बिहार में बदल रहा मौसम का मिजाज : अप्रैल और मई माह में टूटे गर्मी और बारिश के पिछले कई वर्षों का रिकॉर्ड
डेस्क : बिहार में इस साल मौसम के मिजाज में गजब का बदलाव देखने को मिल रहा है। अप्रैल में बारिश और अधिकतम तापमान का रिकॉर्ड टूटा तो अब 12 वर्षों बाद मई में एक दिन में 12 वर्षों के बाद मंगलवार को सबसे अधिक बारिश हुई है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार 6 मई को पटना में 65.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इससे पहले 31 मई, 2013 को 92.2 मिलीमीटर बारिश हुई थी।
बदलते मौसमी चक्र और बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमी युक्त हवा के संयुक्त प्रभाव के कारण बिहार में इन दिनों मेघगर्जन, वज्रपात, आंधी और बारिश हो रही है।
मौसम विभाग के पास उपलब्ध 79 वर्षों के रिकॉर्ड के अनुसार, अप्रैल में एक दिन में सबसे अधिक बारिश 11 अप्रैल 2025 को हुई थी। जबकि 19 वर्षों में सबसे ठंडा दिन 28 अप्रैल 2025 को रहा था। इस दिन पटना का अधिकतम तापमान 30 डिग्री रिकॉर्ड हुआ था। मौसम विभाग के निदेशक आशीष कुमार ने बताया कि जलवायु परिवर्तन के कारण राज्य का मौसम सामान्य से अलग दिख रहा है। इसी कारण पिछले वर्ष जहां अप्रैल में हीट वेव चल रहे थे, वहीं इस वर्ष अप्रैल और मई में अच्छी खासी बारिश हो रही है। लेकिन यह एक स्थायी पैटर्न नहीं है, हो सकता है अगले बार पुनः हीट वेव जैसे कंडीशन बन जाए।
पूर्व वरीय कृषि वैज्ञानिक ने बताया कि जहां पर ओला नहीं गिरा है और बारिश हुई है, वहां की फसलों को लाभ हुआ है। गन्ना, मक्का, मूंग, तिल के साथ ही निचले इलाकों में लगी धान की फसलों को लाभ होगा। निचले इलाके में जानकी, बकौल, सुधा वैरायटी के धान विशेष कर गंडक और बागमती के पेट में बसे निचले हिस्से में लगाए जाते हैं।
May 07 2025, 10:59