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केंद्र सरकार ने आयकर विभाग में किया बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ के प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त बने नवरतन सोनी, देखें लिस्ट…

रायपुर- केंद्र सरकार के वित्त मंत्रालय ने आयकर विभाग में बड़े पैमाने पर प्रशासनिक फेरबदल करते हुए आधा दर्जन प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त और मुख्य आयुक्तों को नई जिम्मेदारियां सौंपी हैं। इस फेरबदल के तहत आईआरएस अधिकारी नव रतन सोनी को मुख्य आयकर आयुक्त, एमपी और छत्तीसगढ़, रायपुर की जिम्मेदारी सौंपी गई है। फिलहाल नव रतन सोनी मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त के पद पर भोपाल में कार्यरत हैं। यह आदेश 1 जून 2025 से प्रभाव में आएगा और अगले आदेश तक लागू रहेगा।

जारी आदेश के अनुसार, जिन अधिकारियों को नई जिम्मेदारी दी गई है। उसमें शामिल नाम इस प्रकार हैं-

नव रतन सोनी (Pr.CCIT, MP & Chhattisgarh, Bhopal)

नया प्रभार: मुख्य आयकर आयुक्त, रायपुर

अपर्णा करण (Pr.CCIT, UP(West) & Uttarakhand, Kanpur)

नया प्रभार: प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त, यूपी (पूर्व), लखनऊ

अपर्णा अग्रवाल (CCIT-TDS, गुजरात, अहमदाबाद)

नया प्रभार: सीसीआईटी-2, गुजरात, अहमदाबाद

प्रीति जैन दास (CCIT-8, मुंबई)

नया प्रभार: सीसीआईटी-7, मुंबई

एस. नय्यर अली नजमी (CCIT, गुजरात, वडोदरा)

नया प्रभार: सीसीआईटी-1, गुजरात, अहमदाबाद

सिरिपुरापु पद्मजा (CCIT-3, तमिलनाडु और पुडुचेरी, चेन्नई)

नया प्रभार: सीसीआईटी-4, तमिलनाडु और पुडुचेरी, चेन्नई

गोली का जवाब गोले से दिया जाएगा”, भोपाल में गरजे पीएम मोदी

#bhopalpmnarendramodivisit

भोपाल में आज देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के अवसर पर एक भव्य महिला सम्मेलन का आयोजन किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आयोजन में शरीक हुए। भोपाल के जंबूरी मैदान में आयोजित लोकमाता देवी अहिल्याबाई महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर पाकिस्तान पर कड़ा प्रहार किया। ऑपरेशन सिंदूर के बाद आयोजित इस महिला सम्मेलन को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने महिला सशक्तिकरण और राष्ट्र निर्माण पर जोर दिया।

पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि सबसे पहले मैं मां भारती को भारत की मातृशक्ति को प्रणाम करता हूं। आज यहां इतनी बड़ी संख्या में माताएं-बहनें-बेटियां हमें आशीर्वाद देने आई हैं। मैं आप सभी बहनों के दर्शन पाकर धन्य हो गया हूं। देवी अहिल्या के व्यक्तित्व के बारे में बोलने पीएम मोदी ने कहा कि लोकमाता अहिल्याबाई ने प्रभुसेवा और जनसेवा, इसे कभी अलग नहीं माना।माता ने अपने राज्य की समृद्धि को नई दिशा दी, गरीबों को सक्षम बनाने का काम किया। वे देश की विरासत थीं। जब देश की मंदिरों, तीर्थस्थलों पर हमले हो रहे थे, उन्होंने उन्हें संवारने का बीड़ा उठाया। हमारे तीर्थों का पुनर्निमाण किया और ये मेरा सौभाग्य है, जिस काशी में लोकमाता अहिल्या में विकास के इतने काम किया, उसी काशी ने मुझे भी सेवा का अवसर दिया। आज अगल आप काशी विश्वनाथ महादेल के दर्शन करने जाएंगे, वहां आपको देवी अहिल्या की मूर्ति भी मिलेगी। साथियों, माता अहिल्या ने गवर्नेंस का ऐसा उत्तम मॉडल अपनाया, जिसमें गरीबों और वंचितों को सबसे ज्यादा प्राथमिकता दी। उन्होंने कृषि और वनउपज आधारित कुटीर, हस्त शिल्प को बढ़ाया। खेती को बढ़ावा देने के लिए छोटी-छोटी नहरों की जाल बिछाया। उस जमाने में जलसंरक्षण को बढ़ावा देने के लिए कितने ही तालाब बनवाए। आज तो हम भी कह रहे हैं कि बारिश की एक-एक बूंद को बचाओ।

क्रॉप डायवर्सिटी को बताया जरूरी

मोदी ने कहा कि देवी अहिल्या ने 250-300 साल पहले हमें ये काम बताया था। किसानों की आय बढ़ाने के लिए उन्होंने मसालों और कपास की खेती को प्रोत्साहित किया। आज 300 साल बाद भी किसानों को कहना पड़ रहा है, क्रॉप डायवर्सिटी बहुत जरूरी है। हम सिर्फ धान की खेती करके, गन्ने की खेती अटक नहीं सकते। उन्होंने आदिवासी समाज के लिए, घुमंतू टोलियों के लिए खाली पड़ी जमीन पर खेती की योजना बनाई। मेरा सौभाग्य है कि मुझे एक आदिवासी बेटी, जो आज भारत के राष्ट्रपति के पद पर विराजमान है, उनके मार्गदर्शन में मेरे आदिवासियों भाई-बहनों की सेवा का मौका मिला है।

आतंक के खिलाफ लड़ाई जारी

पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर कहा कि पहलगाम में आतंकियों ने सिर्फ भारतीयों का खून ही नहीं बहाया, उन्होंने हमारी संस्कृति पर भी प्रहार किया है, उन्होंने हमारे समाज को बांटने की कोशिश की है। सबसे बड़ी बात आतंवादियों ने भारत की नारीशक्ति को चुनौती दी है। बस यही उनके लिए काल बन गई। हमारी सेना ने दुश्मन के घर में सैकड़ों किमी दूर घुसकर उनके आतंकी ठिकानों को तबाह किया। ऑपरेशन सिंदूर भारत के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा सफल ऑपरेशन है।

गोली का जवाब गोले से दिया जाएगा- पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि अगर कोई गोली चलाएगा तो यकीनन उसे जवाब गोले दिया जाएगा। उन्‍होंने कहा कि आतंकी को छोड़ेंगे नहीं। उन्‍होंने बीएसएफ की तारीफ की और कहा कि हमारी बेटियों ने मोर्चो पर जाकर अद्भुत शौर्य दिखाया है। बीएसएफ में बेटियों के शौर्य पर अभूतपूर्व यकीन कर रहा है. हमारी सरकार ने बेटियों पर विश्‍वास किया है. हमने एनसीसी में बेटियों का 50 प्रतिशत की संख्‍या किया है. आज सेना, नौसेना और एयर फोर्स में बेटियां हैं

सिंदूर हमारी परंपरा का प्रतीक- मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि भारत संस्कृति और संस्कारों का देश है। सिंदूर हमारी परंपरा में नारीशक्ति का प्रतीक है। रामभक्ति में रंगे हनुमानजी भी सिंदूर को ही धारण किए हुए हैं। शक्ति पूजा में हम सिंदूर का अर्पण करते हैं और यही सिंदूर अब भारत के शौर्य का प्रतीक बना है।

SHIM CSR CLUB Students Take Part in Social Initiatives, Driving a Positive Change

A Team of dedicated management students from the prestigious Sant Hirdaram Institute of Management, BHOPAL has taken their commitment beyond the classroom by actively participating in humanitarian efforts to create a meaningful social impact. Demonstrating leadership and compassion, SHIM CSR CLUB students under the “cloth donation drive” distributed clothes to needy people.

For this purpose, students collaborated with the local organization Bal Vikas Pariyojana Aanganwadi which addresses pressing social challenges and human welfare issues. They have distributed clothes, educational materials, and footwear to the unreserved students and their parents. They also generated awareness about the quality of education for society's development.

"As aspiring business leaders, we believe that success is not just measured in financial terms but also in the positive impact we create for society," said one participating student.

Another Student shared her experience and said "These experiences have taught us the importance of empathy, teamwork, and sustainable solutions."

The prestigious institution commended the students’ dedication to social and human welfare responsibility, emphasizing the importance of integrating ethical and social welfare programs into business education. Through such initiatives, management students are not only enhancing their personal and professional growth but also reinforcing the role of business in creating a more equitable and sustainable world.

Bhopal : महिला दिवस पर तकनीक और नवाचार का संगम, जानें कब होगा आयोजन

Bhopal : महिला दिवस पर तकनीक और नवाचार का संगम, जानें कब होगा आयोजन 

अमित सेन 

भोपाल। राजधानी भोपाल एक नए डिजिटल परिवर्तन का साक्षी बनने वाला है, जहां तकनीक और नवाचार का संगम होगा एमपावर वर्डप्रेस।

भोपाल 2025 वर्डप्रेस और टेक समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण आयोजन बनने जा रहा है, जो विशेष रूप से महिलाओं की भागीदारी और सशक्तिकरण को केंद्र में रखेगा। इस साल, अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित यह कार्यक्रम तकनीकी क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए समर्पित होगा।

कार्यक्रम 9 मार्च को भोपाल के ऑरेंज स्ट्रीट होटल में सुबह 10 बजे से शुरू होगा। जिसमें तकनीकी विशेषज्ञ, वर्डप्रेस पेशेवर, डिजिटल उद्यमी और उभरते हुए डेवलपर्स एक साथ आएंगे। यह मंच उन महिलाओं को प्रेरित करने का कार्य करेगा, जो करियर ब्रेक के बाद दोबारा अपनी राह तलाश रही हैं, छोटे व्यवसाय मालिक जो डिजिटल युग में आगे बढ़ना चाहते हैं, और वे सभी जो वर्डप्रेस के विशाल अवसरों का लाभ उठाना चाहते हैं।

होंगे कई सेशन:

प्रतिभागियों के लिए एक समृद्ध अनुभव भरा होगा। दिनभर चलने वाले इस कार्यक्रम में तकनीकी वर्कशॉप, विशेषज्ञ पैनल चर्चा, और एक विशेष योगदान सत्र शामिल होगा। जहां प्रतिभागी वर्डप्रेस के ओपन-सोर्स इकोसिस्टम में सक्रिय रूप से भागीदारी कर सकते हैं। इस आयोजन का मुख्य आकर्षण प्रतिष्ठित महिला वक्ताओं की उपस्थिति होगी, जो उद्योग में अपनी सफलता की कहानियां साझा करेंगी और प्रतिभागियों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेंगी। कार्यक्रम में भाग लेने वालों को न केवल तकनीकी ज्ञान और नेटवर्किंग के अवसर मिलेंगे, बल्कि आयोजन के दौरान विशेष गुडीज़ और स्वादिष्ट लंच का भी आनंद मिलेगा। आयोजकों का मानना है कि इस तरह के इवेंट टेक इंडस्ट्री में समावेशिता को बढ़ावा देने और नई प्रतिभाओं को पहचान देने का एक सशक्त माध्यम हैं।

सभी के लिए खुला मंच :

एमपावर WP भोपाल 2025 उन सभी के लिए खुला है, जो डिजिटल दुनिया का हिस्सा बनना चाहते हैं और वर्डप्रेस के असीमित संभावनाओं का लाभ उठाना चाहते हैं। इस पहल का उद्देश्य तकनीकी शिक्षा और सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है, जिससे एक मजबूत और समावेशी समुदाय का निर्माण हो सके।

क्या होगा खास : 

महिला सशक्तिकरण के लिए होगा आयोजन। 

9 मार्च को अहम पहल। 

वर्डप्रेस और टेक क्षेत्र से जुड़ी महिलाओं के लिए वर्कशॉप। 

प्रतिष्ठित महिला वक्ता साझा करेंगी तकनीकी ज्ञान और नेटवर्किंग के गुर। 

प्रतिभागियों के लिए विशेष गिफ्ट्स और लंच की व्यवस्था।

भोपाल के कस्तूरबा नगर में स्थित ऑरेंज स्ट्रीट होटल में आयोजन।

भोपाल गैस कांड का जहरीला कचरा नष्ट करने पर बवाल, इंदौर के पास पीथमपुर में प्रदर्शन, पुलिस ने किया लाठीचार्ज

#indorewewillnotallowbhopalgastragedywaste_burnt

भोपाल गैस कांड के कचरे को पीथमपुर में जलाने का विरोध तेज हो गया है। यूनियन कार्बाइड का जहरीला कचरा लाने के विरोध में पीथमपुर में जमकर हंगामा मच गया है। हजारों की तादाद में लोग सड़क पर उतर आए हैं। बेकाबू पब्लिक को संभालने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज तक करना पड़ा है।

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 40 साल पहले हुई गैस त्रासदी के जहरीले कचरे को अब जलाने की प्रक्रिया शुरू हो रही है। धार के पीथमपुरा में इस कचरे को ले जाकर खत्म किया जाना है। हालांकि, इसको लेकर मध्य प्रदेश में कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन चल रहा है। जनता यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री से निकले इस जहरीले कचरे को धार के पीथमपुरा में ट्रांसफर किए जाने का विरोध कर रही है। आज सुबह से पूरा पीथमपुर बंद है। कहीं पर भी दुकानें नहीं खुली हैं। लोगों ने स्वेच्छा से दुकानों को बंद रखा है। लोग सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। यह विरोध प्रदर्शन हिंसक रूप ले चुका है। शुक्रवार की सुबह गुस्साए लोगों को हटाने के लिए मध्य प्रदेश पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।

बंद को आम लोगों का पूरा समर्थन

सभी संगठन, संस्थाएं एक मंच पर आकर इसका विरोध कर रही हैं। इंदौर से कई संस्थाओं और सामाजिक संगठनों के लोग पीथमपुर गए हैं। बंद को रहवासियों का पूरा साथ मिला है। हर जगह बंद का असर नजर आ रहा है। कोई भी सड़कों पर कारोबार करता नजर नहीं आ रहा। लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि कचरा जलाना शुरू किया तो आंदोलन और भी भड़क जाएगा।

सीएम की अपील का नहीं दिखा असर

कल सीएम मोहन यादव ने विरोध कर रहे लोगों को संतुष्ट करने का प्रयास किया लेकिन उसका कोई असर नहीं दिखा। भोपाल से इंदौर आए 337 टन विषैले कचरे को लेकर जारी विरोध के बीच इंदौर में कैलाश विजयवर्गीय की मौजूदगी में एक बैठक आयोजित की गई। उन्होंने कहा कि हमें भी शहर की चिंता है। रातभर हमने सरकार को सोने नहीं दिया। उन्होंने कहा कि जहरीले कचरे से जनता भयग्रस्त न हो, शंका का समाधान जरूरी है। उन्होंने सभी से बात की लेकिन उनकी बात से भी आंदोलन पर खासा असर नहीं पड़ा। सुबह होते ही लाखों लोग सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करने के लिए निकल गए।

40 साल बाद जहरीले कचरे से मुक्त हुआ भोपाल, जानें क्या है पूरी कहानी

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भोपाल गैस त्रासदी को 40 साल से भी ज्यादा का समय हो चुका है। नए साल यानी एक जनवरी 2025 को पूरे 40 साल 30 दिन बाद मध्य प्रदेश सरकार आखिरकार यूनियन कार्बाइड के 337 मीट्रिक टन (एमटी) जहरीले कचरे को ठिकाने लगाने की कार्रवाई शुरू कर रही है। इस केमिकल कचरे को यूनियन कार्बाइड के बंद पड़े फैक्टरी वाले इलाके से हटाकर नष्ट करने के लिए दूसरी जगह ले जाया जा रहा है।

भोपाल गैस त्रासदी के 40 साल बाद जहरीले कचरे को शिफ्ट किया गया है। यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री से 337 टन जहरीला कचरा भोपाल से पीथमपुर पहुंचाया गया। कचरे को ले जाने के लिए 250 किलोमीटर का ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। विशेषज्ञों की निगरानी में इसे 12 कंटेनर में भरकर ले जाया गया। 1984 की भोपाल गैस त्रासदी के लिए जिम्मेदार ‘यूनियन कार्बाइड' कारखाने में पड़े इस कचरे को इंदौर के पास पीथमपुर की एक औद्योगिक अपशिष्ट निपटान इकाई में नष्ट किया जाएगा। केंद्र सरकार ने 4 मार्च को कचरा निपटारा के लिए 126 करोड़ रुपये आवंटित किए थे।

कचरे को ले गया 40 वाहनों का काफिला

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, यह कचरा 40 वाहनों के काफिले में फैक्ट्री से बाहर निकाला गया. करीब एक किलोमीटर लंबे इस काफिले में 12 बड़े ट्रक शामिल थे। इस कचरे को सुरक्षित रूप से ले जाने के लिए पांच जिलों में हाई अलर्ट लगाया गया। कचरे के ट्रांसफर के दौरान सुरक्षा के लिए 1,000 से अधिक सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया।

हाई कोर्ट ने दी सख्त चेतावनी

इस जहरीले कचरे के निस्तारण को लेकर अब भी स्थानीय लोगों में डर का माहौल है। पीथमपुर में रहने वाले लोग भी इससे चिंतित हैं। हालांकि, एमपी गैस राहत एवं पुनर्वास विभाग के निदेशक स्वतंत्र कुमार सिंह का कहना है कि कचरे का निपटान वैज्ञानिक तरीके से किया जाएगा, जिससे पर्यावरण और स्वास्थ्य को कोई नुकसान नहीं होगा। मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के सख्त रुख के बाद इस कचरे को हटाने की प्रक्रिया शुरू हुई। अदालत ने अधिकारियों से पूछा था कि क्या वे किसी और त्रासदी का इंतजार कर रहे हैं। कोर्ट ने कचरे के निपटान के लिए चार हफ्तों की समय सीमा तय की थी।

भोपाल में उस रात हुआ क्या था?

आज से चार दशक पहले मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक ऐसी त्रासदी हुई, जिससे पूरी दुनिया कांप उठी थी। 2-3 दिसंबर 1984 की रात यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री से लीक हुई मिथाइल आइसोसाइनेट ने पांच हजार से ज्यादा लोगों की जिंदगी छीन ली थी। लाखों लोग प्रभावित हो गए थे। यूनियन कार्बाइड की फैक्ट्री से निकली गैस 40 किलोमीटर दूर तक में फैल गई थी। शहर की एक चौथाई आबादी गैस चेंबर में तब्दील हो गई थी। सबसे अधिक बच्चों पर गैस का प्रभाव पड़ा था। जिस रात यह घटना घटी थी। उसके कई दिनों बाद तक भोपाल से लोगों का पलायन चलता रहा। हजारों लोग सैकड़ों किसोमीटर दूर चले गए। यहां से जाने के बाद बड़ी संख्या में लोग अस्पतालों में भर्ती हुए थे। इस उन्माद के बीच साहस और हौसले की भी कमी नहीं थी। बड़ी संख्या में लोगों ने प्रभावित लोगों को निकालने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल दी थी।

कितना खतरनाक है यह कचरा?

बताया जाता है कि इस गैस लीक के चलते फैक्टरी के आसपास बड़ी मात्रा में फैली चीजें जहरीली हो गईं। खासकर कीटनाशक उत्पादन के बाद जो बचा हुआ कचरा फैक्टरी के सौर वाष्पीकरण तालाब (जहां सूरज की रोशनी से भाप बनाकर गंदे पानी को खत्म कर दिया जाता हो और ठोस पदार्थों को अलग इकट्ठा कर लिया जाता था) में पड़ा था, उसे गैस लीक के बाद जहां-तहां ही छोड़ दिया गया। इसका असर यह हुआ कि जहरीली गैस के प्रभाव में आने के बाद यह कचरा और ज्यादा खतरनाक हो गया। इसका असर फैक्टरी के आसपास मौजूद जल स्रोतों पर भी पड़ा और बड़ी संख्या में क्षेत्र में लगे हैंडपंपों को सील किया जा चुका है।

यूनियन कार्बाइड फैक्टरी के पास जो कचरा पड़ा है, उसमें कीटनाशक- सेविन के बायप्रोडक्ट शामिल हैं। इसके अलावा अधूरे उत्पादन के चलते कुछ केमिकल्स और इसे बनाने में लगा कच्चे केमिकल भी कचरे में शामिल हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इतने वर्षों में यह कचरा जानलेवा केमिकल्स का भंडार बन चुका है। इसमें भारी धातुएं, जैसे निकेल और मैंगनीज की मौजूदगी है। इसके अलावा लेड, मरकरी और क्लोरिनेटेड नैप्थलीन शामिल हैं, जो कि कचरे के जहरीले होने की असली वजह हैं। यह केमिकल कैंसर जैसी बीमारी को जन्म दे सकते हैं। इसके अलावा यह बच्चों के विकास और मानव शरीर में कई और तरह की बीमारियों को जन्म दे सकते हैं।

अब तक यह साफ नहीं है कि इस कचरे ने भोपाल में कितने क्षेत्र पर असर डाला है। हालांकि, एक एनजीओ ने 2004 में कहा था कि यूनियन कार्बाइड प्लांट से 5 से 10 किलोमीटर की दूरी तक कई हैंडपंपों में जहरीले केमिकल पाए जाने की बात सामने आई है। भारत के राष्ट्रीय पर्यावरण इंजीनियरिंग संस्थान की रिपोर्ट में भूमिगत जल के डरावने स्तर तक जहरीले होने की बात सामने आने के बाद सरकार ने कई हैंडपंपों को सील कर दिया था।

United India Insurance Company Limited (UIIC) Administrative Officer Scale I Recruitment 2024

Important Dates :

  • Application Starts : 08/01/2024
  • Last Date : 23/01/2024
  • Exam Date : February 2024

Total Vacancy : 250

UR : 102 | EWS : 24 | OBC : 67 | SC : 37 | ST : 20 | Total : 250

Qualifications :

  • Bachelor Degree in Any Stream with 60% Marks
  • For SC / ST : 55% Marks
  • Computer Working Knowledge

Age Limit (as on 31/12/2023) : 21-30 Yrs.

Application Fee :

  • General / OBC / EWS : ₹1000/-
  • SC / ST / PH : ₹250/-

Exam Centre Districts :

  • Uttar Pradesh : Agra, Aligarh, Prayagraj, Bareilly, Ayodhya, Ghaziabad, Gorakhpur, Noida, Jhansi, Kanpur, Lucknow, Mathura, Meerut, Muradabad, Muzaffarnagar, Sitapur & Varanasi
  • Madhya Pradesh : Ujjain, Sagar, Bhopal, Gwalior, Indore, Jabalpur & Satna
  • Rajasthan : Ajmer, Bikaner, Jaipur, Jodhpur, Kota, Sikar, Udaipur & Alwar
  • Bihar : Arrah, Bhagalpur, Darbhanga, Gaya, Muzaffarpur, Patna, Purnea, Samastipur, Biharsharif & Aurangabad
  • Delhi / NCR : Delhi NCR
  • Uttarakhand : Roorkee, Dehradun & Haldwani
  • For Other State Exam District Details Must Read the Notification.

For More Details, Please Read Official Notification Carefully OR Visit Official Website.

Important Links :

Apply Online : Click Here

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Official Website : Official Website

National Information Center (NIC) Scientific and Other Post Exam City 2023

Advt No. : NIELIT/NIC/2023/1

  • Application Starts : 04/03/2023
  • Last Date : 04/04/2023 upto 05:30 PM
  • Pay Exam Fee Last Date : 04/04/2023
  • Exam Date : 12-14 December 2023

Vacancy Details and Qualifications :

Total Vacancy : 598

Age Limit (as on 04/04/2023) : Max 30 Years

Application Fee :

  • General / OBC/ EWS : ₹800/-
  • SC / ST / PH / All Category Female : Free

Exam Districts :

Lucknow, Delhi, Patna, Dehradun, Jaipur, Bhopal, Agartala, Ahmedabad, Aizawl , Bengaluru , Bhubaneswar , Chandigarh ,Chennai , Gangtok , Guwahati , Hyderabad , Imphal , Itanagar , Jammu , Kochi , Kohima , Kolkata , Mumbai , Raipur , Ranchi , Shillong , Shimla , Port-Blair & Visakhapatnam.

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PGCIL Diploma Trainee Admit Card 2023 Download


  • Advt No. : CC/06/2023
  • Total Vacancy : 425
  • Exam Date : 05/12/2023

Exam Center Details :

  • NR III : Lucknow, Varanasi, Agra
  • ER I : Patna, Ranchi]
  • CC : Delhi (NCR)
  • NR I : Delhi NCR, Jaipur, Dehradun
  • WR II : Vadodara, Bhopal, Indore
  • NR II : Jammu, Srinagar, Chandigarh
  • NER : Shillong, Guwahati, Dibrugarh
  • ER II : Kolkata, Siliguri
  • Odisha Project : Bhubaneshwar, Rourkela
  • SR I : Hyderabad, Vijayawada, Visakhapatnam
  • SR II : Bengaluru, Chennai, Kochi
  • WR I : Nagpur, Raipur, Pune

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CLAT 2024 Admit Card Download

  • Exam Date03/12/2023
  • Participating National Law Universities :

NLSIU Bengaluru, NALSAR Hyderabad, NLIU Bhopal, WBNUJS Kolkata, NLU Jodhpur, HNLU Raipur, GNLU Gandhinagar, GNLU Silvassa Campus Silvassa, RMLNLU Lucknow, RGNUL Punjab, CNLU Patna, NUALS Kochi, NLUO Odisha, NUSRL Ranchi, NLUJA Assam, DSNLU Visakhapatanam, TNNLU Tiruchirappalli, MNLU Mumbai, MNLU Nagpur, MNLU Aurangabad, HPNLU Shimla, DNLU Jabalpur, DBRANLU Haryana, NLUT AGARTALA

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केंद्र सरकार ने आयकर विभाग में किया बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ के प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त बने नवरतन सोनी, देखें लिस्ट…

रायपुर- केंद्र सरकार के वित्त मंत्रालय ने आयकर विभाग में बड़े पैमाने पर प्रशासनिक फेरबदल करते हुए आधा दर्जन प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त और मुख्य आयुक्तों को नई जिम्मेदारियां सौंपी हैं। इस फेरबदल के तहत आईआरएस अधिकारी नव रतन सोनी को मुख्य आयकर आयुक्त, एमपी और छत्तीसगढ़, रायपुर की जिम्मेदारी सौंपी गई है। फिलहाल नव रतन सोनी मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त के पद पर भोपाल में कार्यरत हैं। यह आदेश 1 जून 2025 से प्रभाव में आएगा और अगले आदेश तक लागू रहेगा।

जारी आदेश के अनुसार, जिन अधिकारियों को नई जिम्मेदारी दी गई है। उसमें शामिल नाम इस प्रकार हैं-

नव रतन सोनी (Pr.CCIT, MP & Chhattisgarh, Bhopal)

नया प्रभार: मुख्य आयकर आयुक्त, रायपुर

अपर्णा करण (Pr.CCIT, UP(West) & Uttarakhand, Kanpur)

नया प्रभार: प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त, यूपी (पूर्व), लखनऊ

अपर्णा अग्रवाल (CCIT-TDS, गुजरात, अहमदाबाद)

नया प्रभार: सीसीआईटी-2, गुजरात, अहमदाबाद

प्रीति जैन दास (CCIT-8, मुंबई)

नया प्रभार: सीसीआईटी-7, मुंबई

एस. नय्यर अली नजमी (CCIT, गुजरात, वडोदरा)

नया प्रभार: सीसीआईटी-1, गुजरात, अहमदाबाद

सिरिपुरापु पद्मजा (CCIT-3, तमिलनाडु और पुडुचेरी, चेन्नई)

नया प्रभार: सीसीआईटी-4, तमिलनाडु और पुडुचेरी, चेन्नई

गोली का जवाब गोले से दिया जाएगा”, भोपाल में गरजे पीएम मोदी

#bhopalpmnarendramodivisit

भोपाल में आज देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के अवसर पर एक भव्य महिला सम्मेलन का आयोजन किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आयोजन में शरीक हुए। भोपाल के जंबूरी मैदान में आयोजित लोकमाता देवी अहिल्याबाई महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर पाकिस्तान पर कड़ा प्रहार किया। ऑपरेशन सिंदूर के बाद आयोजित इस महिला सम्मेलन को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने महिला सशक्तिकरण और राष्ट्र निर्माण पर जोर दिया।

पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि सबसे पहले मैं मां भारती को भारत की मातृशक्ति को प्रणाम करता हूं। आज यहां इतनी बड़ी संख्या में माताएं-बहनें-बेटियां हमें आशीर्वाद देने आई हैं। मैं आप सभी बहनों के दर्शन पाकर धन्य हो गया हूं। देवी अहिल्या के व्यक्तित्व के बारे में बोलने पीएम मोदी ने कहा कि लोकमाता अहिल्याबाई ने प्रभुसेवा और जनसेवा, इसे कभी अलग नहीं माना।माता ने अपने राज्य की समृद्धि को नई दिशा दी, गरीबों को सक्षम बनाने का काम किया। वे देश की विरासत थीं। जब देश की मंदिरों, तीर्थस्थलों पर हमले हो रहे थे, उन्होंने उन्हें संवारने का बीड़ा उठाया। हमारे तीर्थों का पुनर्निमाण किया और ये मेरा सौभाग्य है, जिस काशी में लोकमाता अहिल्या में विकास के इतने काम किया, उसी काशी ने मुझे भी सेवा का अवसर दिया। आज अगल आप काशी विश्वनाथ महादेल के दर्शन करने जाएंगे, वहां आपको देवी अहिल्या की मूर्ति भी मिलेगी। साथियों, माता अहिल्या ने गवर्नेंस का ऐसा उत्तम मॉडल अपनाया, जिसमें गरीबों और वंचितों को सबसे ज्यादा प्राथमिकता दी। उन्होंने कृषि और वनउपज आधारित कुटीर, हस्त शिल्प को बढ़ाया। खेती को बढ़ावा देने के लिए छोटी-छोटी नहरों की जाल बिछाया। उस जमाने में जलसंरक्षण को बढ़ावा देने के लिए कितने ही तालाब बनवाए। आज तो हम भी कह रहे हैं कि बारिश की एक-एक बूंद को बचाओ।

क्रॉप डायवर्सिटी को बताया जरूरी

मोदी ने कहा कि देवी अहिल्या ने 250-300 साल पहले हमें ये काम बताया था। किसानों की आय बढ़ाने के लिए उन्होंने मसालों और कपास की खेती को प्रोत्साहित किया। आज 300 साल बाद भी किसानों को कहना पड़ रहा है, क्रॉप डायवर्सिटी बहुत जरूरी है। हम सिर्फ धान की खेती करके, गन्ने की खेती अटक नहीं सकते। उन्होंने आदिवासी समाज के लिए, घुमंतू टोलियों के लिए खाली पड़ी जमीन पर खेती की योजना बनाई। मेरा सौभाग्य है कि मुझे एक आदिवासी बेटी, जो आज भारत के राष्ट्रपति के पद पर विराजमान है, उनके मार्गदर्शन में मेरे आदिवासियों भाई-बहनों की सेवा का मौका मिला है।

आतंक के खिलाफ लड़ाई जारी

पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर कहा कि पहलगाम में आतंकियों ने सिर्फ भारतीयों का खून ही नहीं बहाया, उन्होंने हमारी संस्कृति पर भी प्रहार किया है, उन्होंने हमारे समाज को बांटने की कोशिश की है। सबसे बड़ी बात आतंवादियों ने भारत की नारीशक्ति को चुनौती दी है। बस यही उनके लिए काल बन गई। हमारी सेना ने दुश्मन के घर में सैकड़ों किमी दूर घुसकर उनके आतंकी ठिकानों को तबाह किया। ऑपरेशन सिंदूर भारत के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा सफल ऑपरेशन है।

गोली का जवाब गोले से दिया जाएगा- पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि अगर कोई गोली चलाएगा तो यकीनन उसे जवाब गोले दिया जाएगा। उन्‍होंने कहा कि आतंकी को छोड़ेंगे नहीं। उन्‍होंने बीएसएफ की तारीफ की और कहा कि हमारी बेटियों ने मोर्चो पर जाकर अद्भुत शौर्य दिखाया है। बीएसएफ में बेटियों के शौर्य पर अभूतपूर्व यकीन कर रहा है. हमारी सरकार ने बेटियों पर विश्‍वास किया है. हमने एनसीसी में बेटियों का 50 प्रतिशत की संख्‍या किया है. आज सेना, नौसेना और एयर फोर्स में बेटियां हैं

सिंदूर हमारी परंपरा का प्रतीक- मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि भारत संस्कृति और संस्कारों का देश है। सिंदूर हमारी परंपरा में नारीशक्ति का प्रतीक है। रामभक्ति में रंगे हनुमानजी भी सिंदूर को ही धारण किए हुए हैं। शक्ति पूजा में हम सिंदूर का अर्पण करते हैं और यही सिंदूर अब भारत के शौर्य का प्रतीक बना है।

SHIM CSR CLUB Students Take Part in Social Initiatives, Driving a Positive Change

A Team of dedicated management students from the prestigious Sant Hirdaram Institute of Management, BHOPAL has taken their commitment beyond the classroom by actively participating in humanitarian efforts to create a meaningful social impact. Demonstrating leadership and compassion, SHIM CSR CLUB students under the “cloth donation drive” distributed clothes to needy people.

For this purpose, students collaborated with the local organization Bal Vikas Pariyojana Aanganwadi which addresses pressing social challenges and human welfare issues. They have distributed clothes, educational materials, and footwear to the unreserved students and their parents. They also generated awareness about the quality of education for society's development.

"As aspiring business leaders, we believe that success is not just measured in financial terms but also in the positive impact we create for society," said one participating student.

Another Student shared her experience and said "These experiences have taught us the importance of empathy, teamwork, and sustainable solutions."

The prestigious institution commended the students’ dedication to social and human welfare responsibility, emphasizing the importance of integrating ethical and social welfare programs into business education. Through such initiatives, management students are not only enhancing their personal and professional growth but also reinforcing the role of business in creating a more equitable and sustainable world.

Bhopal : महिला दिवस पर तकनीक और नवाचार का संगम, जानें कब होगा आयोजन

Bhopal : महिला दिवस पर तकनीक और नवाचार का संगम, जानें कब होगा आयोजन 

अमित सेन 

भोपाल। राजधानी भोपाल एक नए डिजिटल परिवर्तन का साक्षी बनने वाला है, जहां तकनीक और नवाचार का संगम होगा एमपावर वर्डप्रेस।

भोपाल 2025 वर्डप्रेस और टेक समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण आयोजन बनने जा रहा है, जो विशेष रूप से महिलाओं की भागीदारी और सशक्तिकरण को केंद्र में रखेगा। इस साल, अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित यह कार्यक्रम तकनीकी क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए समर्पित होगा।

कार्यक्रम 9 मार्च को भोपाल के ऑरेंज स्ट्रीट होटल में सुबह 10 बजे से शुरू होगा। जिसमें तकनीकी विशेषज्ञ, वर्डप्रेस पेशेवर, डिजिटल उद्यमी और उभरते हुए डेवलपर्स एक साथ आएंगे। यह मंच उन महिलाओं को प्रेरित करने का कार्य करेगा, जो करियर ब्रेक के बाद दोबारा अपनी राह तलाश रही हैं, छोटे व्यवसाय मालिक जो डिजिटल युग में आगे बढ़ना चाहते हैं, और वे सभी जो वर्डप्रेस के विशाल अवसरों का लाभ उठाना चाहते हैं।

होंगे कई सेशन:

प्रतिभागियों के लिए एक समृद्ध अनुभव भरा होगा। दिनभर चलने वाले इस कार्यक्रम में तकनीकी वर्कशॉप, विशेषज्ञ पैनल चर्चा, और एक विशेष योगदान सत्र शामिल होगा। जहां प्रतिभागी वर्डप्रेस के ओपन-सोर्स इकोसिस्टम में सक्रिय रूप से भागीदारी कर सकते हैं। इस आयोजन का मुख्य आकर्षण प्रतिष्ठित महिला वक्ताओं की उपस्थिति होगी, जो उद्योग में अपनी सफलता की कहानियां साझा करेंगी और प्रतिभागियों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेंगी। कार्यक्रम में भाग लेने वालों को न केवल तकनीकी ज्ञान और नेटवर्किंग के अवसर मिलेंगे, बल्कि आयोजन के दौरान विशेष गुडीज़ और स्वादिष्ट लंच का भी आनंद मिलेगा। आयोजकों का मानना है कि इस तरह के इवेंट टेक इंडस्ट्री में समावेशिता को बढ़ावा देने और नई प्रतिभाओं को पहचान देने का एक सशक्त माध्यम हैं।

सभी के लिए खुला मंच :

एमपावर WP भोपाल 2025 उन सभी के लिए खुला है, जो डिजिटल दुनिया का हिस्सा बनना चाहते हैं और वर्डप्रेस के असीमित संभावनाओं का लाभ उठाना चाहते हैं। इस पहल का उद्देश्य तकनीकी शिक्षा और सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है, जिससे एक मजबूत और समावेशी समुदाय का निर्माण हो सके।

क्या होगा खास : 

महिला सशक्तिकरण के लिए होगा आयोजन। 

9 मार्च को अहम पहल। 

वर्डप्रेस और टेक क्षेत्र से जुड़ी महिलाओं के लिए वर्कशॉप। 

प्रतिष्ठित महिला वक्ता साझा करेंगी तकनीकी ज्ञान और नेटवर्किंग के गुर। 

प्रतिभागियों के लिए विशेष गिफ्ट्स और लंच की व्यवस्था।

भोपाल के कस्तूरबा नगर में स्थित ऑरेंज स्ट्रीट होटल में आयोजन।

भोपाल गैस कांड का जहरीला कचरा नष्ट करने पर बवाल, इंदौर के पास पीथमपुर में प्रदर्शन, पुलिस ने किया लाठीचार्ज

#indorewewillnotallowbhopalgastragedywaste_burnt

भोपाल गैस कांड के कचरे को पीथमपुर में जलाने का विरोध तेज हो गया है। यूनियन कार्बाइड का जहरीला कचरा लाने के विरोध में पीथमपुर में जमकर हंगामा मच गया है। हजारों की तादाद में लोग सड़क पर उतर आए हैं। बेकाबू पब्लिक को संभालने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज तक करना पड़ा है।

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 40 साल पहले हुई गैस त्रासदी के जहरीले कचरे को अब जलाने की प्रक्रिया शुरू हो रही है। धार के पीथमपुरा में इस कचरे को ले जाकर खत्म किया जाना है। हालांकि, इसको लेकर मध्य प्रदेश में कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन चल रहा है। जनता यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री से निकले इस जहरीले कचरे को धार के पीथमपुरा में ट्रांसफर किए जाने का विरोध कर रही है। आज सुबह से पूरा पीथमपुर बंद है। कहीं पर भी दुकानें नहीं खुली हैं। लोगों ने स्वेच्छा से दुकानों को बंद रखा है। लोग सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। यह विरोध प्रदर्शन हिंसक रूप ले चुका है। शुक्रवार की सुबह गुस्साए लोगों को हटाने के लिए मध्य प्रदेश पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।

बंद को आम लोगों का पूरा समर्थन

सभी संगठन, संस्थाएं एक मंच पर आकर इसका विरोध कर रही हैं। इंदौर से कई संस्थाओं और सामाजिक संगठनों के लोग पीथमपुर गए हैं। बंद को रहवासियों का पूरा साथ मिला है। हर जगह बंद का असर नजर आ रहा है। कोई भी सड़कों पर कारोबार करता नजर नहीं आ रहा। लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि कचरा जलाना शुरू किया तो आंदोलन और भी भड़क जाएगा।

सीएम की अपील का नहीं दिखा असर

कल सीएम मोहन यादव ने विरोध कर रहे लोगों को संतुष्ट करने का प्रयास किया लेकिन उसका कोई असर नहीं दिखा। भोपाल से इंदौर आए 337 टन विषैले कचरे को लेकर जारी विरोध के बीच इंदौर में कैलाश विजयवर्गीय की मौजूदगी में एक बैठक आयोजित की गई। उन्होंने कहा कि हमें भी शहर की चिंता है। रातभर हमने सरकार को सोने नहीं दिया। उन्होंने कहा कि जहरीले कचरे से जनता भयग्रस्त न हो, शंका का समाधान जरूरी है। उन्होंने सभी से बात की लेकिन उनकी बात से भी आंदोलन पर खासा असर नहीं पड़ा। सुबह होते ही लाखों लोग सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करने के लिए निकल गए।

40 साल बाद जहरीले कचरे से मुक्त हुआ भोपाल, जानें क्या है पूरी कहानी

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भोपाल गैस त्रासदी को 40 साल से भी ज्यादा का समय हो चुका है। नए साल यानी एक जनवरी 2025 को पूरे 40 साल 30 दिन बाद मध्य प्रदेश सरकार आखिरकार यूनियन कार्बाइड के 337 मीट्रिक टन (एमटी) जहरीले कचरे को ठिकाने लगाने की कार्रवाई शुरू कर रही है। इस केमिकल कचरे को यूनियन कार्बाइड के बंद पड़े फैक्टरी वाले इलाके से हटाकर नष्ट करने के लिए दूसरी जगह ले जाया जा रहा है।

भोपाल गैस त्रासदी के 40 साल बाद जहरीले कचरे को शिफ्ट किया गया है। यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री से 337 टन जहरीला कचरा भोपाल से पीथमपुर पहुंचाया गया। कचरे को ले जाने के लिए 250 किलोमीटर का ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। विशेषज्ञों की निगरानी में इसे 12 कंटेनर में भरकर ले जाया गया। 1984 की भोपाल गैस त्रासदी के लिए जिम्मेदार ‘यूनियन कार्बाइड' कारखाने में पड़े इस कचरे को इंदौर के पास पीथमपुर की एक औद्योगिक अपशिष्ट निपटान इकाई में नष्ट किया जाएगा। केंद्र सरकार ने 4 मार्च को कचरा निपटारा के लिए 126 करोड़ रुपये आवंटित किए थे।

कचरे को ले गया 40 वाहनों का काफिला

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, यह कचरा 40 वाहनों के काफिले में फैक्ट्री से बाहर निकाला गया. करीब एक किलोमीटर लंबे इस काफिले में 12 बड़े ट्रक शामिल थे। इस कचरे को सुरक्षित रूप से ले जाने के लिए पांच जिलों में हाई अलर्ट लगाया गया। कचरे के ट्रांसफर के दौरान सुरक्षा के लिए 1,000 से अधिक सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया।

हाई कोर्ट ने दी सख्त चेतावनी

इस जहरीले कचरे के निस्तारण को लेकर अब भी स्थानीय लोगों में डर का माहौल है। पीथमपुर में रहने वाले लोग भी इससे चिंतित हैं। हालांकि, एमपी गैस राहत एवं पुनर्वास विभाग के निदेशक स्वतंत्र कुमार सिंह का कहना है कि कचरे का निपटान वैज्ञानिक तरीके से किया जाएगा, जिससे पर्यावरण और स्वास्थ्य को कोई नुकसान नहीं होगा। मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के सख्त रुख के बाद इस कचरे को हटाने की प्रक्रिया शुरू हुई। अदालत ने अधिकारियों से पूछा था कि क्या वे किसी और त्रासदी का इंतजार कर रहे हैं। कोर्ट ने कचरे के निपटान के लिए चार हफ्तों की समय सीमा तय की थी।

भोपाल में उस रात हुआ क्या था?

आज से चार दशक पहले मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक ऐसी त्रासदी हुई, जिससे पूरी दुनिया कांप उठी थी। 2-3 दिसंबर 1984 की रात यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री से लीक हुई मिथाइल आइसोसाइनेट ने पांच हजार से ज्यादा लोगों की जिंदगी छीन ली थी। लाखों लोग प्रभावित हो गए थे। यूनियन कार्बाइड की फैक्ट्री से निकली गैस 40 किलोमीटर दूर तक में फैल गई थी। शहर की एक चौथाई आबादी गैस चेंबर में तब्दील हो गई थी। सबसे अधिक बच्चों पर गैस का प्रभाव पड़ा था। जिस रात यह घटना घटी थी। उसके कई दिनों बाद तक भोपाल से लोगों का पलायन चलता रहा। हजारों लोग सैकड़ों किसोमीटर दूर चले गए। यहां से जाने के बाद बड़ी संख्या में लोग अस्पतालों में भर्ती हुए थे। इस उन्माद के बीच साहस और हौसले की भी कमी नहीं थी। बड़ी संख्या में लोगों ने प्रभावित लोगों को निकालने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल दी थी।

कितना खतरनाक है यह कचरा?

बताया जाता है कि इस गैस लीक के चलते फैक्टरी के आसपास बड़ी मात्रा में फैली चीजें जहरीली हो गईं। खासकर कीटनाशक उत्पादन के बाद जो बचा हुआ कचरा फैक्टरी के सौर वाष्पीकरण तालाब (जहां सूरज की रोशनी से भाप बनाकर गंदे पानी को खत्म कर दिया जाता हो और ठोस पदार्थों को अलग इकट्ठा कर लिया जाता था) में पड़ा था, उसे गैस लीक के बाद जहां-तहां ही छोड़ दिया गया। इसका असर यह हुआ कि जहरीली गैस के प्रभाव में आने के बाद यह कचरा और ज्यादा खतरनाक हो गया। इसका असर फैक्टरी के आसपास मौजूद जल स्रोतों पर भी पड़ा और बड़ी संख्या में क्षेत्र में लगे हैंडपंपों को सील किया जा चुका है।

यूनियन कार्बाइड फैक्टरी के पास जो कचरा पड़ा है, उसमें कीटनाशक- सेविन के बायप्रोडक्ट शामिल हैं। इसके अलावा अधूरे उत्पादन के चलते कुछ केमिकल्स और इसे बनाने में लगा कच्चे केमिकल भी कचरे में शामिल हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इतने वर्षों में यह कचरा जानलेवा केमिकल्स का भंडार बन चुका है। इसमें भारी धातुएं, जैसे निकेल और मैंगनीज की मौजूदगी है। इसके अलावा लेड, मरकरी और क्लोरिनेटेड नैप्थलीन शामिल हैं, जो कि कचरे के जहरीले होने की असली वजह हैं। यह केमिकल कैंसर जैसी बीमारी को जन्म दे सकते हैं। इसके अलावा यह बच्चों के विकास और मानव शरीर में कई और तरह की बीमारियों को जन्म दे सकते हैं।

अब तक यह साफ नहीं है कि इस कचरे ने भोपाल में कितने क्षेत्र पर असर डाला है। हालांकि, एक एनजीओ ने 2004 में कहा था कि यूनियन कार्बाइड प्लांट से 5 से 10 किलोमीटर की दूरी तक कई हैंडपंपों में जहरीले केमिकल पाए जाने की बात सामने आई है। भारत के राष्ट्रीय पर्यावरण इंजीनियरिंग संस्थान की रिपोर्ट में भूमिगत जल के डरावने स्तर तक जहरीले होने की बात सामने आने के बाद सरकार ने कई हैंडपंपों को सील कर दिया था।

United India Insurance Company Limited (UIIC) Administrative Officer Scale I Recruitment 2024

Important Dates :

  • Application Starts : 08/01/2024
  • Last Date : 23/01/2024
  • Exam Date : February 2024

Total Vacancy : 250

UR : 102 | EWS : 24 | OBC : 67 | SC : 37 | ST : 20 | Total : 250

Qualifications :

  • Bachelor Degree in Any Stream with 60% Marks
  • For SC / ST : 55% Marks
  • Computer Working Knowledge

Age Limit (as on 31/12/2023) : 21-30 Yrs.

Application Fee :

  • General / OBC / EWS : ₹1000/-
  • SC / ST / PH : ₹250/-

Exam Centre Districts :

  • Uttar Pradesh : Agra, Aligarh, Prayagraj, Bareilly, Ayodhya, Ghaziabad, Gorakhpur, Noida, Jhansi, Kanpur, Lucknow, Mathura, Meerut, Muradabad, Muzaffarnagar, Sitapur & Varanasi
  • Madhya Pradesh : Ujjain, Sagar, Bhopal, Gwalior, Indore, Jabalpur & Satna
  • Rajasthan : Ajmer, Bikaner, Jaipur, Jodhpur, Kota, Sikar, Udaipur & Alwar
  • Bihar : Arrah, Bhagalpur, Darbhanga, Gaya, Muzaffarpur, Patna, Purnea, Samastipur, Biharsharif & Aurangabad
  • Delhi / NCR : Delhi NCR
  • Uttarakhand : Roorkee, Dehradun & Haldwani
  • For Other State Exam District Details Must Read the Notification.

For More Details, Please Read Official Notification Carefully OR Visit Official Website.

Important Links :

Apply Online : Click Here

Download Notification : Click Here

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National Information Center (NIC) Scientific and Other Post Exam City 2023

Advt No. : NIELIT/NIC/2023/1

  • Application Starts : 04/03/2023
  • Last Date : 04/04/2023 upto 05:30 PM
  • Pay Exam Fee Last Date : 04/04/2023
  • Exam Date : 12-14 December 2023

Vacancy Details and Qualifications :

Total Vacancy : 598

Age Limit (as on 04/04/2023) : Max 30 Years

Application Fee :

  • General / OBC/ EWS : ₹800/-
  • SC / ST / PH / All Category Female : Free

Exam Districts :

Lucknow, Delhi, Patna, Dehradun, Jaipur, Bhopal, Agartala, Ahmedabad, Aizawl , Bengaluru , Bhubaneswar , Chandigarh ,Chennai , Gangtok , Guwahati , Hyderabad , Imphal , Itanagar , Jammu , Kochi , Kohima , Kolkata , Mumbai , Raipur , Ranchi , Shillong , Shimla , Port-Blair & Visakhapatnam.

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PGCIL Diploma Trainee Admit Card 2023 Download


  • Advt No. : CC/06/2023
  • Total Vacancy : 425
  • Exam Date : 05/12/2023

Exam Center Details :

  • NR III : Lucknow, Varanasi, Agra
  • ER I : Patna, Ranchi]
  • CC : Delhi (NCR)
  • NR I : Delhi NCR, Jaipur, Dehradun
  • WR II : Vadodara, Bhopal, Indore
  • NR II : Jammu, Srinagar, Chandigarh
  • NER : Shillong, Guwahati, Dibrugarh
  • ER II : Kolkata, Siliguri
  • Odisha Project : Bhubaneshwar, Rourkela
  • SR I : Hyderabad, Vijayawada, Visakhapatnam
  • SR II : Bengaluru, Chennai, Kochi
  • WR I : Nagpur, Raipur, Pune

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CLAT 2024 Admit Card Download

  • Exam Date03/12/2023
  • Participating National Law Universities :

NLSIU Bengaluru, NALSAR Hyderabad, NLIU Bhopal, WBNUJS Kolkata, NLU Jodhpur, HNLU Raipur, GNLU Gandhinagar, GNLU Silvassa Campus Silvassa, RMLNLU Lucknow, RGNUL Punjab, CNLU Patna, NUALS Kochi, NLUO Odisha, NUSRL Ranchi, NLUJA Assam, DSNLU Visakhapatanam, TNNLU Tiruchirappalli, MNLU Mumbai, MNLU Nagpur, MNLU Aurangabad, HPNLU Shimla, DNLU Jabalpur, DBRANLU Haryana, NLUT AGARTALA

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