बिहार साहित्य महोत्सव के समापन सत्र के मुख्य वक्ता रहे डॉ विद्यासागर 'दिनकर वाग्विभूति सम्मान' से हुए सम्मानित

संजीव सिंह बलिया। बाबू जगजीवन राम संसदीय अध्ययन केन्द्र एवं राजनीतिक शोध संस्थान पटना में आयोजित बिहार साहित्य महोत्सव 2025 के समापन के अवसर पर 'राष्ट्र निर्माण में बिहार के हिन्दी साहित्यकारों का योगदान' विषयक व्याख्यान सत्र को बतौर मुख्य वक्ता सम्बोधित करते हुए डॉ विद्यासागर उपाध्याय ने कहा कि प्राचीन काल में सिताब दियारा क्षेत्र में जब गंगा सरयू और तमसा का संगम हुआ करता था,तब महर्षि बाल्मीकि का आश्रम भी वहीं था।इसी भूमि पर क्रीड़ा करते क्रौंच पक्षी को अचानक आहत देख कर संसार की प्रथम कविता अनुष्टुप छंद में महर्षि वाल्मिकि के मुख से प्रस्फुटित हुई,और आदि कवि कहे गए।महर्षि बाल्मीकि ही प्रभु राम को बक्सर लेकर आए जहां हजारों ऋषियों की हत्यारिन ताड़का का वध हुआ और राष्ट्र निर्माण की नींव पड़ी।महात्मा गांधी जब 1915 में अफ्रीका से भारत आए तब उनकी कोई विशेष पहचान नहीं थी।लेकिन स्वयं गांधी ने अपनी आत्म कथा सत्य के साथ मेरे प्रयोग में कई बार इस बात का उल्लेख किया है कि बिहार के राजकुमार शुक्ल के बार-बार प्रयास करने के वजह से वो चम्पारण गए और भारत में पहला सफल सत्याग्रह हुआ। चम्पारण सत्याग्रह ने गांधी को पहचान दिया और आगे चलकर राष्ट्र निर्माण के पथ प्रदर्शक बने। बिहार के ही शिवपूजन सहाय एक प्रसिद्ध कहानीकार उपन्यासकार, सम्पादक थेजिनके उपन्यास 'देहाती दुनिया' को कई आलोचक प्रथम आंचलिक उपन्यास मानते हैं।बिहार की थाती राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर और उनके योगदान को कौन नहीं जानता।उनका साहित्य ओज और औदात्य का साहित्य है तभी तो उन्हें 'युग चारण' और "काल के चारण' की संज्ञाओं से विभूषित किया गया। हुँकारों से महलों की नींव उखड़ जाती,साँसों के बल से ताज हवा में उड़ता है। जनता की रोके राह, समय में ताव कहाँ ? वह जिधर चाहती, काल उधर ही मुड़ता है। कलम देश की बड़ी शक्ति है भाव जगाने वाली,दिल की नहीं दिमागों में भी आग लगाने वाली,पैदा करती कलम विचारों के जलते अंगारे,और प्रज्वलित प्राण देश क्या कभी मरेगा मारे।आंचलिक उपन्यासों से धूम मचाने वाले फणीश्वर नाथ रेणु को आजादी के बाद के प्रेमचंद की उपाधि दी गई है। राम वृक्ष बेनीपुरी, बहुमुखी प्रतिभा संपन्न साहित्यकार जिन्होंने आजादी की लड़ाई में अपना अमूल्य योगदान दिया। 'हिमालय', 'तरुण भारत', 'कर्मवीर', 'जनता', 'तूफ़ान', 'नई धारा' आदि पत्रिकाओं का संपादन किया और राष्ट्रप्रेम का अलख जगाते रहे। इनका जीवन तो क्रांतिकारिक गतिविधियों के कारण कारावास में अधिक व्यतित हुआ। इनका उपन्यास ‘पतितों के देश में’ कारावास काल को आधार बना के ही लिखा गया है।प्रगतिवादी कवि नागार्जुन के स्वर में तो व्यंग की धार कुछ अधिक ही है। ख़ुद ही सब कुछ सुनते जाओ, ख़ुद ही सब कुछ कहते जाओ।ठंड लगे तो गुदमा ओढ़ो, भूख लगे तो मक्खन खाओ। राजनीति का लफड़ा छोड़ो, बस, बाबा पर ध्यान जमाओ। आचार्य जानकी वल्लभ शास्त्री,राजा राधिकारमण सिंह,आलोचक नलिन विलोचन शर्मा जैसे असंख्य बिहार के साहित्यकार हैं जिनकी राष्ट्र निर्माण में अप्रतिम भूमिका है।सत्र की मुख्य अतिथि पूर्व विधायक पूर्व प्राचार्य एवं विदुषी रचनाकार प्रोफेसर उषा सिन्हा, नामचीन शायर नसीम अख्तर और अध्यक्ष कमल किशोर वर्मा ने डॉ विद्यासागर उपाध्याय को स्मृति चिन्ह,अंगवस्त्र,स्मारिका और दिनकर वाग्विभूति सम्मान पत्र से सम्मानित किया।कार्यक्रम में भारत और नेपाल के अनेक ख्यातिलब्ध साहित्यकार उपस्थित रहे। डॉ विद्यासागर उपाध्याय को उनकी उपलब्धियों हेतु डॉ सावित्री मिश्रा, डॉ शिवराज पाल सिंह, डॉ विमला व्यास, डॉ अरविन्द कुमार उपाध्याय, डॉ पुलकित कुमार मंडल, डॉ सरस्वती प्रसाद पाण्डेय, डॉ जनार्दन राय, फतेह चंद बेचैन,नन्द जी नन्दा, जितेन्द्र स्वाध्यायी,मुकेश चंचल,मजहर मनमौजी, शैलेन्द्र मिश्र, नवचंद्र तिवारी आदि ने बधाई दिया है।

बलिया:प्रधानाचार्य अरुण कुमार चौबे के असमय निधन से शिक्षा जगत में शोक की लहर

संजीव सिंह बलिया।उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बैरिया के प्रधानाचार्य एवं कई शिक्षण संस्थाओं से जुड़े सोनबरसा निवासी अरुण कुमार चौबे के निधन से शिक्षा जगत में शोक की लहर है।

उत्तर प्रदेश सीनियर बेसिक शिक्षक संघ के प्रांतीय महामंत्री सुशील कुमार पाण्डेय कान्हजी ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि स्व. चौबे जी जिससे एक बार मिल लेते थे, उसके दिल में उतर जाते थे। लोगों की मदद करना उनका शुरू से स्वभाव था।

मुझे उनके साथ सहयोगी और शिक्षक के रूप में कार्य करने का अवसर मिला है। जब वह जूनियर हाई स्कूल पांडेयपुर में प्रधानाध्यापक के रूप में कार्यरत थे। शिक्षा के प्रति उनका गहरा लगाव लोगों को प्रेरित करता रहेगा।

बलिया: बेसिक शिक्षकों की ब्लाक स्तरीय एक दिवसीय क्रिकेट प्रतियोगिता का विजेता बना रेवती

संजीव सिंह बलिया।8 ब्लॉक के बेसिक शिक्षकों की ब्लॉक स्तरीय क्रिकेट प्रतियोगिता का एक दिवसीय आयोजन आज जनता इंटर कालेज नगरा के प्रांगण में 16 फरवरी दिन रविवार को एक दिवसीय ब्लाक स्तरीय बेसिक टीचर क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया प्रतियोगिता में कुल 8 टीमें प्रतिभाग किया जिसमें नगरा - गड़वार, नवानगर - सीयर , रेवती - मनियर, बांसडीह - रसड़ा के बीच रोचक मुकाबला संपन्न हुआ। क्रिकेट प्रतियोगिता के फाइनल की विजेता रेवती ब्लॉक की टीम बनी तथा उपविजेता नवानगर की टीम रही ।

प्रतियोगिता का शुभारंभ जनता इंटर कॉलेज के प्राचार्य उमेश कुमार पांडेय ,प्राथमिक शिक्षक संघ नगरा के अध्यक्ष ब्रजेश कुमार सिंह 'तेगा', ने किया तथा समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह बेल्थरा रोड के पूर्व विधायक मा. गोरख पासवान व अस्सिटेंट प्रोफेसर समरजीत बहादुर सिंह सभासद लालबहादुर सिंह के द्वारा संपन्न किया गया। कार्यक्रम के आयोजन में मुख्य रूप से सत्य प्रकाश सिंह ब्लॉक व्यायाम शिक्षक नगरा, बच्चालाल आयोजक - (बलिया वारियर्स की टीम) सन्तोष शर्मा , धर्मराज यादव , संतराज यादव, सत्यप्रकाश सिंह , , सुनील यादव , श्रीकेश यादव , रजनीश यादव , आलोक , सूर्यभान पाण्डेय , विवेक यादव , कृष्णा , शमशेर यादव , पंकज यादव संतोष शर्मा, बृकेश कुमार सिंह, सूर्यभान पांडेय सहित दर्जनों शिक्षकों ने आयोजन में मुख्य रूप से भूमिका निभाई।

*झोला सहित मोबाइल नगदी गायब*

ओमप्रकाश वर्मा

बलिया- फेफाना थानाक्षेत्र के सागरपाली निवासी निर्मला सिंह पत्नी हरेराम सिंह ने अपने परिवार के साथ सुल्तानपुर गेट पर जीप सेज उतरकर सुल्तानपुर अपने बहनोई के घर जा रही थी। रास्ते में इन्द्रजीत यादव के दरवाजे पर आग जलता देख ठण्ड के कारण तापने लगे। जाते समय साथ में लिया झोला वहीं पर छुट गया। जिसमें मोबाइल और पैसा और दूसरे सामान थे।

घर पहुंचने पर पता चला की झोला नहीं है। बहुत छान-बीन करने पर पता नहीं चला। इसकी सूचना 112 सहित लिखित रुप से थाना नगरा पुलिस को दे दी गयी है।

अन्तर्राष्ट्रीय भोजपुरी सम्मेलन कोलकाता में "साहित्य श्री'' से सम्मानित होंगे डॉ विद्यासागर

ओमप्रकाश वर्मा नगरा(बलिया)। भोजपुरी साहित्य विकास मंच एवं प्रगति शोध संस्थान कोलकाता पश्चिम बंगाल के संयुक्त तत्वावधान में "भोजपुरी का भाषा वैज्ञानिक सन्दर्भ एवं आठवीं अनुसूची'' विषयक दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी सेमिनार एवं पुस्तक लोकार्पण समारोह का आयोजन आगामी 14-15 दिसम्बर को किया जा रहा है।जिसमे देश विदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों महाविद्यालयों के व्याख्याता, उद्भट विद्वान,शोधार्थी,साहित्यकार,कलाकार,रंगकर्मी एवं छात्र छात्राएं प्रतिभाग करेंगे।

उक्त समारोह में चयन समिति द्वारा ख्यातिलब्ध शिक्षाविद डॉ विद्यासागर उपाध्याय का चयन "साहित्य श्री" सम्मान हेतु किया गया है तथा संबंधित विषय पर व्याख्यान हेतु मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया है। कार्यक्रम के प्रथम दिवस के मुख्य अतिथि क्वांग तोंग विश्वविद्यालय के एसोशिएट प्रोफेसर डॉ विवेक त्रिपाठी होंगे।नेपाल और मॉरीशस के भोजपुरी भाषी विद्वत जन के अतिरिक्त पश्चिमी देशों के भी भोजपुरी साहित्य की महान विभूतियां पधार रही हैं।डॉ उपाध्याय ने बताया कि भोजपुरी साहित्य विकास मंच जमीनी स्तर पर काम कर रहा है।पूरी दुनिया में करोड़ों लोगों द्वारा बोली जाने वाली भोजपुरी भाषा को संवैधानिक पहचान दिलाने हेतु आठवी अनुसूची में जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध यह संस्थान केवल कोरम पूरा नहीं करता अपितु देश विदेश के प्रख्यात भोजपुरी भाषी विभूतियों को एक मंच पर लाकर एक सार्थक पहल कर रहा है।

प्रतिष्ठित "साहित्य श्री'' सम्मान हेतु डॉ विद्यासागर उपाध्याय का चयन होने पर डॉ अखिलेश शुक्ला देवरिया, डॉ अरविन्द पाण्डेय देवरिया, डॉ विजय प्रकाश कुशवाहा देवरिया, डॉ ललित शर्मा डिब्रूगढ़, डॉ जनार्दन राय बलिया, डॉ रामजन्म मिश्रा भागलपुर, डॉ वीरेन्द्र कुमार यादव सिवान, डॉ नागेंद्र भट्ट आरा, डॉ अमित केशरी बक्सर, डॉ गणेश प्रसाद मऊ, डॉ मनोज राय आजमगढ़, डॉ कामेश्वर उपाध्याय वाराणसी, डॉ अंजनेय शुक्ला गाजीपुर, डॉ त्रिभुवन सिंह मधुबनी, डॉ स्मिता शर्मा समस्तीपुर, डॉ मदन मोहन गोरखपुर, डॉ उमेश द्विवेदी कुशीनगर, डॉ ब्रजेश यादव पश्चिमी चंपारण, डॉ नवनीत सिंह प्रयागराज, डॉ नागेंद्र पाण्डेय भोजपुर, डॉ मन्नु यादव चंदौली आदि विद्वानों ने बधाई दिया।

चार चक्र में आवेदन होंगे और सभी चक्र में लॉटरी के माध्यम से चयन होगा

संजीव सिंह बलिया।नि:शुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम-2009 की धारा 12 (1) (ग) के अन्तर्गत अलाभित समूह एवं दुर्बल वर्ग के बच्चों को गैर सहायतित मान्यता प्राप्त विद्यालयों में शैक्षिक सत्र 2025-26 में कक्षा एक व पूर्व प्राथमिक कक्षा में प्रवेश के लिए आॅनलाइन आवेदन प्रक्रिया की तिथियों का निर्धारण बीएसए मनीष कुमार सिंह ने कर दिया है। चार चक्र में आवेदन होंगे और सभी चक्र में लॉटरी के माध्यम से चयन होगा।

इसकी जानकारी देते हुए बीएसए ने बताया कि प्रथम चरण का आवेदन 01 दिसम्बर, 2024 से 19 दिसम्बर, 2024 तक होगा। 20 दिसम्बर से 23 दिसम्बर, 2024 तक बीएसए द्वारा आवेदन पत्र का सत्यापन कर लाक किया जायेगा। 24 दिसम्बर को लॉटरी तथा 27 दिसम्बर 2024 को बच्चों के प्रवेश के लिए गैर सहायतित मान्यता प्राप्त निजी विद्यालयों के आवंटन की सूची जारी की जायेगी। वहीं, दूसरे चरण का आवेदन 01 जनवरी 2025 से 19 जनवरी 2025 तक किया जायेगा, जबकि 20 जनवरी से 23 जनवरी 2025 तक आवेदन पत्र का सत्यापन कर लाक किया जायेगा।

24 जनवरी को लॉटरी तथा 27 जनवरी 2025 को निजी विद्यालयों के आवंटन की सूची जारी की जायेगी। वहीं, तीसरे चरण का आवेदन 01 फरवरी से 19 फरवरी, 2025 तक किया जा सकेगा। वहीं, 20 फरवरी से 23 फरवरी 2025 तक आवेदन पत्र का सत्यापन कर लाक किया जायेगा। 24 फरवरी को लॉटरी तथा 27 फरवरी को विद्यालय आवंटन की सूची जारी होगी। चतुर्थ चरण का आवेदन 01 मार्च से 19 मार्च 2025 तक होगा। 20 मार्च से 23 मार्च 2025 तक आवेदन पत्र का सत्यापन कर लाक किया जायेगा। 24 मार्च को लॉटरी तथा 27 मार्च 2025 को विद्यालय आवंटन की सूची जारी होगी।

आॅनलाइन आवेदन ही प्रवेश के लिए मान्य

जिला समन्वयक (सामुदायिक सहभागिता) शिव सौरभ गुप्ता ने बताया कि अलाभित समूह द्वारा सरकार की अधिसूचना के अनुसार अनु. जाति, अनु. जनजाति, सामाजिक एवं आर्थिक रुप से पिछड़ा वर्ग, अन्य पिछड़ा वर्ग, एचआईवी, कैंसर पीड़ित माता-पिता/अभिभावक का बच्चा, निराश्रित बेघर बच्चा, नि:शक्त तथा दुर्बल वर्ग तथा बीपीएल वर्ग का बच्चा प्रवेश के लिए आवेदन कर सकते हैं। आॅनलाइन आवेदन (६६६.१३ी25४स्र२ूि.ॅङ्म५.्रल्ल) वेबसाइट पर किया जा सकता है।

बच्चा जिस विद्यालय में प्रवेश चाहता है, वह विद्यालय निवास प्रमाण पत्र में अंकित पते से सम्बन्धित वार्ड/ ग्राम पंचायत की परिधि में होना चाहिये। प्रवेश हेतु शैक्षिक सत्र 2025-26 में कक्षा 01/ पूर्व प्राथमिक कक्षा में प्रवेश दिया जायेगा। शासनादेश के अनुसार निर्धारित दिशा निर्देश के क्रम में प्रवेश की प्रक्रिया अपनाई जायेगी। आवेदन हेतु बच्चे की उम्र 03 से 07 वर्ष के मध्य होनी चाहिए। आरटीई पोर्टल पर आॅनलाइन माध्यम किये गये आवेदन ही प्रवेश हेतु मान्य होगा

देश और समाज के तरक्की का एक मात्र रास्ता संविधान ही हैं :पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी

संजीव सिंह बलिया। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देश पर आज 26 नवंबर मंगलवार को संविधान दिवस के अवसर पर पार्टी के जिला कार्यालय बैठक हाल में गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमे उपस्थित वक्ताओं ने कहा कि हम समाजवादियों के लिए भारत का संविधान किसी भी ग्रन्थ से अधिक पवित्र हैं आज संविधान दिवस पर इसकी सुरक्षा एवं मजबूती हेतु समाजवादी साथी कोई भी कुर्बानी देने की प्रतिबद्धता व्यक्त करते है।

इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि देश और समाज के तरक्की का एक मात्र रास्ता संविधान ही हैं। आज कुछ फासिस्टवादी ताकते देश के संविधान को कमजोर करने की कोशिश कर रही हैं जिन संवैधानिक अधिकारों को प्राप्त करने के लिए देश के अनेक वीरों ने अपनी शहादत दिया उसे अतिक्रमित करने के किसी भी प्रयास का मुंहतोड़ जवाब समाजवादी पार्टी

देगी।

रामगोविन्द चौधरी ने कहा कि लोकतंत्र में हमारे संविधान ने सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण अधिकार दिया वह है मतदान का अधिकार लेकिन उसे में प्रशासनिक एवं तकनीकी रूप से अतिक्रमित करने की तस्वीरें दो चार रोज पहले देखने को मिली जो सर्वथा चिंतनीय एवं निंदनीय हैं। इन परिस्थितियों से देश को बचाने के लिए देश और प्रदेश के लोगों को समाजवादी पार्टी को ताकत देनी होगी।

इस अवसर पर पार्टी के उपाध्यक्ष/प्रवक्ता सुशील कुमार पाण्डेय"कान्हजी "ने उपस्थित लोगो को संविधान की प्रति पर हाथ रखवाकर उसपर चलने और उसकी सुरक्षा की शपथ दिलाया।

इस अवसर पर बीरबल राम, कामेश्वर सिंह राजन कन्नौजिया, नरेन्द्र गोड,रविंद्र यादव,कामेश्वर यादव,रामेश्वर पासवान,सोयबुल इस्लाम, रामनाथ पासवान, रामनाथ पटेल सुभाष यादव आदि ने विचार व्यक्त किया।

कलयुगी बेटे ने अपनी मां और दादी को फावड़े से काटकर मौत के घाट उतारा

संजीव सिंह

बलिया।गड़वार थाना क्षेत्र के विशुनपुरा गांव से सनसनीखेज वारदात सामने आई है, जहां एक कलयुगी बेटे ने अपनी मां और दादी को फावड़े से काटकर मौत के घाट उतार दिया। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर अपर पुलिस अधीक्षक (दक्षिणी) कृपा शंकर, गड़वार थानाध्यक्ष, सीओ सिटी गौरव कुमार व फॉरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंच गये।

गड़वार थाना क्षेत्र के विशुनपुरा गांव निवासी उमेश चंद पांडेय का बेटा अभिषेक पांडेय उर्फ प्रतीक पांडेय किसी कारणवश अपनी मां विमला देवी (55) पत्नी उमेश चंद पांडेय एवं दादी छाया देवी (60) पत्नी वीरेंद्र पांडेय को फावड़े से प्रहार कर हत्या कर दी। सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक समेत कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई।पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करते हत्या में प्रयुक्त फावड़ा को बरामद कर लिया है। युवक ने मां और दादी की हत्या क्यों की ? पुलिस मामले की जांच-पड़ताल में जुटी है।

मुलायम सिंह यादव के जयंती पर मरीजों को वितरित किया फल

संजीव सिंह बलिया।समाजवादी पार्टी के संस्थापक देश के पूर्व रक्षा मंत्री उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. मुलायम सिंह यादव के जयंती पर समाजवादी कार्यकर्ताओं द्वारा जिला चिकित्सालय बलिया में इलाज करा रहे मरीजों को फल आदि वितरित किया गया।

इस अवसर पर समाजवादी नेताओं ने कहा कि नेता जी जीवन पर्यन्त समतामूलक समाज की स्थापना के पैरोकार और सामाजिक एकता अखंडता के अडिग पहरुआ थे। समाज के पिछली पक्ति के व्यक्ति को आगे कैसे लाया जाए इसके लिए आजीवन प्रयत्नशील रहने वाले धरतीपुत्र स्व.मुलायम सिंह यादव जी की विचाराधारा पर चलना ही उन्हें असली श्रद्धांजलि होगी।

इस अवसर पर सपा के जिला उपाध्यक्ष/प्रवक्ता सुशील कुमार पाण्डेय "कान्हजी" ने कहा कि नेता जी यानी कि मुलायम सिंह यादव जी समाज के सभी वर्गों के प्रिय थे कार्यकर्ता को सम्मान देने और सम्बन्धों के निर्वहन में स्व. मुलायम सिंह का कोई दूसरा उदाहरण नहीं हैं।

इस अवसर पर धनजी यादव कामेश्वर सिंह,लक्ष्मण गुप्ता, साथी रामजी गुप्ता,मिठाई लाल भारती, नीतीश यादव, राजेन्द्र यादव,मिंटू खा, अजय यादव, राजन कन्नौजिया, रविन्द्र यादव,सर्वजीत यादव आदि ।

न्याय पंचायत स्तरीय क्रीड़ा प्रतियोगिता का हुआ सफलतापूर्वक भव्य आयोजन

संजीव सिंह बलिया: शिक्षा क्षेत्र नगरा के न्याय पंचायत भीमपुरा नंबर 2 के अंतर्गत न्याय पंचायत स्तरीय क्रीडा प्रतियोगिता का आयोजन कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय भाऊपुर के क्रीड़ा प्रांगण में सफलतापूर्वक किया गया उक्त प्रतियोगिता का शुभारंभ वरिष्ठ शिक्षक संकुल फारूक जी एवं यशवंत जी राजनाथ यादव जी एवं कन्हैया लाल वर्मा व सूर्यकांत जी ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर एवं दीप प्रज्वलन के साथ किया। तत्पश्चात प्रतिभागियों का पंजीकरण कर विद्यालयवार सूची तैयार कर विभिन्न वर्गों में खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया । उक्त खेल प्रतियोगिता में कबड्डी बालक वर्ग प्राथमिक स्तर में भाऊपुर कंपोजिट प्राथमिक की टीम विजेता एवं सरया गुलाब राय प्राथमिक विद्यालय की टीम उपविजेता रही ।

कबड्डी बालिका वर्ग प्राथमिक स्तर में कंपोजिट भाऊपुर प्राथमिक के बालिकाओं ने बाजी मार विजेता रही एवं कबड्डी बालिका प्राथमिक स्तर में ढोंढवा की छात्राएं उपविजेता रही । उच्च प्राथमिक स्तर कबड्डी बालिका वर्ग में भाऊपुर विद्यालय की छात्राएं विजेता रही एवं रनऊपुर की छात्राएं उपविजेता रहे हैं । कबड्डी उच्च प्राथमिक बालक वर्ग में भाऊपुर कंपोजिट विद्यालय के छात्र विजेता एवं रनऊपूर के छात्रों की टीम उपविजेता रही । कब्बड्डी उच्च प्राथमिक स्तर भाऊपुर की छात्राओं की टीम विजेता एवं रनऊपुर की छात्राओं की टीम उपविजेता रही ।

दौड़ 50 मीटर प्राथमिक स्तर बालक वर्ग में अनिक राजभर भाऊपुर प्रथम किशन राजभर ढोंढवा द्वितीय आदर्श सरया तृतीय 100 मीटर दौड़ डब्लू भाऊपुर प्रथम अतीक ढोंढवा द्वितीय महेंद्र रनऊपुर तृतीय बालिका 100 मीटर निक्की ढोंढवा प्रथम दीपांजलि भाऊपुर द्वितीय नाजिश खातून सरया तृतीय एवं 100मीटर बालक प्राथमिक भाऊपूर छोटेलाल प्रथम यशराज यादव ढोंढवा एवं तृतीय रोशन पंडितपुरा 100 मीटर उच्च प्राथमिक स्तर नितेश भाऊपुर विवेक रनऊपुर द्वितीय एवं शनि भाऊपुर तृतीय 200 मीटर में दौड़ में सुजीत रनऊपुर प्रथम रहे बालिका वर्ग में 100 मीटर में खुशी रनऊपुर प्रथम खुशबू द्वितीय भाऊपुर एवं रागिनी तृतीय भाऊपुर रही उक्त अवसर पर कुल विद्यालयों की टीम सहित गुरुजन शिवा जी मिथिलेश कुमार विवेक कुमार सरस्वती देवी कमलेश चौहान रंजीत चौहान मंटू यादव अनिता पूनम ओंकार यादव सुमंत राजभर विश्वजीत वर्मा इत्यादि उपस्थित रहे संचालन अनिल कुमार जायसवाल ने किया।