लखनऊ में नगर आयुक्त गौरव कुमार का सख्त कदम, जोन 4 और 2 में अतिक्रमण हटाने के निर्देश"

लखनऊ। नगर निगम के नगर आयुक्त गौरव कुमार ने गुरूवार को कार्यभार सम्भाला और शुक्रवार की सुबह जोन चार में निरीक्षण करने सड़क पर उतर आये। नगर आयुक्त गौरव कुमार ने जोन चार में स्थित एमआरएफ (मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी), वेंडिंग जोन, ट्रांसवर्स स्टेशन का एक के बाद एक निरीक्षण किया। इसी दौरान नगर आयुक्त जोनल कार्यालय पर भी पहुंचें और कर्मचारियों से स्वच्छता को लेकर सीधी बातचीत की।

नगर निगम लखनऊ अपने नागरिकों के हित में प्रतिबद्ध

नगर आयुक्त गौरव कुमार ने कचरा प्रबंधन प्रक्रियाओं के निरीक्षण के दौरान नगरीय सेवाओं और बुनियादी ढांचे के विकास में सुधार के लिए नगर निगम कर्मचारियों को महत्वपूर्ण निर्देश दिए। पीसीटीएस में निरीक्षण में नगर आयुक्त ने नगर निगम लखनऊ अपने नागरिकों के हित में प्रतिबद्ध है, यह संदेश देने का प्रयास किया।

नो वेडिंग जोन में भारी अतिक्रमण को हटाया गया

वहीं नगर निगम के जोन दो में जोनल अधिकारी के नेतृत्व में नो वेडिंग जोन में भारी अतिक्रमण को हटाया गया। सुबह के वक्त नगर निगम के बुलडोजर कार्रवाई से पटरी दुकानदारों में दहशत फैल गयी। किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के सामने बड़ी संख्या में पटरी दुकानदारों ने सड़क पर अतिक्रमण कर रखा है। जिसे जोन दो के कर्मियों ने एक झटके में हटा दिया गया। इस दौरान मोहम्मद नामक एक दुकानदार के विरोध करने पर नगर निगम कर्मचारियों ने पुलिसकर्मियों का सहयोग लिया।

शहर में नो वेडिंग जोन में पटरी दुकानदारों को हटाने का निर्देश

नगर आयुक्त गौरव कुमार को कुछ लोगों ने लालबाग से कैसरबाग के बीच जाम लगने की शिकायत पहुंचायी। जिस पर नगर आयुक्त ने कहा कि किसी भी हाल में अतिक्रमण, नो वेडिंग जोन में दुकानें, अवैध दुकानें, सरकारी जमीनों पर कब्जा, सड़क पर कब्जा बर्दास्त नहीं किया जायेगा। शहर में नो वेडिंग जोन में पटरी दुकानदारों को भी तत्काल ही हटाने का निर्देश दिया जा रहा है।

प्रदेश में नर्सिंग अधिकारियों को बड़ी सौगात: 434 अधिकारियों को पदोन्नति, स्वास्थ्य सेवाओं को मिलेगी मजबूती

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। गुरुवार को प्रदेश भर के 434 नर्सिंग अधिकारियों को पदोन्नत कर सीनियर नर्सिंग अधिकारी बनाए जाने पर मुहर लगाई गई। इस निर्णय से प्रदेश भर में लंबे समय से खाली पड़े लगभग 1000 पदों की संख्या घटकर अब लगभग 600 रह गई है।

इस फैसले से न केवल स्वास्थ्य व्यवस्था को राहत मिलेगी, बल्कि पदोन्नत अधिकारियों के मनोबल में भी वृद्धि होगी।

इस अवसर पर राजकीय नर्सेज संघ उत्तर प्रदेश के एक प्रतिनिधिमंडल ने चिकित्सा स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. आरपीएस सुमन से भेंट की और इस निर्णय के लिए आभार प्रकट किया।

तीन महिलाओं से लूट का खुलासा, फर्जी नंबर प्लेट से कर रहे थे वारदात

लखनऊ । राजधानी के जानकीपुरम थाना क्षेत्र में शुक्रवार सुबह पुलिस ने एक अहम कार्रवाई करते हुए लूटपाट से जुड़े तीन अलग-अलग मुकदमों का खुलासा कर दिया। एक शातिर अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया, जबकि एक नाबालिग को बाल संरक्षण में लिया गया है। पुलिस ने इनके कब्जे से लूट के सामान के साथ नकदी और घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल भी बरामद की है।

अभियुक्तों के कब्जे से लूटा हुआ माल किया बरामद

शुक्रवार की सुबह 5:00 बजे, थाना जानकीपुरम पुलिस ने लूट के तीन मुकदमों में वांछित अभियुक्त कल्लू उर्फ राजू पुत्र रामकुमार उर्फ मुन्ना पेंटर, निवासी कृष्णा बिहार कॉलोनी थाना इंदिरानगर, लखनऊ (वर्तमान पता – शाहपुर भमरौली, थाना दुबग्गा), उम्र लगभग 23 वर्ष, और उसके साथ एक 16 वर्षीय बाल अपचारी को सलीम तिराहा, जानकीपुरम से गिरफ्तार किया।इसके कब्जे से एक जोड़ी कान की बाली, एक टूटी चेन, 3100 रुपये नकद और घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल फर्जी नंबर प्लेट की बरामद किया है।

पुलिस ने दोनों को रंगे हाथों पकड़ा

जानकीपुरम थाना क्षेत्र में लगातार हो रही लूट की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए, पुलिस ने तकनीकी निगरानी और मुखबिरों की सूचना के आधार पर कार्रवाई को अंजाम दिया। सलीम तिराहा इलाके में सुबह दबिश दी गई, जहां दोनों आरोपियों को लूट के सामान के साथ रंगे हाथ पकड़ा गया। गिरफ्तार अभियुक्त कल्लू पहले भी आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा है। वहीं नाबालिग को किशोर न्याय अधिनियम के तहत बाल संरक्षण में लिया गया है। पुलिस अब दोनों से पूछताछ कर रही है, जिससे यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि उन्होंने और किन घटनाओं को अंजाम दिया है।

उत्तर प्रदेश में असलहा तस्करी गैंग पर STF का बड़ा वार, चार गिरफ्तार

लखनऊ । उत्तर प्रदेश में असलहा तस्करी करने वाले अंतरराज्यीय गैंग पर एसटीएफ ने बड़ा प्रहार किया है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में लंबे समय से सक्रिय इस गिरोह के चार बदमाशों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। इनमें से दो बदमाश मुठभेड़ में घायल हुए हैं। आरोपियों के पास से भारी मात्रा में हथियार और कारतूस बरामद हुए हैं, जिससे इनके आपराधिक नेटवर्क की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है। गैंग का आपराधिक इतिहास भी खतरनाक है, जिनमें हत्या जैसे संगीन अपराध शामिल हैं।

असलहा तस्करी की एसटीएफ को मिल रही थी सूचना

एसटीएफ, उत्तर प्रदेश को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सक्रिय एक अंतरराज्यीय असलहा तस्कर गिरोह के बारे में जानकारी प्राप्त हुई थी। लगातार मिल रही सूचनाओं के आधार पर एसटीएफ फील्ड यूनिट मेरठ की टीम को सक्रिय किया गया। अपर पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार सिंह के निर्देशन में बनाई गई टीम ने अभियुक्तों की लोकेशन का पता लगाकर बड़ौत (जनपद बागपत) के बावली गांव के जंगल क्षेत्र में घेराबंदी की।

मुखबिर की सूचना पर हुई घेराबंदी, बदमाशों ने की फायरिंग

टीम को सूचना मिली कि असलहा तस्कर बावली क्षेत्र में किसी डील के लिए आने वाले हैं। सूचना मिलते ही एसटीएफ टीम ने स्थानीय पुलिस व स्वॉट टीम की मदद से नहर पटरी पर घेराबंदी कर दी। खुद को घिरा देख बदमाशों ने पुलिस पर जानलेवा फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की।

मुठभेड़ में दो गैंग के सदस्य पैर में गोली लगने से घायल

इस मुठभेड़ में गैंग के दो सदस्य - सन्नी पुत्र भगत (निवासी महमूदपुर, थाना लोनी, गाजियाबाद) और मनीष कसाना उर्फ मनीष पंडित (निवासी महमूदपुर, थाना लोनी, गाजियाबाद) पैर में गोली लगने से घायल हो गए। उन्हें तत्काल उपचार के लिए बड़ौत स्थित सरकारी अस्पताल भेजा गया। वहीं, मौके से दो अन्य अभियुक्तों - अमित कुमार पुत्र श्रीधन सिंह (निवासी कमला नगर, बड़ौत, बागपत) और विनीत पवार पुत्र वेदपाल (निवासी अहेड़ा, बागपत) को पकड़ लिया गया।

असलहे व अन्य सामग्री की बरामदगी

-4 पिस्टल (.32 बोर)

-3 तमंचे (315 बोर)

-2 तमंचे (12 बोर)

-कुल 28 जिन्दा कारतूस (315, 12, और 32 बोर)

-2 मोटरसाइकिल (रॉयल एनफील्ड और स्प्लेंडर)

गिरफ्तार बदमाशों का आपराधिक इतिहास भी संगीन

पूछताछ में सामने आया कि गैंग पहले भी कई गंभीर अपराधों में संलिप्त रहा है। 22 अक्टूबर 2023 को सन्नी व उसके साथी जीतू उर्फ जितेन्द्र (जो अब एनकाउंटर में मारा जा चुका है) ने मिलकर गाजियाबाद में प्रमोद कसाना उर्फ लालू की 6 गोलियां मारकर हत्या की थी। इस मामले में थाना टीला मोड़, गाजियाबाद में मामला दर्ज है। जीतू पर एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित था। 7 जुलाई 2023 को मनीष कसाना ने रतन सिंह नामक व्यक्ति की हत्या की थी। यह मामला थाना बागपत में दर्ज है।

एसटीएफ की कार्रवाई से बड़ा नेटवर्क बेनकाब

अभियुक्तों ने बताया कि वे ये अवैध असलहे 'जोगी उर्फ जोगिन्द्र' नामक व्यक्ति (निवासी अहेड़ा, बागपत) से खरीदते थे। प्रति तमंचा 3 हजार और प्रति पिस्टल 45 हजार में खरीदी जाती थी, जिसे वे आगे प्रति तमंचा 5 हजार और प्रति पिस्टल 55 हजार में बेचते थे। बरामद असलहे भी बेचने के उद्देश्य से ही ले जाए जा रहे थे। यह गिरोह लंबे समय से इस कारोबार में लिप्त था।एसटीएफ की इस कार्रवाई से एक संगठित और खतरनाक असलहा तस्करी नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है, जो उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों में भी हथियारों की आपूर्ति में सक्रिय था। इस कार्रवाई से कानून-व्यवस्था को चुनौती देने वाले गिरोह पर करारा प्रहार हुआ है।

अब केवल जन्म प्रमाण पत्र ही होगा जन्मतिथि व जन्मस्थान का विधिमान्य दस्तावेज – यूपी में लागू हुआ नया नियम

लखनऊ। भारत सरकार के निर्देशों के तहत उत्तर प्रदेश में 1 अक्टूबर, 2023 के बाद जन्म लेने वाले बच्चों की जन्म तिथि और जन्म स्थान का निर्धारण केवल जन्म प्रमाण पत्र के माध्यम से ही मान्य होगा। यह जानकारी निदेशक एवं संयुक्त महारजिस्ट्रार (सीआरएस) द्वारा दी गई। प्रदेश सरकार ने हर जन्म एवं मृत्यु की घटना का पंजीकरण अनिवार्य कर दिया है। यह पंजीकरण घटना घटित होने के स्थान पर संबंधित रजिस्ट्रार के माध्यम से ही किया जाएगा।

पंजीकरण हेतु अधिसूचित अधिकारी:

नगर निगमों के जोनल अधिकारी, नगर पालिका परिषद/नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी, सरकारी अस्पतालों के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी/ग्राम पंचायत अधिकारी, स्वास्थ्य उपकेंद्रों की एएनएम आदि रजिस्ट्रार (जन्म-मृत्यु) के रूप में अधिसूचित हैं। सभी प्राइवेट अस्पताल/नर्सिंग होम सूचनादाता के रूप में अधिसूचित किए गए हैं।

* पंजीकरण की समय-सीमा और शुल्क संरचना:

जन्म एवं मृत्यु की घटना घटित होने के 21 दिन के भीतर रजिस्ट्रार द्वारा निशुल्क पंजीकरण किया जायेगा। 22 दिन से लेकर 30 दिन के भीतर 02 रूपये के विलम्ब शुल्क के साथ रजिस्ट्रार की अनुमति के बाद ही पंजीकृत की जाएगी। 31 दिन से लेकर 01 वर्ष के भीतर की विलंबित घटनाएँ मुख्य चिकित्साधिकारी (नगरीय क्षेत्र हेतु) एवं जिला पंचायत राज अधिकारी (ग्रामीण क्षेत्र हेतु) की अनुमति के बाद एवं 05 रुपये के शुल्क के साथ पंजीकृत की जाएगी। 01 वर्ष के बाद स्थानीय सम्बन्धित उप जिला अधिकारी के आदेश के बाद एवं 10 रुपये के विलम्ब शुल्क के साथ पंजीकृत की जाएगी।

-- ऑनलाइन पोर्टल से ही मान्य होगा पंजीकरण

1 फरवरी, 2020 से: केवल भारत सरकार के नवीन CRS पोर्टल पर किया गया पंजीकरण और वहीं से जारी जन्म/मृत्यु प्रमाण पत्र ही वैध माना जाएगा। हस्तलिखित या अन्य पोर्टल से जारी प्रमाण पत्र अवैध माने जाएंगे। पुराने प्रमाणपत्रों को सीआरएस प्रणाली में डिजिटाइज़ किया जा सकता है।

-- घर पर जन्म/मृत्यु की घटनाओं के लिए स्वयं ऑनलाइन आवेदन संभव

जनता अब घर पर हुई घटनाओं को 21 दिन के भीतर ऑनलाइन पोर्टल पर स्वयं पंजीकृत कर सकती है। इसके लिए आधार, पता प्रमाण, अस्पताल का डिस्चार्ज पेपर जैसे दस्तावेज अनिवार्य रूप से अपलोड करने होंगे।

सीतापुर के नैमिषारण्य में पर्यटन विकास को मिले 71.89 करोड़ रुपये – 5 बड़ी परियोजनाएं स्वीकृत

लखनऊ। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के अंतर्गत जनपद सीतापुर के धार्मिक और पर्यटन स्थलों के विकास के लिए 7189.56 लाख रुपये की पाँच परियोजनाओं को मंजूरी दी है। इसकी जानकारी प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी।

पर्यटन मंत्री ने कहा कि नैमिषारण्य एक प्राचीन और पवित्र तीर्थ स्थल है, जहाँ देशभर से श्रद्धालु पर्वों के अवसर पर आते हैं। सरकार की प्राथमिकता है कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को साफ-सुथरी, व्यवस्थित और आधुनिक सुविधाएं मिलें। इन परियोजनाओं से न केवल तीर्थयात्रियों को सुविधा मिलेगी, बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे। पर्यटन से आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी और क्षेत्र का सर्वांगीण विकास संभव होगा।

-- परियोजनाओं का उद्देश्य और लाभ:

नैमिषारण्य, वैदिक वेलनेस केन्द्र और नीमसार तीर्थधाम परिषद के सभागार जैसे स्थलों का समग्र विकास। श्रद्धालुओं के लिए सुविधाजनक अवस्थापना का निर्माण। स्थानीय रोजगार के अवसर और सरकार को राजस्व में वृद्धि।

-- स्वीकृत परियोजनाएं इस प्रकार हैं:

ईसरवारा मंदिर (ब्लॉक - पहला, सीतापुर)

➤ पर्यटन विकास हेतु – ₹ 99.68 लाख

नैमिषारण्य में लखनऊ रिंग रोड एवं सीतापुर लिंक रोड पर पार्किंग और पर्यटन सुविधा केंद्र

➤ लागत – ₹ 4763.08 लाख

राजघाट से दशाश्वमेघ घाट तक नए घाट का निर्माण (नैमिषारण्य)

➤ लागत – ₹ 493.39 लाख

वैदिक वेलनेस एक्सपीरियंस नैमिषारण्य (स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के तहत)

➤ लागत – ₹ 1780.44 लाख

नीमसार तीर्थधाम परिषद सभागार में आंतरिक कार्य

➤ लागत – ₹ 52.87 लाख

राजकीय आईटीआई के कैंपस ड्राइव में 86 युवाओं को मिला रोजगार

लखनऊ। राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई), अलीगंज, लखनऊ में गुरुवार को मुख्यमंत्री मिशन रोजगार योजना के अंतर्गत टाटा मोटर्स लिमिटेड, लखनऊ और पंतनगर द्वारा कैम्पस ड्राइव का आयोजन किया गया।

प्रधानाचार्य राज कुमार यादव ने प्रशिक्षुओं को प्रेरित करते हुए कहा कि कड़ी मेहनत से संस्थान का नाम रोशन करें। उन्होंने कंपनी के प्रतिनिधियों से अधिक से अधिक चयन करने का आग्रह किया।

प्लेसमेंट ऑफिसर एमए खां ने बताया कि ड्राइव में 160 अभ्यर्थियों ने भाग लिया, जिनमें से 124 योग्य पाए गए। साक्षात्कार के बाद, 86 अभ्यर्थियों को जॉब ऑफर मिला। लखनऊ में प्रशिक्षुओं को 13060 रुपए और अस्थायी कर्मचारियों को 14827 रुपए मासिक वेतन मिलेगा। पंतनगर में प्रशिक्षुओं के लिए 11558 रुपए और अस्थायी कर्मचारियों के लिए 13409 रुपए मासिक वेतन निर्धारित है, साथ ही अन्य सुविधाएं भी दी जाएंगी।

चयन से वंचित रहे अभ्यर्थी 30 अप्रैल, 2025 को होने वाले रोजगार मेले में भाग ले सकते हैं। इस आयोजन को सफल बनाने में निर्भय कुमार सिंह, जिल्लुर रहमान और क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय के कर्मचारियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

लखनऊ को मिला नया नगर आयुक्त ,गौरव कुमार ने संभाली कमान–सफाई और भ्रष्टाचार पर होगी सख्ती

लखनऊ। राजधानी लखनऊ को नया नगर आयुक्त मिल गया है। आईएएस गौरव कुमार ने बृहस्पतिवार को नगर निगम कार्यालय में कार्यभार ग्रहण किया। पूर्व नगर आयुक्त इन्द्रजीत सिंह ने उन्हें पद की जिम्मेदारी सौंपी।

कार्यभार संभालने के बाद गौरव कुमार ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनकी प्राथमिकता शहर की सफाई व्यवस्था को बेहतर करना और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाना होगी। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि बरसात के दौरान जलभराव की समस्या को लेकर विशेष सतर्कता बरती जाएगी। गौरव कुमार ने पूर्व नगर आयुक्त इन्द्रजीत सिंह की सराहना करते हुए कहा कि वे भी उनकी तरह ही शहर को बेहतर और व्यवस्थित बनाने के लिए काम करेंगे।

-- गौरव कुमार का प्रशासनिक अनुभव

मूल रूप से चंडीगढ़ निवासी गौरव कुमार मैकेनिकल इंजीनियर हैं और 2018 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। लखनऊ में वे पहले भी एलडीए में ओएसडी पद पर 20 दिनों तक सेवाएं दे चुके हैं। अब एक बार फिर उन्हें नगर आयुक्त के रूप में लखनऊ में कार्य करने का अवसर मिला है।

-- अब तक की पोस्टिंग:

प्रयागराज में सीडीओ

आजमगढ़ में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट

गोंडा में सीडीओ

ट्रेनिंग श्रावस्ती और कानपुर में

उत्तर प्रदेश के 37 जिले लू की चपेट में, अलर्ट जारी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश इन दिनों भीषण गर्मी की चपेट में है। मौसम विभाग ने गुरुवार को प्रदेश के 37 जिलों के लिए लू का अलर्ट जारी किया है। प्रदेश में सुबह होते ही गर्म हवाओं और तेज़ धूप से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।

- 40 डिग्री के पार पहुंचा पारा

बुधवार को प्रयागराज, वाराणसी, लखनऊ, सुल्तानपुर, अमेठी, झांसी और आगरा सहित कई जिलों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया गया।

गर्मी की तपिश सिर्फ दिन में ही नहीं, अब रातों में भी उमस और गर्माहट बढ़ गई है, जिससे लोगों को नींद में भी राहत नहीं मिल रही।

-- हीटवेव अलर्ट – अगले 3 दिन सतर्क रहें

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार: गुरुवार से अगले तीन दिन तक हीटवेव की तीव्रता और क्षेत्र दोनों में वृद्धि होने की आशंका है। बच्चों, बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।

-- सावधानियाँ जो रखनी हैं जरूरी:

दोपहर 12 से 4 बजे तक धूप में निकलने से बचें।

खूब पानी पिएं और शरीर को हाइड्रेट रखें।

सिर को ढंककर रखें और हल्के, सूती कपड़े पहनें।

आवश्यक न हो तो धूप में यात्रा न करें।

इग्नू और मान्यवर कांशीराम इंस्टीट्यूट ऑफ टूरिज्म मैनेजमेंट के बीच एमओयू साइन

लखनऊ। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) और मान्यवर कांशीराम इंस्टीट्यूट ऑफ टूरिज्म मैनेजमेंट (एमकेआईटीएम) के बीच पर्यटन प्रबंधन के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए आज एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुआ है। यह समझौता शिक्षा, प्रशिक्षण और अनुसंधान के क्षेत्र में समन्वय स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस एमओयू के अंतर्गत पर्यटन प्रबंधन से जुड़े विभिन्न पाठ्यक्रमों, कार्यशालाओं और स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम्स का आयोजन किया जाएगा, जिससे छात्रों को व्यावसायिक प्रशिक्षण के साथ-साथ उद्योग की मांगों के अनुरूप मानव संसाधन तैयार किया जा सके। विद्यार्थी अब इग्नू द्वारा संचालित टूरिज्म और हास्पिटैलिटी के कोर्स एमकेआईटीएम में भी कर सकेंगे।

राजधानी लखनऊ के गोमतीनगर स्थित पर्यटन भवन में आयोजित कार्यक्रम में प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम, निदेशक पर्यटन प्रखर मिश्रा, इग्नू की कुलपति प्रो.उमा कांजीलाल की उपस्थिति में एमओयू साइन हुआ। कार्यक्रम में डॉ. आलोक चौबे, डॉ. सोनिया शर्मा (निदेशक, एसओटीएचएसएम), प्रो. हरकीरत बैंस, अनिल कुमार मिश्र (क्षेत्रीय निदेशक), डॉ.कीर्ति विक्रम (सहायक निदेशक) और एमकेआईटीएम के अधिकारियों की भी मौजूदगी रही।