छत्तीसगढ़ के विकास के लिए सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने की केंद्रीय मंत्रियों से महत्वपूर्ण भेंट

नई दिल्ली/रायपुर-  रायपुर के सांसद एवं वरिष्ठ भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल, छत्तीसगढ़ के सर्वांगीण विकास के लिए सतत रूप से प्रयासरत हैं। इसी क्रम में उन्होंने केंद्रीय ग्रामीण विकास, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान तथा केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से नई दिल्ली में शिष्टाचार भेंट कर राज्य से संबंधित विभिन्न जनहितकारी मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की।

श्री अग्रवाल ने ग्रामीण क्षेत्रों के बुनियादी ढांचे के विकास, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के प्रभावी क्रियान्वयन, कृषि में आधुनिक तकनीकों के उपयोग और किसानों की आमदनी बढ़ाने जैसे विषयों को शिवराज सिंह चौहान के समक्ष उठाया। साथ ही छत्तीसगढ़ के ग्रामीण और आदिवासी अंचलों में विकास योजनाओं को गति देने हेतु आवश्यक सहयोग का अनुरोध किया।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से भेंट के दौरान श्री अग्रवाल ने प्रदेश में नई शिक्षण संस्थाओं की स्थापना, राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रभावी क्रियान्वयन तथा युवाओं के कौशल विकास हेतु केंद्र सरकार की योजनाओं के विस्तार पर चर्चा की। उन्होंने रायपुर में केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना, स्किल डेवलपमेंट सेंटर और नवाचार केंद्रों की आवश्यकता पर भी बल दिया।

सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में शिक्षा और कृषि क्षेत्रों के विकास तथा राज्य के युवाओं एवं किसानों के उज्जवल भविष्य के लिए केंद्रीय मंत्रियों ने पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है।

उन्होंने यह भी कहा कि, छत्तीसगढ़ को आत्मनिर्भर और विकसित बनाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार के समन्वय से निरंतर कार्य किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में "विकसित भारत" के संकल्प को साकार करने की दिशा में छत्तीसगढ़ की भागीदारी सुनिश्चित करना ही उनका लक्ष्य है।

शिक्षा की गुणवत्ता और पहुंच को बेहतर बनाने युक्तियुक्तकरण जरूरी

रायपुर- छत्तीसगढ़ में स्कूली शिक्षा की व्यवस्था को बेहतर और ज्यादा प्रभावशाली बनाने के लिए शिक्षा विभाग ने युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया शुरू की है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य यह है कि जहां जरूरत है वहां शिक्षक उपलब्ध हों और बच्चों को अच्छी शिक्षा, बेहतर शैक्षणिक वातावरण और बेहतर सुविधाएं मिल सकें। युक्तियुक्तकरण का मतलब है स्कूलों और शिक्षकों की व्यवस्था को इस तरह से सुधारना कि सभी स्कूलों में छात्र-शिक्षक अनुपात संतुलित हो और कोई भी स्कूल बिना शिक्षक के न रहे।

वास्तविक स्थिति

राज्य की 30,700 प्राथमिक शालाओं में औसतन 21.84 बच्चे प्रति शिक्षक हैं और 13,149 पूर्व माध्यमिक शालाओं में 26.2 बच्चे प्रति शिक्षक हैं, जो कि राष्ट्रीय औसत से कहीं बेहतर है। हालांकि 212 प्राथमिक स्कूल अभी भी शिक्षक विहीन हैं और 6,872 प्राथमिक स्कूलों में केवल एक ही शिक्षक कार्यरत है। पूर्व माध्यमिक स्तर पर 48 स्कूलों में शिक्षक नहीं हैं और 255 स्कूलों में केवल एक शिक्षक है। 362 स्कूल ऐसे भी हैं जहां शिक्षक तो हैं, लेकिन एक भी छात्र नहीं है।

इसी तरह शहरी क्षेत्र में 527 स्कूलों में छात्र-शिक्षक अनुपात 10 या उससे कम है। 1,106 स्कूलों में यह अनुपात 11 से 20 के बीच है। 837 स्कूलों में यह अनुपात 21 से 30 के बीच है। लेकिन 245 स्कूलों में यह अनुपात 40 या उससे भी ज्यादा है, यानी छात्रों की दर्ज संख्या के अनुपात में शिक्षक कम हैं।

युक्तियुक्तकरण के क्या होंगे फायदे

जिन स्कूलों में ज्यादा शिक्षक हैं लेकिन छात्र नहीं, वहां से शिक्षकों को निकालकर उन स्कूलों में भेजा जाएगा जहां शिक्षक नहीं हैं। इससे शिक्षक विहीन और एकल शिक्षक वाले स्कूलों की समस्या दूर होगी। स्कूल संचालन का खर्च भी कम होगा और संसाधनों का बेहतर उपयोग हो सकेगा। एक ही परिसर में ज्यादा कक्षाएं और सुविधाएं मिलने से बच्चों को बार-बार एडमिशन लेने की जरूरत नहीं होगी। यानी एक ही परिसर में संचालित प्राथमिक, माध्यमिक, हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूल संचालित होंगे तो प्राथमिक कक्षाएं पास करने के बाद विद्यार्थियों को आगे की कक्षाओं में एडमिशन कराने की प्रक्रिया से छुटकारा मिल जाएगा। इससे बच्चों को पढ़ाई में निरंतरता बनी रहेगी। बच्चों के स्कूल छोड़ने की दर (ड्रॉपआउट रेट) भी घटेगी। अच्छी बिल्डिंग, लैब, लाइब्रेरी जैसी सुविधाएं एक ही जगह देना आसान होगा।

शिक्षा विभाग ने कतिपय शैक्षिक संगठनों द्वारा युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया पर उठाए गए भ्रामक सवालों के संबंध में स्पष्ट किया है कि युक्तियुक्तकरण का मकसद किसी स्कूल को बंद करना नहीं है बल्कि उसे बेहतर बनाना है। यह निर्णय बच्चों के हित में, और शिक्षकों की बेहतर तैनाती के लिए लिया जा रहा है। छत्तीसगढ़ सरकार की यह पहल राज्य की शिक्षा व्यवस्था को ज्यादा सशक्त और संतुलित बनाएगी। युक्तियुक्तकरण से न सिर्फ शिक्षकों का समुचित उपयोग होगा, बल्कि बच्चों को बेहतर और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा भी मिल सकेगी।

डिलीवरी बॉय से मारपीट कर लूट, पुलिस ने 4 आरोपियों को किया गिरफ्तार

भानुप्रतापपुर- ई-कार्ट डिलीवरी बॉय से लूटपाट कर फरार हुए चार आरोपी आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ ही गए। इस घटना में आरोपियों ने पार्सल डिलीवरी के बहाने युवक से मारपीट कर 38 हजार 896 रुपये की सामग्री लूट ली थी। मामले में पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। यह मामला भानुप्रतापपुर थाना क्षेत्र का है।

जानकारी के अनुसार, प्रार्थी मनोहर मातरम (उम्र 20 वर्ष), निवासी सुखई 20 मई को भानुप्रतापपुर थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह इंस्टा कार्ड प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में डिलीवरी बॉय के रूप में कार्य करता है। 20 मई को वह मोटरसाइकिल (क्रमांक CG 19 BM 7787) से भानबेड़ा और भोड़िया की ओर ऑनलाइन पार्सल की डिलीवरी करने गया था। इस दौरान ग्राम मर्देल निवासी हरेश कुमार उयके ने कॉल कर पार्सल लेने की बात कही।

कुछ देर बाद आरोपी हरेश अपने तीन साथियों के साथ मौके पर पहुंचा और प्रार्थी से पार्सल छीनने की कोशिश की। विरोध करने पर आरोपियों ने मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी और ई-कार्ट कंपनी का पार्सल बैग लूट कर फरार हो गए, जिसमें कुल ₹38,896 की सामग्री थी।

प्रार्थी की रिपोर्ट पर धारा 396, 115(1), 351(2), 309(4) बीएनएस के तहत अपराध दर्ज कर पुलिस जांच में जुटी। वहीं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इन्दिरा कल्याण ऐलिसेला (IPS), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संदीप पटेल (IPS) एवं एसडीओपी शेर बहादुर सिंह ठाकुर के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी रामेश्वर देशमुख के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई।

जांच के दौरान पुलिस को आरोपियों की लोकेशन का पता चला, जहां से वे भागने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस टीम ने घेराबंदी कर चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उन्होंने अपराध स्वीकार कर लिया, जिसके बाद उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।

गिरफ्तार आरोपियों के नाम

हरेश कुमार उयके (उम्र 28 वर्ष)

अजय कुमार उयके (उम्र 25 वर्ष)

लिलेश कुमार उयके

महेंद्र कुमार कावड़े (उम्र 23 वर्ष)

गिरफ्तार किये गए चारों आरोपी ग्राम मर्देल के निवासी हैं।

गांजा तस्करी के आरोप में आरक्षक गिरफ्तार, ओडिशा से लाकर करवाता था सप्लाई

मनेंद्रगढ़- पैसों का लालच अच्छे-अच्छों को रास्ते से भटका देता है, लेकिन जब पुलिस वाले ही पैसों के लिए अपराध करने लगे तो सवाल उठना लाजिमी है. ऐसा ही एक मामला मनेंद्रगढ़ जिले में आया है, जहां गांजा तस्करी के आरोप में एक सीएएफ के आरक्षक को गिरफ्तार किया गया है.

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, 28 अप्रैल को सुरेश कुमार नाम के व्यक्ति को 2 किलो गांजा के साथ गिरफ्तार किया गया था. पूछताछ में उसने बताया कि 8वीं बटालियन पेण्ड्री, राजनांदगांव में पदस्थ आरक्षक बुंदेलाल उसे गांजा देता था, जिसे उसके ही बताए पते पर सप्लाई किया करता था. इसके एवज में उसे हजार रुपए मिलते थे.

इस खुलासे के बाद सरगुजा रेंज आईजी और जिले के पुलिस अधीक्षक को मामले की जानकारी दी गई. वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर मामले की बारीकी से किए गए जांच के बाद सुरेश कुमार से आरक्षक की कई बार बातचीत और मिले अन्य सबूतों के आधार पर आरक्षक बुंदेलाल को राजनांदगांव से हिरासत में लेकर खड़गवां थाने में लाकर पूछताछ की गई.

आरक्षक बुंदेलाल ने स्वीकार किया कि वह ओडिशा से गांजा लाकर सप्लाई किया करता था. सारी बातों का खुलासा होने पर पुलिस ने एनडीपीएस के तहत कार्रवाई करते हुए आरक्षक को गिरफ्तार कर जेल में भेज दिया. आरोपी आरक्षक बुंदेलाल खड़गवा के कौरीमार ग्राम का रहने वाला है.

राज्य सूचना आयुक्त नरेंद्र शुक्ल को कार्यकाल पूर्ण होने पर दी गई भावभीनी विदाई

रायपुर-   राज्य सूचना आयुक्त नरेंद्र शुक्ल को उनके कार्यकाल की पूर्णता के उपलक्ष्य में आज राज्य सूचना आयोग की ओर से एक भावभीनी विदाई दी गई। इस अवसर पर आयोग में एक सादे लेकिन गरिमामय समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें अधिकारियों और कर्मचारियों ने उन्हें शुभकामनाएं दीं।

विदाई समारोह में राज्य सूचना आयुक्त आलोक चंद्रवंशी, आयोग के सचिव नीलम नामदेव एक्का, उप सचिव आभा तिवारी सहित आयोग के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे। सभी ने श्री शुक्ल के कार्यकाल की सराहना करते हुए उनके कुशल नेतृत्व और पारदर्शिता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को याद किया। समारोह के अंत में श्री शुक्ल को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।

एनएचएम ने संविदा में नियुक्त किए सात विशेषज्ञ चिकित्सक, इन अस्पतालों में किए गए तैनात…

रायपुर- प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती देने की दिशा में एक और कदम उठाया गया है. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के निर्देश पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) ने 7 विशेषज्ञ चिकित्सकों की संविदा नियुक्ति के आदेश जारी किए हैं.

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, छत्तीसगढ़ की ओर से बुधवार को जारी संविदा नियुक्ति आदेश में डॉ. पीयुष देवांगन व डॉ. विवेक सिंह को जिला अस्पताल बालोद, डॉ. अर्पित यादव जिला अस्पताल कबीरधाम, डॉ. शशिकांत कुमार जिला अस्पताल मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, डॉ. संजय कुमार अग्रवाल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सरायपाली, जिला महासमुंद, डॉ. घनश्याम गंगवानी व डॉ. प्रियंका जोशी की सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सरगांव, जिला मुंगेली में पदस्थापना दी गई है.

बीते एक वर्ष में स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण की दिशा में अनेक महत्वपूर्ण कार्य किए गए है. प्रदेश के दूरस्थ और ग्रामीण अंचलों तक स्वास्थ्य सुविधाएँ पहुँचाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत बड़ी संख्या में संविदा मानव संसाधनों की नियुक्ति की गई है.

जनवरी 2024 से अप्रैल 2025 तक 88 विशेषज्ञ चिकित्सक, 432 चिकित्सा अधिकारी, 344 स्टाफ नर्स, 87 एएनएम, 75 लैब टेक्नीशियन, 279 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी और 878 अन्य पदों पर संविदा नियुक्तियाँ की गई हैं. इससे राज्य के स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकीय सेवाएँ और अधिक सशक्त हुई हैं।


बेहतर और त्वरित उपचार सुविधा

स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश के विभिन्न शासकीय स्वास्थ्य संस्थानों में 7 संविदा विशेषज्ञ चिकित्सकों की पदस्थापना की गई है. इससे त्वरित और बेहतर उपचार की सुविधा उपलब्ध होगी तथा चिकित्सा सेवाओं को और अधिक सशक्त बनाया जा सकेगा.

छत्तीसगढ़ शासन ने कई विभागों में की प्रशासनिक फेरबदल, सामान्य प्रशासन विभाग ने जारी किया आदेश…

रायपुर- छत्तीसगढ़ शासन ने आज बड़ी प्रशासनिक फेरबदल करते हुए कई अधिकारियों के तबादले आदेश जारी किए हैं. सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी आदेश में 2 अवर सचिवों और 3 अनुविभागीय अधिकारियों को नए विभागों में पदस्थ किया गया है.

सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने नवीन पदस्थापना वाले विभाग में तत्काल कार्यभार ग्रहण करें।

देखें आदेश की कॉपी:

मुठभेड़ में खूंखार नक्सली समेत 27 माओवादी ढेर : ऐतिहासिक सफलता पर पीएम मोदी, गृहमंत्री शाह और सीएम साय ने की सुरक्षा बलों की सराहना, कहा –

रायपुर- बीजापुर और दंतेवाड़ा की सीमा से लगे नारायणपुर जिले के जंगलों में चलाए जा रहे एंटी नक्सल अभियान में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है. सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में 5 करोड़ के इनामी नक्सली कमांडर बसवराजू सहित 27 नक्सलियों को ढेर किया है. मौके से सभी नक्सलियों के शव के साथ हथियार भी बरामद किए गए हैं. इस बड़ी सफलता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बहादुर सुरक्षा बलों और एजेंसियों की सराहना की है.

पीएम मोदी ने एक्स पर ट्वीट कर कहा है कि इस उल्लेखनीय सफलता के लिए हमें अपने सैन्य बलों पर गर्व है. हमारी सरकार माओवाद के खतरे को खत्म करने और अपने लोगों के लिए शांतिपूर्ण और प्रगतिशील जीवन सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है.

 

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी एक्स पर पोस्ट कर लिखा है कि नक्सलवाद को खत्म करने की लड़ाई में सुरक्षा बलों ने ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है. आज छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में एक ऑपरेशन में हमारे सुरक्षा बलों ने 27 खूंखार माओवादियों को मार गिराया है, जिनमें सीपीआई-माओवादी के महासचिव, शीर्ष नेता और नक्सल आंदोलन की रीढ़ नंबाला केशव राव उर्फ ​​बसवराजू भी शामिल हैं.

शाह ने आगे लिखा है कि नक्सलवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई के तीन दशकों में यह पहली बार है कि हमारे बलों ने एक महासचिव स्तर के नेता को मार गिराया है. मैं इस बड़ी सफलता के लिए हमारे बहादुर सुरक्षा बलों और एजेंसियों की सराहना करता हूं. उन्होंने कहा कि यह बताते हुए भी खुशी हो रही है कि ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट के पूरा होने के बाद छत्तीसगढ़, तेलंगाना और महाराष्ट्र में 54 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है और 84 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. मोदी सरकार 31 मार्च 2026 से पहले नक्सलवाद को खत्म करने के लिए दृढ़ संकल्पित है.

जारी है विजय का शंखनाद, खत्म हो रहा नक्सलवाद : सीएम साय

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भी ट्वीट कर इस ऐतिहासिक सफलता के लिए सुरक्षा बलों की सराहना की है. सीएम साय ने कहा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में मार्च 2026 तक देश-प्रदेश में नक्सलवाद के खात्मे के संकल्प को मजबूती प्रदान करते हुए सुरक्षा बल के जवान निरंतर सफलता हासिल कर लक्ष्य की ओर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. नारायणपुर में छत्तीसगढ़ पुलिस की डीआरजी यूनिट द्वारा कठिन भौगोलिक परिस्थितियों और अनेक चुनौतियों के बावजूद वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ इस निर्णायक अभियान को पूरी प्रतिबद्धता और दृढ़ संकल्प के साथ पूरा किया जा रहा है. इसका परिणाम है कि अब तक 27 नक्सली मारे गए हैं, जिनमें कुख्यात नक्सल लीडर नंबाला केशव राव और अलियास बसवराजू के खात्मे की भी पुष्टि हुई है.

घायल जवानों के त्वरित इलाज के निर्देश

सीएम साय ने कहा, जवानों को मिली यह कामयाबी सराहनीय है, उनकी वीरता को नमन करता हूं. उन्होंने कहा, ऑपरेशन के दौरान DRG के एक जवान के वीरगति को प्राप्त होने और कुछ जवानों के घायल होने की दु:खद सूचना प्राप्त हुई है. घायल जवानों के त्वरित इलाज के निर्देश दिए हैं. ईश्वर से शहीद जवान की आत्मा की शांति और घायल जवानों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.

  

छत्तीसगढ़ के कई जिलों में तेज अंधड़ और बारिश के साथ ओलावृष्टि का RED अलर्ट जारी, 80 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी हवाएं…

रायपुर- छत्तीसगढ़ के कई जिलों में 3 घंटों के अंदर तेज आंधी-तूफान और बारिश के साथ ओलावृष्टि की संभावना है. मौसम विभाग ने सरगुजा संभाग और बस्तर के सभी जिलों समेत कुल 13 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है.

इन जिलों में जारी हुआ रेड अलर्ट

मौसम विभाग के मुताबिक, सुकमा, बीजापुर, दंतेवाडा, बस्तर, नारायणपुर, कोंडागावं , कांकेर, बालोद, राजनादंगांव, रायगढ़, कोरबा, जशपुर, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, सरगुजा, सूरजपुर, कोरिया, और बलरामपुर में गरज-चमक के साथ 80 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी. इसके साथ ही इन सभी जिलों में बारिश व ओलावृष्टि के भी रेड अलर्ट जारी किए गए हैं.

वहीं बालोद, बिलासपुर, मुंगेली, में भी मौसम विभाग ने तेज अंधड़, गरज-चमक और बारिश के साथ ओलावृष्टि के ऑरेंज अलर्ट जारी किए हैं. इन जिलों में 40-60 KMPH की स्पीड से हवा चलने की संभावना है.

रायपुर समेत अन्य जिलों का ऐसा रहेगा मौसम

मौसम विभाग के अनुसार, रायपुर समेत धमतरी, गरियाबंद, जांजगीर-चांपा, बेमेतरा, दुर्ग, कबीरधाम में भी अचानक गरज-चमक के साथ 30-40 KMPH की स्पीड से तेज हवा चलने की संभावना है. इसके अलावा कुछ हिस्सों में हल्की बारिश होने की भी संभावना है.

मानसून की हो रही शुरूआत

मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम मानसून तेजी से आगे बढ़ रहा है. दक्षिण व पूर्वोत्तर भारत की ओर इसके विस्तार के लिए अनुकूल परिस्थितियां बन रही हैं. वहीं दूसरी ओर एक पूर्व-पश्चिम द्रोणिका पाकिस्तान से लेकर उत्तरी राजस्थान, दक्षिण हरियाणा, दक्षिण उत्तर प्रदेश, बिहार और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल होते हुए उत्तरी बांग्लादेश तक सक्रिय है.  

5 करोड़ का इनामी नक्सली लीडर बसव राजू ढेर : गुरिल्ला युद्ध में था महारथ, बीटेक की पढ़ाई के बाद माओवादी संगठन से जुड़ा, कई बड़ी घटनाओं को दिया अंजाम

नारायणपुर-  छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में नक्सलवाद के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन में सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी मिली है. नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 27 नक्सली मारे गए. जवानों ने सभी नक्सलियों के शव बरामद कर लिए हैं. इस मुठभेड़ में नक्सली लीडर बसव राजू भी मारा गया. उसके ऊपर 5 राज्यों झारखंड, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ को मिलाकर 5 करोड़ का इनाम घोषित था.

जानकारी के मुताबिक, बसव राजू नक्सल संगठन का जनरल सेक्रेटरी था. वह कई बड़ी घटनाओं को अंजाम दे चुका था. 2010 के दंतेवाड़ा हमले में 75 सीआरपीएफ जवान शहीद हुए थे. इसमें भी बसव राजू का ही हाथ था।


जानिए कौन था बसव राजू 

जानकारी के मुताबिक बसव राजू आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम का रहने वाला था. उसने बीटेक की पढ़ाई की थी. 1970 में उसने घर छोड़ दिया और माओवादी संगठन के साथ जुड़ गया. इस दौरान उसने 1987 में बस्तर के जंगल में लगे लिट्टे के कैंप में बम बनाने और एंबुश की ट्रेनिंग भी ली थी. राजू को बम बनाने का एक्सपर्ट माना जाता था. 2018 में उसे नक्सल संगठन की कमान सौंपी गई थी. बसवा राजू का असली नाम नंबाला केशव राव है. उसे गगन्ना, प्रकाश और बीआर के नाम से भी जाना जाता है. उसकी उम्र करीब 75 साल के आसपास बताई जा रही है. बसवा राजू खूंखार नक्सली था. वह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) का सीनियर कैडर था और दक्षिण बस्तर डिवीजनल कमेटी का चीफ था. वह छत्तीसगढ़, ओडिशा से लेकर आंध्रप्रदेश की सीमाओं पर सक्रिय था. 

 

जानें आपराधिक रिकॉर्ड 

नक्सली बसव राजू ने गुरिल्ला युद्ध में महारथ हासिल किया था. वह कई नक्सली हमलों को अंजाम दे चुका था. इनमें पुलिसकर्मियों और नागरिकों की हत्या, खनन कंपनियों से उगाही और सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाना शामिल है. सुकमा और दंतेवाड़ा में सबसे बड़े नक्सली हमले में भी राजू शामिल था. 2010 के दंतेवाड़ा हमले में 75 सीआरपीएफ जवान शहीद हुए थे. इसमें बसव राजू का ही हाथ था. आंध्रप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू पर भी जानलेवा हमले की घटना में वह शामिल था।