भागवत कथा के पांचवें दिन आचार्य रामकरण सहल ने सुनाई प्रभु की बाल लीलाएं भक्तगण कथा श्रवण कर भावविभोर हो उठे और भक्ति रस में सराबोर हो गए
श्रीमद भागवत सप्ताह यज्ञ के पंचम दिवस पर व्यासपीठ से कथावाचक आचार्य श्री रामकरण सहल जी महाराज ने भक्तजनों को प्रभु श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का दिव्य प्रसंग सुनाया। कार्यक्रम का शुभारंभ यजमान अनुप जोशी एवं उनकी धर्मपत्नी नीलम जोशी द्वारा पूजा-अर्चना कर किया गया। कथा प्रसंग के दौरान आचार्य रामकरण सहल ने बताया कि प्रभु ने पूतना वध कर अधर्म और अपवित्र कर्मों का नाश करने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम सूर्यवंश में और श्रीकृष्ण चंद्रवंश में अवतरित हुए। सूर्य बुद्धि का कारक है, जबकि चंद्र मन का कारक। जब तक बुद्धि शुद्ध नहीं होती और मन मर्यादित नहीं होता, तब तक प्रभु का प्राकट्य संभव नहीं है। कान्हा के माखन चोरी लीला का उल्लेख करते हुए उन्होंने समझाया कि यह जीवन में अपने अधिकार की प्राप्ति के लिए हर संभव प्रयास करने का संदेश देती है। गोचारण लीला के संदर्भ में आचार्य रामकरण सहल ने कहा कि गौ सेवा से बड़ा कोई पुण्य कार्य नहीं है क्योंकि गौ माता के रोम-रोम में देवताओं का वास है। अंत में गोवर्धन लीला का वर्णन करते हुए उन्होंने कहा कि ‘गो’ का अर्थ इंद्रियां और ‘वर्धन’ का अर्थ नियंत्रण है। प्रभु ने गोवर्धन लीला कर यह सिखाया कि मन और इंद्रियों को वश में रखना ही सच्चा साधन है। मुख्य अतिथि बरही विधायक मनोज यादव,पूर्व सिमरिया विधायक किशुन दास, अशोक शर्मा, केदार यादव, उपस्थित हुए। भागवत कथा श्रवण करने वाले श्रद्धालु भक्त , लक्ष्मण यादव, द्वारिका राणा, आनन्द मोदी, श्यामसुंदर सिंघानिया,पवन चौधरी, राजेन्द्र यादव,विनय राणा,महेश दारुका, अरविन्द चौधरी,शुशील जोशी,पवन जोशी,महेंद्र जोशी, विजय जोशी,श्रीअंश जोशी, मनोज जोशी,, चन्द्रशेखर जोशी,ईशान जोशी,संजय शर्मा,नरेन्द्र पाल, राकेश शर्मा, अरुण मोदी, संजय बनर्जी,दीनानाथ पाण्डेय, सिद्धी प्रसाद, अजय वर्मा, मनोज चन्द्रवंशी,शशि भूषण प्रसाद, सुनील सिन्हा, राजीव कालरा, कुमार पूजारा,पुष्पा जोशी,संगीता शर्मा,मंजु जोशी, सुनीता जोशी,ललीता शर्मा, सुजाता जोशी, आदि सैकड़ो श्रृद्धालु भक्त शामिल हुए।
डोमचांच नावाडीह में गैरमजरूआ जमीन पर दबंगो का तांडव, पुलिस-प्रशासन की मिलीभगत से पीड़ित परिवार त्रस्त शिकायतों के बावजूद नहीं थमा अवैध निर्माण,
विरोध करने पर श्रीकांत पांडे के घर पहुँचे दबंग, गाली-गलौज व धक्का-मुक्की डोमचांच नावाडीह पंचायत में गैरमजरूआ जमीन पर दबंगई से हो रहे अवैध निर्माण ने पूरे क्षेत्र में आक्रोश फैला दिया है। महीनों से मामला लंबित है, लेकिन थाना और अंचल प्रशासन की सुस्ती ने इसे और बिगाड़ दिया है। शिकायतकर्ता श्रीकांत पांडे और डॉक्टर राजीवकांत पांडे का आरोप है कि सरकारी रेकॉर्ड में गैरमजरूआ खास दर्ज जमीन पर दबंगई के बल पर निजी निर्माण कराया जा रहा है। पुरानी शिकायत, कार्रवाई शून्य 11 जुलाई 2025 को भी श्रीकांत पांडे ने अंचल अधिकारी को आवेदन देकर निर्माण रोकने की मांग की थी। तब जांच का आश्वासन तो मिला, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। इसी का नतीजा है कि दबंगों ने फिर उसी जमीन पर निर्माण कार्य शुरू कर दिया। गंभीर आरोप – रास्ता तक किया बंद कोल इंडिया से सेवानिवृत्त श्रीकांत पांडे ने आरोप लगाया है कि पड़ोसी विनय मेहता (पिता स्व. सुगनी मेहता) और उमेश मेहता (पिता रामदेव मेहता) द्वारा खाता संख्या 165, प्लॉट संख्या 20 व 30 की जमीन पर दबंगई से मकान निर्माण कराया जा रहा है। उनका कहना है कि यह जमीन उनके पूर्वजों के नाम से निर्गत गैरमजरूआ खास है। निर्माण के कारण रास्ता तक बंद हो गया है और विरोध करने पर गाली-गलौज व धमकी दी जाती है। पुलिस की खानापूर्ति जांच, फिर भी चालू रहा काम शिकायत के बाद सोमवार को थाना की गाड़ी मौके पर पहुँची। पुलिस के आते ही निर्माण कार्य रोक दिया गया, लेकिन गाड़ी जाते ही फिर से काम शुरू हो गया। दिनभर यही सिलसिला चलता रहा — “पुलिस आते ही काम बंद, जाते ही चालू।” इससे आक्रोशित श्रीकांत पांडे ने कहा कि प्रशासन की लापरवाही और दबंगों की दबिश से समाज में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। समाज में नाराजगी स्थानीय लोगों का कहना है कि गैरमजरूआ भूमि का वर्षों से सार्वजनिक उपयोग होता आया है। अब दबंगई के बल पर इसे निजी कब्जे में लेना न केवल गैरकानूनी है बल्कि समाजहित के खिलाफ भी है। पीड़ित परिवार पर हमला श्रीकांत पांडे के छोटे पुत्र रजनीकांत पांडे ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने अवैध निर्माण का विरोध किया तो निर्माण कराने वाले लोग उनके घर तक पहुँच गए। वहां रजनीकांत पांडे के साथ धक्का-मुक्की और गाली-गलौज हुआ। पूरे परिवार को डराने-धमकाने की कोशिश की गई। पीड़ित ने थाने में लिखित शिकायत दर्ज की है और दावा किया है कि घटना सीसीटीवी फुटेज में साफ दर्ज है। इसके बावजूद प्रशासनिक कार्रवाई नहीं होने से परिवार दहशत में है।
झारखंड में कांग्रेस के जिला अध्यक्ष चयन प्रक्रिया हेतु अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा 25 पर्यवेक्षक नियुक्त
झारखंड में कांग्रेस के जिला अध्यक्ष चयन प्रक्रिया हेतु अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा 25 पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए हैं जबकि जिला वार उनके सहयोग हेतु प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने तीन-तीन पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। इसके तहत झारखंड प्रदेश कांग्रेस सचिव एवं कोडरमा के पूर्व जिला अध्यक्ष मनोज सहाय पिंकू को रांची महानगर में जिला अध्यक्ष चयन प्रक्रिया पूर्ण करने हेतु पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। सहाय ने राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, झारखंड प्रदेश कांग्रेस प्रभारी  के राजू ,झारखंड प्रदेश अध्यक्ष  केशव महतो कमलेश, विधायक दल नेता प्रदीप यादव उप नेता  राजेश कच्छप सहित कांग्रेस के सम्मानित नेताओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि संगठन सृजन के तहत रांची महानगर में जिला अध्यक्ष चयन हेतु उन्हें जो प्रभार दिया गया है उसे झारखंड प्रदेश पर्यवेक्षक पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता, धनबाद लोकसभा पूर्व प्रत्याशी अनुपमा सिंह एवं श्री राजेंद्र दास के साथ पारदर्शित पूर्वक शत प्रतिशत निभाने का कार्य करूंगा। रांची महानगर पर्यवेक्षक नियुक्त होने पर श्री सहाय को बधाई देने वालों में कोडरमा के प्रथम जिलाध्यक्ष निर्मल कुमार ओझा पूर्व नगर अध्यक्ष गणेश स्वर्णकार, राजेंद्र जैसवाल, अरविंद सेठ, जिला प्रवक्ता संजय शर्मा, अल्पसंख्यक जिलाध्यक्ष फैय्याज कैसर, नगर अध्यक्ष सोनू वारसी, प्रदेश प्रतिनिधि नवनीत ओझा, जिला महासचिव आशीष पांडे, संजय सेठ, मरकच्चो प्रखंड 20 सूत्री अध्यक्ष रिंकू सिंह, युवा नेता चांद आलम, मो गुलजार, जिला परिषद सदस्य लक्ष्मण यादव, इंटक जिलाध्यक्ष अनिल यादव, जिला सचिव सहूद खान, युवा नेता प्रकाश रजक संतोष यादव, नगर कांग्रेस अध्यक्ष प्रभात राम सतगामा प्रखंड अध्यक्ष विजय सिंह, मरकच्चो प्रखंड अध्यक्ष केदार राणा, जयनगर प्रखंड अध्यक्ष मिश्वाउद्दीन, चंदवारा प्रखंड अध्यक्ष प्रमोद बरनवाल, डोमचांच 20 सूत्री उपाध्यक्ष अनंत मेहता, कोडरमा नगर पंचायत अध्यक्ष राजू सिंह, सोनिया ब्रिगेड प्रदेश सचिव बालेश्वर सिंह, मो गयासुद्दीन,हिमांशु शर्मा, सुबोध कुमार सहित सम्मानित कांग्रेसियों शामिल है
श्रोत्रिय ब्राह्मण विवाह परिवार की दो दिवसीय अष्टम वार्षिक मिलन समारोह की तैयारी को लेकर जायजा, स्थल चयनित
कोडरमा स्थित गीतांजलि बैंक्विट हॉल जयनगर रोड में आयोजित होने वाले श्रोत्रिय ब्राह्मण विवाह परिवार के द्विदिवसीय अष्टम वार्षिक मिलन सामारोह शनिवार एवं रविवार को तैयारी को लेकर व्हाट्सएप समूह के एडमिन के द्वारा जायजा लिया गया। यह कार्यक्रम वैवाहिक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। कार्यक्रम का मूल उद्देश्य विवाह की जटिलतम प्रक्रिया को अति सुगम एवं सरल बनाने के साथ, श्रोत्रिय ब्राह्मण परिवार प्रदेश प्रत्येक सदस्यों को एक दूसरे से परिचित करवाना तथा विवाह हेतु योग्य वर की सूची जानकारी देना और लेना है। पिछले  7 वर्षों से यह कार्यक्रम बिहार के विभिन्न विभिन्न जिलों में होता रहा है। इस बार अष्टम वार्षिक मिलन समारोह रविंद्र कुमार शांडिल्य पूर्व प्रत्याशी विधानसभा कोडरमा झारखंड मुक्ति मोर्चा एवं अखिल भारतीय श्रोत्रिय महासंघ के केंद्रीय पदाधिकारियों के विशेषाग्रह पर कोडरमा में आयोजित किया जा रहा है। बताया गया कि कार्यक्रम के दौरान भारत देश के विभिन्न राज्यों से श्रोत्रिय ब्राह्मण परिवार शामिल होने आते हैं। कार्यक्रम के दौरान परिचर्चा एवं परिचय का दौर चलता रहता है। कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों के लिए नाश्ता ,भोजन एवं विश्राम करने के लिए व्यस्था की जाती है। कार्यक्रम के दौरान रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाता है जिसमें धार्मिक गीत व भजन का प्रस्तुतीकरण समाज के जानेमाने गायको के द्वारा होता है । उक्त कार्यक्रम की तैयारी को लेकर झुमरी तिलैया स्थित व्हाट्सएप समूह एडमिन रविंद्र कुमार शांडिल्य के आवास पर दोपहर भोजन के पश्चात समूह एडमिनों द्वारा कार्यक्रम को सफल बनाने पर चर्चा की गई। इस अवसर पर रविशंकर कौशिक, रविंद्र पांडेय, महेश पांडेय, दिवाकर पांडेय, रविरंजन पांडेय, संजय पांडेय, कुंतलेश पांडेय, विनय शांडिल्य आशुतोष शांडिल्य, राजेंद्र पांडेय, प्रदीप पांडेय, सच्चिदानंद पांडेय समेत कई लोग उपस्थित थे।
घर के सामने गैरमजरूवा जमीन पर अवैध निर्माण को लेकर अंचल अधिकारी को दी गई आवेदन
डोमचांच के नावाडीह निवासी एवं कोल इंडिया के सेवानिवृत्ति कर्मचारी श्रीकांत पांडेय पिता स्वर्गीय बिंदेश्वरी पांडेय के द्वारा डोमचांच अंचल अधिकारी को आवेदन देकर घर के सामने खाली जमीन को अवैध तरीके से अतिक्रमण करने को लेकर आवेदन दिया गया है। आवेदन में श्री पांडेय ने कहा है कि खाता नंबर 165 प्लॉट संख्या 20 और 30 में निर्माण कार्य मेरे पड़ोसी विनय मेहता-पिता स्वर्गीय सुगनी मेहता, उमेश मेहता पिता रामदेव मेहता ग्राम नावाडीह पोस्ट थाना डोमचांच द्वारा अवैध रूप से घेराव करके मकान में निर्माण कर रहा है ।आवेदन में लिखा है कि उक्त व्यक्तियों द्वारा अवैध निर्माण होने से हम लोगों के दैनिक क्रियाकलाप में काफी दिक्कत हो रही है और वही मना करने पर गाली गलौज एवं मारपीट की धमकी देता है । श्री पांडे ने बताया कि उक्त जमीन गैरमजरूआ खास है और वह जमीन हम लोगों के पूर्वजों के नाम से निर्गत है उस जमीन पर दबंगई करते हुए अवैध निर्माण करवाया जा रहा है निर्माण कार्य से हम लोगों के रास्ता बंद सा हो गया है ।
शिव वाटिका में रोटरी क्लब कोडरमा के द्वारा दिशा करियर काउंसलिंग प्रोग्राम का आयोजन किया गया
लगभग 500 स्कूल के बच्चे क्लास 8 से 12 ने इसमें भाग लिया मुख्य स्पीकर मोटीवेटर मनोज चौधरी विशेषज्ञ काउंसलिंग कोलकाता के द्वारा बच्चों के उसके भविष्य के कैरियर लक्ष्य दिशा निर्धारण पर परामर्श दिया गया सबसे पहले आज कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान से की गई दीप प्रज्वलन मंच पर आसीन अतिथि एवं आए हुए सभी स्कूल के डायरेक्टर शिक्षकों के द्वारा किया गया परियोजना निदेशक आशीष खेतान ने कार्यक्रम की संपूर्ण जानकारी दी शैलेश दारूका ने मंच पर सभी अतिथियों को आमंत्रित किया मंच संचालन पूर्व अध्यक्ष अजय अग्रवाल ने किया स्वामी विवेकानंद जी के विचारों को युवाओं को आत्मसात करने की बात कही मुख्य स्पीकर मनोज चौधरी जी को पुष्प गुच्छ अध्यक्ष संतोष सिन्हा ने भेंट किया एवं आए हुए अतिथियों का स्वागत किया अपने संबोधन में अध्यक्ष संतोष सिन्हा ने कहा कि आज इस करियर काउंसलिंग का उद्देश्य जिले में युवाओं को शिक्षा के क्षेत्र में सही मार्गदर्शन दिलाना है रोटरी क्लब कोडरमा युवाओं के भविष्य को सही गाइडलाइन के द्वारा उनके भविष्य को संवारने का काम कर रही है बच्चे अपने सही लक्ष्य का निर्धारण कर भविष्य का निर्माण कर सकते हैं यदि बच्चों को सही राह न मिले तो वह भटक भी जाते हैं अतिथि के रूप में उपस्थित एनसीसी लेफ्टिनेंट कर्नल विजय कुमार ने भी अपने विचारों से बच्चों को मार्गदर्शित किया एवं रोटरी के कार्यक्रम की सराहना की मुख्य स्पीकर काउंसलिंग का परिचय रोटेरियन प्रतीक जैन पांडया ने दिया परामर्शदाता मार्गदर्शन विशेषज्ञ मनोज चौधरी ने अपने बहुमूल्य विचारों एवं मोटिवेशनल स्टोरी को शेयर करते हुए कहा कि करियर प्राप्ति के लिए जुनून समर्पण आवश्यक है जीवन में आगे बढ़ने और लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सही दृष्टिकोण का होना जरूरी है प्रारंभ में कम नंबर लाने के बाद भी मेहनत से वहीं छात्र अव्वल नंबर प्राप्त कर सकता है इसके लिए अपने आप को फ्लैक्सिबल रखना आवश्यक है लाइफ में बहुत कुछ सीखना बाकी है एक बच्चे से भी सीख मिल सकती है अपने अप्रोच को हमेशा चेंज करिए दृष्टिकोण सही रखें इसका सॉल्यूशन जरूर निकलता है स्कूल का टॉपर बच्चा कॉलेज में फैलियर हो सकता है परंतु अपने जुनून माइंडसेट लचीलापन के द्वारा फिर उस मुकाम तक पहुंच सकता है शिक्षा हमारे जीवन को बेहतर बनाने का जरिया है खुद को पहचानने भविष्य को सवारने दुनिया को समझने के लिए सही उम्र और सही समय पर लिया गया फैसला जीवन भर प्रकाशित होता है शिक्षा के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बहुत अधिक बढ़ गई है परंतु प्लानिंग के माध्यम से 10th बोर्ड के बाद स्टूडेंट को अपनी तैयारी आगे के लिए करनी चाहिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का जमाना है बहुत महत्वपूर्ण हो चुका है इमेज वीडियो इंटरनेट रिसर्च कांटेक्ट इसके द्वारा बहुत आसान हो गया हैAI सिस्टम से बिना रुके काम कर सकते हैं जिससे कार्यों में तेजी आती है और कुशलता से काम किया जा सकता है हैं आने वाले दिनों में करियर की इसमें बहुत संभावना है उन्होंने कहा कि बच्चों को अपना वही सब्जेक्ट चुनना चाहिए जिसमें वह इंजॉय करते हैं वहां पर मौजूद कई स्कूल के बच्चों ने अपने प्रश्नों को रखा मार्गदर्शक मनोज चौधरी ने उनकी जिज्ञासा और उनके प्रश्नों का जवाब दिया धन्यवाद ज्ञापन सचिव संदीप सिन्हा ने किया इस मौके पर सेक्रेड हार्ट स्कूल के डायरेक्टर प्रमोद सर मनोज कुमार सिंह सुनील सिन्हा बीआर इंटरनेशनल स्कूल ओमप्रकाश राय चाइल्ड प्रोगेसिव स्कूल तोफीक सर नितिन मिश्रा विक्रमशिला स्कूल निशांत कुमार आरएसएस दिलीप सिंह अरविंद सिंह पूर्व अध्यक्ष रोटेरियन महेश दारूका सुरेश जैन कैलाश चौधरी कुमार पुजारा आईपीपी अमित कुमार रितु सेठ विकास सेठ नवीन आर्य आरती आर्य संजीव अग्रवाल वीरेंद्र यादव शैलेश दारूका मनीष पेड़ीवाल मनीष गंगवाल विपुल बगड़िया राहुल मोदी आशीष छाबड़ा गौरांग पुजारा इनर व्हील की अध्यक्ष ज्योति झा दीपक छाबड़ा विवेक कुमार ज्योति पुजारा सरिता विजय एनसीसी के सैकड़ो बच्चे एवं मीडिया प्रभारी नवीन जैन आदि मौजूद थे
कोडरमा उपायुक्त ऋतुराज के पहल पर अनिश्चितकालीन धरना समाप्त किया गया: ईश्वर आनंद
प्रेस वार्ता कर सदर अस्पताल बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष ईश्वर आनंद एवं सचिव प्रकाश रजक ने बताया कि सदर अस्पताल कोडरमा की अव्यवस्थित और लापरवाह व्यवस्था से आम जनता त्रस्त है। अस्पताल में आवश्यक जाँच व उपचार की उचित सुविधा न मिलने के कारण मरीजों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। जिसको लेकर सदर अस्पताल बचाव संघर्ष समिति 30 अगस्त 2025 से अनिश्चितकालीन धरना जिला समाहरणालय के समक्ष चल रही थी जिसमें कोडरमा उपायुक्त ऋतुराज के पहल पर अनिश्चितकालीन धरना समाप्त किया गया। उपायुक्त को 11 सूत्री मांग पत्र सौंपा गया। जिस पर सहानुभूति पूर्वक कार्रवाई करने का आश्वासन दिए। सदर अस्पताल कोडरमा में अब मरीजों को अनावश्यक रांची रेफर नहीं किया जाएगा। रेफर करने से पहले उपायुक्त को संज्ञान में देने के बाद ही रेफर‌ किया जाएगा। उपायुक्त ने बताया कि सदर अस्पताल कोडरमा में एक नंबर जारी किया जाएगा रेफर करने से पहले मरीज उसे नंबर पर बात कर सकते हैं. डॉक्टर को निर्देश दिया गया कि रेफर करने वाले मरीजों के बारे में बताना होगा कि किस परिस्थिति में रेफर किया जा रहा है। अल्ट्रासाउंड की मशीन बहुत जल्द ही चालू करने का आश्वासन दिए एवं वित्तीय निमित्त के सवाल पर उपायुक्त ने बताएं कि जांच रिपोर्ट मेरे टेबल पर आने के तुरंत विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी गलत करने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी बाहर से जांच करने के नाम पर वसूली करने वाले लोगों को चिन्हित कर कार्रवाई करने का भी आश्वासन दिए। प्रेस वार्ता के दौरान संघर्ष समिति के अध्यक्ष ईश्वर आनंद एवं सचिव प्रकाश रजक ने संबोधित करते हुए कहा कि ‌अस्पताल परिसर में ब्लड टेस्ट की सुविधा उपलब्ध होने के बावजूद मरीजों को जानबूझकर बाहर निजी क्लिनिकों में भेजा जाता है। वहाँ उनसे अत्यधिक शुल्क वसूला जाता है, जिससे गरीब मरीजों पर आर्थिक बोझ बढ़ रहा है। इसी प्रकार अस्पताल की अल्ट्रासाउंड मशीन लंबे समय से खराब पड़ी है। लेकिन फिर भी मरीजों से ₹1500–₹1800 तक वसूले जाते हैं। दिहाड़ी मजदूर और गरीब परिवार इतना बड़ा खर्च वहन करने में असमर्थ रहते हैं, जिससे वे उचित उपचार से वंचित हो जाते हैं। सबसे चिंताजनक तथ्य यह है कि लापरवाही के कारण बीती रात एक मरीज की मृत्यु हो गई। परिवार का कहना है कि समय पर सही उपचार और सुविधा मिल जाती तो उनके बेटे की जान बच सकती थी। इस घटना ने स्थानीय जनता को गहराई से झकझोर दिया है। जनता का कहना है कि छोटी-सी तकलीफ़ पर मरीजों को रांची रेफर कर देना आम बात हो गई है। सवाल यह उठता है कि सदर अस्पताल का अस्तित्व आखिर किसलिए है, जब सामान्य जाँच और उपचार भी यहाँ संभव नहीं हो पा रहा है। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए संघर्ष समिति ने आंदोलन का बिगुल फूँक दिया है। समिति के अध्यक्ष ईश्वर आनंद और सचिव प्रकाश रजक ने कहा कि “सदर अस्पताल कोडरमा को बचाना हमारी प्राथमिकता है। यहाँ की अव्यवस्था और लापरवाही के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी। जनता के स्वास्थ्य और जीवन से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” जनता की मांग है कि सदर अस्पताल में तत्काल प्रभाव से सभी चिकित्सा सुविधाएँ बहाल की जाएं, मशीनों की मरम्मत हो, जाँच व उपचार अस्पताल परिसर में ही उपलब्ध कराए जाएं और दोषी अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाए। प्रेस वार्ता के दौरान बताया गया कि कोडरमा जिले में आज जनहित मोर्चा का गठन कर लिया गया। कोडरमा के ज्वलंत मुद्दों पर आंदोलन को तेज किया जाएगा मोर्चा की बैठक 20 सितंबर तक बैठक कर कमेटी का विस्तार किया जाएगा प्रेस वार्ता में रामेश्वर यादव असगर अली रफीक मियां अरुण प्रसाद आदि लोग मौजूद थे ।
श्री सुखदेव जी का प्राकट्य एवं राजा परीक्षित जन्म कथा का हुआ वर्णन
झुमरी तिलैया में श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन आचार्य रामकरण सहल के प्रवचन से गूंजा माहौल झुमरी तिलैया नगर में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा महोत्सव के दूसरे दिन श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। इस अवसर पर कथावाचक आचार्य रामकरण सहल ने भगवान श्री सुखदेव जी के प्राकट्य, राजा परीक्षित के जन्म प्रसंग, भीष्म पितामह के स्वर्गारोहण तथा कलयुग के आगमन की कथा का विस्तारपूर्वक वर्णन किया। आचार्य सहल ने कहा कि भागवत कथा केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं है बल्कि यह मनुष्य जीवन के वास्तविक उद्देश्य की ओर मार्गदर्शन कराने वाली जीवन गाथा है। उन्होंने "अंत मति सदगति" का महत्व समझाते हुए कहा कि मृत्यु समय में जिस प्रकार की मति होगी, उसी के अनुसार गति प्राप्त होगी। इसलिए जीवनभर मन, वचन और कर्म से श्री हरि के चरणों में स्थिर रहना चाहिए। यही मानव जीवन की सर्वोच्च साधना है। इस अवसर पर यजमान अनुप जोशी एवं उनकी धर्मपत्नी नीलम जोशी ने पूजा-अर्चना कर कथा का शुभारंभ किया। पूरे आयोजन स्थल पर भक्तिमय वातावरण बना रहा और श्रद्धालु कथा श्रवण में तल्लीन दिखाई दिए। आचार्य रामकरण सहल ने यह भी उल्लेख किया कि यह उनकी 108वीं भागवत कथा है। उन्होंने कहा कि "108 कथाओं की यह एक माला पूर्ण हुई है और अब दूसरी माला के लिए भी भागवत कथाएं निरंतर होती रहेंगी।" उन्होंने श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि हर किसी को जीवन में एक बार भागवत कथा अवश्य सुननी चाहिए, क्योंकि इससे आत्मा को शांति और मोक्ष की प्राप्ति होती है। कथा के दौरान भक्ति गीतों और श्लोकों का गायन हुआ, जिस पर उपस्थित श्रद्धालु भाव-विभोर होकर झूम उठे। नगर के विभिन्न क्षेत्रों से आए भक्तों ने कथा श्रवण कर आत्मिक शांति का अनुभव किया। भागवत कथा श्रवण करने वाले श्रद्धालु भक्त पूर्व डीआरएम धनबाद कमल किशोर अग्रवाल, दिनेश मिश्रा, विद्यापति स्थाना,लड्डु गौपाल राजगढ़िया, विनोद चौधरी, सुधीर कन्धवे, सत्यदेव मोदी,कैलाश जोशी, शुशील जोशी,पवन जोशी, महेंद्र जोशी, विजय जोशी, लाला जोशी, मनोज जोशी, नरेन्द्र जोशी, चन्द्रशेखर जोशी,श्रेअंश जोशी,केशव जोशी, ईशान जोशी,संजय शर्मा, नरेन्द्र पाल, राकेश शर्मा,बजरंग शर्मा, मनोज शर्मा, विक्रम शर्मा,अरुण मोदी, संजय बनर्जी, पुष्पा जोशी,पुनम सेठ ,संगीता शर्मा,गीदोड़ी जोशी,किरण जोशी,सरोज शर्मा,, निर्मला शर्मा,विमला शर्मा,मंजु जोशी,सुमन जोशी, मंजु मोदी,ललीता शर्मा, सुजाता जोशी, सरोज पांडेय, रेणु संघई, सुलोचना भोजनवाला, ऊषा शर्मा,आदि सैकड़ो श्रृद्धालु भक्त शामिल हुए।
कोडरमा सिविल सर्जन बनाम उपाधीक्षक विवाद गहराया, संघर्ष समिति का अनिश्चितकालीन धरना शुरू
कोडरमा सदर अस्पताल में सिविल सर्जन और उपाधीक्षक के बीच जारी टकराव अब आम जनता और स्वास्थ्यकर्मियों पर भारी पड़ रहा है। कई कर्मियों का महीनों से वेतन रुका हुआ है और अस्पताल की व्यवस्था चरमराई हुई है। इसे लेकर सदर अस्पताल बचाओ संघर्ष समिति अब सड़क पर उतरकर जिला प्रशासन से न्याय मांग रही है। सदर अस्पताल बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष ईश्वर आनंद एवं सचिव प्रकाश रजक के नेतृत्व में उर्मिला चौधरी क्लिनिक कोडरमा से सैकड़ो की संख्या में जुलूस निकाला गया जुलूस के दौरान इंकलाब जिंदाबाद संघर्ष समिति जिंदाबाद कोडरमा सिविल सर्जन होश में आओ कोडरमा उपाधीक्षक होश में आओ सदर अस्पताल में मनमानी नहीं चलेगी सदर अस्पताल में जांच के नाम पर मोटी रकम मरीजों से वसूलना बंद करो आदि नारे लगाए जा रहे थे वह जुलूस जिला समाहरणालय कोडरमा पहुंचकर अनिश्चितकालीन धरना में तब्दील हुआ धरना की अध्यक्षता सदर अस्पताल बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष ईश्वर आनंद ने किया संचालन सचिव प्रकाश रजक ने किया। *धारणा को संबोधित करते हुए संघर्ष समिति के जिला अध्यक्ष ईश्वर आनंद ने प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग पर गंभीर सवाल खड़ा हुए कहा कि सदर अस्पताल में लाखों रुपए आयुष्मान भारत के खर्च कर वहां आंख डिपार्टमेंट में करोड़ों रुपए के ऑपरेशन को लेकर खरीदे गए मशीनरी एवं आधुनिक ऑपरेशन थिएटर के निर्माण करने के बावजूद भी एक भी मरीज का विगत इच्छा महीना में आज का ऑपरेशन नहीं होने अलावे इसी तरह से ऑर्थोपेडिक में सर्जरी को लेकर लाखों रुपए की मशीनरी की खरीदारी एवं ऑपरेशन थिएटर बनाए जाने के बाद भी किसी भी घायल मरीज को ऑर्थोपेडिक के तहत ऑपरेशन की सुविधा नहीं प्रदान किया जाता है वही श्री आनंद ने कहा कि सदर अस्पताल के उपाधीक्षक जोकि जिले में पूर्व में 10 सालों तक चिकित्सक रूप में पदस्थापित थे उनका मात्र डेढ़ साल के अंदर ही एक बार फिर जिले में पद स्थापित होकर बार-बार यहां के अस्पताल उपाधीक्षक का पद हासिल करना एवं इसका दुरुपयोग विभागीय मापदंडों के खुले आम अवहेलना करताना सही रवैया के तहत विभाग स्तर एवं आयुष्मान योजना अंतर्गत आवंटित राशि का बड़े स्तर पर दुरुपयोग किया गया है वर्तमान के अस्पताल उपाधीक्षक रंजीत कुमार पर पूर्व में उनके कार्यकाल के दौरान कोडरमा एवं चंदवारा का प्रभावित चिकित्सा पदाधिकारी रहते हुए लाखों रुपए की जननी सुरक्षा योजना में जांच के नामपर गड़बड़ी किए जाने और इसका प्रतिवेदन वर्तमान उपायुक्त के द्वारा विभाग के सचिव एवं निर्देशक को भेजे जाने के बावजूद भी कार्रवाई नहीं होना गंभीर बात है। अनिश्चितकालीन धरना को संबोधित करते हुए संघर्ष समिति के सचिव प्रकाश रजक ने कहा कि सदर अस्पताल में पूर्व से संचालित अल्ट्रासाउंड जहां मरीजों का काफी किफायती एवं बीपीएल वर्ग के मरीजों को फ्री में अल्ट्रासाउंड की सुविधा थी उसे जानबूझकर बंद कर दिया गया और सिविल सर्जन एवं उपाधीक्षक के मिली भगत से अस्पताल से महज 500 मीटर की दूरी में अपने मनचाहे जगह पर मरीज को भेज कर अल्ट्रासाउंड करवाया जाता है जहां मरीजों से₹1500 से 18 सो रुपए की वसूली की जा रही है श्री रजक ने बताया कि सदर अस्पताल में प्रसव कच्छ पत्रिका में एक प्रस्तुति रेणु कुमारी का प्रसव विवरणी नी दर्ज है जब कि संबंधित प्रस्तुति को प्रसव ही नहीं हुआ है यह वित्तीय अनियमित का उजागर है इस संबंध में संघर्ष समिति ऐसे पदाधिकारी पर सख्त कार्रवाई करने की मांग करती है। धारणा को संबोधित करते हुए संजय शर्मा ने कहा कि सदर अस्पताल में मनमानी लगातार चल रही है इस संबंध में जिला प्रशासन का कोई पहल नहीं दिखाई दे रहा है इससे प्रतीत होता है कि सभी मिली भगत है धारणा को संबोधित करते हुए समिति के करुण उदीन ने कहा कि सदर अस्पताल मनमानी के खिलाफ आंदोलन तीव्र करने की आवश्यकता है क्योंकि कोडरमा के जिला प्रशासन सदर अस्पताल एवं स्वास्थ्य विभाग पर कोई ध्यान नहीं है इसलिए जिला प्रशासन के कुंभकर्णी का नींद सड़क पर उतरकर खोलना होगा।

मांगे
1-चिकित्सकों को सुबह 9 से 3 बजे तक अस्पताल में नियमित बैठाने की गारंटी।
2-भर्ती मरीजों का रोज़ाना दो बार चिकित्सकीय राउंड सुनिश्चित करना।
3-प्रसव कक्ष में वित्तीय अनियमितताओं की जांच और योग्य कर्मियों की नियुक्ति। 4-साधारण मरीज और आयुष्मान मरीजों के बीच भेदभाव समाप्त करना।
5-बंद पड़े एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड मशीन को चालू करना।
6-करोड़ों की लागत से खरीदी गई मशीनों व लैब की उच्चस्तरीय जांच।
7 सदर अस्पताल में सभी स्थापना का-2018 से अब तक अस्पताल में हुई सामग्रियों की खरीद की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए जांच। 8-पथलडीहा में 50 बेड का अस्पताल का अभिलंब निर्माण करवाया जाए।
9 पथलडीहा में पदस्थापित चिकित्सक को नियमित बैठने की गारंटी करवाई जाए। 10-अस्पताल में साफ-सफाई और हाइजीन व्यवस्था पर विशेष ध्यान।
11- मरीजों के बेड की चादर रोज़ाना बदलने की गारंटी करवाई जाए। इस सभी सावलो को लेकर आंदोलन पर है।
धरना के दौरान समिति के अध्यक्ष ईश्वर आनंद ने सवाल उठाया आखिर कब तक उपायुक्त इस महाभारत पर चुप रहेंगे? सिविल सर्जन और उपाधीक्षक की खींचतान का खामियाजा मरीजों और स्वास्थ्यकर्मियों को क्यों भुगतना पड़ रहा है?अनिश्चितकालीन धरना के माध्यम से संघर्ष समिति का साफ कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तबतक यह आंदोलन जारी रहेगा, हर हाल में जिला प्रशासन को इस ज्वलंत मुद्दे पर चुप्पी तोड़ना होगा और जनता को सदर अस्पताल में बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था मिले इसका प्रबंध करना होगा। धरणा को समिति के उपाध्यक्ष संजय शर्मा, अज्जू सिंह, कयुम उदीन, समाजसेवी रघुनाथ दास, असगर अली, रामेश्वर यादव, ब्रह्मदेव दास, जागेश्वर दास, संतोष दास, रफीक मियां, मकबूल मियां, पवन सिंह, रघुनाथ दास, सुरेंद्र दास, गीता देवी विमला देवी ने संबोधित किया.। धरना में रामू रजक, फिरोजआलम बजरंगी दास पवन पासवान किशोर दास, राजू दास, संजय दास, सुरेश दास, नरेशा खातून, नारायण रजक, धनु महतो, बद्री यादव, नारायण राणा, बालकिशन राणा, हारिल पासवान, हबीब मियां, पार्वती देवी, सुमा देवी, गौरव देवी, कांति देवी, कुसुम देवी, रेखा देवी, पार्वती देवी, गीता देवी आदि लोग मौजूद थे ।धन्यवाद ज्ञापन असगर अली ने किया।
जैन धर्म का महान पर्व 10 लक्षण पर्यूषण पर्व का आज दूसरा दिन उत्तम मार्दव धर्म के रूप में मनाया गया
स्टेशन रोड बड़ा जैन मंदिर के मूल वेदी में प्रथम अभिषेक राकेश जैन छाबड़ा,,ओर शांति धारा का सौभाग्य नंद किशोर जैन बड़जात्या, आदिनाथ भगवान की वेदी में बिजय जैन सेठी के परिवार को प्राप्त हुआ भगवान का मंगल विहार कर सरस्वती भवन में प्रथम अभिषेक अजित जैन गंगवाल, ओर शन्तिधारा संजय अजय बड़जात्या ओर दूसरी ओर से अनिल जैन बड़जात्या परिवार को प्राप्त हुआ, नए मंदिर जी मे प्रथम अभिषेक एवम शांतिधारा पूजन बिभाग के संयोजक अजय सोनिया जैन काला परिवार को सौभाग्य मिला इसके पश्च्यात सरस्वती भवन में जयपुर से आई निर्मला दीदी ने अपने अमृतमय प्रवचन में कहा कि फूलों के समान मन के भाव का होना ही मार्दव धर्म है कोमलता हर जीव को पसंद है अतः मृदुभाषी बने उत्तम मार्दव धर्म पर लोगों को समझाते हुए कहा कि आज मनुष्य अहंकार के कारण ही दुखी है अगर मनुष्य अहंकार ना करे तो उसका जीवन सरलता की ओर बढ़ जाएगा चित्त में मृदुता और व्यवहार में विनम्रता ही मार्दव धर्म है। यह मान कषाए के अभाव में प्रकट होता है। जाति, कुल, रूप, ज्ञान, तप, वैभव, प्रभुत्व और संपत्ति का गुणगान करना इतराना ही अहंकार है । इस मान कषाए को जीतना ही उत्तम मार्दव धर्म कहलाता है।दिन में तत्वार्थ सूत्र की पूजन और विवेचना दीदी द्वारा किया गया । एवं समाज के पंडित अभिषेक शास्त्री के द्वारा भी प्रवचन किया गया संध्या में भब्य आरती के साथ सांस्क्रतिक कार्यक्रम की दीप प्रज्वलित कार्यक्रम के परियोजना निर्देशक सुनीता जैन छाबड़ा,देशना जैन छाबड़ा ने किया। आज की विजेता को पुरुस्कृत सुशील-शशि जैन छाबड़ा ने किया गया मौके पर जैन समाज के पदाधिकारी गण, दसलक्षण के संयोजक गण श्रद्धालु भक्तजनों के साथ समाज मीडिया प्रभारी नवीन जैन और राजकुमार अजमेरा मौजूद थे