विद्युत विभाग में 98 बकायेदारों के कनेक्शन काटे
ओमप्रकाश  वर्मा  नगरा(बलिया)! पूर्वांचल विद्युत वितरण खंड द्वारा नगरा में विद्युत विभाग ने दो दिवसीय ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े बकायेदारों के विरुद्ध अभियान चलाया. इस दौरान बिल जमा न करने पर संविदा कर्मचारियों ने 98 घरों के खंभे से कनेक्शन काट दिए. इससे सभी लोगों की मुश्किलें बढ़ गई. एसडीओ अशोक कुमार भारती विद्युत टीम के साथ सुबह 9 बजे से बलेसरा, ताड़ीबड़ागांव, मालीपुर, सिसवार, खरुआव गांव में बकायेदारो के कनेक्शन चेक कराए गए. कहां की बिना बिल दिए अब किसी का भी कनेक्शन नहीं होगा. इस मौके पर जेई तारकेश्वर यादव भी मौजूद रहे.
BSA मनीष कुमार सिंह ने ग्रीष्मवकाश के पश्चात विद्यालय खुलने पर स्वच्छता, सुरक्षा, एवं भोजन की गुणवत्ता के संबंध में दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
संजीव  सिंह बलिया : जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) मनीष कुमार सिंह ने ग्रीष्मवकाश के पश्चात विद्यालय खुलने पर स्वच्छता, सुरक्षा, एवं भोजन की गुणवत्ता के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। समस्त खण्ड शिक्षा अधिकारियों के नाम से जारी पत्र में बीएसए ने कहा है कि मध्यान्ह भोजन योजना शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता वाली योजना है। योजना के सफल संचालन के दृष्टिगत ग्रीष्मवकाश के पश्चात विद्यालय खुलने पर स्वच्छता, सुरक्षा एवं भोजन की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान रखा जाय।
विद्यालय खुलने पर विद्यालय में छात्र-छात्राओं की शत प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित की जाय। विद्यालय पर उपस्थित छात्र ड्रेस में हो, यह भी सुनिश्चित किया जाय। विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन मेन्यू के अनुसार बनवाना सुनिश्चित किया जाय। मध्यान्ह भोजन पकाने के पूर्व, पकाने के दौरान, भोजन वितरण करने तथा वितरण के पश्चात् रसोईघर, बर्तन व खाद्य सामग्री की स्वच्छता तथा साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाय। विद्यालय में निर्मित रसोईघर में ही भोजन पकाया जाना सुनिश्चित किया जाय। किसी भी दशा में खुले में भोजन पकाने की अनुमति न दी जाय।
भोजन पकाने में प्रयुक्त होने वाली सम्पूर्ण सामग्री मानक के अनुसार (यथा-आयोडीन युक्त नमक, एगमार्क मसाले एवं सीलबन्द तेल आदि) हो। मसालों को भी एयरटाइट बर्तनों में रखा जाय तथा किसी भी दशा में अन्य किसी प्रकार के बर्तन में न रखा जाय। अच्छे ब्राण्ड का तेल/घी प्रयोग में लाया जाय तथा खुले तेल/घी का प्रयोग न किया जाय। बीएसए ने कहा है कि गर्म पका-पकाया भोजन बच्चों को परोसने से पूर्व यह अत्यन्त आवश्यक है कि खाने को किसी वयस्क व्यक्ति (अध्यापक, अध्यापिका, विद्यालय प्रबन्ध समिति के सदस्य या अन्य अभिभावक) चख लें, जिससे भोजन की गुणवत्ता का परीक्षण हो सकें। बच्चों को किसी प्रकार की क्षति न हो।
विद्यालय स्तर पर भोजन चखने से सम्बन्धित (अध्यापक, अध्यापिका, विद्यालय प्रबन्ध समिति के सदस्य या अन्य अभिभावक का एक रोस्टर तैयार किया जाय। रोस्टर रजिस्टर भी व्यवस्थित किया जाय, जिसमें प्रतिदिवस भोजन चखने वाले व्यक्ति का नाम अंकित हो तथा उसके हस्ताक्षर भी कराये जायें। यदि रोस्टर के आधार पर कोई व्यक्ति अनुपस्थित होता है तो अन्य सम्बन्धित व्यक्ति द्वारा भोजन चखा जाय। बच्चों को खाना खाने से पूर्व अनिवार्य रूप से साबुन या साबुन के घोल से हाथ घुलवाया जाय तथा यह भी सुनिश्चित कर लिया जाय कि बच्चों के बर्तन साफ हों। प्रत्येक कार्य दिवस में पके पकाये भोजन का सैम्पल विद्यालय के बन्द होने तक सुरक्षित रखा जाय।
विद्यालय स्तर पर भोजन चखने से सम्बन्धित (अध्यापक, अध्यापिका, विद्यालय प्रबन्ध समिति के सदस्य या अन्य अभिभावक का एक रोस्टर तैयार किया जाय। रोस्टर रजिस्टर भी व्यवस्थित किया जाय, जिसमें प्रतिदिवस भोजन चखने वाले व्यक्ति का नाम अंकित हो तथा उसके हस्ताक्षर भी कराये जायें। यदि रोस्टर के आधार पर कोई व्यक्ति अनुपस्थित होता है तो अन्य सम्बन्धित व्यक्ति द्वारा भोजन चखा जाय। बच्चों को खाना खाने से पूर्व अनिवार्य रूप से साबुन या साबुन के घोल से हाथ घुलवाया जाय तथा यह भी सुनिश्चित कर लिया जाय कि बच्चों के बर्तन साफ हों। प्रत्येक कार्य दिवस में पके पकाये भोजन का सैम्पल विद्यालय के बन्द होने तक सुरक्षित रखा जाय।
प्रबंधकीय विवाद में विद्यालय बंद, छात्रों का भविष्य अंधकार में
ओमप्रकाश वर्मा नगरा(बलिया) प्रबंधकीय विवाद के कारण एक ही स्कूल में दोनों पक्ष ने ताला लगा दिया है. जिससे लगभग 250 छात्रों का भविष्य अंधकार में हो गया है. स्कूल के प्रबंधक व प्रबंध समिति के बीच चल रहे विवाद के कारण स्कूल को बंद करना पड़ा. इससे छात्रों की पढ़ाई बाधित हो गई है. नगरा ब्लॉक के बिहराहरपुर में एडेड राजवंशी हरिजन प्राथमिक एवं जूनियर हाई स्कूल वर्षों से संचालित होता है. लेकिन विवाद में विद्यालय को बंद कर दिया गया है. इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी नगरा आरपी सिंह ने कहा कि प्रकरण की जानकारी मिली है, विद्यालय बंद नहीं होगा.
जनता की आवाज़ बनी प्राथमिकता: सांसद राजीव राय ने कहा, विकास से नहीं रहेगा कोई गांव अछूता
ओमप्रकाश वर्मा नगरा (बलिया)।लोकसभा चुनाव के बाद क्षेत्र की जनता से सीधे संवाद करने निकले घोसी संसदीय क्षेत्र के सांसद राजीव राय मंगलवार की शाम बछईपुर नराक्ष समेत चार गांवों के दौरे पर रहे। उन्होंने ग्राम पंचायत कोदई में चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और हर मुद्दे पर तुरंत संज्ञान लेने का भरोसा दिया। सांसद ने साफ कहा कि जनप्रतिनिधि का असली धर्म जनता की आवाज़ को सुनना और उसका समाधान करना होता है। “मेरे लिए पद नहीं, जिम्मेदारी बड़ी चीज़ है। जनता की हर समस्या मेरी प्राथमिकता है,” राजीव राय ने जनता से सीधे संवाद में यह बात कही। गांव की सड़कों से लेकर जलनिकासी, बिजली, राशन कार्ड, पेंशन और मनरेगा भुगतान जैसे तमाम मुद्दे ग्रामीणों ने सांसद के सामने रखे। किसी ने कहा कि स्कूल में शिक्षक नहीं हैं तो किसी ने बताया कि गांव में बिजली की आपूर्ति अनियमित है। हर बात को गंभीरता से सुनते हुए सांसद ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को निर्देश भी दिए। उन्होंने भरोसा दिलाया कि आने वाले समय में विकास कार्यों की गति और तेज होगी। बछईपुर नराक्ष, रुद्रपुर, कठउत और कोदई जैसे गांवों में सांसद ने कहा कि "अगर कोई समस्या आपको है, तो वह मेरी समस्या है। मैं उसका समाधान करवाने के लिए पूरी ताकत से लगा हूं।" चुनाव के दौरान किए वादों को याद दिलाते हुए उन्होंने कहा कि वादा सिर्फ कागज पर नहीं, धरातल पर दिखना चाहिए। उन्होंने उपस्थित जनता को बताया कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की योजनाओं को हर पात्र व्यक्ति तक पहुंचाना उनकी प्राथमिकता है। इस मौके पर गांव के युवा और बुजुर्गों ने भी खुलकर बात की। युवाओं ने रोजगार की समस्या रखी तो महिलाओं ने शौचालय और गैस कनेक्शन से जुड़ी परेशानियां बताईं। सांसद ने सभी को भरोसा दिलाया कि सरकारी योजनाओं में किसी प्रकार की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। राजीव राय ने कहा कि मेरा प्रयास होगा कि हर गांव में सामुदायिक भवन, सड़क, स्ट्रीट लाइट, नाली और जलनिकासी जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने कहा कि अधिकारी अगर लापरवाही करेंगे तो उनके खिलाफ कार्यवाही तय है। ग्राम पंचायत कोदई में आयोजित इस जनसंवाद कार्यक्रम में कमलेश भारती, विश्वजीत यादव, रविंद्र यादव, प्रमोद यादव और गीरिजेश सिंह जैसे जनप्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे। सभी ने सांसद के सक्रियता की सराहना की और उन्हें गांव आने के लिए धन्यवाद दिया। लोगों ने कहा कि वर्षों बाद कोई ऐसा सांसद आया है जो चौपाल में बैठकर आम जनता से सीधे बात कर रहा है और समाधान के लिए तत्पर भी दिख रहा है। कार्यक्रम के अंत में सांसद ने ग्रामीणों से अपील की कि वे विकास कार्यों में सहयोग करें और किसी भी प्रकार की समस्या या भ्रष्टाचार की सूचना उन्हें सीधे दें। उन्होंने अपना संपर्क नंबर भी साझा किया और कहा कि "यह सांसद आपके बीच का है, किसी दीवार के पीछे नहीं छिपा है।" सांसद के इस दौरे को क्षेत्र में सकारात्मक रूप से देखा जा रहा है। लोगों में उम्मीद है कि अब उनके गांवों की तस्वीर बदलेगी और विकास की रफ्तार गांव-गांव पहुंचेगी। इस जनसंवाद कार्यक्रम के माध्यम से सांसद राजीव राय ने यह स्पष्ट संकेत दे दिया है कि उनका कार्यकाल सिर्फ संसद में भाषण देने तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि धरातल पर भी उनकी सक्रियता बनी रहेगी।
जब लोकतंत्र को कुचला गया था… बलिया में गूंजे जयप्रकाश के नारे,आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर काला दिवस मनाया गया
ओमप्रकाश वर्मा नगरा(बलिया)। आपातकाल के काले अध्याय की 50वीं वर्षगांठ पर बलिया के लोकतंत्र सेनानियों ने बुधवार को जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में काला दिवस मनाकर इतिहास के उस दर्द को फिर से जीवित कर दिया, जब बोलने की आज़ादी पर ताले जड़ दिए गए थे। लोकतंत्र सेनानी कल्याण समिति (उत्तर प्रदेश) के बैनर तले आयोजित इस कार्यक्रम में मंच से लेकर परिसर तक ‘लोकनायक जयप्रकाश नारायण अमर रहें’ के नारों की गूंज रही। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश उपाध्यक्ष राघव जी गुप्ता ने की जबकि संचालन डॉ. सुरेश तिवारी ने किया। उपस्थित सेनानियों ने न केवल उस दौर को याद किया, बल्कि वर्तमान लोकतंत्र की चुनौतियों पर भी सवाल खड़े किए। जिलाध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, "आज से पचास साल पहले हमारे भीतर जो साहस, जोश और आत्मबल था, वह अब कमजोर पड़ा है, लेकिन आज भी हम देश की अखंडता, एकता और लोकतंत्र की रक्षा के लिए तत्पर हैं।" उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के लिए जो संघर्ष हुआ, उसे नई पीढ़ी तक पहुंचाना बेहद जरूरी है। इस अवसर पर केश्वरनाथ पाण्डेय ने तीखा कटाक्ष करते हुए कहा, "हमने भ्रष्टाचार के विरुद्ध आंदोलन किया था, लेकिन वह आज भी ज्यों का त्यों बना हुआ है। सरकारें बदलीं लेकिन व्यवस्था नहीं।" रामकुँवर जी ने कहा कि लोकतंत्र सेनानियों को स्वतंत्रता सेनानियों जैसा सम्मान मिलना चाहिए। "हमें कुछ नहीं चाहिए, बस सरकार हमें वह दर्जा दे दे जो हमारा अधिकार है," उन्होंने कहा। संचालन कर रहे डा. सुरेश तिवारी ने प्रस्ताव रखा कि जैसे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की गाथाएं स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल हैं, वैसे ही लोकतंत्र सेनानियों की कहानियों को भी पढ़ाया जाना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ी त्याग और संघर्ष का मूल्य समझ सके। सभा में जैसे ही ‘जयप्रकाश नारायण अमर रहें’ के नारे लगे, पूरा परिसर आंदोलित हो उठा। ऐसा प्रतीत हुआ मानो वर्ष 1975 की त्रासदी फिर से आंखों के सामने आ गई हो। इस आयोजन में वरिष्ठ लोकतंत्र सेनानियों ने भी अपनी बात रखी। जिनमें हरिन्द्र गुप्ता, रामदेव यादव, भूलोटन वर्मा, मुक्तेश्वर सिंह, कन्हैयां जी, रामाशंकर चौहान, डा. रामाशंकर प्रसाद, हरिशचन्द्र पाण्डेय, गोपाल जी सिंह, छविनाथ सिंह, कमला शर्मा, धनराज सिंह, अशोक सिंह, अनिल सिंह, गुलाब गुप्ता, दयाशंकर सिंह, शिवप्रकाश पाण्डेय आदि प्रमुख रूप से शामिल थे। सभा में लोकतंत्र सेनानियों के चेहरे पर एक ओर गर्व की चमक थी तो दूसरी ओर गहरा दर्द भी कि जिन अधिकारों के लिए उन्होंने जेल की सलाखों को चूमा, आज उन्हीं अधिकारों की कद्र घटती जा रही है। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगीत के साथ हुआ और यह संदेश भी दिया गया कि लोकतंत्र की रक्षा सिर्फ एक दौर का काम नहीं, बल्कि निरंतर चलने वाली जिम्मेदारी है।
शराब के नशे में धुत होकर स्कूल पहुंची महिला टीचर: बच्चों के भविष्य पर उठे सवाल,
संजीव सिंह बलिया! मध्य प्रदेश MP में इन दिनों जिस तरह की सरकारी स्कूलों school की तस्वीरें सामने आ रही हैं वे बेहद ही शर्मसार करने वाली है। एक बार फिर एक ऐसा ही मामला एमपी के धार जिले District के सिंघाना से सामने आया है।जिन्हें छात्रों का भविष्य बनाने वाला माना जाता है, वहीं शिक्षा के मंदिर में एक महिला टीचर शराब के नशे में टल्ली नजर आई। जिसका वीडियो सोशल मीडिया social media पर जमकर वायरल viral हो रहा है।

दरअसल जिले के सिंघाना के प्राइमरी स्कूल scgool का एक वीडियो सोशल मीडिया social media पर जमकर वायरल viral हो रहा है, जिसमें लेडी टीचर teacher नशे के में धुत होकर स्कूल School पहुंची है और यह वीडियो Video 23 जून का बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि यह शिक्षिका कविता कवचे सिंघाना के प्राइमरी स्कूल में पदस्थ है। यह शिक्षिका रोज नशे में स्कूल School आती है, इन्हें कई बार समझाया गया, लेकिन इनके शराब पीने की आदत में कोई सुधार नहीं हुआ। यह नशे में स्टाफ से अभद्र व्यवहार करती है इससे छात्र-छात्राओं पर बुरा प्रभाव पड़ता है। मैडम यहां पांचवी कक्षा तक के करीब डेढ़ सौ बच्चों को पढ़ाती है।
15000 शिक्षक भर्ती में कार्यभार तिथि को लेकर वेतन वृद्धि विसंगति का मामला, बीएसए ने दिया समाधान का आश्वासन
संजीव सिंह बलिया। 15000 शिक्षक भर्ती के अंतर्गत नियुक्त शिक्षकों के वेतन वृद्धि में उत्पन्न विसंगति को लेकर आज एक प्रतिनिधिमंडल ने श्रीमान जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बलिया से मुलाकात की और पूरी समस्या को विस्तार से अवगत कराया। प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि वर्ष 2016 की शिक्षक भर्ती के अंतर्गत चयनित शिक्षकों को 28 जून 2016 को नियुक्ति पत्र वितरित किए गए थे। नियमानुसार उन्हें 1 जुलाई 2016 को कार्यभार ग्रहण करना था, किंतु 1 जुलाई को सार्वजनिक अवकाश होने के कारण अधिकांश शिक्षकों ने 2 जुलाई 2016 को कार्यभार ग्रहण किया। इस आधार पर शिक्षा विभाग द्वारा यह मानते हुए कि शिक्षकों ने 6 माह की सेवा पूरी नहीं की, उनकी वार्षिक वेतन वृद्धि 1 जनवरी 2017 को नहीं दी गई। जबकि शासनादेश में स्पष्ट उल्लेख है कि यदि 1 जुलाई अथवा 1 जनवरी को रविवार या राजपत्रित अवकाश पड़ता है तो उस स्थिति में 2 जुलाई को कार्यभार ग्रहण करने पर भी उसे 1 जुलाई माना जाएगा और कर्मचारी को समस्त नियमानुसार लाभ दिए जाएंगे। इस विषय पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बलिया ने शिक्षकों की बात को गंभीरता से सुना और पूरे प्रकरण को ध्यानपूर्वक समझने के पश्चात यह आश्वासन दिया कि संबंधित शिक्षकों को नियमानुसार लाभ दिलाने हेतु शीघ्र ही आवश्यक आदेश जारी किया जाएगा। इस अवसर पर गौरव यादव, शिवेंद्र प्रताप सिंह, विपिन सिंह, जयप्रकाश मौर्य, अजय मौर्या, विकास सिंह, जमाल अख्तर, राजेश यादव, रंजीत यादव, अजय दुबे, अविनाश श्रीवास्तव, राहुल तिवारी, रविंद्र यादव, कुलदीप कुमार, नीतिश जयसवाल, विकास शर्मा, अभिनव सिंह, अभिमन्यु यादव, भानु प्रताप सिंह सहित कई शिक्षक उपस्थित रहे। शिक्षकों ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के सकारात्मक रुख की सराहना की और आशा जताई कि जल्द ही इस विषय में न्यायोचित कार्यवाही होगी।
प्राथमिक शिक्षक संघ बलिया ने स्कूल मर्जर आदेश निरस्त करने हेतु प्रभारी मंत्री को सौंपा ज्ञापन
संजीव सिंह बलिया। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ जनपद बलिया द्वारा प्रदेश नेतृत्व के आवाहन पर स्कूल मर्जर के आदेश को निरस्त करने की मांग को लेकर एक महत्वपूर्ण ज्ञापन जनपद के प्रभारी मंत्री एवं उत्तर प्रदेश सरकार के माननीय मंत्री दयाशंकर मिश्र 'दयालु' जी को सौंपा गया। यह पत्र माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को संबोधित करते हुए मंत्री श्री मिश्र को प्रेषित किया गया। इस अवसर पर जिला प्राथमिक शिक्षक संघ बलिया के पदाधिकारियों एवं सैकड़ों शिक्षकों की उपस्थिति में एक संगठित एवं शांतिपूर्ण तरीके से ज्ञापन सौंपा गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष अजय कुमार सिंह ने की, जबकि संचालन जिला मंत्री राधेश्याम पाण्डेय ने किया। उपस्थित प्रमुख पदाधिकारियों में मुरली छपरा के अध्यक्ष शशिकांत जी, नगरा के अध्यक्ष ब्रजेश कुमार सिंह 'तेगा', मंत्री राजीव नयन पाण्डेय, अटेवा नगरा के अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह, संयोजक गड़वार विजय कृष्ण सिंह, मंत्री मुरली छपरा धर्मेंद्र शर्मा, प्रदीप कुमार उपाध्याय (मुरली छपरा) एवं मनियर के अध्यक्ष अजीजुर रहमान खान प्रमुख रूप से सम्मिलित रहे। सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि स्कूल मर्जर का निर्णय ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा व्यवस्था को प्रभावित करेगा और छात्र संख्या में कमी के नाम पर स्कूलों को बंद करना एक अनुचित कदम है। इससे दूरस्थ ग्रामीण अंचलों में बच्चों की शिक्षा बाधित होगी और शिक्षकों का मनोबल भी गिरेगा। शिक्षक संघ ने यह भी मांग रखी कि इस निर्णय को अविलंब वापस लिया जाए और शिक्षकों से संवाद कर भविष्य की योजनाओं को क्रियान्वित किया जाए। उन्होंने यह चेतावनी भी दी कि यदि सरकार इस निर्णय को वापस नहीं लेती है तो राज्य स्तर पर बड़ा आंदोलन किया जाएगा। कार्यक्रम में शिक्षकों का उत्साह, अनुशासन और एकजुटता देखते ही बनती थी। ज्ञापन सौंपते समय प्रभारी मंत्री ने आश्वस्त किया कि वे शिक्षकों की भावनाओं को मुख्यमंत्री तक पहुंचाएंगे और इस विषय पर शीघ्र वार्ता कर समाधान की दिशा में कदम उठाएंगे। इस पूरे कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में शिक्षक गण उपस्थित रहे और अपनी एकता का परिचय दिया। यह आयोजन प्राथमिक शिक्षक संघ की संगठित शक्ति और शिक्षकों की समस्याओं के प्रति उनकी जागरूकता का प्रत्यक्ष प्रमाण था।
बलिया:आर्थिक समस्या से परेशान मानदेय भुगतान हेतु शिक्षा मित्रों ने दिया अल्टीमेटम
संजीव सिंह बलिया !माह मई 2025 का मानदेय अब तक नहीं मिलने से आहत शिक्षामित्रों ने धरना-प्रदर्शन का अल्टीमेटम दिया है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को सम्बोधित ज्ञापन जिला समन्वयक (प्रशिक्षण) को सौंपते हुए उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के जिलाध्यक्ष पंकज सिंह ने कहा है कि शासन द्वारा चार जून को ही बजट निर्गत कर दिया गया था। प्रदेश के लगभग सभी जनपदों में समय से भुगतान भी हो चुका है, किंतु बलिया में अब तक भुगतान नहीं हो पाना, अत्यंत खेदजनक है। मानदेय भुगतान में अनावश्यक विलम्ब से शिक्षा मित्र मानसिक एवं आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। इस समस्या से एक सप्ताह पहले भी अवगत कराया गया, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। जिलाध्यक्ष ने कहा है कि 29 जून 2025 तक भुगतान नहीं होता है, तो उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ 30 जून को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन करने को बाध्य होगा। ज्ञापन देने वाले प्रांतीय संयुक्त मंत्री अखिलेश पाण्डेय, जिला महामंत्री अमृत सिंह,जिला कोषाध्यक्ष राकेश पाण्डेय, जिला मीडिया प्रभारी परवेज अहमद, जिला प्रवक्ता निर्भय नारायण राय, जिला मंत्री डिम्पल सिंह, निरुपमा सिंह,मुरली छपरा ब्लाक अध्यक्ष बिनोद चौबे, बेलहरी ब्लाक अध्यक्ष मंजूर हुसैन, नवानगर ब्लाक अध्यक्ष फैसल अजीज, गड़वार ब्लाक अध्यक्ष अवधेश भारती, दुबहड़ ब्लाक अध्यक्ष लाल जी वर्मा हनुमानगंज ब्लाक अध्यक्ष शिवकुमार सिंह,महामंत्री राजेश प्रजापति, अमित चेला मिश्र, जितेंदर ओझा, पप्पू कुंवर, भोलानाथ भारती, अरविंद राजभर,,जगनारायण पाठक,, मंगनी राम, जितेंदर सिंह, हरेंद्र, ज़ाहिर अंसारी, आदि थे
नगपुरा में युवा समाजसेवी ललित सिंह बिट्टू के अवकाश प्राप्त दादा उमाशंकर सिंह की तेरहवीं कार्यक्रम में दी गई श्रद्धांजलि
संजीव सिंह बलिया। रसडा ब्लॉक के  नगपुरा गांव में आज आयोजित प्रदेश उपाध्यक्ष समाजवादी छात्रसभा उत्तर प्रदेश के ललित सिंह बिट्टू के बाबा की तेरहवीं का कार्यक्रम श्रद्धा और सम्मान के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर बड़ी संख्या में ग्रामीण, रिश्तेदार और स्थानीय गणमान्य लोग एकत्र हुए, जिन्होंने दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की और परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। कार्यक्रम में कई सम्मानित बीजेपी नेता व गणमान्य लोग उपस्थित होकर उनकी ओर से परिवार के दुख में सहभागिता निभाई।  गांव में आयोजित इस तेरहवीं कार्यक्रम में परंपरागत रीति-रिवाजों के साथ पूजा-पाठ और श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। ललित सिंह के  बाबा के निधन से गांव में शोक की लहर थी, और इस अवसर पर लोगों ने एकजुट होकर परिवार का साथ दिया। श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित लोगों ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और उनके द्वारा किए गए सामाजिक कार्यों को याद किया।कई गणमान्य लोगों ने इस अवसर पर परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, “यह दुखद क्षति हम सभी के लिए अपूरणीय है। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि वे दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें और परिवार को इस असहनीय दुख को सहने की शक्ति प्रदान करें।” उनकी उपस्थिति ने कार्यक्रम में सामाजिक और राजनैतिक महत्व भी जोड़ा। स्थानीय लोगों ने इस आयोजन को एकता का प्रतीक बताया। एक ग्रामीण ने कहा, “ऐसे दुख के समय में समाज का साथ परिवार के लिए बहुत बड़ा सहारा होता है। कई बीजेपी नेता का आना और परिवार के साथ समय बिताना सराहनीय है।”कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों ने ललित सिंह के परिवार के प्रति अपनी एकजुटता दिखाई और सामाजिक मूल्यों की मिसाल पेश की। इस अवसर पर सभी ने यह कामना की कि ईश्वर परिवार को इस दुख से उबरने की शक्ति दे।