मुख्यमंत्री योगी ने पर्व-त्योहारों के मद्देनज़र कसी कानून-व्यवस्था की कमान, दिए कड़े निर्देश
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लखनऊ। आगामी श्रावण मास, कांवड़ यात्रा, रथ यात्रा, मोहर्रम, रक्षाबंधन जैसे प्रमुख पर्वों को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार देर शाम वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। उन्होंने प्रदेशभर के पुलिस आयुक्तों, मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को कानून-व्यवस्था और जनसुविधाओं के प्रभावी प्रबंधन के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी आयोजन श्रद्धा, सुरक्षा और समरसता के साथ सम्पन्न हों, इसके लिए प्रशासन को सतर्कता और संवेदनशीलता से कार्य करना होगा।
श्रावण मास (11 जुलाई से 09 अगस्त) और कांवड़ यात्रा के दौरान लाखों श्रद्धालुओं की आवाजाही को देखते हुए विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया है। यात्रा मार्गों पर साफ-सफाई, रोशनी, पेयजल, शौचालय, प्राथमिक चिकित्सा जैसी सुविधाओं की व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, खुले में मांस बिक्री पर रोक, डीजे की ध्वनि सीमा, और धार्मिक आयोजनों में अस्त्र-शस्त्र के प्रदर्शन पर सख्ती बरतने को कहा गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रा मार्गों पर भड़काऊ नारे, कानफोड़ू संगीत और परंपरा से हटकर रूट परिवर्तन की अनुमति नहीं होगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी शोभायात्रा के लिए पेड़ काटना या गरीबों को विस्थापित करना अस्वीकार्य है। डीजे की ऊंचाई और ध्वनि स्तर निर्धारित मानकों के अनुरूप होनी चाहिए।
मोहर्रम के आयोजन को लेकर उन्होंने पीस कमेटियों से संवाद की बात कही और पूर्व घटनाओं से सबक लेते हुए सुरक्षा उपाय पुख्ता करने के निर्देश दिए। सोशल मीडिया की कड़ी निगरानी, ड्रोन से निगरानी और अफवाहों पर त्वरित खंडन की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने जातीय संघर्ष की साजिशों पर सख्त रुख अपनाते हुए अधिकारियों से षड्यंत्रों का तुरंत भंडाफोड़ करने और दोषियों पर कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने जनशिकायतों के निस्तारण में लापरवाही बरतने वाले जिलों को चेतावनी भी दी।
बैठक के अंत में सीएम ने 'स्कूल पेयरिंग नीति' पर भी चर्चा की और जिलाधिकारियों से पारदर्शी तरीके से इसे लागू करने को कहा।
Jun 26 2025, 09:01