“क्या लालू जी और राबड़ी देवी को क़ैद कर लिया गया है? बीजेपी प्रवक्ता के पोस्ट ने बढ़ाई सियासी हलचल

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बिहार में हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की करारी हार के बाद लालू यादव के कुनबे में कलह शुरू हो गई है। लालू की बेटी रोहिणी आचार्य के पोस्ट के साथ शुरू हुई कलह रविवार को तब और बढ़ गई, जब उन्होंने भाई तेजस्वी यादव के करीबियों का नाम लेकर खुद को प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाया। इतना ही नहीं रोहिणी ने खुद पर चप्पल फेंके जाने का भी आरोप लगाया। साथ ही कहा कि उन्हें अपशब्द कहे गए और पिता को गंदी किडनी देने जैसी बातें भी सुनाई गईं। रोहिणी के घर छोड़ने के एक दिन बाद उनकी तीन और बहनें रागिनी, चंदा और राजलक्ष्मी बच्चों के साथ लालू का पटना स्थित घर छोड़कर दिल्ली पहुंच गईं।

बढ़ते पारिवारिक विवाद के बीच अब भाजपा भी कूद पड़ी है और उसने लालू–राबड़ी की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। परिवार में मचे घमासान के बीच भाजपा प्रवक्ता अजय आलोक ने सवाल उठाया है कि क्या लालू यादव और राबड़ी देवी को कैद कर लिया गया हैं? यही नहीं उन्होंने तो रोहिणी आचार्य को एक FIR करवाने की भी सलाह दे डाली है।

अजय आलोक का पोस्ट वायरल

बीजेपी प्रवक्ता अजय आलोक ने एक्स पर लिखा, “क्या लालू जी और राबड़ी देवी को क़ैद कर लिया गया है? जान पर खतरा? रोहिणी जी को FIR करनी चाहिए, तेजप्रताप साथ जाएं… मिसा क्यों चुप हैं?” आलोक का यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है।

राजद समर्थकों ने कहा-लालू परिवार को बदनाम करने की साजिश

भाजपा प्रवक्ता के बयान पर राजद की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, राजद समर्थकों का कहना है कि यह बयान केवल लालू परिवार को बदनाम करने की साजिश है।

रबड़ी देवी के भाई साधु यादव क्या बोल?

इधर, लालू यादव के साले और रबड़ी देवी के भाई साधु यादव इस पूरे मुद्दे पर आगे आए हैं और अपना पक्ष रखा है। साधू यादव ने रोहिणी आचार्य पर कहा- जो भी रोहिणी के साथ हुआ वो गलत है। तेजस्वी छोटा भाई है, अगर वो किसी के सामने गलत व्यवहार करता है तो इससे बड़ा दुर्भाग्य नहीं हो सकता है। राबड़ी देवी हमारी भी बहन है वो आज तक कितना भी बोली हैं, बहुत सारी बात बोली हैं लेकिन हमने कभी भी उस विषय में नहीं बोला है। ये लोग कैसे बोल रहे हैं, कौन लोग बुलवा रहे हैं? इन सारी चीजों की जानकारी करनी पड़ेगी। अगर बाहरी व्यक्ति घर में घुस गया है और घर वाला बाहर जा रहा है तो ये भी दुर्भाग्य है। ये न पार्टी के लिए, न परिवार के लिए अच्छा है।

सऊदी अरब में बस-टैंकर की भीषण टक्कर, उमराह के लिए गए 40 से ज्यादा भारतीयों की मौत की आशंका

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सऊदी अरब में मदीना के पास एक बड़ा सड़क हादसा हुआ है। इस हादसे में कम से कम 42 भारतीयों की मौत की आशंका है। हादसे का शिकार हुए लोग भारत से उमराह करने के लिए सऊदी अरब गए थे। बये बीषण हादसा उस वक्त हुआ जब मक्का से मदीना जा रहे उमरा यात्रियों से भरी एक बस की डीजल टैंकर से टक्कर हो गई।हादसा इतना भीषण था कि बस के परखच्चे उड़ गए और उसमें आग लग गई।

मृतकों में ज्यादातर हैदराबाद के

स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक हादसा भारतीय समयानुसार लगभग 1.30 बजे तड़के हुआ। टक्कर के बाद बस में अचानक भीषण आग लग गई, उस समय अधिकांश यात्री सो रहे थे। शुरुआती जानकारी से संकेत मिला है कि मृतकों में ज्यादातर हैदराबाद के हैं, जिनमें कई महिलाएं और बच्चे भी शामिल बताए जा रहे हैं। रिपोर्टों में यह भी कहा गया है कि 40 से ज्यादा लोग मौके पर ही जलकर मर गए

तेलंगाना सरकार ने जारी किया बयान

तेलंगाना के मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी एक बयान में सऊदी अरब में हुए सड़क हादसे पर दुख जताया गया है और कहा कि सीएम ने तुरंत मुख्य सचिव और डीजीपी को हादसे से जुड़ी पूरी जानकारी जुटाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही ये भी जानकारी मांगी है कि हादसे में कथित तौर पर मरने वाले कितने लोग हैदराबाद के निवासी थे। मुख्यमंत्री ने सरकार के शीर्ष अधिकारियों को विदेश मंत्रालय से संपर्क करने और सऊदी अरब दूतावास से जानकारी लेने का सुझाव दिया है। मुख्य सचिव के निर्देश पर अधिकारी इस बात का पता लगा रहे हैं कि सऊदी अरब में हादसे का शिकार हुए कितने लोग तेलंगाना के थे और सचिवालय में एक कंट्रोल रूम बनाने के निर्देश दिए गए हैं ताकि पीड़ित परिजनों को जानकारी दी जा सके।

महावाणिज्य दूतावास ने हेल्‍पलाइन नंबर जारी किया

हादसे के बाद भारतीय दूतावास एक्टिव हो गया है। सऊदी अरब में भारतीय महावाणिज्‍य दूतावास ने एक हेल्‍पलाइन नंबर जारी किया है। टोल फ्री नंबर इस प्रकार है- 8002440003। भारतीय दूतावास ने कहा कि 24 घंटे चलने वाला एक कंट्रोल रूम भी बनाया गया है।

ओवैसी की भारत सरकार से की अपील

हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इस दर्दनाक हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया और कहा कि वे लगातार कई अधिकारियों से संपर्क में हैं ताकि सत्यापित जानकारी मिल सके। एएनआई से बातचीत में ओवैसी ने बताया कि उन्होंने हैदराबाद की दो ट्रैवल एजेंसियों से संपर्क किया है, जिनका इन तीर्थयात्रियों से संबंध है और उनके द्वारा प्रदान की गई सभी जानकारी रियाद स्थित भारतीय दूतावास और विदेश सचिव को साझा कर दी है। ओवैसी ने कहा, “मैं केंद्र सरकार, खासकर विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से अनुरोध करता हूं कि मृतकों के शवों को भारत वापस लाने की तुरंत व्यवस्था की जाए और अगर कोई घायल है तो उसका पूरा इलाज कराया जाए।

क्या बिहार के बाद बंगाल में बजेगा बीजेपी का डंका? ममता का किला भेदना आसान नहीं

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बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को प्रचंड बहुमत मिलने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुलकर एलान किया कि अब भाजपा का अगला लक्ष्य पश्चिम बंगाल है। मोदी ने पश्चिम बंगाल में 2026 के विधानसभा चुनाव में जंगलराज समाप्त करने का संकल्प व्यक्त किया है। गौरतलब हो कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव मार्च-अप्रैल में प्रस्तावित है। नए साल की शुरुआत से राज्य में चुनावी घमासान शुरू हो सकता है। बता दें पश्चिम बंगाल में बीजेपी मुख्य विपक्षी दल है।

बिहार में विधानसभा चुनाव खत्म हो गया है। इस चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। जिस तरह के चुनाव परिणाम आए हैं वह भारतीय जनता पार्टी के लिए नई रणनीति का नया स्वरूप जरूर खड़ा कर रहे हैं। यही वजह है कि भारतीय जनता पार्टी 2026 के मार्च अप्रैल महीने में होने वाले पश्चिम बंगाल चुनाव को लेकर अभी से जीत का दावा करना शुरू कर चुकी है।

पीएम मोदी समेत तमाम बड़े नेता कर रहे दावे

बिहार में नतीजों के बाद बीजेपी पश्चिम बंगाल को अपना अगला लक्ष्य बता रही है। पीएम मोदी समेत तमाम बड़े नेताओं ने पश्चिम बंगाल को जीतने का दावा किया है। पार्टी के कई नेताओं ने सोशल मीडिया पर दावा क‍िया क‍ि वहाँ पार्टी की जीत होगी।

बीजेपी के दावों की क्या है वजह

बीजेपी के बंगाल जीतने के दावों की एक बड़ी वजह है पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था का बिगड़ना। बिहार में नीतीश कुमार का गद्दी पर बैठना उनके सुशासन के संकल्प का एक बड़ा उदाहरण बताया जा रहा है। अब पश्चिम बंगाल से जंगल राज को खत्म करने की रणनीति राजनीति का मुख्य हिस्सा बन रही है। भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के राजनीति का आधार भी पश्चिम बंगाल के मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर से बलात्कार, हिंदू मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति, एसआईआर का विरोध, बीजेपी के लिए मजबूत राजनीतिक मुद्दा बनता जा रहा है। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के लिए जो मुद्दे हैं, बिहार में उन्हीं मुद्दों को हराकर भारतीय जनता पार्टी चुनाव जीती है।

टीएमसी ने बीजेपी के दावे को खारिज किया

हालांकि, टीएमसी ने बीजेपी के दावे को खारिज कर दा है। टीएमसी नेता कुणाल घोष ने एक पोस्‍ट में कहा, "बंगाल की राजनीतिक क़‍िस्मत पटना या दिल्ली में नहीं लिखी जाती। यह यहाँ लिखी जाती है, उन लोगों द्वारा जिन्होंने बार-बार बीजेपी की बाँटने वाली राजनीति को नकारा है और ममता बनर्जी पर भरोसा जताया है। साल 2026 में बीजेपी का वही अंजाम होगा, जो हमेशा बंगाल में होता आया है– नाकामी और अप्रासंगिकता।

2011 से सत्ता में है टीएमसी

लंबे समय तक वामदलों के गढ़ रहे पश्चिम बंगाल में साल 2011 में सत्ता परिवर्तन हुआ था। इस चुनाव में बीजेपी को 184 सीटें मिली थीं। ममता बनर्जी पहली बार राज्य की सीएम बनी थीं। इसके बाद ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने 2016 में फिर से जीत हासिल की थी। तब पार्टी को 211 सीटें मिली थी। ममता बनर्जी दूसरी बार राज्य की सीएम बनी थीं। 2021 में लगातार तीसरी बार तृणमूल कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। टीएमसी ने अपने प्रदर्शन को और बेहतर करते हुए 215 सीटें जीती थीं। ऐसे में ममता बनर्जी की अगुवाई वाली टीएमसी राज्य में जीत की हैट्रिक जड़ चुकी है। 2026 के चुनावों में टीएमसी का मुकाबला बीजेपी से होगा

भारत मंडपम में गूँजी सनातन की अलख : 300 से अधिक संतों की दिव्य उपस्थिति में सम्पन्न हुआ भव्य ‘सनातन संत सम्मेलन–2025’

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सनातन इंटेलिजेंस: सच्ची, अच्छी और वास्तविक जानकारी का नया स्तंभ-सनातन संत सम्मेलन में हुआ भव्य उद्घोष

सनातन जागेगा तो भारत बचेगा-परम पूज्य स्वामी गोविन्द देव जी महराज

सनातन है तो संसार वसुधैव कुटुंब है और सर्वे भवन्तु सुखिन से विश्व में मानवता है - जैन मुनि आचार्य लोकेश जी

सनातन को अपने घर भारत को पहले अंदर से ठीक करना होगा - देवकीनंदन जी महराज

विश्व की चेतना का केंद्र है सनातन - पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वती जी

अमरेश द्विवेदी

दिल्ली। प्रगति मैदान, नई दिल्ली के भारत मंडपम में ॐ सनातन न्यास द्वारा सनातन संत सम्मेलन–2025 दिव्य आध्यात्मिक ऊर्जा, अद्भुत भव्यता और राष्ट्रीय भाव से ओतप्रोत माहौल के साथ सम्पन्न हुआ।

राष्ट्रसंत परम पूज्य स्वामी गोविंद देव गिरी जी महाराज की पावन अध्यक्षता में आयोजित इस विराट सम्मेलन में देशभर से 300 से अधिक प्रमुख संतों की उपस्थिति ने इसे सनातन संस्कृति का ऐतिहासिक पर्व बना दिया।

इस सम्मेलन का मूल उद्देश्य था, सनातन संस्कृति के संरक्षण–संवर्धन, उसकी गौरवपूर्ण परंपराओं के पुनर्जागरण और भारतीय समाज में सांस्कृतिक मूल्यों के पुनः प्रतिष्ठापन का संदेश जन-जन तक पहुँचाना।

स्वामी गोविंद देव गिरी जी महाराज ने अपने आशीषपूर्ण उद्बोधन में कहा कि-“समय की मांग है कि हम सभी एक होकर सनातन को विश्वभर में पुनर्स्थापित करें। यह संस्कृति केवल परंपरा नहीं, बल्कि मानवता का मार्ग है। इसे आने वाली पीढ़ियों तक सशक्त रूप में पहुँचाना हम सभी का कर्तव्य है।” उन्होंने सभी संतों एवं उपस्थित जनों का स्वागत करते हुए एकता, प्रेम और सामाजिक जागरण का संदेश दिया। सभी संतों ने एक स्वर में कहा कि—“सनातन संस्कृति शाश्वत है, समावेशी है और विश्व कल्याण का मार्ग प्रशस्त करती है।”

परम पूज्य स्वामी गोविंद देव गिरी जी महाराज की अध्यक्षता में एकल अभियान – भारत लोक शिक्षा परिषद को “सनातन रत्न सम्मान” प्रदान किया गया। साथ ही तीन अन्य प्रमुख संस्थाओं को “सनातन गौरव सम्मान” से अलंकृत किया गया।

जैन आचार्य डॉ. लोकेश मुनि जी (विश्व शांति दूत) ने वैश्विक चुनौतियों पर सारगर्भित विचार रखते हुए कहा कि सनातन संस्कृति ही मानवता को शांति, सद्भाव और समाधान का मार्ग दिखा सकती है।

प्रसिद्ध कथावाचक परम पूज्य देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज ने सनातन धर्म की एकता और शक्ति पर प्रेरणादायी संदेश दिया तथा समाज में आध्यात्मिक जागरण की अलख जगाई।

श्री गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सलाहकार सरदार परमजीत सिंह जी ने युवाओं को सनातन जीवन-मूल्यों से जोड़ने की आवश्यकता पर जोर देते हुए सभी को राष्ट्र एकता और सद्भाव के लिए प्रेरित किया।

महंत रवींद्र पूरी जी महाराज ने राष्ट्र और संस्कृति के उत्थान में संत समाज की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए अपने ओजस्वी उद्बोधन से सभी को प्रेरित किया।

परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष परम पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वती जी महाराज ने राष्ट्रीय एकता, प्राकृतिक संरक्षण, मानव सेवा और सनातन के संरक्षण-संवर्धन का सारगर्भित संदेश दिया। उन्होंने कहा कि “सनातन न तो आरंभ हुआ, न कभी समाप्त होगा — यह अनादि, अनंत और विश्व कल्याण की आधारशिला है।” स्वामी जी ने मानवता को प्रेम, करुणा और नैतिक मूल्यों के मार्ग पर चलने का आह्वान किया।

इस राष्ट्रीय आयोजन में भारत सहित विदेशों से भी ब्यूरोक्रेट्स, ज्यूडिशरी के वरिष्ठ सदस्य, उद्योगपति, समाजसेवी, शिक्षाविद, वैज्ञानिक एवं शोधकर्ता शामिल हुए, जिससे यह सम्मेलन एक विचार–संवाद और संस्कृति–संवर्धन का वैश्विक मंच बन गया।

पूरे कार्यक्रम का संचालन नीरज रायजादा जी और युवा चेहरा सुश्री स्मृति कुच्छल जी ने अत्यंत सौम्यता, संतुलन और गरिमा के साथ किया। वहीं कई विद्यालयों के बच्चों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने उपस्थित संतों व अतिथियों को भावविभोर कर दिया। बच्चों की वेशभूषा, नृत्य और संगीत ने मानो सनातन परंपरा को पुनः सजीव कर दिया।

इस भव्य सम्मेलन का समापन संत समाज द्वारा

सनातन के पुनर्जागरण, राष्ट्र के उत्थान, और भावी पीढ़ियों तक सांस्कृतिक विरासत के संवहन के संकल्प के साथ हुआ। यह दिव्य आयोजन केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि भारत की आत्मा—सनातन संस्कृति—का महापर्व बनकर उपस्थित हुआ, जिसकी गूंज आने वाले समय में विश्वभर में प्रेरणा का प्रकाश बनेगी।

दिल्ली धमाके में बड़ा खुलासा: लालकिले से पहले पीएम आवास के पास गया था आतंकी डॉक्टर उमर

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दिल्ली में हुए बम धमाके को लेकर पुलिस की जांच अभी जारी है। दिल्ली पुलिस के साथ-साथ कई राज्यों की पुलिस इस धमाके के बाद से आतंकियों के नेटवर्क को खत्म करने के लिए लगातार कार्रवाई कर रही है। इस मामले में देश के अलग-अलग राज्यों से कई संदिग्ध लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है। जिनसे फिलहाल जांच एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं। इस बीच एक चौंकाने वाली बात सामने आई है। कहा जा रहा है कि आतंकी डॉक्टर प्रधानमंत्री आवास और कर्तव्य पथ जैसे अत्यंत संवेदनशील इलाकों के आसपास भी देखा गया था।

धमाके से पहले बिना रूके घूमता रहा

दिल्ली पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियाँ लगातार इस बात की तह तक जाने की कोशिश कर रही हैं कि सोमवार को लालकिला मेट्रो स्टेशन के पास हुए धमाके से ठीक पहले आतंकी डॉक्टर मोहम्मद उमर नबी के मन में क्या चल रहा था। जाँच में यह तथ्य साफ उभरकर आया है कि 9 नवंबर की रात 11:30 बजे से लेकर धमाके की घड़ी तक वह बिना रुके दिल्ली और एनसीआर में घूमता रहा। उसकी यह अनवरत मूवमेंट इस बात की ओर संकेत करती है कि वह किसी उपयुक्त स्थान की तलाश में था, जहाँ भीड़, ऐतिहासिक महत्व वाली जगहें या संभवतः वीआईपी क्षेत्र उसके निशाने पर हो सकते थे।

नौ नवंबर की रात दिल्ली में प्रवेश

जांच के दौरान ये साफ सामने आई है कि डॉक्टर उमर नौ नवंबर की रात एमपुर और दिल्ली–मुंबई एक्सप्रेसवे के संगम बिंदु रिवासन टोल के पास से दिल्ली में प्रवेश किया। वहाँ से वह फिरोजपुर झिरका गया, जहाँ से थोड़ी देर बाद ही वापस फरीदाबाद होकर बदरपुर के रास्ते दिल्ली में दाखिल हुआ। उसके बाद की रात में आश्रम चौक उसका मुख्य घूमने का बिंदु बन गया।

पीएम आवास और कर्तव्य पथ पर भी देखा गया

सबसे पहले वह आश्रम चौक से डीएनडी होकर मयूर विहार और नोएडा की ओर गया और फिर वापस आश्रम लौट आया। इसके बाद उसने आश्रम चौक से नई दिल्ली की ओर रुख किया और इंडिया गेट, अकबर रोड, तुगलक रोड और आईएनए मार्केट जैसे इलाकों में घूमने के बाद रिंग रोड के रास्ते फिर आश्रम चौक पहुँच गया। तीसरी बार वह आश्रम से नई दिल्ली की ओर गया और कर्तव्य पथ, राष्ट्रपति भवन, धौला कुंआ, पंजाबी बाग और वजीरपुर होते हुए वापस सेंट्रल दिल्ली लौट आया। अंत में वह कनॉट प्लेस से होते हुए लालकिला के पास पहुँचा और पार्किंग में अपनी कार लेकर रुका। इसके बाद वही कार लेकर वह मेट्रो स्टेशन के पास गया और विस्फोट को अंजाम दिया।

उमर के दो साथी अब भी फरार

स्पेशल सेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि लालकिला बम धमाका करने वाला आरोपी उमर नबी के दो साथी भी फरार हैं। हो सकता है कि ये दिल्ली-एनसीआर में पनाह लिए हों।

अभी अपनी किडनी देकर बचाया था पिता का जीवन, आज परिवार से तोड़ा नाता, क्या है लालू परिवार में टूट की वजह?

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बिहार चुनाव परिणाम में महागठबंधन की करारी हार के साइड इफेक्ट दिखने लगे हैं। इस हार के साथ ही लालू प्रसाद यादव के परिवार के भीतर का कलह तेजी से बाहर आने लगा है। पूर्व सीएम लालू के सबसे बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के निष्कासन के बाद उनकी बेटी रोहिणी आचार्य ने भी राजनीति छोड़ने और परिवार से नाता तोड़ने का ऐलान किया है। ये लालू की वही बेटी है जिन्होंने कभी अपने पिता को किडनी दान कर उनकी जान बचाई थी।

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हार के बाद संजय-रमीज और तेजस्वी का लिया नाम

शनिवार को लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर परिवार छोड़ने का ऐलान किया। रोहिणी आचार्य ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा है कि मैं राजनीति छोड़ रही हूं। साथ ही मैं अपने परिवार से भी नाता तोड़ रही हूं। मुझे संजय यादव और रमीज ने जो कुछ करने के लिए कहा है मैं वही कर रही हूं। मैं सभी दोष अपने ऊपर ले रही हूं।

जो चाणक्य बनेगा उसी से सवाल होगा- रोहिणी

अपने इस फैसले के बाद रोहिणी ने पत्रकारों से बात करते हुए कोई परिवार नहीं होने की बात दोहराई। साथ ही उन्होंने संजय, रमीज और तेजस्वी यादव से पार्टी की इस हालत पर सवाल करने को कहा। रोहिणी आचार्य ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, मेरा कोई परिवार नहीं है। इसके बारे में सभी सवाल संजय, रमीज और तेजस्वी यादव से पूछिए। उन लोगों ने मुझे परिवार से निकाला है। उन्हें जिम्मेदारी नहीं लेनी है। पूरी दुनिया बोल रही है। जो चाणक्य बनेगा, तो उसी से सवाल होगा। आज के समय में कार्यकर्ता और पूरे लोग सवाल कर रहे हैं कि पार्टी का ऐसा हाल क्यों हुआ?

संजय-रमीज का नाम लीजिए तो... - रोहिणी

रोहणी यहीं नहीं रुकीं। उन्होंने आगे कहा कि जब संजय और रमीज का नाम लीजिए, तो आपको घर से निकलवा दिया जाएगा, अशब्द बोला जाएगा और बदनाम किया जाएगा। आपके ऊपर चप्पल उठाकर मारा जाएगा।

परिवार में सुलग रही आग फिर भड़की

दरअसल, बिहार चुनाव में विपक्षी महागठबंधन को करारी हार का सामना करना पड़ा। राजद का प्रदर्शन भी निराशाजनक रहा। महागठबंधन में सबसे ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने वाली पार्टी राजद मात्र 25 सीटों पर ही जीत हासिल कर पाई। ऐसे में पहले से सुलग रही आग और भड़क गई है। लालू परिवार में फूट देखने को मिल रहा है। इससे पहले सितंबर में रोहणी ने लालू, तेजस्वी और पार्टी के हैंडल्स अनफॉलो कर दी थी। जबकि तेज प्रताप ने रोहिणी का समर्थन करते हुए संजय पर ‘सुदर्शन चक्र’ चलाने की बात कही थी।

ये है विवाद की जड़

बता दें कि विवाद की शुरुआत मई 2025 में हुई थी। जब तेज प्रताप यादव ने अपनी नई रिलेशनशिप का खुलासा किया था। उस समय परिवार में भूचाल आ गया था। लालू यादव ने तत्काल तेज प्रताप यादव को पार्टी और परिवार से निष्कासित कर दिया था। वहीं, तेज प्रताप ने संजय यादव को ‘जयचंद’ ठहराते हुए दोषी करार दिया, जो तेजस्वी यादव के सबसे करीबी सलाहकार हैं।

बीजेपी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह को पार्टी से निकाला, 2 अन्य पर भी गिरी गाज

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बिहार विधानसभा चुनाव में जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। यह कार्रवाई पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए की गई। भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह पर एक्शन लेते हुए उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निलंबित किया है। इसके अलावा कटिहार की मेयर ऊषा अग्रवाल और एमएलसी अशोक अग्रवाल के खिलाफ भी पार्टी ने कार्रवाई की है।

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एक सप्ताह के अंदर मांगा जवाब

भाजपा ने आधिकारिक आदेश में कहा है, आपकी गतिविधियां पार्टी के विरोध में हैं। ये अनुशासन के दायरे में आता है। पार्टी ने इसे गंभीरता से लिया है। इससे पार्टी को नुकसान हुआ है। आखिरकार निर्देशानुसार आपको पार्टी से निलंबित करते हुए कारण-पृच्छा किया जा रहा है कि आपको पार्टी से क्यों नहीं निष्कासित किया जाए? अतः पत्र प्राप्ति के एक सप्ताह के अंदर आप अपनी स्थिति स्पष्ट करें।

आरके सिंह के खिलाफ क्यों हुई कार्रवाई?

बीजेपी ने पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर बड़ा कदम उठाया है। पार्टी ने वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह को तत्काल प्रभाव से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है। वह बीजेपी की आंतरिक गतिशीलता के खिलाफ लगातार मुखर रहे थे और उन्होंने भ्रष्टाचार-गुटबाजी के कारण एनडीए के कई नेताओं की आलोचना की थी। उन्होंने चुनाव के दौरान कानून-व्यवस्था के मुद्दों से निपटने के चुनाव आयोग के तरीके पर खुलकर सवाल उठाए, खासकर मोकामा में हुई हिंसा को उन्होंने प्रशासन और चुनाव आयोग की विफलता बताया था। 

सरकार पर 60,000 करोड़ के घोटाले का आरोप

आरके सिंह ने चुनाव के दौरान ही सरकार पर 60,000 करोड़ के घोटाले का आरोप लगाया था।आरके सिंह ने एक बयान में कहा था, 'मैं बिहार का गृह सचिव भी रह चुका हूं। मेरे पास सबका हिसाब है। अगर कोई चू-चपड़ करेगा, तो सबकी बखिया उधेड़ देंगे। बिहार के लोग भ्रष्ट लोगों को बर्दाश्त नहीं करेंगे। भ्रष्ट और चरित्रहीन नेता धरती पर बोझ हैं।'

धरती आबा बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती आज, राष्ट्रपति-उपराष्ट्रपति और पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि

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भगवान बिरसा मुंडा की आज 150वीं जयंती है। बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जाता है। हर साल 15 नवंबर को झारखंड का स्थापना दिवस भी मनाया जाता है। साल 2000 में बिहार से अलग होकर झारखंड एक अलग राज्य बना। झारखंड आज अपना 25वां स्थापना दिवस मना रहा है। इस 'रजत जयंती' के मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धरती आबा को श्रद्धासुमन अर्पित किया है साथ ही झारखंड की जनता को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।

इस मौके पर संसद परिसर में स्थापित धरती आबा बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। संसद परिसर में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन, लोक सभा स्पीकर ओम बिरला, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू समेत कई मंत्रियों और केंद्रीय कर्मियों ने बिरसा मुंडा को नमन किया। झारखंड में जन्मे मां भारती के इस सपूत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी श्रद्धांजलि दी।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में लिखा, सभी को झारखंड राज्य की स्थापना की रजत जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं। भगवान बिरसा मुंडा की इस धरती के प्रतिभाशाली और कर्मठ लोगों ने राज्य का और पूरे देश का गौरव बढ़ाया है। प्राकृतिक संपदाओं से समृद्ध यह राज्य देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देता रहा है। यहां के जनजातीय समुदाय की समृद्ध लोक-कलाओं की देश-विदेश में प्रतिष्ठा है। यहां के शूरवीरों ने भारत माता की सेवा के अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किए हैं। मेरी मंगलकामना है कि झारखंड प्रगति-पथ पर निरंतर आगे बढ़ता रहे और राज्य के सभी निवासियों का भविष्य उज्ज्वल हो।

उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने 'एक्स' पोस्ट में लिखा, झारखंड राज्य स्थापना की रजत जयंती पर सभी निवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। वीरता, आत्मसम्मान और समृद्ध जनजातीय संस्कृति से ओतप्रोत भगवान बिरसा मुंडा की यह धरती अपने गौरवशाली इतिहास के लिए जानी जाती है। अपने कर्मठ जनों के योगदान से समृद्ध यह राज्य देश के विकास में अमूल्य भूमिका निभा रहा है। मेरी यही कामना है कि झारखंड निरंतर प्रगति के नए शिखर छूता रहे और यहाँ की धरती सदा समृद्धि व सुख-शांति से परिपूर्ण रहे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स हैंडल पर लिखे संदेश में कहा, देश के महान स्वतंत्रता सेनानी भगवान बिरसा मुंडा जी को उनकी 150वीं जयंती पर शत-शत नमन। जनजातीय गौरव दिवस के इस पावन अवसर पर पूरा देश मातृभूमि के स्वाभिमान की रक्षा के लिए उनके अतुलनीय योगदान को श्रद्धापूर्वक स्मरण कर रहा है। विदेशी हुकूमत के अन्याय के खिलाफ उनका संघर्ष और बलिदान हर पीढ़ी को प्रेरित करता रहेगा।

एक अन्य पोस्ट में पीएम मोदी ने लिखा, जनजातीय संस्कृति से समृद्ध गौरवशाली प्रदेश झारखंड के सभी निवासियों को राज्य के स्थापना दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। भगवान बिरसा मुंडा जी की इस धरती का इतिहास साहस, संघर्ष और स्वाभिमान की गाथाओं से भरा हुआ है। आज इस विशेष अवसर पर मैं राज्य के अपने सभी परिवारजनों के साथ ही यहां की प्रगति और समृद्धि की कामना करता हूं।

जम्मू-कश्मीर के एक थाने में ब्लास्ट, 9 की मौत, दिल्ली ब्लास्ट से क्या कनेक्शन?

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श्रीनगर के नौगाम पुलिस स्टेशन परिसर में शुक्रवार देर रात बड़ा धमाका हुआ है। बताया जा रहा है कि फरीदाबाद में जब्त की गई विस्फोटक सामग्री के नमूने लेते समय आकस्मिक विस्फोट में 9 लोगों की मौत हो गई, जबकि 27 घायल हो गए हैं। खास बात है कि इस थाने में दिल्ली ब्लास्ट से लिंक संदिग्धों से पूछताछ चल रही थी।

पुलिसवाले और फरेंसिंक टीम के लोग मारे गए

धमाका देर रात श्रीनगर के नौगाम पुलिस स्टेशन में हुआ। धमाके में कई पुलिसवालों की भी मौत हुई है। हालांकि अभी तक मौतों का आंकड़ा आधिकारिक तौर पर नहीं बताया गया है लेकिन माना जा रहा है कि थाने के अंदर हुए ब्लास्ट में अधिकांश पुलिसवाले और फरेंसिंक टीम के अधिकारी ही मारे गए हैं।

बढ़ सकती है मृतकों की संख्या

विस्फोट स्थल से छह शव बरामद किए गए हैं और मृतकों की पहचान के प्रयास जारी हैं। शवों को श्रीनगर स्थित पुलिस नियंत्रण कक्ष में स्थानांतरित कर दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि कम से कम 24 पुलिसकर्मियों और तीन नागरिकों को शहर भर के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। घायलों में से पांच की हालत गंभीर है और अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।

विस्फोटक का सैंपल लेते वक्त हुआ धमाका

श्रीनगर के नौगाम थाने में शुक्रवार की रात को तब विस्फोट हुआ, जब पुलिसकर्मी फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल से जुड़े विस्फोटक का सैंपल ले रहे थे। जब पुलिसकर्मी वाइट टेरर मॉड्यूल मामले के संबंध में फरीदाबाद से जब्त विस्फोटक सामग्री के नमूने ले रहे थे, तभी अचानक विस्फोट हो गया। बताया गया कि जम्मू-कश्मीर पुलिस 360 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री फरीदाबाद से डॉ. मुज़म्मिल गनई के किराए के आवास से जब्त करके लेकर आई थी। लेकिन इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

दिल्ली विस्फोट के जैसा ही धमाका

धमाके को दिल्ली विस्फोट के जैसा ही माना जा रहा है। वीडियो फुटेज देखकर वैसे ही दृश्य सामने आ रहे हैं जैसे कि दिल्ली धमाके के बाद दिखाई दिए थे। दिल्ली में 10 नवंबर को लाल किले के पास हुए कार विस्फोट में 13 लोगों की जान जा चुकी है। जांच एजेंसियां उस धमाके की तय तक पहुंचने के लिए सघन जांच कर रही हैं।

दिल्ली कार ब्लास्ट मामले में सुरक्षा एजेंसियों का बड़ा एक्शन, आतंकी डॉक्टर उमर के घर को IED से उड़ाया

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सुरक्षा बलों ने शुक्रवार को पुलवामा में आतंकी डॉ उमर नबी के घर को विस्फोट कर ढहा दिया। यह कार्रवाई लाल किला ब्लास्ट मामले की जाँच के तहत की गई, जिसमें सोमवार को हुए धमाके में 13 लोग मारे गए थे और 20 से अधिक घायल हुए थे।

इस विस्फोट में 12 लोगों की मौत हुई और शुरुआती जांच में सामने आया कि जम्मू-कश्मीर का रहने वाला डॉ. उमर इस हमले का मास्टरमाइंड था। जांच एजेंसियों के अनुसार, वह इस वारदात की तैयारी लंबे समय से कर रहा था। घटना के बाद एजेंसियों ने लगातार छापेमारी और कार्रवाई तेज की है। इसी कार्रवाई के तहत आतंकी उमर के घर को भी IED से ढहा दिया गया है।

आतंकवादी की पहचान उसके डीएनए से हुई

पुलिस के अनुसार डॉ. उमर ने ही आई20 कार में विस्फोट किया था, जिसमें वह स्वयं मारा गया। दिल्ली ब्लास्ट केस में कार चलाने वाले आतंकवादी की पहचान उसके डीएनए से हुई थी, उसकी मां और उसका डीएनए मैच हुआ, जिसके बाद ये बात साफ हो गई की उमर ने ही इस आतंकी हमले को अंजाम दिया। धमाके के बाद आई-20 कार के स्टीयरिंग के पास उसके पैर का एक टुकड़ा मिला था, जिसे वहां से बरामद किया गया था। इसके बाद फॉरेंसिक के लिए इसे भेज दिया गया।

जैश-ए-मोहम्मद के एक मॉड्यूल से जुड़ा था उमर

जांच एजेंसियों ने यह भी पुष्टि की कि इस धमाके में उमर की भी मौत हो गई। पेशे से डॉक्टर उमर, जैश-ए-मोहम्मद के एक मॉड्यूल से जुड़ा था। धमाके से पहले ही पुलिस ने उमर की गैंग के कई सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया था, जिनके कब्जे से 2900 किलो विस्फोटक बरामद हुआ था।

फरीदाबाद से पकड़े गए थे आतंकी

दिल्ली में धमाके से ठीक पहले हरियाणा के फरीदाबाद से डॉक्टर मुजम्मिल और डॉक्टर शाहीन को गिरफ्तार किया गया था। इनके कई ठिकानों से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद हुआ था। इसके बाद पुलिस को तीसरे डॉक्टर उमर की तलाश थी, लेकिन जब तक पुलिस उसे पकड़ पाती, तब तक उसने दिल्ली आकर बम धमाका कर दिया।