अमेरिका-चीन में 'सीजफायर', टैरिफ पर ट्रंप और जिनपिंग में बनी बात
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भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच दुनिया के दो और ताकतवर देशों के बीच का गतिरोध कम होता दिख रहा है। यहां बात हो रही है- अमेरिका और चीन की। दरअसल, अमेरिका और चीन में आखिरकार ‘व्यापार युद्ध’ को कम करने के लिए सहमति बन गई है। वाशिंगटन और बीजिंग दोनों ने रेसिप्रोकल टैरिफ को कम करने के लिए एक समझौते पर सहमति व्यक्त की है। दोनों देश अलगे 90 दिनों के लिए एक-दूसरे पर लगाए गए रेसिप्रोकल टैरिफ को 115% कम करेंगे।
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका ने कहा है कि चीन से आने वाले ज्यादातर सामान पर टैरिफ 145% से घटाकर 30% कर दिया जाएगा। यह व्यवस्था 14 मई से लागू होगी और शुरुआत में 90 दिन के लिए रहेगी। दोनों देशों के प्रतिनिधियों के बीच स्विट्जरलैंड के जेनेवा में दो दिन तक बैठक चली थी। चीन ने कहा है कि वह अमेरिकी सामान पर पहले लगाए गए 91% के अतिरिक्त टैक्स को भी हटा देगा। दोनों देशों के बीच हुई इस डील से उन उद्योगों को राहत मिलेगा जो टैरिफ की वजह से बहुत परेशान थे।
दुनियाभर के बाजारों में उछाल
अमेरिका और चीन के ट्रेड वॉर पर इस ‘सीजफायर’ से दुनिया में खुशी की लहर देखी जा सकती है। इस ऐलान के बाद हांगकांग के शेयर मार्केट इंडेक्स हेंगशेंग में 3 प्रतिशत का उछाल देखा गया है। जबकि चीन के शंघाई कंपोजिट इंडेक्स में भी तेजी का रुख रहा है। भारत में भी सोमवार को शेयर बाजारों में काफी तेज गति देखी गई। भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव में कमी आने, सीमा पर सीजफायर होने से जहां बाजार को ताकत मिली। वहीं चीन और अमेरिका की डील से ग्लोबल ट्रेड मार्केट पर छाए संकट के बादल छंटने से बाजार को उम्मीद मिली और उसने दमभर कर उछाल मारा। अमेरिका और चीन के बीच छिड़े ट्रेड वॉर से ग्लोबल सप्लाई चेन को लेकर एक बड़ा संकट पैदा हो गया था। इसकी वजह से दोनों देशों के बीच होने वाला करीब 600 अरब डॉलर (करीब 50,969 अरब रुपये) का ट्रेड रुक गया था।
यूएस-चीन के बीच कम हो सकता है तनाव कम
चूंकि अमेरिका ने अबतक चीन से आने वाले सामानों पर 145% का टैरिफ लगा रखा था, वो अब 90 दिनों के लिए कम होकर 30% ही रह जाएगा। वहीं चीन ने अमेरिकी सामानों पर 125% का टैरिफ लगा रखा था जो कम होकर केवल 10% पर आ जाएगा। टैरिफ में यह कमी चीन की तरफ से आर्थिक तनाव को कम करने और अमेरिका के साथ बातचीत को आगे बढ़ाने की कोशिश है। इस घोषणा से पता चलता है कि दोनों देशों के बीच तनाव कम हो सकता है। पिछले कुछ महीनों से दोनों देशों के बीच टैरिफ को लेकर काफी तनातनी चल रही थी।
May 12 2025, 20:38