आम महोत्सव-2025: 04 से 06 जुलाई तक अवध शिल्पग्राम, लखनऊ में होगा आयोजन

* किसानों, स्टार्टअप्स व उद्यमियों को मिलेगा साझा मंच

लखनऊ। उत्तर प्रदेश का बहुप्रतीक्षित आम महोत्सव-2025 आगामी 04 से 06 जुलाई तक लखनऊ के अवध शिल्पग्राम में आयोजित किया जाएगा। इस तीन दिवसीय महोत्सव में आम की विशिष्ट किस्मों और उससे जुड़े उत्पादों का व्यापक प्रदर्शन किया जाएगा।

प्रदेश के उद्यान मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने सोमवार को महोत्सव स्थल का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसानों की भागीदारी सुनिश्चित करते हुए आम की अनोखी प्रजातियों को प्रमुखता से प्रदर्शित किया जाए। उन्होंने कहा कि किसानों के आम लाने-ले जाने की समुचित व्यवस्था हो, ताकि उन्हें किसी प्रकार की असुविधा न हो।

मंत्री ने बताया कि महोत्सव के दौरान विशेष तकनीकी सत्रों का आयोजन होगा, जिसमें विशेषज्ञ, वैज्ञानिक और प्रगतिशील किसान अपने अनुभव साझा करेंगे। इन सत्रों में आधुनिक बागवानी तकनीक, प्रसंस्करण, और निर्यात की संभावनाओं पर चर्चा की जाएगी, जिससे किसान कम लागत में बेहतर उत्पादन कर सकें।

कार्यक्रम में आम व्यंजन प्रतियोगिता, बागवानी नवाचार स्टॉल, और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा। उद्यान मंत्री ने निर्देश दिए कि इस बार महोत्सव को पिछले वर्षों की अपेक्षा और बेहतर व तकनीकी रूप से उन्नत रूप में प्रस्तुत किया जाए।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव बी.एल. मीणा, निदेशक बी.पी. राम, एवं संयुक्त निदेशक सर्वेश कुमार व राजीव वर्मा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

यह महोत्सव किसानों, स्टार्टअप्स और उद्यमियों को एक सम्मानजनक व प्रेरक मंच प्रदान करेगा, जो उन्हें सरकारी योजनाओं व तकनीकी नवाचारों से भी जोड़ेगा।
महिलाओं के लिए संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी विषयक कार्यशाला सम्पन्न
योजनाओं की जानकारी प्रदेश की हर महिला तक पहुँचाना आयोग की प्राथमिकता

लखनऊ । उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग द्वारा सोमवार को “परिवार कल्याण विभाग द्वारा प्रदेश की महिलाओं के लिए संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी“ विषयक एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला महिला सशक्तिकरण और स्वास्थ्य जागरूकता की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल रही, जिसकी अध्यक्षता आयोग की अध्यक्ष डॉ. बबिता सिंह चौहान द्वारा की गई। कार्यशाला का औपचारिक शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन के माध्यम से किया गया, जिसमें आयोग की अध्यक्ष के साथ-साथ सदस्यगण तथा परिवार कल्याण विभाग, उत्तर प्रदेश की ओर से संयुक्त निदेशक (प्रशिक्षण) डॉ. शालू गुप्ता ने सहभागिता की।

कार्यशाला के प्रथम सत्र में डॉ. शालू गुप्ता ने प्रदेश में महिलाओं के स्वास्थ्य, सुरक्षा एवं कल्याण से संबंधित प्रमुख योजनाओं की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। इनमें जननी सुरक्षा योजना, जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम , किशोरी सुरक्षा योजना, मैन्स्ट्रुअल हाइजीन कार्यक्रम (राज्य सरकार योजना), नियमित टीकाकरण अभियान, 102 राष्ट्रीय एम्बुलेंस सेवा, परिवार नियोजन कार्यक्रम सहित कई अन्य महिला और बाल स्वास्थ्य से जुड़ी योजनाएं सम्मिलित रहीं। डॉ. गुप्ता ने न केवल योजनाओं की रूपरेखा प्रस्तुत की, बल्कि उनके जमीनी क्रियान्वयन, लाभान्वित लक्षित समूहों एवं विभागीय समन्वय की भी संक्षिप्त व्याख्या की।

अध्यक्ष व आयोग के पदाधिकारियों ने कार्यशाला के दौरान यह स्पष्ट रूप से रेखांकित किया कि इन योजनाओं की जानकारी प्रदेश की हर महिला तक पहुँचाना आयोग की प्राथमिकता है। आगामी जनसुनवाई कार्यक्रमों व जागरूकता चौपालों में इन योजनाओं को प्रभावी रूप से प्रचारित करने पर विशेष बल दिया गया, जिससे ग्रामीण एवं दूरस्थ क्षेत्रों की महिलाएं भी इन सुविधाओं का पूर्ण लाभ प्राप्त कर सकें।

कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में राज्य महिला आयोग की मासिक बैठक आयोजित की गई, जिसमें आयोग की माननीय अध्यक्ष डॉ. बबिता सिंह चौहान सहित सभी पदाधिकारीगण उपस्थित रहे। बैठक में विगत माह मिशन-शक्ति 4.0 के अंतर्गत विभिन्न जिलों में आयोजित महिला जनसुनवाई एवं निरीक्षण कार्यक्रमों की समीक्षा की गई। इसके अतिरिक्त आगामी माह में प्रस्तावित कार्यक्रमों की कार्ययोजना पर भी विचार-विमर्श किया गया। बैठक में यह सुनिश्चित किया गया कि आयोग द्वारा संचालित गतिविधियाँ न केवल महिला कल्याण की दिशा में प्रभावशाली सिद्ध हों, बल्कि उन्हें त्वरित रूप से न्याय व सहयोग भी प्राप्त हो सके।

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. बबिता सिंह चौहान के साथ-साथ सदस्यगण श्रीमती सुनीता श्रीवास्तव, श्रीमती अंजू प्रजापति, श्रीमती पूनम द्विवेदी, श्रीमती अनीता गुप्ता, श्रीमती अनुपमा सिंह लोधी, श्रीमती सुजीता कुमारी, श्रीमती मीना कुमारी, श्रीमती नीलम प्रभात, श्रीमती गीता बिन्द, श्रीमती गीता विश्वकर्मा, श्रीमती पुष्पा पाण्डेय, डॉ. प्रियंका मौर्य, श्रीमती मीनाक्षी भराला, श्रीमती ऋतु शाही, श्रीमती सुनीता सैनी, श्रीमती एकता सिंह, श्रीमती अर्चना पटेल, श्रीमती जनक नंदिनी, श्रीमती प्रतिभा कुशवाह, श्रीमती रेनू गौड़, श्रीमती अवनी सिंह, श्रीमती सपना कश्यप, श्रीमती संगीता जैन सहित परिवार कल्याण विभाग, उत्तर प्रदेश की ओर से संयुक्त निदेशक (प्रशिक्षण) डॉ. शालू गुप्ता एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
मऊ की मुस्कान बनेगी अब मऊ की पहचान
* * गुंडागर्दी नहीं, अब मेधा और हुनर से जानी जाएगी मऊ: मंत्री ए.के. शर्मा

मऊ/ लखनऊ। उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने मऊ जनपद के घोसी क्षेत्र में आयोजित एक भव्य प्रतिभा सम्मान समारोह में भाग लिया और जिले के 24 विद्यालयों के 176 मेधावी छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति पत्र एवं साइकिल प्रदान कर सम्मानित किया। इस कार्यक्रम का आयोजन मझवारा मोड़ स्थित परिषदीय जूनियर हाई स्कूल में किया गया।

सम्मानित विद्यार्थियों में 56 छात्र एवं 120 छात्राएं शामिल थीं, जिनमें 103 हाई स्कूल और 73 इंटरमीडिएट के छात्र-छात्राएं थे। इस अवसर पर ‘मऊ की मुस्कान’ अभियान के तहत मंत्री ने मऊ को एक शांत, शिक्षित और प्रगतिशील पहचान दिलाने के अपने संकल्प को दोहराया।

श्री शर्मा ने कहा, मऊ की पहचान अब माफिया, गुंडों और हथियारों से नहीं, बल्कि मेधा, गुण और हुनर से होगी। मेरा सपना है कि मऊ मुस्कराए — और उसी दिशा में हम कार्य कर रहे हैं।"

इस सम्मान समारोह का आयोजन अवादा फाउंडेशन के सहयोग से किया गया। हाई स्कूल 2025 के टॉप 10 छात्रों में शुभम सिंह (प्रथम), सूरज मौर्य एवं नैंसी जायसवाल (द्वितीय), आंसू चौहान, सुकृति यादव, और सान्या राय (तृतीय) रहे। इंटरमीडिएट में नीरज पासवान (प्रथम), आंचल मौर्य (द्वितीय), सुधीर (तृतीय), रोली पाठक, गुंजन यादव, एवं गौरव प्रजापति सम्मानित हुए।

अपने संबोधन में मंत्री ने यह भी कहा: भारत अब अभाव नहीं, प्रभाव वाला देश बन रहा है। हमारे बच्चे गूगल-माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियों का नेतृत्व कर रहे हैं। यही बच्चे भारत को विकसित राष्ट्र बनाएंगे।"

मंत्री ने विद्यार्थियों को जीवन में सफलता हेतु संघर्ष, संस्कार, और सकारात्मक सोच का पाठ पढ़ाया और कहा कि ग्रामीण अंचल में प्रतिभा की कमी नहीं है, उन्हें सिर्फ सही अवसर मिलने चाहिए।


कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष रामाश्रय मौर्य, जिला पंचायत अध्यक्ष मनोज राय, नगर पंचायत अध्यक्ष मुन्ना गुप्ता, सहकारी बैंक अध्यक्ष अखिलेश तिवारी, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष प्रवीण गुप्ता, शिक्षकों, अभिभावकों, छात्रों, तथा अवादा फाउंडेशन के प्रतिनिधि सोम प्रकाश बंसल सहित हजारों लोग उपस्थित रहे।
प्राचीन परंपरा और आधुनिक तकनीक का संगम बनेगा बलरामपुर का शक्तिपीठ :जयवीर सिंह


* देवीपाटन मंदिर में होगा फ्लोटिंग म्यूजिकल फाउंटेन और लेजर शो, 7.83 करोड़ की परियोजना स्वीकृत
लखनऊ । उत्तर प्रदेश सरकार ने बलरामपुर जनपद स्थित प्रसिद्ध शक्तिपीठ देवीपाटन मंदिर को आधुनिक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। मंदिर परिसर में फ्लोटिंग म्यूजिकल फाउंटेन, अत्याधुनिक लेजर शो, बीम प्रोजेक्टर, और वॉटर स्क्रीन पर वीडियो प्रोजेक्शन की व्यवस्था की जाएगी। इस परियोजना के लिए 7.83 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है।

पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि यह परियोजना श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक अनुभव के साथ एक सांस्कृतिक और तकनीकी प्रस्तुति भी प्रदान करेगी। लेजर शो के जरिए प्राचीन कथाओं, देवीपाटन की ऐतिहासिकता और सांस्कृतिक धरोहर को ऑडियो-विजुअल फॉर्मेट में प्रस्तुत किया जाएगा, जिसमें लाइव एक्शन, एनीमेशन, चित्रण और संगीत का अद्भुत संयोजन होगा।

यह प्रस्तुति देवीपाटन को धार्मिक पर्यटन के साथ-साथ वैश्विक सांस्कृतिक पर्यटन स्थल के रूप में पहचान दिलाने में सहायक होगी। मंत्री ने कहा कि यह पहल परंपरा और तकनीक के समन्वय की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

इस परियोजना से स्थानीय लोगों को रोज़गार के नए अवसर मिलेंगे और क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा। पर्यटकों के लिए यह एक अविस्मरणीय अनुभव होगा, जिससे बलरामपुर उत्तर प्रदेश के सांस्कृतिक पर्यटन मानचित्र पर एक प्रमुख गंतव्य के रूप में स्थापित होगा।
लखनऊ पर्यटन भवन को मिलेगा नया रूप, 6.92 करोड़ की परियोजना स्वीकृत

* हाईटेक सुविधाओं से सुसज्जित होगा पर्यटन मुख्यालय: जयवीर सिंह


लखनऊ । उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के गोमतीनगर स्थित पर्यटन भवन का उच्चीकरण किया जा रहा है। इस परियोजना के लिए 06.92 करोड़ रुपए की धनराशि स्वीकृत की गयी है।  इस उच्चीकरण कार्य का उद्देश्य पर्यटन भवन को आधुनिक सुविधाओं से युक्त बनाना है, जिससे विभागीय कार्यों को अधिक सुगमता से संपन्न किया जा सके। पुराने ढांचे को मजबूत और टिकाऊ बनाया जाएगा।
यह जानकारी उ0प्र0 के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि परियोजना के तहत भवन की संरचना में सुधार, आंतरिक साज-सज्जा, डिजिटल डिस्प्ले सहित अन्य कार्यों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। यह भवन आगे भी पर्यटन गतिविधियों का प्रमुख केंद्र बना रहेगा। इसे एक ऐसा केंद्र बनाया जाएगा जहां पर्यटन से जुड़ी संपूर्ण जानकारी और सुविधाएं मिल सकें।
मंत्री ने यह भी बताया कि पर्यटन भवन को बेहतर और उन्नत करने का उद्देश्य न केवल भवन की साज-सज्जा है, बल्कि इसे पर्यटन गतिविधियों के लिए एक सक्रिय और प्रभावी केंद्र के रूप में स्थापित करना भी है। उन्होंने भरोसा जताया कि उच्चीकरण से न केवल विभागीय कार्यों में तेजी आएगी, बल्कि पर्यटकों का अनुभव भी बेहतर होगा। हाईटेक व्यवस्था से राज्य के पर्यटन को नई दिशा मिलेगी। साथ ही, आगंतुकों को बेहतर गाइडेंस, जानकारी और आरामदायक माहौल भी मिलेगा।
आवास एवं शहरी नियोजन विभाग चलाएगा मेगा वृक्षारोपण अभियान
* वन महोत्सव कार्यक्रम के अन्तर्गत आवास एवं शहरी नियोजन विभाग करेगा दस लाख पौधों का रोपण : पी. गुरूप्रसाद

      
लखनऊ । प्रदेश में 01 जुलाई से 07 जुलाई 2025 तक संपन्न होने वाले वन महोत्सव के अन्तर्गत आवास एवं शहरी नियोजन विभाग द्वारा दस लाख पौधों का रोपण किया जायेगा। इसके लिए विभाग के नियन्त्रणाधीन अभिकरणों को पौधरोपण का लक्ष्य भी निर्धारित कर दिया गया है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन विभाग पी गुरूप्रसाद ने बताया कि शासन द्वारा प्रदेश के समस्त विभागों का समावेश करते हुए जन सहभागिता से वृहत स्तर पर 35 करोड़ पौधों के रोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके अन्तर्गत आवास एवं शहरी नियोजन विभाग को दस लाख पौध रोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। लक्ष्य की पूर्ति हेतु विभाग के नियन्त्रणाधीन अभिकरणों को पौधरोपण का लक्ष्य निर्धारित करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर दिये गये हैं।
उन्होंने बताया कि आवास विकास परिषद को एक लाख दस हजार पौध रोपण का लक्ष्य दिया गया है। इसी प्रकार लखनऊ विकास प्राधिकरण को एक लाख तीस हजार का, कानपुर विकास प्राधिकरण को एक लाख बीस हजार का, गाजियाबाद विकास प्राधिकरण को एक लाख पचास हजार का, आगरा विकास प्राधिकरण को पचास हजार का, प्रयागराज विकास प्राधिकरण को पैतालीस हजार का, मेरठ विकास प्राधिकरण को पचास हजार का, वाराणसी विकास प्राधिकरण को पैतीस हजार का, मुरादाबाद विकास प्राधिकरण को दस हजार का, बरेली विकास प्राधिकरण को पच्चीस हजार का, गोरखपुर विकास प्राधिकरण को पच्चीस हजार का, अयोध्या विकास प्राधिकरण को पद्रंह हजार का, झांसी विकास प्राधिकरण को छत्तीस हजार का, सहारनपुर विकास प्राधिकरण को पच्चीस हजार का, अलीगढ विकास प्राधिकरण को पंद्रह हजार का, बांदा विकास प्राधिकरण को पंद्रह हजार का, मथुरा-वृदांवन विकास प्राधिकरण को तीस हजार का, बुलन्दशहर विकास प्राधिकरण को उन्नीस हजार का, मुजफ्फर नगर विकास प्राधिकरण को पंद्रह हजार का, हापुड़-पिलखुआ विकास प्राधिकरण को बीस हजार का, उन्नाव-शुक्लागंज विकास प्राधिकरण को सात हजार पांच सौ का, फिरोजाबाद-शिकोहाबाद विकास प्राधिकरण को आठ हजार का, रामपुर विकास प्राधिकरण को एक हजार का, रायबरेली विकास प्राधिकरण को आठ हजार का, उरई विकास प्राधिकरण को एक हजार का, बागपत-बड़ौत-खेकड़ा विकास प्राधिकरण को दो हजार का, आजमगढ़ विकास प्राधिकरण को तीन हजार का, मिर्जापुर-विध्यांचल विकास प्राधिकरण को एक हजार का, बस्ती विकास प्राधिकरण को एक हजार का, शाहजहांपुर विकास प्राधिकरण को पन्द्रह हजार का, कुशीनगर विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण को पांच हजार का, शक्तिनगर विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण को पांच हजार पांच सौ का, चित्रकूट विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण को एक हजार का एवं कपिलवस्तु विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण को एक हजार वृक्षों के रोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
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कारोबारी ने पत्नी और बेटी संग जहर खाया, मौत, पुलिस ने मौके से मिला सुसाइड नोट
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में चौक के रहने वाले कपड़ा कारोबारी ने पत्नी और नाबालिग बेटी संग जहर खा कर जान दे दी। तीनों के शव फ्लैट में मिले हैं। पुलिस फॉरेंसिक टीम के साथ घटना की जांच कर रही है।

चौक के अशरफाबाद में रहने वाले शोभित रस्तोगी की राजाजीपुरम में कपड़े की दुकान है। उन्होंने सोमवार की पत्नी सुचिता और नाबालिग बेटी ख्याति संग जहरीला पदार्थ खा लिया। परिजन तीनों को इलाज के लिए ट्रामा सेंटर लेकर पहुंचे,जहां डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी पर डीसीपी विश्वजीत श्रीवास्तव, चौक थाना प्रभारी फॉरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और जांच की। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें कारोबारी ने बैंक कर्ज न चुका पाने की बात कहीं।

डीसीपी ने बताया कि पुलिस की जांच में जो तथ्य मिले उससे यही प्रतीत हो रहा है कि कारोबारी ने कर्ज से परेशान होकर पत्नी और बेटी संग जहर खाकर जान दी है। पुलिस शवों को पोस्टमार्टम भेजकर सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है।
लखनऊ से पिकनिक मनाने चुना दरी गए दो दोस्त गहरे पानी में डूबे, खोजबीन जारी
यूपी की राजधानी लखनऊ से चार दोस्त एक साथ मिलकर पिकनिक मनाने के लिए वाराणसी के लिखनिया दरी गए थे। जहां पर रविवार को चुना दरी में नहाते वक्त गहरे पानी में चले गए और डूब गए। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों डूबे युवकों को पानी के गहरे कुंड में खोजबीन की कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिल पाई। सोमवार को गोताखोर बुलाकर दोनों की खोजबीन किया है। पुलिस ने परिजनेां को भी सूचित कर दिया है।

चार दोस्त एक साथ मिलकर गए थे वाराणसी

वाराणसी शक्ति नगर मार्ग स्थित थाना क्षेत्र के लिखनिया दरी के चुना दरी में रविवार को चार युवक 27 वर्षीय भानू मौर्य पुत्र उमाशंकर मौर्य निवासी महाराज नगर थाना धरहरा जिला लखीमपुर खीरी, 24 वर्षीय अंकित दूबे पुत्र रामदुलार दूबे पता अज्ञात, 23 वर्षीय आयुष गुप्ता पुत्र सुनील गुप्ता निवासी रुचि खंड शारदा नगर आशियान लखनऊ,24 वर्षीय अमित कुमार पुत्र प्रेमनाथ वर्मा निवासी शाहपुर थाना परसपुर जनपद गोण्डा यह चारों साथी लखनऊ से वाराणसी गए थे।

दोनों चुना दरी के गहरे जलकुंड में डूब गए

पुलिस के अनुसार वहां से बाइक द्वारा रविवार को दोपहर में लिखनिया दरी घूमने पहुंचे और लिखनिया दरी से तीन किलोमीटर अंदर प्रतिबंधित स्थल चुना दरी में चले गए और वहां पानी में नहाते वक्त दो युवक भानू मौर्य व अंकित दूबे गहरे पानी चले गए और डूबने लगे। साथियों ने बचाने का प्रयास भी किया लेकिन सफलता नहीं मिल पाई और दोनों चुना दरी के गहरे जलकुंड में डूब गए।साथियों ने तीन किलोमीटर पैदल चलकर बाहर आए और लिखनीया दरी पर तैनात पुलिस को सूचना दिया।

पुलिस डूबे युवकों की तलाश में जुटीं

मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों डूबे युवकों को खोजने का प्रयास किया लेकिन शव नहीं मिल पाए। एसआई अमरनाथ यादव ने बताया की अंधेरा होने के कारण प्रयास असफल रहा। डूबने वाले युवक भानु मौर्य पुत्र उमाशंकर निवासी महराजनगर थाना धरहरा लखीमपुर खीरी, वहीं दूसरा साथी अंकित दुबे पुत्र रामदुलार दुबे (24) निवासी अज्ञात का पता नहीं चल पाया।साथी आयुष गुप्ता पुत्र सुनील कुमार निवासी गुप्ता रुचि खंड शारदा नगर आशियाना लखनऊ, अमित कुमार पुत्र प्रेम नाथ वर्मा शाहपुर थाना परसपुर जनपद गोंडा यह दोनों साथियों ने पुलिस को सूचना दी थी।
हाईवे लूट-हत्या कांड का वांछित बदमाश एनकाउंटर में ढेर
लखनऊ । यूपी एसटीएफ की नोएडा यूनिट और बागपत पुलिस को शनिवार रात एक बड़ी सफलता हाथ लगी। हाईवे पर ट्रक ड्राइवरों की हत्या कर ट्रक लूटने वाले कुख्यात गैंग के एक बदमाश से थाना कोतवाली क्षेत्र के यमुना पुश्ते पर मुठभेड़ हुई, जिसमें बदमाश संदीप पुत्र सतवीर निवासी भैणी महाराजगंज, थाना महम, जिला रोहतक (हरियाणा) गंभीर रूप से घायल हो गया। उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।

मृतक के ऊपर दर्ज है 16 से अधिक मुकदमे

एसटीएफ प्रमुख अमिताभ यश ने बताया कि मृतक संदीप यूपी, हरियाणा और महाराष्ट्र में ट्रक लूट व ड्राइवरों की हत्या जैसे जघन्य अपराधों में वांछित था। उसके खिलाफ कुल 16 से अधिक संगीन मुकदमे दर्ज हैं। संदीप पर कानपुर के पनकी थाना क्षेत्र से करीब चार करोड़ रुपये की कीमत की निकिल प्लेट सहित ट्रक लूटने के मामले में एक लाख रुपये का इनाम घोषित था।

जवाबी कार्रवाई में संदीप के पैर व छाती में लगी गोली

रविवार रात एसटीएफ और पुलिस को सूचना मिली थी कि संदीप यमुना पुश्ते की ओर मौजूद है। टीम द्वारा घेरेबंदी किए जाने पर उसने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में संदीप को पैर और छाती में गोली लगी। घटनास्थल से एक पिस्टल, बाइक और जिंदा कारतूस बरामद किए गए।

चार से अधिक ट्रक ड्राइवरों की हत्या कर लूट लिया था माल

पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, संदीप अब तक चार से अधिक ट्रक ड्राइवरों की हत्या कर ट्रक सहित कीमती माल लूट चुका था। एसटीएफ व पुलिस की इस संयुक्त कार्रवाई से हाईवे पर लूट व हत्या की घटनाओं में शामिल एक बड़े गैंग पर करारा प्रहार हुआ है। मामले की जांच जारी है और उसके अन्य साथियों की तलाश में दबिश दी जा रही है।
*लखनऊ: मंडल कमिश्नर रोशन जैकब का बड़ा फैसला, सरकारी भूमि खाली कराने को बनाई संयुक्त टीम*

लखनऊ । लखनऊ में सरकारी जमीन पर अवैध कब्जों के खिलाफ अब सख्त कार्रवाई शुरू होने जा रही है। मंडल कमिश्नर रोशन जैकब ने एक बड़ा फैसला लेते हुए नगर निगम और एलडीए (लखनऊ विकास प्राधिकरण) के अधिकारियों की एक संयुक्त टीम गठित की है, जिसे सरकारी भूमि को खाली कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

इस विशेष टीम में अपर नगर आयुक्त नम्रता सिंह, नगर निगम के प्रभारी संपत्ति अधिकारी संजय यादव, एलडीए के संयुक्त सचिव एस.पी. सिंह और तहसीलदार चिराग करवरिया शामिल हैं। यह टीम अब मिलकर अभियान चलाएगी और शहर में फैले अवैध कब्जों को हटाएगी।

अब तक नगर निगम और एलडीए एक-दूसरे पर कार्यवाही में ढिलाई के आरोप लगाते रहे हैं, जिससे ज़मीनी स्तर पर कार्रवाई में बाधा आ रही थी। लेकिन अब दोनों विभागों की संयुक्त टीम बनने से इस अभियान को नई गति मिलेगी।

इस सख्त फैसले के बाद भू-माफियाओं में हड़कंप मच गया है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में लखनऊ के कई इलाकों में बड़ी कार्रवाई देखने को मिल सकती है। सरकारी भूमि को मुक्त कराने के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया जाएगा, जिसमें ड्रोन सर्वे, दस्तावेजों की जांच और मौके पर कार्रवाई शामिल होगी।

मंडल कमिश्नर रोशन जैकब की सख्ती के चलते अब यह उम्मीद की जा रही है कि लखनऊ की बहुमूल्य सरकारी जमीन को अवैध कब्जों से मुक्त कराया जाएगा और जिम्मेदार अधिकारियों की जवाबदेही भी तय होगी।