. जी.एस. बाजपेयी, (कुलपति, एनएलयू, दिल्ली), प्रो. अमर पाल सिंह, (कुलपति, आरएमएलएनएलयू, लखनऊ), प्रो. जेपी पांडे ( कुलपति, एकेटीयू, लखनऊ), प्रो. मनोज कुमार सिन्हा (कुलपति, एनएलयू, जबलपुर, मध्य प्रदेश), रक्षित टंडन (साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ, भारत), डॉ. प्रशांत माली (साइबर कानून विशेषज्ञ, मुंबई), रोहित नेगी (वरिष्ठ उपाध्यक्ष, C3i hab, आईआईटी, कानपुर), प्रो. अरुणाभ मुखोपाध्याय (सूचना प्रौद्योगिकी और प्रणाली आईआईएम लखनऊ), हेरोल्ड डी'कोस्टा (अध्यक्ष, साइबर सुरक्षा निगम, पुणे), प्रोफेसर अरुण मोहन शेरी (निदेशक, आईआईआईटी, लखनऊ), रूपा एम. (आईपीएस, निदेशक, आई4सी, गृह मंत्रालय, नई दिल्ली), अखिलेश वरियार (एनसीआईआईपीसी, नई दिल्ली), मिलिंद राज (भारत के ड्रोन मैन, लखनऊ) ने अपने विचार रखे।

निदेशक ने समस्त अतिथियों को स्मृति चिह्न प्रदान कर किया सम्मानित

डॉ. मधुसूदन रेड्डी नंदिनी (डीएनए फिंगरप्रिंटिंग लैब के प्रभारी, सी.डी.एफ.डी., हैदराबाद), डॉ. रंजीत सिंह (सी.ई.ओ., एस.आई.एफ.एस., भारत), डॉ. अरुण खत्री, सहायक प्रोफेसर, यू्पीएसआईएफएस लखनऊ), डॉ. आशीष दुबे (सह-संस्थापक, रेडक्लिफ लैब्स प्रा. लि. भारत), समीर कुमार दत्त (सीईओ, फाउंडेशन फ्यूचरिस्टिक टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड, नई दिल्ली, भारत),अरविंद त्रिपाठी (ब्लॉकचेन विशेषज्ञ और महासचिव, यूथ फॉर नेशन) एयर वाइस मार्शल (सेवानिवृत्त) तथा रोहित नेगी (वरिष्ठ उपाध्यक्ष, C3i हब, आईआईटी कानपुर) द्वारा विभिन्न शीर्षकों एवं विषयों पर व्याख्यान दिये गये । इस अवसर पर निदेशक डॉ. गोस्वामी ने संस्थान में आये समस्त अतिथियों को स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया ।

हाईकोर्ट ने पुलिस बल आरक्षक संवर्ग भर्ती 2023-24 पर लगाईं रोक, जानें पूरा मामला

बिलासपुर-  पुलिस बल आरक्षक संवर्ग 2023-24 के पदों पर होने वाली भर्तियों पर हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है। भर्ती प्रक्रिया के तहत राज्य के जिलों में आरक्षकों के अलग-अलग पदों पर भर्तियां होने वाली थीं। मामले की सुनवाई जस्टिस राकेश मोहन पांडेय की सिंगल बेंच में हुई।

बता दें कि हाईकोर्ट में याचिकाकर्ता बेदराम टंडन द्वारा दाखिल याचिका के मुताबिक यह आरक्षक संवर्ग 2023-24 भर्ती प्रक्रिया का पूरा मामला है, जिसके तहत राज्य के सभी जिलों में अलग-अलग पदों पर भर्ती होनी थी। इसमें याचिकाकर्ता के पुत्र ने राजनांदगांव में होने वाले कांस्टेबल जनरल ड्यूटी के लिए आवेदन दिया था। राजनांदगांव जिले में इस श्रेणी के तहत 143 पद जारी किए गए थे, लेकिन विज्ञापन जारी होने और फॉर्म भरने के बाद डीजी पुलिस ने सचिव को इस नियुक्ति प्रक्रिया में पुलिस विभाग में कार्यरत/EX SERVICEMEN कर्मचारियों के बच्चों को छूट देने संबंधी पत्र लिखा था।

पत्र में सुझाव देते हुए लिखा गया था कि भर्ती नियम 2007 की कंडिका 9(5) के तहत भर्ती प्रक्रिया के मापदंडों को शिथिल किया जा सकता है, जिसमें फिजिकल टेस्ट के दौरान सीने की चौड़ाई और ऊंचाई जैसे कुल 9 बिंदुओं में शामिल थे। अवर सचिव ने इस सुझाव को स्वीकार भी कर लिया। इससे आहत होकर याचिकाकर्ता ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर दी।

मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट को बताया गया कि केवल अपने विभाग के कर्मचारियों को छूट देना आम नागरिकों के साथ भेदभाव है, इसलिए इस भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगाई जाए। मामले में वकील द्वारा पेश की गई दलीलों को सुनने के बाद कोर्ट ने आरक्षक संवर्ग 2023-24 के अलग-अलग पदों पर होने वाली भर्तियों पर रोक लगा दी है। याचिकाकर्ता के वकील ने कहा कि क्योंकि नियमों को शिथिल करने का लाभ सभी पदों पर मिलता है, इसलिए सभी पदों पर होने वाली भर्ती पर रोक लगा दी गई है।