*भदोही में अवैध होर्डिंग-बैनर हटाने का अभियान:आंधी-तूफान से बचाव के लिए नगरीय निकायों ने खंभों से हटाए सभी प्रचार सामग्री*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। भदोही में विंध्याचल मंडल आयुक्त और जिलाधिकारी के निर्देश पर एक बड़ी कार्रवाई की गई। रविवार को जिले के सभी नगरीय निकायों में अवैध होर्डिंग और बैनर्स को हटाने का अभियान चलाया गया। नगरीय क्षेत्रों में बिजली विभाग, दूरसंचार विभाग और नगर पालिका परिषद के खंभों पर क‌ई नेताओं और संस्थाओं ने अपनी प्रचार सामग्री लगा रखी थी। यह सभी होर्डिंग और बैनर्स बिना किसी शुल्क के लगाए गए थे, जो पूरी तरह से अवैध था। मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए यह कार्रवाई की गई। इस समय तेज हवाओं और आंधी-तूफान की आशंका है। ऐसे में यह होर्डिंग और बैनर्स उड़कर लोगों के लिए खतरा बन सकते थे। अधिकारियों ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी नगरीय को अवैध और अव्यवस्थित तरीके से लगे होर्डिंग-बैनर हटाने के निर्देश दिए। इस अभियान के तहत बिजली, दूरसंचार और नगर निकायों के खंभों से सभी प्रचार सामग्री को हटा दिया गया।
*चाैबीस शिक्षकों के भरोसे 2100 विद्यार्थियों की पढ़ाई*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिले के सबसे पुराने विभूति नारायण राजकीय इंटर कॉलेज में शिक्षकों की कमी है। नया शिक्षण सत्र शुरू हो गया है। शिक्षकों की तैनाती नहीं हो पाई।विद्यालय में 74 पदों के बजाय मात्र 24 शिक्षक ही 2100 बच्चों को पढ़ा रहे हैं। हर साल शिक्षकों के सेवानिवृत्त होने से शिक्षकों की संख्या लगातार घट रही है। शिक्षकों की कमी के चलते पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है। वीएनजीआईसी में भौतिक विज्ञान, बायोलाॅजी, अंग्रेजी, समाज शास्त्र, अर्थशास्त्र, नागरिक शास्त्र और इतिहास के शिक्षक ही नहीं हैं। भौतिक विज्ञान और अंग्रेजी पढ़ाने के लिए विद्यालय स्तर पर मानदेय पर शिक्षक की व्यवस्था की गई है। अन्य विषयों को दूसरे शिक्षक पढ़ाते हैं। विद्यार्थी सेल्फ स्टडी कर कोर्स पूरा करते हैं। प्रधानाचार्य आलोक तिवारी ने कहा कि शिक्षकों की कमी से विभाग के उच्चाधिकारियों को अवगत कराया दिया गया है। शिक्षकों की कमी कारण विद्यालय में संयुक्त कक्षाएं चलाई जाती हैं। कुछ शिक्षकों को मानदेय पर रखा गया है। तीन साल से पत्र लिखा जा रहा है। अभी तक नए शिक्षकों की विद्यालय में तैनाती नहीं हो हुई है।
*163 जमीनों को अतिक्रमण मुक्त कराकर उगाया जाएगा चारा*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। गोशालाओं में पशुओं के हर चारे की समस्या के समाधान के लिए गांव की अतिक्रमित जमीनों को खाली कराया जाएगा। गोचर-चारागाह योजना के तहत इन जमीनों पर हरे चारे की खेती की जाएगी। सीडीओ डॉ. शिवाकांत शुक्ला ने 163 गांवों में अतिक्रमित भूमि को खाली कराकर पशुपालन विभाग को खेती के लिए सौंपने का निर्देश दिया है। जिले की तीन स्थायी और 28 अस्थायी गोशालाओं में करीब 7400 गोवंश संरक्षित किए गए हैं। गोशालाओं में संरक्षित गोवंशों के भरण पोषण को लेकर विभागीय स्तर से प्रयास किए जाते रहे हैं। विभाग सक्षम लोगों से भूसा दान करने की अपील करता है। वहीं शासन की ओर से मिलने वाली धनराशि से गोवंशों के भरण पोषण का कार्य करता है। विभाग अब पशुओं के 12 महीने तक भरण पोषण के लिए विभाग हरे चारे का भी इंतजाम करने जा रहा है। इसके लिए गांवों में अतिक्रमण किए गए बंजर जमीनों को तलाशा जा रहा है। सीडीओ ने तीनों तहसीलों के एसडीएम के ऐसे जमीनों को चिह्नित कर खाली कराने का निर्देश दिया है। जिसके बाद तीनों तहसील में 163 जमीन चिह्नित किए गए हैं। इसके बाद इन जमीनों पर गोवंश संचालक हरे चारे की खेती करेंगे। इस समय रामकपुरा, बहुतरा खुर्द, पीपरीस, नारेपार समेत 20 से 25 गांवों हरे चारे की खेती की जाती है।
*भदोही में भाकपा का कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन:बिजली निजीकरण का विरोध, डीएम को सौंपा राज्यपाल के नाम ज्ञापन*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने बिजली विभाग के निजीकरण के विरोध में कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा‌। ज्ञापन में पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण को तत्काल प्रभाव से रोकने की मांग की गई। पार्टी ने स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य रोकने और विद्युत संविदा कर्मियों की छंटनी पर रोक लगाने की मांग भी की। भाकपा ने अनपरा और ओबरा विद्युत परियोजनाओं को उत्तर प्रदेश को सौंपने की मांग रखी। साथ ही परेषण टैरिफ बेस्ट कंपेटिटिव बिडिंग के नाम पर की जा रही परियोजनाओं के निजीकरण को रोकने की मांग की। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौजूद रहे। उन्होंने अपनी मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया और जनहित में इन मांगों को पूरा करने की मांग की।
*केसीसी से लोन लेकर खेती करने वालों की उम्मीदों पर बारिश ने फेरा पानी*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिले में हाल ही में आंधी और बारिश से सैकड़ों किसानों की फसलें नष्ट हो गईं। किसान क्रेडिट कार्ड से लोन लेकर खेती करने वालों की चिंता बढ़ गई है। दोहरी मार पड़ने से किसान चिंतित है। वहीं कृषि भवन कार्यालय घरावं में फसल बीमाधारकों की ओर से क्षतिपूर्ति के लिए एक भी आवेदन नहीं आए हैं। फसल बीमा योजना के अनुसार, फसल का नुकसान होने पर क्षतिपूर्ति के लिए 72 घंटे में आवेदन करना होता है। जिले में करीब 50 हजार हेक्टेयर में गेहूं की खेती की गई। आंधी और बारिश होने से सैकड़ों बीघा फसल नष्ट हो गई। जिले में लघु सीमांत किसानों की संख्या करीब ढाई लाख हैं। पिछैती वाले किसानों को ज्यादा नुकसान हुआ है। आंधी और बारिश ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। कृषि विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिले में 3400 किसानों ने फसल बीमा कराया था, लेकिन अभी तक एक भी किसानों ने क्षतिपूर्ति के लिए आवेदन नहीं किया है। ज्यादातर किसान केसीसी से लोन लेकर खेती किए है। विभाग के अनुसार 50 फीसदी से अधिक नुकसान होने पर मुआवजा देने का प्रावधान है।



फसल बीमा 3400 किसानों ने कराया है। बारिश के बाद से अभी तक किसी किसान ने बीमा क्लेम के लिए आवेदन नहीं किया है। आवेदन आने पर प्रकिया के अनुसार किसानों को उसका लाभ मिलेगा। अश्विनी सिंह डीडी भदोही
*दूधिया रोशनी से जगमग हुआ सीता समाहित स्थल*



रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिले के एक मात्र मात्र पर्यटन स्थल सीता समाहित स्थल सीतामढ़ी को दूधिया रोशनी से जगमग कर दिया गया है। सांसद डॉ विनोद कुमार बिंद की पहल पर वहां पर बड़ा सोलर स्ट्रीट लाइट लगाया गया है। जिसके बाद पूरा परिसर रात को बिजली न रहने पर रोशन नजर आ रहा है। बता दें कि उक्त मंदिर में जनपद के साथ ही देश के कोने - कोने से लोग दर्शन-पूजन को आते हैं। प्रदेश सरकार की ओर से सीतामढ़ी के विकास को कार्य कराए जा रहे हैं। इसी कड़ी में गंगा घाट पर पक्की सीढ़ियों का निर्माण कराया जा रहा है। इसके अलावा अन्य कार्यों को पर्यटन विभाग कराने का काम कर रहा है। मंदिर परिसर में बिजली न रहने पर रात को अंधेरा छा जाता था।
*सौ शैय्या में एक करोड़ से होंगे विकास कार्य*
रिपोर्ट - नितेश श्रीवास्तव
भदोही। सरपतहां स्थित सौ शैय्या अस्पताल में एक करोड़ रुपए से नर्सिंग हास्टल, आवास, मरीज रिलेशन,सेट,शव घर ,गैराज बनेगा। शासन से पैसा मिलने के बाद विभाग ने निविदा की प्रकिया पूरी कर ली है। 2026 तक कार्य पूरा करने का लक्ष्य है। सौ शैय्या अस्पताल में रोज 200 से ज्यादा मरीज ओपीडी में पहुंचते हैं। अस्पताल में नर्सिंग हाॅस्टल, आवास,शव घर,गैराज परिजन रिलेशन सेट आदि का निर्माण डायलिसिस यूनिट और ओपीडी भवन के पीछे होगा। नर्सिंग हाॅस्टल बनने से नर्सों को लाभ होगा। मरीज रिलेशन सेट में तीमारदारों के बैठने का इंतजार रहेगा। डॉक्टरों को अस्पताल परिसर में ही आवासीय सुविधा मिलेगी। गैराज बनने में पार्किंग की समस्या खत्म हो जाएगी। सीएमएस डॉ एसके पासवान में करीब एक करोड़ रुपए से क‌ई काम होने वाले हैं। अस्पताल में नर्सिंग हाॅस्टल, आवास आदि निर्माण होगा। अधूरे भवन के जीणोद्धार का काम चल रहा है। इसी के साथ ही हाॅस्टल आवास के काम को पूरा किया जाएगा।
*भदोही में पत्नी की हत्या का आरोपी पति गिरफ्तार:दहेज उत्पीड़न का लगा था आरोप, मकनपुर मोड़ के पास पकड़ाया*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही पुलिस ने दहेज के लिए पत्नी की हत्या के आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी अजय कुमार यादव को मकनपुर मोड़ के पास से पकड़ा गया। घटना सराह क्षत्रशाह के बनकट गांव की है। मृतका के परिजनों ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि ससुराल वालों ने दहेज की मांग को लेकर उनकी बेटी को प्रताड़ित किया और उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने मामले में बीएन‌एस की धारा 80,85 और 3/4 डीपी एक्ट के तहत केस दर्ज किया। पुलिस अधीक्षक भदोही अभिमन्यु मांगलिक ने महिला संबंधित अपराधों में तेजी से कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इसी के तहत कोतवाली पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर आरोपी पति को गिरफ्तार किया। अजय कुमार यादव स्वर्गीय मुंशीलाल यादव का पुत्र है और बनकट का रहने वाला है। गिरफ्तारी में उपनिदेशक मोहम्मद ऐस ख़ां, हेड कांस्टेबल जितेंद्र कुमार और काॅन्स्टेबल निर्मल कुमार की टीम शामिल रही। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया।
*न जांच की सुविधा,न डॉक्टर, नाम का ट्रामा सेंटर, इलाज मरहम - पट्टी* *वाराणसी - प्रयागराज हाईवे पर बने औराई ट्रामा सेंटर में सिर्फ सामान्य उपचार*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। वाराणसी-प्रयागराज हाईवे पर बने औराई ट्राॅमा सेंटर में चिकित्सकों की कमी और जांच की भी अच्छी व्यवस्था नहीं होने से गंभीर रुप से घायल मरीजों का ठीक से उपचार नहीं हो पा रहा । ट्रॉमा सेंटर में सीएचसी के चिकित्सकों के भरोसे चल रहा है। सीएचसी के ही चिकित्सकों की ट्राॅमा सेंटर में ड्यूटी लगाई गई जाती है। हाईवे पर हो रही दुर्घटनाओं को देखते हुए जनपद की सीमा बाबूसराय और ऊंज के मध्य औराई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जनपद का इकलौता ट्राॅमा सेंटर बनाया गया। ट्रामा सेंटर में जो सुविधा होनी चाहिए, वह सुविधा आज तक नहीं हो पाई। स्थिति यह है कि ट्रामा सेंटर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से भी कम सुविधाएं हैं। Street buzz News की टीम ने 12.10 पर सीएचसी का हाल जानने के लिए ट्राॅमा सेंटर पर पहुंची। ट्रामा सेंटर के भीतर तीन-चार लोग टहलते नजर आए। ट्रामा सेंटर होने के बाद भी यहां न तो अल्ट्रासाउंड मशीन लगी है। और न ही सीआर्म मशीन और सीटी स्कैन की व्यवस्था है। यह सब मशीनें ट्राॅमा सेंटर की पहली प्राथमिक वाली मशीनें हैं। हाईवे होने के कारण यह एक्सीडेंटल जोन है। इसके बाद भी यहां व्यवस्थाएं नाकाफी मिली। व्यवस्थाओं के नाम पर सिर्फ पत्राचार किया जा रहा है। कुल मिलाकर यह ट्राॅमा सेंटर मरहम पट्टी वाला ट्राॅमा सेंटर बनकर रह गया है।

*बिना फिल्म निकालने वाली एक्सरे से मरीजों का उपचार*

ट्रामा सेंटर में सुविधाओं के विस्तार का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि यहां जिस एक्सरे मशीन से मरीजों का उपचार किया जाता है। उससे भी फिल्म बाहर नहीं आती है। डॉक्टर मशीन पर ही रिपोर्ट देखकर मरीजों को दवा देते हैं। यहां सार्वजनिक शौचालय की व्यवस्था नहीं है। सफाई भी अच्छी नहीं है।


*जाना 375 की ओपीडी*

औराई सीएचसी पर रोजाना 350 से 375 ओपीडी होती है। यहां कुल 11 डॉक्टर तैनात हैं। अधीक्षक कृष्णा चंद दुबे ने बताया कि यहां महिला के तीन, बच्चों के दो, आर्थो के एक डॉक्टर हैं। सात वार्ड बॉय, 19 स्टाफ नर्स, एक बेहोशी के डॉक्टर हैं। परिसर में चार डॉक्टर के आवास बने हैं। चिकित्सक मौके पर मौजूद मिले। अधीक्षक ने बताया कि प्रदेश में आकांक्षात्मक ब्लॉक के औराई ब्लॉक पहले स्थान पर था।

ट्राॅमा सेंटर का संचालन हाल ही में किया गया है। यहां पर सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। शासन को पत्राचार किया गया है। तैनात चिकित्सक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में रुकते हैं। - डॉ. एसके चक, सीएमओ, भदोही।
*टोल प्लाजा के पास नाले की टूटी पटिया*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। गोपीगंज कोतवाली के लालानगर टोल प्लाजा के पास हाईवे का खुला नाला खतरा बना हुआ है। नाले की पटिया टूटकर नाले में ही गिरगई है। जिससे आने-जाने वालों के लिए खतरा बना हुआ है। 24 घंटे तक भीड़भाड़ वाली इस जगह पर खुले नाले को लेकर जिम्मेदार भी अनजान बने हुए हैं। वाराणसी-प्रयागराज हाईवे पर बारिश के पानी इत्यादि के निकासी को लेकर कार्यदायी संस्था की ओर से नाली निर्माण कराया जाएगा। कुछ जगहों पर नाली पर ढक्कन लगाए गए हैं।वहीं अधिकतर जगहों पर नाली खुला ही है। जिससे नालियों के जाम रहने की समस्या बनी रहती है। लालानगर टोल प्लाजा के पास की नालियां ढकी जरूर हैं, लेकिन उसके ढक्कन जर्जर हो चुके हैं। टोल प्लाजा के ठीक बगल पर महीनों से नाली की पटिया टूट गई है। पूर्व सभासद अनूप जायसवाल ने शिकायत भी दर्ज कराई है। इस संबंध में कार्यदायी संस्था के सीनियर इंजीनियर विपुल चौहान ने बताया कि नाली की सफाई समय-समय पर कराई जाती है। पटिया टूटने की जानकारी नहीं है। पेट्रोलिंग के दौरान उसे देखकर जल्द ही दुरूस्त करा दिया जाएगा।