झंडा एवं गाजे-बाजे के साथ ताजिया जुलूस निकाला
रामेश्वर प्रजापति नगरा बलिया। कर्बला के शहीदों एवम हजरत इमाम हुसैन की शहादत की याद में मनाये जाने वाला पर्व मुहर्रम नगरा में सोमवार को शांतिपूर्ण एवं सदभाव के साथ सम्पन्न हो गया।जहां मुहर्रम की दशवीं तिथि पर अकिलियत से जुड़े लोगों ने दिन में बैनर, झंडा एवं गाजे-बाजे के साथ ताजिया जुलूस निकाला।या अली या हुसैन के सदाओं की गूंज मचा दी।इस दौरान ताजिया जुलूस में शामिल लोगों ने ब्लेड मातम, जंजीर मातम और आग मातम के साथ लाठियों से एक से बढ़कर एक करतब दिखाए।ताजिया जुलूस एवं अखाड़ा के दौरान दिनभर बिजली भी गुल रही। सायंकाल पश्चिम मोहल्ला में मिलन के बाद ताजिया कर्बला में दफन किया गया। इस मौके पर काफी संख्या मे ग्रामीण लोग जुटे रहे। एहतियात के तौर पर नगरा के अलावा भीमपुरा, खेजुरी सहित कई थाने की पुलिस मौजूद रही।
5000 स्कूलों के मर्जर के खिलाफ दायर याचिका खारिज:हाईकोर्ट ने योगी सरकार के फैसले को सही ठहराया, कहा- यह बच्चों के हित में
संजीव सिंह बलिया!लखनऊ हाईकोर्ट ने यूपी के 5000 स्कूलों के मर्जर के खिलाफ दायर याचिका खारिज कर दी है। कोर्ट ने सरकार के फैसले को सही ठहराया। कहा कि यह फैसला बच्चों के हित में है। ऐसे मामलों में नीतिगत फैसले को चुनौती नहीं दी जा सकती, जब तक कि वह असंवैधानिक या दुर्भावनापूर्ण न हो।* *दरअसल, बेसिक शिक्षा विभाग ने 16 जून, 2025 को एक आदेश जारी किया था। इसमें यूपी के हजारों स्कूलों को बच्चों की संख्या के आधार पर नजदीकी उच्च प्राथमिक या कंपोजिट स्कूलों में मर्ज करने का निर्देश दिया था। सरकार ने तर्क दिया था कि इससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार और संसाधनों का बेहतर उपयोग संभव होगा।* *सरकार के आदेश के खिलाफ सीतापुर जिले की छात्रा कृष्णा कुमारी समेत 51 बच्चों ने हाईकोर्ट में चुनौती दी। इसके अलावा, एक अन्य याचिका भी दाखिल की गई। याचिकर्ताओं ने कहा था- यह आदेश मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा कानून (RTE Act) का उल्लंघन करता है।* *छोटे बच्चों के लिए नए स्कूल तक पहुंचना कठिन होगा। यह कदम बच्चों की पढ़ाई में बांधा डालेगा। इससे असमानता भी पैदा होगी। 4 जुलाई को जस्टिस पंकज भाटिया ने फैसला सुरक्षित कर लिया था। आज दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद दोनों याचिकाओं को खारिज कर दिया गया।*
विद्यालयों के मर्जर के विरोध में सीनियर बेसिक शिक्षक संघ ने दिया समर्थन, पूरे प्रदेश में आंदोलन में भागीदारी का ऐलान
संजीव सिंह बलिया| लखनऊ, 5 जुलाई 2025 उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों के जबरन मर्जर (विलय) के आदेश के खिलाफ शिक्षक संगठनों का विरोध लगातार तेज होता जा रहा है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश सीनियर बेसिक शिक्षक संघ ने उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन को पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की है। संघ के प्रदेश अध्यक्ष अवधेश कुमार मिश्रा एवं प्रदेश महामंत्री सुशील कुमार पाण्डेय 'कान्ह जी' ने एक संयुक्त पत्र जारी कर स्पष्ट रूप से कहा है कि सरकार द्वारा लिया गया यह निर्णय न केवल अव्यवहारिक है, बल्कि जनविरोधी, शिक्षा एवं शिक्षक विरोधी भी है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा कंप्यूटर आधारित तरीके से विद्यालयों का मर्जर किया जा रहा है, जिसमें भौगोलिक दूरी और ग्रामसभा की स्थिति की अनदेखी की जा रही है। पत्र में कहा गया है कि यद्यपि नक्शे पर विद्यालय पास-पास दिखते हैं, लेकिन वास्तविकता में छात्रों को 2-3 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ रही है, जिससे छात्रों की शिक्षा में गंभीर बाधा उत्पन्न हो रही है। यह फैसला निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम 2010 की भावना के भी खिलाफ है। प्रदेश महामंत्री सुशील कुमार पाण्डेय ने प्रेस को जारी विज्ञप्ति में बताया कि संगठन के समस्त प्रांतीय पदाधिकारियों, कार्यकारिणी सदस्यों एवं जिला अध्यक्षों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने-अपने जिलों में प्राथमिक शिक्षक संघ के साथ समन्वय स्थापित कर आंदोलन में शत-प्रतिशत भागीदारी सुनिश्चित करें। सीनियर बेसिक शिक्षक संघ ने स्पष्ट किया है कि वह इस शिक्षक एवं शिक्षा विरोधी आदेश के खिलाफ प्राथमिक शिक्षक संघ के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है और जब तक सरकार इस निर्णय को वापस नहीं लेती, तब तक संघर्ष जारी रहेगा। शिक्षक संगठनों की इस एकजुटता से प्रदेश भर में आंदोलन और तेज होने की संभावना है। सरकार पर अब बढ़ते दबाव के बीच यह देखना दिलचस्प होगा कि वह इस निर्णय पर पुनर्विचार करती है या नहीं।
श्री मौनी जी का एक-एक शब्द दिग्दर्शक
ओमप्रकाश वर्मा नगरा (बलिया)! गुरु-पूजनोत्सव का उल्लास और विगत माह में हुए पूज्य अतुल कृष्णभामिनीशरण' गुरुवर श्री मौनी जी महाराज के देहावसान के गम के बीच आयोजित कार्यक्रम का शुभारम्भ जलकलश-वात्रा के साथ हुआ। जलयात्रा में भाग लेने वाली माँ-बहनें और बन्धु वृन्द हाथी-घोडे गाजे-बाजे सहित अद्वैत शिवशक्ति परमधामपीठ से चलकर श्री वनखण्डी नाथ (श्री नागेश्वरनाथ महादेव) मठ हा बिहरा पहुँचे, वहाँ यज्ञाचाये पं० रेवती रमण तिवारी एवं उनकी सहयोगी विप्र-मण्डली के निर्देशन में प्रधान यजमान श्री करुणानिधान भारती एवं सपत्नीक श्रीयुत् राम कृपाल चौरसिया ने जलदेवता वरुण का पूजनार्चन किया, तत्पश्चात् शोभा यात्रियों की भारी भीड़ पुनः परमधामपीठ पहुंची, यहाँ मण्डप-प्रवेश आदि कार्य किये गये। अन्ततः प्रसाद वितरित किया गया। सान्ध्य सत्र ज्ञानयज्ञ मण्डप में भक्तिभूमि वृन्दावन धाम से पधारे श्री अतुल कृष्याभामिनी शरण जी महाराज ने सुधी श्रोताओं को सम्बोधित करते हुए अपने उद्‌बोधन में गुरुतत्त्व पर विद्वत्ता पूर्ण प्रकाश डाला, कहा कि गुरु का तन इधर-उधर (क्षत-विक्षत) हो सकता है, किन्तु गुरुतत्त्व अक्षुण्ण और शाश्वत है, उन्होंने बिल्ली और उसके बच्चे का उदाहरण देकर समझाया कि बिल्ली की भाँति सद्गुरु भी स्वशिष्य को सम्बल दे उसे भवबन्धन से मुक्त कर देते हैं। बिना गुरु के साधना में सफलता असम्भव है। भवभयमुक्त होने हेतु छटपटाहट अनिवार्य है। गुरु खोजना जरूरी नहीं, सद्‌गुरु ही सद्‌शिष्य की खोज लेते हैं। गुरु की आज्ञा का अनुपालन ही जरूरी है। मौनी बाबा जी मेरे नहीं हैं, उनका एक-एक शब्द ध्रुवतारा की भाँति दिग्दर्शक है, जो अनन्त काल तक असंख्य शिष्यों व भक्तों को उत्प्रेरित कर उनका अमित उपकार करेगा, पर हाँ, संयम और नियम अति आवश्यक है। जब तक साधना में थे तब तक गुरु दिखायी पड़े और जब सर्वस्व समर्पण कर दिया तब गुरुवर ने भवकूप से ज्ञान रूपा रज्जु के सहारे बाहर निकाला। गुरुकृपा से शिष्य भी गुरुता का अधिकारी, है। गया क्योंकि इस रहस्य का एक ही सूत्र है- मोहें लागी लगन गुरुचरनन की। सत्संग जो कि तीर्थराज के समतुल्य है गुरुकृपा से ही सम्भव है। सत्संग की महिमा अपार है।
श्यामा प्रसाद मुखर्जी जयंती पर प्रकृति प्रेम का अद्भुत संगम
ओमप्रकाश वर्मा नगरा! भाजपा कार्यकर्ताओं ने 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान से रचा प्रेरणा का नया अध्याय" नगरा (बलिया)। राष्ट्र निर्माण के प्रेरणास्त्रोत और भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती के अवसर पर रविवार को सलेमपुर स्थित नवीन आदर्श इंटर कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम देशभक्ति, विचार और संवेदनाओं का अद्वितीय संगम बन गया। इस विशेष अवसर पर संगोष्ठी, पुष्पांजलि समारोह और ‘एक पेड़ मां के नाम’ कार्यक्रम ने न केवल डॉ. मुखर्जी को श्रद्धांजलि दी, बल्कि समाज में पर्यावरण संरक्षण और मातृवंदन की एक नई चेतना भी जगाई। कार्यक्रम की शुरुआत भारत माता के चित्र और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के तैलचित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन और माल्यार्पण से हुई। उपस्थित लोगों ने उनके विचारों को आत्मसात करते हुए 'एक राष्ट्र, एक विधान, एक निशान' के उनके सपनों को साकार करने की शपथ ली। विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित भाजपा के जिला महामंत्री अलोक शुक्ला 'सोनू' ने कहा कि डॉ. मुखर्जी का जीवन सच्चे अर्थों में राष्ट्र के लिए समर्पित था। उनका बलिदान आज भी हमें प्रेरणा देता है कि हम बिना स्वार्थ के देश और समाज के लिए कार्य करें। वहीं मंडल अध्यक्ष जय प्रकाश वर्मा 'गुड्डू' ने कहा कि डॉ. मुखर्जी जैसे महापुरुषों की विचारधारा को गांव-गांव तक पहुंचाना ही सच्ची श्रद्धांजलि है। संगोष्ठी के दौरान वक्ताओं ने बताया कि किस प्रकार डॉ. मुखर्जी ने धारा 370 का विरोध करते हुए 'एक देश में दो विधान नहीं चलेंगे' का नारा दिया और अपने प्राणों की आहुति दी। उनके विचार आज के भारत की आत्मा हैं। कार्यक्रम में सबसे विशेष और भावुक पहल रही 'एक पेड़ मां के नाम'। इस दौरान मंच पर उपस्थित सभी अतिथियों, कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों ने अपनी माताओं की स्मृति और सम्मान में एक-एक पौधा रोपित किया। इस भावनात्मक पहल ने कार्यक्रम में मानवीय संवेदनाओं का स्पर्श जोड़ दिया। इस मुहिम का उद्देश्य न सिर्फ पर्यावरण को संरक्षित करना है, बल्कि मातृत्व की महिमा को भी स्थायी स्वरूप देना है। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में भाजपा पदाधिकारी, बूथ अध्यक्ष, कार्यकर्ता, शिक्षाविद, सामाजिक कार्यकर्ता और छात्र-छात्राएं शामिल हुए। सभी ने डॉ. मुखर्जी के आदर्शों को आत्मसात करने का संकल्प लिया। कार्यक्रम के संचालन में मण्डल कार्यकर्ताओं की अहम भूमिका रही, जिन्होंने पूरे आयोजन को अनुशासित, सुसंगठित और भावनात्मक रूप से सजीव बनाए रखा। मंच पर देशभक्ति गीतों और नारों से वातावरण गूंजता रहा — “भारत माता की जय”, “डॉ. मुखर्जी अमर रहें” जैसे उद्घोष कार्यक्रम के हर कोने में गूंजते रहे। अंत में सभी कार्यकर्ताओं ने पौधों को संरक्षित रखने की व्यक्तिगत जिम्मेदारी ली और तय किया कि अगले वर्ष तक इन पौधों को एक विशाल हरित अभियान का हिस्सा बनाया जाएगा। संपूर्ण कार्यक्रम एक सच्चे राष्ट्रभक्त, विचारक और तपस्वी नेता को समर्पित था, जिसकी विरासत आने वाली पीढ़ियों के लिए पथ प्रदर्शक बनी रहेगी।
मलप तियरा मार्ग पर जलभराव से राहगीरों को परेशानी
ओमप्रकाश वर्मा नगरा(बलिया)। थाना क्षेत्र के मलप हरसेनपुर चट्टी बरसात के मौसम में गंभीर समस्या उत्पन्न हो रही है। तियरा हैदरपुर जाने वाली पक्की सड़क पर जलभराव की स्थिति बन जाती है। इससे आवागमन बाधित होता है। यह समस्या स्थानीय निवासियों के लिए बड़ी चुनौती बन गई है। मलप हरसेनपुर चट्टी एक छोटा लेकिन महत्वपूर्ण बाजार है। यहां से कई गांवों के लोग जुड़े हुए हैं। जलभराव की समस्या से मलप हरसेनपुर, घोघरा, निकासी और तियरा हैदरपुर सहित कई गांवों के लोग प्रभावित हो रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह समस्या कई वर्षों से बनी हुई है। लेकिन अब तक किसी भी जनप्रतिनिधि ने इस ओर ध्यान नहीं दिया है। प्रभावित गांवों के निवासियों ने संपर्क मार्ग के उचित निर्माण की मांग की है। इस समस्या के समाधान से क्षेत्र के हजारों लोगों को राहत मिल सकेगी।
प्राथमिक विद्यालयों के विलय पर हाईकोर्ट ने सुनवाई पूरी कर सुरक्षित रखा फैसला
अमर बहादुर सिंह बलिया शहर| लखनऊ प्राथमिक विद्यालयों के एकीकरण को लेकर उठे विवाद पर इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने शुक्रवार को सुनवाई पूरी करते हुए अपना निर्णय सुरक्षित रख लिया है। यह अहम फैसला न्यायमूर्ति पंकज भाटिया की एकल पीठ द्वारा दिया गया, जिसमें याची कृष्णा कुमारी समेत अन्य की दो अलग-अलग याचिकाओं पर बहस की गई। याचिकाकर्ताओं की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता एल.पी. मिश्रा और गौरव मेहरोत्रा ने पक्ष रखा। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा 16 जून को जारी किए गए प्राथमिक स्कूलों के विलय संबंधी आदेश को संविधान के अनुच्छेद 21-ए का उल्लंघन बताया, जो छह से 14 वर्ष के बच्चों को नि:शुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा का अधिकार देता है। वकीलों ने तर्क दिया कि स्कूलों की कम छात्र संख्या का समाधान यह नहीं होना चाहिए कि उन्हें बंद या विलीन कर दिया जाए, बल्कि सरकार को चाहिए कि उन विद्यालयों की स्थिति को सुधारा जाए ताकि अधिक बच्चे आकर्षित हो सकें। याचिकाकर्ताओं ने आरोप लगाया कि सरकार बच्चों की सहूलियत और शिक्षा के अधिकार को नजरअंदाज कर रही है और केवल प्रशासनिक सुविधा एवं वित्तीय दृष्टिकोण से निर्णय ले रही है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार को एक कल्याणकारी राज्य के रूप में कार्य करना चाहिए, जहां निर्णय आम जनता के हित में हों, न कि केवल खर्च और बचत के पैमानों पर आधारित। अब सभी की नजरें उच्च न्यायालय के आने वाले फैसले पर टिकी हैं, जो प्रदेश में हजारों प्राथमिक विद्यालयों के भविष्य को प्रभावित कर सकता है।
एक पेड़ माँ के नाम रसड़ा खंड शिक्षा अधिकारी पवन सिंह और नोडल इको क्लब शैलेंद्र प्रताप यादव के नेतृत्व में शिक्षक-छात्र मिलकर गढ़ेंगे हरित भविष्य
संजीव सिंह बलिया |रसड़ा:1 जुलाई 2025 बेसिक शिक्षा विभाग, बलिया के इको क्लब संयोजक एवं पर्यावरण योद्धा श्री शैलेंद्र प्रताप यादव 5 सितंबर 2020 से प्रतिदिन निजी व्यय पर पौधारोपण कर समाज में हरित चेतना का दीप जला रहे हैं। इसी क्रम में वे 1 जुलाई 2025 को खंड शिक्षा अधिकारी रसड़ा पवन सिंह के साथ उच्च प्राथमिक विद्यालय कोप पर “एक पेड़ माँ के नाम. 2' कार्यक्रम के तहत 21 पौधों का सामूहिक रोपण किया कार्यक्रम में खंड शिक्षा अधिकारी पवन सिंह, प्रभावती देवी, संजय जी व बृजेश जी, उमेश यादव शैलेंद्र सिंह अनिल वर्मा रुखसाना खातून तथा विद्यालय के छात्र-छात्राएँ सहभागिता किया। इस अवसर पर विद्यालय में एक इको क्लब का औपचारिक गठन भी किया गया, ताकि LiFE (Lifestyle for Environment) पहल के अनुरूप निरंतर पर्यावरणीय गतिविधियाँ होती रहें। > खंड शिक्षा अधिकारी पवन सिंह ने कहा, “पेड़ हमारे जीवन-प्रदाता हैं—हमारे माता-पिता समान। जब हम ‘एक पेड़ माँ के नाम’ लगाते हैं, तो हम प्रकृति को ही नहीं, अपनी भावी पीढ़ी को भी जीवनदान देते हैं।” पवन सिंह ने अभियान की सराहना करते हुए बताया, “ शैलेंद्र जी की दैनिक पौधारोपण की 1600 से अधिक दिनों की यह सतत साधना हम सबके लिए प्रेरणा-स्त्रोत है। विद्यालय-स्तर पर इको क्लब के गठन से छात्र-छात्राएँ बचपन से ही पर्यावरण-अनुकूल जीवनशैली अपनाना सीखेंगे।”* “चलो हम भी एक पौधा लगाएँ— माँ के नाम, धरती के नाम, आने-वाली पीढ़ियों के नाम।”
ग्राम पंचायतों में चिन्हित कर सोलर प्लांट लगाए जाएंगे
ओमप्रकाश वर्मा नगरा बलिया। प्रधानमंत्री के सर्वोच्च प्राथमिकता वाले कार्यक्रमों में शामिल पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत प्रत्येक ग्राम पंचायत से पांच आवेदन कराए जाएंगे। इनके यहां सोलर प्लांट लगेंगे।संबंधित अधिकारी आवेदनकर्ता के यहां 15 दिन के भीतर संयंत्र स्थापित कराएंगे। इसके लिए जिलाधिकारी एमपी सिंह ने अधिकारी कोटेदार अथवा अन्य किसी एक का आवेदन कराते हुए संयंत्र लगवाएंगे अधिकारियों की तैनाती की है।जिला विकास अधिकारी प्रत्येक खंड विकास अधिकारी के माध्यम से विकास खंड की समस्त ग्राम पंचायतों से दो लोगों से आवेदन कराते हुए संयंत्र स्थापित कराएंगे। इसी तरह जिलापूर्ति अधिकारी प्रत्येक कोटेदार अथवा अन्य किसी एक काआवेदन कराते हुए संयंत्र लगवाएंगे।जिला पंचायत राज अधिकारी प्रत्येक ग्राम प्रधान व पंचायत सहायक को आवेदन कराते हुए संयंत्र स्थापित कराएंगे। डीएम ने पत्र में कहा है कि पीएम सूर्य घर योजना का उद्देश्य पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों का दोहन कम करने के साथ साथ उर्जा के गैर पारंपरिक स्रोतों को अपनाना है। उक्त योजना के आनलाइन आवेदन के लिए केंद्र सरकार की ओर से नेशनल पोर्टल विकसित किया गया है।
पूर्व विधायक ने लगाई चौपाल, चीनी मिल चलाने हेतु मांगा समर्थन
ओमप्रकाश वर्मा नगरा(बलिया)। किसान बचाओ, चीनी मिल चलाओ अभियान के तहत भाजपा के पूर्व विधायक रामइकबाल सिंह ने बेल्थरारोड विधानसभा क्षेत्र के निकासी व सिकरहटा में चौपाल लगाई। उन्होंने अभियान के समर्थन में ग्रामीणों से हस्ताक्षर कराए और कहा कि रसड़ा की बंद पड़ी चीनी मिल को चालू कराने के लिए 11 मार्च से ही यह अभियान चलाया जा रहा है। मैं चीनी मिल को चालू करा कर ही दम लूंगा। जिले के अधिकतर जनप्रतिनिधियों ने भी हमारी मांग का समर्थन किया है। अभियान के जिला संयोजक गीताशरण सिंह ने कहा कि हस्ताक्षर अभियान को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। इस मौके पर पृथ्वीपाल सिंह, प्रमोद सिंह पप्पू, मकरध्वज यादव मौजूद रहे। संवाद