आवास एवं शहरी नियोजन विभाग चलाएगा मेगा वृक्षारोपण अभियान
* वन महोत्सव कार्यक्रम के अन्तर्गत आवास एवं शहरी नियोजन विभाग करेगा दस लाख पौधों का रोपण : पी. गुरूप्रसाद

      
लखनऊ । प्रदेश में 01 जुलाई से 07 जुलाई 2025 तक संपन्न होने वाले वन महोत्सव के अन्तर्गत आवास एवं शहरी नियोजन विभाग द्वारा दस लाख पौधों का रोपण किया जायेगा। इसके लिए विभाग के नियन्त्रणाधीन अभिकरणों को पौधरोपण का लक्ष्य भी निर्धारित कर दिया गया है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन विभाग पी गुरूप्रसाद ने बताया कि शासन द्वारा प्रदेश के समस्त विभागों का समावेश करते हुए जन सहभागिता से वृहत स्तर पर 35 करोड़ पौधों के रोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके अन्तर्गत आवास एवं शहरी नियोजन विभाग को दस लाख पौध रोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। लक्ष्य की पूर्ति हेतु विभाग के नियन्त्रणाधीन अभिकरणों को पौधरोपण का लक्ष्य निर्धारित करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर दिये गये हैं।
उन्होंने बताया कि आवास विकास परिषद को एक लाख दस हजार पौध रोपण का लक्ष्य दिया गया है। इसी प्रकार लखनऊ विकास प्राधिकरण को एक लाख तीस हजार का, कानपुर विकास प्राधिकरण को एक लाख बीस हजार का, गाजियाबाद विकास प्राधिकरण को एक लाख पचास हजार का, आगरा विकास प्राधिकरण को पचास हजार का, प्रयागराज विकास प्राधिकरण को पैतालीस हजार का, मेरठ विकास प्राधिकरण को पचास हजार का, वाराणसी विकास प्राधिकरण को पैतीस हजार का, मुरादाबाद विकास प्राधिकरण को दस हजार का, बरेली विकास प्राधिकरण को पच्चीस हजार का, गोरखपुर विकास प्राधिकरण को पच्चीस हजार का, अयोध्या विकास प्राधिकरण को पद्रंह हजार का, झांसी विकास प्राधिकरण को छत्तीस हजार का, सहारनपुर विकास प्राधिकरण को पच्चीस हजार का, अलीगढ विकास प्राधिकरण को पंद्रह हजार का, बांदा विकास प्राधिकरण को पंद्रह हजार का, मथुरा-वृदांवन विकास प्राधिकरण को तीस हजार का, बुलन्दशहर विकास प्राधिकरण को उन्नीस हजार का, मुजफ्फर नगर विकास प्राधिकरण को पंद्रह हजार का, हापुड़-पिलखुआ विकास प्राधिकरण को बीस हजार का, उन्नाव-शुक्लागंज विकास प्राधिकरण को सात हजार पांच सौ का, फिरोजाबाद-शिकोहाबाद विकास प्राधिकरण को आठ हजार का, रामपुर विकास प्राधिकरण को एक हजार का, रायबरेली विकास प्राधिकरण को आठ हजार का, उरई विकास प्राधिकरण को एक हजार का, बागपत-बड़ौत-खेकड़ा विकास प्राधिकरण को दो हजार का, आजमगढ़ विकास प्राधिकरण को तीन हजार का, मिर्जापुर-विध्यांचल विकास प्राधिकरण को एक हजार का, बस्ती विकास प्राधिकरण को एक हजार का, शाहजहांपुर विकास प्राधिकरण को पन्द्रह हजार का, कुशीनगर विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण को पांच हजार का, शक्तिनगर विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण को पांच हजार पांच सौ का, चित्रकूट विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण को एक हजार का एवं कपिलवस्तु विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण को एक हजार वृक्षों के रोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
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कारोबारी ने पत्नी और बेटी संग जहर खाया, मौत, पुलिस ने मौके से मिला सुसाइड नोट
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में चौक के रहने वाले कपड़ा कारोबारी ने पत्नी और नाबालिग बेटी संग जहर खा कर जान दे दी। तीनों के शव फ्लैट में मिले हैं। पुलिस फॉरेंसिक टीम के साथ घटना की जांच कर रही है।

चौक के अशरफाबाद में रहने वाले शोभित रस्तोगी की राजाजीपुरम में कपड़े की दुकान है। उन्होंने सोमवार की पत्नी सुचिता और नाबालिग बेटी ख्याति संग जहरीला पदार्थ खा लिया। परिजन तीनों को इलाज के लिए ट्रामा सेंटर लेकर पहुंचे,जहां डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी पर डीसीपी विश्वजीत श्रीवास्तव, चौक थाना प्रभारी फॉरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और जांच की। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें कारोबारी ने बैंक कर्ज न चुका पाने की बात कहीं।

डीसीपी ने बताया कि पुलिस की जांच में जो तथ्य मिले उससे यही प्रतीत हो रहा है कि कारोबारी ने कर्ज से परेशान होकर पत्नी और बेटी संग जहर खाकर जान दी है। पुलिस शवों को पोस्टमार्टम भेजकर सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है।
लखनऊ से पिकनिक मनाने चुना दरी गए दो दोस्त गहरे पानी में डूबे, खोजबीन जारी
यूपी की राजधानी लखनऊ से चार दोस्त एक साथ मिलकर पिकनिक मनाने के लिए वाराणसी के लिखनिया दरी गए थे। जहां पर रविवार को चुना दरी में नहाते वक्त गहरे पानी में चले गए और डूब गए। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों डूबे युवकों को पानी के गहरे कुंड में खोजबीन की कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिल पाई। सोमवार को गोताखोर बुलाकर दोनों की खोजबीन किया है। पुलिस ने परिजनेां को भी सूचित कर दिया है।

चार दोस्त एक साथ मिलकर गए थे वाराणसी

वाराणसी शक्ति नगर मार्ग स्थित थाना क्षेत्र के लिखनिया दरी के चुना दरी में रविवार को चार युवक 27 वर्षीय भानू मौर्य पुत्र उमाशंकर मौर्य निवासी महाराज नगर थाना धरहरा जिला लखीमपुर खीरी, 24 वर्षीय अंकित दूबे पुत्र रामदुलार दूबे पता अज्ञात, 23 वर्षीय आयुष गुप्ता पुत्र सुनील गुप्ता निवासी रुचि खंड शारदा नगर आशियान लखनऊ,24 वर्षीय अमित कुमार पुत्र प्रेमनाथ वर्मा निवासी शाहपुर थाना परसपुर जनपद गोण्डा यह चारों साथी लखनऊ से वाराणसी गए थे।

दोनों चुना दरी के गहरे जलकुंड में डूब गए

पुलिस के अनुसार वहां से बाइक द्वारा रविवार को दोपहर में लिखनिया दरी घूमने पहुंचे और लिखनिया दरी से तीन किलोमीटर अंदर प्रतिबंधित स्थल चुना दरी में चले गए और वहां पानी में नहाते वक्त दो युवक भानू मौर्य व अंकित दूबे गहरे पानी चले गए और डूबने लगे। साथियों ने बचाने का प्रयास भी किया लेकिन सफलता नहीं मिल पाई और दोनों चुना दरी के गहरे जलकुंड में डूब गए।साथियों ने तीन किलोमीटर पैदल चलकर बाहर आए और लिखनीया दरी पर तैनात पुलिस को सूचना दिया।

पुलिस डूबे युवकों की तलाश में जुटीं

मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों डूबे युवकों को खोजने का प्रयास किया लेकिन शव नहीं मिल पाए। एसआई अमरनाथ यादव ने बताया की अंधेरा होने के कारण प्रयास असफल रहा। डूबने वाले युवक भानु मौर्य पुत्र उमाशंकर निवासी महराजनगर थाना धरहरा लखीमपुर खीरी, वहीं दूसरा साथी अंकित दुबे पुत्र रामदुलार दुबे (24) निवासी अज्ञात का पता नहीं चल पाया।साथी आयुष गुप्ता पुत्र सुनील कुमार निवासी गुप्ता रुचि खंड शारदा नगर आशियाना लखनऊ, अमित कुमार पुत्र प्रेम नाथ वर्मा शाहपुर थाना परसपुर जनपद गोंडा यह दोनों साथियों ने पुलिस को सूचना दी थी।
हाईवे लूट-हत्या कांड का वांछित बदमाश एनकाउंटर में ढेर
लखनऊ । यूपी एसटीएफ की नोएडा यूनिट और बागपत पुलिस को शनिवार रात एक बड़ी सफलता हाथ लगी। हाईवे पर ट्रक ड्राइवरों की हत्या कर ट्रक लूटने वाले कुख्यात गैंग के एक बदमाश से थाना कोतवाली क्षेत्र के यमुना पुश्ते पर मुठभेड़ हुई, जिसमें बदमाश संदीप पुत्र सतवीर निवासी भैणी महाराजगंज, थाना महम, जिला रोहतक (हरियाणा) गंभीर रूप से घायल हो गया। उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।

मृतक के ऊपर दर्ज है 16 से अधिक मुकदमे

एसटीएफ प्रमुख अमिताभ यश ने बताया कि मृतक संदीप यूपी, हरियाणा और महाराष्ट्र में ट्रक लूट व ड्राइवरों की हत्या जैसे जघन्य अपराधों में वांछित था। उसके खिलाफ कुल 16 से अधिक संगीन मुकदमे दर्ज हैं। संदीप पर कानपुर के पनकी थाना क्षेत्र से करीब चार करोड़ रुपये की कीमत की निकिल प्लेट सहित ट्रक लूटने के मामले में एक लाख रुपये का इनाम घोषित था।

जवाबी कार्रवाई में संदीप के पैर व छाती में लगी गोली

रविवार रात एसटीएफ और पुलिस को सूचना मिली थी कि संदीप यमुना पुश्ते की ओर मौजूद है। टीम द्वारा घेरेबंदी किए जाने पर उसने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में संदीप को पैर और छाती में गोली लगी। घटनास्थल से एक पिस्टल, बाइक और जिंदा कारतूस बरामद किए गए।

चार से अधिक ट्रक ड्राइवरों की हत्या कर लूट लिया था माल

पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, संदीप अब तक चार से अधिक ट्रक ड्राइवरों की हत्या कर ट्रक सहित कीमती माल लूट चुका था। एसटीएफ व पुलिस की इस संयुक्त कार्रवाई से हाईवे पर लूट व हत्या की घटनाओं में शामिल एक बड़े गैंग पर करारा प्रहार हुआ है। मामले की जांच जारी है और उसके अन्य साथियों की तलाश में दबिश दी जा रही है।
*लखनऊ: मंडल कमिश्नर रोशन जैकब का बड़ा फैसला, सरकारी भूमि खाली कराने को बनाई संयुक्त टीम*

लखनऊ । लखनऊ में सरकारी जमीन पर अवैध कब्जों के खिलाफ अब सख्त कार्रवाई शुरू होने जा रही है। मंडल कमिश्नर रोशन जैकब ने एक बड़ा फैसला लेते हुए नगर निगम और एलडीए (लखनऊ विकास प्राधिकरण) के अधिकारियों की एक संयुक्त टीम गठित की है, जिसे सरकारी भूमि को खाली कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

इस विशेष टीम में अपर नगर आयुक्त नम्रता सिंह, नगर निगम के प्रभारी संपत्ति अधिकारी संजय यादव, एलडीए के संयुक्त सचिव एस.पी. सिंह और तहसीलदार चिराग करवरिया शामिल हैं। यह टीम अब मिलकर अभियान चलाएगी और शहर में फैले अवैध कब्जों को हटाएगी।

अब तक नगर निगम और एलडीए एक-दूसरे पर कार्यवाही में ढिलाई के आरोप लगाते रहे हैं, जिससे ज़मीनी स्तर पर कार्रवाई में बाधा आ रही थी। लेकिन अब दोनों विभागों की संयुक्त टीम बनने से इस अभियान को नई गति मिलेगी।

इस सख्त फैसले के बाद भू-माफियाओं में हड़कंप मच गया है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में लखनऊ के कई इलाकों में बड़ी कार्रवाई देखने को मिल सकती है। सरकारी भूमि को मुक्त कराने के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया जाएगा, जिसमें ड्रोन सर्वे, दस्तावेजों की जांच और मौके पर कार्रवाई शामिल होगी।

मंडल कमिश्नर रोशन जैकब की सख्ती के चलते अब यह उम्मीद की जा रही है कि लखनऊ की बहुमूल्य सरकारी जमीन को अवैध कब्जों से मुक्त कराया जाएगा और जिम्मेदार अधिकारियों की जवाबदेही भी तय होगी।

राज्य संग्रहालय, लखनऊ में "खुशियों की पाठशाला" के अंतर्गत "आर्ट एंड क्राफ्ट" गतिविधि का सफल आयोजन

लखनऊ । राज्य संग्रहालय, लखनऊ में चल रहे ग्रीष्मकालीन बाल गतिविधियों के अंतर्गत "खुशियों की पाठशाला" कार्यक्रम के तहत आज "आर्ट एंड क्राफ्ट" गतिविधि का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह की प्रेरणा, प्रमुख सचिव संस्कृति एवं पर्यटन विभाग के मार्गदर्शन तथा निदेशक, राज्य संग्रहालय डॉ. सृष्टि धवन के परिकल्पना एवं निर्देशन में सम्पन्न हुआ।

कार्यक्रम का समन्वय डॉ. मीनाक्षी खेमका, सहायक निदेशक द्वारा किया गया। इस रचनात्मक गतिविधि में विज्ञान फाउंडेशन के लगभग 35 बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। बच्चों ने रंग-बिरंगे क्राफ्ट पेपर, स्टीकर्स और रंगों की मदद से अपनी कल्पनाओं को आकार दिया। उन्होंने पेन स्टैण्ड, वॉल हैंगिंग, ग्रीटिंग कार्ड्स, फ्रेम, परी, लिफाफे, घर, लैंडस्केप जैसी सुंदर वस्तुएं तैयार कीं, जो उनकी कलात्मकता, रचनात्मक सोच एवं बौद्धिक क्षमता का प्रमाण थीं।

इस आयोजन का उद्देश्य बच्चों में कलात्मक रुचि को जागृत करना, उनके सौंदर्य बोध को विकसित करना तथा उन्हें संग्रहालय के माध्यम से संस्कृति और कला के प्रति संवेदनशील बनाना रहा। बच्चों ने पूरी लगन और रचनात्मकता के साथ कार्यशाला में भाग लिया, जिससे वातावरण उल्लासपूर्ण बन गया।

कार्यक्रम में सुश्री प्रीती साहनी, धनन्जय राय,  प्रमोद कुमार, श्रीमती शशिकला राय, श्रीमती गायत्री गुप्ता, अनुराग द्विवेदी, राजेश, मो. परवेज, आशीष तिवारी और सुश्री पूनम का सहयोग उल्लेखनीय रहा। सभी ने बच्चों का उत्साहवर्धन कर उन्हें मार्गदर्शन प्र

दान किया।

यूपी के मेडिकल कॉलेजों में व्यवस्थाएं होंगी और बेहतर, डिप्टी सीएम के निर्देश पर सख्ती
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों में व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के लिए शासन ने सख्त कदम उठाए हैं। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के निर्देश पर प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा ने सभी मेडिकल कॉलेजों को निर्देश जारी किए हैं, जिसके तहत अब कॉलेजों में अनुशासन और निगरानी व्यवस्था को पूरी तरह मजबूत किया जाएगा।

नई व्यवस्था के तहत अब सभी मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्य और निदेशक प्रतिदिन अस्पताल और कॉलेज परिसर का निरीक्षण करेंगे। राउंड के दौरान उनकी उपस्थिति का प्रमाण देने के लिए फोटो भी शासन को भेजनी होगी। यदि किसी कारणवश प्राचार्य या निदेशक राउंड नहीं ले पाते हैं, तो उनकी जिम्मेदारी उप प्राचार्य और चीफ मेडिकल सुपरिंटेंडेंट (सीएमएस) निभाएंगे।

निरीक्षण के दौरान सफाईकर्मी, सुपरवाइजर और सुरक्षा कर्मी भी साथ मौजूद रहेंगे, ताकि किसी भी खामी की पहचान कर तत्काल उसे ठीक किया जा सके। हॉस्टल और अस्पताल परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश भी दिए गए हैं, जिससे निगरानी और बेहतर हो सके।

ट्रॉमा सेंटरों में पर्याप्त संख्या में डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ और पैरामेडिकल कर्मियों की तैनाती के आदेश भी जारी हुए हैं। इसके साथ ही, सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए मेडिकल कॉलेजों में अब भूतपूर्व सैनिकों की तैनाती की जाएगी। यह पहल अस्पतालों में सुरक्षा और अनुशासन बनाए रखने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।

यह सख्त मॉनिटरिंग व्यवस्था जल्द ही सभी मेडिकल कॉलेजों में लागू की जाएगी। सरकार का उद्देश्य स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और मरीजों को बेहतर सुविधाएं देना है।
पीलीभीत के ऐतिहासिक घंटाघर के जीर्णाेद्धार पर खर्च होंगे 20 लाख पीलीभीत के ऐतिहासिक घंटाघर के जीर्णाेद्धार पर खर्च होंगे 20 लाख
ब्रिटिश शासन के दौरान हुआ था निर्माण, समय के साथ बनी शहर की महत्वपूर्ण पहचान

घंटाघर के कायाकल्प से पीलीभीत की ऐतिहासिक विरासत होगी संरक्षित-जयवीर सिंह

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पीलीभीत शहर की ऐतिहासिक धरोहरों में शुमार घंटाघर का जल्द कायाकल्प होने जा रहा है। इसके जीर्णाेद्धार, मरम्मत व रंग-रोगन के लिए 20.35 लाख रुपए स्वीकृत हुए हैं। इको टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड ने इस परियोजना को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं।
यह जानकारी उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि ब्रिटिश शासनकाल में बनाए गए इस घंटाघर की गिनती जनपद के पुराने और खास इमारतों में होती है। वर्षों से यह शहर की पहचान बना हुआ है। घंटाघर समय के साथ अपनी पहचान खोता गया, जिसका अब जीर्णाेद्धार किया जा रहा है।
ब्रिटिश शासनकाल में बना घंटाघर पीलीभीत की शान हुआ करता था। इसकी गिनती जनपद की चुनिंदा धरोहरों में होती रही है। एक समय था जब यही घंटाघर कभी पूरे शहर को अल सुबह जगाया करता था। छात्र हों या व्यापारी, बुजुर्ग हों या कामगार घंटाघर की आवाज से ही दिन की शुरुआत हुआ करती थी। कुल मिलाकर कहें, तो घंटाघर लंबे वक्त तक शहर के लोगों की दिनचर्या तय करता था।   
इको टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड ने इस धरोहर की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को देखते हुए जीर्णाेद्धार का निर्णय लिया है। मरम्मत कार्य में दीवारों की मजबूती, प्लास्टर, रंग-रोगन के साथ-साथ घंटाघर की घड़ी को भी दुरुस्त किया जाएगा। ताकि, यह स्मारक पर्यटन की दृष्टि से भी उपयोगी सिद्ध हो सके।
उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि पीलीभीत का ऐतिहासिक घंटाघर न केवल इस शहर की धरोहर है बल्कि इसकी सांस्कृतिक पहचान का भी महत्वपूर्ण प्रतीक है। ब्रिटिश काल में निर्मित इस धरोहर की मरम्मत, जीर्णाेद्धार एवं सौंदर्यीकरण का कार्य किया जाएगा, जिससे आने वाली पीढ़ियां भी इसकी ऐतिहासिक गरिमा से परिचित हो सके। राज्य सरकार ऐतिहासिक स्थलों के संरक्षण के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इसी उद्देश्य से इस परियोजना के लिए 20.35 लाख रुपए से अधिक की राशि स्वीकृत की गई है। इस पहल से न केवल पीलीभीत की सांस्कृतिक विरासत संरक्षित होगी, बल्कि यहां पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा जिससे स्थानीय रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।
यूपी में कई आईपीएस अधिकारियों का तबादला , लखनऊ जोन और सहारनपुर को मिले नए अफसर
उत्तर प्रदेश शासन ने रविवार को आईपीएस अधिकारियों के तबादले कर प्रशासनिक फेरबदल की एक महत्वपूर्ण सूची जारी की है। जारी आदेश के अनुसार, लखनऊ जोन, पीएसी, सहारनपुर सहित कई महत्वपूर्ण पदों पर नए अधिकारियों की नियुक्ति की गई है।

डीजी लखनऊ जोन को मिला नया दायित्व

1993 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी एस.बी. शिरडकर, जो वर्तमान में पुलिस महानिदेशक/अपर पुलिस महानिदेशक, लखनऊ जोन, लखनऊ के पद पर तैनात थे, को पुलिस महानिदेशक, पुलिस प्रोन्नति एवं भर्ती बोर्ड, उत्तर प्रदेश, लखनऊ के पद पर स्थानांतरित किया गया है।

सुजीत पाण्डेय बने एडीजी लखनऊ जोन

1994 बैच के आईपीएस अधिकारी  सुजीत पाण्डेय, जो अपर पुलिस महानिदेशक, पीएसी, मुख्यालय, लखनऊ के पद पर थे, अब उन्हें अपर पुलिस महानिदेशक, लखनऊ जोन, लखनऊ बनाया गया है।

आर.के. स्वर्णकार को पीएसी मुख्यालय की कमान

1996 बैच के आईपीएस अधिकारी  आर. के. स्वर्णकार, जो अपर पुलिस महानिदेशक, ए.पी.टी.सी., सीतापुर में तैनात थे, अब अपर पुलिस महानिदेशक, पीएसी, मुख्यालय, लखनऊ का प्रभार संभालेंगे।

आशीष तिवारी को सहारनपुर की जिम्मेदारी

2012 बैच के  आईपीएस अधिकारी आशीष तिवारी, जो वर्तमान में पुलिस अधीक्षक, सीआईडी, लखनऊ के पद पर कार्यरत थे, को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, सहारनपुर नियुक्त किया गया है।

रोहित सिंह सजवान को मुख्यालय सम्बद्ध

2013 बैच के आईपीएस  रोहित सिंह सजवान, जो अब तक वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, सहारनपुर के पद पर थे, को पुलिस अधीक्षक, सम्बद्ध, मुख्यालय पुलिस के रूप में स्थानांतरित किया गया है।
30 जून को उत्तर प्रदेश में कई वरिष्ठ पीसीएस अधिकारी होंगे सेवानिवृत्त

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 30 जून 2025 को प्रशासनिक सेवाओं से जुड़े कई वरिष्ठ पीसीएस अधिकारी सेवानिवृत्त होने जा रहे हैं। ये अधिकारी राज्य प्रशासन में विभिन्न महत्त्वपूर्ण पदों पर कार्यरत रहे हैं और अपने अनुभव व सेवा से प्रदेश को लाभान्वित करते रहे हैं। सेवानिवृत्त होने वाले अधिकारियों में सबसे वरिष्ठ हैं राम भरत तिवारी (2006 बैच), जो लखनऊ में एडिशनल कमिश्नर पद पर कार्यरत हैं। उनके साथ ही कुँवर बहादुर सिंह (2007 बैच), एडिशनल कमिश्नर, गोरखपुर भी सेवानिवृत्त होंगे। पुरुषोत्तम दास गुप्ता (2009 बैच), एडीएम प्रशासन, गोरखपुर तथा सतीश कुमार त्रिपाठी (2012 बैच), सीआरओ अयोध्या भी 30 जून को अपने कार्यकाल की समाप्ति करेंगे। वहीं हरिओम शर्मा (2012 बैच), एडिशनल कमिश्नर गोरखपुर के रूप में कार्य कर रहे हैं और वह भी सेवानिवृत्त होंगे। इसके अतिरिक्त राजीव पांडेय (2013 बैच), एडीएम जे बदायूं, राज नारायण (2015 बैच), डीडीसी गोरखपुर, हनुमान प्रसाद (2015 बैच), एडीएम जे लखनऊ भी 30 जून को सेवा से विदा लेंगे। अन्य अधिकारियों में महेंद्र कुमार, एसडीएम कानपुर देहात और सौरभ शुक्ला, एसडीएम अंबेडकर नगर एवं एडीएम जे पीलीभीत के रूप में कार्यरत हैं, जो सेवानिवृत्ति की सूची में शामिल हैं। इन सभी अधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में सराहनीय योगदान दिया है। उनकी सेवानिवृत्ति से प्रशासनिक महकमे में अनुभव की एक बड़ी पूंजी का अवसान माना जा रहा है।