*स्वच्छता का प्रचार-प्रसार एवं मच्छरों से सुरक्षा के सन्दर्भ में जागरूकता शिविर का हुआ आयोजन*

मीरजापुर। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली के प्लान आफ एक्शन के तहत जनपद न्यायाधीश, अध्यक्ष अरविन्द कुमार मिश्रा द्वितीय के निर्देशन पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मीरजापुर के तत्वावधान में 6 अगस्त 2025 को अपरान्ह 2 बजे से सिटी क्लब मीरजापुर के सभागार में स्वच्छता का प्रचार-प्रसार एवं मच्छरों से सुरक्षा के सन्दर्भ में जागरूकता शिविर अपर जनपद न्यायाधीश एफ.टी.सी. सचिव डीएलएसए की अध्यक्षता में किया गया।

सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मीरजापुर ने अवगत कराया कि उक्त जागरूकता शिविर कार्यक्रम में बच्चो एवं माताओं के स्वास्थ्य, खान पान एवं बीमारियों व स्वच्छता के प्रति सजग रहने की आवश्यकता है। हमें अपने घरो और दफ्तरों के आस-पास स्वच्छता का विशेष ध्यान देना चाहिये। महोदय ने कार्यक में उपस्थित मुख्य सफाई निरीक्षक मनोज सेठ को निर्देशित किया की वह नगर में साफ-सफाई व मच्छरों से बचाव हेतु विभिन्न प्रकार कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कराएं।

जिससे डेंगू जैसे गम्भीर बिमारी से बचा जा सके। इस मौके पर जिला मलेरिया अधिकारी संजय कुमार, मुख्य सफाई निरीक्षक मनोज सेठ व संचालनकर्ता संजय सिंह तथा नगर पालिाक व चिकित्सा विभाग के अन्य कर्मचारीगण भी शिविर में उपस्थित रहे।

बाढ़ प्रभावित गांवों में वितरित की गई राहत सामग्री


मीरजापुर। जिले के कोन ब्लॉक के बाढ़ प्रभावित गांवों हरसिंहपुर, मल्लेपुर और श्रीपट्टी में बुधवार को उप जिलाधिकारी गुलाब चन्द्र और विश्व हिन्दू परिषद के जिलाध्यक्ष माता सहाय जी ने संयुक्त रूप से पहुंचकर बाढ़ पीड़ितों की स्थिति का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद प्रभावित परिवारों को खाद्य सामग्री, पुड़ी-सब्जी, फल और अन्य आवश्यक वस्तुओं का वितरण किया गया।

इस अवसर पर प्रांत सत्संग प्रमुख महेश तिवारी, जिला मंत्री श्रीकृष्ण सिंह, जिला सह मंत्री अभय मिश्रा, विभाग संयोजक प्रवीण मौर्य, जिला सह सत्संग प्रमुख गणेश, नगर संयोजक चन्द्रप्रकाश समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे। सभी ने एकजुट होकर पीड़ितों की सेवा में तत्परता दिखाई और संकट की घड़ी में सहयोग का भरोसा दिलाया।

दहेज हत्या के दर्ज केस में फरार चल रहे आरोपी पति को पुलिस ने गिरफ्तार कर भेजा जेल

ड्रमंडगंज, मीरजापुर।ड्रमंडगंज थाना क्षेत्र के महुगढ़ी गांव स्थित हनुमान मंदिर के पास से बुधवार सुबह पुलिस ने दहेज हत्या के आरोपी पति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। क्षेत्र के बंजारी कलां गांव निवासी विवाहिता की बीते 20 अप्रैल को संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में विवाहिता के पिता मध्यप्रदेश के मऊगंज जिला के हनुमना थाना क्षेत्र के हाटा गांव निवासी भागीरथी पाल ने दी गई तहरीर में आरोप लगाया था कि बेटी सियादुलारी की शादी 20 अप्रैल 2024 को बंजारी कलां गांव निवासी दीपचंद पाल से किया था।मृतका के पिता ने आरोप लगाया था कि दामाद दीपचंद दहेज में रुपए व चार पहिया वाहन की मांग को लेकर बेटी को प्रताड़ित करता था।

बीते 20 अप्रैल की भोर में चार बजे बेटी की हत्या कर दिया। मुखबिर की सूचना पर फरार चल रहे आरोपी पति दीपचंद पाल को थानाध्यक्ष ब्रह्मदीन पांडेय कांस्टेबल कुलदीप कुमार,पावस कुमार ने महुगढ़ी गांव स्थित हनुमान मंदिर के पास से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।थानाध्यक्ष ब्रह्मदीन पांडेय ने बताया कि दहेज हत्या के आरोपी बंजारी कलां गांव निवासी दीपचंद पाल को महुगढ़ी हनुमान मंदिर के पास से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।

पत्रकार और उनके परिवार के हर सुख-दुख का सहभागी होगा वीआईपी प्रेस सोशल क्लब : रोहित त्रिपाठी

मिर्जापुर। जनपद के नवगठित वीआईपी प्रेस सोशल क्लब के सदस्यों ने सामूहिक रूप से दिवंगत पत्रकार दिनेश उपाध्याय के आवास पर जाकर शोक श्रद्धांजलि प्रकट कर संगठन की ओर से आर्थिक सहयोग राशि प्रदान किया है। इस दौरान संगठन के साथियों ने कहा कि वीआईपी प्रेस सोशल क्लब पत्रकार और उनके परिवार के हर सुख-दुख का सहभागी होगा।

क्लब के जिलाध्यक्ष रोहित गुरु त्रिपाठी ने कहा दिनेश उपाध्याय एक जुझारू और कर्मठ पत्रकार रहें हैं, जिनकी मौत से सभी मर्माहत हैं।श्रद्धांजलि के वक्त अत्यंत भावुक एवं करुणाप्रद दृश्य उपस्थित हो गया। इस अवसर पर क्लब के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश भाई पटेल द्वारा 10 हजार, जिलाध्यक्ष रोहित त्रिपाठी द्वारा 5 तथा प्रबंधक दीपक त्रिपाठी द्वारा 5 हजार का आर्थिक सहयोग दिनेश उपाध्याय की इंटरमीडिएट में अध्ययनरत बेटी को पठन-पाठन के लिए दिया गया, ताकि पढ़ाई में व्यवधान न हो।

इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार सलिल पाण्डेय, वीआईपी प्रेस ट्रस्ट के जिला अध्यक्ष रोहित गुरु त्रिपाठी, दीपक त्रिपाठी, रवींद्र जायसवाल, बृजेश गौड़, गुफरान एवं शिवम मालवीय आदि मौजूद रहें।

*Mirzapur : बाढ़ प्रभावितों को हर सम्भव किया जाए मद्द, राहत शिविरों में रह रहे लोगों को भोजन, नाश्ता गुणवत्तापूर्ण समय से कराएं उपलब्ध -प्रभारी म

संतोष देव गिरि

मिर्ज़ापुर‌ । उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री, औद्योगिक विकास, निर्यात प्रोत्साहन, एनआरआई एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग व जनपद के प्रभारी मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने जनपद मिर्जापुर भ्रमण के दूसरे दिन जिला पंचायत सभागार में बाढ़ के दौरान बचाव व राहत से सम्बन्धित अधिकारियों के साथ बैठक कर बाढ़ की स्थिति व राहत बचाव की जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिया।

बैठक में जिलाधिकारी ने प्रभारी मंत्री को बाढ़ की स्थिति, प्रभावित फसलों, मकान एवं वितरित की जाने वाली राहत सामाग्री, खाद्य सामाग्री, लंच पैकेट, बाढ़ चैकियों की सक्रियता, नाव नाविकों की उपलब्धता आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी। मंत्री औद्योगिक विकास नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि प्रभावित पशुओं को सुरक्षित स्थान पर रखते हुए उनके लिए पर्याप्त मात्रा में भूषा, चारा आदि व्यवस्था मुहैया कराया जाए।

उन्होंने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रो में शत प्रतिशत पशुओं को खुरपका, मुहपका व अन्य सम्बन्धित बीमारियों से बचाव के दृष्टिगत अभियान चलाकर टीकाकरण करा लिया जाए। उन्होंने कहा कि सम्बन्धित खण्ड विकास अधिकारी यह सुनिश्चित करे कि बाढ़ से प्रभावित पशुओं को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाए। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति भूखा न रहने पाए इसके लिए राहत शिविरों में लंच पैकेट, नाश्ता अथवा बच्चों के लिए दूध की व्यवस्था पर्याप्त मात्रा में वितरण कराया जाए। स्वास्थ्य मेडिकल टीम जल जमाव वाले क्षेत्रों में सक्रिय रखा जाए तथा मच्छर व कीटनाशक दवाओं को छिड़काव व फागिंग आदि कराया जाता रहें। नगर पालिका क्षेत्रो में भी साफ सफाई, मोबाइल टायलेट आदि की व्यवस्था नगर पालिकाओं के द्वारा कराई जाए।

कहा कि विभिन्न समाचार पत्रों में बाढ़ से प्रकाशित खबरो व सोशल मीडिया, इलेक्ट्रानिक मीडिया पर चल रही खबरों का भी संज्ञान लेते हुए नियमानुसार कार्यवाही किया जाए। डूब क्षेत्र में चोरी की घटनाएं न होने पाए इसके लिए अथवा लोगों की सुरक्षा के लिए महिला व पुरूष पुलिस की पेट्रोलिंग कराते हुुए कड़ी नजर रखी जाए। बाढ़ से प्रभावित परेशान लोगो को हर सम्भव मद्द दी जाए तथा उन्हें इस तरह ढांढस बंधाया जाए कि उनकी परेशानी कम हो और यह जागरूक किया जाए कि प्रशासन हर सम्भव आपकी मद्द के लिए तैयार है घबराए नहीं। खाद्य सामाग्रियो का वितरण व राहत, लंच पैकेट आदि गुणवत्तापूर्ण व पारदर्शिता से कराई जाए। मंत्री ने कहा कि बाढ़ से प्रभावित फसलों का सर्वे कराते हुए सम्बन्धित बीमा कम्पनियों से उनका उचित मुआवजा व शासन से देय सुविधाएं अविलम्ब मुहैया कराई जाए। क्षतिग्रस्त व बाढ़ में ध्वस्त मकानों का सर्वे कराकर पीड़ित परिवारों को मुख्यमंत्री आवास योजना से आच्छादित किया जाए तथा उन्हें रहने व खाने का भी समुचित प्रबंध कराया जाए। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी टीम भावना के साथ कार्य करते हुए बाढ़ पीड़ित लोगो को हर सम्भव सहयोग किया जाए। कहा मुख्यमंत्री का स्पष्ट दिशा निर्देश है कि बाढ़ प्रभावित पीड़ितो के लिए धन की कमी नहीं हैं पारदर्शिता के साथ सर्वे कराते हुए नियमानुसार देय मुआवजा उपलब्ध कराया जाए।

नाविकों के बारे में कहा जो नाविक बाढ़ बचाव कार्य में लगाए गए है, उन्हें अब तक का मानदेय का भुगतान नियमानुसार कर दिया जाए, ताकि उनका भी जीविकोपार्जन प्रभावित न होने पाए। सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत मंत्री ने कहा कि पुलिस की पेट्रोलिंग कराई जाए इसके अतिरिक्त प्रमुख बाजरों में सम्बन्धित चौकी, थाना इंचार्ज रोस्टर बनाकर पैदल पेट्रोलिंग करे तथा बीच-बीच में व्यापरियों से वार्ता कर उन्हें सुरक्षा का एहसास भी दिलाए। इस अवसर पर इस अवसर पर विधायक नग रत्नाकर मिश्र, विधायक मड़िहान रमाशंकर सिंह पटेल, अध्यक्ष नगर पालिका परिषद मीरजापुर श्याम सुन्दर केसरी, जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा सहित मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अजय कुमार सिंह, नगर मजिस्ट्रेट विनीत उपाध्याय, उप जिलाधिकारी चुनार राजेश वर्मा, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ सीएल वर्मा, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत सुरेन्द्र कुमार वर्मा, जिला पूर्ति अधिकारी संजय बरनवाल, आपदा विशेषज्ञ अंकुर गुप्ता, परियोजना निदेशक डीआरडीए धर्मजीत सिंह, अधिशासी अभियंता सिंचाई, लोक निर्माण विभाग व विद्युत सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।

विश्व दिव्यंका दिवस अवसर पर दिव्यांगजन एवं उत्कृष्ट कार्य करने वालों को किया जाएगा सम्मानित

मीरजापुर। जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी, राजेश सोनकर ने विज्ञप्ति के माध्यम से जानकारी देते हुए बताया है कि प्रत्येक वर्ष 3 दिसम्बर विश्व दिव्यांगता दिवस के अवसर पर दिव्यांगजन व्यक्तियों एवं दिव्यांगता के क्षेत्र में कार्यरत स्वैच्छिक संस्थाओं, सेवायोजकों को निम्नलिखित श्रेणी में उत्कृष्ट कार्य करने पर राज्य स्तरीय स्तरीय पुरस्कार प्रदान किया जाता है।

इनमें दक्ष दिव्यांग कर्मचारी, स्वनियोजित दिव्यांगजन के लिए राज्य स्तरीय पुरस्कार। दिव्यांगजन हेतु सर्वश्रेष्ठ नियोक्ता तथा सर्वश्रेष्ठ प्लेसमेन्ट अधिकारी या एजेंसी के लिए सेवायोजकों को राज्य स्तरीय पुरस्कार। दिव्यांगजन के निमित्त कार्यरत सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति तथा सर्वश्रेष्ठ संस्था के लिये राज्य स्तरीय पुरस्कार।

प्रेरणास्त्रोत हेतु राज्य स्तरीय पुरस्कार। दिव्यांगजन के जीवन सुधारने के निमित्त सर्वश्रेष्ठ नवीन अनुसंधान या उत्पाद विकास के लिये राज्य स्तरीय पुरस्कार।

दिव्यांगजन हेतु बाधामुक्त वातावरण के सृजन हेतु सर्वश्रेष्ठ कार्य के लिए राज्य स्तरीय पुरस्कार।दिव्यांगजन को पुनर्वास सेवाएं प्रदान करने वाले सर्वश्रेष्ठ जिला के लिए राज्य स्तरीय पुरस्कार। सर्वश्रेष्ठ सृजनशील दिव्यांग वयस्क व्यक्तियों एवं सर्वश्रेष्ठ बालक, बालिका हेतु राज्य स्तरीय पुरस्कार। सर्वश्रेष्ठ ब्रेल प्रेस के लिये राज्य पुरस्कार दिव्यांगजन के लिए सर्वोत्तम अनुकल बेबसाइट हेतु राज्य, राष्ट्रीय स्तरीय पुरस्कार।सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी के लिये राज्य स्तरीय पुरस्कार।

दिव्यांगजन के सशक्तीकरण हेतु कार्यरत अधिकारी, कर्मचारी के लिए राज्य स्तरीय पुरस्कार उन्होंने बताया है कि उक्त पुरस्कार के लिए इच्छुक पात्र दिव्यांग व्यक्तियों, दिव्यांगता के क्षेत्र में कार्यरत स्वैच्छिक संगठनों, सस्थाओं एवं सेवायोजकों को अपने आवेदन पत्र की समस्त औपचारिकता पूर्ण कर तीन प्रतियों में दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग में यथाशीघ्र जमा करायें, ताकि नियमानुसार अग्रिम कार्यवाही कर पत्रावली निदेशालय को प्रेषित किया जा सके।

खाद्य सुरक्षा एवं औषधि के एफएसडीए ने छापामार कर जाॅच किया नमूना संग्रह किया

मीरजापुर। आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, लखनऊ के आदेश एवं जिलाधिकारी के निर्देशन में मंगलवार को मण्डलीय सहायक आयुक्त (खाद्य), प्रभुनाथ सिंह के नेतृत्व में आगामी पर्व रक्षाबन्धन के दृष्टिगत आम जनमानस को गुणवत्तापूर्ण खाद्य एवं पेय पदार्थ यथा बूंदी के लड्डू, खोया, दूध एवं दुग्ध उत्पाद से निर्मित मिठाइयां, समस्त प्रकार की मिठाइयां एवं अन्य खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराये जाने के लिए मिलावट पर प्रभावी रोकथाम हेतु प्रवर्तन कार्यवाही के तहत जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिष्ठानों का सघन निरीक्षण करते हुए पड़री व मुहंकुचवां क्षेत्र से कुल 16 प्रतिष्ठानों से नमूने संग्रहित किया गया।

संग्रहित नमूनों को विश्लेषण के लिए प्रयोगशाला प्रेषित कर दिया गया है‌ जिसकी प्रयोगशाला से जाॅच रिपोर्ट प्राप्त होने के पश्चात खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के अन्तर्गत अग्रिम कार्यवाही संचालित की जाएगी। इस दौरान सभी खाद्य कारोबारकर्ताओं को प्रतिष्ठान में साफ-सफाई का उचित व्यवस्था रखने एवं लाईसेंस, पंजीकरण प्रतिष्ठान में सामने प्रदर्शित करने, वातायान की उचित व्यवस्था, ढक्कनदार डस्टबिन का प्रयोग करने, एवं प्रतिष्ठान में एक्सपायरी खाद्य पदार्थो कों न रखने हेतु निर्देशित किया गया।

नमूना संग्रहण कार्यवाही के दौरान सहायक आयुक्त खाद्य, विन्ध्याचल मण्डल, प्रभुनाथ सिंह सहायक आयुक्त (खाद्य) डाक्टर मंजुला सिंह, मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी नरेश नारायन झा व खाद्य सुरक्षा अधिकारीगण राजेश मौर्य, संदीप कुमार श्रीवास्तव, भइयालाल प्रजापति, रविशेखर कुशवाहा, ओंकार नाथ यादव व संदीप कुमार सिंह एवं मण्डलीय खाद्य सुरक्षा अधिकारी सरोज कुमार उपस्थित रहें।

वरिष्ठ पत्रकार के निधन पर परिवार को सहायता की मांग, प्रशासन को सौंपा ज्ञापन

मीरजापुर। जनपद के वरिष्ठ पत्रकार स्व. दिनेश उपाध्याय के निधन के बाद उनके परिवार को आर्थिक सहायता और उनकी पत्नी को विधवा पेंशन की मांग को लेकर वीआईपी प्रेस सोशल क्लब के प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। जिलाधिकारी की अनुपस्थिति में एडीएम (भू एवं राजस्व) डी के सिंह को ज्ञापन सौंपकर बताया गया कि स्व. दिनेश उपाध्याय के निधन से उनका परिवार निराश्रित हो गया है। उनकी पुत्री, जो इंटरमीडिएट की छात्रा है, के अध्ययन में व्यवधान की आशंका है।

प्रतिनिधिमंडल ने मांग की कि स्व. दिनेश की विधवा पत्नी को तत्काल सहायता राशि प्रदान की जाए और विधवा पेंशन को प्राथमिकता के आधार पर स्वीकृत किया जाए। इस अवसर पर क्लब से जुड़ें हुए पत्रकार साथी उपस्थित रहे।

मिर्जापुर: गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर, 346 गांव बाढ़ से प्रभावित, राहत व बचाव कार्य जारी

मिर्जापुर।जिले में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे बाढ़ की स्थिति भयावह होती जा रही है। 4 अगस्त 2025 को शाम 5 बजे तक गंगा नदी का जलस्तर 78.46 मीटर पहुंच गया है, जो खतरे के जलस्तर 77.724 मीटर से 73.6 सेमी ऊपर है। नदी की प्रवृत्ति 1 सेमी प्रति घंटा की दर से बढ़ती हुई दर्ज की गई है, जिससे जनपद में बाढ़ का व्यापक असर देखा जा रहा है।

बाढ़ से तहसील सदर में 183 और तहसील चुनार में 163 गांव, कुल मिलाकर 346 गांव प्रभावित हुए हैं। इनमें तहसील सदर के 15 गांवों में आबादी, फसल और आवागमन तीनों प्रभावित हैं, जबकि 153 गांव केवल फसल प्रभावित हैं। तहसील चुनार में 36 गांवों में तीनों तरह का प्रभाव है, और 99 गांवों में सिर्फ फसल प्रभावित हुई है।

प्रशासन द्वारा राहत व बचाव कार्य तेजी से चलाए जा रहे हैं। SDRF और PAC की टीमें सक्रिय हैं। अब तक 129 नावें (52 मोटरबोट और 77 सामान्य नावें) बाढ़ग्रस्त इलाकों में तैनात की गई हैं। जनपद में कुल 3 राहत शिविर (सदर में 2, चुनार में 1) संचालित हैं।

अब तक 5125 लंच पैकेट और 110 खाद्यान्न किट वितरित की जा चुकी हैं। राहत शिविरों में पीने के स्वच्छ पानी, बिजली, सामुदायिक किचन और शौचालय की अलग-अलग व्यवस्था की गई है।

बाढ़ नियंत्रण के लिए 37 बाढ़ चौकियों की स्थापना की गई है, जहां राजस्व, स्वास्थ्य, पशुपालन और पुलिस विभाग के अधिकारी तैनात हैं। प्रशासन ने जरूरत पड़ने पर और भी राहत शिविर सक्रिय करने की योजना बनाई है।

विशेष रूप से, 3 अगस्त को ग्राम धरौरा में PAC और एसडीएम की अगुवाई में दो बुजुर्गों को गहरे पानी से सुरक्षित निकालकर रेस्क्यू किया गया, जो प्रशासन की तत्परता का उदाहरण है।

प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे सावधानी बरतें और अनावश्यक रूप से जलमग्न क्षेत्रों में न जाएं। परिस्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।

मिर्जापुर : गंगा नदी में आया उफ़ान, सैकड़ों गांवों का सम्पर्क मुख्यालय से टूटा, नाराज़ बाढ़ प्रभावितों ने किया प्रदर्शन

मिर्ज़ापुर। गंगा नदी में लगातार पानी का बढ़ता दायरा तटवर्तीय गांवों में हड़कंप मचा रखा है। लोगों को पलायन करना पड़ रहा है तो कई गांवों का एक दूसरे से सम्पर्क टूट गया है। मिर्जापुर कछवां होते हुए वाराणसी जाने वाले मार्ग पर आवागमन बाधित हो गया है। गंगा नदी पर बने भटौली पुल के दोनों पहुंच मार्ग बाढ़ के पानी की चपेट में आ जाने से दोनों ओर पुलिस का पहरा लगा दिया गया है।

दूसरी ओर गंगा नदी में लगातार बढ़ते जलस्तर से बाढ़ में फंसे लोगों को राशन पानी सहित सुरक्षित जगहों तक पहुंचाने का भी काम सदर एसडीएम द्वारा लगातार जारी है। 24 घंटे राहत बचाव कार्य जारी है लगातार क्षेत्र में भ्रमणशील रहते हुए प्रशासनिक राहत टीम बाढ़ पीड़ितों के फंसे होने की सूचना पर बारिश में भींगते हुए पहुंच रही है। हालांकि कुछ गांव में राहत सामाग्री सहित अन्य समस्याओं को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश भी देखा जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि जनप्रतिनिधि फोटो खिंचवाने तक सीमित हैं। वह कुछेक इलाकों का निरीक्षण कर चलते बन रहें हैं।

दूसरी ओर कोन विकास खंड क्षेत्र के श्रीपट्टी, मवैया गांव में बाढ़ प्रभावित ग्रामीणों ने व्यवस्था से खिन्न होकर सोमवार को गांव में प्रर्दशन कर सड़क पर उतर आए।जानकारी होते ही पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। बाढ़ और आपदा से परेशान ग्रामीणों ने धरना-प्रदर्शन करते हुए बाढ़ के बाद प्रशासन द्वारा कोई व्यवस्था न करने का आरोप लगाते हुए नाराज सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने धरना शुरू कर दिया। बीच सड़क चक्का जाम कर धरने पर बैठे ग्रामीण भोजन पानी तथा मोटर बोट चलाने की मांग कर रहे थे।

ग्रामीणों का कहना रहा है कि मवेशियों को चारा पानी तथा अन्य जरूरी सामानों की आपूर्ति की जाए। व्यवस्था की मांग कर रहे ग्रामीण बाढ़ की विभिषिका के साथ ही राहत के नाम पर खानापूर्ति किए जाने से नाराज़ दिखाई दिए हैं। फिर क्या था ग्रामीणों के धरने की सूचना पर हरकत में आया प्रशासन, तत्काल व्यवस्था उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए तब जाकर ग्रामीण पीछे हटे हैं।

वाराणसी-मिर्जापुर मार्ग पर आवागमन बंद

गंगा नदी पर बने भटौली पक्के पुल पर सोमवार की रात से पानी आ जाने से पुल के दोनों ओर का सम्पर्क मार्ग डूब गया है इससे दोनों ओर का आवागमन बाधित हो गया है। सुरक्षा की दृष्टि से पुल के ओर पुलिस का पहरा बैठा दिया गया है। बताते चलें कि बाढ़ के चलते भटौली पक्का पुल पर आवागमन बंद कर दिया गया है। गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, इससे मझवां विकास खंड क्षेत्र के तटवर्ती गांव जहां पूरी तरह से बाढ़ की चपेट में आ गए हैं वहीं सैकड़ों गांवों का सम्पर्क पूरी तरह से जिला मुख्यालय से टूट गया है।

भटौली गंगा नदी पुल बंद होने से इससे रोजी-रोटी के लिए मजदूरी करने वाले श्रमिकों, कोर्ट-कचहरी जाने वाले लोगों सहित नौकरी पेशा इत्यादि कार्य से रोज जिला मुख्यालय जाने वाले लोगों की परेशानियों में इज़ाफ़ा हुआ है उन्हें अब कछवां रोड,औराई के रास्ते मिर्जापुर आना होगा। बताते चलें कि भटौली पक्के पुल के एप्रोच मार्ग के करीब एक फीट उपर से गंगा के बाढ़ का पानी बह रहा है। गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी को देखने वालों की पुल के दोनों तरफ जहां भारी भीड़ लग रही है तो वहीं पुलिस की चौकसी तेज़ की गई है। कछवां थानाध्यक्ष अमरजीत ने बताया है कि सुरक्षा के दृष्टिगत दल बल के साथ पुलिस बल तैनात किया गया है।

लापरवाही पर होगी कार्रवाई: डीएम

जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार ने कलेक्ट्रेट स्थित बाढ़, आपदा कन्ट्रोल रूम का निरीक्षण कर प्राप्त शिकायतों के रजिस्टर का अवलोकन किया है। उन्होंने उपस्थिति कर्मचारियों को समय से उपस्थित होकर फोन रिसीव करने व सम्बंधित को सही जवाब देने का दिया निर्देश। कहा कन्ट्रोल रूम पर रात्रि में भी सक्रिय व क्रियाशील रहे कर्मचारी वरना लापरवाही पर कार्रवाई होगी। जिलाधिकारी ने बाढ़ से जुड़े समस्याओं से सम्बंधित टोल फ्री नंबर 1077 पर अथवा 05442-357 सूचना देने की अपील के साथ ही कहा है कि जिला प्रशासन द्वारा तत्काल मदद/राहत प्रदान की जाएगी।

कलेक्ट्रेट में स्थापित बाढ़ कन्ट्रोल रूम

नम्बर- 05442-256357

टोल फ्री नंबर- 1077

तहसील सदर-05442-220188,

तहसील चुनार-05443222413

मुख्य चिकित्साधिकारी -05442-252337

मुख्य पशु चिकित्साधिकारी -9696148805

सिंचाई विभाग -05542-252589

विद्युत- 8004932170

ताकि समय पर राहत और बचाव कार्य हेतु टीम को भेजा जा सके। ये कंट्रोल रूम सप्ताह के सभी सातों दिन 24 घंटे कार्यरत हैं।