*सरकारी अस्पतालों में होगी निगरानी* *बेवजह मरीजों को रेफर करने वाले डॉक्टरों से मांगा जाएगा स्पष्टीकरण*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही।‌जिला अस्पताल से मरीजों को निजी अस्पताल रेफर करने के मामले में स्वास्थ्य विभाग सख्त हो गया है। जिले में रेफलर सेंटर बने अस्पतालों की निगरानी दो सदस्यीय टीम करेगी। दो सदस्यीय टीम गोपनीय तरीके से सरकारी अस्पतालों की ओपीडी से इमरजेंसी वार्ड तक मरीजों पर नजर रखेगी। अगर डॉक्टर ने किसी मरीज को बेवजह रेफर किया है तो टीम संबंधित डॉक्टर की शिकायत दर्ज कराएगी। जिले के सरकारी अस्पतालों से अक्सर मरीजों को रेफर करने का मामला सामने आता है। कई बार चिकित्सक अपनी जिम्मेदारी से बचने के लिए मरीजों को रेफर कर देते हैं।‌ कई बार डॉक्टर निजी अस्पतालों को लाभ पहुंचाने के लिए मरीजों को रेफर कर देते हैं। इससे मरीजों पर आर्थिक बोझ पड़ता है। जिला अस्पताल में बिचौलियों पर निगरानी के लिए सीएमओ ने दो सदस्यीय गोपनीय टीम गठित की है।

*208 मरीज हुए रेफर : जिला अस्पताल प्रशासन के मुताबिक*


208 मरीजों को रेफर किया गया है। 20 दिसंबर 2024 से 20 मार्च 2025 तक 70 मरीजों को बीएचयू, मिर्जापुर, प्रयागराज रेफर किया गया है। इसी तरह 20 दिसंबर से 20 जनवरी तक 37, 20 जनवरी से 20 फरवरी तक 31 और 20 फरवरी से 20 मार्च तक कुल 70 मरीज रेफर हुए हैं। खास बात है कि इनमें करीब 30 फीसदी मरीजों को बीच में ही निजी अस्पताल पहुंचा दिया गया। जिला अस्पताल में रोजाना 800 से 900 की ओपीडी होती है। वहीं 40 से 45 इमरजेंसी होती है।

यदि कोई चिकित्सक मरीज को निजी अस्पताल में रेफर करता है तो उससे स्पष्टीकरण मांगा जाएगा और उच्च अधिकारियों की दिशा-निर्देश में कार्रवाई तय की जाएगी। निगरानी के लिए दो सदस्यीय टीम गठित कर दी गई है। डॉ अजय तिवारी कार्यवाहक सीएमएस जिला अस्पताल
*10 दिनों में पूरा हुआ मूल्यांकन काम*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिले में शनिवार को मूल्यांकन कार्य पूरा हो गया। इस बार बोर्ड की कॉपियां बीते साल से कम होने के कारण 10 दिनों में ही मूल्यांकन पूरा हो गया। बीते साल इंटरमीडिएट में 61 हजार की काॅपियां थी। इस साल 57 हजार ही कापियां आईं। वहीं हाईस्कूल में एक लाख 22 हजार कापियां आनी थी। जिसमें एक लाख 10 हजार 572 कापियां ही आई। आखिरी दिन इंटर की केवल 121 काॅपियां जांची गई। जिले में बोर्ड की कापियों के मूल्यांकन के लिए दो केंद्र बनाए गए। इसमें इंटरमीडिएट का विभूति नारायण राजकीय इंटर कॉलेज ज्ञानपुर और हाईस्कूल का नेशनल इंटर कॉलेज भदोही शामिल रहा। 19 मार्च से कापियों का मूल्यांकन शुरू हुआ। करीब नौ दिन में ही हाईस्कूल की काॅपियां जांच दी गई। बीते साल हाईस्कूल में एक लाख 22 हजार कापियां आई थी। जिसमें एक लाख 10 हजार 572 कापियां ही आई। इसी तरह इंटरमीडिएट में 61 हजार की काॅपियां थीं। इस साल 57 हजार ही कापियां आईं। शुक्रवार को इंटर की 121 कापियों का मूल्यांकन कार्य पूरा होते ही शिक्षकों ने राहत सांस ली। डीआईओएस अंशुमान ने बताया कि कापियां कम आने और परीक्षकों की संख्या ठीक होने से 10 दिन में ही कापियां जांच ली गई। 2024 में 16 मार्च से मूल्यांकन शुरू हुआ था। जिसको पूर्ण करने में करीब 12 दिन लग गए थे।


375 परीक्षक रहे अनुपस्थित

जिले में इस साल बोर्ड परीक्षा के कॉपियों के मूल्यांकन के लिए 875 परीक्षकों की ड्यूटी लगाई गई थी। जिसमें हाईस्कूल में 605 परीक्षक लगे थे। वहीं इंटर की कॉपियों के लिए 270 परीक्षक लगाए गए थे। 10 दिनों तक चले मूल्यांकन कार्य में कुल 375 परीक्षक अनुपस्थित रहे। जिन्हें नोटिस भेजकर डीआईओएस की ओर से जवाब मांगा गया है।
*बड़े वाहनों का प्रवेश रोकने के लिए लगा गेट बैरियर*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। नगर के प्रोफेसर कॉलोनी में बड़े वाहनों का प्रवेश रोकने के लिए गेट बैरियर लगाया गया है।जिले के निकायों में वाहन नो इंट्री में प्रवेश कर जाते हैं। जिससे जाम की समस्या तो बढ़ती ही है। वहीं सड़कें भी कमजोर होती हैं। शनिवार की सुबह ही गोपीगंज में नो इंट्री में बड़े वाहन के प्रवेश करने के कारण मिर्जापुर-भदोही मार्ग जाम हो गया। करीब एक से डेढ़ घंटे तक जाम की समस्या बनी रही। कई बार कालोनियों में बड़े वाहन का प्रवेश हो जाता है। ज्ञानपुर नगर पंचायत के प्रोफेसर काॅलोनी में एक बैरियर लोकनिर्माण विभाग के सामने और दूसरा कोतवाली के पास लगाया गया है। इससे पहले गोपीगंज, भदोही में पहले से बैरियर लगाए गए हैं। यहां भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाई गई थी। जिससे यातायात की समस्या में सुधार हुआ है। काॅलोनी में गेट बैरियर लगने से बड़े वाहनों का प्रवेश बाधित होगा। ईओ राजेन्द्र दुबे ने बताया कि नगर में नो इंट्री के बाद भी बड़े वाहन प्रवेश कर जाते हैं। जिससे नगर की इंटरलाकिंग क्षतिग्रस्त हो जाती है। इसी को ध्यान में रखकर लाेहे के बैरियर लगाए गए हैं।
*बारिश में नहीं डूबेगा हाईवे का सर्विसलेन, बन रहीं तीन नालियां* *हाईवे की नालों में नपं की नालियां न जुड़ने से होती है परेशानी*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। वाराणसी-प्रयागराज हाईवे पर घोसिया के सर्विसलेन पर होने वाले जलभराव से जल्द ही मुक्ति मिलेगी। हाईवे किनारे नगर पंचायत की ओर से नालियों का निर्माण कराया जाएगा। इसके लिए काम शुरू करा दिया गया है। जिसमें तीन नाली व चेंबर का निर्माण कराया जा रहा है। इससे बारिश के दिनों में जलभराव की समस्या से मुक्ति मिल सकेगी। वाराणसी-प्रयागराज हाईवे की मुख्य नाली में सर्विसलेन के किनारे रहने वाले लोगों की नालियां न जुड़ने से उनके घरों का पानी सर्विसलेन पर बहता है। इससे सर्विसलेन तो खराब होता ही है और जलजमाव भी होता है। खासकर बारिश के दिनों में तो पूरा सर्विसलेन डूब जाता है। बारिश के पहले हाईवे के नालों की सफाई न किए जाने से नालियां कूड़ा-करकट से पट जाती हैं। जिससे बारिश होते ही नालियां ओवरफ्लो कर कर जाती हैं और पूरा सर्विसलेन पर पानी में डूब जाता है। हालांकि इस समस्या के स्थायी समाधान को लेकर नगर पंचायत की ओर से हाईवे किनारे रहने वाले लोगों के सामने नालियों का निर्माण कराया जा रहा है। जिससे जलनिकासी की जटिल समस्या का समाधान हो सकेगा। नगर पंचायत की ओर से करीब 12 लाख 90 हजार की लागत से चार नालियों का निर्माण कराया जाएगा। जिसमें वार्ड नंबर एक पक्का तालाब से गुरु नानक स्कूल तक 83 मीटर पाइपलाइन चेंबर का कार्य चार लाख 39 हजार की लागत से होगा। वहीं वार्ड नंबर एक के विक्रम गुप्ता के मकान से शिवम वर्मा के मकान तक 90 मीटर नाली व चेंबर बनाया जाएगा। इसी तरह जीटी रोड घोसिया चौराहे से पीपल के पेड़ के पास रोशन गुप्ता के मकान तक 70 मीटर का 3 लाख 80 हजार की लागत से चेंबर व पाइप लाइन का कार्य होगा।इससे बारिश के दिनों में हाईवे किनारे डूबने वाली सर्विसलेन की समस्या दूर हो सकेगी। चेयरमैन बेबी अबरार ने बताया कि वार्ड नंबर एक में काफी दिनों से यह दिक्कत बनी थी। जिसे लेकर शिकायत भी मिल रही थी। इस बार बारिश में इस तरह की समस्या नहीं होगी।
*मार्च क्लोजिंग : 150 करोड़ की परियोजनाएं जिले में हैं अधूरी* *कार्यदयी संस्थाएं लापरवाह ,जल जीवन मिशन की सर्वाधिक परियोजनाएं,मिली चेतावनी*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। शासन और प्रशासन की सख्ती का असर कार्यदायी संस्थाओं पर नहीं दिख रहा है। वित्तीय वर्ष समाप्त होने की ओर है, लेकिन 150 करोड़ से अधिक की परियोजनाएं समय सीमा में पूर्ण नहीं पाई हैं। 2024 तक हैंडओवर होने वाली परियोजनाएं अभी तक शत प्रतिशत पूर्ण नहीं हो पाई हैं। इससे आने वाले समय में इनकी लागत बढ़ने से लेकर अन्य समस्याएं आ सकती हैं। जिले में स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, लघु सेतु, पेयजल, बिजली की 50 से अधिक और कुल 250 करोड़ से ज्यादा लागत की परियोजनाओं का काम चल रहा है। निर्माण एजेंसी समाज कल्याण, लोक निर्माण, राज्य सेतु निगम, सीएनडीएस, वेलस्पन, जीए इंफ्रा को इनको पूरा कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। सभी परियोजनाओं के शिलान्यास के साथ लोकार्पण की तिथि तय हो जाती है। कार्यदायी संस्था और ठेकेदारों की लापरवाही के कारण कई परियोजनाएं समय से पूर्ण नहीं हो पातीं। वित्तीय वर्ष खत्म होने से पहले ऐसी परियोजनाओं को पूर्ण करने पर जोर रहता है। लेकिन अब तीन से चार दिन में उन्हें पूर्ण कर पाना मुश्किल है। 150 करोड़ की परियोजनाओं में सबसे अधिक जल जीवन मिशन की है, जो करीब 100 करोड़ की है। इसके अलावा लोक निर्माण विभाग, शिक्षा, स्वास्थ्य, नहर, पंचायत राज समेत अन्य विभाग की करीब 50 करोड़ की परियोजना शामिल है। जल जीवन मिशन की 100 करोड़ से अधिक की 25 परियोजनाएं मार्च में पूर्ण होनी थी, लेकिन अब भी 50 से 60 फीसदी ही काम हो सका है।


24 परियोजनाएं लंबित है। संबंधित कार्यदायी संस्थाओं को जल्द काम पूर्ण करने का निर्देश दिया गया है। परियोजनाओं की हेडलाइन तय की गई है। उक्त समय में पूर्ण न होने पर कार्रवाई होगी। डॉ शिवाकांत द्विवेदी सीडीओ
*शरीर में पानी की न होने पाए पानी*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिला चिकित्सालय के फिजिशियन डॉ प्रदीप यादव ने बताया शरीर में पानी की कमी से हीटवेव की चपेट में आ सकते हैं। खूब पानी पिये, बिना काम के घर से बाहर कत‌ई न निकलें तरल पदार्थों का सेवन करें। सफर के दौरान ब्लैक चश्मा लगाए, रुमाल से मुंह को बांध कर रखे। बिना काम के बाहर न निकले।
*मार्च का सबसे ज्यादा तापमान, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट,दो दिनों तक और होगी वृद्धि*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दो से तीन दिनों में तीन डिग्री तक तापमान पहुंचने की संभावना है। मौसम विभाग ने हीटवेव को लेकर अर्लट जारी कर दिया है। मौसम विशेषज्ञ सर्वेश बरनवाल ने बताया कि आज तापमान में वृद्धि से मौसम गर्म रहेगा। तेज हवा चलने के कारण असामान्य तापमान बढ़ने से किसी भी समय अचानक आंधी के साथ बूंदाबांदी के आसार भी बन सकते हैं।
*दिल्ली में 14 से 17 अप्रैल को इंडिया कार्पेट एक्सपो:66 देशों से आएंगे 425 खरीदार,150 से ज्यादा भारतीय निर्यातक लगाएंगे स्टाॅल*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में इंडिया कार्पेट एक्सपो -2025 का 48 वां संस्करण आयोजित होने जा रहा है। कार्पेट एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल की ओर से आयोजित इस मेले का उद्घाटन केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह करेंगे। इस प्रदर्शनी में अमेरिकी, यूरोप समेत 66 देशों से 425 विदेशी खरीदार शामिल होंगे। भारत के कश्मीर, जयपुर, पानीपत, बीकानेर,आगरा, भदोही और वाराणसी के 150 से अधिक कालीन निर्यातक अपने उत्पाद प्रदर्शित करेंगे। CEPC के अध्यक्ष कुलदीप राज वाटल के अनुसार यह फेयर भारतीय निर्यातकों के लिए विशेष अवसर है। एक ही छत के नीचे कालीन से जुड़े सभी हस्तशिल्प उत्पादों को बेचने का मौका मिलेगा। उभरते उद्यमियों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उत्पाद दिखाने का विशेष अवसर दिया गया है। प्रमुख खरीदार देशों में, फ्रांस, जर्मनी, इंग्लैंड, तुर्की, चीन, आस्ट्रेलिया, जापान, ब्राजील, बेल्जियम,इरान और डेनमार्क शामिल हैं। इसके अलावा कोलंबिया, अफगानिस्तान, अल्जीरिया, अर्जेंटीना, बांग्लादेश, बुल्गारिया,चिली, फिनलैंड, घाना,हंगरी, जार्डन , मैक्सिको, दक्षिण अफ्रीका, स्पेन, ताइवान और ट्यूनेशिया में भी खरीदार जाएंगे।
*भदोही एसपी ने आम जनता की सुनी समस्याएं: महिला हेल्पडेस्क और थाना स्तर पर शिकायत निवारण को प्राथमिकता देने के निर्देश जारी*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। भदोही के पुलिस अधीक्षक अभिमन्यु मांगलिक ने जनता दरबार में आम लोगों की समस्याएं सुनीं। उन्होंने सभी शिकायतों के त्वरित और गुणवत्तापूर्ण समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। एसपी ने थाना प्रभारियों को महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनसुनवाई और महिला हेल्पडेस्क को और अधिक प्रभावीशाली बनाया जाए। इससे पीड़ितों और शिकायतकर्ताओं को थाने से पुलिस कार्यालय तक न आना पड़े। एसपी ने स्पष्ट किया कि जन समस्याओं का सामाधान थाना स्तर पर संभव है, उन्हें वहीं प्राथमिकता के आधार पर निपटाया जाए। जनपद के सभी राजपत्रित अधिकारी और थाना प्रभारी अपने - अपने कार्यालयों में जनसुनवाई कर रहे हैं। वे प्राप्त शिकायतों का तुरंत निपटारा सुनिश्चित कर रहे हैं।
*नवरात्रि में मांस की दुकानें बंद कराने की मांग: विहिप कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन,कहा - जीव हिंसा से आस्था को ठेस*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के कार्यकर्ताओं ने नवरात्रि के दौरान जिले में चिकन, मटन और अंडे की दुकानों को बंद करवाने की मांग की है। कार्यकर्ताओं ने इस संबंध में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। विहिप कार्यकर्ताओं ने कहा कि नवरात्रि हिंदू समाज के लिए आस्था और भक्ति का पर्व है। पिछले वर्षों की तरह इस बार भी पवित्र नवरात्रि में जीव हिंसा पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए। उनका कहना है कि जीव हिंसा से भक्ति और आस्था को ठेस पहुंचती है। कार्यकर्ताओं ने जिले की सभी मांस की दुकानों को बंद करने और जीव हिंसा पर रोक लगाने की मांग की। ज्ञापन देने वालों में चंदू पांडे, प्रेम नारायण, राम आसरे, भोलानाथ तिवारी, आर्यन पांडे सहित अन्य कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौजूद थे।