ग्राम पंचायत चुनाव से पहले पंचायतों में घोटालों की गूंज

फॉलोअप :

डीएम से शिकायतों के बाद शुरू हुई है जांच की आंच

कार्रवाई से बचने के लिए नेताओं से लेकर अधिकारियों की शुरु हुई दौड़

*घोटाले की जद में मनरेगा घोटाले वाले हलिया ब्लॉक के कई गांव

मीरजापुर। जनपद में पंचायत चुनाव की आहट के साथ ही ग्राम पंचायतों में वित्तीय अनियमितताओं और विकास कार्यों में घोटालों की शिकायतों की बाढ़ आ गई है। जिला प्रशासन ने इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए कई ग्राम पंचायतों में जांच शुरू कर दी है। जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला स्तरीय अधिकारियों की टीम भी गठित की गई है, जो तय समय में रिपोर्ट सौंपेगी।

सूत्रों के अनुसार, मीरजापुर जिले के 12 विकास खंड में हर साल करोड़ों रुपये से अधिक का बजट विभित्र योजनाओं के तहत जारी किया जाता है। इनमें मनरेगा, स्वच्छता मिशन, राज्य में वित्त और 15 वें वित्त आयोग जैसी चोजनाएं शामिल हैं। इन योजनाओं का उद्देश्य ग्रामीण विकास और बुनियादी सुविधाओं का विस्तार करना है, लेकिन शिकायतों में आरोप लगाया गया है कि इन पैसों का दुरुपयोग कर करोड़ों रुपये के घोटाले किए गए हैं। आश्चर्य की बात है कि कुछ गांवों में तो विकास के नाम पर ग्रामीणों की आंखों में धूल झोंकने का काम किया गया है जहां धरातल पर काम हुआ ही नहीं है और लाखों का बजट काम होना दिखाकर हजम कर लिया गया है। ऐसा ही मामला हलिया विकासखंड क्षेत्र के मनिगढ़ा गांव का सामने आया है जहां शिकायत होने पर जिलाधिकारी ने जांच के टीम गठित कर पूरी कार्रवाई से अवगत कराने के लिए भी आदेशित किया है।

जिले के ग्राम पंचायतों में जांच की कार्रवाई को लेकर प्रशासनिक हलचल तेज हो गई है। जानकारी के मुताबिक जिन पंचायतों में शिकायतें आई हैं, वहां सड़कों, नालियों, कुआं तालाब सहित सामुदायिक भवनों और जल निकासी जैसी परियोजनाओं पर भारी अनियमितताएं पाई गई हैं। कई जगहों पर तो बजट खर्च दिखा दिया गया है, जबकि जमीनी स्तर पर कोई काम हुआ ही नहीं है। शिकायतकर्ताओं का कहना है कि प्रधानों और सचिव की मिलीभगत से बजट का गबन किया गया है। पंचायत चुनाव नजदीक आने के साथ विपक्षी दलों ने भी इन मुद्दों को लेकर प्रशासन पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि हाल के महीने में डीएम कार्यालय में शिकायतों की बाढ़ सी आ गई हैं।

शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करते हुए जिलाधिकारी द्वारा गंभीर मामलों में टीम गठित कर कार्रवाई के आदेश दे दिए जाने से घोटाले की जद में आए गांवों में हड़कंप मचा हुआ है। दूसरी ओर जिला पंचायत राज अधिकारी ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर कई विकास खंडों में जांच टीमें गठित की गई है। अधिकारियों को बैठक बुलाकर जांच की रूपरेखा तय को गई है। चुनाव के मद्देनजर शिकायतों को संख्या बढ़ी है, इसलिए सभी रिपोर्ट जल्द से जल्द तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। दोषी पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों और प्रधानों से रिकवरी की कार्रवाई की जाएगी। वहीं प्रशासन का कहना है कि जांच पूरी तथा पारदर्शी तरीके से की जाएगी और किसी भी दोषी को बक्शा नहीं जाएगा। वहीं, ग्रामीणों को उम्मीद है कि इस कार्रवाई से विकास कार्यों में पारदर्शिता आएगी और भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी।

इनसेट में ------

--घोटाले की जांच की आंच से घिरे ब्लाकों के अधिकारी-कर्मचारियों की बढ़ी धड़कने--

गांवों के विकास कार्यों में किए गए घोटाले की शिकायतों के बाद जिलाधिकारी द्वारा जांच कराए जाने से जांच की आंच से घिरे ब्लाकों के अधिकारी-कर्मचारियों की धड़कने बढ़ गई हैं। बताया जा रहा है कि जांच की कार्रवाई से बचने के लिए कुछ गांवों के विकास कार्यों से संबंधित फाइल जिलाधिकारी द्वारा गठित की गई जांच टीम को सौंपने और जांच में सहयोग के बजाए हीलाहवाली बरतते हुए मामले को लटकाए जाने का खेल खेला जा रहा है। ऐसा ही मामला हलिया विकासखंड क्षेत्र के मनिगढ़ा गांव का बताया जा रहा है जहां विकास कार्यों में हुए भारी खेला की शिकायत होने पर जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार ने जांच टीम गठित कर दी है। बताया जा रहा है कि तकरीबन एक पखवारा बीतने के बाद भी जहां जांच टीम गांव में पहुंची नहीं है तो वहीं दूसरी ओर बताया यह भी जा रहा है कि हलिया से ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों का टीम को सहयोग और पत्रावाली न मिलने से टीम जांच करने गांव में नहीं पहुंच पाई है। ग्रामीणों ने आशंका जताई है कि कहीं यह मामले को दबाने की कोई सोची समझी साजिश तो नहीं है।

कालीन फैक्ट्री में जहरीली गैस लीक होने से 3 लोगों की मौत

भदोही/मीरजापुर। उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में स्थित एक

कालीन फैक्ट्री में जहरीली गैस लीक होने से 3 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा तब हुआ है जब

फैक्ट्री में मैकेनिक मोटर ठीक कर रहे थे। एक मैकेनिक गंभीर रूप से घायल हुआ है।मौके पर भारी संख्या पुलिस फोर्स मौजूद होने के साथ राहत कार्य में लगी रही है।

घटना भदोही जिले के औराई क्षेत्र के सूर्या कालीन फैक्ट्री की बताई जा रही है। दूसरी ओर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद भदोही में फैक्ट्री में हुए हादसे का संज्ञान लिया है। सीएम योगी ने मृतक के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना की व्यक्त है। मुख्यमंत्री जी ने घायलों के समुचित उपचार के दिए निर्देश है तथा घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के दिए निर्देश है। वहीं घटना के बाद मौके पर अफ़रा-तफ़री मच जाने के साथ मौके पर काफी एकत्र हो गई थी।

गंवई मेला पर 50 हजार श्रद्धालुओं ने गड़बड़ा धाम में टेका मत्था

सीओ और बीडीओ ने मेला क्षेत्र का निरीक्षण कर मातहतों को दिए निर्देश

हलिया, मीरजापुर।क्षेत्र के सुप्रसिद्ध गड़बड़ा धाम में सोमवार को गंवई मेला पर 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने शीतला माता का दर्शन पूजन कर अपनी मनोकामनाएं पूरी की।सोमवार को गंवई मेला को देखते हुए सीओ अशोक कुमार सिंह व बीडीओ हलिया विजय शंकर त्रिपाठी ने गड़बड़ा धाम पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।सीओ और बीडीओ ने मेला क्षेत्र का चतुर्दिक निरीक्षण किया। बीडीओ ने मेला क्षेत्र में मोबाइल शौचालय का निरीक्षण किया साफ सफाई और पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था करवाए जाने हेतु एडीओ पंचायत को निर्देशित किया।भीड़ को नियंत्रित करने तथा दर्शनार्थियों की सुरक्षा को लेकर थानाध्यक्ष हलिया पुलिसकर्मियों संग तैनात रहे। सीओ ने मंदिर परिसर में दर्शनार्थियों की सुरक्षा को लेकर थानाध्यक्ष को विशेष एहतियात बरतने का निर्देश दिया। मंदिर पुजारी राम आसरे मिश्र व मंगलधारी मिश्र ने बताया कि गंवई मेला पर मां शीतला का 50 हजार श्रद्धालुओं ने दर्शन पूजन कर मनोकामनाएं पूरी की।

Mirzapur: रेलवे अंडरपास के समीप मिला नवजात शिशु का शव, तरह-तरह की चर्चा

अनिल कुमार

मड़िहान, मीरजापुर। जिले के राजगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत किसान इंटर कॉलेज के समीप रेलवे अंडरपास के निकट एक मृत नवजात का शव मिला है। जिसकी जानकारी होने पर मौके पर ग्रामीणों की जुटी भीड़ में नवजात शिशु के शव को लेकर तरह-तरह की चर्चा होती रही है। आशंका जताई जा रही है कि किसी महिला ने लोकलाज वश शिशु को फेंक दिया है जिसकी संभत मौत हो गई है। ग्रामीणों के मुताबिक कुछ लोग उधर से गुजर रहे थे कि तभी किसी कि नजर रेलवे अंडरपास के नीचे प्लास्टिक के बोरे पर महिला के कपड़े में लिपटे हुए नवजात शिशु पर गई तो उनके पांव वहीं ठिठक गए। धीरे-धीरे यह बात आसपास के लोगों में फैल उठी थी और देखते ही देखते मौके पर काफी संख्या में लोगों की भीड़ बढ़ने लगी थी। बच्चा किसका है और किसने यह फेंका है इसको लेकर तरह-तरह की चर्चा होती रही है। वहीं सूचना पर पहुंची पुलिस भी छानबीन करने में जुटी हुई रही है।

नया श्रम कानून से कामगारों को मिलेगा अधिक लाभ : राजेश दूबे

मीरजापुर। मिर्जापुर असंगठित कामगार यूनियन (माकू) अध्यक्ष राजेश दुबे एडवोकेट ने उ0प्र0 सरकार एवं भारत सरकार को धन्यवाद देते हुए इस नये कानून पर श्रमिकों को बधाई दी।

जिले के मुहकुचवां स्थित कैम्प कार्यालय पर हुई चर्चा के दौरान अध्यक्ष राजेश ने नये श्रम कानून को बेहतर बताया और कहा कि पूर्व मे कुल अलग -अलग 29 प्रकार के श्रम कानून से अलग-अलग बातें सामने निकल कर आई थी। यह कानून आजादी से पूर्व सन् 1930 से सन् 1950 के बीच लाएं गए थे इसी बीच 2019 और 2020 में लाए गए कानून सुधार कानून को 21 नवंबर 2025 को केंद्र सरकार द्वारा लागू किया गया जो श्रमिक हित में बेहतर साबित होंगे। पूर्व के 29 कानूनों की जगह अब केवल चार श्रम कानून पूरे भारत के समस्त प्रदेशों में लागू हो गई है, जिससे तकरीबन 40 करोड़ से अधिक श्रमिकों को लाभ मिलेगा। यह कानून - कोड आंन वेजेज 2019, इंडस्ट्रियल रिलेशंस कोड 2019, कोड आंन सोशल सिक्योरिटी 2020, ऑक्यूपेशनल सेफ्टी,हेल्थ एंड वर्किंग कंडीशंस कोड 2020 के नाम से जाना जायेगा जैसा कि सरकार ने कहा है। नए कानून लागू होने से न्यूनतम एवं समय पर वेतन जैसा कि पहले देर से मिलती थी लेकिन अब कामगारों को 01 से 07 तारीख के बीच में प्रत्येक माह मिलेगी और न मिलने पर इसे अपराध माना जाएगा। ग्रेच्युटी के नियम जो पूर्व में 5 साल काम करने पर लागू होते थे अब वह 1 वर्ष में लागू होंगे। हर कामगार को नियुक्ति पत्र मिलेगी। श्रमिक को ओवरटाइम का दुगना भुगतान मिलेगा। 40 साल से अधिक श्रमिकों का मुफ्त स्वास्थ्य चेकअप होगा इस प्रकार के अनेक फायदे इस नए कानून के आ जाने से श्रमिक वर्ग को मिलेगा। यूनियन के अध्यक्ष राजेश दुबे ने कहा सभी क्षेत्रों में श्रमिक कल्याण को मजबूत करने के उद्देश्य से यह हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में जाना जायेगा, भारत के लंबे समय से प्रतिक्षित श्रम सुधार लागू हो गए हैं, सभी चार नए श्रम कोड आधिकारिक तौर पर अधिसूचित और 21 नवंबर, 2025 से लागू हो गए हैं।

महामंत्री मंगल तिवारी ने कहा प्रधानमंत्री द्वारा श्रमिकों के कल्याण के लिए उठाया गया एक बड़ा कदम है। सूचनाओं के अनुसार 18 हजार तक की आय वाले पत्रकारों को भी लाभ मिलेगा।डिलीवरी और मोबिलिटी कर्मचारियों को भी बड़ी राहत होगी। घर और कार्यस्थल के बीच यात्रा के दौरान होने वाली दुर्घटनाओं को अब रोजगार से संबंधित माना जाएगा, जिससे कर्मचारी दुर्घटना मुआवजे के पात्र बनेंगे। लाभों की निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए, सरकार ने आधार से जुड़े एक यूनिवर्सल अकाउंट नंबर शुरू किया है, जिससे राज्यों में कल्याणकारी योजनाओं तक आसान और पोर्टेबल पहुंच संभव हो सकेगी।

ये संहिताए सभी प्रकार के लैंगिक भेदभाव पर रोक लगाती हैं और समान कार्य के लिए समान वेतन सुनिश्चित करती हैं। महिलाएं अब रात्रि प्रहार में काम कर सकती हैं और सभी प्रकार के उद्योगों में काम कर सकती हैं, जिनमें खनन और भारी मशीनरी जैसे पहले प्रतिबंधित क्षेत्र भी शामिल हैं, बशर्ते उनकी सहमति और अनिवार्य सुरक्षा व्यवस्था हो। 26 सप्ताह के सवेतन अवकाश, शिशुगृह सुविधाओं तक पहुंच और घर से काम करने के लचीले विकल्पों के साथ मातृत्व लाभों को और मजबूत किया गया है। महिला कर्मचारियों को 3,500 रुपये का चिकित्सा बोनस भी मिलेगा। इसके अतिरिक्त, महिला श्रमिकों के लिए परिवार की परिभाषा का विस्तार करके इसमें सास-ससुर को भी शामिल किया गया है, जिससे सामाजिक सुरक्षा प्रावधानों के तहत आश्रितों का दायरा बढ़़ गया है। उन्होंने नए श्रम संहिताओं के कार्यान्वयन का स्वागत करते हुए कहा है कि ये सुधार लंबे समय से लंबित सामाजिक सुरक्षा लाभ प्रदान करेंगे, श्रमिक अधिकारों को सुव्यवस्थित करेंगे और उन लाखों लोगों तक कवरेज का विस्तार करेंगे जो पहले औपचारिक दायरे से बाहर थे।

चर्चा के दौरान अध्यक्ष ने श्रमिकों के प्रति यूनियन की तरफ से शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि हम सभी माकू यूनियन की तरफ से चुनार क्षेत्र के उन तिनों दिवंगत श्रमिकों, अजय कुमार (21) पप्पू कुमार (25) गोविंद मौर्य (22) को अपनी शोक संवेदनाएं व्यक्त करते हैं जिनकी राजस्थान प्रदेश में कार्य के दौरान सीमेंट फैक्ट्री के बॉयलर फटने से मौत हो गई।

दर्शनार्थियों की सुरक्षा को लेकर जर्जर हो चुके गेट का कराया गया ध्वस्तीकरण

ड्रमंडगंज, मीरजापुर।क्षेत्र के सेमरा कलां चौराहे पर गड़बड़ा धाम मार्ग पर छह वर्ष पूर्व बनाए गए प्रवेश द्वार के गेट का एक खंभा अज्ञात वाहन की टक्कर से कई माह से नीचे की ओर झुक गया था जो खतरे को आमंत्रण दे रहा था। रविवार को बीडीओ विजय शंकर त्रिपाठी के निर्देश पर ग्राम प्रधान शिव गोविंद चौरसिया ने जेसीबी मशीन से गेट का ध्वस्तीकरण करा दिया। ग्राम प्रधान शिव गोविंद चौरसिया ने बताया कि सोमवार से शुरू होने वाले गड़बड़ा धाम मेला में वाहनों के आवागमन और दर्शनार्थियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बीडीओ हलिया के निर्देश पर गिरने के कगार पर पहुंच चुके जर्जर गेट का ध्वस्तीकरण करा दिया गया है।

सड़क पर फैले गेट के मलबे को साफ करा दिया गया है। सेमरा कलां गांव में गड़बड़ा धाम मार्ग पर बनाए गए प्रवेश द्वार के जर्जर हो जाने पर क्षेत्रीय लोगों द्वारा बहुत दिनों से गेट का ध्वस्तीकरण कर नवीन प्रवेश द्वार बनाए जाने की मांग की जा रही थी।

लैब टेक्नीशियन के विरुद्ध छेड़खानी का मुकदमा दर्ज

ड्रमंडगंज, मीरजापुर।क्षेत्र के एक गांव निवासी युवती की मां की तहरीर पर नया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ड्रमंडगंज में तैनात लैब टेक्नीशियन राकेश कुमार पटेल के विरुद्ध शुक्रवार की देर रात छेड़खानी का मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। क्षेत्र के एक गांव निवासी युवती की मां ने शुक्रवार शाम को थाने में तहरीर देकर नया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ड्रमंडगंज में तैनात लैब टेक्नीशियन पर जांच के नाम पर बेटी के साथ छेड़खानी का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की थी।दी गई तहरीर में युवती की मां ने आरोप लगाया था कि बीते गुरुवार को 18 वर्षीया बेटी पिता के साथ जांच रिपोर्ट दिखाने और दवा इलाज के लिए नया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ड्रमंडगंज गई थी। एलटी ने पिता को चाय लाने के लिए अस्पताल से बाहर भेज दिया। उसी दौरान एलटी जांच के नाम पर बेटी के साथ छेड़खानी करने लगा। पिता के साथ घर पहुंची पुत्री ने एलटी द्वारा की छेड़खानी के बारे में बताया। युवती की मां की तहरीर पर पुलिस लैब टेक्नीशियन राकेश कुमार पटेल के विरुद्ध छेड़खानी का मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई है। थानाध्यक्ष ब्रह्मदीन पांडेय ने बताया कि युवती की मां की तहरीर पर न्यू पीएचसी ड्रमंडगंज के लैब टेक्नीशियन के विरुद्ध छेड़खानी का मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।

क्राइम ब्रांच के नाम से आशा कार्यकर्ता को फोन कर मांगे 55 सौ रुपए

मीरजापुर।ड्रमंडगंज थाना क्षेत्र के देवहट खरका गांव निवासी आशा कार्यकर्ता रंजना देवी को शनिवार दोपहर एक बजे के करीब क्राइम ब्रांच के नाम पर एक व्यक्ति ने फोन किया और रंजना देवी से साढ़े पांच हजार रुपए भेजने के लिए कहा। फोन करने वाले अज्ञात व्यक्ति ने आशा कार्यकर्ता को साढ़े पांच हजार रुपए नही भेजने पर घर से एक घंटे के भीतर उठा ले जाने की धमकी दी। क्राइम ब्रांच के नाम पर अज्ञात व्यक्ति द्वारा दी गई धमकी से डरी सहमी महिला ड्रमंडगंज थाने पहुंचकर मामले की शिकायत की।आशा कार्यकर्ता रंजना देवी ने बताया कि दोपहर एक बजे के करीब मोबाइल नंबर 6389463166 से कॉल आई जिसमें एक व्यक्ति अपने को क्राइम ब्रांच का बताकर साढ़े पांच हजार रुपए फोन पे करने के लिए कहा। क्राइम ब्रांच के नाम पर फोन करने वाले अज्ञात व्यक्ति ने रूपए नही भेजने पर एक घंटे के भीतर घर से उठा ले जाने की धमकी दी। ड्रमंडगंज थाना पर साइबर सेल में तैनात कांस्टेबल साकेत कुमार सैनी ने आशा कार्यकर्ता को बताया कि किसी ठग ने आपको डरा धमकाकर रूपए ऐंठने के लिए अपने को क्राइम ब्रांच का बताकर आपको ठगने का प्रयास कर रहा था। घबराएं नही पुलिस आपकी सहायता करेगी। साइबर अपराध से संबंधित कार्य देख रहे कांस्टेबल साकेत कुमार सैनी ने बताया कि आशा कार्यकर्ता की शिकायत पर क्राइम ब्रांच के नाम पर फोन करने वाले मोबाइल नंबर की जांच की जा रही है।

मां विंध्यवासिनी मेडिकल कॉलेज अंतर्गत मंडलीय चिकित्सालय में अल्ट्रासाउंड डॉक्टर का कारनामा

मीरजापुर। मां विंध्यवासिनी स्वायत्तशासी महाविद्यालय अंतर्गत मंडलीय चिकित्सालय इस समय अपने ऊल- जुलुल हरकतों व नौसीखीया डॉक्टरो के उपेक्षा पूर्ण रवैया और गुंडागर्दी से काफी चर्चा में चल रहा है । इसी क्रम में 19 नवंबर को अल्ट्रासाउंड डॉक्टर ने एक और कारनामा कर दिखाया। अल्ट्रासाउंड के डॉक्टर और उनकी पूरी टीम ने फर्जी जॉच व रिपोर्ट तैयार कर प्रार्थी की घोर मानसिक क्षति कारित किया। अपने साथ हुए इस खिलवाड़ के संदर्भ में पीड़ित अधिवक्ता अजीत कुमार सिंह पुत्र कमलापति सिंह निवासी ग्राम लखौली, पो०-नेवढ़ियाघाट, थाना-को० दैहात, जनपद- मीरजापुर ने डा० अंकित शर्मा एमबीबीएस एमडी , डा० के० के० सिंह (अल्ट्रासाउण्ड डाक्टर) डा० एस० के० नायक (अल्ट्रासाउण्ड डाक्टर सीनियर), व 3 अन्य डाक्टर सहयोगियो के विरुद्ध जिलाधिकारी मिर्जापुर के यहां प्रार्थना पत्र देकर अपने साथ हुए घृणित मजाक के संदर्भ में डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने अपने पत्र में जिलाधिकारी को लिखा है कि प्रार्थी के कमर में दर्द की शिकायत थी जिसके कारण उसी दिन दिन समय लगभग 10:44 सुबह सरकारी अस्पताल जाकर विपक्षी सं0-1 से अपनी बात बताई जिस पर विपक्षी सं०-1 द्वारा अल्ट्रासाउण्ड करने की सलाह देते हुए प्रार्थी के पर्चा पर अल्ट्रासाउण्ड करने हेतु कहा गया तब प्रार्थी अस्पताल के अल्ट्रासाउण्ड विभाग में जाकर उसी दिन अपनी जाँच कराया जॉच रिपोर्ट में विपक्षी सं0-2 द्वारा यह लिखा गया कि प्रार्थी की दाहिने साइट की किडनी नही है। प्रार्थी जब उक्त रिपोर्ट विपक्षी सं०-1 जो कि उक्त विभाग के डाक्टर है को दिखाया तो वह उनके साथ बैठे 3 अन्य डाक्टरो को उक्त रिपोर्ट दिखाकर प्रार्थी को आश्चर्य भरी नजरो से देखने लगे प्रार्थी को शंका हुआ तो प्रार्थी उनसे पूछा कि डाक्टर साहब मेरी रिपोर्ट सही है कि नही तो डाक्टर विपक्षी सं०-1 मुझसे कहे कि आप कि दाहिनी किडनी जन्म से ही नहीं है।

 यह सुनते ही प्रार्थी का ब्लड पेसर काफी बढ़ गया । वहाँ मौके पर मौजूद कर्मचारी द्वारा मुझे कुर्सी पर बैठाकर मेरा बी०पी० चेक किय जिसमें बी०पी० 150 से ज्यादा बढ़ने लगा तब हमे डाक्टरो द्वारा बी०पी० की दवा देते हुए आश्वासन दिया गया कि आप एक किडनी पर जीवित रह सकते है। प्रार्थी उक्त विपक्षी गणो के द्वारा बताये गये जॉच रिपोर्ट से अवसाद में चला गया।

 तब मेरे परिवार वालो ने इसका कारण पूछा, तो मैने उन्हे सारी बात बताई । जिस पर परिवार वाले मुझे सतीश डायग्नोस्टिक रामबाग मीरजापुर लेकर आये और प्रार्थी का फुल चेक/अल्ट्रासाउण्ड कराया। उस जॉच में प्रार्थी की दोनो किडनी सही पाई गई। विपक्षीग फर्जी जॉच व रिपोर्ट तैयार कर प्रार्थी को घोर मानसिक शारीरिक आर्थिक छति पहुचाने का कार्य किये है। प्रार्थी प्रार्थना पत्र के साथ उक्त दोनो अल्ट्रासाउण्ड की रिपोर्ट संल कर रहा है। ऐसी स्थिति में उक्त विपक्षीगण की विभागीय जाँच कराकर दोषी पाये पर इनके विरूद्ध विभागीय कार्यवाही किया जाना उचित एवं न्याय संगत होगा। इस संदर्भ में पीड़ित के द्वारा श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के जिलाध्यक्ष दिलीप सिंह गहरवार से भी मदद मांगी गई , और उन्होंने जिलाधिकारी महोदय से मिलकर इस संदर्भ में प्रार्थना पत्र दिलवा कर तत्काल ऐसे अयोग्य डॉक्टरो के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की है । उन्होंने साथ ही साथ यह भी चेतावनी दी है कि यदि जीवन के साथ खिलवाड़ करने वाले ऐसे डॉक्टरों को तत्काल यहां से कार्य मुक्त नहीं किया गया तो श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना बड़े स्तर पर मंडलीय चिकित्सालय में धरना प्रदर्शन व अग्रिम कार्यवाही के लिए बाध्य होगी जिसकी सारी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी। 

मौके पर उपस्थित रहने वालों में जिला अध्यक्ष दिलीप सिंह गहरवार पूर्वांचल सचिव अभिषेक सिंह धवल ,जिला उपाध्यक्ष राकेश सिंह राणा, जिला उपाध्यक्ष इंस्पेक्टर सिंह शिवम, नगर अध्यक्ष युवराज सिंह युवा जिला अध्यक्ष  ऋषि कुमार सिंह प्रांजल, शाश्वत सिंह जंग बहादुर सिंह अजीत कुमार सिंह मधुकर मिश्रा एडवोकेट अरुण सिंह एडवोकेट हेमंत कुमार प्रवीण दीक्षित एडवोकेट सहित श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना सभी पदाधिकारी उपस्थित रहे।

फोटो --बैठक करते हुए जिलाधिकारी मीरजापुर

जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री डैशबोर्ड विकास कार्यो से सम्बन्धित बैठक कर की समीक्षा 

एक करोड़ से अधिक लागत वाली निर्माणाधीन परियोजनाओ, पूर्वांचल विकास निधि, क्रिटिकल गैप्स योजना, त्वरित आर्थिक विकास योजना, आकांक्षत्मक विकास खण्ड, वन ट्रिलियन डाॅलर की भी समीक्षा कर ली जानकारी

55 मदो, योजनाओ मे जनपद को ए श्रेणी प्राप्त, बी, सी व डी0 श्रेणी वाले अधिकारी अगले माह प्रगति मे सुधार लाते हुए ए श्रेणी लाना करें अन्यथा होगी कड़ी कार्यवाही -जिलाधिकारी

मीरजापुर। जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार की अध्यक्षता मे कलेक्ट्रेट सभागार में मुख्यमंत्री डैशबोर्ड जिला अनुश्रवण पुस्तिका विकास कार्यो से सम्बन्धित, एक करोड़ से अधिक लागत वाली निर्माणाधीन परियोजनाओ की समीक्षा, पूर्वांचल विकास निधि, क्रिटिकल गैप्स योजना, त्वरित आर्थिक विकास योजना, आकांक्षत्मक विकास खण्ड, वन ट्रिलियन डाॅलर की समीक्षा बैठक आहूत की गई। मुख्यमंत्री डैशबोर्ड जिला अनुश्रवण पुस्तिका विकास कार्यो से सम्बन्धित समीक्षा के दौरान 55 मदो, योजनाओं में जनपद को ए श्रेणी प्राप्त हुआ है। जिलाधिकारी बी व सी, डी श्रेणी वाले अधिकारियों पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देशित किया कि अगले माह योजनाओं में व्यक्तिगत रूचि लेते हुए ए श्रेणी लाना सुनिश्चित करे अन्यथा सम्बन्धित के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी। पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना की समीक्षा के दौरान कलेक्ट्रेट, विकास भवन व सभी खण्ड विकास अधिकारी कार्यालयों में हेल्पडेस्क दो दिवसों में स्थापित करते हुए सूचना उपलब्ध कराए। अल्पसंख्यक कल्याण द्वारा छात्र वृत्ति व निशुल्क प्रतिपूर्ति की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को निर्देशित करते कहा कि आवेदन के सापेक्ष अग्रसारित आवेदनों की शत प्रतिशत कराते हुए स्वीकृति हेतु भेजे। सैम व मैम बच्चों की समीक्षा मे जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों से कहा कि जनपद को कुपोषण से मुक्त कराना हम सभी का दायित्व है एवं सभी लोग अपनी सहभागिता से जनपद को कुपोषण मुक्त कराने मे अपना योगदान दे। उन्होंने कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि सैम व मैम बच्चों केन्द्रवार सूची उपलब्ध कराएं। उन्होंने सभी जनपदीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा प्रायः यह देखा की कि अपनी बिना अनुमति मुख्यालय से बाहर चले जाते है जिससे शासन द्वारा मांगी जाने वाली सूचना का प्रेषण समय से नही पाता है अतएव सभी अधिकारी मुख्यालय से पूर्व अनुमति अवश्य ले जिस अधिकारी के द्वारा बिना अनुमति मुख्यालय छोड़ेगा उस पर कठोरतम कार्यवाही की जाएगी। जिन मदो, योजनाओं में ए श्रेणी प्राप्त है यथा- पंडित दीनदयाल उपाध्याय सोलर स्ट्रीट लाइट योजना ए, सोलर स्ट्रीट लाइट बीकेएस ग्राम उन्नति योजना ए, एकीकृत बागवानी विकास मिशन ए, पर ड्राप मोर क्राप माइक्रो इरिगेशन ए, खराब ट्रांसफार्मर की शिकायतें ए, दैनिक विद्युत आपूर्ति घंटे ग्रामीण ए, दैनिक विद्युत आपूर्ति घंटे शहरी ए, विद्युत बिल में सुधार हेतु आवेदन ए, कृषि रक्षा रसायन डीबीटी ए, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि ए, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना ए, पीएम कुसुम ए, बीज डीबीटी ए, प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण ए, मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण ए, मनरेगा ए, भवन निर्माण ए, सड़क निर्माण ए, एंबुलेंस 108 ए, एंबुलेंस 102 ए, बायोमेडिकल उपकरण रखरखाव कार्यक्रम ए, मोबाइल मेडिकल यूनिट ए, दुग्ध मूल्य भुगतान की स्थिति ए, सहकारी दुग्ध समितियां ए, दिव्यांग पेंशन ए, दिव्यांग पेंशन आधार सीडिंग ए, जल जीवन मिशन हर घर जल ए, व्यक्तिगत शौचालय निर्माण ए, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण फेज-2 ए, सामाजिक वनीकरण ए, आपरेश कायाकल्य ए, पीएम पोषण विद्यालय निरीक्षण ए, अंडा उत्पादन ए, निराश्रित गोवंश का संरक्षण ए, पशु टीकाकरण ए, पशुओं में कृत्रिम गर्भाधान ए, संरक्षित निराश्रित गोवंश की सुपुर्दगी की ए, शादी अनुदान योजना ए, प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना ए, मुख्यमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना ए, मत्स्य उत्पादन ए, निराश्रित महिला पेंशन का आधार सीडिंग ए, पति की मृत्यु उपरान्त निराश्रित महिला पेंशन ए, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना ए, प्रोजेक्ट अलंकार ए, सड़को का अनुरक्षण ए, कन्या विवाह सहायता योजना ए, मातृत्व शिशु एवं बालिका मद्द योजना ए, ओडीओपी वित्त पोषण योजना ए, मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान ए, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना ए, राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना ए, राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना ए, वृद्धावस्था पेंशन का आधार सीडिंग ए, जिला सहकारी बैंक अल्पकालीन ऋण वितरण एवं वसूली ए श्रेणी प्राप्त हुआ हैं। एक करोड़ से अधिक लगात वाली समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देशित किया निर्माणाधीन परियोजनाओं की गुणवत्ता का विशेष ध्यान दिया जाए यदि निरीक्षण के दौरान गुणवत्ता खराब पाई जाती है तो सम्बन्धित के ठेकेदार के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन परियोजना मे धनराशि है उन्हें समय से पूर्ण कराते हुए हैण्डओवर की कार्यवाही करें तथा जिन परियोजनाओं में बजट का अभाव है उनमे अपने मुख्यालय को पत्राचार कर बजट अवमुक्त कराए। उन्होंने सभी कार्यदायी संस्थाओ को निर्देशित करते हुए कहा कि ऐसी परियोजनाएं जिनके निर्माण मे विलम्ब हो रहा है उनमें शासन को पत्राचार करते हुए समय सीमा बढ़वाया जाए। उन्होंने सभी कार्यदायी संस्थाओं को निर्देशित करते हुए कहा कि जो योजना पूर्ण होने वाली है या पूर्ण चुकी है अभी हैण्डओवर नहीं हुआ है उन सभी योजनाओं में विद्युत कनेक्शन है अथवा नहीं या झटपट पोर्टल पर आवेदन किया गया है कि नहीं की सूचना जिला अर्थ संख्या अधिकारी के माध्यम से उपलब्ध कराए। तत्पश्चात पूर्वांचल विकास निधि, क्रिटिकल गैप्स योजना, त्वरित आर्थिक विकास योजना, आकांक्षत्मक विकास खण्ड, वन ट्रिलियन डाॅलर की बिन्दुवार विस्तृत समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया। बैठक मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ सीएल वर्मा, परियोजना निदेशक डीआरडीए धर्मजीत सिंह, उपायुक्त एनआरएलएम सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।