देश में डरा रही कोरोना की रफ्तार, 6000 के पार हुए कोविड के मामले, 9 दिन में कोरोना से 58 मौतें

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देश में कोरोना तेजी से पांव पसार रहा है। पिछले 24 घंटों में देश में कोविड के 378 नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद कुल सक्रिय मामलों का आंकड़ा 6000 को पार कर गया है। 22 मई को देश में केवल 257 एक्टिव केस थे, लेकिन मामलों में लगातार हो रही बढ़ोतरी के बाद अब तक संख्या 6133 तक पहुंच गई है।

स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार पिछले 9 दिन में 3423 कोरोना केस बढ़े, जबकि 58 लोगों ने जान गंवाई है। 30 मई तक देश में 2710 एक्टिव केस और 7 मौतें हुई थीं। देश में कोरोना वायरस के हर दिन करीब 400 नए केस सामने आ रहे। पिछले 24 घंटों में कोविड के कारण 6 मौतें भी हुई हैं।

केरल अब भी देश का सबसे प्रभावित राज्य

केरल अब भी देश का सबसे प्रभावित राज्य। केरल में सबसे ज्यादा 1950 केस हैं। पिछले 24 घंटे में हुई मौतों की बात करें तो केरल में तीन कोरोना संक्रमितों ने दम तोड़ दिया। एक की उम्र 51 साल, दूसरे की 64 और तीसरे की उम्र 92 साल बताई गई। तीनों ही पुरुष थे और तीनों को पहले से कई बीमारियां थीं। ऐसे ही कर्नाटक में भी दो कोरोना संक्रमितों की मौत हुई। जान गंवाने वाले दोनों पुरुषों की उम्र 51 और 78 साल थी। ये दोनों भी स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से ग्रसित थे। इसके अलावा एक 42 साल के पुरुष कोरोना संक्रमित की मौत तमिलनाडु में हुई।

जनवरी से अब तक देश में 65 मौतें

मंत्रालय ने कहा कि भारत में 6,133 सक्रिय कोविड मामले हैं। पिछले 24 घंटों में छह और मौतें हुई हैं। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, अधिकांश मामले हल्के हैं और घरेलू देखभाल में ही आइसोलेशन के साथ ठीक कर लिए जा रहे हैं। इस साल जनवरी से अब तक देश में 65 मौतें हुई हैं। 22 मई को देश में कुल 257 सक्रिय मरीज थे।

मणिपुर में फिर क्यों भड़की हिंसा? पांच जिलों में निषेधाज्ञा और इंटरनेट बंद

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मणिपुर में एक बार फिर हालात तनावपूर्ण हैं। मैतेई नेताओं की गिरफ्तारी के बाद फिर से हिंसा भड़क उठी है। जिसके बाद इंफाल में लोग सड़कों पर उतर आए हैं।इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हुई। जिसके बाद पांच जिलों में इंटरनेट सेवाएं और एक जिले में कर्फ्यू लगा दिया गया है। बता दे कि मई 2023 से हिंसा की आग में झुलस रहे मणिपुर में बीते कुछ दिनों से शांति थी, लेकिन अब फिर से हालात बिगड़ गए हैं।

इंफाल क्षेत्र में शनिवार को मैतेई समूह के पांच अरमबाई टेंगोल स्वयंसेवकों की गिरफ्तारी की अफवाह के बाद एक बार फिर तनाव बढ़ गया। पीटीआई के मुताबिक मैतेई संगठन अरामबाई तेंगगोल के नेता कनन सिंह की गिरफ्तारी की खबर फैलते ही विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। प्रदर्शनकारियों ने क्वाकेथेल और उरीपोक में सड़कों पर टायर और पुराने फर्नीचर जलाए। उन्होंने मैतेई नेता की रिहाई की मांग की। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी हुई।

क्वाकेथेल में कई राउंड फायरिंग हुई। इसके अलावा प्रदर्शनकारियों ने तुलिहाल में इंफाल हवाई अड्डे के गेट का घेराव भी किया। वे हवाई अड्डे के साथ सड़कों पर उतर आए और गिरफ़्तार नेता को राज्य से बाहर ले जाने की कोशिश का विरोध करने के लिए मुख्य मार्ग पर जाम लगा दिया। इसके अलावा संगठन के सदस्यों ने प्रतीकात्मक विरोध प्रदर्शन करते हुए अपने ऊपर पेट्रोल डाल लिया।

राज्य में अशांति के बाद प्रशासन की तरफ से आदेश जारी किया गया। इस आदेश के मुताबिक राज्य के 5 जिलों में इंटरनेट बंद और एक जिले कर्फ्यू लगाया गया। इसके साथ ही वीपीएन भी बंद किया गया है। इन जिलों में इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, थौबल, विष्णुपुर और काकचिंग शामिल हैं। प्रशासन की तरफ जारी किए गए आदेश में कहा गया है कि जानमाल की संभावित हानि, संपत्ति को नुकसान और सार्वजनिक शांति बनाने के लिए इंटरनेट सेवा बंद की गई है। इसके साथ ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आपत्तिजनक पोस्ट होने के बाद यह कार्रवाई की गई है। प्रशासन ने आदेश में कहा कि यह फैसला अफवाहों को रोकने के लिए लिया है। ऐसा न करने से राज्य में झूठी अफवाहों के कारण हिंसा का डर है, जिसमें सार्वजनिक और निजी संपत्ति को नुकसान हो सकता है।

कोलंबियाई राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार मिगुएल उरीबे टर्बे पर हुआ जानलेवा हमला,

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कोलंबिया के प्रमुख विपक्षी नेता और साल 2026 के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार मिगुएल उरीबे टर्बे को शनिवार की शाम बोगोटा में एक चुनावी सभा के दौरान गोली मार दी गई। इस गोलीबारी के दौरान मिगुएल गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हमला कोलंबिया के हालिया राजनीतिक इतिहास में सबसे गंभीर घटनाओं में से एक माना जा रहा है।

ये घटना शनिवार को स्थानीय समय के मुताबिक शाम 5 बजे हुई. 39 साल के कंजर्वेटिव नेता उरीबे टर्बे, मॉडलिया इलाके में मंच से अपने समर्थकों को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान एक व्यक्ति ने उन पर कई गोलियां चलाईं। कुछ गोलियां उनकी पीठ में लगीं और बताया जा रहा है कि कुछ सिर में भी लगीं। उरीब की हालत गंभीर है।

हमले के बाद कोलंबियाई राजधानी का सभी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया था, ताकि अगर उन्हें रेफर करने की जरुरत पड़े तो वे सुरक्षित रहें। बोगोटा के मेयर ने पुष्टि की कि संदिग्ध हमलावर को गिरफ्तार कर लिया गया है। कोलंबियाई सरकार ने उरीबे पर शनिवार के हमले की निंदा करते हुए एक बयान साझा किया।

हादसे के बाद मिगुएल की पत्नी ने उनके 'एक्स' अकाउंट पर पोस्ट के जरिए समर्थकों से दुआ करने को कहा। उन्होंने लिखा, मैं मारिया क्लाउडिया तराजोना, मिगुएल की पत्नी हूं। मिगुएल जिंदगी के लिए संघर्ष कर रहे हैं। आइए हम ईश्वर से प्रार्थना करें कि वह उसका इलाज कर रहे डॉक्टरों के हाथों का मार्गदर्शन करें। मैं सभी से मिगुएल के जिंदगी के लिए प्रार्थना करने की अपील करती हूं। मुझे ईश्वर पर पूरा विश्वास है।

बता दे कि कोलंबिया में साल 2026 में राष्ट्रपति चुनाव होने हैं। इसी बीच राष्ट्रपति पद पर ताल ठोक रहे युवा प्रत्याशी मिगुएल उरीबे को गोली मार दी गई है। जानकारी के मुताबिक उरीबे को राजधानी बोगोटा में एक कार्यक्रम के दौरान गोली मारी गई, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।

पीएम मोदी ने पहलगाम हमले के लिए पाकिस्तान को दोषी ठहराया, कटरा मे बोले-भारत में दंगा कराने का था इरादा

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पहलगाम आतंकी हमले के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर के दौरे पर पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां चिनाब नदी पर बने दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे आर्च ब्रिज राष्ट्र को समर्पित किया। इस मौके पर जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि 22 अप्रैल को इंसानियत और कश्मीरियत पर वार किया गया। पड़ोसी देश का मकसद भारत में दंगे कराना था। कश्मीर के मेहनतकश लोगों की कमाई रोकने का था, इसलिए पाकिस्तान ने टूरिस्टों पर हमला किया।

आतंकियों पर कयामत बरसी थी-पीएम मोदी

ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज 6 जून है। संयोग से ठीक एक महीने पहले, आज की ही रात पाकिस्तान के आतंकियों पर कयामत बरसी थी। अब पाकिस्तान कभी भी ऑपरेशन सिंदूर का नाम सुनेगा तो उसे अपनी शर्मनाक शिकस्त याद आएगी।

पहलगाम हमले में जान गंवाने वाले आदिल का जिक्र

पीएम ने पहलगाम हमले में जान गंवाने वाले आदिल का भी जिक्र किया। कहा कि वह मेहनत-मजदूरी करके घर चलाता था और पाकिस्तान प्रायोजित आतंकियों का शिकार बन गया। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग अब आतंकवाद को करारा जवाब दे रहे हैं और यह प्रदेश अब आतंक को नहीं, विकास को स्वीकार कर रहा है। कहा कि बीते दशकों में जम्मू-कश्मीर के लोगों ने मान लिया था कि हालात कभी नहीं बदलेंगे, लेकिन आज वही लोग उम्मीद, भरोसे और नए सपनों के साथ खड़े हैं। आतंक और अलगाव की राजनीति को पीछे छोड़कर जम्मू-कश्मीर आगे बढ़ने का संकल्प ले चुका है, और सरकार ने यह बदलाव कर के दिखाया है।

जम्मू-कश्मीर को मिली बड़ी सौगात, पीएम मोदी ने चिनाब-अंजी रेल ब्रिज का किया उद्घाटन

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दुनिया के सबसे ऊंचे ब्रिज की शुरूआत हो गई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर को बड़ी सौगात देते हुए दुनिया के सबसे ऊंचे रेल ब्रिज का उद्घाटन किया। साथ में कटरा और श्रीनगर के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। कटरा और श्रीनगर को जोड़ने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन, कटरा रेलवे स्टेशन से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हरी झंडी दिखाए जाने के तुरंत बाद चिनाब पुल को पार कर गई।

ब्रिज के उद्घाटन से पहले पीएम मोदी ने चिनाब रेल ब्रिज का निरीक्षण भी किया। जम्मू-कश्मीर के कटरा रेलवे स्टेशन से कटरा और श्रीनगर को जोड़ने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रेन में सवार स्कूली बच्चों से बातचीत की। उन्होंने ट्रेन में मौजूद रेलवे कर्मचारियों से भी बातचीत की।

जम्मू-कश्मीर में एक और रत्न जुड़ गया

कटरा में आयोजित कार्यक्रम के दौरान रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है। जम्मू-कश्मीर में एक और रत्न जुड़ गया है। आज पीएम मोदी ने जम्मू को श्रीनगर से जोड़ने वाली रेलवे लाइन का उद्घाटन किया है। देश ने दशकों से इस रेलवे लाइन का सपना संजोया था। इसके निर्माण में बड़ी चुनौतियां थीं, प्रकृति पर विजय पाने की कोशिश करने के बजाय, प्रकृति के साथ सामंजस्य बिठाते हुए, पुलों और सुरंगों के इस नेटवर्क के माध्यम से यह रेलवे लाइन आज एक वास्तविकता बन गई है। यह हमारे प्रधान मंत्री के दृढ़ संकल्प, कड़ी मेहनत और लेजर-शार्प फोकस के कारण संभव हुआ है

तकनीक और पर्यावरण की दृष्टि से अनूठा ब्रिज

चिनाब ब्रिज दुनिया का सबसे ऊंचा रेल आर्च ब्रिज है। यह भूकंप के लिहाज से जोन-5 में स्थित है। यह ब्रिज दो पहाड़ों के बीच बना है, जहां तेज हवाओं की वजह से विंड टनल फिनोमेना देखा जाता है। इस चुनौती को ध्यान में रखते हुए ब्रिज को 260 किलोमीटर प्रति घंटा की हवा की गति का सामना करने के लिए डिजाइन किया गया है। वैष्णव ने बताया कि इस ब्रिज के निर्माण में नींव और मेन स्‍ट्रक्‍चर को जोड़ने में कई जटिल चुनौतियों का सामना करना पड़ा। प्रकृति के साथ सामंजस्य बिठाते हुए इन चुनौतियों को पार किया गया, जिससे यह परियोजना न केवल तकनीकी, बल्कि पर्यावरण के दृष्टिकोण से भी अनूठा है।

कश्‍मीर वैली में पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

चिनाब रेल ब्रिज और अंजी ब्रिज के शुरू होने से कश्मीर जाने वालों के लिए ट्रेनों का सफर सस्ता और आसान हो जाएगा। ब्रिज के जरिये जम्‍मू और श्रीनगर दशकों के बाद रेल लिंक से जुड़ गया है। कई साल पहले घाटी को देश के अन्‍य हिस्‍सों से रेल नेटवर्क से जोड़ने का सपना देखा गया था। अब जाकर वह साकार हुआ है। इससे कश्‍मीर वैली में न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि व्‍यवसाय-कारोबार को भी नए पंख मिलने की उम्‍मीद है।

टूट गई ट्रंप-मस्क की दोस्ती! टेस्ला चीफ बोले-मेरे बिना ट्रंप चुनाव हार जाते, अमेरिकी राष्ट्रपति ने किया पलटवार

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अमेरिका के दो सबसे चर्चित चेहरे डोनाल्ड ट्रंप और एलन मस्क अब आमने-सामने खड़े नज़र आ रहे हैं। अभी कुछ महीने पहले तक दोनों एक दूसरे की तारीफ में कसीदे पढ़ रहे थे। अब एक दूसरे के खिलाफ खुलकर खेल रहे हैं। इसकी शुरुआत एलन मस्क के डोनाल्ड ट्रंप के नीति विधेयक की तीखी आलोचना से हुई। मस्क ने व्हाइट हाउस के 4 ट्रिलियन डॉलर के खर्च विधेयक की कड़ी आलोचना की, जिससे ट्रंप नाराज हैं। ट्रंप ने मस्क पर बिल की जानकारी होने और फिर भी आलोचना करने का आरोप लगाया।

व्हाइट हाउस द्वारा प्रस्तावित 4 ट्रिलियन डॉलर के खर्च और कर बिल को लेकर मस्क की तीखी आलोचना के बाद ट्रंप ने उनके साथ अपने संबंधों को लेकर सार्वजनिक रूप से संदेह जताया। ट्रंप ने कहा, एलन और मेरे बीच बहुत अच्छे संबंध थे, लेकिन मुझे नहीं पता कि हम आगे भी ऐसे ही रहेंगे या नहीं। मैं हैरान हूं।उन्होंने ये बात ओवल ऑफिस में पत्रकारों से बात करते हुए कही।

ट्रंप का मस्क पर तीखा हमला

दरअसल, मस्क ने हाल ही में इस भारी-भरकम खर्च बिल को “घृणास्पद” बताते हुए इसका कड़ा विरोध किया और आरोप लगाया कि यह अमेरिका को “दिवालिया” बना सकता है। ट्रंप का कहना है कि मस्क को इस बिल की हर बात पहले से पता थी, और उन्होंने कभी कोई आपत्ति नहीं जताई थी। ट्रंप ने कहा कि मैंने स्पेसएक्स हो या टेस्ला, एलन मस्क का हमेशा समर्थन किया। लेकिन अब मुझे समझ नहीं आता कि जो शख्स अमेरिकी नीतियों से इतना लाभ उठा चुका है, वह अब हमारे बिल को गलत कैसे कह सकता है।डोनाल्ड ट्रंप ने यह भी बताया कि मस्क की आलोचना के बाद से दोनों के बीच कोई बातचीत नहीं हुई है।

मस्क ने आरोपों का किया खंडन

वहीं मस्क ने इसका खंडन किया है। मस्क ने कहा कि ‘झूठ, यह बिल मुझे एक बार भी नहीं दिखाया गया और रात के अंधेरे में इतनी तेजी से पारित किया गया कि कांग्रेस में लगभग कोई भी इसे पढ़ भी नहीं सका।

आज फिर बिहार पहुंच रहे हैं राहुल गांधी, 5 महीने में छठा दौरा, सीएम नीतीश के गढ़ में भरेंगे हुंकार

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इस साल बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी कोई एक बार फिर आज प्रदेश के दौरे पर रहेंगे। इस साल पांच महीने में वो पांचवीं बार बिहार का दौरा करने जा रहें हैं। अपने इस दौरे में राहुल नीतीश कुमार के गढ़ नालंदा में हुंकार भरेंगे। इस बार उनका फोकस मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गढ़ और अत्यंत पिछड़ा वर्ग (अति-पिछड़ा वर्ग) के वोट बैंक पर केंद्रित दिख रहा है। राहुल गांधी 6 जून को गया और राजगीर में कार्यक्रम करेंगे।

दशरथ मांझी के परिजनों से मिलेंगे

राहुल गांधी अपने दौरे की शुरुआत गया से करेंगे। वे सबसे पहले गया एयरपोर्ट पर उतरेंगे। जानकारी के मुताबिक वहां से सीधे ‘माउंटेन मैन’ के नाम से प्रसिद्ध दशरथ मांझी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे। इसके बाद वे दशरथ मांझी के परिजनों से भी मुलाकात करेंगे। गया में ही राहुल गांधी महिलाओं के साथ संवाद करेंगे, जिसमें महिलाओं से जुड़े सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है।

अति-पिछड़े वर्ग पर फोकस

इसके बाद राहुल गांधी राजगीर रवाना होंगे। यहां राहुल अति पिछड़ा समाज के युवाओं से संवाद करेंगे। इस कार्यक्रम के माध्यम से वे अत्यंत पिछड़ा वर्ग के नेताओं और कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद स्थापित करेंगे। यह आयोजन कांग्रेस की उस रणनीति का हिस्सा है। जिसमें वह सामाजिक न्याय के मुद्दों को केंद्र में रखकर अपनी राजनीतिक पकड़ मजबूत करना चाहती है। यह कदम साफ संकेत देता है कि राहुल गांधी अति-पिछड़े वर्गों के बीच संवेदनात्मक और सामाजिक जुड़ाव बढ़ाने की कोशिश में हैं।

5 महीनों में छठा बिहार दौरा

पिछले पांच महीनों में राहुल का यह छठा बिहार दौरा है, जो कांग्रेस की आक्रामक रणनीति की योजना की कहानी को बयां करता है। लेकिन सवाल यह है कि नीतीश के गढ़ में राहुल गांधी का यह पिछड़ा सम्मेलन क्या महागठबंधन की एकता को मजबूत करेगी या नई चुनौती पेश करेगा।

पीएम मोदी आज दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे ब्रिज का करेंगे उद्घाटन, जम्मू-कश्मीर को देंगे 46 हजार करोड़ की सौगात

#pm_will_dedicate_chenab_bridge_to_nation

जम्मू-कश्मीर के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री मोदी पहली बार आज जम्मू-कश्मीर का दौरा करेंगे। पीएम मोदी चिनाब दरिया पर बने रेलवे के चिनाब पुल को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इसके अलावा वो दो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे। कटरा में 46000 करोड़ की परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे।

विकास पकड़ेगी रफ्तार

पीएम 46 हजार करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली विकास परियोजनाओं की सौगात देंगे। इसमें 43,780 करोड़ की लागत से निर्मित 272 किलोमीटर लंबी उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेलवे लिंक (यूएसबीआरएल) परियोजना भी शामिल है। यूएसबीआरएल घाटी को सीधी ट्रेन कनेक्टिविटी देगा। कश्मीर और देश के बाकी हिस्सों के बीच सभी मौसमों में निर्बाध रेल संपर्क स्थापित होगा।

पीएम मोदी ने किया ट्वीट

पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि छह जून का दिन वास्तव में जम्मू-कश्मीर के मेरे बहनों और भाइयों के लिए विशेष दिन है। 46,000 करोड़ रुपये की लागत वाली प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन किया जाएगा। इसका लोगों के जीवन पर बहुत सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। वास्तुकला की असाधारण उपलब्धि होने के अलावा चिनाब रेल पुल जम्मू और श्रीनगर के बीच संपर्क में सुधार करेगा। अंजी ब्रिज भारत के पहले केबल-स्टेड रेल पुल के रूप में चुनौतीपूर्ण भूभाग पर स्थित है। उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लिंक (यूएसबीआरएल) परियोजना सभी मौसम में कनेक्टिविटी सुनिश्चित करेगी। श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा से श्रीनगर तक वंदे भारत ट्रेनें आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देंगी तथा आजीविका के अवसर पैदा करेंगी।

चिनाब और अंजी रेल पुल का उद्घाटन

चिनाब रेल पुल दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च ब्रिज है। यह 1,315 मीटर लंबा स्टील आर्च ब्रिज है जिसे भूकंप और हवा की हर स्थिति का सामना करने के लिए तैयार किया गया है। यह नदी से 359 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इस पुल का एक प्रमुख प्रभाव जम्मू और श्रीनगर के बीच संपर्क को बढ़ाना होगा। इस पुल पर चलने वाली वंदे भारत ट्रेन के ज़रिए कटरा और श्रीनगर के बीच यात्रा करने में सिर्फ 3 घंटे लगेंगे। अंजी ब्रिज भारत का पहला केबल-स्टेड रेल ब्रिज है जो इस चुनौतीपूर्ण भूभाग में राष्ट्र की सेवा करेगा।

ऑपरेशन सिंदूर' क्यों रखा गया मिशन का नाम? अमेरिका में शशि थरूर ने दिया ये जवाब

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कांग्रेस नेता शशि थरूर अमेरिका में हैं। थरूर भारत की तरफ से दुनियाभर में भेजे गए डेलीगेशन का हिस्सा हैं। कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में सर्वदलीय भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल अमेरिका पहुंचा। इस प्रतिनिधिमंडल का मकसद आतंकवाद पर भारत का रुख दुनिया के सामने रखना है। कांग्रेस नेता ने यूएस स्थित नेशनल प्रेस क्लब में एक बातचीत के दौरान बताया कि आखिर भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ एक्शन को 'ऑपरेशन सिंदूर' नाम क्यों दिया। थरूर ने कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' का नाम बहुत सोच-समझकर रखा गया है। उन्होंने सिंदूर के महत्व को बताते हुए कहा कि यह रंग खून से अलग नहीं है।

‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम क्यों चुना?

बुधवार को अमेरिका में नेशनल प्रेस क्लब में एक संवाद सत्र के दौरान यह पूछे जाने पर कि भारत ने आतंकवाद विरोधी कार्रवाई के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम क्यों चुना। कांग्रेस सांसद ने कहा, ऑपरेशन सिंदूर, वास्तव में, मुझे लगा कि यह एक शानदार नाम है। सिंदूर, अगर कुछ अमेरिकी इसके बारे में नहीं जानते हैं, तो यह सिंदूर हिंदू परंपरा में विवाहित महिलाओं अपनी मांग में लगाती है। यह व्यापक रूप से प्रचलित है। कुछ गैर-हिंदू भी इसे करते हैं। सिंदूर विवाह समारोह के समय लगाया जाता है और उसके बाद हर दिन विवाहित महिलाएं इसे लगाती हैं। इसलिए, हम इन क्रूर आतंकवादियों के बारे में बहुत सचेत थे, जिन्होंने पति को उनकी पत्नियों और बच्चों के सामने गोली मार दी। आतंकियों ने महिलाओं को छोड़ दिया और जब एक पत्नी चिल्लाई, ‘मुझे भी मार दो’, तो उसे कहा गया, नहीं, ‘तुम वापस जाओ और उन्हें बताओ कि हमने क्या किया है।’ इसी कारण से महिलाएं इस जघन्य, वीभत्स कृत्य से बच गईं।

सिंदूर का रंग खून के रंग से बहुत अलग नहीं-थरूर

थरूर ने आगे कहा कि उस सिंदूर को वास्तव में 26 भारतीय महिलाओं के माथे से मिटा दिया गया था, मैं हिंदू महिलाएं कहने वाला था, लेकिन उनमें से एक वास्तव में ईसाई थी, लेकिन बाकी सभी के माथे का सिंदूर इन आतंकवादी घटना में मिटा दिया गया। इसलिए हम सबसे पहले सिंदूर मिटाने की उस घटना का बदला लेना चाहते थे। लेकिन, दूसरी बात, यह कोई संयोग नहीं है कि सिंदूर का रंग लाल है, जो खून के रंग से बहुत अलग नहीं है, और कई मायनों में एक हिंदी मुहावरा है कि ‘खून का बदला खून’; यहां यह ‘सिंदूर का बदला खून’ होगा, यानी सिंदूर के साथ जो कुछ भी किया गया है, उसके जवाब में खून।

पूरी तरह से टूट चुका हूं”, आरसीबी की विक्ट्री परेड भगदड़ पर बोले विराट कोहली

#virat_kohli_reaction_on_stampede_outside_chinnaswamy_stadium

बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर बुधवार को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की विक्ट्री परेड में भगदड़ मच गई। इससे 11 लोगों की मौत हो गई। साथ ही 33 लोग घायल हो गए हैं। इस हादसे पर आरसीबी के दिग्गज खिलाड़ी विराट कोहली ने प्रतिक्रिया दी है। विराट कोहली ने कहा कि उनका दिल टूट गया है और वो निशब्द हैं।

कोहली ने इंस्टाग्राम पर लिखा- 'मेरे पास कहने के लिए शब्द नहीं हैं। पूरी तरह से टूट गया हूं।' उन्होंने हार्टब्रेक का इमोजी भी बनाया। विराट कोहली ने भगदड़ के बारे में आरसीबी का आधिकारिक बयान साझा किया है। आरसीबी ने हादसे के बाद एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा है कि उन्हें इस हादसे से दुख हुआ है।

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास हुई भगदड़ पर कहा, हमें बेंगलुरु में आज दोपहर मीडिया रिपोर्ट्स के जरिए मिली घटनाओं की जानकारी से काफी दुख हुआ। सभी की सुरक्षा हमारे लिए पहली प्राथमिकता है। आरसीबी इस दुखद हादसे में जान गंवाने वालों के लिए शोक व्यक्त करता है और हमारी संवेदना पीड़ित परिवारों के साथ है। हालात की जानकारी मिलते ही हमने तुरंत अपने कार्यक्रम में बदलाव किया और स्थानीय प्रशासन के दिशा-निर्देशों और सलाह का पालन किया। हम अपने सभी समर्थकों से अनुरोध करते हैं कि कृपया सुरक्षित रहें।

आरसीबी के आईपीएल जीतने पर बेंगलुरु में जश्न मनाया जा रहा था। मंगलवार को आईपीएल में अपना पहला टाइटल जीता था। टीम ने पंजाब किंग्स को 6 रन से हराया। आरसीबी की टीम जब बेंगलुरु एयरपोर्ट पहुंची, तब वहां हजारों आरसीबी फैंस मौजूद थे। आरसीबी की टीम का विधानसभा में कर्नाटक सरकार ने सम्मान किया।

एक प्रोग्राम चिन्नास्वामी स्टेडियम में भी था। स्टेडियम के बाहर लाखों की भीड़ जमा हो गई थी। भीड़ को संभालने के लिए पुलिस हल्का लाठीचार्ज भी करना पड़ा।