स्वर्णरेखा महिला समिति द्वारा ग्रीष्मकालीन प्याऊ का उद्घाटन,राहगीरों को मिलेगी शीतल जलधारा

पीवीयूएनएल टाउनशिप, स्वर्णरेखा महिला समिति (SMS) ने आज पीवीयूएनएल टाउनशिप के मुख्य द्वार पर एक प्याऊ जल का भव्य उद्घाटन किया। 

ग्रीष्म ऋतु की प्रचंड गर्मी को देखते हुए राहगीरों और पीवीयूएनएल कर्मचारियों को स्वच्छ एवं शीतल पेयजल उपलब्ध कराने के नेक उद्देश्य से यह पहल की गई है।

इस महत्वपूर्ण अवसर पर स्वर्णरेखा महिला समिति की अध्यक्षा रीता सिंह ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई। उनके साथ पीवीयूएनएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आर.के. सिंह भी उपस्थित थे, जिन्होंने इस सामाजिक कार्य के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया। 

लेडीज क्लब की अन्य सक्रिय सदस्याओं ने भी इस उद्घाटन समारोह में उत्साहपूर्वक भाग लिया, जो इस परियोजना की सफलता के लिए उनके समर्पण को दर्शाता है।

उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए रीता सिंह ने समिति के सभी सदस्यों के एकजुट प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए इस प्रकार के छोटे-छोटे प्रयास अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। श्रीमती सिंह ने लेडीज क्लब की सदस्यों के सक्रिय योगदान की विशेष रूप से प्रशंसा की, जिन्होंने इस पहल को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह प्याऊ ग्रीष्मकाल में आने-जाने वाले लोगों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगा।

पीवीयूएनएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आर.के. सिंह ने स्वर्णरेखा महिला समिति के इस मानवीय कार्य की सराहना करते हुए कहा कि यह पहल न केवल जरूरतमंदों को राहत पहुंचाएगी बल्कि समुदाय में सेवा और करुणा के मूल्यों को भी बढ़ावा देगी। उन्होंने समिति को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया और भविष्य में भी ऐसे सामाजिक कार्यों में साथ मिलकर काम करने की इच्छा व्यक्त की।

इस अवसर पर उपस्थित लेडीज क्लब की सदस्यों में भी खासा उत्साह देखने को मिला। उन्होंने इस परियोजना को सफल बनाने के लिए मिलकर कार्य करने के अपने अनुभव साझा किए और इस पहल के सकारात्मक प्रभाव को लेकर अपनी प्रसन्नता व्यक्त की। सदस्यों ने बताया कि प्याऊ की स्थापना का विचार गर्मी के मौसम में लोगों को पानी की समस्या से जूझते हुए देखने के बाद आया था, और तभी से उन्होंने इसे साकार करने के लिए प्रयास शुरू कर दिए थे।

यह प्याऊ न केवल स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराएगा, बल्कि यह राहगीरों के लिए एक क्षणिक विश्राम स्थल के रूप में भी कार्य करेगा, जहाँ वे गर्मी से राहत पा सकेंगे। समिति ने प्याऊ की नियमित सफाई और रखरखाव की व्यवस्था भी सुनिश्चित की है, ताकि यह लंबे समय तक लोगों की सेवा कर सके।

कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थितजनों ने स्वर्णरेखा महिला समिति के इस जनकल्याणकारी कार्य की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। उन्होंने समिति के सदस्यों के समर्पण और सेवाभाव की सराहना करते हुए इस पहल को समाज के लिए एक प्रेरणास्रोत बताया। इस अवसर पर कई गणमान्य व्यक्ति और पीवीयूएनएल के कर्मचारी भी उपस्थित थे, जिन्होंने समिति के प्रयासों को अपना समर्थन दिया।

स्वर्णरेखा महिला समिति का यह प्रयास निश्चित रूप से ग्रीष्मकाल में पीवीयूएनएल टाउनशिप के आसपास से गुजरने वाले लोगों के लिए एक वरदान साबित होगा। यह पहल समाज में सामूहिक प्रयासों और सेवाभाव के महत्व को भी रेखांकित करती है। समिति ने यह सिद्ध कर दिया है कि छोटे-छोटे कदम भी मिलकर एक बड़ा और सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं। यह प्याऊ जल न केवल प्यास बुझाएगा, बल्कि यह मानवीय करुणा और सेवा की भावना का भी प्रतीक बनेगा।

लखाईडीह: नशामुक्ति, शिक्षा और पर्यावरण संरक्षण के पथ पर अग्रसर एक प्रेरणादायक गाँव

झारखंड के सुदूर आदिवासी बहुल गाँव लखाईडीह ने प्रधान कान्हूराम टुडू के दूरदर्शी नेतृत्व में विकास की एक अनूठी गाथा लिखी है। कभी नशीले पदार्थों के गिरफ्त में जकड़ा यह गाँव आज न केवल नशामुक्त हो चुका है, बल्कि शिक्षा, पर्यावरण संरक्षण और आर्थिक समृद्धि के क्षेत्र में भी एक मिसाल बनकर उभरा है। कान्हूराम टुडू के अथक प्रयासों ने इस गाँव की तस्वीर को पूरी तरह से बदल दिया है, जिससे यह अन्य समुदायों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन गया है।

लखाईडीह की विकास यात्रा का केंद्रीय बिंदु गाँव के पुरुषों को नशे की लत से मुक्ति दिलाना रहा। प्रधान टुडू ने इस चुनौती को स्वीकार करते हुए प्रभावी रणनीतियाँ अपनाईं। इसके सकारात्मक परिणाम स्वरूप, 1322 ग्रामीणों का यह गाँव आज पूरी तरह से नशामुक्त है। इस सफलता से उत्साहित होकर, कान्हूराम टुडू ने अपने इस अभियान को पड़ोसी राज्यों पश्चिम बंगाल और ओडिशा के सीमावर्ती गाँवों तक विस्तारित किया है, जहाँ उन्होंने लगभग 1238 गाँवों के लाखों आदिवासियों को नशा मुक्त कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

नशामुक्ति के साथ-साथ, कान्हूराम टुडू ने गाँव में शिक्षा के महत्व को भी स्थापित किया। उनके प्रयासों से गाँव में एक मध्य विद्यालय और एक सरकारी आवासीय विद्यालय सफलतापूर्वक संचालित हो रहे हैं, जहाँ पूर्वी सिंहभूम जिले के दूर-दराज के लगभग 160 छात्र-छात्राएँ शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। शिक्षा के प्रसार ने गाँव के बच्चों के भविष्य को नई दिशा दी है।

पर्यावरण संरक्षण लखाईडीह के विकास मॉडल का एक अभिन्न अंग है। घने जंगलों और पहाड़ों से घिरा यह गाँव अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। प्रधान टुडू के नेतृत्व में ग्रामीणों ने जंगल की रक्षा के लिए टोलियाँ बनाई हैं और प्लास्टिक के उपयोग को त्यागकर पारंपरिक पीतल-कांसा के बर्तन या साल-सखुआ के पत्तों से बनी वस्तुओं का उपयोग करते हैं। यह पहल पर्यावरण के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

आर्थिक रूप से भी लखाईडीह ने महत्वपूर्ण प्रगति की है। कृषि को बढ़ावा देने के प्रयासों के कारण, गाँव के 74 परिवार आज धान और सब्जी की खेती से सालाना लगभग दो लाख रुपये तक की आय अर्जित कर रहे हैं। आधारभूत संरचना के विकास में भी महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। दुर्गम पहाड़ी रास्तों के बावजूद, गाँव तक पहुँचने के लिए आरसीसी सड़क का निर्माण कार्य प्रगति पर है, जिससे कनेक्टिविटी बेहतर होगी और अन्य सुविधाओं तक ग्रामीणों की पहुँच सुगम हो सकेगी। इस कार्य में आईएएस अधिकारियों का सहयोग भी सराहनीय रहा है।

प्रधान कान्हूराम टुडू की उपलब्धियाँ अद्वितीय हैं। उन्होंने न केवल अपने गाँव को एक नई पहचान दी है, बल्कि एक व्यापक समुदाय को सकारात्मक बदलाव की राह दिखाई है। तकनीक का उपयोग करते हुए ऑनलाइन बैठकों और जनजागरण अभियानों के माध्यम से उन्होंने दूर-दराज के क्षेत्रों तक अपने संदेश को पहुँचाया है। उनके गुरु बनाव मुर्मू से मिली प्रेरणा ने उन्हें इस नेक कार्य के लिए आजीवन समर्पित कर दिया है। लखाईडीह आज विकास, प्रेरणा और सामुदायिक नेतृत्व का एक जीवंत उदाहरण है, जो यह दर्शाता है कि दृढ़ संकल्प और सामूहिक प्रयास से किसी भी दुर्गम लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।

सारंडा जंगल में हुआ IED ब्लास्ट, एक जवान घायल, एयरलिफ्ट कर लाया गया रांची, इलाज जारी

रांची : झारखंड सरकार के द्वारा नक्सलियों के खात्मे के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में पश्चिम सिंहभूम जिले के सारंडा क्षेत्र में चल रहे नक्सल विरोधी अभियान के दौरान में आज सोमवार की सुबह सारंडा क्षेत्र के दलाईगढ़ा और मरांगपोंगा के जंगली / पहाड़ी क्षेत्र में सुरक्षा बलों को लक्षित करने के उद्देश्य से नक्सलियों द्वारा पूर्व में लगाये गये I.E.D को विस्फोट किया गया। इसकी चपेट में आने से एक सुरक्षा जवान घायल हो गया। 

घायल जवान झारखण्ड जगुआर बम निरोधक दस्ता का कांस्टेबल मनोज कुमार दमाई है। 

घायल मनोज कुमार के बेहतर इलाज के लिए एयरलिफ्ट कर रांची लाया गया जहां उनकी इलाज एक निजी अस्पताल में चल रही है फिलहाल उनकी स्थिति स्थिर बनी हुई है।

पूरी घटना की जानकारी आईजी अभियान एवी होमकर ने दिया। उन्होंने यह भी बताया कि इस एयर लिफ्ट में खासकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की विशेष सहभागिता रही उन्होंने हेलीकॉप्टर की उपलब्धता तुरंत करवाई।

रिपोर्टर जयंत कुमार

राशन वितरण में तेजी लाने को लेकर बरीय पदाधिकारी की गयी बैठक में दिया गया आवश्यक निर्देश

राँची में मोनी कुमारी (विशिष्ट अनुभाजन पदाधिकारी) और प्रदीप भगत (जिला आपूर्ति पदाधिकारी) की अध्यक्षता में एक मीटिंग हुई। इस मीटिंग में राँची जिले के सभी मार्केटिंग ऑफिसर, प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी, गोदाम मैनेजर, राशन ढुलाई करने वाले और लेबर सरदार शामिल थे।

मीटिंग में यह फैसला लिया गया कि मई 2025 में जितना भी राशन आया है, वह सभी लोगों तक जल्द से जल्द पहुँचाया जाए। इसके साथ ही जून और जुलाई 2025 में आने वाले राशन को भी अभी से ही लोगों को देने की तैयारी करने का निर्देश दिया गया।

अधिकारियों ने कहा कि भारतीय खाद्य निगम के गोदामों से तेजी से राशन निकालकर ज्यादा से ज्यादा गाड़ियों का इस्तेमाल करके राशन की दुकानों तक पहुँचाया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि जिन दुकानदारों को राशन मिल गया है, वे उसे तुरंत लोगों को बाँटना शुरू कर दें। अगर कोई गड़बड़ी करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

वर्तमान राष्ट्रीय परिस्थितियों एवं परिदृश्य को लेकर राज्य की सुरक्षा व्यवस्था हेतु सीएम हेमन्त सोरेन ने अधिकारियों के साथ की बैठक

रांची: मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कांके रोड, रांची स्थित मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में वर्तमान राष्ट्रीय परिस्थितियों एवं परिदृश्य के मद्देनजर राज्य की सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की।

बैठक में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। देशभर में सुरक्षा हालातों को देखते हुए झारखंड में एक-एक जनमानस की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि जरूरी नागरिक सेवाओं के सुदृढ़ीकरण पर विशेष फोकस रखें तथा एक बेहतर कार्ययोजना बनाकर राज्यवासियों की सुरक्षा से संबंधित सभी प्रकार के एहतियाती कदम शीघ्र उठाएं जाए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि राज्य में आमजनों के बीच कोई पैनिक स्थिति उत्पन्न न हो ,यह सुनिश्चित की जाए।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि अफवाहों पर हर हाल में रोक लगाई जाए। वैसे असामाजिक तत्व जो झूठी और भ्रामक संदेश प्रेषित कर माहौल खराब करने का कार्य करते हैं ,उनके ऊपर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। राष्ट्र विरोधी गतिविधियों तथा सोशल साइट्स पर गलत संदेशों का आदान-प्रदान करने वालों की पहचान कर उनपर कानूनी कार्रवाई करें।

सिविल डिफेंस वॉलेंटियर्स से कार्य लें, आवश्यकता अनुसार इनकी संख्या बढ़ाएं

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि राज्य में सिविल डिफेंस वॉलेंटियर्स को एक्टिव करें तथा आवश्यकता के अनुरूप सिविल डिफेंस वॉलेंटियर्स की संख्या बढ़ाएं। सिविल डिफेंस के क्षेत्र में कार्य करने वाले संस्थानों से समन्वय स्थापित कर बेहतर सुरक्षा व्यवस्था के लिए कार्ययोजना बनाएं। उन्होंने कहा कि सिविल डिफेंस वॉलेंटियर्स को त्वरित राहत, बचाव कार्य, जनजागरूकता और सामुदायिक क्षमता निर्माण जैसे विषयों पर विशेष प्रशिक्षण दी जाए।

सभी जिलों में कंट्रोल रूम एक्टिव करें

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष के साथ-साथ जिला स्तर के कंट्रोल रूम को एक्टिव करें। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि राज्य के भीतर सभी छोटे-बड़े पी एस यू (सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम) के सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए जाएं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी अस्पताल के रूफटॉप पर मेडिकल साइन बोर्ड लगाए जाएं।

बैठक में ये निर्देश रहे महत्वपूर्ण..

एम एच ए का निर्देश है कि सिविल डिफेंस रूल्स के अंतर्गत इमर्जेंसी प्रोविजंस का इस्तेमाल करें। खासकर कोई खरीदारी में टेंडर प्रक्रिया छोड़कर।

मॉक ड्रिल की संख्या बढ़ा दी जाए।

एसेंशियल सर्विस को मेंटेन करने के लिए तैयारी की जाए।

एसेंशियल कमोडिटीज पर खास ध्यान रखा जाए। होर्डिंग बिल्कुल नहीं हो।

अस्पताल को तैयार रखा जाए।

महत्वपूर्ण ठिकाने जैसे डैम, प्लांट, UCIL, बिजली घर, IOC, आदि के सुरक्षा पर खास ध्यान दिया जाय।

एन जी ओ तथा अन्य सिविल डिफेंस वॉलेंटियर्स से संपर्क कर उन्हें तैयार कराया जाए।

जिला में फायर स्टेशन की तैयारी कर ली जाए।

मोबाइल फेल करने पर पी.ए. सिस्टम तैयार कर ली जाए।

बैठक में मुख्य सचिव श्रीमती अलका तिवारी, अपर मुख्य सचिव श्री अविनाश कुमार, अपर मुख्य सचिव श्री अजय कुमार सिंह, प्रधान सचिव श्रीमती वंदना दादेल, डीजीपी श्री अनुराग गुप्ता, सचिव श्रीमती पूजा सिंघल, सचिव श्री राजेश शर्मा, सचिव श्रीमती विप्रा भाल, विशेष सचिव आईपीआरडी श्री राजीव लोचन बक्शी, आईजी ऑपरेशन श्री ए०वी० होमकर, आईजी स्पेशल ब्रांच श्री प्रभात कुमार, एसपी एटीएस श्री ऋषभ झा, एसपी अभियान श्री अमित रेणु, कमांडेंट जैप -1 श्री राकेश रंजन सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री एवं डीआईजी चंदन सिन्हा की देख रेख में संपन्न हुआ मॉक ड्रिल

रांची में ऑपरेशन अभ्यास अंतर्गत आपदा की स्थिति में नागरिक सुरक्षा हेतु डोरण्डा क्षेत्र में मॉक ड्रिल जिला प्रशासन द्वारा सफलता पूर्वक संपन्न कराया गया। गृह मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देशानुसार उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी-सह-जिला आपदा पदाधिकारी, रांची मंजूनाथ भजंत्री एवं डीआईजी-सह-वरीय पुलिस अधीक्षक, रांची चंदन सिन्हा की देख रेख में अपराह्न 04ः00 बजे सायरन बजते ही डोरण्डा स्थित मेकॉन भवन मॉक ड्रिल की शुरुआत की गयी।

जिला प्रशासन द्वारा लोगों को कम से कम असुविधा हो, इमरजेंसी सेवाएं बाधित न हो इसे सुनिश्चित करते हुए मॉक ड्रिल संपन्न कराया गया। 

मॉक ड्रिल के दौरान एनडीआरएफ, पुलिस-प्रशासन, फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस/मेडिकल टीम, एनसीसी द्वारा मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी-सह-जिला आपदा पदाधिकारी मंजूनाथ भजंत्री द्वारा जानकारी दी गयी कि मॉक ड्रिल के दौरान लगभग 250 लोगों को प्रभावित क्षेत्र से सकुशल निकाला गया, 9 लोग घायल (नकली) थे, जिसमें एक की स्थिति गंभीर थी। गंभीर रुप से घायल (नकली) व्यक्ति को बीएमपी स्कूल में बनाये गये मेडिकल कैंप में शिफ्ट किया गया। 

मॉक ड्रिल के दौरान डोरण्डा क्षेत्र पूरी तरह से ब्लैक आउट रहा। जिला प्रशासन द्वारा मॉक ड्रिल के संबंध में लोगों को विभिन्न माघ्यमों से जागरुक किया गया था। शाम के 7ः00 बजे तक डोरण्डा क्षेत्र में लोगों ने अपने-अपने घरों के लाइट बंद रखे। यातायात व्यवस्था में बदलाव का लोगों द्वारा अनुपालन किया गया, वाहनों के लाइट्स का उपयोग भी न के बराबर देखने को मिला।

उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी-सह-जिला आपदा पदाधिकारी श्री मंजूनाथ भजंत्री ने मॉक ड्रिल के दौरान आमजनों के सहयोग की सराहना की।

डीआईजी-सह-वरीय पुलिस अधीक्षक, रांची श्री चंदन सिन्हा द्वारा बताया गया कि मॉक ड्रिल के दौरान एनडीआरएफ, पुलिस-प्रशासन, फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस/मेडिकल टीम, एनसीसी का रिस्पांस बेहतर रहा। उनके द्वारा लोगों के सहयोग की भी सराहना की गयी।

पाक आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई: भारत का अस्मिता का निर्णायक प्रतिशोध है


"भारतीय सेना ने बीती रात पाकिस्तान में स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक और निर्णायक एयर स्ट्राइक कर उन्हें नष्ट कर दिया है। यह केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि देश की अस्मिता, सुरक्षा और आत्मगौरव का प्रचंड शंखनाद है," ऐसा प्रतिपादन सनातन संस्था के प्रवक्ता श्री अभय वर्तक ने किया।

उन्होंने आगे कहा कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 26 निर्दोष हिंदू पर्यटकों की जो क्रूर हत्या हुई, वह केवल कुछ लोगों पर नहीं, बल्कि संपूर्ण हिंदू समाज और भारतीय संस्कृति पर हमला था। भारतीय सेना की यह कार्रवाई प्रत्येक राष्ट्रभक्त भारतीय के लिए संतोष और गर्व का विषय है।

सनातन संस्था इस निर्णायक कार्रवाई का हार्दिक स्वागत करती है। यह केवल प्रतिशोध नहीं, बल्कि देश की सुरक्षा और भारत की अखंडता की दिशा में उठाया गया साहसिक कदम है।

आज का जागरूक हर भारतीय इन घटनाओं को सहन नहीं कर सकता था।, और उसकी मांग पर सरकार ने भी यह सशक्त उत्तर दिया है। यदि पाकिस्तान ने फिर कोई दुस्साहस किया, तो उसे इससे भी कठोर जवाब मिलेगा, यह भारतीय सेना ने स्पष्ट कर दिया है।

 राष्ट्र का शंखनाद’ केवल एक नारा नहीं है, बल्कि जाति पूछ कर हत्या करने वाले शत्रुओं के विरुद्ध एकजुटता का हुंकार है। संपूर्ण भारतीय सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।

ECI ने IIIDEM में 2,300 से अधिक क्षेत्र स्तरीय चुनाव पदाधिकारियों को प्रशिक्षण देकर मील का पत्थर पार किया

 रांची : भारत चुनाव आयोग ने अब तमिलनाडु और पुदुचेरी के क्षेत्र स्तरीय चुनाव पदाधिकारियों को तमिल भाषा में प्रशिक्षण देने का एक और अभूतपूर्व कदम उठाया है। IIIDEM, दिल्ली में इस मिश्रित बैच के प्रशिक्षण कार्यक्रम में 264 बीएलओ पर्यवेक्षकों, 14 ईआरओ, 2 डीईओ और अन्य अधिकारियों सहित 293 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं।

अपने उद्घाटन भाषण में मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) श्री ज्ञानेश कुमार ने कहा कि बीएलओ मतदाताओं के साथ भारत के चुनाव आयोग का पहला इंटरफेस हैं एवं सही और अद्यतन मतदाता सूची सुनिश्चित करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। इसके साथ ही, पिछले कुछ हफ्तों के दौरान IIIDEM में आयोजित गहन प्रशिक्षण कार्यक्रमों से लगभग 2,300 प्रतिभागी लाभान्वित हुए हैं।

 यह 2 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम अगले कुछ वर्षों में देश भर में 1 लाख से अधिक बीएलओ सहित सभी स्तरों पर चुनाव पदाधिकारियों को प्रशिक्षित करने के लिए व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम के अनुरूप है। 

बीएलओ पर्यवेक्षकों को फॉर्म 6, 7 और 8 सहित विभिन्न फॉर्मों को सही तरीके से भरना सुनिश्चित करने के लिए इंटरैक्टिव सत्रों, रोल प्ले के माध्यम से प्रशिक्षित किया जा रहा है। मॉड्यूल में आईटी समाधानों के उपयोग में व्यावहारिक प्रशिक्षण शामिल है। इन बीएलओ पर्यवेक्षकों को अन्य बीएलओ को प्रशिक्षित करने के लिए विधानसभा स्तर के मास्टर प्रशिक्षकों के रूप में सुसज्जित किया जा रहा है। 

 प्रतिभागियों को आरपी अधिनियम 1950 की धारा 24 (ए) के तहत जिला मजिस्ट्रेट (डीएम या समकक्ष रैंक के अधिकारी) और राज्य/संघ राज्य क्षेत्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के पास क्रमशः अंतिम प्रकाशित मतदाता सूची के खिलाफ पहली और दूसरी अपील के प्रावधानों से परिचित कराया गया। विदित हो कि 6-10 जनवरी 2025 तक विशेष सारांश संशोधन (एसएसआर) अभ्यास के पूरा होने के बाद तमिलनाडु और पुडुचेरी से कोई अपील दायर नहीं की गई थी।

रांची के डोरंडा क्षेत्र में नागरिक सुरक्षा को लेकर कल होगा मॉक ड्रिल


सायरन बजाने पर घबराएं नहीं यह मात्र अभ्यास है, वास्तविक आपातकाल नहीं

सार्वजनिक सुरक्षा और आपातकालीन तैयारी

 को बढ़ाने के लिए, गृह मंत्रालय (एमएचए) ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 7 मई, 2025 को राष्ट्रव्यापी नागरिक सुरक्षा अभ्यास आयोजित करने का निर्देश दिया है। यह अभ्यास नागरिकों, संस्थानों और बुनियादी ढांचे को संभावित आपात स्थितियों, जैसे शत्रुतापूर्ण हमले या प्राकृतिक आपदाओं, के लिए तैयार करने के लिए महत्वपूर्ण है।

जिलावासियों से अनुरोध है कि वे सहयोग करें और नीचे दिए गए निर्देशों का सावधानीपूर्वक पालन करें।

अभ्यास के उद्देश्य :

  

नागरिक रक्षा तंत्र की तैयारियों का परीक्षण और सुधार करना।  

नागरिकों को आपातकालीन प्रोटोकॉल और आत्म-सुरक्षा में प्रशिक्षित करना।  

संकट के समय स्थानीय अधिकारियों और आम जनता के बीच समन्वय सुनिश्चित करना।  

नागरिक कार्य योजना - चरणबद्ध रूप से  

हवाई हमले की चेतावनी सायरन  

क्या होगा:

अभ्यास के दौरान निर्धारित समय पर तेज सायरन बजाए जाएंगे। 

 

नागरिक कार्य:

 तुरंत घर के अंदर आश्रय लें।  

 खिड़कियों और दरवाजों से दूर रहें।  

“सब ठीक” सायरन सुनाई देने तक घर के अंदर रहें।  

यदि वाहन चला रहे हैं, तो सुरक्षित रूप से रुकें और यदि संभव हो तो घर के अंदर आश्रय लें।  

2- आत्म-सुरक्षा और जीवन रक्षा प्रशिक्षण  

क्या होगा: स्थानीय प्राधिकरण, स्कूल और आरडब्ल्यूए लाइव प्रदर्शन आयोजित करेंगे या जागरूकता सामग्री वितरित करेंगे।  

नागरिक कार्य:.

विस्फोट या हमले के दौरान अपनी रक्षा करना सीखें: झुकें - ढकें - पकड़ें  

 बच्चों को आपातकालीन कदम और संपर्क जानकारी सिखाएं।  

एक गो-बैग तैयार रखें जिसमें आवश्यक वस्तुएं हों जैसे:  

  - प्राथमिक चिकित्सा किट  

  - पीने का पानी  

  - टॉर्च और बैटरी  

  - बुनियादी सूखा भोजन  

  - व्यक्तिगत पहचान पत्र, दवाएं और आपातकालीन संपर्क सूची  

3. क्रैश ब्लैकआउट अभ्यास  

- क्या होगा: विशिष्ट क्षेत्रों में अस्थायी ब्लैकआउट हो सकता है।  

- नागरिक कार्य:  

 - निर्देश मिलने पर सभी घरेलू और बाहरी लाइटें बंद करें।  

 - खिड़कियों से प्रकाश बाहर निकलने से रोकने के लिए ब्लैकआउट पर्दे या मोटे कपड़े का उपयोग करें।  

 - तेज प्रकाश उत्सर्जित करने वाले उपकरणों, जैसे मोबाइल स्क्रीन या फ्लैशलाइट, का उपयोग न करें (जब तक सुरक्षा के लिए आवश्यक न हो)।  

4. महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे का छलावरण  

- क्या होगा: प्राधिकरण पानी की टंकियों, बिजली स्टेशनों और दूरसंचार टावरों जैसे प्रमुख भवनों को छलावरण करने का अनुकरण कर सकते हैं।  

- नागरिक कार्य:  

 - प्रतिबंधित क्षेत्रों का सम्मान करें और आधिकारिक कार्य में बाधा न डालें।  

 - इन अभ्यासों की तस्वीरें न लें या साझा न करें।  

 - संघर्ष या खतरों के दौरान ऐसे बुनियादी ढांचे को छिपाने के महत्व को समझें।  

5. निकासी योजना का पूर्वाभ्यास  

- क्या होगा: चयनित आवासीय कॉलोनियों, स्कूलों और कार्यस्थलों में वैकल्पिक निकासी आयोजित की जा सकती है।  

- नागरिक कार्य:  

 - अपने भवन या क्षेत्र से निकलने का सबसे छोटा और सुरक्षित मार्ग जानें।  

 - अभ्यास समन्वयकों या वार्डन के निर्देशों का पालन करें।  

 - लिफ्ट का उपयोग न करें; केवल सीढ़ियों का उपयोग करें।  

 - बुजुर्गों, बच्चों और विकलांग लोगों की सहायता करें।  

 - पूर्व-निर्धारित सुरक्षित क्षेत्रों में इकट्ठा हों और व्यवस्था बनाए रखें।  

नागरिकों के लिए अतिरिक्त तैयारी उपाय 

6. संचार और समन्वय  

- मोबाइल फोन चार्ज रखें लेकिन अभ्यास के दौरान केवल आपातकालीन संचार के लिए उपयोग करें।  

- महत्वपूर्ण आपातकालीन संपर्क नंबर सहेजें:  

 - स्थानीय पुलिस स्टेशन  

 - नागरिक रक्षा नियंत्रण कक्ष  

 - निकटतम अस्पताल  

- सूचित रहने के लिए स्थानीय सामुदायिक प्रतिक्रिया टीम या व्हाट्सएप ग्रुप बनाएं।  

7. सूचित रहें, घबराएं नहीं  

- यह एक अभ्यास है - वास्तविक आपातकाल नहीं।  

- घबराएं नहीं। अधिकारियों के निर्देशों का शांति से पालन करें।  

- सोशल मीडिया पर असत्यापित संदेश, वीडियो या अफवाहें फैलाने से बचें।  

8. स्कूल और कार्यालय की भागीदारी  

- माता-पिता अपने बच्चों को स्कूल में उपस्थित होने और भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करें।  

- कार्यालयों को कर्मचारियों को अभ्यास के समय और निकासी प्रोटोकॉल के बारे में सूचित करना चाहिए।  

- प्रबंधन को आपातकालीन निकास, अलार्म सिस्टम और कर्मचारी तैयारियों का परीक्षण करना चाहिए।  

9. नागरिक स्वयंसेवकों का प्रशिक्षण  

- सामुदायिक सेवा में रुचि रखने वाले नागरिक अपने स्थानीय नागरिक रक्षा इकाइयों में पंजीकरण कर सकते हैं।  

- प्राथमिक चिकित्सा, भीड़ नियंत्रण और आपातकालीन प्रतिक्रिया में बुनियादी प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।  

हम मिलकर एक सुरक्षित राष्ट्र का निर्माण करते हैं  

यह राष्ट्रव्यापी पहल आपकी सक्रिय भागीदारी और जागरूकता पर निर्भर करती है। नागरिक रक्षा केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं है - यह एक साझा जिम्मेदारी है। आपकी आज की तैयारी कल जिंदगियां बचा सकती है।

झारखंड के उद्योग सचिव ने विदेशी निवेश के उद्देश्य से गए स्पेन और स्वीडन यात्रा का विस्तार से बताया फलाफल

भारत की जीडीपी में झारखंड का हिस्सा 2.5 प्रतिशत जबकि विदेशी निवेश मात्र 0.98 प्रतिशत, आखिर क्यों

रांची :- झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के नेतृत्व में स्पेन और स्वीडन गए प्रतिनिधिमंडल ने झारखंड में निवेश हेतु विदेशी निवेशकों को आमंत्रित किया। यात्रा पूरी होने के करीब एक हफ्ता बाद उद्योग सचिव अरवा राजकमल ने विदेश दौरे का विस्तार से फलाफल बताया। अरवा राजकमल ने कहा कि कई निवेशकों के प्रस्ताव भी मिले साथ ही कई कंपनी ने झारखंड में निवेश करने का रुचि भी दिखाई है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने स्पेन एवं स्वीडन के विभिन्न उद्यमियों से कहा है कि झारखंड में निवेश की सुगम सुविधा हेतु यूरोपीय कंपनियों के लिए एक समर्पित डेस्क स्थापित किया जाएगा । उन्होंने बताया कि स्पेन में टेस्ला ग्रुप एस के चेयरमैन दुसान लिचार्ड्स ने ग्रुप की रोमानिया गिगिया फैक्ट्री परियोजना के बारे में प्रस्तुति दी और बैटरी भंडारण उत्पादन के निर्माण के लिए झारखंड में एक समान परियोजना स्थापित करने हेतु करीब 150 मिलियन यूरो के निवेश की रुचि व्यक्त की है। साथ ही झारखंड सरकार को आरसीडी एस्पेनयोल फुटबॉल क्लब से झारखंड में खेल विकास में सहयोग के लिए झारखंड में फुटबॉल कोचों को प्रशिक्षण देने के लिए MoU का प्रस्ताव मिला। इसके अलावे रांची में 120-170 मिलियन यूरो के निवेश से एक मेगा सम्मेलन और व्यापार प्रदर्शनी केंद्र विकसित करने के लिए Lol प्राप्त हुआ। 

स्पेन और स्वीडन यात्रा के दौरान झारखंड में विदेशी निवेशकों को आमंत्रण

उद्योग सचिव अरवा राजकमल ने बताया कि यूरोपीय देश स्पेन व स्वीडन गए प्रतिनिधिमंडल ने स्पेन के बार्सिलोना स्थित निर्माणाधीन यूरोप के सबसे बड़े स्टेडियम एफसी बार्सिलोना स्टेडियम और संग्रहालय का दौरा किया इस दौरान वहां एफसी बार्सिलोना की उपाध्यक्ष एलेना फोर्ट के साथ बैठक की । साथ ही डी गावा संग्रहालय का भी दौरा किया ,वहाँ एक पुराने खनन स्थल को एक जियोलॉजिकल म्यूजियम में बदल दिया गया है। इसी तर्ज पर सीएम हेमन्त सोरेन ने भी झारखंड के चाईबासा में भी इसी तरह के स्थलों को जियोलॉजिकल म्यूजियम में बदलने और पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए बनाने का निदेश दिया। 

बार्सिलोना में ही एक इन्वेस्टर मीट भी आयोजित किया गया। जहाँ भारतीय प्रवासियों ने मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से मुलाक़ात की। वन टू वन मीटिंग कर खेल से संबंधित मार्केटिंग एंड ब्रांडिंग , आईईएसई बिजनेस स्कूल में उद्यमिता संकाय ,पर्यावरण स्थिरता सहित कई विषयों पर चर्चा की गई। निवेशकों ने झारखंड में एक बेहतरीन स्टार्टअप पॉलिसी के तहत काम करने की रुचि व्यक्त की।

राजकमल ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल ने "फिरा दी बार्सिलोना इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर" का दौरा किया, जो यूरोप के सबसे बड़े और सबसे आधुनिक प्रदर्शनी स्थलों में से एक है। यहाँ स्पेन में भारत के राजदूत की उपस्थिति में सीएम को रांची में 120-170 मिलियन यूरो के निवेश से एक मेगा सम्मेलन और व्यापार प्रदर्शनी केंद्र विकसित करने के लिए Lol प्राप्त हुआ। इसके बाद वैश्विक निवेशकों के लिए मैड्रिड का दौरा किया गया । 

खनन कार्यों में भारी ट्रकों की बढ़ती माँग को देखते हुए झारखंड में एक मेगा विनिर्माण इकाई स्थापित करने के लिए वोल्वो को आमंत्रित किया

अरवा राजकमल ने बताया की स्वीडन में गोथेनबर्ग में उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने 50 से अधिक वैश्विक निवेशकों के समक्ष झारखंड में विनिर्माण, इलेक्ट्रिक वाहन ,खनिज अन्वेषण और प्रसंस्करण तथा स्वच्छ ऊर्जा से संबंधित निवेश क्षेत्रों को दर्शाया गया। इसके बाद प्रतिनिधिमंडल ने गोथेनबर्ग में वोल्वो ट्रक संयंत्र का दौरा किया। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने झारखंड में खनन कार्यों में भारी ट्रकों की बढ़ती माँग को देखते हुए झारखंड में एक मेगा विनिर्माण इकाई स्थापित करने के लिए वोल्वो को आमंत्रित किया ।

उद्योग सचिव ने अरवा राजकमल ने कहा कि किसी भी देश के निवेशकों को झारखंड में निवेश हेतु आमंत्रित करने के लिए विजीबिलिटी बहुत जरूरी है और यह यात्रा स्पेन और स्वीडन में झारखंड की विजीबिलिटी के लिहाज से काफ़ी महवपूर्ण था। उन्होंने कहा कि यात्रा पूरा होने के एक सप्ताह के भीतर ही सात निवेश प्राप्त हुए। इसलिए अन्य राज्यों की तरह ही विदेशी निवेश के लिए उस देश की कंपनियों के साथ निरंतर जुड़ाव जरूरी है। उन्होंने कहा कि करीब 9 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद कोई झारखंड से सरकारी प्रतिनिधिमंडल विदेशी दौरे पर गया। इस यात्रा से विदेशों में झारखंड की उपस्थिति दर्ज होगी और झारखंड की ब्रांड वैल्यू में सुधार होगा ।

रिपोर्टर जयंत कुमार