चारबाग के मोहन होटल में भीषण आग, मचा हड़कंप

लखनऊ । राजधानी में बीती देर रात हजरतगंज फायर स्टेशन के कंट्रोल रूम को सूचना मिली कि चारबाग स्थित मोहन होटल, गौतम बुद्ध मार्ग में आग लग गई है। सूचना मिलते ही मुख्य अग्निशमन अधिकारी (CFO) के निर्देशन में फायर स्टेशन ऑफिसर (FSO) रामकुमार रावत के नेतृत्व में तीन मोटर फायर इंजन, एक हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म और एक एमडीआरवी वाहन सहित दमकल दल मौके के लिए रवाना हुआ।

आग होटल के ग्राउंड फ्लोर पर स्थित किचन की चिमनी में लगी थी

घटनास्थल पर पहुंचने पर पाया गया कि आग होटल के ग्राउंड फ्लोर पर स्थित किचन की चिमनी के डक्ट में लगी थी। दमकल टीम ने तत्परता दिखाते हुए मोटर फायर इंजन से पानी लेकर आग बुझाने का कार्य प्रारंभ किया। CFO के निर्देशन में तुरंत वेंटिलेशन के लिए खिड़कियां व दरवाजे खोले गए और होटल में ठहरे सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।स्थिति गंभीर तब हुई जब आग चिमनी के डक्ट से होते हुए तृतीय तल तक पहुंच गई। इसके बाद दमकलकर्मियों ने रेस्क्यू उपकरणों की मदद से डक्ट को काटा और तीसरी मंजिल से नीचे की ओर पानी डालकर आग पर काबू पाया।

दमकल कर्मियों ने समय रहते आग पर पाया काबू

इस अभियान में दमकल की यूनिट्स अमीनाबाद और आलमबाग से भी मौके पर पहुंचीं और सभी टीमों के संयुक्त प्रयास व मुख्य अग्निशमन अधिकारी के नेतृत्व में आग को पूरी तरह से बुझा दिया गया।गनीमत रही कि इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई। आग की लपटों को नियंत्रित करने में काफी मेहनत और सावधानी बरती गई, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया।फिलहाल अग्निकांड के कारणों की जांच की जा रही है। पुलिस व दमकल के लोगों ने बताया कि ऐसा लग रहा है कि किचन में गैस रिसाव से आग लगी थी। सही वजह का पता जांच के बाद ही चल सकेगा। सीएफओ का कहना है कि होटल के मानक पूरे थे या नहीं इसकी जांच की जाएगी।

लखनऊ में महिला की गला रेतकर हत्या, इलाके में सनसनी

लखनऊ । राजधानी के चिनहट थाना क्षेत्र के ग्राम सेमरा में उस वक्त सनसनी फैल गई जब 40 वर्षीय महिला ऊषा सिंह की बेरहमी से गला रेतकर हत्या कर दी गई। मृतका स्व. योगेंद्र सिंह की पत्नी थीं और अपने परिवार के साथ चिनहट क्षेत्र में निवास कर रही थीं।घटना की जानकारी रविवार सुबह उस वक्त मिली जब मृतका के भाई रवीस पुत्र पीतांबर प्रसाद ने पुलिस को सूचना दी कि उसकी बहन ऊषा सिंह की गर्दन पर धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी गई है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का गहन निरीक्षण किया।

मामले के जल्द खुलासे के लिए चार पुलिस टीमों का गठन 

पूर्वी क्षेत्र के पुलिस उपायुक्त शशांक सिंह ने बताया कि सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस सहित वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी गई। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। प्रारंभिक जांच में यह मामला पूरी तरह से हत्या प्रतीत हो रहा है, जिसे अज्ञात हमलावरों ने अंजाम दिया है।हत्या के कारणों का अभी तक स्पष्ट रूप से पता नहीं चल सका है, लेकिन पुलिस हर पहलु की बारीकी से जांच कर रही है। मामले के जल्द खुलासे के लिए चार पुलिस टीमों का गठन किया गया है, जो अलग-अलग बिंदुओं पर काम कर रही हैं।

इस जघन्य हत्या ने इलाके में दहशत का माहौल 

डीसीपी शशांक सिंह ने भरोसा दिलाया है कि बहुत जल्द इस हत्याकांड का खुलासा कर लिया जाएगा और दोषियों को गिरफ्तार कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।इस जघन्य हत्या ने इलाके में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। ग्रामीणों में घटना को लेकर आक्रोश भी देखने को मिला। पुलिस की टीम स्थानीय लोगों से पूछताछ कर रही है और सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं, जिससे आरोपी की पहचान की जा सके।पुलिस का कहना है कि यह सुनियोजित हत्या प्रतीत हो रही है और जल्द ही हत्यारों को सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।

योगी सरकार ने हीट वेव से बचाव को जारी की गाइडलाइन, प्रदेशवासी रहें अलर्ट


- श्रमिकों की निगरानी के लिए लागू की गई मित्र प्रणाली, श्रमिकों के लिए की जाए छायादार जगहों की व्यवस्था

लखनऊ। प्रदेश भर में इन दिनों तेज गर्मी और लू (हीट वेव) का भीषण प्रकोप जारी है। मौसम विभाग ने कई जिलों में अगले कुछ दिनों तक लू चलने की चेतावनी दी है। ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राहत विभाग और स्वास्थ्य विभाग को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किये हैं। सीएम ने विभाग को प्रदेशवासियों को अलर्ट करने एवं हीट स्ट्रोक से बचाव संबंधी सुझाव देने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने आम जनता को जागरूक करने के लिए गाइडलाइन जारी की है, जिसमें तेज गर्मी और लू से बचाव संबंधी सुझाव दिये गये हैं। साथ ही विभिन्न पोस्टर और पर्चों के माध्यम से लोगों को सुरक्षा उपायों की जानकारी दी जा रही है।

दाेपहर 12 से 4 बजे के बीच तेज धूप में घरों से न निकलें बाहर

प्रमुख सचिव, चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग पार्थ सारर्थी सेन शर्मा ने बताया कि सीएम योगी ने प्रदेशवासियों को तेज गर्मी और लू से बचाव के लिए आवश्यक दिशा निर्देश जारी करने के निर्देश दिये थे। इसी क्रम में विभाग की ओर से सभी प्रदेशवासियों को हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए कई जरूरी सुझाव दिए गये हैं। प्रदेशवासियों को सलाह दी गई है कि बाहर निकलते समय शरीर को ढक कर रखें, हल्के रंग के आरामदायक कपड़े पहनें और धूप में छाता या चश्मा ज़रूर लगाएं। लगातार तरल पदार्थों का सेवन करते रहें जैसे नींबू पानी, शिकंजी, नारियल पानी आदि। घरों और कार्यस्थलों पर पर्दों या शेड का प्रबंध करें ताकि सीधे सूर्य की किरणें अंदर न आएं। खासकर बच्चों, बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों का विशेष ध्यान रखें। वहीं दूसरी ओर यह चेतावनी भी दी है कि दोपहर 12 से शाम 4 बजे के बीच अत्यधिक गर्मी में बाहर निकलने से बचें। खाली पेट, अधिक प्रोटीन या बासी भोजन का सेवन न करें। धूप में खड़ी गाड़ियों में बच्चों या जानवरों को अकेला न छोड़ें। शराब, चाय, कॉफी, कार्बोनेटेड ड्रिंक आदि का अधिक सेवन न करें।

ये लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से लें सलाह

योगी सरकार के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने ने हीट वेव से संबंधित बीमारियों के लक्षणों को भी पोस्टरों के माध्यम से साझा किया है। इनमें शरीर का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच जाना, लाल और सूखी त्वचा, चक्कर आना, मांसपेशियों में कमजोरी, सांस फूलना, सिरदर्द, घबराहट, मतली या उल्टी शामिल हैं। यदि किसी व्यक्ति को ये लक्षण दिखें तो उसे तुरंत छायादार जगह पर ले जाकर ठंडा पानी पिलाएं, संभव हो तो ठंडे पानी से नहलाएं और तुरंत एम्बुलेंस या डॉक्टर को बुलाएं। इसके अलावा श्रमिकों और बच्चों के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं। निर्माण स्थलों पर काम करने वाले मजदूरों के लिए आवश्यक है कि उन्हें नियमित अंतराल पर विश्राम दिया जाए और उनके लिए ठंडी और छायादार जगह की व्यवस्था हो। भारी श्रम कार्यों को सुबह या शाम के समय में कराया जाए। बच्चों को दोपहर के समय धूप में खेलने से रोका जाए, उनके कपड़े ढीले और हल्के हों और वे पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें। कभी भी बच्चों को गर्मी में बंद गाड़ी में अकेला न छोड़ें।

*हीट वेव से बचाव के लिए मित्र प्रणाली लागू

सीएम योगी ने निर्देशित किया गया है कि श्रमिकों की निगरानी के लिए तुरंत “मित्र प्रणाली” लागू की जाए। इसके तहत साथी एक-दूसरे की सेहत का ध्यान रखेंगे और आवश्यकता पड़ने पर प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध कराएंगे। इसके साथ ही भारी उद्योगों में गर्म उपकरणों को इन्सुलेट करने और बच्चों के लिए कूल शेड की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए गए हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने लोगों से अपील की है कि हीट वेव के प्रति सतर्क रहें और किसी भी व्यक्ति में गंभीर लक्षण दिखाई देने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं या एम्बुलेंस सेवा 108 पर कॉल करें।

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लखनऊ में गौकशी तस्करों से मुठभेड़: फायरिंग में एक बदमाश घायल, दो फरार; भारी मात्रा में हथियार और वाहन बरामद

लखनऊ। गोसाईगंज थाना क्षेत्र के बेली अंडरपास, जेल रोड के पास शुक्रवार देर रात पुलिस और गौकशी में लिप्त तस्करों के बीच मुठभेड़ हो गई। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश शोएब उर्फ गैंडा के पैर में गोली लगी, जबकि उसके दो साथी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए।

पुलिस टीम जब बदमाशों को पकड़ने पहुंची, तो उन पर बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने शोएब को घायल कर दबोच लिया। घायल बदमाश पर आठ से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।

मौके से पुलिस ने एक अवैध तमंचा, कारतूस और एक स्विफ्ट डिजायर कार बरामद की है। फरार बदमाशों की तलाश के लिए पुलिस टीमें गठित कर दी गई हैं और उनकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है।

घटना की सूचना पर DCP साउथ निपुण अग्रवाल भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। फॉरेंसिक टीम भी घटनास्थल पर पहुंचकर जांच में जुटी है।

श्रमिक और उद्योगपति एक-दूसरे के पूरक, श्रम कानून हों प्रो-इंडस्ट्री व प्रो-श्रमिक: मुख्यमंत्री योगी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को श्रम एवं सेवायोजन विभाग की समीक्षा बैठक में कहा कि राज्य की औद्योगिक प्रगति और सामाजिक समरसता, श्रमिकों और उद्योगपतियों के समन्वय से ही संभव है। उन्होंने स्पष्ट किया कि श्रमिक और उद्योगपति प्रतिस्पर्धी नहीं, बल्कि एक-दूसरे के पूरक हैं।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि श्रम कानूनों का ऐसा सरलीकरण किया जाए, जिससे उद्योगों को सहूलियत मिले, परंतु श्रमिकों के अधिकारों और सम्मान की भी पूरी सुरक्षा हो। उन्होंने कहा, "हर हाथ को काम देने के लिए हमें उद्योगों को सशक्त बनाना होगा। उद्योगों का विस्तार ही रोजगार सृजन का सबसे प्रभावी माध्यम है।"

श्रमिक हितों को सर्वोपरि रखते हुए औद्योगिक विस्तार पर जोर

मुख्यमंत्री ने कहा कि औद्योगिक इकाइयों को मजबूती देने के साथ-साथ श्रमिकों को बीमा सुरक्षा, सम्मानजनक मानदेय और सुरक्षित कार्यस्थल प्रदान करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश को देश का सबसे बड़ा श्रमिक-हितैषी और उद्योग समर्थ राज्य बनाया जाएगा।

बाल श्रम पर सख्ती, पुनर्वास को मिले गति

योगी आदित्यनाथ ने बाल श्रमिकों के पुनर्वास को सामाजिक दायित्व बताते हुए निर्देश दिए कि इन्हें मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना और अन्य प्रायोजित योजनाओं से जोड़ते हुए पुनर्वास की प्रक्रिया को तेज़ किया जाए।

मॉडल के रूप में विकसित होंगे श्रमिक अड्डे

मुख्यमंत्री ने श्रमिक अड्डों को आधुनिक सुविधाओं से युक्त मॉडल केंद्रों के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए। इनमें डोरमेट्री, स्वच्छ पेयजल, शौचालय, कैंटीन और प्रशिक्षण की सुविधा शामिल हो। उन्होंने कैंटीन में श्रमिकों को 5 से 10 रुपये में पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा।

असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों की स्किल मैपिंग और न्यूनतम मानदेय

मुख्यमंत्री ने कहा कि असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों की स्किल मैपिंग कर न्यूनतम मानदेय सुनिश्चित किया जाए। यह पहल उन्हें संगठित श्रम शक्ति में बदलने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम होगी।

विदेश जाने वाले श्रमिकों को मिले भाषायी और तकनीकी प्रशिक्षण

उन्होंने निर्देश दिए कि विदेश में रोजगार हेतु जाने वाले निर्माण श्रमिकों को तकनीकी के साथ-साथ गंतव्य देश की भाषा का प्रशिक्षण भी दिया जाए। यह उनके कार्य प्रदर्शन और सुरक्षा दोनों के लिए अनिवार्य है।

स्वास्थ्य सुविधाओं में निजी अस्पतालों को भी जोड़ा जाए

आयुष्मान भारत योजना की तर्ज पर निजी अस्पतालों को सीएसआईसी और ईएसआईएस योजनाओं से जोड़ने के निर्देश भी दिए गए, ताकि संगठित व असंगठित दोनों क्षेत्र के श्रमिकों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।

अटल आवासीय विद्यालयों में गुणवत्ता पर विशेष ध्यान

मुख्यमंत्री ने अटल आवासीय विद्यालयों को देशभर में उत्कृष्टता का मॉडल बताते हुए इनकी सतत मॉनिटरिंग द्वारा गुणवत्ता सुनिश्चित करने को कहा।

‘निवेश मित्र’ पोर्टल की कार्यप्रणाली सराहनीय

उन्होंने बताया कि ‘निवेश मित्र’ पोर्टल पर अब तक प्राप्त 5,97,625 आवेदनों में से 5,90,881 को एनओसी जारी की जा चुकी है। शेष आवेदनों का निस्तारण भी समयबद्ध और पारदर्शी ढंग से सुनिश्चित किया जाए।

उद्योगों के पंजीकरण में रिकॉर्ड वृद्धि

बैठक में श्रम विभाग ने जानकारी दी कि आजादी से लेकर 2016 तक जहां 13,809 फैक्ट्रियों का पंजीकरण हुआ था, वहीं बीते 9 वर्षों में 99% की वृद्धि के साथ 13,644 नए कारखानों का पंजीकरण हुआ है। मुख्यमंत्री ने श्रम विभाग की इस उपलब्धि की सराहना करते हुए इसे ‘अभूतपूर्व’ बताया।

लखनऊ: डीएम विशाख जी सुएज इंडिया के फर्जीवाड़े पर सख्त, भुगतान पर रोक के आदेश

लखनऊ। लखनऊ में सीवर से जुड़ी शिकायतों को लेकर डीएम विशाख जी ने कड़ा रुख अपनाया है। फ्रेंच मल्टीनेशनल कंपनी सुएज इंडिया के खिलाफ गंभीर अनियमितताओं की शिकायतों के बाद डीएम ने कंपनी के भुगतान को तत्काल प्रभाव से रोकने के आदेश जारी कर दिए हैं।

डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि नगर निगम और जिला प्रशासन की संयुक्त टीम पूरे प्रकरण की गहन जांच करेगी। विशेषकर जानकीपुरम, गोमती नगर और फैजुल्लागंज जैसे वार्डों से सीवर कार्यों में लापरवाही और अनियमितता की कई शिकायतें सामने आई हैं।

सूत्रों के अनुसार, सुएज इंडिया अब तक सीवर संबंधित कार्यों के नाम पर करोड़ों रुपये का भुगतान प्राप्त कर चुकी है। लेकिन स्थानीय जनप्रतिनिधियों और नागरिकों की ओर से लगातार मिल रही शिकायतों ने इस फर्जीवाड़े की परतें खोल दीं।

डीएम विशाख जी ने कहा कि "किसी भी स्थिति में जनता से जुड़ी सेवाओं में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।" उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि जांच पूरी होने तक कंपनी को किसी भी प्रकार का भुगतान नहीं किया जाए और आवश्यकतानुसार कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।

नगर निगम आयुक्त को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे शिकायतों के संकलन, निरीक्षण और प्रमाण के आधार पर पूरी रिपोर्ट शीघ्र प्रस्तुत करें।

प्रतिदिन योग से मुक्त विश्वविद्यालय रिकॉर्ड की ओर अग्रसर

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के पूर्व प्रतिदिन योगाभ्यास की विभिन्न क्रियाएं संचालित की जा रही हैं। इसी कम में बृहस्पतिवार को गंगा परिसर में हास्य योग का आयोजन किया गया। योगाभ्यास कार्यक्रम में कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम, श्रीमती सीमा सत्यकाम, अधिकारी, शिक्षक एवं कर्मचारी शामिल हुए।

हास्ययोग के दौरान लोगों ने जमकर ठहाके लगाए और यह एक मजेदार और तनावमुक्त करने वाला अनुभव था। लोगों ने विभिन्न हास्य मुद्राओं और गतिविधियों में भाग लिया, जिससे उन्हें हंसी आई और तनाव कम हुआ। लोगों ने विभिन्न हास्य मुद्राओं का अभ्यास किया, जैसे कि हंसने की मुद्रा, मुस्कराने की मुद्रा और ठहाका लगाने की मुद्रा। योग विशेषज्ञ निकेत सिंह ने लोगों को समूह में हास्य का अभ्यास कराया, जिससे उन्हें एक दूसरे के साथ जुड़ने और हंसने का अवसर मिला।

हास्य योग ने लोगों को तनावमुक्त करने में मदद की। उनके मानसिक स्वास्थ्य में सुधार किया। हास्य योग ने लोगों को एक दूसरे के साथ जुड़ने और सामाजिक संबंध बनाने में मदद की। श्री सिंह ने कहा कि हास्य योग एक मजेदार और तनावमुक्त करने वाला अनुभव है, जो हंसी के साथ तनाव कम करने में मदद करता है।

इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि उ प्र राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय योग के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। विश्वविद्यालय में विगत एक सप्ताह से सतत योगाभ्यास का कार्यक्रम चल रहा है, जो अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2025 तक अनवरत संचालित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि राजभवन के निर्देश पर मुक्त विश्वविद्यालय ने कई अभिनव योजनाएं बनाई हैं। जिनके आधार पर विश्वविद्यालय रिकॉर्ड स्थापित करेगा।

विश्वविद्यालय मुख्यालय सहित अपने सभी क्षेत्रीय केंद्रों एवं गोद लिए गांवों में एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग थीम पर प्रतिदिन योगाभ्यास कार्यक्रम संचालित कर रहा है। जो अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2025 तक चलता रहेगा। उन्होंने जन सामान्य से भी विश्वविद्यालय के योग कार्यक्रमों से जुड़ने की अपील की। उक्त जानकारी जनसंपर्क अधिकारी डॉ प्रभात चंद्र मिश्र ने दी।

विदेशी सैलानियों को आकर्षित करने में ट्रैवेल-टूर ऑपरेटर्स निभाएं अहम भूमिका: जयवीर सिंह

-- पर्यटन भवन में ईको टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड एवं ट्रैवेल-टूर ऑपरेटर्स के साथ पर्यटन एवं मंत्री की बैठक

-- मंत्री बोले, पर्यटन विभाग कर रहा दुधवा को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर लाने की तैयारी

राम आशीष गोस्वामी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार दुधवा को एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए ठोस कदम उठा रही है। इस क्रम में प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने आज पर्यटन भवन में ईको टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड एवं ट्रैवेल-टूर ऑपरेटर्स के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की।

मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि दुधवा टाइगर रिजर्व प्रदेश की जैव विविधता और प्राकृतिक धरोहर का अनमोल हिस्सा है। यह क्षेत्र न केवल दुर्लभ वन्यजीवों और वनस्पतियों का घर है, बल्कि शांति और प्रकृति से जुड़ने की चाह रखने वाले पर्यटकों के लिए भी अत्यंत आकर्षक स्थल है। दुधवा को वैश्विक स्तर पर स्थापित करने के लिए राज्य सरकार गंभीर प्रयास कर रही है।

उन्होंने बताया कि दुधवा और उसके आसपास के क्षेत्रों में योग एवं वैलनेस सेंटर, ग्रामीण पर्यटन, स्थानीय हस्तशिल्प, खानपान, और आवासीय सुविधाओं को बढ़ावा देने की योजना है। इसके साथ ही, लखनऊ से दुधवा तक हवाई सेवा शुरू की जा चुकी है, जिससे पर्यटकों को सीधा और सहज आवागमन मिल रहा है।

पर्यटन मंत्री ने कहा कि ट्रैवेल और टूर ऑपरेटर्स विदेशी सैलानियों को उत्तर प्रदेश की ओर आकर्षित करने में एक अहम कड़ी हैं। उन्होंने ऑपरेटर्स से अपील की कि वे दुधवा की सुंदरता और जैव विविधता को वैश्विक मंच पर प्रचारित करें और प्रदेश को विदेशी पर्यटकों के मामले में पहले पायदान पर लाने में सहयोग दें।

जयवीर सिंह ने बताया कि बीते आठ वर्षों में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण अभियान चलाया गया है, जिससे प्रदेश की हरियाली और वन क्षेत्र में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। सरकार वन्यजीव संरक्षण और दुर्लभ प्रजातियों को अगली पीढ़ी तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए निरंतर प्रयासरत है।

दुधवा की विशेषताओं का जिक्र करते हुए मंत्री ने कहा कि यह क्षेत्र हिमालयी तराई में स्थित है और टाइगर रिजर्व के साथ-साथ घने जंगल, दलदली मैदान और झीलों के चलते प्रकृति के विविध स्वरूपों को दर्शाता है। यह क्षेत्र केवल भारत के लिए नहीं, बल्कि विश्वभर के पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन सकता है।

इस बैठक में उत्तर प्रदेश पर्यटन विकास निगम की प्रबंध निदेशक सान्या छाबड़ा, निदेशक पर्यटन प्रखर मिश्र, और पर्यटन विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। बैठक में सभी हितधारकों ने दुधवा को एक अंतरराष्ट्रीय पर्यटन गंतव्य बनाने के लिए सहयोग का भरोसा दिया।

निलंबित आईएएस अभिषेक प्रकाश की संपत्तियों की तलाश में विजिलेंस, एलडीए से मांगा ब्योरा

लखनऊ। घूसखोरी के गंभीर आरोपों में निलंबित चल रहे आईएएस अधिकारी अभिषेक प्रकाश पर शिकंजा कसता जा रहा है। विजिलेंस विभाग ने अब उनके और उनके परिवार के नाम दर्ज संपत्तियों का ब्योरा एकत्र करना शुरू कर दिया है। जांच की कड़ी में लखनऊ विकास प्राधिकरण से जानकारी मांगी गई है।

सूत्रों के अनुसार, विजिलेंस विभाग ने एलडीए को पत्र भेजकर कहा है कि वह अभिषेक प्रकाश और उनके परिजनों के नाम दर्ज सभी संपत्तियों की प्रमाणित अभिलेख प्रतियां सात दिनों के भीतर उपलब्ध कराए। इसमें जमीन, फ्लैट, व्यावसायिक संपत्तियों सहित लीज या आवंटन से जुड़ी सभी जानकारियां मांगी गई हैं।

अभिषेक प्रकाश पर आरोप है कि उन्होंने एक ठेका देने के एवज में रिश्वत ली थी। इसी मामले में उन्हें पहले निलंबित किया गया और अब उनके खिलाफ विस्तृत जांच चल रही है। विजिलेंस विभाग ने वित्तीय लेन-देन और संभावित बेनामी संपत्तियों की भी छानबीन शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि एलडीए में अभिषेक प्रकाश के कार्यकाल के दौरान कई विवादित आवंटन और स्वीकृतियों को लेकर शिकायतें सामने आई थीं। अब उन्हीं दस्तावेजों की भी जांच की जा रही है।

विजिलेंस की यह कार्रवाई साफ संकेत देती है कि विभाग अभिषेक प्रकाश के खिलाफ मजबूत कानूनी आधार तैयार करने में जुटा है। सूत्रों का कहना है कि आय से अधिक संपत्ति, बेनामी निवेश और पद का दुरुपयोग जैसे बिंदुओं पर भी जांच का दायरा बढ़ सकता है। प्रशासनिक हलकों में इस कार्रवाई को सख्त संदेश के रूप में देखा जा रहा है कि भ्रष्‍टाचार के मामलों में अब उच्च अधिकारियों पर भी कोई रियायत नहीं बरती जाएगी।

लखनऊ: आचार्य नरेंद्र देव वार्ड में गंदे पानी की सप्लाई से पार्षद और जनता नाराज, जलकल कार्यालय पर धरना

लखनऊ। राजधानी के ठाकुरगंज क्षेत्र स्थित जोन 6 के आचार्य नरेंद्र देव वार्ड में गंदा और बदबूदार पानी मिलने से नाराज़ भाजपा पार्षद मनीष रस्तोगी और स्थानीय निवासियों ने जोन-6 के जलकल कैंप कार्यालय पर धरना दिया। प्रदर्शनकारियों ने इलाके में खराब पड़ी बोरिंग और गंदे पानी की आपूर्ति को लेकर तीखी नाराजगी जताई।

पार्षद मनीष रस्तोगी ने बताया कि वह पहले भी बालागंज स्थित जलकल विभाग कार्यालय में इस गंभीर समस्या की शिकायत कर चुके हैं, लेकिन विभाग ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि जलकल विभाग की लापरवाही और उदासीनता से जनता परेशान है, और विभाग जानबूझकर सरकार को बदनाम करने की साजिश कर रहा है।

क्षेत्रवासियों को भारी परेशानी

धरने में शामिल आचार्य नरेंद्र देव वार्ड के निवासियों ने बताया कि उन्हें कई दिनों से गंदा, बदबूदार और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक पानी पीने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। वहीं, इलाके में कई हैंडपंप और बोरिंग खराब पड़ी हैं, जिससे पानी की नियमित आपूर्ति बाधित हो रही है।

जलकल विभाग पर सवाल

पार्षद रस्तोगी का कहना है कि उन्होंने विभाग को कई बार लिखित और मौखिक रूप से अवगत कराया, लेकिन न तो कोई मरम्मत कराई गई, न ही जल की गुणवत्ता को लेकर कोई कदम उठाया गया। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि यदि जलकल विभाग ने जल्द कार्रवाई नहीं की तो आंदोलन को और व्यापक किया जाएगा।

* पार्षद की मांग

धरने के दौरान पार्षद ने स्पष्ट रूप से कहा कि जलकल विभाग को अविलंब: गंदे पानी की आपूर्ति बंद करनी चाहिए। खराब बोरिंग की मरम्मत कर नियमित जलापूर्ति सुनिश्चित करनी चाहिए। क्षेत्र में जल की गुणवत्ता की जांच कर जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई करनी चाहिए।

स्थानीय लोगों ने भी एक सुर में मांग की कि स्वच्छ पेयजल हर नागरिक का अधिकार है और सरकार को इस दिशा में तुरंत ठोस कदम उठाने चाहिए। धरने के चलते जलकल विभाग के अधिकारियों में हलचल मच गई है और उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही इस समस्या का समाधान निकलेगा।