झारखंड के कामगारों की वतन वापसी: मुख्यमंत्री के निर्देश पर सरकार की कार्रवाई

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के निर्देश के बाद दुबई में फंसे गिरिडीह, हजारीबाग और धनबाद के 15 कामगारों के वतन वापसी की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। कामगारों ने वीडियो जारी कर राज्य सरकार से वतन वापसी में सहयोग की अपील की थी।

कामगारों के लिए सरकार की कार्रवाई

- वतन वापसी की प्रक्रिया: मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष द्वारा कामगारों को भोजन, पानी एवं आवश्यक दैनिक सहायता तत्काल उपलब्ध कराने, Masai Contracting L.L.C. कंपनी से बकाया वेतन दिलवाने एवं कामगारों के शीघ्र वतन वापसी के लिए विदेश मंत्रालय, भारत सरकार एवं भारतीय दूतावास, अबूधाबी / दूतावास, दुबई से अनुरोध किया गया।

- बकाया पारिश्रमिक का भुगतान: कंपनी द्वारा अप्रैल 2025 का वेतन कुल ₹5,55,242.07 भुगतान किया गया।

- वतन वापसी की व्यवस्था: कंपनी द्वारा भारत वापसी की व्यवस्था का आश्वाशन दिया गया है।

कामगारों की समस्या और सरकार की कार्रवाई

- वेतन का भुगतान नहीं: कामगारों को पिछले कई महीनों से वेतन नहीं मिला है।

- वित्तीय सहायता की कमी: कंपनी द्वारा किसी प्रकार का वित्तीय सहायता उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है।

- मकान का किराया नहीं देने पर पानी की आपूर्ति बंद: जिन मकानों में वे रह रहे हैं, वहाँ मकान का किराया नहीं देने पर पानी की आपूर्ति बंद कर दी गई है।

निष्कर्ष

झारखंड सरकार की कार्रवाई से कामगारों की वतन वापसी की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सरकार ने कामगारों के बकाया पारिश्रमिक का भुगतान कराने और उनकी वतन वापसी की व्यवस्था करने के लिए कदम उठाए हैं।

झारखंड के साहिबगंज में बड़ा रेल हादसा: पत्थर लदी मालगाड़ी बेपटरी, 18 बोगियां पलटीं, रेलवे को लाखों का नुकसान

साहिबगंज, झारखंड: गुरुवार सुबह साहिबगंज के बरहरवा रेलवे लोडिंग पॉइंट पर एक बड़ा रेल हादसा हुआ, जब पत्थर से लदी एक मालगाड़ी अचानक बेपटरी हो गई. इस दुर्घटना में मालगाड़ी की लगभग 18 बोगियां पटरी से उतरकर नीचे गिर गईं. गनीमत रही कि इस हादसे में किसी तरह के जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ.

लाखों का नुकसान, जांच के लिए पहुंचे वरीय अधिकारी

हालांकि, इस दुर्घटना से भारतीय रेलवे को लाखों के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है. यह घटना मालदा रेल मंडल अंतर्गत हुई है.

दुर्घटना की सूचना मिलते ही बरहरवा रेलवे स्टेशन पर तैनात आरपीएफ (रेलवे सुरक्षा बल), स्टेशन प्रबंधक और मालदा डीआरएम (मंडल रेल प्रबंधक) ऑफिस के वरीय अधिकारी तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गए हैं. वे मामले की विस्तृत जांच कर रहे हैं कि आखिर मालगाड़ी किस वजह से बेपटरी हुई. रेलवे अधिकारी अब प्रभावित क्षेत्र को जल्द से जल्द साफ करने और यातायात सामान्य करने के प्रयासों में जुट गए हैं.

राजकीय श्रावणी मेला की तैयारियों की मुख्य सचिव ने की समीक्षा: भीड़ नियंत्रण और श्रद्धालुओं की सुविधाओं पर विशेष जोर

रांची, 02 जुलाई 2025: 11 जुलाई से शुरू होने वाले और 9 अगस्त तक चलने वाले राजकीय श्रावणी मेला की तैयारियों को लेकर आज मुख्य सचिव श्रीमती अलका तिवारी की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक हुई. बैठक में विभिन्न संबंधित विभागों के प्रमुखों, देवघर और दुमका के उपायुक्तों, एसपी और अन्य अधिकारियों ने हिस्सा लिया. इस दौरान मुख्य सचिव ने लगभग 50 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के बाबा नगरी और बाबा बासुकी नाथ धाम आने की संभावना को देखते हुए भीड़ नियंत्रण की पुख्ता व्यवस्था बनाने और श्रद्धालुओं को सुखद अनुभव देने पर जोर दिया.

सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण पर ठोस निर्देश

मुख्य सचिव श्रीमती अलका तिवारी ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि वे भीड़ नियंत्रण की व्यवस्था पुख्ता करें. उन्होंने कहा कि भगदड़ की स्थिति से बचने के लिए निर्धारित मानकों का पूरी तरह से पालन सुनिश्चित किया जाए. श्रद्धालुओं को एक जगह अधिक संख्या में इकट्ठा होने से रोकने के लिए छोटे-छोटे समूह में रहने की व्यवस्था बनाने पर जोर दिया गया. सुरक्षा व्यवस्था में तैनात कर्मियों को निर्देश दिया गया कि वे शिफ्ट बदलने पर तभी अपना स्थान छोड़ें, जब उनका विकल्प वहां आ जाए.

भीड़ नियंत्रण के लिए एआई आधारित सीसीटीवी कैमरे, ड्रोन आदि के फुटेज की लगातार मॉनिटरिंग करने और कहीं भी अत्यधिक भीड़ दिखने पर तत्काल नियंत्रण के उपाय करने को कहा गया. इसके अतिरिक्त, यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया कि श्रद्धालुओं का मार्ग समतल हो और जहां सीढ़ी आदि हो वहां फिसलन न हो. श्रद्धालुओं के आने-जाने की अलग व्यवस्था करने पर भी बल दिया गया.

बिजली, चिकित्सा और स्वच्छता पर विशेष ध्यान

बैठक में बिजली आपूर्ति की निरंतरता पर भी चर्चा हुई. मुख्य सचिव ने कहा कि अचानक बिजली गुल न हो, और बिजली कटने की स्थिति में उसकी पुनर्बहाली के लिए वैकल्पिक व्यवस्था तैयार रखी जाए. साथ ही, कहीं भी नंगा या नीचे झूलता हुआ बिजली का तार न हो, यह सुनिश्चित करने को कहा गया. एंट्री पॉइंट पर मेटल डिटेक्टर से लोगों को गुजारते समय अत्यधिक भीड़ की स्थिति न बने, इसका विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए गए.

मुख्य सचिव ने अधिकारियों को बारिश के मौसम को देखते हुए स्वच्छता पर पूरा फोकस करने का निर्देश दिया. शुद्ध पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने, टेंट सिटी में शौचालय, पेयजल, शयन आदि की व्यवस्था के लगातार मेंटेनेंस पर बल दिया गया. माननीय मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार श्रद्धालुओं के लिए डिस्पोजेबल बेड कवर की व्यवस्था समय रहते सुनिश्चित करने को भी कहा गया.

सूचना प्रसार और शिकायत निवारण

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जगह-जगह होर्डिंग आदि के माध्यम से यातायात, चिकित्सा, विश्राम स्थलों आदि की सूचना प्रसारित-प्रसारित करने का निर्देश दिया गया. शिकायत और सुझाव के लिए क्यूआर कोड की व्यवस्था को भी तमाम जगहों पर उपलब्ध कराने को कहा गया.

इसके अलावा, समीक्षा के दौरान कांवड़िया पथ सहित बाबा नगरी और बासुकी नाथ धाम की सड़कों, श्रद्धालुओं के आवासन, ट्रैफिक व्यवस्था, अग्निशमन व्यवस्था, एंबुलेंस एवं चिकित्सा व्यवस्था, स्ट्रीट लाइट इत्यादि पर भी संबंधित लोगों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए. आपात विभाग से जुड़े मुख्यालय के आला अधिकारियों को मौके पर जाकर तैयारियों का जायजा लेने और कमियों को समय रहते दुरुस्त कराने को भी कहा गया.

झारखंड में शैक्षणिक अनियमितताओं को लेकर युवा आजसू ने महामहिम राज्यपाल से की मुलाकात


आज दिनांक 02 जुलाई 2025 को युवा आजसू के प्रदेश संयोजक अजीत कुमार के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने महामहिम राज्यपाल महोदय से मुलाकात कर झारखंड में शिक्षा व्यवस्था और विशेष रूप से खुला विश्वविद्यालय में व्याप्त अनियमितताओं को लेकर ध्यान आकृष्ट कराया।

प्रतिनिधिमंडल द्वारा महामहिम राज्यपाल के समक्ष निम्नलिखित प्रमुख मांगें रखी गईं:

1. रांची विश्वविद्यालय एवं डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय में कुलपति की नियुक्ति शीघ्र की जाए।

2. राज्य के चार विश्वविद्यालयों में प्रो-वीसी (प्रो-वाइस चांसलर) की नियुक्ति अविलंब की जाए।

3. सभी विश्वविद्यालयों में छात्रसंघ चुनाव शीघ्र कराने हेतु कुलपतियों को निर्देशित किया जाए।

4. सभी छात्रों के लिए सामूहिक बीमा योजना शुरू की जाए।

5. राज्य के सभी कॉलेजों में बस सेवा आरंभ की जाए।

6. छात्र संख्या के अनुपात में शिक्षकों की भारी कमी को अविलंब दूर किया जाए।

7. रांची विश्वविद्यालय का नाम डॉ. रामदयाल मुंडा विश्वविद्यालय किया जाए तथा इसे केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिलाने हेतु भारत सरकार से अनुशंसा की जाए।

8. खुला विश्वविद्यालय के लिए स्थायी भवन का निर्माण कराया जाए।

9. खुला विश्वविद्यालय में ₹2 करोड़ की लागत से डिजिटल स्टूडियो का निर्माण बिना टेंडर के किया जा रहा है, जिसकी जांच कराई जाए।

10. विश्वविद्यालय में किताबों की खरीद में करोड़ों रुपये की अनियमितता की गई है।

11. ब्लैकलिस्टेड कंपनियों को GEM पोर्टल के माध्यम से टेंडर दिए जा रहे हैं।

12. खुला विश्वविद्यालय का वर्षवार लेखा-जोखा सार्वजनिक किया जाए।

13. खुला विश्वविद्यालय के लिए रांची के अनगड़ा में जमीन उपलब्ध कराई गई है फिर भी रेंट की जगह पर 2 करोड़ अनुमानित दर से डिजिटल स्टूडियो बनाई जा रही है जो की सरकारी संपत्ति का दुरुपयोग हो रहा है

14. खुला विश्वविद्यालय में ई लाइब्रेरी खोला गया पर अभी तक छात्राओं से इस्तेमाल नहीं कराया गया और ना ही इसका सर्वर चालू है

15. ऑपरेटर और एलडीसी में चयन प्रक्रिया के लिए परीक्षा होती है और दोनों परीक्षा एक ही दिन और एक ही समय में होता है पर उसमें एक अभ्यर्थी दोनों चयन प्रक्रिया के परीक्षा में पास हो जाता है इस पर जांच कराई जाए

16. खुला विश्वविद्यालय के द्वारा 150 स्टडी सेंटर खोला गया है और वह स्टडी सेंटर कैफे लाइब्रेरी और दुकान में चलाया जा रहा है इसकी भी जांच हो

17. खुला विश्वविद्यालय के कुलपति महोदय के कार्यकाल की जांच की जाय ।

इन बिंदुओं के अलावा भी कई अन्य छात्रहित के मुद्दों पर महामहिम राज्यपाल को ध्यानाकर्षित कराया गया।

इस अवसर पर युवा आजसू के प्रदेश संयोजक चेतन प्रकाश, उज्ज्वल महतो, दीपक महतो, आलिया सिंह, मनीष कुमार समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

संथाल परगना को बंगाल बनाना चाहता है झामुमो....आदित्य साहू

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भाजपा प्रदेश महामंत्री एवम सांसद आदित्य साहू ने आज झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी।

झामुमो पूरे संथाल परगना को पश्चिम बंगाल की तरह तुष्टीकरण में बर्बाद करना चाहती है। आज संथाल समाज झामुमो के चाल चरित्र को समझ चुका है। अपनी खिसकती जमीन और राज्य सरकार सके खिलाफ बढ़ते आक्रोश से झामुमो हताश और निराश है।

कहा कि जिन शहीदों के नाम पर राजकीय महोत्सव की बात झामुमो कर रही क्या उसमें शहीद के वंशज का कोई सम्मान नहीं होना चाहिए। क्या शहीद के वंशज अपने पूर्वज की पूजा नहीं कर सकते।

कहा कि ये कैसी तानाशाही चला रही हेमंत सरकार जिसमें शहीदों के वंशजों पर लाठियां बरसाई जाए, आंसू गैस के गोले छोड़े जाएं।

कहा कि झामुमो अपने कु कृत्यों के बदले माफी न मांग कर उल्टे घटना को सही ठहराने की कोशिश कर रही है।

कहा कि झामुमो सत्ता मद में डूब चुकी है।मानसिक दिवालिया पन ऐसा कि उसे सिदो कान्हू के वंशज मंडल मुर्मू प्यादा दिखाई देने लगे।

कहा कि झामुमो बताए रामेश्वर मुर्मू कि हत्या के प्रोड्यूसर डायरेक्टर कौन है,कि गोपीनाथ पुर, गाय बथान में आदिवासी परिवारों के साथ घटी घटना के प्रोड्यूसर डायरेक्टर कौन हैं? बांग्लादेशी रोहिंग्या घुसपैठियों के हाथों आदिवासी समाज की छिनती जमीन का प्रोड्यूसर डायरेक्टर कौन है?

कहा कि बढ़ते लव जिहाद,लैंड जिहाद का प्रोड्यूसर डायरेक्टर कौन है?

कहा कि झामुमो बताए किसके संरक्षण में घुसपैठियों के आधार कार्ड,राशन कार्ड,वोटर कार्ड धड़ल्ले से बनाए जा रहे।

कहा कि बंगाल में झामुमो को हूल दिवस मनाने की स्वीकृति ममता बनर्जी सरकार द्वारा नहीं दिए जाने की बात बड़े गर्व से प्रेसवार्ता में बताने वाले झामुमो नेता बताएं कि वे झारखंड को अपमानित होते क्यों देखते रहे,क्यों उनकी हिम्मत ममता बनर्जी के खिलाफ बोलने की नहीं हुई?

कहा कि झारखंड का गठन भाजपा की कोख से हुआ है।भाजपा झारखंड को बर्बाद होते नहीं देख सकती।

कहा कि भाजपा हेमंत सरकार के खिलाफ उठे जनाक्रोश को दिशा देगी। संथाल परगना झामुमो की जागीर नहीं है।

64वीं रांची जिला स्तरीय सुब्रतो फुटबॉल प्रतियोगिता का शानदार आगाज़: युवा प्रतिभाओं को मिला बड़ा मंच

रांची, 02 जुलाई 2025: 64वीं रांची जिला स्तरीय सुब्रतो फुटबॉल प्रतियोगिता का भव्य उद्घाटन आज मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय बालिका, बारियातू, रांची में हुआ. टूर्नामेंट का शुभारंभ अनुमंडल पदाधिकारी सदर राँची, श्री उत्कर्ष कुमार ने गुब्बारे उड़ाकर किया, जिसने बारिश के बीच भी खिलाड़ियों के उत्साह को बढ़ाया. यह आयोजन स्कूली बच्चों को अपनी प्रतिभा तराशने और खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करेगा.

अधिकारियों और गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति

उद्घाटन समारोह में अनुमंडल पदाधिकारी सदर राँची, श्री उत्कर्ष कुमार के साथ जिला शिक्षा पदाधिकारी राँची, श्री विनय कुमार और जिला शिक्षा अधीक्षक राँची, श्री बदल राज ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया. इस अवसर पर रांची जिला फुटबॉल एसोसिएशन के महासचिव श्री आसिफ नईम, रांची रेफरी श्री एचओआर फरीद खान, और झारखंड ओलंपिक एसोसिएशन के प्रतिनिधि श्री निशिकांत पाठक सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे.

अधिकारियों ने सराहा खिलाड़ियों का जुनून

अनुमंडल पदाधिकारी सदर राँची, श्री उत्कर्ष कुमार ने अपने संबोधन में कहा, "ऐसे आयोजनों को देखकर मन प्रसन्न हो जाता है. बालिकाओं का फुटबॉल के प्रति प्रेम और उत्साह देखते ही बनता है. बारिश के बीच फुटबॉल का यह खेल और भी रोमांचक हो जाता है. आज ये बच्चियां यहां खेल रही हैं, कल ये बड़े-बड़े क्लबों और देश के लिए जरूर खेलेंगी."

जिला शिक्षा अधीक्षक राँची, श्री बदल राज ने इस टूर्नामेंट को स्कूली बच्चों के लिए एक बड़ा मंच बताया जो उन्हें प्रतिभा तराशने का अवसर प्रदान करता है. उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन बच्चों का उत्साह बढ़ाते हैं और उन्हें खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं. इस टूर्नामेंट की विजेता टीमें प्रमंडलीय स्तर पर रांची जिले का प्रतिनिधित्व करेंगी.

प्रतियोगिता का प्रारूप और आगामी मुकाबले

64वीं सुब्रतो फुटबॉल प्रतियोगिता में अंडर-15 बालक, अंडर-17 बालक, और अंडर-17 बालिका वर्ग की टीमें हिस्सा ले रही हैं. प्रत्येक वर्ग में 19-19 टीमें भाग ले रही हैं, और टूर्नामेंट नॉकआउट आधार पर खेला जा रहा है. अंडर-15 और अंडर-17 बालक वर्ग के मुकाबले खेल गांव के प्रैक्टिस ग्राउंड में हो रहे हैं, जबकि अंडर-17 बालिका वर्ग के मैच मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय बालिका, बारियातू में खेले जा रहे हैं.

गुरुवार, 3 जुलाई 2025 को अंडर-17 बालिका वर्ग का फाइनल मुकाबला मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय बालिका, बारियातू में आयोजित होगा. इसके बाद, उसी मैदान पर पहली बार लिटिल चैंप अंडर-12 बालक-बालिका फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा, जो युवा प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.

खेल और शिक्षा का संगम, सबकी भूमिका अहम

सुब्रतो मुखर्जी फुटबॉल टूर्नामेंट न केवल खेल को बढ़ावा देता है, बल्कि यह बच्चों में अनुशासन, सहयोग, और नेतृत्व जैसे गुणों को भी विकसित करता है. यह प्रतियोगिता स्कूली बच्चों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने का एक अनूठा मंच प्रदान करती है. इस भव्य आयोजन को सफल बनाने में रांची जिला फुटबॉल एसोसिएशन, झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद, और विभिन्न स्कूलों के शिक्षकों व कर्मचारियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा. विजेता टीमें अब प्रमंडलीय स्तर पर रांची जिले का प्रतिनिधित्व करेंगी.

बोकारो: दामोदर नदी में युवक बहा, बचाव अभियान जारी

फुसरो नगर (बोकारो): बोकारो जिले के चंद्रपुरा थाना क्षेत्र के राजाबेड़ा स्थित दामोदर नदी पर बने रेलवे पुल के समीप बुधवार दोपहर नदी की तेज धार में एक युवक बह गया. युवक की पहचान तुरियो पंचायत के राजाबेड़ा गांव के बेलघुटू टोला निवासी अजीत सिंह के 35 वर्षीय पुत्र बालेश्वर कुमार सिंह के रूप में हुई है.

तेनुघाट डैम से छोड़ा गया पानी, जलस्तर बढ़ा

जानकारी के अनुसार, तेनुघाट डैम के जलस्तर में वृद्धि होने के कारण डैम के 10 गेट खोले गए हैं, जिससे दामोदर नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है और बहाव भी तेज हो गया है. बताया जा रहा है कि बालेश्वर कुमार सिंह बुधवार दोपहर करीब 11:12 बजे नदी तट पर पहुंचे थे. कुछ महिलाओं ने उन्हें नदी में डूबते हुए देखा और तुरंत ग्रामीणों को इसकी सूचना दी. जब ग्रामीण मौके पर पहुंचे, तो उन्हें केवल युवक के कपड़े और मोबाइल नदी तट की चट्टान पर मिले. एक गमछे में बंधा झोला भी बरामद हुआ है.

प्रशासनिक अधिकारी मौके पर, गोताखोर टीम को बुलाया गया

घटना की सूचना मिलते ही चंद्रपुरा बीडीओ ईश्वर दयाल महतो, सीओ नरेश कुमार वर्मा, थाना प्रभारी अजय कुमार सिंह सहित गांव से बड़ी संख्या में लोग घटनास्थल पर पहुंचे. प्रशासनिक पदाधिकारियों ने तत्काल गोताखोर टीम को घटना की सूचना दी है, और अब युवक की खोजबीन शुरू की जाएगी.

झारखंड सरकार के मंत्री योगेंद्र प्रसाद के छोटे भाई का निधन, आज शाम घर पहुंचेगा पार्थिव शरीर

रांची, 2 जुलाई 2025: झारखंड सरकार में पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री योगेंद्र प्रसाद के छोटे भाई भरत कपूर का आज सुबह हैदराबाद के एआईजी अस्पताल में निधन हो गया. 45 वर्षीय भरत कपूर पिछले कई महीनों से विभिन्न बीमारियों से जूझ रहे थे और बीते 9 दिनों से हैदराबाद में उनका इलाज चल रहा था. उनके निधन की खबर से मंत्री और उनका पूरा परिवार गहरे सदमे में है. यह घटना उनके परिवार के लिए दोहरी क्षति है, क्योंकि कुछ माह पूर्व ही उनके पिता का भी निधन हो गया था.

बताया जा रहा है कि भरत कपूर ने आज सुबह करीब 6 बजे अंतिम सांस ली. उनके निधन से न केवल परिवार, बल्कि उनके जानने वाले, शुभचिंतकों और समर्थकों में भी शोक की लहर दौड़ गई है. भरत कपूर अपने पीछे एक बेटा और एक बेटी छोड़ गए हैं.

मंत्री योगेंद्र प्रसाद, जो गोमिया विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं, अपने छोटे भाई के निधन की खबर मिलते ही दिल्ली से झारखंड के लिए रवाना हो गए हैं. वे अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम को बीच में ही छोड़कर वापस लौट रहे हैं. बताया जा रहा है कि भरत कपूर का पार्थिव शरीर आज शाम उनके पैतृक निवास, रामगढ़ में पहुंचने की संभावना है. अंतिम संस्कार गुरुवार को किए जाने की जानकारी मिल रही है.

इस दुखद घड़ी में, मंत्री योगेंद्र प्रसाद के आवास पर शोक संवेदना व्यक्त करने वालों का तांता लगना शुरू हो गया है. राजनीतिक गलियारों से लेकर आम जनता तक, सभी भरत कपूर के निधन पर शोक व्यक्त कर रहे हैं और परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट कर रहे हैं. यह खबर गोमिया क्षेत्र के लिए भी दुखद है, जहां मंत्री योगेंद्र प्रसाद एक लोकप्रिय चेहरा हैं.

भरत कपूर के निधन से उनके परिजनों, कार्यकर्ताओं, शुभचिंतकों और समर्थकों में शोक की लहर फैल गई है. सभी इस दुखद समय में परिवार के साथ खड़े हैं और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर रहे हैं. यह उनके परिवार के लिए एक अत्यंत कठिन समय है, क्योंकि कुछ महीने के अंतराल में ही उन्होंने परिवार के दो सदस्यों को खो दिया है.

पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी विमल लकड़ा के स्वास्थ्य की मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने ली जानकारी

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने इलाजरत पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी श्री विमल लकड़ा के स्वास्थ्य की जानकारी लेते हुए स्वास्थ्य मंत्री श्री इरफ़ान अंसारी को निदेश दिया कि इलाजरत पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी श्री विमल लकड़ा को हर जरूरी चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित करवाते हुए हुए उन्हें सूचित करें। मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने एक्स में माध्यम से कहा कि झारखण्ड सरकार श्री विमल लकड़ा जी के साथ पूरी तरह खड़ी है। उनके परिवार को भरोसा दिलाया कि इलाज में किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने मंत्री श्री सुदिव्य कुमार को निदेश दिया था कि वे अस्पताल जाकर इलाजरत पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी श्री विमल लकड़ा से मुलाक़ात करें । मंत्री श्री सुदिव्य कुमार ने एक्स के माध्यम से बतलाया कि उन्होंने माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन जी के निर्देश पर अस्पताल जाकर इलाजरत पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी श्री विमल लकड़ा एवं उनकी पत्नी से मुलाक़ात की।उन्होंने डॉ. संजय से श्री विमल लकड़ा के स्वास्थ्य एवं इलाज की स्थिति की जानकारी ली और निर्देश दिया कि उन्हें सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए।

मालूम हो कि पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी बिमल लकड़ा सोमवार को खेत मे बेहोश पाए गए. उन्हें इलाज के लिए रांची के क्यूरेसेटा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. हॉकी झारखंड के उपाध्यक्ष और सिमडेगा हॉकी के अध्य्क्ष मनोज कोनबेगी ने बताया कि वे गांव में अपने खेत गए हुए थे जहां वह बेहोश हो गए थे.

45 साल के बिमल लकड़ा को प्राथमिक चिकित्सा के लिए कुरड़ेग ले जाया गया, जहां से उन्हें सिमडेगा सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. सिमडेगा में उनका सिटी स्कैन किया गया. उनके सिर में खून का थक्का दिखाई दिया. डॉक्टरों के परामर्श से उन्हें रांची ले जाया गया है. उन्हें क्यूरेसेटा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया.

रातू रोड एलिवेटेड फ्लाईओवर उद्घाटन (3 जुलाई 2025) की तैयारियों को लेकर बैठक

प्रस्तावित रातू रोड एलिवेटेड फ्लाईओवर राँची का उद्घाटन 3 जुलाई 2025 को किया जाएगा। इसकी तैयारियों की समीक्षा करते हुए उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी श्री मंजूनाथ भजन्त्री ने सभी संबंधित विभागों को समयबद्ध और समन्वित कार्यान्वयन के लिए स्पष्ट निर्देश दिए हैं।

बैठक में डीआईजी सह वरीय पुलिस अधीक्षक राँची, श्री चंदन कुमार सिन्हा, पुलिस अधीक्षक, उप विकास आयुक्त राँची, श्री सौरभ कुमार भुवनिया, ग्रामीण श्री प्रवीण पुष्कर एवं शहर श्री अजित कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी, सदर श्री उत्कर्ष कुमार, अपर जिला दंडाधिकारी, रांची श्री राजेश्वरनाथ आलोक, पुलिस अधीक्षक यातायात रांची, संबंधित पुलिस पदाधिकारी एवं सम्बंधित सभी पदाधिकारी उपस्थित थे।

उपायुक्त द्वारा यातायात प्रबंधन, सुरक्षा व्यवस्था, अतिथियों के लिए प्रोटोकॉल, और उद्घाटन समारोह की व्यवस्था को लेकर विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए। श्री भजन्त्री ने जोर दिया कि उद्घाटन समारोह के दिन सभी व्यवस्थाएं सुचारु रूप से संचालित हों।

यातायात प्रबंधन करने के निर्देश

उपायुक्त द्वारा उद्घाटन समारोह के दौरान रातू रोड और आसपास के क्षेत्रों में यातायात का सुगम संचालन सुनिश्चित करने के लिए पुलिस और यातायात विभाग को निर्देश दिए गए हैं। भीड़ प्रबंधन, वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था, और वाहनों की पार्किंग के लिए उचित प्रबंध करने को कहा गया है।

सुरक्षा व्यवस्था को लेकर निर्देश

उपायुक्त द्वारा समारोह स्थल और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया है। आयोजकों और संबंधित विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर सुरक्षा मानकों का पूर्ण पालन करने को कहा गया है।

समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए

समारोह स्थल पर पेयजल, चिकित्सा सुविधा, और स्वच्छता की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए हैं।