संथाल परगना को बंगाल बनाना चाहता है झामुमो....आदित्य साहू

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भाजपा प्रदेश महामंत्री एवम सांसद आदित्य साहू ने आज झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी।

झामुमो पूरे संथाल परगना को पश्चिम बंगाल की तरह तुष्टीकरण में बर्बाद करना चाहती है। आज संथाल समाज झामुमो के चाल चरित्र को समझ चुका है। अपनी खिसकती जमीन और राज्य सरकार सके खिलाफ बढ़ते आक्रोश से झामुमो हताश और निराश है।

कहा कि जिन शहीदों के नाम पर राजकीय महोत्सव की बात झामुमो कर रही क्या उसमें शहीद के वंशज का कोई सम्मान नहीं होना चाहिए। क्या शहीद के वंशज अपने पूर्वज की पूजा नहीं कर सकते।

कहा कि ये कैसी तानाशाही चला रही हेमंत सरकार जिसमें शहीदों के वंशजों पर लाठियां बरसाई जाए, आंसू गैस के गोले छोड़े जाएं।

कहा कि झामुमो अपने कु कृत्यों के बदले माफी न मांग कर उल्टे घटना को सही ठहराने की कोशिश कर रही है।

कहा कि झामुमो सत्ता मद में डूब चुकी है।मानसिक दिवालिया पन ऐसा कि उसे सिदो कान्हू के वंशज मंडल मुर्मू प्यादा दिखाई देने लगे।

कहा कि झामुमो बताए रामेश्वर मुर्मू कि हत्या के प्रोड्यूसर डायरेक्टर कौन है,कि गोपीनाथ पुर, गाय बथान में आदिवासी परिवारों के साथ घटी घटना के प्रोड्यूसर डायरेक्टर कौन हैं? बांग्लादेशी रोहिंग्या घुसपैठियों के हाथों आदिवासी समाज की छिनती जमीन का प्रोड्यूसर डायरेक्टर कौन है?

कहा कि बढ़ते लव जिहाद,लैंड जिहाद का प्रोड्यूसर डायरेक्टर कौन है?

कहा कि झामुमो बताए किसके संरक्षण में घुसपैठियों के आधार कार्ड,राशन कार्ड,वोटर कार्ड धड़ल्ले से बनाए जा रहे।

कहा कि बंगाल में झामुमो को हूल दिवस मनाने की स्वीकृति ममता बनर्जी सरकार द्वारा नहीं दिए जाने की बात बड़े गर्व से प्रेसवार्ता में बताने वाले झामुमो नेता बताएं कि वे झारखंड को अपमानित होते क्यों देखते रहे,क्यों उनकी हिम्मत ममता बनर्जी के खिलाफ बोलने की नहीं हुई?

कहा कि झारखंड का गठन भाजपा की कोख से हुआ है।भाजपा झारखंड को बर्बाद होते नहीं देख सकती।

कहा कि भाजपा हेमंत सरकार के खिलाफ उठे जनाक्रोश को दिशा देगी। संथाल परगना झामुमो की जागीर नहीं है।

64वीं रांची जिला स्तरीय सुब्रतो फुटबॉल प्रतियोगिता का शानदार आगाज़: युवा प्रतिभाओं को मिला बड़ा मंच

रांची, 02 जुलाई 2025: 64वीं रांची जिला स्तरीय सुब्रतो फुटबॉल प्रतियोगिता का भव्य उद्घाटन आज मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय बालिका, बारियातू, रांची में हुआ. टूर्नामेंट का शुभारंभ अनुमंडल पदाधिकारी सदर राँची, श्री उत्कर्ष कुमार ने गुब्बारे उड़ाकर किया, जिसने बारिश के बीच भी खिलाड़ियों के उत्साह को बढ़ाया. यह आयोजन स्कूली बच्चों को अपनी प्रतिभा तराशने और खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करेगा.

अधिकारियों और गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति

उद्घाटन समारोह में अनुमंडल पदाधिकारी सदर राँची, श्री उत्कर्ष कुमार के साथ जिला शिक्षा पदाधिकारी राँची, श्री विनय कुमार और जिला शिक्षा अधीक्षक राँची, श्री बदल राज ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया. इस अवसर पर रांची जिला फुटबॉल एसोसिएशन के महासचिव श्री आसिफ नईम, रांची रेफरी श्री एचओआर फरीद खान, और झारखंड ओलंपिक एसोसिएशन के प्रतिनिधि श्री निशिकांत पाठक सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे.

अधिकारियों ने सराहा खिलाड़ियों का जुनून

अनुमंडल पदाधिकारी सदर राँची, श्री उत्कर्ष कुमार ने अपने संबोधन में कहा, "ऐसे आयोजनों को देखकर मन प्रसन्न हो जाता है. बालिकाओं का फुटबॉल के प्रति प्रेम और उत्साह देखते ही बनता है. बारिश के बीच फुटबॉल का यह खेल और भी रोमांचक हो जाता है. आज ये बच्चियां यहां खेल रही हैं, कल ये बड़े-बड़े क्लबों और देश के लिए जरूर खेलेंगी."

जिला शिक्षा अधीक्षक राँची, श्री बदल राज ने इस टूर्नामेंट को स्कूली बच्चों के लिए एक बड़ा मंच बताया जो उन्हें प्रतिभा तराशने का अवसर प्रदान करता है. उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन बच्चों का उत्साह बढ़ाते हैं और उन्हें खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं. इस टूर्नामेंट की विजेता टीमें प्रमंडलीय स्तर पर रांची जिले का प्रतिनिधित्व करेंगी.

प्रतियोगिता का प्रारूप और आगामी मुकाबले

64वीं सुब्रतो फुटबॉल प्रतियोगिता में अंडर-15 बालक, अंडर-17 बालक, और अंडर-17 बालिका वर्ग की टीमें हिस्सा ले रही हैं. प्रत्येक वर्ग में 19-19 टीमें भाग ले रही हैं, और टूर्नामेंट नॉकआउट आधार पर खेला जा रहा है. अंडर-15 और अंडर-17 बालक वर्ग के मुकाबले खेल गांव के प्रैक्टिस ग्राउंड में हो रहे हैं, जबकि अंडर-17 बालिका वर्ग के मैच मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय बालिका, बारियातू में खेले जा रहे हैं.

गुरुवार, 3 जुलाई 2025 को अंडर-17 बालिका वर्ग का फाइनल मुकाबला मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय बालिका, बारियातू में आयोजित होगा. इसके बाद, उसी मैदान पर पहली बार लिटिल चैंप अंडर-12 बालक-बालिका फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा, जो युवा प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.

खेल और शिक्षा का संगम, सबकी भूमिका अहम

सुब्रतो मुखर्जी फुटबॉल टूर्नामेंट न केवल खेल को बढ़ावा देता है, बल्कि यह बच्चों में अनुशासन, सहयोग, और नेतृत्व जैसे गुणों को भी विकसित करता है. यह प्रतियोगिता स्कूली बच्चों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने का एक अनूठा मंच प्रदान करती है. इस भव्य आयोजन को सफल बनाने में रांची जिला फुटबॉल एसोसिएशन, झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद, और विभिन्न स्कूलों के शिक्षकों व कर्मचारियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा. विजेता टीमें अब प्रमंडलीय स्तर पर रांची जिले का प्रतिनिधित्व करेंगी.

बोकारो: दामोदर नदी में युवक बहा, बचाव अभियान जारी

फुसरो नगर (बोकारो): बोकारो जिले के चंद्रपुरा थाना क्षेत्र के राजाबेड़ा स्थित दामोदर नदी पर बने रेलवे पुल के समीप बुधवार दोपहर नदी की तेज धार में एक युवक बह गया. युवक की पहचान तुरियो पंचायत के राजाबेड़ा गांव के बेलघुटू टोला निवासी अजीत सिंह के 35 वर्षीय पुत्र बालेश्वर कुमार सिंह के रूप में हुई है.

तेनुघाट डैम से छोड़ा गया पानी, जलस्तर बढ़ा

जानकारी के अनुसार, तेनुघाट डैम के जलस्तर में वृद्धि होने के कारण डैम के 10 गेट खोले गए हैं, जिससे दामोदर नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है और बहाव भी तेज हो गया है. बताया जा रहा है कि बालेश्वर कुमार सिंह बुधवार दोपहर करीब 11:12 बजे नदी तट पर पहुंचे थे. कुछ महिलाओं ने उन्हें नदी में डूबते हुए देखा और तुरंत ग्रामीणों को इसकी सूचना दी. जब ग्रामीण मौके पर पहुंचे, तो उन्हें केवल युवक के कपड़े और मोबाइल नदी तट की चट्टान पर मिले. एक गमछे में बंधा झोला भी बरामद हुआ है.

प्रशासनिक अधिकारी मौके पर, गोताखोर टीम को बुलाया गया

घटना की सूचना मिलते ही चंद्रपुरा बीडीओ ईश्वर दयाल महतो, सीओ नरेश कुमार वर्मा, थाना प्रभारी अजय कुमार सिंह सहित गांव से बड़ी संख्या में लोग घटनास्थल पर पहुंचे. प्रशासनिक पदाधिकारियों ने तत्काल गोताखोर टीम को घटना की सूचना दी है, और अब युवक की खोजबीन शुरू की जाएगी.

झारखंड सरकार के मंत्री योगेंद्र प्रसाद के छोटे भाई का निधन, आज शाम घर पहुंचेगा पार्थिव शरीर

रांची, 2 जुलाई 2025: झारखंड सरकार में पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री योगेंद्र प्रसाद के छोटे भाई भरत कपूर का आज सुबह हैदराबाद के एआईजी अस्पताल में निधन हो गया. 45 वर्षीय भरत कपूर पिछले कई महीनों से विभिन्न बीमारियों से जूझ रहे थे और बीते 9 दिनों से हैदराबाद में उनका इलाज चल रहा था. उनके निधन की खबर से मंत्री और उनका पूरा परिवार गहरे सदमे में है. यह घटना उनके परिवार के लिए दोहरी क्षति है, क्योंकि कुछ माह पूर्व ही उनके पिता का भी निधन हो गया था.

बताया जा रहा है कि भरत कपूर ने आज सुबह करीब 6 बजे अंतिम सांस ली. उनके निधन से न केवल परिवार, बल्कि उनके जानने वाले, शुभचिंतकों और समर्थकों में भी शोक की लहर दौड़ गई है. भरत कपूर अपने पीछे एक बेटा और एक बेटी छोड़ गए हैं.

मंत्री योगेंद्र प्रसाद, जो गोमिया विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं, अपने छोटे भाई के निधन की खबर मिलते ही दिल्ली से झारखंड के लिए रवाना हो गए हैं. वे अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम को बीच में ही छोड़कर वापस लौट रहे हैं. बताया जा रहा है कि भरत कपूर का पार्थिव शरीर आज शाम उनके पैतृक निवास, रामगढ़ में पहुंचने की संभावना है. अंतिम संस्कार गुरुवार को किए जाने की जानकारी मिल रही है.

इस दुखद घड़ी में, मंत्री योगेंद्र प्रसाद के आवास पर शोक संवेदना व्यक्त करने वालों का तांता लगना शुरू हो गया है. राजनीतिक गलियारों से लेकर आम जनता तक, सभी भरत कपूर के निधन पर शोक व्यक्त कर रहे हैं और परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट कर रहे हैं. यह खबर गोमिया क्षेत्र के लिए भी दुखद है, जहां मंत्री योगेंद्र प्रसाद एक लोकप्रिय चेहरा हैं.

भरत कपूर के निधन से उनके परिजनों, कार्यकर्ताओं, शुभचिंतकों और समर्थकों में शोक की लहर फैल गई है. सभी इस दुखद समय में परिवार के साथ खड़े हैं और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर रहे हैं. यह उनके परिवार के लिए एक अत्यंत कठिन समय है, क्योंकि कुछ महीने के अंतराल में ही उन्होंने परिवार के दो सदस्यों को खो दिया है.

पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी विमल लकड़ा के स्वास्थ्य की मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने ली जानकारी

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने इलाजरत पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी श्री विमल लकड़ा के स्वास्थ्य की जानकारी लेते हुए स्वास्थ्य मंत्री श्री इरफ़ान अंसारी को निदेश दिया कि इलाजरत पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी श्री विमल लकड़ा को हर जरूरी चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित करवाते हुए हुए उन्हें सूचित करें। मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने एक्स में माध्यम से कहा कि झारखण्ड सरकार श्री विमल लकड़ा जी के साथ पूरी तरह खड़ी है। उनके परिवार को भरोसा दिलाया कि इलाज में किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने मंत्री श्री सुदिव्य कुमार को निदेश दिया था कि वे अस्पताल जाकर इलाजरत पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी श्री विमल लकड़ा से मुलाक़ात करें । मंत्री श्री सुदिव्य कुमार ने एक्स के माध्यम से बतलाया कि उन्होंने माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन जी के निर्देश पर अस्पताल जाकर इलाजरत पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी श्री विमल लकड़ा एवं उनकी पत्नी से मुलाक़ात की।उन्होंने डॉ. संजय से श्री विमल लकड़ा के स्वास्थ्य एवं इलाज की स्थिति की जानकारी ली और निर्देश दिया कि उन्हें सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए।

मालूम हो कि पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी बिमल लकड़ा सोमवार को खेत मे बेहोश पाए गए. उन्हें इलाज के लिए रांची के क्यूरेसेटा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. हॉकी झारखंड के उपाध्यक्ष और सिमडेगा हॉकी के अध्य्क्ष मनोज कोनबेगी ने बताया कि वे गांव में अपने खेत गए हुए थे जहां वह बेहोश हो गए थे.

45 साल के बिमल लकड़ा को प्राथमिक चिकित्सा के लिए कुरड़ेग ले जाया गया, जहां से उन्हें सिमडेगा सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. सिमडेगा में उनका सिटी स्कैन किया गया. उनके सिर में खून का थक्का दिखाई दिया. डॉक्टरों के परामर्श से उन्हें रांची ले जाया गया है. उन्हें क्यूरेसेटा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया.

रातू रोड एलिवेटेड फ्लाईओवर उद्घाटन (3 जुलाई 2025) की तैयारियों को लेकर बैठक

प्रस्तावित रातू रोड एलिवेटेड फ्लाईओवर राँची का उद्घाटन 3 जुलाई 2025 को किया जाएगा। इसकी तैयारियों की समीक्षा करते हुए उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी श्री मंजूनाथ भजन्त्री ने सभी संबंधित विभागों को समयबद्ध और समन्वित कार्यान्वयन के लिए स्पष्ट निर्देश दिए हैं।

बैठक में डीआईजी सह वरीय पुलिस अधीक्षक राँची, श्री चंदन कुमार सिन्हा, पुलिस अधीक्षक, उप विकास आयुक्त राँची, श्री सौरभ कुमार भुवनिया, ग्रामीण श्री प्रवीण पुष्कर एवं शहर श्री अजित कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी, सदर श्री उत्कर्ष कुमार, अपर जिला दंडाधिकारी, रांची श्री राजेश्वरनाथ आलोक, पुलिस अधीक्षक यातायात रांची, संबंधित पुलिस पदाधिकारी एवं सम्बंधित सभी पदाधिकारी उपस्थित थे।

उपायुक्त द्वारा यातायात प्रबंधन, सुरक्षा व्यवस्था, अतिथियों के लिए प्रोटोकॉल, और उद्घाटन समारोह की व्यवस्था को लेकर विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए। श्री भजन्त्री ने जोर दिया कि उद्घाटन समारोह के दिन सभी व्यवस्थाएं सुचारु रूप से संचालित हों।

यातायात प्रबंधन करने के निर्देश

उपायुक्त द्वारा उद्घाटन समारोह के दौरान रातू रोड और आसपास के क्षेत्रों में यातायात का सुगम संचालन सुनिश्चित करने के लिए पुलिस और यातायात विभाग को निर्देश दिए गए हैं। भीड़ प्रबंधन, वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था, और वाहनों की पार्किंग के लिए उचित प्रबंध करने को कहा गया है।

सुरक्षा व्यवस्था को लेकर निर्देश

उपायुक्त द्वारा समारोह स्थल और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया है। आयोजकों और संबंधित विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर सुरक्षा मानकों का पूर्ण पालन करने को कहा गया है।

समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए

समारोह स्थल पर पेयजल, चिकित्सा सुविधा, और स्वच्छता की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए हैं।

झारखंड के सतत विकास लक्ष्यों पर यूनिसेफ के कार्यों की समीक्षा: मुख्य सचिव ने निरंतर समन्वय और डेटा साझा करने पर दिया जोर

रांची, 1 जुलाई 2025 – झारखंड के सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) की उपलब्धि को लेकर यूनिसेफ के कार्यों की समीक्षा आज मुख्य सचिव श्रीमती अलका तिवारी की अध्यक्षता में की गई. मुख्य सचिव ने यूनिसेफ को सभी संबंधित विभागों के साथ निरंतर समन्वय स्थापित करने और अपने कार्यों की लगातार समीक्षा के लिए एक सिस्टम बनाने का निर्देश दिया.

श्रीमती तिवारी ने कहा कि यूनिसेफ झारखंड के सतत विकास के लिए जो कार्य कर रहा है, वैसे ही कार्य राज्य सरकार भी व्यापक पैमाने पर कर रही है. ऐसी स्थिति में एक-दूसरे के डेटा राज्य के सतत विकास में काफी उपयोगी हो सकते हैं. इसके लिए उन्होंने विभागों के साथ पाक्षिक बैठकें करने का निर्देश दिया.

योजनाओं की निगरानी और उनके परिणामों पर फोकस

मुख्य सचिव ने यूनिसेफ से इन बैठकों में अपने फील्ड के कार्यों, अनुभवों और सुझावों को साझा करने और यह देखने को कहा कि सरकारी योजनाओं के साथ कैसे बेहतर तालमेल के साथ काम किया जा सकता है. उन्होंने योजनाओं की निगरानी और उनके फलाफल (परिणामों) पर भी विशेष बल दिया.

अन्य राज्यों के सफल मॉडल का अध्ययन और क्रियान्वयन

श्रीमती तिवारी ने यूनिसेफ को सामाजिक क्षेत्र में अन्य राज्यों में हो रहे बेहतर कार्यों का अध्ययन और विश्लेषण करने का भी सुझाव दिया. उन्होंने कहा कि यूनिसेफ इसका ब्लू प्रिंट तैयार करे कि ऐसे सफल मॉडलों को झारखंड में कैसे क्रियान्वित किया जा सकता है. उन्होंने योजना विभाग के साथ एक पोर्टल पर डेटा साझा करने का भी निर्देश दिया, ताकि डेटा मिसमैच न हो.

पोषण, स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा पर विशेष ध्यान

मुख्य सचिव ने पोषण से जुड़ी समस्याओं पर फोकस करने के साथ-साथ हाशिए पर खड़े लोगों के सतत विकास पर ध्यान केंद्रित करने को कहा. उन्होंने हाथ की सफाई (हाइजीन) को लेकर जागरूकता पैदा करने के लिए यूनिसेफ की प्रशंसा की और कहा कि पोषण के साथ-साथ स्वास्थ्य, शिक्षा, सामाजिक सुरक्षा आदि के क्षेत्र में भी संबंधित विभागों के साथ समन्वय कर लोगों को जागरूक और सक्षम बनाया जाए. इससे पहले, यूनिसेफ ने झारखंड में किए जा रहे कार्यों और उपलब्धियों का एक विस्तृत प्रेजेंटेशन दिया.

समीक्षा बैठक में सचिव श्री मस्त राम मीणा, श्री मनोज कुमार, श्री मुकेश कुमार, श्री उमाशंकर सिंह, श्रीमती नेहा अरोड़ा और यूनिसेफ की झारखंड प्रमुख कानिनिका मित्रा और उनके सहयोगी उपस्थित थे.

रेल यात्रा हुई महंगी: 1 जुलाई से बढ़े किराए, रांची से चलने वाली इन प्रमुख ट्रेनों का किराया भी शामिल

रेल यात्रियों के लिए एक बहुत बड़ी खबर है: 1 जुलाई से रेल यात्रा महंगी हो गई है. अब ट्रेन से सफर करने के लिए आपको ज़्यादा पैसे चुकाने होंगे. रांची रेल मंडल से चलने वाली कई प्रमुख एक्सप्रेस, मेल और शताब्दी-प्रीमियम ट्रेनों के किराए में भी बढ़ोतरी की गई है.

रांची से पटना के टिकट में कोई बदलाव नहीं, 500 किमी तक की यात्रा पर राहत

यात्रियों के लिए एक राहत की बात यह है कि 500 किलोमीटर तक की यात्रा पर किराए में कोई बदलाव नहीं हुआ है. लेकिन, उससे अधिक दूरी की यात्रा पर ट्रेन का टिकट महंगा होगा. इसके तहत, रांची से कोलकाता और पटना जाने वाली ट्रेनों के किराए में कोई बदलाव नहीं किया गया है, जिससे इन मार्गों पर यात्रा करने वाले यात्रियों को राहत मिलेगी.

जनरल से लेकर एसी तक, सभी श्रेणी में बढ़ोतरी लागू

ट्रेनों का बढ़ा हुआ किराया जनरल, स्लीपर, फर्स्ट क्लास और एसी श्रेणी की सभी ट्रेनों में लागू होगा. खासतौर पर, टिकट की नई कीमत शताब्दी, राजधानी, तेजस, दुरंतो, वंदे भारत, हमसफर, अमृत भारत, महामना, गतिमान, अंत्योदय, गरीब रथ, जन शताब्दी जैसी एक्सप्रेस ट्रेनों के यात्रियों को प्रभावित करेगी. 500 किलोमीटर के बाद इन ट्रेनों में दो पैसे प्रति किलोमीटर की दर से किराया बढ़ाया गया है.

रांची से चलने वाली इन प्रमुख ट्रेनों का बढ़ा किराया

गरीबरथ एक्सप्रेस

राजधानी एक्सप्रेस

संपर्कक्रांति एक्सप्रेस

संबलपुर-जम्मूतवी एक्सप्रेस

एलटीटी एक्सप्रेस

रांची-एलटीटी एक्सप्रेस

रांची-बनारस एक्सप्रेस

रांची-गोरखपुर एक्सप्रेस

झारखंड में भारी बारिश से हुए नुकसान पर सरकार की नज़र: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने एक्स के माध्यम से राज्यवासियों से कहा है कि मानसून की शुरुआत में ही झारखंड में हो रही लगातार बारिश चिंता का विषय है। बारिश के कारण प्रभावित लोगों के साथ सरकार खड़ी है और उन्हें हर संभव सहायता पहुंचाई जाएगी ।

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा है कि झारखंड में मानसून अभी शुरू ही हुआ है और शुरुआत से ही बारिश की तीव्रता चिंता का विषय है। यह बदलाव पर्यावरण के दृष्टिकोण से हो रहे हैं । इन बदलावों से प्रभावित होने वाले लोगों पर सरकार की नजर है।

ज्ञातव्य हो कि झारखंड में मानसून के शुरुआत से ही लगातार बारिश हो रही है, जिससे झारखंड के कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। ऐसी परिस्थिति में मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने एक्स के माध्यम एक वीडियो साझा कर राज्यवासियों को आश्वस्त किया है कि सरकार उन सभी लोगों के साथ खड़ी है, जो इस बारिश में प्रभावित हुए हैं। और वे सभी सरकार की निगरानी में हैं ।

झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने उत्तर प्रदेश में की शिष्टाचार मुलाकात, गृह राज्य से जुड़ाव पर प्रकाश

बरेली/लखनऊ, झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने आज अपनी जन्मभूमि उत्तर प्रदेश का दौरा किया, जहां उन्होंने बरेली में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिष्टाचार मुलाकात की। यह दौरा राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है, खासकर इसलिए क्योंकि गंगवार का उत्तर प्रदेश से गहरा और लंबा संबंध रहा है।

राजभवन सूत्रों के अनुसार, राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार सोमवार को उत्तर प्रदेश पहुंचे और बरेली में उनकी व्यस्त दिनचर्या रही। उन्होंने सबसे पहले उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की। यह एक सौहार्दपूर्ण भेंट थी, जिसमें दोनों राज्यों के राज्यपालों ने विभिन्न मुद्दों पर अनौपचारिक चर्चा की। मुलाकात के दौरान, राज्यपाल गंगवार ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मान व्यक्त किया। इस मुलाकात की तस्वीरें राज्यपाल के आधिकारिक 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट से साझा की गईं, जिससे यह जानकारी सार्वजनिक हुई।

इसके उपरांत, राज्यपाल गंगवार ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अलग से मुलाकात की। मुख्यमंत्री आवास पर हुई इस बैठक में दोनों नेताओं के बीच उत्तर प्रदेश और झारखंड के बीच संभावित सहयोग के क्षेत्रों पर संक्षिप्त बातचीत होने की उम्मीद है, हालांकि किसी विशिष्ट एजेंडे की पुष्टि नहीं की गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी राज्यपाल गंगवार ने पुष्पगुच्छ भेंट किया। इन मुलाकातों को प्रोटोकॉल के तहत एक शिष्टाचार भेंट बताया गया है, जो दो संवैधानिक प्रमुखों के बीच सामान्य है।

यह यात्रा संतोष गंगवार के लिए व्यक्तिगत रूप से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि उत्तर प्रदेश उनका गृह राज्य है। उनका जन्म 1 नवंबर 1948 को बरेली, उत्तर प्रदेश में हुआ था। अपने लंबे और प्रतिष्ठित राजनीतिक जीवन में, उन्होंने बरेली सीट से ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के टिकट पर चुनाव लड़ा और निर्वाचित हुए। संतोष गंगवार बरेली की जनता के बीच "विकास पुरुष" के नाम से प्रसिद्ध हैं, यह उपाधि उन्हें क्षेत्र में किए गए उनके उल्लेखनीय विकास कार्यों के लिए मिली है। वह लगातार छह बार बरेली लोकसभा सीट से चुनाव जीत चुके हैं, जो उनकी लोकप्रियता और जनता के बीच गहरी पैठ को दर्शाता है।

उनकी यह यात्रा ऐसे समय में हुई है जब देश के विभिन्न राज्यों के बीच सांस्कृतिक और प्रशासनिक आदान-प्रदान को बढ़ावा दिया जा रहा है। झारखंड के राज्यपाल के रूप में, गंगवार का अपनी जन्मभूमि का दौरा दोनों राज्यों के बीच संबंधों को मजबूत करने में सहायक हो सकता है, भले ही यह एक औपचारिक शिष्टाचार भेंट ही क्यों न हो। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ऐसे दौरे राज्यों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने में मदद करते हैं।

हालांकि इन मुलाकातों में किसी बड़े नीतिगत निर्णय या घोषणा की उम्मीद नहीं थी, लेकिन यह झारखंड और उत्तर प्रदेश के शीर्ष संवैधानिक और कार्यकारी पदों पर बैठे व्यक्तियों के बीच व्यक्तिगत संबंधों को मजबूत करने का अवसर प्रदान करता है। राज्यपाल गंगवार का लंबा राजनीतिक अनुभव और उत्तर प्रदेश की गहरी समझ उन्हें अपने वर्तमान पद पर भी लाभ पहुंचा सकती है।

राजभवन के अधिकारियों ने बताया कि राज्यपाल की यह यात्रा पूरी तरह से निजी और शिष्टाचार उद्देश्यों के लिए थी, जिसमें कोई आधिकारिक एजेंडा शामिल नहीं था। फिर भी, उनकी उपस्थिति और उत्तर प्रदेश के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात ने मीडिया और जनता का ध्यान आकर्षित किया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि भविष्य में इन मुलाकातों का कोई दीर्घकालिक प्रभाव पड़ता है या नहीं। फिलहाल, राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार की यह यात्रा उनकी जन्मभूमि से उनके अटूट संबंध को एक बार फिर रेखांकित करती है।