अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में ऑनलाइन स्थानांतरण परिणाम घोषित
*  360 अध्यापकों का हुआ ऑनलाइन स्थानांतरण

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत संस्था प्रधान/प्रवक्ता/सहायक अध्यापक/सहायक अध्यापक (सम्बद्ध प्राइमरी प्रभाग) के ऑनलाइन स्थानांतरण का परिणाम जारी कर दिया गया है। यह जानकारी अपर निदेशक, माध्यमिक शिक्षा सुरेंद्र कुमार तिवारी ने शुक्रवार को दी। उन्होंने बताया कि यह स्थानांतरण प्रक्रिया शिक्षा निदेशालय एवं एनआईसी के सहयोग से पारदर्शी एवं ऑनलाइन माध्यम से संचालित की गई है।
उन्होंने बताया कि कुल 360 अध्यापकों का सफलतापूर्वक स्थानांतरण किया गया है। स्थानांतरण आदेश http://secaidedtransfer.upsdc.gov.in पर उपलब्ध हैं। संबंधित शिक्षक अपनी मानव संपदा आईडी और पंजीकृत मोबाइल नंबर की सहायता से उक्त पोर्टल पर लॉगिन कर स्थानांतरण आदेश देख सकते हैं।
अपर निदेशक ने बताया कि स्थानांतरित अध्यापकों को नियमानुसार कार्यमुक्त/कार्यभार ग्रहण कराने हेतु सभी मण्डलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक एवं जिला विद्यालय निरीक्षकों को आवश्यक दिशा-निर्देश निर्गत कर दिए गए हैं। यह कार्य शैक्षिक सत्र 2025-26 के तहत निर्धारित समयसीमा में संपादित किया जाएगा।
अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में ऑनलाइन स्थानांतरण परिणाम घोषित
*  360 अध्यापकों का हुआ ऑनलाइन स्थानांतरण

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत संस्था प्रधान/प्रवक्ता/सहायक अध्यापक/सहायक अध्यापक (सम्बद्ध प्राइमरी प्रभाग) के ऑनलाइन स्थानांतरण का परिणाम जारी कर दिया गया है। यह जानकारी अपर निदेशक, माध्यमिक शिक्षा सुरेंद्र कुमार तिवारी ने शुक्रवार को दी। उन्होंने बताया कि यह स्थानांतरण प्रक्रिया शिक्षा निदेशालय एवं एनआईसी के सहयोग से पारदर्शी एवं ऑनलाइन माध्यम से संचालित की गई है।
उन्होंने बताया कि कुल 360 अध्यापकों का सफलतापूर्वक स्थानांतरण किया गया है। स्थानांतरण आदेश http://secaidedtransfer.upsdc.gov.in पर उपलब्ध हैं। संबंधित शिक्षक अपनी मानव संपदा आईडी और पंजीकृत मोबाइल नंबर की सहायता से उक्त पोर्टल पर लॉगिन कर स्थानांतरण आदेश देख सकते हैं।
अपर निदेशक ने बताया कि स्थानांतरित अध्यापकों को नियमानुसार कार्यमुक्त/कार्यभार ग्रहण कराने हेतु सभी मण्डलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक एवं जिला विद्यालय निरीक्षकों को आवश्यक दिशा-निर्देश निर्गत कर दिए गए हैं। यह कार्य शैक्षिक सत्र 2025-26 के तहत निर्धारित समयसीमा में संपादित किया जाएगा।
धार्मिक पर्यटन को मिलेगा नया आयाम: बरेली के पशुपतिनाथ मंदिर और बिजनौर के गोगा जाहरवीर स्थल के विकास को मिली स्वीकृति
*  पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने की घोषणाएं, 2.68 करोड़ रुपए से होंगे कार्य


लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार राज्य में धार्मिक पर्यटन को सशक्त आधार देने के लिए लगातार कार्य कर रही है। इसी क्रम में बरेली के प्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदिर और बिजनौर के गोगा जाहरवीर मेला स्थल के विकास कार्यों को सरकार ने मंजूरी दे दी है। इन दोनों परियोजनाओं पर कुल मिलाकर 2.68 करोड़ रुपए की लागत से पर्यटन सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि बरेली के पशुपतिनाथ मंदिर का विकास नाथ कॉरिडोर योजना के अंतर्गत किया जाएगा। परियोजना में मंदिर परिसर का सौंदर्यीकरण, आधारभूत ढांचे का सुदृढ़ीकरण तथा श्रद्धालुओं के लिए आधुनिक सुविधाओं का निर्माण शामिल है। इस कार्य के लिए ₹2.30 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की गई है।
बरेली का पशुपतिनाथ मंदिर नेपाल के काठमांडू स्थित पशुपतिनाथ मंदिर की तर्ज पर निर्मित है और यह उत्तर भारत के प्रमुख शिव मंदिरों में गिना जाता है। मंदिर में 108 छोटे-बड़े शिवलिंग हैं और विशेषकर सावन माह में हजारों की संख्या में शिव भक्त यहां जलाभिषेक करने पहुंचते हैं। सरकार का उद्देश्य है कि इस धार्मिक स्थल को अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन मानचित्र पर उभारा जाए।
इसके साथ ही बिजनौर जनपद के फीना गांव स्थित गोगा जाहरवीर मेला स्थल का भी पर्यटन विकास किया जाएगा, जिसके लिए 38 लाख रुपए की राशि स्वीकृत हुई है। यहां हर साल भाद्रपद माह में विशाल मेला लगता है, जिसमें लोक देवता जाहरवीर की पूजा की जाती है। यह स्थल न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि स्थानीय सांस्कृतिक पहचान का भी प्रतीक है। इसके साथ ही फीना गांव मिट्टी के बर्तनों के निर्माण के लिए भी जाना जाता है।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि इन परियोजनाओं से न केवल श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न होंगे। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार का प्रयास है कि धार्मिक स्थलों के साथ-साथ कम प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों को भी मुख्यधारा से जोड़ा जाए, ताकि समग्र और संतुलित पर्यटन विकास सुनिश्चित हो सके।
पिछली सरकारों में उद्यमियों की उपेक्षा, जातीय संघर्षों को मिला बढ़ावा : योगी
*  उत्तर प्रदेश ने विश्व एमएसएमई दिवस पर युवाओं को समर्पित किया ‘उद्यमिता का नया युग’

लखनऊ। विश्व एमएसएमई दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ स्थित लोक भवन में एक भव्य समारोह में हिस्सा लेकर प्रदेश में उद्यमिता, नवाचार और समावेशिता को नई दिशा देने वाली कई महत्वपूर्ण योजनाओं की शुरुआत की। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने ‘यूथ अड्डा’ मंच, ‘सीएम युवा’ मोबाइल ऐप और बरेली व मुरादाबाद में 18 करोड़ रुपये की ओडीओपी सीएफसी परियोजनाओं का शुभारंभ किया।

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि उनकी सरकार जातिगत भेदभाव को खत्म कर प्रदेश के हर युवा को समान अवसर देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने पिछली सरकारों पर जातीय संघर्ष बढ़ाने और परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया, जिससे प्रदेश की पहचान धूमिल हुई थी। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनकी सरकार ने हर जाति और समुदाय के युवाओं, कारीगरों और उद्यमियों को एक समान मंच देकर उन्हें आत्मनिर्भरता की दिशा में अग्रसर किया है।
‘यूथ अड्डा’ के जरिए युवाओं को अपने बिजनेस आइडिया प्रस्तुत करने, ऋण सहायता प्राप्त करने और अनुभवी मेंटर्स से मार्गदर्शन पाने का अवसर मिलेगा। वहीं, ‘सीएम युवा ऐप’ के माध्यम से युवाओं को सरकारी योजनाओं, प्रशिक्षण और डिजिटल सेवाओं की जानकारी एक क्लिक में मिल सकेगी।

वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ODOP) योजना के तहत बरेली और मुरादाबाद में शुरू हुई सीएफसी परियोजनाओं से स्थानीय कारीगरों और उद्यमियों को उत्पादन व विपणन की आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बताया कि यूपी में 96 लाख एमएसएमई इकाइयों में दो करोड़ से अधिक लोग कार्यरत हैं, और राज्य का एमएसएमई क्षेत्र अब राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में 14 प्रतिशत योगदान दे रहा है।
कार्यक्रम के दौरान कई योजनाओं के लाभार्थियों को चेक और टूलकिट भी वितरित किए गए। सीएम योगी ने जीआई टैग के प्रचार-प्रसार और संरक्षण के लिए ह्यूमन वेलफेयर एसोसिएशन के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर का स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि 25 से 29 सितंबर को ग्रेटर नोएडा में तीसरे अंतरराष्ट्रीय ट्रेड शो का आयोजन होगा, जो यूपी के उत्पादों को वैश्विक मंच प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि यह नया उत्तर प्रदेश ‘विकसित भारत’ के सपने को साकार करने के लिए तेजी से आगे बढ़ रहा है।
बेसिक शिक्षक तबादला: आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के अंतरजनपदीय तबादलों के लिए ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि को दो दिन बढ़ा दिया है। अब इच्छुक शिक्षक 28 जून 2025 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। पहले इसकी अंतिम तिथि 26 जून निर्धारित की गई थी।

आवेदन प्रक्रिया पूरी करने के बाद, शिक्षक अपने ऑनलाइन आवेदन की प्रिंट कॉपी संबंधित जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) कार्यालय में 29 जून तक जमा कर सकेंगे। इसके पश्चात सभी बीएसए उसी दिन ऑनलाइन सत्यापन और डेटा लॉक की प्रक्रिया पूरी करेंगे। तबादला सूची 30 जून को जारी की जाएगी। इस प्रक्रिया के तहत वे शिक्षक शामिल हैं जो विभिन्न कारणों से अपने वर्तमान जनपद से अन्य जनपद में स्थानांतरण की मांग कर रहे हैं।

शिक्षा विभाग द्वारा तिथि बढ़ाने का निर्णय उन शिक्षकों के हित में लिया गया है जो तकनीकी या अन्य कारणों से निर्धारित समय में आवेदन नहीं कर सके थे। विभाग ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रक्रिया को पारदर्शी और समयबद्ध तरीके से पूर्ण किया जाए।
लखनऊ एयरपोर्ट पर किन्नर के पास मिले 20 लाख रुपये, इनकम टैक्स विभाग ने हिरासत में लिया
लखनऊ। लखनऊ एयरपोर्ट पर उस समय हलचल मच गई जब कोलकाता से फ्लाइट द्वारा आई एक किन्नर यात्री के पास से जांच के दौरान 20 लाख रुपये नगद बरामद हुए। जांच के बाद आयकर विभाग की टीम ने उक्त किन्नर को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।

जानकारी के अनुसार, फ्लाइट के जरिए कोलकाता से लखनऊ पहुंची इस किन्नर के पास बड़ी मात्रा में नकदी देख CISF और कस्टम विभाग ने सतर्कता दिखाई। प्रारंभिक पूछताछ में कोई संतोषजनक दस्तावेज न मिलने पर इनकम टैक्स अधिकारियों को बुलाया गया। इसके बाद उसे हिरासत में लिया गया।

घटनाक्रम के बाद लखनऊ के कई किन्नर एयरपोर्ट पहुंच गए और उन्होंने अधिकारियों पर भेदभाव का आरोप लगाया। किन्नर समुदाय की वरिष्ठ सदस्य पायल किन्नर ने कहा, “हमारी साथी को जानबूझकर परेशान किया जा रहा है। वह कोलकाता से गोल्ड लोन लेकर घर बनाने के लिए यह पैसा लाई थी। उसके पास कैश का पूरा हिसाब-किताब उपलब्ध है, लेकिन हमें उससे मिलने नहीं दिया जा रहा।”

पायल ने यह भी कहा कि किन्नर समुदाय को बार-बार शक की निगाह से देखना अन्याय है। अगर किसी के पास नकदी है और उसका स्रोत वैध है तो उसे परेशान नहीं किया जाना चाहिए। इस मामले में इनकम टैक्स विभाग द्वारा कागजातों की जांच की जा रही है और औपचारिकताओं के पूरा होने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
मोहर्रम को लेकर लखनऊ में प्रशासन सतर्क, पुलिस कमिश्नर और डीएम ने किया पैदल गश्त

* सीसीटीवी और ड्रोन से होगी निगरानी, सुरक्षा में लगेगा पैरामिलिट्री फोर्स का भी पहरा

लखनऊ। राजधानी लखनऊ में मोहर्रम के अवसर पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क नजर आ रहा है। जिला अधिकारी विशाख जी, पुलिस कमिश्नर अमरेन्द्र सिंह सेंगर, डीसीपी पश्चिम विश्वजीत और एडीसीपी धनंजय कुशवाहा ने पुलिस फोर्स के साथ मिलकर संवेदनशील क्षेत्रों में पैदल गश्त की।

यह गश्त खासतौर पर छोटा इमामबाड़ा, बड़ा इमामबाड़ा और अन्य संवेदनशील इलाकों में की गई। अधिकारियों ने क्षेत्रीय लोगों से बातचीत की और शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। साथ ही स्थानीय पुलिस को निर्देश दिए कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तत्काल कार्रवाई की जाए।

27 जून से पहली मोहर्रम का जुलूस निकलेगा, जो छोटा इमामबाड़ा से आरंभ होगा। इसे लेकर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। सीसीटीवी कैमरों के साथ-साथ ड्रोन कैमरों की मदद से पूरे मार्ग की निगरानी की जाएगी, ताकि किसी भी स्थिति पर तुरंत नियंत्रण पाया जा सके।

प्रशासन की ओर से बताया गया कि सिविल डिफेंस, स्थानीय पुलिस, पैरामिलिट्री फोर्स और सीआरपीएफ के जवानों की तैनाती की जाएगी, ताकि शांति और सौहार्द का माहौल बना रहे। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि मोहर्रम का पर्व गम और अनुशासन का प्रतीक है, और इसे सांप्रदायिक सौहार्द के साथ शांतिपूर्वक संपन्न कराया जाएगा।

आम महोत्सव-2025: लखनऊ में 4 से 6 जुलाई तक होगा भव्य आयोजन

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आम के उत्पादन, निर्यात और प्रसंस्करण को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से ‘उत्तर प्रदेश आम महोत्सव-2025’ का आयोजन 4 जुलाई से 6 जुलाई 2025 के बीच अवध शिल्प ग्राम, अवध विहार योजना, सेक्टर-09, अमर शहीद पथ, लखनऊ में किया जा रहा है। यह महोत्सव प्रदेश के आम उत्पादकों, निर्यातकों और आम प्रेमियों के लिए एक भव्य मंच प्रदान करेगा।

उत्तर प्रदेश देश में आम उत्पादन में अग्रणी राज्य है। वर्ष 2024-25 में राज्य में 3.25 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में आम की बागवानी की गई, जिससे 61.46 लाख मीट्रिक टन उत्पादन हुआ, जो देश के कुल उत्पादन का लगभग 27% है। प्रदेश में 600 से अधिक प्रजातियों के आमों का उत्पादन होता है, जिनमें दशहरी, लंगड़ा, चौसा, आम्रपाली, लखनऊ सफेदा और गौरजीत प्रमुख हैं।

महोत्सव में इस वर्ष भी 600 से अधिक किस्मों के आम प्रदर्शित किए जाएंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रम, आम पकवान प्रतियोगिता, आम खाने की प्रतियोगिता, प्रशिक्षण सेमिनार और क्रेता-विक्रेता बैठक (B2B मीटिंग) महोत्सव के मुख्य आकर्षण होंगे।

कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के अलावा मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, राजस्थान, महाराष्ट्र सहित कई राज्यों के बागवानी विभाग, प्रगतिशील किसान और निर्यातक भाग लेंगे। बागवानों को उत्पादन की उन्नत तकनीक, निर्यात की प्रक्रियाएं और कीट-व्याधि प्रबंधन जैसे विषयों पर विशेष कार्यशालाएं दी जाएंगी।

प्रदेश से अब तक वर्ष 2025 में 13.5 मीट्रिक टन आम विदेशों को निर्यात किया जा चुका है। निर्यात को और बढ़ावा देने के लिए जेवर एयरपोर्ट के पास फलों की टेस्टिंग और ट्रीटमेंट सेंटर की स्थापना प्रस्तावित है।

स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत प्राथमिक स्कूलों का मंडलायुक्त ने किया औचक निरीक्षण

* विद्यालय के सामने कूड़ा डम्प मिलने पर जेडएसओ पंकज शुक्ला के खिलाफ तत्काल आरोप पत्र जारी करने के निर्देश

लखनऊ। मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने गुरुवार को स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत विकसित किए जा रहे प्राथमिक स्मार्ट स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने सबसे पहले प्राथमिक विद्यालय कमता प्रथम का जायजा लिया, जहां यूपी राजकीय निर्माण निगम व रूरल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षा की गई।

निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने अवगत कराया कि विद्यालय में फर्नीचर, टाइल्स, किचन शेड, शौचालय, बाउंड्री वॉल, प्लास्टर, पेंटिंग और इंटरलॉकिंग जैसी सुविधाओं का निर्माण कराया गया है। हालांकि, डॉ. जैकब ने विद्यालय की रेम्प की ऊंचाई को अनावश्यक रूप से अधिक पाते हुए नाराज़गी जताई और निर्देश दिया कि रेम्प को तत्काल संशोधित कर मानक के अनुरूप बनाया जाए।

इसके पश्चात मंडलायुक्त ने प्राथमिक विद्यालय चिनहट-1 और चिनहट-2 का निरीक्षण किया। इस दौरान प्राथमिक विद्यालय चिनहट-1 के सामने कूड़ा डंप पाया गया, जिस पर कड़ी आपत्ति जताते हुए उन्होंने ज़ोनल सैनिटेशन ऑफिसर (ZSO) पंकज शुक्ला के खिलाफ तत्काल आरोप पत्र जारी करने के निर्देश दिए। डॉ. जैकब ने कहा कि स्मार्ट स्कूल केवल इमारत नहीं, बल्कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए एक समर्पित वातावरण होना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि साफ-सफाई, निर्माण की गुणवत्ता और बच्चों के लिए सुविधाजनक वातावरण सुनिश्चित किया जाए।

निरीक्षण के दौरान संबंधित विभागों को स्मार्ट सुविधाओं के बेहतर उपयोग व रखरखाव के लिए लगातार मॉनिटरिंग करने का भी निर्देश दिया गया।

समरसता और एकजुटता ही हमारी पहचान: अमित राज

लखनऊ। भाजपा के वरिष्ठ नेता संजय सिंह व प्रधान संघ के अध्यक्ष अमित राज यादव ने अनौराकला, चिनहट(लखनऊ) स्थित प्राचीन इमली बांध बाबा मंदिर पर बुधवार को अनुसूचित जाति के 11 सदस्यों का पैर धोकर उन्हें अंग वस्त्र प्रदान कर उनका स्वागत किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों के बीच समरसता का संदेश देना है। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से मंदिर के मुख्य पुजारी ललित रावत ,सहित मनोहर यादव ग्राम प्रधान जुग्गौर, अर्जुन प्रधान मेहौरा, आर. एन. त्रिपाठी अध्यक्ष देवस्थान अनूप सिंह, राका बीडीसी, रामराज नेता, विक्रम यादव, सरवन यादव, राकेश रावत, प्रवेश पाल सहित सैकडों गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।