झारखंड में नशा मुक्ति के लिए मैराथन दौड़ का आयोजन, युवाओं ने बढ़-चढ़कर लिया हिस्सा

पर्यटन मंत्री श्री सुदिव्य कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन का सपना है कि हमारा झारखंड नशा मुक्त हो । उन्होंने संकल्प लिया है झारखंड को नशा मुक्त करने का । उनके इस संकल्प को पूरा करने के लिए ,नशा मुक्त झारखंड के लिए प्रयास तेज कर दिए गए हैं । पिछले 14 दिनों से मादक पदार्थों के दुरुपयोग के विरुद्ध जागरूकता हेतु अभियान चलाया जा रहा है । इसी सिलसिले को जारी रखते हुए गुरुवार को नशा मुक्त झारखंड के लिए युवाओं में जागरूकता लाने के उद्देश्य से मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया है| स्वस्थ झारखंड ,नशामुक्त झारखंड की परिकल्पना को लेकर हमलोग आज मैराथन दौड़ के लिए जमा हुए हैं। श्री सुदिव्य कुमार गुरुवार को मादक पदार्थों के दुरुपयोग के विरुद्ध जागरूकता हेतु आयोजित मैराथन दौड़ के अवसर पर मोरहाबादी मैदान में एकत्र हुए युवाओं की भीड़ को संबोधित कर रहे थे ।

हर कदम पर ले शपथ नशा से दूर रहने और नशा मुक्त झारखंड बनाने का

पर्यटन मंत्री श्री सुदिव्य कुमार ने कहा कि मैराथन दौड़ में मोरहाबादी से अल्बर्ट एक्का चौक की तरफ़ बढ़ते कदम के साथ हमलोगो ये हर कदम पर नशा से दूर रहने और नशा मुक्त झारखंड के लिए प्रतिज्ञा लेंगे । झारखंड ,नशा मुक्ति के अंतरराष्ट्रीय मानक के हर पहलुओं का शत- प्रतिशत पालन सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहा है। मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन के निदेश झारखंड को नशामुक्त बनाने का अक्षरशः पालन किया जा रहा है ।

युवाओं की ऊर्जा के सकारात्मक उपयोग से मिलते है अविश्वसनीय परिणाम

मंत्री श्री सुदिव्य कुमार ने कहा कि यदि युवाओं की ऊर्जा की शक्ति का सकारात्मक उपयोग समाज,जिला,राज्य, देश और विश्व को एक बेहतर दिशा दे सकते है और यदि युवाओं की ऊर्जा ग़लत दिशा में चली जाय तो पूरा समाज , राज्य , देश प्रभावित होता है और बड़ा नुक़सान होता है । इसलिए युवा आज इस मैराथन दौड़ के माध्यम से प्राण ले कि नशा से दूर रहेंगे । आपको नशा नहीं खेल को महत्व देना है। झारखंड में युवा प्रतिभा की कमी नहीं है ,हमे इन्हें बस सही दिशा के देने की जरूरत है और नशा के शिकार युवाओं का नशा छुड़ा कर उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ना है साथ ही उनके अंदर छुपी प्रतिभा को विश्व पटल पर लाना है ।यही हमारा मकसद है , हमारी सरकार का उद्देश्य है ।

नशा से दूर रहने के लिए लिया शपथ

मंत्री श्री सुदिव्य कुमार ने इस अवसर पर युवाओं को नशा से दूर रहने , नशा मुक्त झारखंड बनाने हेतु शपथ दिलायी ।

पर्यटन सह खेलकूद सचिव श्री मनोज कुमार में कहा कि नशा मुक्त अभियान झारखंड में लिए बहुत जरूरी है । संकल्प ले जो कदम मैराथन दौड़ में अल्बर्ट एक्का चौक की तरफ़ जाएगा वो हर कदम नशा मुक्त झारखंड के लिए होगा । उन्होंने कहा कि झारखंड में पिछले 14 दिनों से झारखंड के प्रत्येक जिले ,प्रखंड, पंचायतों , स्कूलों ,कॉलेजों में मादक पदार्थों के दुरुपयोग के विरुद्ध जागरूकता हेतु कई कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। आज मैराथन दौड़ के माध्यम से युवाओं को जागरूक किया रहा है और आज ही इस अभियान का समापन भी है ।

मैराथन दौड़ में विजयी प्रतिभागियों को मंत्री श्री सुदिव्य कुमार ने पुरस्कृत भी किया।जिसमे अनूप उरांव,श्रीजीत सरकार,कुंदन महतो, निर्मल, रंजीत कुमार महतो

ममता कुमारी,रीता कुमारी,सुमन कुमारी,संध्या कुमारी, सोनी कुमारी शामिल हैं ।

इस अवसर गृह विभाग की प्रधान सचिव श्रीमती वंदना दादेल, उपायुक्त रांची श्री मंजूनाथ भजंत्री , निदेशक खेल-ख़ुद श्री शेखर जमुवार सहित जिला प्रशासन के कई पदाधिकारी उपस्थित थे ।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सर गंगा राम अस्पताल में शिबू सोरेन का हाल-चाल जानकर उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज नई दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद शिबू सोरेन का हाल-चाल जानने के लिए उनसे मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने शिबू सोरेन के स्वास्थ्य और चल रहे इलाज की पूरी जानकारी ली और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।

राष्ट्रपति की मुलाकात और चिंता

- स्वास्थ्य की जानकारी: राष्ट्रपति ने शिबू सोरेन के स्वास्थ्य के बारे में विस्तृत जानकारी ली और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।

- परिवार के साथ मुलाकात: इस दौरान उनके साथ झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और पुत्रवधू कल्पना सोरेन भी मौजूद रहीं।

शिबू सोरेन का राजनीतिक योगदान

- झारखंड की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका: शिबू सोरेन झारखंड की राजनीति में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं और उनके नेतृत्व में झारखंड मुक्ति मोर्चा ने राज्य की राजनीति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

- राज्यसभा सांसद: वर्तमान में शिबू सोरेन राज्यसभा सांसद हैं और झारखंड के विकास के लिए निरंतर प्रयासरत हैं।

शिबू सोरेन के स्वास्थ्य की स्थिति

- अस्पताल में भर्ती: शिबू सोरेन सर गंगा राम अस्पताल में भर्ती हैं और उनका इलाज चल रहा है।

- स्वास्थ्य लाभ की कामना: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु सहित उनके परिवार और समर्थकों ने उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।

सरायकेला में भव्य जगन्नाथ रथयात्रा की तैयारियां जोरों पर: पहली बार महिलाएं खींचेंगी रथ, ओडिसी नृत्य से सजेगा माहौल

झारखंड के कई शहरों में 27 जून को प्रभु जगन्नाथ की दैवीय रथयात्रा निकलेगी. सरायकेला में भी ऐतिहासिक रथयात्रा की तैयारियां जोरों पर हैं. इस साल जगन्नाथ सेवा समिति रथयात्रा को अधिक भव्य बनाने में लगी है. इस साल महिलाओं को भगवान के रथ को खींचने का सौभाग्य मिलेगा. साथ ही ओडिशा से आये ओडिशी कलाकारों द्वारा नृत्य प्रस्तुत किया जायेगा. इस साल नये रथ का निर्माण भी पूरा हो चुका है. फिलहाल, उसकी सजावट का काम चल रहा है.

जानकारी के अनुसार, नील चक्र व बजरंग बली को रथ के ऊपर विराजमान कराया गया है. समिति के अध्यक्ष राजा सिंहदेव ने बताया कि 26 जून को नेत्रोत्सव होगा और 27 जून से प्रभु जगन्नाथ, अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ नये रथ पर सवार होकर भक्तों को दर्शन देंगे. पहले दिन बड़ दांड में विश्राम करने के बाद 28 जून को मौसीबाड़ी पहुंचेंगे.

इधर, समिति अध्यक्ष राजा सिंहदेव ने बताया कि इस साल रथयात्रा के दौरान ओडिशा से 10 कलाकारों को आमंत्रित किया गया है. इनमें आठ महिलायें और दो पुरुष कलाकार शामिल हैं. ये कलाकार रथ के आगे-आगे ओडिशी नृत्य प्रस्तुत करेंगे. इसके साथ ही सरायकेला की स्थानीय कीर्तन मंडलियां भी रथ के आगे-आगे कीर्तन करती चलेंगी. उन्होंने बताया कि रथयात्रा में प्रभु को मौसीबाड़ी पहुंचने में दो दिन लगते हैं. इस दौरान दोनों दिनों में ओडिशी नृत्य व कीर्तन किया जायेगा.

भुवनेश्वर से मंगायी गयी रस्सी

राजा सिंहदेव ने बताया कि रथयात्रा में रथ को खींचने की परंपरा है. इस बार नये रथ को श्रद्धालु खींचकर मौसीबाड़ी तक ले जायेंगे. इसके लिए ओडिशा के भुवनेश्वर से रस्सी मंगवायी गयी है, जिसके सहारे आठ पहियों वाले इस भव्य रथ को खींचा जायेगा. जगन्नाथ स्वामी का रथ खींचने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ेगी.

उन्होंने बताया कि रथयात्रा के पहले दिन केवल महिलाएं भगवान का रथ खींचेंगी. महिलाएं बड़दांड चौक से रथ को खींचकर गोपबंधु चौक तक लेकर जायेंगी, जहां भगवान का रात्रि विश्राम होगा. दूसरे दिन मौसीबाड़ी के लिए भगवान रथ पर सवार होकर प्रस्थान करेंगे. दूसरे दिन सभी श्रद्धालुओं को रथ खींचने का अवसर मिलेगा.

राजा सिंहदेव ने बताया कि रथ का निर्माण ओडिशा के कारीगरों द्वारा किया गया है और अब सजावट का कार्य चल रहा है. सजावट के लिए ओडिशा के पीपली से वस्त्र और छतरियां मंगायी गयी हैं, जिन्हें कारीगर लगा रहे हैं. मालूम हो कि सरायकेला में रथयात्रा की परंपरा 350 वर्ष से भी अधिक पुरानी है. सरायकेला के प्रतिष्ठित महापात्र परिवार ने ढेंकानाल से भगवान के विग्रह को सरायकेला लाकर रथयात्रा की शुरुआत की थी. तब से लेकर आज तक हर साल यह रथयात्रा आयोजित होती आ रही है.

धनबाद में अंतरराज्यीय बस टर्मिनल: एक बड़ी सौगात जो शहर के विकास को देगी नई दिशा

धनबाद वासियों के लिए एक बड़ी सौगात की घोषणा की गई है। जिले के कतरास के बाघमारा अंचल के लिलोरी मंदिर के पास एनएच 32 से सटे जमीन पर अंतरराज्यीय बस टर्मिनल का निर्माण होगा। यह टर्मिनल न केवल शहर के लोगों को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा, बल्कि रोजगार के अवसर भी प्रदान करेगा।

बस टर्मिनल की विशेषताएं और इसके फायदे

- 12 एकड़ जमीन पर निर्माण: बस टर्मिनल का निर्माण 12 एकड़ जमीन पर किया जाएगा, जो निशुल्क उपलब्ध कराई गई है। यह टर्मिनल शहर के लोगों को आधुनिक सुविधाएं प्रदान करेगा।

- कनेक्टिविटी: बस टर्मिनल का निर्माण ऐसे स्थान पर कराया जा रहा है, जहां से हर जगह की कनेक्टिविटी मिलेगी। यहां से मात्र 4 किलोमीटर में राजगंज एनएच-2 है, जहां से एक तरफ कोलकाता तो वहीं दूसरी तरफ नई दिल्ली का सीधा मार्ग है। इससे यात्रियों को बड़ी सुविधा होगी।

- रोजगार के अवसर: इस बस टर्मिनल के निर्माण से हजारों लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे, और प्रशासनिक व्यवस्था भी बढ़ने की उम्मीद है। इससे शहर के युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।

बस टर्मिनल के विकास में योगदान

- आसानी से मिलेगी हर जगह की कनेक्टिविटी: बस टर्मिनल से बोकारो, पुरुलिया का सीधा संपर्क होगा। इससे यात्रियों को बड़ी सुविधा होगी और शहर के विकास में भी योगदान होगा।

- विकास: इस बस टर्मिनल के निर्माण से कतरास से लेकर श्यामडीह, काको और राजगंज का इलाका पूरी तरह से गुलजार हो जाएगा। इससे शहर के विकास में नई गति आएगी।

- आधुनिक सुविधाएं: इस टर्मिनल में यात्रियों के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध होंगी, जैसे कि प्रतीक्षालय, शौचालय, और फूड कोर्ट। इससे यात्रियों को बड़ी सुविधा होगी और शहर के विकास में भी योगदान होगा।

निष्कर्ष

धनबाद में अंतरराज्यीय बस टर्मिनल के निर्माण से शहर के लोगों को कई फायदे होंगे। यह टर्मिनल न केवल कनेक्टिविटी में सुधार करेगा, बल्कि रोजगार के अवसर भी प्रदान करेगा। इससे शहर के विकास में नई गति आएगी और लोगों को बड़ी सुविधा होगी।

कोलकाता-कानपुर सेंट्रल स्पेशल ट्रेन की अवधि बढ़ी, अब अगस्त तक चलेगी

कोलकाता-कानपुर सेंट्रल स्पेशल ट्रेन की अवधि बढ़ा दी गई है, जो अब अगस्त के पहले पखवाड़े तक चलेगी। यह ट्रेन धनबाद होकर सप्ताह में दो दिन चलती है, और यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए इसके फेरे बढ़ा दिए गए हैं।

ट्रेन का शेड्यूल और रूट

- कानपुर सेंट्रल से कोलकाता: ट्रेन नंबर 04153 प्रत्येक सोमवार और गुरुवार को चलेगी। कानपुर सेंट्रल से दोपहर 1 बजे रवाना होगी और रात 12:45 बजे गोमो, 1:40 बजे धनबाद तथा सुबह 7:50 बजे कोलकाता पहुंचेगी।

- कोलकाता से कानपुर सेंट्रल: ट्रेन नंबर 04154 प्रत्येक मंगलवार और गुरुवार को चलेगी। कोलकाता से सुबह 10:45 बजे रवाना होगी और दोपहर 3:30 बजे धनबाद, 3:58 बजे गोमो तथा अलसुबह 4:30 बजे कानपुर सेंट्रल पहुंचेगी।

ठहराव और सुविधाएं

- कोलकाता से चलने वाली ट्रेन का ठहराव बर्द्धमान, दुर्गाप

देवघर में श्रावणी मेला की तैयारियां जोरों पर

देवघर में 11 जुलाई से शुरू होने वाले श्रावणी मेले को लेकर तैयारियां तेज कर दी गई हैं। प्रशासन ने मेले के लिए कमर कस ली है और 5 जुलाई तक सभी तैयारियों को पूरा करने का लक्ष्य रखा है।

तैयारियों की समीक्षा और निर्देश

डीसी की समीक्षा: देवघर डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने श्रावणी मेला को लेकर विभागीय कार्यों की समीक्षा की और सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ समय पर काम पूरा करने का निर्देश दिया

गुणवत्ता का ध्यान: डीसी ने कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान रखने की अपील की और कहा कि मेले की सारी तैयारी 5 जुलाई तक हर हाल में पूरा कर लें।

मेले के लिए की जा रही तैयारियां

- कांवरिया पथ पर गंगा का बालू बिछाना: 5 जुलाई के बाद कांवरिया पथ पर गंगा का बालू बिछाया जाएगा, जिससे श्रद्धालुओं को चलने में आसानी हो। 70 फीसदी गंगा का बालू स्टॉक कर लिया गया है

पंडाल बनाना: कांवरिया रूट लाइन और मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पंडाल बनाने का काम तेजी से चल रहा है.

सड़क का कालीकरण: बीएन झा रोड से मानसरोवर व शिवगंगा चौक तक सड़क का कालीकरण किया जा रहा है.

नाला निर्माण: नंदन पहाड़, सिंघवा आदि इलाके में नाला निर्माण का कार्य चल रहा है.

मेले के दौरान श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं

सुरक्षा: सभी रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त की जा रही है.

साफ-सफाई: मेले के दौरान साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाएगा.

होल्डिंग प्वाइंट: श्रद्धालुओं के लिए होल्डिंग प्वाइंट की व्यवस्था की जा रही है.

बाबूलाल मरांडी और रघुवर दास की मुलाकात: सियासी हलचल तेज

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी की पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास से दुमका में मुलाकात ने राजनीतिक हलचल तेज कर दी है। इस मुलाकात को संगठनात्मक मजबूती के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है, खासकर संथाल परगना क्षेत्र में जहां भाजपा का प्रदर्शन पिछले चुनावों में कमजोर रहा था।

मुलाकात के प्रमुख बिंदु

- संगठनात्मक चर्चा: बाबूलाल मरांडी और रघुवर दास ने पार्टी संगठन और राज्य की राजनीति पर विस्तार से चर्चा की।

- पेसा कानून: रघुवर दास ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर आदिवासी परंपरा को सम्मान देने के लिए राज्य में पेसा लागू करने की मांग की है।

- भाजपा की रणनीति: अमित शाह के निर्देश पर बाबूलाल मरांडी ने रघुवर दास की सक्रियता को संगठन से जोड़ने का प्रयास किया है।

अमित शाह का दौरा

- पूर्वी क्षेत्र परिषद की बैठक: 10 जुलाई को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पूर्वी क्षेत्र परिषद की बैठक में शामिल होने रांची आ रहे हैं।

- भाजपा नेताओं से मुलाकात: अमित शाह भाजपा नेताओं से मिलेंगे और पार्टी के आगामी कार्यक्रमों पर चर्चा करेंगे।

- प्रदेश अध्यक्ष की भूमिका: अमित शाह के दौरे के आसपास ही झारखंड भाजपा को प्रदेश अध्यक्ष भी मिलना है, जिससे अमित शाह रघुवर दास की सक्रियता और बाबूलाल मरांडी की रणनीति का भाजपा की राजनीति पर होने वाले असर से भी परिचित होंगे।

राजनीतिक महत्व

- आदिवासी राजनीति: रघुवर दास की सक्रियता और पेसा कानून की मांग को आदिवासी राजनीति में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है।

- भाजपा की मजबूती: इस मुलाकात और अमित शाह के दौरे को भाजपा की मजबूती के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है, खासकर झारखंड में आगामी चुनावों के मद्देनजर।

संभावित परिणाम

- भाजपा की मजबूती: यदि यह रणनीति सफल होती है, तो भाजपा को झारखंड में मजबूती मिल सकती है।

- राजनीतिक हलचल: इस मुलाकात और अमित शाह के दौरे से झारखंड की राजनीति में हलचल तेज हो सकती है।

अब देखना यह है कि भाजपा की यह नई रणनीति कितनी सफल होती है और इसका झारखंड की राजनीति पर क्या असर पड़ता है।

सावन 2025: 11 जुलाई से शुरू होगा शिव आराधना का पावन महीना और कांवड़ यात्रा, जानिए प्रमुख तिथियां

सावन का महीना भगवान शिव की आराधना का अत्यंत पावन और शुभ समय माना जाता है. इस महीने का शिवभक्त पूरे वर्ष इंतजार करते हैं, क्योंकि यह काल व्रत, पूजा और रुद्राभिषेक जैसे धार्मिक अनुष्ठानों के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है. सावन में शिवालयों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ती है और वातावरण “हर हर महादेव” के जयघोष से गूंज उठता है. ऐसा विश्वास है कि सावन में यदि कोई भक्त भोलानाथ की सच्चे मन से भक्ति करता है, तो उसकी सभी इच्छाएं पूरी होती हैं. इसी पवित्र महीने में कांवड़ यात्रा का आयोजन भी होता है, जिसकी परंपरा की शुरुआत भगवान परशुराम द्वारा की गई मानी जाती है. आइए जानते हैं कि वर्ष 2025 में कांवड़ यात्रा कब से प्रारंभ होगी.

कांवड़ यात्रा कब से

कांवड़ यात्रा की शुरुआत सावन माह के पहले दिन से ही होती है, इसलिए वर्ष 2025 में यह पवित्र यात्रा 11 जुलाई से आरंभ मानी जाएगी. यह यात्रा सावन शिवरात्रि तक चलती है, जो इस बार अगस्त के प्रारंभ में आएगी. इस दौरान श्रद्धालु पवित्र गंगाजल लेकर भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं. ऐसी मान्यता है कि इस श्रद्धा और भक्ति से भोलेनाथ अत्यंत प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं.

क्या है कांवड़ यात्रा

कांवड़ यात्रा एक पवित्र धार्मिक यात्रा है, जिसमें शिवभक्त पवित्र गंगाजल लेकर पैदल यात्रा करते हैं और अपने क्षेत्र के निकटवर्ती शिव मंदिर में शिवलिंग का अभिषेक करते हैं. यह परंपरा अत्यंत प्राचीन मानी जाती है और कहा जाता है कि इसकी शुरुआत स्वयं भगवान परशुराम ने की थी. हर वर्ष यह यात्रा विशेष रूप से उत्तर भारत में बड़े धूमधाम से आयोजित की जाती है, जिसमें लाखों श्रद्धालु आस्था और उत्साह के साथ भाग लेते हैं.

सावन 2025 की शुरुआत कब से

सावन 2025 की शुरुआत और समापन की तिथियां वैदिक पंचांग के अनुसार तय होती हैं. सावन माह का आरंभ इस वर्ष 11 जुलाई की रात 2 बजकर 6 मिनट से कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि के साथ होगा, जो 12 जुलाई की रात 2 बजकर 8 मिनट तक रहेगी. इसी के आधार पर सावन माह की शुरुआत 11 जुलाई 2025 से मानी जाएगी. यह पावन महीना 9 अगस्त 2025 को समाप्त होगा.

झारखंड में सक्रिय मानसून: अगले कुछ दिनों तक भारी वर्षा का अलर्ट, तापमान में बदलाव के भी संकेत

राजधानी रांची समेत पूरे राज्य में पिछले दो दिनों से लगातार हो रही वर्षा ने जनजीवन को प्रभावित किया है। राज्य के सभी जिलों में दक्षिण-पश्चिमी मानसून पूरी तरह से सक्रिय हो चुका है।

साथ ही बंगाल की खाड़ी और दक्षिणी बांग्लादेश के पास निम्न दबाव का क्षेत्र बन गया है। इन दोनों कारणों से पूरे राज्य में पिछले कुछ दिनों से पूरे राज्य में हल्की व मध्यम दर्जे की वर्षा हो रही है।

मौसम विज्ञान केंद्र रांची से जारी पूर्वानुमान की बात करें तो 22 जून को राज्य के उत्तर पश्चिमी क्षेत्र यानी पलामू, गढ़वा, चतरा, कोडरमा, लातेहार और लोहरदगा के अलावे उत्तर पूर्वी हिस्से यानी देवघर, दुमका, गोड्डा, पाकुड़, धनबाद, गिरिडीह, जामताड़ा और साहिबगंज में कहीं कहीं भारी वर्षा होने के संकेत हैं।

इन जिलों में मेघगर्जन के साथ बिजली गिरने की भी संभावना है और इसे लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। वहीं 24 और 25 जून को राज्य के निकटवर्ती मध्य भाग यानी रांची, रामगढ़, हजारीबाग, गुमला, बोकारो और खूंटी में जबकि 25 जून को इन जिलों के अलावे दक्षिणी हिस्से यानी पूर्वी व पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा और सरायकेला खरसावां में भारी वर्षा होने की संभावना है, इसे लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।

मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद ने बताया कि राज्य में अगले दो दिनों यानी 22 और 23 जून को अधिकतम तापमान में 3 से 4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है। इसके बाद अगले तीन दिनों 24, 25 और 26 जून को तापमान में बड़े बदलाव की संभावना नहीं है।

उन्होंने बताया कि दक्षिणी बांग्लादेश और उससे सटे पश्चिम बंगाल के इलाकों में बन रहा निम्न दबाव का क्षेत्र भी है। इस कारण झारखंड में आगामी दिनों अच्छी वर्षा होने की संभावना है।

ऐसा रहा मौसम

पिछले 24 घंटे के मौसम की बात करें तो पूरे राज्य में मानसून की गतिविधि सक्रिय रही। राज्य में लगभग सभी स्थानों पर मेघगर्जन के साथ हल्की व मध्यम दर्जे की वर्षा हुई है, जबकि कुछेक स्थानों पर भारी वर्षा हुई है।

सबसे अधिक वर्षा 85 मिमी हजारीबाग के बरकागांव में हुई है। सबसे अधिक अधिकतम तापमान 32.6 डिग्री सेल्सियस बहरागोरा में जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 21.1 डिग्री सेल्सियस लातेहार में रिकार्ड किया गया है। वहीं राजधानी रांची का अधिकतम 26 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 22.7 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है।

गढ़वा के नगर उंटारी में बनेगा 100 बेड का अस्पताल, स्वास्थ्य मंत्री ने की 168 करोड़ की मंजूरी की घोषणा

रांची-झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने गढ़वा के नगर उंटारी को आज शुक्रवार को बड़ी सौगात दी है. उन्होंने 100 बेड का अस्पताल और ट्रॉमा सेंटर के लिए 168 करोड़ रुपए स्वीकृत करने की घोषणा की. इससे स्थानीय लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकेंगी.

विधायक अनंत प्रताप देव ने सौंपा था मांग पत्र

रांची के नेपाल हाउस में झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी से भवनाथपुर के विधायक अनंत प्रताप देव ने शिष्टाचार भेंट की. इस दौरान उन्होंने नगर उंटारी में 100 बेड के आधुनिक अस्पताल और ट्रॉमा सेंटर में चिकित्सकों समेत सभी आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए मांग पत्र सौंपा.

168 करोड़ की राशि स्वीकृत करने की घोषणा

झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने जनस्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए 168 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत करने की घोषणा की. इसके तहत नगर उंटारी में 100 बेड का अत्याधुनिक अस्पताल एवं ट्रॉमा सेंटर स्थापित किया जाएगा. इसमें आधुनिक चिकित्सा संसाधन एवं विशेषज्ञ डॉक्टरों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी.

स्वास्थ्य व्यवस्था बनेगी सशक्त

झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने कहा कि यह निर्णय क्षेत्र की स्वास्थ्य व्यवस्था को सशक्त बनाएगा और हजारों लोगों को बेहतर इलाज की सुविधा उनके अपने क्षेत्र में ही उपलब्ध हो सकेगी.