*पड़ोसी प्रयागराज - मिर्जापुर की दमकल गाड़ी के भरोसे अग्निशमन विभाग* *जिले में 20 लाख की आबादी पर केवल एक फायर इंस्पेक्टर, पांच दमकल वाहन*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव


भदोही।गर्मी शुरू होते ही जिले में आग लगने की घटनाएं बढ़ गई हैं। जिले में एक सप्ताह के अंदर 12 से अधिक स्थानों पर आगलगने की घटनाएं हुई हैं। इसमें से 90 फीसदी घटनाएं खेतों में हुई हैं। अग्निशमन विभाग के पास आग बुझाने के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं है। 20 लाख की आबादी पर तीन बड़े और दो छोटे अग्निशमन वाहन हैं। जिले में आग लगने की बड़ी की घटना होने पर विभागीय अधिकारी पड़ोसी मिर्जापुर और प्रयागराज जिले से दमकल गाड़ी मंगाते हैं। विभाग के सामने सबसे अधिक चुनौती करीब 40 किमी दूर कोनिया क्षेत्र में आग बुझाने में होती है। जिले में रोज तापमान बढ़ रहा है। खेतों में गेहूं की फसल तैयार हैं। फसलों में रोज ही आग लग रही है। वहीं घरों में बिजली की खपत बढ़ गई है। लोड बढ़ने के कारण शॉर्ट सर्किट के मामले भी सामने आ रहे हैं। जिले में दो अग्निशमन केंद्र हैं। इसमें एक मूंसीलाटपुर और दूसरा औराई में है। जिले में तीन 4500 लीटर क्षमता के दो, 2500 लीटर क्षमता के दो के साथ एक 400 लीटर क्षमता वाली दमकल गाड़ी है। इसके अलावा टोइंग व्हीकल जीप एक, दो कैंफर बोलेरो, तीन पोर्टेबल पंप के साथ एक बुलेट है। इसके अलावा दो की जगह एक इंस्पेक्टर और सब फायर इंस्पेक्टर के पद खाली हैं। लीड फायरमैन की संख्या करीब 10 के आसपास है। 40 फायरमैन हैं। ऐसे में करीब 20 लाख की आबादी और 70 से 75 किमी की परिधि वाले जिले में आग लगने की घटनाओं पर नियंत्रण पाना बड़ी चुनौती है। जिले में भदोही, औराई, ज्ञानपुर, सुरियावां और गोपीगंज में सैकड़ों गगनचुंबी इमारते हैं। इन इमारतों में आग लग जाए तो आग बुझाने के लिए विभाग के पास इंतजाम नहीं है। अग्निमशन विभाग के पास न हाइड्रेालिक न ही वाटर बाउजर वाहन है।


*वहिदानगर में दो साल से अटका अग्निशमन केंद्र*


जिले के वहिदानगर में दो साल से अग्निशमन केंद्र बनाने का मामला अटका हुआ है। जमीन विवाद के चलते दो साल से अग्निशमन केंद्र अधर में है। इसके चलते कोइरौना क्षेत्र में आग की घटनाओं को रोकने और अग्निशमन के लिए एक 4500 लीटर वाहन कोईरौना थाने में रखा गया है। जहां एक ड्राइवर, चार फायरमैन और एक लीड फायरमैन तैनात है।



खेतों में लगने वाली आग के करीब 30 से 35 फीसदी मामले में लोगों की लापरवाही होती है। अक्सर सामने आता है कि बीड़ी-सिगरेट पीकर फेंकने पर फसल में आग लगी है। सतर्कता बेहद जरूरी है। कोनिया क्षेत्र में आग पर काबू पाना एक बड़ी चुनौती है। हालांकि इसके लिए कोईरौना थाने में एक बड़ी फायरसर्विस की गाड़ी खड़ी कर दी गई है। फिलहाल संसाधन पर्याप्त हैं। आने वाले चुनौती से निपटने के लिए विभाग सक्षम है। - ओमप्रकाश माथुर, प्रभारी अग्निशमन अधिकारी, भदोही।
*यूपी 112 में भदोही पुलिस का बेहतर प्रदर्शन:मात्र 4 मिनट 28 सेकंड में पहुंच रही पुलिस, जोन में पहला और प्रदेश में पांचवां स्थान*



रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। भदोही पुलिस ने यूपी 112 सेवा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए एक नया मानक स्थापित किया है। मार्च 2025 में जोन स्तर पर पुलिस रेस्पांस व्हीकल ( पीआरवी) की रैंकिंग में भदोही को पहला स्थान मिला है। साथ ही प्रदेश ही स्तर पर पांचवां स्थान हासिल किया है। पुलिस अधीक्षक अभिमन्यु मांगलिक के निर्देशन में भदोही पुलिस की पीआरवी टीमें आपातकालीन स्थितियों में औसतन 4 मिनट 28 सेकंड में घटनास्थल पर पहुंच रही हैं। यह समय प्रतिक्रिया के मामले में बेहद प्रभावशाली है। पुलिस अधीक्षक लगाकर यूपी -112 की टीम को निर्देश दे रहे हैं कि वे काॅल प्राप्त होते ही तुरंत मौके पर पहुंचे और पीड़ितों की समस्याओं का त्वरित समाधान करें। इन प्रयासों के चलते भदोही पुलिस की प्रतिक्रिया समय में लगातार सुधार हो रहा है। पुलिस विभाग का लक्ष्य है कि रेस्पांस टाइम को और बेहतर किया जाए, जिससे नागरिकों को और भी जल्द मदद मिल सके। भदोही पुलिस पीड़ितों को कम से कम समय में बेहतर सुरक्षा और सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
*यूपी-66 की गाड़ियों को लालानगर टोल पर 50 फीसदी की छूट*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जनपदवासियों के लिए राहत भरी खबर है। अब लालानगर टोल से गुजरने पर उन्हें अन्य वाहनों की अपेक्षा 50 फीसदी कम टैक्स देना होगा। टोल पर यूपी-66 के वाहनों को 50 फीसदी की छूट मिलेगी। हाईवे प्राधिकरण की ओर से जनपदवासियों के लिए यह व्यवस्था शुरू की गई है।जिले में लालानगर टोल प्लाजा को लेकर अक्सर विरोध के स्वर उठते रहे हैं। व्यापारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों तक ने टोल को अवैध बताते हुए इसे यहां से हटाए जाने की मांग की। लोगों का कहना है कि यह टोल पूरी तरह से अवैध है और हाईवे प्राधिकरण के मानकों के अनुरूप नहीं है। हाईवे प्राधिकरण की गाइड लाइन के अनुसार 60 किमी के दायरे में दो टोल नहीं होने चाहिए, लेकिन लालानगर से हंडिया टोल प्लाजा की दूरी महज 35 किमी है। इसके अलावा यहां पर टोल टैक्स पर अन्य टोल की अपेक्षा दुगुना है। जिसको लेकर समय-समय पर मांग उठती रही है। सांसद डॉ. विनोद बिंद से लेकर अन्य जनप्रतिनिधियों ने इसको लेकर शिकायत दर्ज कराई थी। वहीं नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के श्रीकांत जायसवाल समेत अन्य व्यापारियों ने भी जनपदवासियों के लिए इस टोल को निशुल्क किए जाने की मांग की थी। हालांकि व्यापारियों के मांग के अनुसार टोल निशुल्क तो नहीं किया गया है, लेकिन अब यूपी-66 की गाड़ियों को यहां 50 फीसदी तक छूट मिलेगी। एक अप्रैल से यह व्यवस्था लागू कर दी जाएगी।


इस फैसले से जिले वासियों को काफी राहत मिलेगी। वाहन - मूल टैक्स - यूपी-66 के वाहनों पर कार, जीप या हल्के वाहन - 235 - 120 हल्के वाणिज्यिक वाहन - 380 - 190 धुरी वाले ट्रक व बस - 800 - 400 तीन धुरी वाले वाणिज्यिक वाहन - 870 -435 भारी निर्माण मशीनरी वाहन - 1250 - 625 विशाल आकार वाले वाहन - 1525 - 760



भदोही जनपद के यूपी-66 के वाहनों पर 50 फीसदी छूट मिलेगी। जिले का वाहन अगर टोल से गुजरता है तो वाहन के अनुसार निर्धारित टैक्स मूल से 5 फीसदी कम टोल लिया जाएगा। - राजीव रंजन, टोल मैनेजर, लालानगर टोल प्लाजा।
*भदोही में स्कूल चलो अभियान 2025 की शुरुआत:डीएम ने हरी झंडी दिखाई, बच्चों को मिलीं नि:शुल्क किताबें*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिलाधिकारी विशाल सिंह ने कम्पोजिट विद्यालय जो‌र‌ई से स्कूलो चलो अभियान 2025 की रैली को हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कक्षा 4 से 8 तक के विद्यार्थियों को निःशुल्क पाठ्य पुस्तकें वितरित की। जिले के सभी विद्यालयों में एक साथ निःशुल्क पाठ्य पुस्तकों का वितरण किया जा रहा है। विभाग ने पहले ही सभी स्कूलों में किताबें पहुंचा दी है। जिलाधिकारी ने पुस्तक वितरण, स्कूल चलो अभियान और संचारी रोग अभियान के लिए जनपद, ब्लॉक सहित स्तरीय अधिकारियों और खंड शिक्षा अधिकारियों की ड्यूटी लगाई है। जिलाधिकारी और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने तिलक लगाकर और माला पहनाकर बच्चों का स्वागत किया। विभिन्न विद्यालयों से आए बच्चों ने शिक्षा से जुड़े नारे लगाए। वे गांव - गांव घूमकर लोगों को स्कूल में नामांकन के लिए प्रेरित करते रहे। कार्यक्रम में खंड शिक्षा अधिकारी ज्ञानपुर मनोज सिंह, जिला व्यायाम शिक्षक मनोज उपाध्याय, जिला समन्वयक नवीन मिश्रा समेत कई शिक्षक मौजूद रहें। रैली के बाद सभी बच्चों को बिस्कुट और पानी का वितरण किया गया।
*फलों और मेवों के दामों में वृद्धि*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। नवरात्र पर्व के साथ ही व्रत के दौरान इस्तेमाल होने वाले फल और सूखे मेवों के दाम आसमान छू रहे हैं। इस बार नवरात्र में फलों और मेवों की कीमतों में भारी बढ़ोतरी देखी जा रही है। बाजार में सेब,केला,अनार जैसे फल और बादाम,काजू, मखाना जैसे सूखे मेवों के दामों में 20 से 30 प्रतिशत तक वृद्धि हुई है।
*भदोही में फिर बिगड़ेगा मौसम, तीन अप्रैल को बूंदाबांदी के आसार*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। पश्चिमी क्षेत्र में विकसित होने वाले पश्चिमी विक्षोभ के कारण कालीन नगरी का मौसम एक बार फिर बदलेगा। दो‌ अप्रैल से आसमान में बादलों की आवाजाही की संभावना है और तीन अप्रैल को हल्की बूंदाबांदी संग तेज हवाएं चलने के आसार बन रहे हैं। कृषि विज्ञान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक सर्वेश कुमार बरनवाल ने बताया कि दो और तीन अप्रैल को पश्चिमी क्षेत्र में विकसित होने वाले पश्चिमी विक्षोभ से मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, समेत कई प्रांतों में बूंदाबांदी, गरज-चमक के साथ बारिश के आसार हैं। जिले में भी गरज चमक के साथ हल्की बारिश का प्रभाव कुछ स्थानों पर तथा कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी का असर दर्ज किया जा सकता है।
*सरकारी अस्पतालों में होगी निगरानी* *बेवजह मरीजों को रेफर करने वाले डॉक्टरों से मांगा जाएगा स्पष्टीकरण*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही।‌जिला अस्पताल से मरीजों को निजी अस्पताल रेफर करने के मामले में स्वास्थ्य विभाग सख्त हो गया है। जिले में रेफलर सेंटर बने अस्पतालों की निगरानी दो सदस्यीय टीम करेगी। दो सदस्यीय टीम गोपनीय तरीके से सरकारी अस्पतालों की ओपीडी से इमरजेंसी वार्ड तक मरीजों पर नजर रखेगी। अगर डॉक्टर ने किसी मरीज को बेवजह रेफर किया है तो टीम संबंधित डॉक्टर की शिकायत दर्ज कराएगी। जिले के सरकारी अस्पतालों से अक्सर मरीजों को रेफर करने का मामला सामने आता है। कई बार चिकित्सक अपनी जिम्मेदारी से बचने के लिए मरीजों को रेफर कर देते हैं।‌ कई बार डॉक्टर निजी अस्पतालों को लाभ पहुंचाने के लिए मरीजों को रेफर कर देते हैं। इससे मरीजों पर आर्थिक बोझ पड़ता है। जिला अस्पताल में बिचौलियों पर निगरानी के लिए सीएमओ ने दो सदस्यीय गोपनीय टीम गठित की है।

*208 मरीज हुए रेफर : जिला अस्पताल प्रशासन के मुताबिक*


208 मरीजों को रेफर किया गया है। 20 दिसंबर 2024 से 20 मार्च 2025 तक 70 मरीजों को बीएचयू, मिर्जापुर, प्रयागराज रेफर किया गया है। इसी तरह 20 दिसंबर से 20 जनवरी तक 37, 20 जनवरी से 20 फरवरी तक 31 और 20 फरवरी से 20 मार्च तक कुल 70 मरीज रेफर हुए हैं। खास बात है कि इनमें करीब 30 फीसदी मरीजों को बीच में ही निजी अस्पताल पहुंचा दिया गया। जिला अस्पताल में रोजाना 800 से 900 की ओपीडी होती है। वहीं 40 से 45 इमरजेंसी होती है।

यदि कोई चिकित्सक मरीज को निजी अस्पताल में रेफर करता है तो उससे स्पष्टीकरण मांगा जाएगा और उच्च अधिकारियों की दिशा-निर्देश में कार्रवाई तय की जाएगी। निगरानी के लिए दो सदस्यीय टीम गठित कर दी गई है। डॉ अजय तिवारी कार्यवाहक सीएमएस जिला अस्पताल
*10 दिनों में पूरा हुआ मूल्यांकन काम*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिले में शनिवार को मूल्यांकन कार्य पूरा हो गया। इस बार बोर्ड की कॉपियां बीते साल से कम होने के कारण 10 दिनों में ही मूल्यांकन पूरा हो गया। बीते साल इंटरमीडिएट में 61 हजार की काॅपियां थी। इस साल 57 हजार ही कापियां आईं। वहीं हाईस्कूल में एक लाख 22 हजार कापियां आनी थी। जिसमें एक लाख 10 हजार 572 कापियां ही आई। आखिरी दिन इंटर की केवल 121 काॅपियां जांची गई। जिले में बोर्ड की कापियों के मूल्यांकन के लिए दो केंद्र बनाए गए। इसमें इंटरमीडिएट का विभूति नारायण राजकीय इंटर कॉलेज ज्ञानपुर और हाईस्कूल का नेशनल इंटर कॉलेज भदोही शामिल रहा। 19 मार्च से कापियों का मूल्यांकन शुरू हुआ। करीब नौ दिन में ही हाईस्कूल की काॅपियां जांच दी गई। बीते साल हाईस्कूल में एक लाख 22 हजार कापियां आई थी। जिसमें एक लाख 10 हजार 572 कापियां ही आई। इसी तरह इंटरमीडिएट में 61 हजार की काॅपियां थीं। इस साल 57 हजार ही कापियां आईं। शुक्रवार को इंटर की 121 कापियों का मूल्यांकन कार्य पूरा होते ही शिक्षकों ने राहत सांस ली। डीआईओएस अंशुमान ने बताया कि कापियां कम आने और परीक्षकों की संख्या ठीक होने से 10 दिन में ही कापियां जांच ली गई। 2024 में 16 मार्च से मूल्यांकन शुरू हुआ था। जिसको पूर्ण करने में करीब 12 दिन लग गए थे।


375 परीक्षक रहे अनुपस्थित

जिले में इस साल बोर्ड परीक्षा के कॉपियों के मूल्यांकन के लिए 875 परीक्षकों की ड्यूटी लगाई गई थी। जिसमें हाईस्कूल में 605 परीक्षक लगे थे। वहीं इंटर की कॉपियों के लिए 270 परीक्षक लगाए गए थे। 10 दिनों तक चले मूल्यांकन कार्य में कुल 375 परीक्षक अनुपस्थित रहे। जिन्हें नोटिस भेजकर डीआईओएस की ओर से जवाब मांगा गया है।
*बड़े वाहनों का प्रवेश रोकने के लिए लगा गेट बैरियर*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। नगर के प्रोफेसर कॉलोनी में बड़े वाहनों का प्रवेश रोकने के लिए गेट बैरियर लगाया गया है।जिले के निकायों में वाहन नो इंट्री में प्रवेश कर जाते हैं। जिससे जाम की समस्या तो बढ़ती ही है। वहीं सड़कें भी कमजोर होती हैं। शनिवार की सुबह ही गोपीगंज में नो इंट्री में बड़े वाहन के प्रवेश करने के कारण मिर्जापुर-भदोही मार्ग जाम हो गया। करीब एक से डेढ़ घंटे तक जाम की समस्या बनी रही। कई बार कालोनियों में बड़े वाहन का प्रवेश हो जाता है। ज्ञानपुर नगर पंचायत के प्रोफेसर काॅलोनी में एक बैरियर लोकनिर्माण विभाग के सामने और दूसरा कोतवाली के पास लगाया गया है। इससे पहले गोपीगंज, भदोही में पहले से बैरियर लगाए गए हैं। यहां भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाई गई थी। जिससे यातायात की समस्या में सुधार हुआ है। काॅलोनी में गेट बैरियर लगने से बड़े वाहनों का प्रवेश बाधित होगा। ईओ राजेन्द्र दुबे ने बताया कि नगर में नो इंट्री के बाद भी बड़े वाहन प्रवेश कर जाते हैं। जिससे नगर की इंटरलाकिंग क्षतिग्रस्त हो जाती है। इसी को ध्यान में रखकर लाेहे के बैरियर लगाए गए हैं।
*बारिश में नहीं डूबेगा हाईवे का सर्विसलेन, बन रहीं तीन नालियां* *हाईवे की नालों में नपं की नालियां न जुड़ने से होती है परेशानी*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। वाराणसी-प्रयागराज हाईवे पर घोसिया के सर्विसलेन पर होने वाले जलभराव से जल्द ही मुक्ति मिलेगी। हाईवे किनारे नगर पंचायत की ओर से नालियों का निर्माण कराया जाएगा। इसके लिए काम शुरू करा दिया गया है। जिसमें तीन नाली व चेंबर का निर्माण कराया जा रहा है। इससे बारिश के दिनों में जलभराव की समस्या से मुक्ति मिल सकेगी। वाराणसी-प्रयागराज हाईवे की मुख्य नाली में सर्विसलेन के किनारे रहने वाले लोगों की नालियां न जुड़ने से उनके घरों का पानी सर्विसलेन पर बहता है। इससे सर्विसलेन तो खराब होता ही है और जलजमाव भी होता है। खासकर बारिश के दिनों में तो पूरा सर्विसलेन डूब जाता है। बारिश के पहले हाईवे के नालों की सफाई न किए जाने से नालियां कूड़ा-करकट से पट जाती हैं। जिससे बारिश होते ही नालियां ओवरफ्लो कर कर जाती हैं और पूरा सर्विसलेन पर पानी में डूब जाता है। हालांकि इस समस्या के स्थायी समाधान को लेकर नगर पंचायत की ओर से हाईवे किनारे रहने वाले लोगों के सामने नालियों का निर्माण कराया जा रहा है। जिससे जलनिकासी की जटिल समस्या का समाधान हो सकेगा। नगर पंचायत की ओर से करीब 12 लाख 90 हजार की लागत से चार नालियों का निर्माण कराया जाएगा। जिसमें वार्ड नंबर एक पक्का तालाब से गुरु नानक स्कूल तक 83 मीटर पाइपलाइन चेंबर का कार्य चार लाख 39 हजार की लागत से होगा। वहीं वार्ड नंबर एक के विक्रम गुप्ता के मकान से शिवम वर्मा के मकान तक 90 मीटर नाली व चेंबर बनाया जाएगा। इसी तरह जीटी रोड घोसिया चौराहे से पीपल के पेड़ के पास रोशन गुप्ता के मकान तक 70 मीटर का 3 लाख 80 हजार की लागत से चेंबर व पाइप लाइन का कार्य होगा।इससे बारिश के दिनों में हाईवे किनारे डूबने वाली सर्विसलेन की समस्या दूर हो सकेगी। चेयरमैन बेबी अबरार ने बताया कि वार्ड नंबर एक में काफी दिनों से यह दिक्कत बनी थी। जिसे लेकर शिकायत भी मिल रही थी। इस बार बारिश में इस तरह की समस्या नहीं होगी।