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सीएम हेमंत सोरेन का बीजेपी पर हमला, बोले- जेल में नहीं होता तो एनडीए को झारखंड में खाता नहीं खोलने देता

#bihar _

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरन आज वोटर अधिकार यात्रा में शामिल होने बिहार की राजधानी पटना पहुंचे। पटना में वोटर अधिकार यात्रा के समापन के दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए हेमंत सोरेन ने केन्द्र और बिहार सरकार पर जमकर हमला बोला। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस दौरान एनडीए सरकार पर साजिश के तहत ईडी और इनकम टैक्स जैसे हथकंडों के जरिए विपक्षी जनप्रतिनिधियों को डराने का आरोप लगाया।

2014 में कुछ चालाक लोगों ने सता पर कब्जा किया-हेमंत सोरेन

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरन ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वोट किसी पार्टी का नहीं, वोट देश का है। वोट से संविधान और देश बचता है। 2014 में कुछ चालाक और चतुर लोगों ने सता पर कब्जा कर लिया। आज फूट डालो और राज करो पर अमल कर रहे हैं। आज सीबीआई और ईडी के बल पर जनप्रतिनिधियों को डराया जा रहा है।

वोट रिवीजन कराने की चेतावनी

हेमंत सोरेने ने आगे कहा कि कहा कि वोट चोरी की यह प्रक्रिया कोई नई नहीं है, लेकिन राहुल गांधी ने अब इन्हें बेनकाब करने का काम किया है। बिहार का चुनाव केवल बिहार का नहीं पूरे देश को बचाने का चुनाव है। सोरेन ने आरोप लगाया कि साजिश के तहत उन्हें जेल में डाल दिया गया, वरना जिस तरह झारखंड में पूर्ण बहुमत की सरकार बनी, उसी तरह लोकसभा में भी एनडीए को खाता खोलने का मौका नहीं मिलता। अगर है हिम्मत तो देश की गद्दी छोड़ो वोट रिवीजन कराओ तब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।

130वें संविधान संशोधन विधेयक के पीछे छिपा बड़ा एजेंडा”, विधानसभा में बोले सीएम हेमंत सोरेन

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झारखंड विधानसभा के मॉनसून सत्र के आखिरी दिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला। हेमंत सोरेन ने कहा,130वें संविधान संशोधन विधेयक के पीछे छिपा हुआ एजेंडा है, हम इसे लाए जाने का तर्क समझने में नाकाम हैं। सोरेन ने कहा कि उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि यह विधेयक, जिसमें 30 दिन या उससे अधिक की सजा मिलने पर मंत्रियों को उनके पद से हटाने का प्रावधान है, आखिर संसद में क्यों लाया गया।

चुनाव आयोग और केंद्रीय एजेंसियों पर साधा निशाना

मुख्यमंत्री ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह चुनाव आयोग का इस्तेमाल अपने राजनीतिक फायदे के लिए करती है। सीएम सोरेन ने दावा किया कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने निर्वाचन आयोग की मदद से बिहार में लाखों मतदाताओं के नाम हटा दिए। इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि जो भी केंद्र सरकार का विरोध करता है, उसे ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग जैसी एजेंसियों के जरिए झूठे मामलों में फंसाया जाता है। सोरेन ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार ने चुनाव आयोग को ऐसा कानून बनाकर सुरक्षा दी है कि मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्तों को उनके कार्यकाल के दौरान लिए गए फैसलों के लिए कोई कानूनी कार्रवाई का सामना नहीं करना पड़ेगा।

केन्द्र पर लगाया आदिवासियों की उपेक्षा का आरोप

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केन्द्र की मोदी सरकार पर आदिवासियों की उपेक्षा का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार झारखंड में खदानों की नीलामी की निगरानी में व्यस्त है। झारखंड देश को कोयला और खनिज देता है। दिल्ली-मुंबई जैसे महानगर इनसे रोशन होते हैं, लेकिन यहां के आदिवासी गरीबी और बीमारियों से जूझ रहे हैं। जबकि यूरेनियम की खुदाई से आदिवासियों को समस्या हो रही है। सोरेन ने कहा कि झारखंड देश के विकास में योगदान देता है, लेकिन बदले में उसे केंद्र की उपेक्षा झेलनी पड़ती है।

आज रांची लौटेंगे सीएम हेमंत सोरेन, राजधानी आने के बाद घाटशिला जाने की संभावना

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झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज रामगढ़ स्थित अपने पैतृक गांव नेमरा से रांची लौटने वाले हैं। पिता शिबू सोरेन का श्राद्ध कर्म समाप्त करने के बाद सीएम हेमंन सोरेन वापस रांची लौटेंगे। रांची आते ही सीएम सबसे पहले महत्वपूर्ण कार्य करने घाटशिला जा सकते हैं। बता दें कि हेमंत सोरेन बीते दो सप्ताह से पिता पिता शिबू सोरेन के निधन के बाद श्राद्ध कर्म और अन्य पारंपरिक विधियों में व्यस्त थे।

घाटशिला जा सकते हैं सीएम

आज रांची लौटने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के घाटशिला जाने की संभावना जताई जा रही है। जहां वे शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के परिजनों से मिलकर संवेदना व्यक्त करेंगे। हेमंत सोरेन अपने पिता के श्राद्ध में व्यस्त होने के कारण शिक्षा मंत्री के अंतिम दर्शन नहीं कर सके थे, हालांकि उन्होंने सोशल मीडिया पर एक भावुक संदेश साझा कर दिवंगत मंत्री को श्रद्धांजलि अर्पित की थी। बता दें कि 15 अगस्त की रात रामदास सोरेन का दिल्ली स्थित अपोलो अस्पताल में निधन हो गया था।

रजरप्पा में शिबू सोरेन की अस्थियां विसर्जित की

इससे पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन रविवार को अपने पूरे परिवार के साथ रजरप्पा मंदिर पहुंचे और पारंपरिक विधि-विधान तथा संथाली परंपराओं के अनुसार अपने पिता एवं झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के संस्थापक संरक्षक, दिवंगत दिशोम गुरु शिबू सोरेन की अस्थियां दामोदर नदी में विसर्जित कीं। इस अवसर पर उनके छोटे भाई और झामुमो विधायक बसंत सोरेन, मुख्यमंत्री के बेटे, अन्य परिजन और परिवार के करीबी सदस्य भी उपस्थित थे।

सीएम हेमंत सोरेन ने पैतृक गांव नेमरा में किया ध्वजारोहण, जनता के नाम लिखा खास संदेश

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झारखंड में 79वां स्वतंत्रता दिवस पूरे जोश के साथ मनाया गया। राजधानी रांची के मोराबादी मैदान में राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने तिरंगा फहराया और जनता को संबोधित किया। इस बार परंपरा से हटकर राज्यपाल ने रांची में तिरंगा फहराया, क्योंकि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने पैतृक गांव नेमरा में झामुमो संस्थापक और उनके पिता शिबू सोरेन के श्राद्ध में शामिल हो रहे हैं। इसी क्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रामगढ़ स्थित अपने पैतृक गांव नेमरा में ध्वजारोहण किया।

राज्यवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी

सीएम ने झारखंड और देश के वीर सपूतों को नमन किया साथ ही राज्यवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस केवल उत्सव का दिन नहीं, बल्कि हमारे देश के वीर शहीदों के बलिदान को स्मरण करने और उनके सपनों के भारत के निर्माण का संकल्प लेने का अवसर है।कार्यक्रम में स्थानीय लोगों की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही और माहौल देशभक्ति के गीतों से गूंजता रहा।

टूटी बरसों पुरानी यह परंपरा

बता दें कि सीएम हेमंत सोरेन पिता शिबू सोरेन के निधन के बाद से सीएम नेमरा में ही हैं। आज शिबू सोरेन का दशकर्म भी है। जिसके कारण कई वर्षों से स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस दोनों ही मौकों पर राजधानी रांची में मुख्यमंत्री और उपराजधानी दुमका में राज्यपाल ध्वजारोहण करने की बरसों पुरानी यह परंपरा भी टूट गयी।

झारखंड में 15 अगस्त को सीएम हेमंत नहीं राज्यपाल फहराएंगे तिरंगा, जानें क्या है वजह?

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झारखंड में इस साल 15 अगस्त का स्वतंत्रता दिवस समारोह कुछ अलग होगा। परंपरा से हटकर इस बार रांची के मोरहाबादी मैदान में मुख्यमंत्री नहीं, बल्कि राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार तिरंगा फहराएंगे। राजभवन की ओर से सूचना दी गई है कि राज्य सरकार की ओर से स्वतंत्रता दिवस-2025 के अवसर पर मोरहाबादी में ध्वजारोहण करने का प्रस्ताव दिया गया था, जिस पर उन्होंने अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी है।

पिता के श्राद्ध के लिए नेमरा में रहेंगे हेमंत

हर साल की तरह रांची के मोरहाबादी मैदान में 15 अगस्त को मुख्यमंत्री तिरंगा फहराते हैं। लेकिन ध्वजारोहण की परंपरा इस बार नहीं निभाई जाएगी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने पिता एवं वरिष्ठ आदिवासी नेता शिबू सोरेन के श्राद्ध कर्मकांड में शामिल होने के लिए 15 अगस्त को अपने पैतृक गांव नेमरा में रहेंगे।

राज्यपाल ने स्वीकार किया सरकार का प्रस्ताव

शिबू सोरेन का 4 अगस्त को 81 वर्ष की उम्र में दिल्ली के एक अस्पताल में निधन हो गया था। उनके निधन के चलते मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल नहीं होने का निर्णय लिया है। राज्य सरकार की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि राज्य सरकार ने प्रस्ताव दिया था कि इस साल माननीय राज्यपाल मोरहाबादी में ध्वजारोहण करें। राज्यपाल गंगवार ने प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है। सरकार की ओर से जारी बयान के अनुसार, इस बार मोरहाबादी मैदान में राष्ट्रीय ध्वज राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार फहराएंगे।

‘एट होम कार्यक्रम’ भी रद्द किया गया

आमतौर पर राज्यपाल स्वतंत्रता दिवस पर झारखंड की उपराजधानी दुमका में ध्वजारोहण करते हैं, लेकिन इस बार राज्य सरकार के विशेष प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए वे रांची में मुख्य समारोह का नेतृत्व करेंगे। इतना ही नहीं संतोष कुमार गंगवार ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री दिशोम गुरु शिबू सोरेन के सम्मान में राज भवन में प्रति वर्ष स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य पर आयोजित होने वाले ‘एट होम कार्यक्रम’ को इस वर्ष आयोजित नहीं करने का निर्णय लिया है।

दिशोम गुरु को मिले भारत रत्न", हेमंत सोरेन के मंत्री ने केंद्र सरकार से की मांग

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झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और 'दिशोम गुरु' शिबू सोरेन का सोमवार को निधन हो गया। शिबू सोरेन के निधन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से लेकर देशभर के नेताओं ने शोक प्रकट किया। इस बीच हेमंत सोरेन सरकार में मंत्री कांग्रेस नेता इरफान सोलंकी ने शिबू सोरेन के लिए बड़ी मांग रख दी है। उन्होंने केन्द्र सरकार से मांग की है कि शिबू सोरेन को भारत रत्न मिले।

झारखंड के मंत्री इरफान अंसारी वरिष्ठ आदिवासी नेता और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के सह-संस्थापक शिबू सोरेन को अंतिम श्रद्धांजलि देने उनके आवास स्थान पहुंचे। इस दौरान उन्होंने गुरुजी को मरणोपरांत भारत रत्न देने की मांग की। मंत्री इरफान अंसारी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उनकी कमी कभी पूरी नहीं होगी, मैं राष्ट्रपति से गुरुजी को भारत रत्न देने की मांग करता हूं। वो वास्तव में इसके हकदार हैं। वे एक आंदोलनकारी थे और गरीबों की आवाज थे इसलिए भारत सरकार को तुरंत यह घोषणा करनी चाहिए।

आदिवासियों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया-इरफान

झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने कहा कि शिबू सोरेन झारखंड आंदोलन के स्तंभ रहे हैं। वर्षों संघर्ष कर झारखंड अलग राज्य की मांग को मुकाम तक पहुंचाया। उन्होंने संसाधनों पर आदिवासियों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया। जल, जंगल और जमीन की रक्षा को अपना मिशन बनाया। झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक के रूप में उन्होंने सामाजिक न्याय और स्वाभिमान की राजनीति को दिशा दी।

शिबू सोरेन से जुड़ा वाकया सुना भावुक हुए इरफान

शिबू सोरेन के साथ बिताये पल याद कर इरफान अंसारी भावुक हो गए। उन्होंने एक वाकया सुनाते हुए कहा कि शिबू सोरेन को इरफान अंसारी की मां के हाथ की रोटियां पसंद थीं। वे हमेशा कहते थे कि घर से खाना लाया करो। उनके साथ व्यक्तिगत संबंध थे। शिबू सोरेन के निधन ने उन्हें तोड़ दिया है।

81 साल की उम्र में शिबू सोरेन का निधन

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन 19 जून 2025 से दिल्ली से सर गंगाराम अस्पताल में इलाजरत थे। आखिरी वक्त तक उन्होंने संघर्ष किया। चार अगस्त की सुबह उन्होंने आखिरी सांस ली। वे 81 साल के थे। कई बीमारियों से वे पीड़ित थे।

पिता के निधन के बाद छलका सीएम हेमंत सोरेन का दर्द, का भावुक कर देने वाले पोस्ट

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दिशोम गुरु शिबू सोरेन अब इस दुनिया में नहीं रहे। शिबू सोरेन के निधन के बाद पूरे राज्य में शोक की लहर है। गुरु जी का अंतिम संस्कार आज रामगढ़ स्थित उनके पैतृक गांव नेमरा में किया जायेगा। पिता की अंतिम यात्रा से पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया पर एक बेहद भावुक पोस्ट साझा किया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर हेमंत ने लिखा, 'मैं अपने जीवन के सबसे कठिन दिनों से गुजर रहा हूं।

सीएम सोरेन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में लिखा कि मैं अपने जीवन के सबसे कठिन दिनों से गुज़र रहा हूं। मेरे सिर से सिर्फ पिता का साया नहीं गया, झारखंड की आत्मा का स्तंभ चला गया है। हेमंत सोरेन ने लिखा कि मैं उन्हें सिर्फ बाबा नहीं कहता था। वे मेरे पथ प्रदर्शक थे, मेरे विचारों की जड़ें थे और उस जंगल जैसी छाया थे, जिसने हजारों-लाखों झारखंडियों को धूप और अन्याय से बचाया।

हेमंत सोरेन ने आगे लिखा है कि, मेरे बाबा की शुरुआत बहुत साधारण थी। नेमरा गांव के उस छोटे से घर में जन्मे, जहां गरीबी थी, भूख थी। पर हिम्मत थी।बचपन में ही उन्होंने अपने पिता को खो दिया। जमीदारी के शोषण ने उन्हें एक ऐसी आग दी, जिसने उन्हें पूरी जिंदगी संघर्षशील बना दिया। मैंने उन्हें देखा है, हल चलाते हुए, लोगों के बीच बैठते हुए, सिर्फ भाषण नहीं देते थे, लोगों का दुःख जीते थे।

बाबा ने सिर्फ रास्ता नहीं दिखाया, हमें चलना सिखाया-हेमंत सोरेन

पीता के निधन के बाद टूटे दिल से एक बेटे ने लिखा, बचपन में जब मैं उनसे पूछता था- बाबा, आपको लोग दिशोम गुरु क्यों कहते हैं? तो वे मुस्कुराकर कहते- क्योंकि बेटा, मैंने सिर्फ उनका दुख समझा और उनकी लड़ाई अपनी बना ली। वो उपाधि न किसी किताब में लिखी गई थी, न संसद ने दी, वह झारखंड की जनता के दिलों से निकली थी। ‘दिशोम’ मतलब समाज, ‘गुरु’ मतलब जो रास्ता दिखाए। सच कहूं तो बाबा ने हमें सिर्फ रास्ता नहीं दिखाया, हमें चलना सिखाया।'

मैं डरता था पर बाबा कभी नहीं डरे- हेमंत सोरेन

हेमंत सोरेन ने लिखा कि बचपन में मैंने उन्हें सिर्फ़ संघर्ष करते देखा, बड़े बड़ों से टक्कर लेते देखा। मैं डरता था पर बाबा कभी नहीं डरे। वे कहते थे अगर अन्याय के खिलाफ खड़ा होना अपराध है, तो मैं बार-बार दोषी बनूंगा। बाबा का संघर्ष कोई किताब नहीं समझा सकती। वो उनके पसीने में, उनकी आवाज में और उनकी चप्पल से ढकी फटी एड़ी में था। जब झारखंड राज्य बना, तो उनका सपना साकार हुआ पर उन्होंने कभी सत्ता को उपलब्धि नहीं माना। उन्होंने कहा ये राज्य मेरे लिए कुर्सी नहीं यह मेरे लोगों की पहचान है

झारखंड की हर पगडंडी में आप हो-हेमंत सोरेन

सीएम सोरेन ने आगे लिखा है, आज बाबा नहीं हैं, पर उनकी आवाज़ मेरे भीतर गूंज रही है। मैंने आपसे लड़ना सीखा बाबा, झुकना नहीं। मैंने आपसे झारखंड से प्रेम करना सीखा बिना किसी स्वार्थ के अब आप हमारे बीच नहीं हो, पर झारखंड की हर पगडंडी में आप हो। हर मांदर की थाप में, हर खेत की मिट्टी में, हर गरीब की आंखों में आप झांकते हो।

आपका वचन निभाऊंगा-हेमंत सोरेन

सीएम ने अंत में लिखा है कि आपने जो सपना देखा, अब वो मेरा वादा है। मैं झारखंड को झुकने नहीं दूंगा, आपके नाम को मिटने नहीं दूंगा। आपका संघर्ष अधूरा नहीं रहेगा।बाबा, अब आप आराम कीजिए। आपने अपना धर्म निभा दिया। अब हमें चलना है आपके नक्शे-कदम पर। झारखंड आपका कर्जदार रहेगा। मैं, आपका बेटा, आपका वचन निभाऊंगा। वीर शिबू जिंदाबाद - जिंदाबाद, जिंदाबाद। दिशोम गुरु अमर रहें। जय झारखंड, जय जय झारखंड।

पीएम मोदी के गले लगकर रोए

इसस पहले सोमवार को दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिबू सोरेन के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचें थे। इसकी कुछ तस्वीरें पीएम के एक्स अकाउंट से साझा की गयी थी, जिसमें पिता के निधन से दुखी सीएम हेमंत सोरेन भावुक नजर आए थे, उनकी आंखों में आंसू थे। इस दौरान पीएम मोदी ने गले लगाकर हेमंत सोरेन को सांत्वना दी थी।

रांची में कम होगा जाम का “जंजाल”, बनेंगे 3 और फ्लाईओवर, सीएम हेमंत ने दी परियोजनाओं को हरी झंडी

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रांची के लोगों को जाम से मुक्ति मिलने वाली है। कांटाटोली और सिरमटोली फ्लाईओवर के बाद अब तीन और परियोजनाओं को सीएम हेमंत सोरेन ने स्वीकृति दे दी है। इन परियोजनाओं में फ्लाईओवर और एलिवेटेड कॉरिडोर शामिल हैं। जिन तीन परियोजनाओं को स्वीकृति दी गयी है, उनमें अरगोड़ा चौक वाया कटहल मोड़ चापू टोली एलिवेटेड फ्लाईओवर, करमटोली मोरहाबादी से साइंस सिटी तक फ्लाईओवर और सांइस सिटी से रिंगरोड फोर लेन एवं रांची रेलवे स्टेशन के पीछे से एयरपोर्ट तक एलिवेटेड कॉरिडोर एवं फोरलेन शामिल हैं।

दूसरे शहरों में भी ट्रैफिक सुधारने का निर्देश

मुख्यमंत्री ने पथ निर्माण विभाग की इन परियोजनाओं की प्रस्तुति देखने के बाद स्वीकृति दी। मुख्यमंत्री ने डीपीआर बनाकर इन परियोजनाओं को जल्द शुरू करने का आदेश दिया है। साथ ही, उन्होंने रांची की तरह दूसरे शहरों में भी ट्रैफिक सुधारने के उपाय करने को कहा है।

परियोजनाएं इस प्रकार हैं:

1. अरगोड़ा चौक से कटहल मोड़ होते हुए चापू टोली तक एलिवेटेड फ्लाईओवर – इस फ्लाईओवर के निर्माण से रांची के व्यस्ततम क्षेत्रों में ट्रैफिक का बोझ काफी हद तक कम होगा।

2. करमटोली-मोरहाबादी से साइंस सिटी तक फ्लाईओवर और साइंस सिटी से रिंग रोड तक फोरलेन सड़क – यह मार्ग उत्तर रांची को रिंग रोड से जोड़ने में अहम भूमिका निभाएगा।

3. रांची रेलवे स्टेशन के पीछे से बिरसा मुंडा एयरपोर्ट तक एलिवेटेड कॉरिडोर और फोरलेन मार्ग- इससे एयरपोर्ट की ओर यातायात सुगम होगा और यात्रियों को सहूलियत मिलेगी।

पहले ही मिला है दो फ्लाईओवरों का तोहफा

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रांची को दो फ्लाईओवरों को तोहफा दे दिया है। इनमें कांटाटोली फ्लाईओवर और सिरमटोली फ्लाईओवर शामिल है। अब सीएम ने तीन और प्रस्तावों को हरी झंडी दे दी है। फ्लाईओवर, एलिवेटेड कॉरिडोर और फोरलेन से रांची की तस्वीर तो बदलेगी ही, इसके साथ ही ट्रैफिक जाम से लोगों को काफी हद तक राहत मिल जाएगी।

सीएम हेमन्त सोरेन ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा पत्र, जानें क्या है वजह

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झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखा है। चिट्ठी में उन्होंने झारखंड में प्रतिनियुक्त अर्द्धसैनिक बलों के एवज में झारखंड सरकार के यहां बकाया 13299 करोड़ रुपये की राशि को माफ करने का आग्रह किया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने पत्र में कहा है कि झारखंड सरकार नक्सल विरोधी अभियान में पूरी तत्परता से काम कर रही है और अब तक राज्य में 400 लोग शहीद हो चुके हैं।

विकास योजनाएं प्रभावित होने का दिया हवाला

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने पत्र में लिखा है कि उग्रवाद की समस्या को जड़ से समाप्त करना राज्य एवं केंद्र सरकार की संयुक्त ज़िम्मेवारी है। कोविड -19 महामारी के बाद राज्य सरकार आर्थिक पुनरुत्थान करने, आपदाओं से निपटने तथा अन्य जन-कल्याणकारी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में जुटी हुई है। अपने सीमित संसाधनों के कारण राज्य पर वित्तीय भार अधिक बढ़ गया है, ऐसे में सीआरपीएफ की प्रतिनियुक्ति के विरुद्ध लंबित राशि के भुगतान करने पर राज्य सरकार पर एक बड़ा वित्तीय बोझ पड़ेगा, जिससे फलस्वरूप विकास योजनाएं प्रभावित होंगी।

नक्लल विरोधी अभियान में 400 से अधिक जवान शहीद

सीएम ने पत्र में यह भी कहा कि झारखंड राज्य गठन के समय से ही अति उग्रवाद से प्रभावित रहा है। राज्य सरकार द्वारा अपने सीमित संसाधनों एवं केंद्र द्वारा प्रतिनियुक्त सीआरपीएफ के सहयोग से नक्सल उन्मूलन अभियान संचालित किया गया है। इसके सकारात्मक परिणामस्वरूप राज्य में उग्रवादी गतिविधियों में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है। अब तक इस अभियान में 400 से अधिक पुलिस पदाधिकारी और कर्मी कर्तव्य निर्वहन के दौरान शहीद हो चुके हैं जो राज्य सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।

सीएम हेमंत ने जताया सहयोग का भरोसा

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने अनुरोध किया है कि नक्सल उन्मूलन अभियान में केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों की प्रतिनियुक्ति में संबंधित प्रतिधारण शुल्क को सहकारी संघवाद के सिद्धांत के तहत पूर्ण रूप से माफ करने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जाए। उन्होंने आशा व्यक्त की है कि इस दिशा में केंद्रीय गृह मंत्री का सकारात्मक दृष्टिकोण और सहयोग राज्य की जनता को अवश्य प्राप्त होगा तथा राज्य अपने आर्थिक चुनौतियों का सामना करने में सक्षम होगा।

*Yesterday started the Bengal Global Business Summit in Kolkata*

SB News Bureau: International and national statesmen (from Bhutan Minister to Jharkhand Chief Minister my brother Hemanta, with his wife Kalpana) joined.

And joined industrial and business tycoons (iconic Mukesh Ambani to Sajjan Jindal to other great corporate captains) as well as celebrities like Sourav Ganguly!

They all applauded our public policies, and unwavering commitments to promotion of industries, infrastructure and employment. Series of major announcements followed with investment decisions involving lakhs of crores.

Announced our policies, programmes and promises and told the assembled thousands of delegates how we interweave social security with industry- friendly steps for greater ease of doing business and better synergy.

Importantly, there will henceforth be a State Level Investment Synergy Committee under the Chairmanship of our Chief Secretary for effective, one-stop and time-bound clearance mechanism for investment projects. Fortnightly meetings will be held by the Committee which will have all the Departmental Secretaries to ensure 'NO DELAY'.

Mukesh Ambani made significant announcements for (a) digital infrastructure and services, with JIO services being rendered globally from the soil of Bengal ; (b) retail; (c) artisan economy ; and (d) clean and green energy (Sonar Bangla will be made Solar Bangla). Mukesh promised to double his investments in Bengal within next few years. A few years back, his investment was Rs 2000. crore; it is now 50000 crore; it will be doubled in a few years, he explained.

Sajjan Jindal announced 2× 800 MW power plants with investment of Rs. 16000 crore at Salboni and promised that the project could be scaled up in future to include another 2×800 MW power plants with investments of another Rs 16000 crore! He promised an Industrial Park over 2000 acres, and informed that they were seriously looking into the project of Durgapur Airport for entry and expansion.

Great day, great resolutions, great leaps forward. Looking eagerly towards the sessions tomorrow with national and international delegates and functionaries. And will follow further sectoral sessions, country sessions, industry discourses etc.

सीएम हेमंत सोरेन का बीजेपी पर हमला, बोले- जेल में नहीं होता तो एनडीए को झारखंड में खाता नहीं खोलने देता

#bihar _

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरन आज वोटर अधिकार यात्रा में शामिल होने बिहार की राजधानी पटना पहुंचे। पटना में वोटर अधिकार यात्रा के समापन के दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए हेमंत सोरेन ने केन्द्र और बिहार सरकार पर जमकर हमला बोला। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस दौरान एनडीए सरकार पर साजिश के तहत ईडी और इनकम टैक्स जैसे हथकंडों के जरिए विपक्षी जनप्रतिनिधियों को डराने का आरोप लगाया।

2014 में कुछ चालाक लोगों ने सता पर कब्जा किया-हेमंत सोरेन

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरन ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वोट किसी पार्टी का नहीं, वोट देश का है। वोट से संविधान और देश बचता है। 2014 में कुछ चालाक और चतुर लोगों ने सता पर कब्जा कर लिया। आज फूट डालो और राज करो पर अमल कर रहे हैं। आज सीबीआई और ईडी के बल पर जनप्रतिनिधियों को डराया जा रहा है।

वोट रिवीजन कराने की चेतावनी

हेमंत सोरेने ने आगे कहा कि कहा कि वोट चोरी की यह प्रक्रिया कोई नई नहीं है, लेकिन राहुल गांधी ने अब इन्हें बेनकाब करने का काम किया है। बिहार का चुनाव केवल बिहार का नहीं पूरे देश को बचाने का चुनाव है। सोरेन ने आरोप लगाया कि साजिश के तहत उन्हें जेल में डाल दिया गया, वरना जिस तरह झारखंड में पूर्ण बहुमत की सरकार बनी, उसी तरह लोकसभा में भी एनडीए को खाता खोलने का मौका नहीं मिलता। अगर है हिम्मत तो देश की गद्दी छोड़ो वोट रिवीजन कराओ तब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।

130वें संविधान संशोधन विधेयक के पीछे छिपा बड़ा एजेंडा”, विधानसभा में बोले सीएम हेमंत सोरेन

#bighiddenagendabehindthe130thconstitutionamendmentbillsaidcmhemantsoren

झारखंड विधानसभा के मॉनसून सत्र के आखिरी दिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला। हेमंत सोरेन ने कहा,130वें संविधान संशोधन विधेयक के पीछे छिपा हुआ एजेंडा है, हम इसे लाए जाने का तर्क समझने में नाकाम हैं। सोरेन ने कहा कि उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि यह विधेयक, जिसमें 30 दिन या उससे अधिक की सजा मिलने पर मंत्रियों को उनके पद से हटाने का प्रावधान है, आखिर संसद में क्यों लाया गया।

चुनाव आयोग और केंद्रीय एजेंसियों पर साधा निशाना

मुख्यमंत्री ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह चुनाव आयोग का इस्तेमाल अपने राजनीतिक फायदे के लिए करती है। सीएम सोरेन ने दावा किया कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने निर्वाचन आयोग की मदद से बिहार में लाखों मतदाताओं के नाम हटा दिए। इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि जो भी केंद्र सरकार का विरोध करता है, उसे ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग जैसी एजेंसियों के जरिए झूठे मामलों में फंसाया जाता है। सोरेन ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार ने चुनाव आयोग को ऐसा कानून बनाकर सुरक्षा दी है कि मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्तों को उनके कार्यकाल के दौरान लिए गए फैसलों के लिए कोई कानूनी कार्रवाई का सामना नहीं करना पड़ेगा।

केन्द्र पर लगाया आदिवासियों की उपेक्षा का आरोप

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केन्द्र की मोदी सरकार पर आदिवासियों की उपेक्षा का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार झारखंड में खदानों की नीलामी की निगरानी में व्यस्त है। झारखंड देश को कोयला और खनिज देता है। दिल्ली-मुंबई जैसे महानगर इनसे रोशन होते हैं, लेकिन यहां के आदिवासी गरीबी और बीमारियों से जूझ रहे हैं। जबकि यूरेनियम की खुदाई से आदिवासियों को समस्या हो रही है। सोरेन ने कहा कि झारखंड देश के विकास में योगदान देता है, लेकिन बदले में उसे केंद्र की उपेक्षा झेलनी पड़ती है।

आज रांची लौटेंगे सीएम हेमंत सोरेन, राजधानी आने के बाद घाटशिला जाने की संभावना

#cmhemantsorenwillreturntoranchitodayfrom_nemra

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज रामगढ़ स्थित अपने पैतृक गांव नेमरा से रांची लौटने वाले हैं। पिता शिबू सोरेन का श्राद्ध कर्म समाप्त करने के बाद सीएम हेमंन सोरेन वापस रांची लौटेंगे। रांची आते ही सीएम सबसे पहले महत्वपूर्ण कार्य करने घाटशिला जा सकते हैं। बता दें कि हेमंत सोरेन बीते दो सप्ताह से पिता पिता शिबू सोरेन के निधन के बाद श्राद्ध कर्म और अन्य पारंपरिक विधियों में व्यस्त थे।

घाटशिला जा सकते हैं सीएम

आज रांची लौटने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के घाटशिला जाने की संभावना जताई जा रही है। जहां वे शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के परिजनों से मिलकर संवेदना व्यक्त करेंगे। हेमंत सोरेन अपने पिता के श्राद्ध में व्यस्त होने के कारण शिक्षा मंत्री के अंतिम दर्शन नहीं कर सके थे, हालांकि उन्होंने सोशल मीडिया पर एक भावुक संदेश साझा कर दिवंगत मंत्री को श्रद्धांजलि अर्पित की थी। बता दें कि 15 अगस्त की रात रामदास सोरेन का दिल्ली स्थित अपोलो अस्पताल में निधन हो गया था।

रजरप्पा में शिबू सोरेन की अस्थियां विसर्जित की

इससे पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन रविवार को अपने पूरे परिवार के साथ रजरप्पा मंदिर पहुंचे और पारंपरिक विधि-विधान तथा संथाली परंपराओं के अनुसार अपने पिता एवं झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के संस्थापक संरक्षक, दिवंगत दिशोम गुरु शिबू सोरेन की अस्थियां दामोदर नदी में विसर्जित कीं। इस अवसर पर उनके छोटे भाई और झामुमो विधायक बसंत सोरेन, मुख्यमंत्री के बेटे, अन्य परिजन और परिवार के करीबी सदस्य भी उपस्थित थे।

सीएम हेमंत सोरेन ने पैतृक गांव नेमरा में किया ध्वजारोहण, जनता के नाम लिखा खास संदेश

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झारखंड में 79वां स्वतंत्रता दिवस पूरे जोश के साथ मनाया गया। राजधानी रांची के मोराबादी मैदान में राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने तिरंगा फहराया और जनता को संबोधित किया। इस बार परंपरा से हटकर राज्यपाल ने रांची में तिरंगा फहराया, क्योंकि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने पैतृक गांव नेमरा में झामुमो संस्थापक और उनके पिता शिबू सोरेन के श्राद्ध में शामिल हो रहे हैं। इसी क्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रामगढ़ स्थित अपने पैतृक गांव नेमरा में ध्वजारोहण किया।

राज्यवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी

सीएम ने झारखंड और देश के वीर सपूतों को नमन किया साथ ही राज्यवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस केवल उत्सव का दिन नहीं, बल्कि हमारे देश के वीर शहीदों के बलिदान को स्मरण करने और उनके सपनों के भारत के निर्माण का संकल्प लेने का अवसर है।कार्यक्रम में स्थानीय लोगों की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही और माहौल देशभक्ति के गीतों से गूंजता रहा।

टूटी बरसों पुरानी यह परंपरा

बता दें कि सीएम हेमंत सोरेन पिता शिबू सोरेन के निधन के बाद से सीएम नेमरा में ही हैं। आज शिबू सोरेन का दशकर्म भी है। जिसके कारण कई वर्षों से स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस दोनों ही मौकों पर राजधानी रांची में मुख्यमंत्री और उपराजधानी दुमका में राज्यपाल ध्वजारोहण करने की बरसों पुरानी यह परंपरा भी टूट गयी।

झारखंड में 15 अगस्त को सीएम हेमंत नहीं राज्यपाल फहराएंगे तिरंगा, जानें क्या है वजह?

#jharkhandgovernortohoistflagonindependencedaycmhemantabsent

झारखंड में इस साल 15 अगस्त का स्वतंत्रता दिवस समारोह कुछ अलग होगा। परंपरा से हटकर इस बार रांची के मोरहाबादी मैदान में मुख्यमंत्री नहीं, बल्कि राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार तिरंगा फहराएंगे। राजभवन की ओर से सूचना दी गई है कि राज्य सरकार की ओर से स्वतंत्रता दिवस-2025 के अवसर पर मोरहाबादी में ध्वजारोहण करने का प्रस्ताव दिया गया था, जिस पर उन्होंने अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी है।

पिता के श्राद्ध के लिए नेमरा में रहेंगे हेमंत

हर साल की तरह रांची के मोरहाबादी मैदान में 15 अगस्त को मुख्यमंत्री तिरंगा फहराते हैं। लेकिन ध्वजारोहण की परंपरा इस बार नहीं निभाई जाएगी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने पिता एवं वरिष्ठ आदिवासी नेता शिबू सोरेन के श्राद्ध कर्मकांड में शामिल होने के लिए 15 अगस्त को अपने पैतृक गांव नेमरा में रहेंगे।

राज्यपाल ने स्वीकार किया सरकार का प्रस्ताव

शिबू सोरेन का 4 अगस्त को 81 वर्ष की उम्र में दिल्ली के एक अस्पताल में निधन हो गया था। उनके निधन के चलते मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल नहीं होने का निर्णय लिया है। राज्य सरकार की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि राज्य सरकार ने प्रस्ताव दिया था कि इस साल माननीय राज्यपाल मोरहाबादी में ध्वजारोहण करें। राज्यपाल गंगवार ने प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है। सरकार की ओर से जारी बयान के अनुसार, इस बार मोरहाबादी मैदान में राष्ट्रीय ध्वज राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार फहराएंगे।

‘एट होम कार्यक्रम’ भी रद्द किया गया

आमतौर पर राज्यपाल स्वतंत्रता दिवस पर झारखंड की उपराजधानी दुमका में ध्वजारोहण करते हैं, लेकिन इस बार राज्य सरकार के विशेष प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए वे रांची में मुख्य समारोह का नेतृत्व करेंगे। इतना ही नहीं संतोष कुमार गंगवार ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री दिशोम गुरु शिबू सोरेन के सम्मान में राज भवन में प्रति वर्ष स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य पर आयोजित होने वाले ‘एट होम कार्यक्रम’ को इस वर्ष आयोजित नहीं करने का निर्णय लिया है।

दिशोम गुरु को मिले भारत रत्न", हेमंत सोरेन के मंत्री ने केंद्र सरकार से की मांग

#bharatratnatoshibusorenhemantsorenministerdrirfanansari_demand

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और 'दिशोम गुरु' शिबू सोरेन का सोमवार को निधन हो गया। शिबू सोरेन के निधन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से लेकर देशभर के नेताओं ने शोक प्रकट किया। इस बीच हेमंत सोरेन सरकार में मंत्री कांग्रेस नेता इरफान सोलंकी ने शिबू सोरेन के लिए बड़ी मांग रख दी है। उन्होंने केन्द्र सरकार से मांग की है कि शिबू सोरेन को भारत रत्न मिले।

झारखंड के मंत्री इरफान अंसारी वरिष्ठ आदिवासी नेता और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के सह-संस्थापक शिबू सोरेन को अंतिम श्रद्धांजलि देने उनके आवास स्थान पहुंचे। इस दौरान उन्होंने गुरुजी को मरणोपरांत भारत रत्न देने की मांग की। मंत्री इरफान अंसारी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उनकी कमी कभी पूरी नहीं होगी, मैं राष्ट्रपति से गुरुजी को भारत रत्न देने की मांग करता हूं। वो वास्तव में इसके हकदार हैं। वे एक आंदोलनकारी थे और गरीबों की आवाज थे इसलिए भारत सरकार को तुरंत यह घोषणा करनी चाहिए।

आदिवासियों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया-इरफान

झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने कहा कि शिबू सोरेन झारखंड आंदोलन के स्तंभ रहे हैं। वर्षों संघर्ष कर झारखंड अलग राज्य की मांग को मुकाम तक पहुंचाया। उन्होंने संसाधनों पर आदिवासियों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया। जल, जंगल और जमीन की रक्षा को अपना मिशन बनाया। झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक के रूप में उन्होंने सामाजिक न्याय और स्वाभिमान की राजनीति को दिशा दी।

शिबू सोरेन से जुड़ा वाकया सुना भावुक हुए इरफान

शिबू सोरेन के साथ बिताये पल याद कर इरफान अंसारी भावुक हो गए। उन्होंने एक वाकया सुनाते हुए कहा कि शिबू सोरेन को इरफान अंसारी की मां के हाथ की रोटियां पसंद थीं। वे हमेशा कहते थे कि घर से खाना लाया करो। उनके साथ व्यक्तिगत संबंध थे। शिबू सोरेन के निधन ने उन्हें तोड़ दिया है।

81 साल की उम्र में शिबू सोरेन का निधन

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन 19 जून 2025 से दिल्ली से सर गंगाराम अस्पताल में इलाजरत थे। आखिरी वक्त तक उन्होंने संघर्ष किया। चार अगस्त की सुबह उन्होंने आखिरी सांस ली। वे 81 साल के थे। कई बीमारियों से वे पीड़ित थे।

पिता के निधन के बाद छलका सीएम हेमंत सोरेन का दर्द, का भावुक कर देने वाले पोस्ट

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दिशोम गुरु शिबू सोरेन अब इस दुनिया में नहीं रहे। शिबू सोरेन के निधन के बाद पूरे राज्य में शोक की लहर है। गुरु जी का अंतिम संस्कार आज रामगढ़ स्थित उनके पैतृक गांव नेमरा में किया जायेगा। पिता की अंतिम यात्रा से पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया पर एक बेहद भावुक पोस्ट साझा किया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर हेमंत ने लिखा, 'मैं अपने जीवन के सबसे कठिन दिनों से गुजर रहा हूं।

सीएम सोरेन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में लिखा कि मैं अपने जीवन के सबसे कठिन दिनों से गुज़र रहा हूं। मेरे सिर से सिर्फ पिता का साया नहीं गया, झारखंड की आत्मा का स्तंभ चला गया है। हेमंत सोरेन ने लिखा कि मैं उन्हें सिर्फ बाबा नहीं कहता था। वे मेरे पथ प्रदर्शक थे, मेरे विचारों की जड़ें थे और उस जंगल जैसी छाया थे, जिसने हजारों-लाखों झारखंडियों को धूप और अन्याय से बचाया।

हेमंत सोरेन ने आगे लिखा है कि, मेरे बाबा की शुरुआत बहुत साधारण थी। नेमरा गांव के उस छोटे से घर में जन्मे, जहां गरीबी थी, भूख थी। पर हिम्मत थी।बचपन में ही उन्होंने अपने पिता को खो दिया। जमीदारी के शोषण ने उन्हें एक ऐसी आग दी, जिसने उन्हें पूरी जिंदगी संघर्षशील बना दिया। मैंने उन्हें देखा है, हल चलाते हुए, लोगों के बीच बैठते हुए, सिर्फ भाषण नहीं देते थे, लोगों का दुःख जीते थे।

बाबा ने सिर्फ रास्ता नहीं दिखाया, हमें चलना सिखाया-हेमंत सोरेन

पीता के निधन के बाद टूटे दिल से एक बेटे ने लिखा, बचपन में जब मैं उनसे पूछता था- बाबा, आपको लोग दिशोम गुरु क्यों कहते हैं? तो वे मुस्कुराकर कहते- क्योंकि बेटा, मैंने सिर्फ उनका दुख समझा और उनकी लड़ाई अपनी बना ली। वो उपाधि न किसी किताब में लिखी गई थी, न संसद ने दी, वह झारखंड की जनता के दिलों से निकली थी। ‘दिशोम’ मतलब समाज, ‘गुरु’ मतलब जो रास्ता दिखाए। सच कहूं तो बाबा ने हमें सिर्फ रास्ता नहीं दिखाया, हमें चलना सिखाया।'

मैं डरता था पर बाबा कभी नहीं डरे- हेमंत सोरेन

हेमंत सोरेन ने लिखा कि बचपन में मैंने उन्हें सिर्फ़ संघर्ष करते देखा, बड़े बड़ों से टक्कर लेते देखा। मैं डरता था पर बाबा कभी नहीं डरे। वे कहते थे अगर अन्याय के खिलाफ खड़ा होना अपराध है, तो मैं बार-बार दोषी बनूंगा। बाबा का संघर्ष कोई किताब नहीं समझा सकती। वो उनके पसीने में, उनकी आवाज में और उनकी चप्पल से ढकी फटी एड़ी में था। जब झारखंड राज्य बना, तो उनका सपना साकार हुआ पर उन्होंने कभी सत्ता को उपलब्धि नहीं माना। उन्होंने कहा ये राज्य मेरे लिए कुर्सी नहीं यह मेरे लोगों की पहचान है

झारखंड की हर पगडंडी में आप हो-हेमंत सोरेन

सीएम सोरेन ने आगे लिखा है, आज बाबा नहीं हैं, पर उनकी आवाज़ मेरे भीतर गूंज रही है। मैंने आपसे लड़ना सीखा बाबा, झुकना नहीं। मैंने आपसे झारखंड से प्रेम करना सीखा बिना किसी स्वार्थ के अब आप हमारे बीच नहीं हो, पर झारखंड की हर पगडंडी में आप हो। हर मांदर की थाप में, हर खेत की मिट्टी में, हर गरीब की आंखों में आप झांकते हो।

आपका वचन निभाऊंगा-हेमंत सोरेन

सीएम ने अंत में लिखा है कि आपने जो सपना देखा, अब वो मेरा वादा है। मैं झारखंड को झुकने नहीं दूंगा, आपके नाम को मिटने नहीं दूंगा। आपका संघर्ष अधूरा नहीं रहेगा।बाबा, अब आप आराम कीजिए। आपने अपना धर्म निभा दिया। अब हमें चलना है आपके नक्शे-कदम पर। झारखंड आपका कर्जदार रहेगा। मैं, आपका बेटा, आपका वचन निभाऊंगा। वीर शिबू जिंदाबाद - जिंदाबाद, जिंदाबाद। दिशोम गुरु अमर रहें। जय झारखंड, जय जय झारखंड।

पीएम मोदी के गले लगकर रोए

इसस पहले सोमवार को दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिबू सोरेन के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचें थे। इसकी कुछ तस्वीरें पीएम के एक्स अकाउंट से साझा की गयी थी, जिसमें पिता के निधन से दुखी सीएम हेमंत सोरेन भावुक नजर आए थे, उनकी आंखों में आंसू थे। इस दौरान पीएम मोदी ने गले लगाकर हेमंत सोरेन को सांत्वना दी थी।

रांची में कम होगा जाम का “जंजाल”, बनेंगे 3 और फ्लाईओवर, सीएम हेमंत ने दी परियोजनाओं को हरी झंडी

#hemantsorengifttoranchiflyoversnetwork3projects_approved

रांची के लोगों को जाम से मुक्ति मिलने वाली है। कांटाटोली और सिरमटोली फ्लाईओवर के बाद अब तीन और परियोजनाओं को सीएम हेमंत सोरेन ने स्वीकृति दे दी है। इन परियोजनाओं में फ्लाईओवर और एलिवेटेड कॉरिडोर शामिल हैं। जिन तीन परियोजनाओं को स्वीकृति दी गयी है, उनमें अरगोड़ा चौक वाया कटहल मोड़ चापू टोली एलिवेटेड फ्लाईओवर, करमटोली मोरहाबादी से साइंस सिटी तक फ्लाईओवर और सांइस सिटी से रिंगरोड फोर लेन एवं रांची रेलवे स्टेशन के पीछे से एयरपोर्ट तक एलिवेटेड कॉरिडोर एवं फोरलेन शामिल हैं।

दूसरे शहरों में भी ट्रैफिक सुधारने का निर्देश

मुख्यमंत्री ने पथ निर्माण विभाग की इन परियोजनाओं की प्रस्तुति देखने के बाद स्वीकृति दी। मुख्यमंत्री ने डीपीआर बनाकर इन परियोजनाओं को जल्द शुरू करने का आदेश दिया है। साथ ही, उन्होंने रांची की तरह दूसरे शहरों में भी ट्रैफिक सुधारने के उपाय करने को कहा है।

परियोजनाएं इस प्रकार हैं:

1. अरगोड़ा चौक से कटहल मोड़ होते हुए चापू टोली तक एलिवेटेड फ्लाईओवर – इस फ्लाईओवर के निर्माण से रांची के व्यस्ततम क्षेत्रों में ट्रैफिक का बोझ काफी हद तक कम होगा।

2. करमटोली-मोरहाबादी से साइंस सिटी तक फ्लाईओवर और साइंस सिटी से रिंग रोड तक फोरलेन सड़क – यह मार्ग उत्तर रांची को रिंग रोड से जोड़ने में अहम भूमिका निभाएगा।

3. रांची रेलवे स्टेशन के पीछे से बिरसा मुंडा एयरपोर्ट तक एलिवेटेड कॉरिडोर और फोरलेन मार्ग- इससे एयरपोर्ट की ओर यातायात सुगम होगा और यात्रियों को सहूलियत मिलेगी।

पहले ही मिला है दो फ्लाईओवरों का तोहफा

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रांची को दो फ्लाईओवरों को तोहफा दे दिया है। इनमें कांटाटोली फ्लाईओवर और सिरमटोली फ्लाईओवर शामिल है। अब सीएम ने तीन और प्रस्तावों को हरी झंडी दे दी है। फ्लाईओवर, एलिवेटेड कॉरिडोर और फोरलेन से रांची की तस्वीर तो बदलेगी ही, इसके साथ ही ट्रैफिक जाम से लोगों को काफी हद तक राहत मिल जाएगी।

सीएम हेमन्त सोरेन ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा पत्र, जानें क्या है वजह

#hemantsorenwrotealettertoamit_shah

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखा है। चिट्ठी में उन्होंने झारखंड में प्रतिनियुक्त अर्द्धसैनिक बलों के एवज में झारखंड सरकार के यहां बकाया 13299 करोड़ रुपये की राशि को माफ करने का आग्रह किया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने पत्र में कहा है कि झारखंड सरकार नक्सल विरोधी अभियान में पूरी तत्परता से काम कर रही है और अब तक राज्य में 400 लोग शहीद हो चुके हैं।

विकास योजनाएं प्रभावित होने का दिया हवाला

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने पत्र में लिखा है कि उग्रवाद की समस्या को जड़ से समाप्त करना राज्य एवं केंद्र सरकार की संयुक्त ज़िम्मेवारी है। कोविड -19 महामारी के बाद राज्य सरकार आर्थिक पुनरुत्थान करने, आपदाओं से निपटने तथा अन्य जन-कल्याणकारी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में जुटी हुई है। अपने सीमित संसाधनों के कारण राज्य पर वित्तीय भार अधिक बढ़ गया है, ऐसे में सीआरपीएफ की प्रतिनियुक्ति के विरुद्ध लंबित राशि के भुगतान करने पर राज्य सरकार पर एक बड़ा वित्तीय बोझ पड़ेगा, जिससे फलस्वरूप विकास योजनाएं प्रभावित होंगी।

नक्लल विरोधी अभियान में 400 से अधिक जवान शहीद

सीएम ने पत्र में यह भी कहा कि झारखंड राज्य गठन के समय से ही अति उग्रवाद से प्रभावित रहा है। राज्य सरकार द्वारा अपने सीमित संसाधनों एवं केंद्र द्वारा प्रतिनियुक्त सीआरपीएफ के सहयोग से नक्सल उन्मूलन अभियान संचालित किया गया है। इसके सकारात्मक परिणामस्वरूप राज्य में उग्रवादी गतिविधियों में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है। अब तक इस अभियान में 400 से अधिक पुलिस पदाधिकारी और कर्मी कर्तव्य निर्वहन के दौरान शहीद हो चुके हैं जो राज्य सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।

सीएम हेमंत ने जताया सहयोग का भरोसा

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने अनुरोध किया है कि नक्सल उन्मूलन अभियान में केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों की प्रतिनियुक्ति में संबंधित प्रतिधारण शुल्क को सहकारी संघवाद के सिद्धांत के तहत पूर्ण रूप से माफ करने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जाए। उन्होंने आशा व्यक्त की है कि इस दिशा में केंद्रीय गृह मंत्री का सकारात्मक दृष्टिकोण और सहयोग राज्य की जनता को अवश्य प्राप्त होगा तथा राज्य अपने आर्थिक चुनौतियों का सामना करने में सक्षम होगा।

*Yesterday started the Bengal Global Business Summit in Kolkata*

SB News Bureau: International and national statesmen (from Bhutan Minister to Jharkhand Chief Minister my brother Hemanta, with his wife Kalpana) joined.

And joined industrial and business tycoons (iconic Mukesh Ambani to Sajjan Jindal to other great corporate captains) as well as celebrities like Sourav Ganguly!

They all applauded our public policies, and unwavering commitments to promotion of industries, infrastructure and employment. Series of major announcements followed with investment decisions involving lakhs of crores.

Announced our policies, programmes and promises and told the assembled thousands of delegates how we interweave social security with industry- friendly steps for greater ease of doing business and better synergy.

Importantly, there will henceforth be a State Level Investment Synergy Committee under the Chairmanship of our Chief Secretary for effective, one-stop and time-bound clearance mechanism for investment projects. Fortnightly meetings will be held by the Committee which will have all the Departmental Secretaries to ensure 'NO DELAY'.

Mukesh Ambani made significant announcements for (a) digital infrastructure and services, with JIO services being rendered globally from the soil of Bengal ; (b) retail; (c) artisan economy ; and (d) clean and green energy (Sonar Bangla will be made Solar Bangla). Mukesh promised to double his investments in Bengal within next few years. A few years back, his investment was Rs 2000. crore; it is now 50000 crore; it will be doubled in a few years, he explained.

Sajjan Jindal announced 2× 800 MW power plants with investment of Rs. 16000 crore at Salboni and promised that the project could be scaled up in future to include another 2×800 MW power plants with investments of another Rs 16000 crore! He promised an Industrial Park over 2000 acres, and informed that they were seriously looking into the project of Durgapur Airport for entry and expansion.

Great day, great resolutions, great leaps forward. Looking eagerly towards the sessions tomorrow with national and international delegates and functionaries. And will follow further sectoral sessions, country sessions, industry discourses etc.