अदाणी सक्षम की मदद से युवाओं को मिल रही नई राह

तकनीक की पहुंच भारत के छोटे शहरों और दूर-दराज़ गांवों में पीढ़ियों, जिलों और लैंगिक भेदभाव के बीच की खाई को ख़त्म कर रही है


हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले की शानिया देवी और दीक्षा शर्मा ने यह साबित कर दिया है कि सपनों को उड़ान देने के लिए सिर्फ जज़्बा चाहिए।ये कहानी है एकनिष्ठ समर्पण और ऊँचे सपनों से प्रेरित उन किशोरियों की, जो अब अदाणी स्किल डेवलपमेंट सेंटर (जिसे आमतौर पर अदाणी सक्षम कहा जाता है) के विकास की प्रतीक बन चुकीं हैं। यह सेंटर अब बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे मेट्रो शहरों से आगे बढ़कर झारखंड के गोड्डा और हिमाचल प्रदेश के गगल जैसे छोटे शहरों तक पहुँच चुका है, जहां यह पूरे भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित कौशल विकास मिशन चला रहा है।

सौभाग्य से, दूरी की चुनौती शानिया और दीक्षा के लिए कोई रुकावट नहीं बनी। उन्हें अदाणी सक्षम (गगल केंद्र) के माध्यम से अत्याधुनिक तकनीक आधारित प्रशिक्षण मिला। यह केंद्र हिमाचल प्रदेश का पहला रिमोट पायलट ट्रेनिंग ऑर्गनाइजेशन (आरपीटीओ) बनने का गौरव भी रखता है।16 मई 2016 को अदाणी फाउंडेशन द्वारा शुरू किया गया अदाणी सक्षम, सरकार के ‘स्किल इंडिया’ मिशन को गति देने वाला एक प्रभावशाली कदम है । इसका पाठ्यक्रम ड्रोन संचालन, सिमुलेशन-आधारित प्रशिक्षण, थ्री-डायमेंशनल (3डी) प्रिंटिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) जैसे आधुनिक विषयों पर आधारित है। यह कार्यक्रम वैश्विक रुझानों के अनुरूप है और एक ऐसा माहौल तैयार करने का प्रयास करता है जो युवाओं को तेजी से डिजिटल होती दुनिया में भविष्य के लिए सक्षम बना सके।

यह स्पष्ट है कि अदाणी सक्षम एक जैसा सभी के लिए उपयुक्त मॉडल नहीं है । यहां पाठ्यक्रम को हाइब्रिड फॉर्मेट में पढ़ाया जाता है, जिसमें वर्चुअल लैब्स और प्रैक्टिकल (हाथों से सीखने वाले) प्रशिक्षण दोनों शामिल होते हैं। यहां प्रतिभागी केवल जानकारी प्राप्त नहीं करते, बल्कि सिमुलेशन चलाते हैं, ड्रोन उड़ाते हैं और वास्तविक समस्याओं का समाधान करते हैं, जैसा कि शानिया और दीक्षा के सफल करियर से साफ़ झलकता है।

एक लंबा सफर

पिछले दिनों को देखें तो शानिया की डिजिटल समझ उसकी साधारण पारिवारिक पृष्ठभूमि के बिल्कुल विपरीत थी। वह बिलासपुर जिले के छोटे से कस्बे घुमारवीं की रहने वाली है। यह एक ऐसा स्थान है जहां जाने वाली सड़कें पुराने समय की याद दिलाती हैं। घुमारवीं, चीड़ के जंगलों और धुंध से ढके पहाड़ों के बीच बसा एक पारंपरिक पहाड़ी कस्बा है, जहां आज भी इंटरनेट सिग्नल बहुत कमजोर है और एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) का विचार अब भी किसी दूसरे ग्रह की बात लगती है।

कम उम्र में ही शानिया को जीवन की कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, जब उसके पिता का निधन हो गया। एक ही रात में उसकी मां को पूरे परिवार की ज़िम्मेदारी संभालनी पड़ी और वह एक स्थानीय क्लिनिक में स्वास्थ्य कार्यकर्ता के रूप में काम करने लगीं। हालांकि उनकी मासिक आय बहुत कम थी, लेकिन इस संकल्पित विधवा मां ने ठान लिया था कि अपनी बेटी की पढ़ाई कभी रुकने नहीं देगी, चाहे हालात जैसे भी हों।

सौभाग्य से, शानिया ने स्कूल की पढ़ाई में अच्छी सफलता हासिल की । लेकिन फिर कठोर हकीकत ने उसे मुश्किल से घेर लिया। जल्दी ही उसे यह एहसास हुआ कि उसकी स्किल्स और छोटे शहर की पृष्ठभूमि उच्च प्रतिस्पर्धी नौकरी की कड़ी मांगों के साथ मेल नहीं खातीं। अपने जीवन के सबसे कठिन दौर में, शानिया को अदाणी सक्षम के बारे में पता चला। हालांकि, एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) उसे सिर्फ भविष्यवादी नहीं, बल्कि एक अजनबी शब्द जैसा लगता था।

फिर भी, सभी कठिनाइयों को चुनौती देते हुए, शानिया ने अदाणी सक्षम में दाखिला लिया, हालांकि पहले वह थोड़ी हिचकिचा रही थी। शुरुआत में उसे यह यकीन नहीं था कि वह एक भी मॉड्यूल समझ पाएगी। लेकिन जल्द ही, सब कुछ समझ आने लगा। शानिया ने न केवल सीखना शुरू किया, बल्कि उसमें उत्कृष्टता भी हासिल की।कोर्स पूरा करने के बाद, उसे पहली नौकरी का ऑफर मिला। शुरुआत में वह एटीएस मोहाली में कस्टमर सपोर्ट रोल में थीं, और दो महीने बाद उन्हें नेउरीका टेक्नोलॉजी से प्रोडक्ट असिस्टेंट एग्जीक्यूटिव का दूसरा जॉब ऑफर मिला, साथ ही वेतन में 35% का इम्प्रेसिव इन्क्रीमेंट भी मिला।

दीक्षा की जीवन कहानी भी शानिया से काफी मिलती-जुलती है । वह बिलासपुर जिले के छकोह गांव में एक सीमांत किसान परिवार में पली-बढ़ी, जहां संसाधन बहुत सीमित थे, लेकिन संस्कार और मूल्य गहराई से रचे-बसे थे। गंभीर आर्थिक तंगी के बावजूद, दिक्षा अपने लक्ष्य को लेकर पूरी तरह से दृढ़ संकल्पित रही। उसका मानना था कि ज्ञान ही अवसरों का रास्ता खोल सकता है।

दीक्षा किसी विशेष सुविधा या साधन के साथ नहीं आई थी, लेकिन उसके पास एक स्पष्ट उद्देश्य था। जब उसने अदाणी सक्षम के एआई कोर्स में दाखिला लिया, तो वह सिर्फ मशीनों के बारे में नहीं सीख रही थी बल्कि वह ऐसा भविष्य गढ़ना सीख रही थी, जहां ग्रामीण भारत की लड़कियों को जिम्मेदारी और महत्वाकांक्षा के बीच चुनाव ना करना पड़े। दीक्षा ने इस सफर को पकड़े रखा, प्रतिस्पर्धा के लिए नहीं, बल्कि योगदान देने के लिए।

आज दीक्षा पंजाब की एक कंपनी, एरियल टेलीकॉम सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड में वीज़ा फाइलिंग ऑफिसर के रूप में काम कर रही हैं। वह वीज़ा आवेदन की डाक्यूमेंटेशन और प्रोसेसिंग का कार्य संभालती हैं, साथ ही यह सुनिश्चित करती हैं कि सभी कार्य नियमों और दिशा-निर्देशों के अनुसार हों।

 शानिया और दीक्षा विज्ञान और नवाचार के क्षेत्र में देश की आत्मनिर्भरता का प्रतीक बन रही हैं । उनकी शानदार यात्रा भारत के उस बड़े बदलाव का प्रतीक बन रही है, जहाँ प्रौद्योगिकी तक पहुँच छोटे शहरों और दूरदराज के गाँवों में भूगोल, लिंग और पीढ़ियों के बीच की दूरियों को कम कर रही है।

दो दिन पहले मनाए गए राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने भी प्रौद्योगिकी को आत्मनिर्भर भारत की दिशा में ऐतिहासिक पड़ाव बताया और कहा कि यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, विशेष रूप से भारत की स्वदेशी क्षमता को बढ़ाने और रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में।

अपनी स्थापना के बाद से अदाणी सक्षम ने 200 करोड़ से अधिक मानव घंटे का निवेश करके 1.85 लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित किया है। सामूहिक रूप से, वे सालाना 479 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व उत्पन्न कर रहे हैं। यह कार्यक्रम देश के 15 राज्यों के 40 से अधिक शहरों में चलाया जा रहा है।यह पहल अदाणी फाउंडेशन की समाज के वंचित वर्गों के उत्थान और आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहित करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

18 मई को भोपाल में चिंतन बैठक में शामिल होंगे डॉ. अखिलेश पटेल

लखनऊ । अपना दल (एस) के राष्ट्रीय महासचिव 'युवा मंच' डॉ. अखिलेश पटेल 18 मई को भोपाल में आयोजित चिंतन बैठक में हिस्सा लेंगे। इस महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता राजनीतिक रणनीतिकार डॉ. अतुल मलिकराम करेंगे, जिसमें मध्य प्रदेश प्रभारी आर.बी. सिंह पटेल सहित पार्टी के प्रमुख नेता शामिल होंगे। बैठक का मुख्य उद्देश्य मध्य प्रदेश में पार्टी की संगठनात्मक ताकत को बढ़ाना और आगामी रणनीतियों को मूर्त रूप देना है।

में सदस्यता अभियान को तेजी से आगे बढ़ाना है: राष्ट्रीय महासचिव

डॉ. अखिलेश पटेल ने बैठक के तीन प्रमुख एजेंडों पर प्रकाश डालते हुए कहा, "हमारा पहला लक्ष्य मध्य प्रदेश की टीम को अधिक प्रभावी और ताकतवर बनाना है। इसके साथ ही, हमें सदस्यता अभियान को तेजी से आगे बढ़ाना है तथा पार्टी के मुद्दों को प्राथमिकता से जन-जन तक पहुंचाने के लिए ठोस कदम उठाने हैं। इस बैठक में इन बिंदुओं पर विस्तृत रणनीति तैयार की जाएगी।"

राजधानी भोपाल में लगातार दूसरे महीने पार्टी की बैठक

गौरतलब है कि राजधानी भोपाल में लगातार दूसरे महीने पार्टी की बैठक, मध्य प्रदेश में पार्टी के एक नए दौर की शुरुआत का संकेत दे रही है, जिसमें संगठन विस्तार और जनता के बीच पार्टी की पैठ बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। वहीं डॉ. अखिलेश पटेल के नेतृत्व में युवा मंच की सक्रियता से पार्टी को नई ऊर्जा मिलने की उम्मीद भी की जा रही है।

शबीर अहलुवालिया सोनी सब के आगामी पारिवारिक रोमांटिक कॉमेडी शो ‘उफ्फ... ये लव है मुश्किल’ में एक बिल्कुल नए अवतार में मुख्य भूमिका निभाएंगे

लखनऊ अपने खुशनुमा और पारिवारिक मनोरंजन के लिए लोकप्रिय चैनल, सोनी सब ने अपने आगामी रोमांटिक कॉमेडी शो ‘उफ्फ... ये लव है मुश्किल’ का दिलचस्प टीज़र जारी कर दिया है। यह शो ह्यूमर और भावनाओं का ताज़ा मिश्रण पेश करता है, और पारिवारिक जीवन की हलचल के बीच प्यार के परिवर्तनकारी ताकत को दर्शाता है।

टेलीविज़न के चहेते स्टार शबीर अहलुवालिया इस अनोखे शो में मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। टीज़र से ही यह साफ हो जाता है कि शबीर कुछ नया और अलग करने की चाह में हैं, और उन्हें यह नया अभूतपूर्व अवतार मिल भी गया है। जहां अब तक वे अधिकतर नैतिक और ‘आदर्श’ किरदारों के लिए जाने जाते थे, वहीं इस बार शबीर अपनी पारंपरिक छवि को तोड़ते हुए एक अतरंगी, अप्रत्याशित और थोड़ा-सा गड़बड़ किरदार निभा रहे हैं। उनके फैंस लंबे समय से किसी नई और ताज़ा कहानी में उनकी वापसी का इंतज़ार कर रहे थे, और अब उन्हें मिलने वाला है एक खास तोहफा। ‘उफ्फ... ये लव है मुश्किल’ न सिर्फ शबीर के करियर का एक दमदार नया अध्याय है, बल्कि सोनी सब के विविधतापूर्ण कार्यक्रमों की लिस्ट में भी यह शो एक अनोखा स्थान बनाएगा।

सोनी सब के आगामी शो में युग सिन्हा की भूमिका निभा रहे, शबीर अहलुवालिया ने कहा, “मैं टेलीविज़न पर वापसी करके बेहद उत्साहित हूं, खासकर ऐसे किरदार के साथ जो मेरी अब तक निभाई गई किसी भी भूमिका से बिल्कुल अलग है। सालों तक ‘परफेक्ट हसबैंड’ या रोमांटिक हीरो की भूमिकाएं निभाने के बाद, मैंने जानबूझकर ऐसा किरदार चुना है जो कई पहलू और अनूठापन लिए हुए है। ‘उफ्फ... ये लव है मुश्किल’ सिर्फ एक किरदार की कहानी नहीं है, बल्कि ये एक दिलचस्प ‘ओपोज़िट्स अट्रैक्ट’ लव स्टोरी है, जिसमें एक बेतरतीब परिवार में होने का पागलपन और प्यार भी शामिल है। मैं इस कहानी को सोनी सब पर जीवंत करने के लिए बेहद उत्साहित हूं, और दर्शकों को युग और उसकी दीवानी दुनिया से मिलाने का बेसब्री से इंतज़ार है।”

हर व्यक्ति की हर समस्या का समाधान होगा : केशव प्रसाद मौर्य

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सोमवार को अपने आवास 7, कालिदास मार्ग पर आयोजित जनता दर्शन में फरियादियों से सीधा संवाद किया और उन्हें भरोसा दिलाया कि “हर व्यक्ति की हर समस्या का हर संभव समाधान किया जाएगा।”

अलीगढ़ रवाना होने से पूर्व उन्होंने करीब दो दर्जन जिलों से आए लोगों की समस्याएं गंभीरता से सुनीं और अधिकारियों को निर्देशित किया कि समस्याओं का त्वरित, पारदर्शी और स्थायी समाधान सुनिश्चित किया जाए। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि समस्याओं के समाधान के लिए जवाबदेही तय की जानी चाहिए।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि “परेशान मत होइए, समाधान भी होगा और सरकार की सुविधाएं भी हर पात्र व्यक्ति तक पहुंचेंगी।” उन्होंने अधिकारियों से कहा कि कोई भी फरियादी दुबारा चक्कर न लगाए, यह सुनिश्चित किया जाए।

उप मुख्यमंत्री ने मौके पर ही संबंधित अधिकारियों से दूरभाष पर बात कर आवश्यक निर्देश दिए। खास तौर पर भूमि संबंधी मामलों में उन्होंने संबंधित जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि राजस्व और पुलिस अधिकारियों की संयुक्त टीम बनाकर मौके पर भेजा जाए और पीड़ितों को राहत दिलाई जाए। उन्होंने कहा कि महिलाओं, बुजुर्गों और दिव्यांग जनों की शिकायतों को प्राथमिकता दी जाए और संवेदनशीलता के साथ समाधान सुनिश्चित किया जाए।

कन्नौज में भारतीय किसान यूनियन टिकैत ने किया धरना प्रदर्शन, फतेहपुर ट्रिपल मर्डर कांड के साथ-साथ अन्य समस्याओं को लेकर की मांग


 पंकज कुमार श्रीवास्तव 

उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) ने राष्ट्रीय नेतृत्व के आवाहन पर स्थानीय समस्याओं के साथ-साथ फतेहपुर में हुए तिहरे हत्याकांड को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचकर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान 6 सूत्रीय मांगों को लेकर जिलाधिकारी को एक ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें फतेहपुर में त्रिपल मर्डर कांड को लेकर दोषियों पर गैंगस्टर और एनएसए की कार्यवाही की मांग भी की।

आपको बताते चलें कि सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर कन्नौज में भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के बैनर तले किसान नेताओं ने पहुंचकर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदेश उपाध्यक्ष मो0 शमीम सिद्दीकी के नेतृत्व में सैकड़ों किसान नेताओं ने फतेहपुर में हुए तीन किसान नेताओं की हत्या के मामले में कार्यवाही की मांग करते हुए मृतक के परिवार को 50-50 लाख रूपये मुआबजे की मांग की है।

भारतीय किसान यूनियन टिकैत के जिलाध्यक्ष महेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि सबसे पहले हमारे प्रदेश आवाहन पर जो फतेहपुर में जो मर्डर कांड हुआ था, उसमें सरकार से मांग की जा रही है कि हर तीनों मृतकों के परिवार को 50-50 लाख रूपये का मुआबजा दिया जाए, इसके बाद उनके परिवार में शिक्षा की पूर्ण जिम्मेेदारी शासन की हो और नम्बर तीन पर मेरी मांग है कि उनके परिवार की सुरक्षा शासन ले। यह जो त्रिपल मर्डर केस है, इसमें शासन से हमलोग मांग कर रहे है कि हमारे जो तीन किसान नेता मारे गए है, उनको 50-50 लाख रूपये का मुआबजा दिया जाए, उनकी सुरक्षा की व्यवस्था के साथ-साथ उनके बच्चों की शिक्षा की पूर्ण जिम्मेदारी शासन ले।

धरना प्रदर्शन के दौरान मौजूद भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के प्रदेश उपाध्यक्ष मो0 शमीम सिद्दीकी ने बताया कि देखिए धरना प्रदर्शन राष्ट्रीय आवाहन पर 21 तारीख को पूरे देशभर में जिला मुख्यालय पर किया गया पूरे संगठन का। इसमें दरअसल 5-6 मांगे और जोड़ी गई है, स्थानीय मांगों के अलावा जो फतेहपुर में तिहरा त्रिपल मर्डर कांड हुआ है। उसमें हमारे तीन किसान नेता मारे गए है। भाई और उनका बेटा तो हमारी सरकार से मांग है कि सरकार 50-50 लाख का मुआबजा दे। परिवार को सुरक्षा मुहैया कराए। पीड़ित परिवार के घर में एक व्यक्ति को नौकरी दे। उनकी शिक्षा की पूरी परिवार की जिम्मेदारी ले और घर में परिवार में शस्त्र लाइसेंस करने का काम करे। ज्ञापन पूरे देशभर में जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को जाएगा। अभी फिलहाल जो आदेश प्राप्त हुआ है, राष्ट्रीय आवाहान से जिलाधिकारी महोदय को ही ज्ञापन दिया जाएगा। जो स्थानीय मांगे है, अन्ना जानवर है, स्मार्ट मीटर है, अघोषित घटौती है, खाद्य की कालाबाजारी है, इस तरह की तमाम समस्याएं है।

मिर्ज़ापुर: दक्षिण भारत से चोरी हुई वेणु गोपाल की मूर्ति को पुलिस ने किया बरामद

मिर्ज़ापुर। उत्तर प्रदेश की मिर्जापुर पुलिस ने अन्तर्राज्यीय चोर गैंग का पर्दाफाश करते हुए 3 शातिर अपराधियों के पास से दक्षिण भारत से चोरी हुई वेणु गोपाल की मूर्ति को बरामद किया है। चोरी के अष्टधातु की मूर्ति का वजन-15 कि.ग्रा. बताया गया है। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त बाइक को भी बरामद कर लिया है।

 पुलिस के मुताबिक चुनार, मिर्ज़ापुर के रहने वाले चोरों ने दक्षिण भारत से वेणु गोपाल की मूर्ति चुराई थी। जिसे बेचने की फिराक में रहे चोरों को चुनार पुलिस ने पकड़ा लिया। चुनार क्षेत्र के रहने वाले अंतरराज्जीय चोर काफी शातिर बताएं जा रहें हैं। सोमवार को पुलिस लाइन स्थित सभागार में एसपी सिटी नितेश सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस में खुलासा करते हुए बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा द्वारा जनपद में शांति एवं कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाये रखने तथा अपराध की रोकथाम एवं अपराधियों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान व चोरी की घटना कारित कर सामानों की खरीद, बिक्री करने वालों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करते हुए गिरफ्तारी, बरामदगी करने के लिए जनपद के समस्त थाना प्रभारी निरीक्षक, थानाध्यक्षगण को निर्देश दिये गये हैं। उक्त निर्देश के अनुक्रम में अपर पुलिस अधीक्षक आपरेशन व क्षेत्राधिकारी चुनार के नेतृत्व में थाना चुनार पुलिस टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है।

 20 अप्रैल 2025 को प्रभारी निरीक्षक चुनार रवीन्द्र भूषण मौर्य मय पुलिस टीम द्वारा क्षेत्र में भ्रमणशील थे कि इसी दौरान थाना चुनार क्षेत्र में कुछ व्यक्तियों द्वारा चोरी के सामानों की बिक्री करने की सूचना जरिए मुखबिर प्राप्त हुई थी। सूचना पर थाना चुनार पुलिस टीम द्वारा थाना चुनार क्षेत्रांतर्गत ग्राम बरगवां खरहटिया के पास से बाइक सवार 3 व्यक्तियों को पकड़ा गया। जिन्होने पूछताछ में अपना नाम पता अभिमन्नू उर्फ मन्नू पुत्र राजाराम निवासी बलुआ बजाहुर थाना चुनार, नागेन्द्र कुमार पुत्र स्वर्गीय जोखन प्रसाद निवासी बलुआ बजाहुर थाना चुनार व रविकान्त उर्फ सोनू पुत्र राजकुमार निवासी डुलहाडौल थाना चुनार बताया। जिनके क़ब्ज़े से चोरी की अष्टधातु की मूर्ति (वेणू गोलाप की मूर्ति) बरामद किया गया। घटना में प्रयुक्त बाइक संख्या यूपी 63 एएच 3473 को 207 एम.वी. एक्ट में सीज किया गया है। उक्त गिरफ्तारी व बरामदगी के सम्बन्ध में थाना चुनार पुलिस द्वारा धारा- 16 प्राचीन स्मारक संरक्षण अधिनियम 1904, 25 प्राचीन वस्तु एवं कला खजाना अधिनियम 1972 व धारा 317(2), 317(5) बीएनएस पंजीकृत कर नियमानुसार अग्रिम विधिक कार्यवाही करते हुए सभी को जेल भेजा गया है।

गिरफ्तार अभियुक्तों द्वारा पूछताछ में बताया गया कि उन लोगों का एक संगठित गिरोह है। वह लोग अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर यह अष्टधातू की मूर्ति (वेणू गोपाल की मूर्ति) दक्षिण भारत के किसी मंदिर से चोरी किये थे। जिसे उन लोगों द्वारा बेचकर प्राप्त धनराशि को आपस में बाट लेने की योजना थी, परन्तु सभी पकड़ लिए गए।

पूर्व विधानसभाप्रत्याशी नीलमणि के प्रयास से मुखलिस पुर रोडवेज जिर्णोद्धार के लिए स्वीकृत हुए 557.14 लख रुपए


रमेश दूबे 

संत कबीर नगर जनपद में धनघटा विधानसभा के मुक्लेशपुर में स्थित रोडवेज के जीरो धार के लिए पूर्व विधानसभा प्रत्याशी नीलमणि के प्रयास से शासन द्वारा 557.14 लख रुपए स्वीकृत हुए हैं। वहीं रोडवेज परिसर में बसों के ठहराव के लिए परिवहन मंत्री ने तत्काल निर्देश भी दिए हैं। प्रयागराज और वाराणसी के लिए रोडवेज बस चलने का भी मार्ग प्रशस्त होता नजर आ रहा है।

जानकारी के लिए बता दे कि भाजपा नेता द्वारा पिछले वर्ष परिवहन मंत्री से मुलाकात कर इसके सम्यक एक मांग पत्र भी दिया गया था जिस पर यह त्वरित कार्यवाही हुई है।

बसो के संचालन से आम लोगों को काफी राहत मिलेगी दूर दराज की कम पैसे में यात्रा करना आम जनता के लिए काफी आसान होगा।

मिर्ज़ापुर: उत्कृष्ट प्रदर्शन के छात्र छात्राओं को चेयरमैन ने किया पुरस्कृत, पुरस्कार पाकर बोलें छात्र थैंक्स सर

संतोष देव गिरि, मिर्ज़ापुर। नगर के मध्य स्थित सर्वोच्च शिक्षण संस्थान एसएन पब्लिक स्कूल मुसप्फरगंज में बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्र छात्राओं को पुरस्कृत किया गया है।

बताते चलें कि विगत कई वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र में एसएन पब्लिक स्कूल अग्रणी माना जाता है। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र छात्राओं को पुरस्कृत करते हुए स्कूल के चेयरमैन डॉ राजेश सिंह ने बताया कि बच्चों को अच्छी शिक्षा प्रदान करते हुए उनका बहुमुखी विकास करना हमारा लक्ष्य है।

यहां दूर-दूर से बच्चे आकर योग्य एवं प्रशिक्षित शिक्षकों के उचित मार्गदर्शन में शिक्षा अर्जित करते हैं। इसी क्रम में विद्यालय सभागार में पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया, जहां जिन बच्चों ने विद्यालय का गौरवशाली इतिहास रचा, उन बच्चों को विद्यालय के चेयरमैन डॉ राजेश सिंह एवं डॉयरेक्टर श्रीमती संभ्या सिंह, हर्षित सिंह के करकमलों द्वारा छात्र-छात्राओं के उत्साह वर्धन के लिए विद्यालय में विभिन्न प्रकार के पुरस्कार वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पुरस्कार वितरण में नर्सरी से कक्षा 12 तक के छात्रों को पुरस्कार रैंक होल्डर, आदर्श विद्यार्थी पुरस्कार, सक्रिय विद्यार्थी पुरस्कार, अंग्रेजी प्रवीणता, विज्ञान मान्यवर, चित्रकला, सर्वोच्च लिखावट, गणित मान्यवर, तथा पुर्ण उपस्थिति पुरस्कार से विद्यार्थियों को अभिप्रेरित किया गया। कार्यक्रम के अन्त में विद्यलाय की प्रधानाचार्या श्रीमती संध्या सिंह ने बच्चों के भविष्य की मंगल कामना करते हुए कहा कि आग में तप कर ही सोना कुंदन बनता है। यदि छात्र स्वयं साधना की इस आग में नहीं तपेगेंगे, तो कुंदन के समान बनकर कैसे निखरेंगे।

विद्यार्थी देश एवं समाज की सबसे महत्वपूर्ण एवं मूल्यवान धरोहर होते हैं। इस अवसर पर अभिभावकगण तथा शिक्षकगण प्रकृति बरनवाल, अरशिया, उरूज, जैनब, रेनू, पूजा, आजम हसन अंसारी, सना खान, अशु श्रीवास्तव, श्रद्धा पाण्डे, चित्रेश, स्वराज, रफीक, साहिल, सकिना मैम, सचिन मिश्रा, धीरज, गोहित, ओझा, कृष्णा, आनंद आदि उपस्थित रहें।

छह ऐतिहासिक गेट से सजेगी अयोध्या, श्रद्धालुओं को मिलेगी विश्वस्तरीय सुविधा

लखनऊ। प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या अब श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए और भी भव्य एवं सुविधाजनक बनने जा रही है। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग अयोध्या के छह प्रमुख प्रवेश मार्गों पर ऐतिहासिक और भव्य गेट कॉम्प्लेक्स विकसित करेगा। इन कॉम्प्लेक्सों को पीपीपी मॉडल के तहत आधुनिक बुनियादी ढांचे से सुसज्जित किया जाएगा, ताकि आगंतुकों को एक ही स्थान पर अनेक अत्याधुनिक सेवाएं उपलब्ध हो सकें।

यह जानकारी प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि अयोध्या में लगातार बढ़ रही श्रद्धालुओं की संख्या को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार पर्यटन ढांचे को विश्वस्तरीय मॉडल पर विकसित कर रही है।

छह प्रमुख गेट होंगे इस प्रकार:

श्री राम द्वार – लखनऊ रोड

लक्ष्मण द्वार – गोंडा रोड

भरत द्वार – सुल्तानपुर रोड

हनुमान द्वार – गोरखपुर रोड

जटायु द्वार – अम्बेडकर नगर रोड

गरुड़ द्वार – रायबरेली रोड

पर्यटन मंत्री ने बताया कि प्रत्येक गेट कॉम्प्लेक्स में यात्री निवास, स्टार रेटेड व बजट होटल, पर्यटन सूचना केंद्र, शॉपिंग एरिया, कैफेटेरिया, कला एवं शिल्प दीर्घाएं, एम्फीथिएटर, और हरित सार्वजनिक स्थल शामिल होंगे। साथ ही सड़क, जल-विद्युत आपूर्ति, समर्पित पावर स्टेशन, और सुरक्षा प्रणाली जैसी बुनियादी सुविधाएं भी सुनिश्चित की जाएंगी। जयवीर सिंह ने कहा, "अयोध्या केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत का प्रतीक है। हमारा उद्देश्य अयोध्या को एक वैश्विक आध्यात्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में स्थापित करना है, जहां श्रद्धा के साथ सुविधा का भी अद्भुत संगम हो।"

उन्होंने यह भी बताया कि परियोजना मास्टर प्लान के अंतर्गत क्षेत्र-आधारित योजना दृष्टिकोण पर आधारित है, जिसमें निजी निवेशकों को पर्यटन गतिविधियों के लिए भूखंड आवंटित किए जाएंगे। इससे न केवल अयोध्या का कायाकल्प होगा, बल्कि रोजगार और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा।

मण्डलायुक्त ने किया गेहूॅं क्रय केन्द्रों का आकस्मिक निरीक्षण

उपेन्द्र कुमार पांडेय

आजमगढ़ :: मण्डलायुक्त विवेक ने रबी विपणन वर्ष 2025-26 के अन्तर्गत जनपदों में चल रही गेहॅूं खरीद की स्थिति जायजा लेने हेतु सोमवार को जनपद आजमगढ़ के पवई लाडपुर-सरायमीर एवं संजरपुर स्थित गेहॅंू क्रय केन्द्रों का अकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान दोनो गेहूँ क्रय केन्द्र क्रियाशील पाये गये। उन्होंने केन्द्र प्रभारियों से अब तक की गई खरीद की जानकारी प्राप्त की, जिसमें पाया गया कि गेहूँ क्रय केन्द्र बी पैक्स संजरपुर में लक्ष्य के सापेक्ष अत्यन्त कम खरीद की जा रही है। मण्डलायुक्त ने इस स्थिति सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए क्षेत्रीय प्रबन्धक, पीसीएफ तथा जिला प्रबन्धक, पीसीएफ के विरुद्ध कार्यवाही हेतु शासन को पत्र प्रेषित करने हेतु निर्देशित किया।

मण्डलायुक्त विवेक के निरीक्षण के समय केन्द्र प्रभारी पवई लाडपुर द्वारा बताया गया कि केन्द्र पर अब तक 52 कृषकों से 205.45 एमटी गेहूँ खरीद की गयी है, जिसके सापेक्ष 184 एमटी गेहूँ का सम्प्रदान भारतीय खाद्य निगम डिपो में किया जा चुका है। उक्त क्रय केन्द्र पर कृषक रामकिशोर यादव, ग्राम-फत्तनपुर के गेहूँ की तौल होते हुए पाया गया। इस दौरान मण्डलायुक्त द्वारा मौके पर उपस्थित कृषकों से सीधे वार्ता की गयी, जिसमें कृषकों द्वारा बताया गया कि उन्हें केन्द्र पर गेहूँ विक्रय किये जाने में किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं है। इसी प्रकार बी पैक्स संजरपुर के निरीक्षण के समय केन्द्र प्रभारी द्वारा बताया गया कि केन्द्र पर 14 कृषकों से 79.30 एमटी गेहूँ खरीद की गयी है। मण्डलायुक्त ने इसे लक्ष्य के सापेक्ष अत्यन्त कम पाते हुए सख्त नाराजगी व्यक्त किया तथा क्षेत्रीय प्रबन्धक, पीसीएफ तथा जिला प्रबन्धक, पीसीएफ व अन्य के विरुद्ध कार्यवाही हेतु शासन को पत्र प्रेषित करने हेतु निर्देशित किया। इसके साथ ही उन्हों केन्द्र प्रभारी को कड़ी फटकार लगाते हुए तत्काल अपेक्षित प्रगति लाने हेतु निर्देशित किया। संजरपुर क्रय केन्द्र पर ग्राम मैनपारपुर, रानी की सराय निवासी कृषक मणिराम यादव के गेहूँ की तौल की जा रही थी।

मण्डलायुक्त ने केन्द्र प्रभारियों को निर्देशित किया कि गांवों में जाकर कृषकों से सम्पर्क कर उनकी सुविधा को ध्यान रखते हुए नियमानुसार मोबाईल केन्द्र के माध्यम से भी गेहूॅं खरीद में तेजी लाना सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि कृषकों को निर्धारित समयावधि में उनकी उपज का भुगतान किया जाये तथा किसानों के समक्ष किसी समस्या नहीं आनी चाहिए। इसी क्रम में उन्होंने केन्द्रों पर साफ-सफाई, पेयजल, किसानों के बैठने के लिए छायादार स्थान आदि की व्यवस्था के साथ ही समय से क्रय केन्द्रों का खुलना, मौके पर कर्मचारियों की उपस्थिति आदि सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया। मण्डलायुक्त ने कहा कि केन्द्रों पर गेहूँ को सुरक्षित रखा जाय तथा समय से पीसीएफ को भेजा जाय।

निरीक्षण के समय अपर आयुक्त-प्रशासन शमशाद हुसैन, संभागीय खाद्य नियन्त्रक राजीव मिश्रा, डिप्टी आरएमओ सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।