दिल्ली भगदड़ के बाद प्रयागराज से लेकर पटना तक, स्टेशनों पर भारी भीड़, गुस्साए यात्रियों ने तोड़े ट्रेन के शीशे

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई, वहीं कई घायल हैं. इस हादसे के बाद देश के अलग-अलग रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की भीड़ उमड़ पड़ी है. प्रयागराज जंक्शन पर भी यात्रियों का दबाव बढ़ गया है. भीड़ पर काबू पाना पुलिस और जीआरपी के लिए मुश्किल हो रहा है. वहीं, पटना रेलवे स्टेशन पर भी यात्रियों का हुजूम उमड़ा है. ट्रेन के दरवाजे नहीं खोलने पर गुस्साए यात्रियों ने बोगी के शीशे तोड़ दिए. गाजीपुर, टूंडला स्टेशन पर भी यात्रियों की भीड़ उमड़ी है.

प्रयागराज जंक्शन पर प्रशासन के अनुमान से भी अधिक रेल यात्री जंक्शन के बाहर जमा हो गए हैं, जिनका दबाव कम करने के लिए पुलिस ने रस्सियों का घेरा बना दिया है. इसी घेरे के दायरे में रहकर भीड़ रेंग-रेंग कर आगे बढ़ रही है. जंक्शन पर भारी संख्या में पुलिस बल और पैरा मिलिट्री फोर्स ने मोर्चा संभाला है.

प्रयागराज जंक्शन परिसर में सीधे एंट्री नहीं

आज भी प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर भारी भीड़ उमड़ी है. श्रद्धालुओं को अब प्रयागराज जंक्शन परिसर में सीधे एंट्री नहीं दी जा रही है. रेलवे स्टेशन जाने वाले रास्तों को ब्लॉक कर दिया गया है. भीड़ को पहले रेलवे स्टेशन के पास खुसरो बाग परिसर में बनाए गए होल्डिंग एरिया की तरफ मोड़ दिया जा रहा है

प्रयागराज स्टेशन पर उमड़ी भीड़

रेलवे स्टेशन और प्लेटफार्म में हालात सामान्य होने पर ही श्रद्धालुओं को यहां से छोड़कर स्टेशन पर जाने की अनुमति दी जा रही है. रविवार कि छुट्टी होने की वजह से आज भी महा कुम्भ क्षेत्र में भीड़ का रेला है. सुबह से दोपहर 12 बजे तक 65 लाख लोग महाकुंभ में स्नान कर चुके हैं. प्रयागराज शहर के आठ रेलवे स्टेशनों से 120 स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं. इसके अलावा 188 रूटीन ट्रेन भी चल रही हैं.

पटना रेलवे स्टेशन पर यात्रियों ने ट्रेन की बोगी के शीशे तोड़े

पटना रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ी. यात्री स्टेशन पर खड़ी ट्रेनों में चढ़ने को बेताब थे. भीड़ को कंट्रोल करने में रेल पुलिस के पसीने छूट गए. इसी बीच, गुस्साए यात्रियों ने ट्रेन की बोगी के शीशे तोड़ दिए. वहीं, पुलिस यात्रियों से शांति बनाए रखने की अपील करती हुई दिखाई दी.

गाजीपुर स्टेशन पर यात्रियों का सैलाब

महाकुंभ स्नान को लेकर गाजीपुर के रेलवे स्टेशन पर भी भारी भीड़ उमड़ी है. बलिया स्टेशन से चलने वाली कामायनी एक्सप्रेस में भी भारी भीड़ देखी गई. कामायनी एक्सप्रेस की बोगी के गेट पर लोग लटके दिखाई दिए. एसी बोगी के गेट पर भी जनरल यात्री बैठे हुए दिखे. भारी भीड़ के चलते गाजीपुर स्टेशन पर कई महिलाएं ट्रेन में नहीं चढ़ पाईं. वहीं, RPF के जवान सिटी बजाकर यात्रियों को सावधान करते दिखे.

टूंडला जंक्शन पर भी यात्रियों का हाल बेहाल

टूंडला जंक्शन पर भारी भीड़ उमड़ी है. यात्रियों ने बताया कि अधिकांश ट्रेनों में पहले से ही आरक्षित श्रेणी की सीटें बुक हैं, जिससे सामान्य डिब्बों में खड़े होकर सफर करने की मजबूरी हो रही है. कई यात्री स्टेशन पर घंटों इंतजार करने के बावजूद ट्रेन में चढ़ नहीं पाए. टूंडला जंक्शन पर एक यात्री ने कहा, “महाकुंभ में जाने के लिए भीड़ होना स्वाभाविक है, लेकिन इतनी कठिनाई हो जाएगी, यह सोचा नहीं था. थोड़ी परेशानी हम समझ सकते हैं, लेकिन यहां तो हालात बदतर हैं. “रेलवे स्टेशन पर अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं, ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके.

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में 18 यात्रियों की मौत

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात को भगदड़ मच गई. इस हादसे में 18 यात्रियों की मौत हो गई और कई घायल हैं. रेलवे इस हादसे के कारणों की जांच में जुटी है. प्लेटफॉर्म नंबर 14 से 16 तक आने-जाने के दौरान भगदड़ मची. इस हादसे में जान गंवाने वाले सबसे ज्यादा बिहार और दिल्ली के हैं.

2 ट्रेनें, 2 प्लेटफॉर्म, सीढ़ियों पर यात्री गिरे और… NDLS पर कैसे मची भगदड़? रेलवे का पहला बयान

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे को लेकर नॉर्दर्न रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु उपाध्याय ने हादसे की प्रारंभिक वजह बताई है. उन्होंने कहा कि जिस समय नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर यह दुखद घटना घटी उस समय प्लेटफार्म नंबर 14 पर पटना की ओर जाने वाली मगध एक्सप्रेस और प्लेटफार्म नंबर 15 पर जम्मू की ओर जाने वाली उत्तर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस खड़ी थी.

इस दौरान 14 और 15 नंबर प्लेटफार्म के बीच सीढ़ियों पर पैसेंजर के फिसल कर गिरने से उनके पीछे के कई यात्री उनके चपेट में आ गए और यह दुखद घटना घटित हुई. इस हादसे की उच्च स्तरीय कमेटी के द्वारा जांच की जा रही है. रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई जबकि 10 अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए.

हादसे के समय मौजूद कुली ने क्या कहा?

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ पर रेलवे स्टेशन पर एक कुली ने कहा कि मैं 1981 से कुली का काम कर रहा हूं, लेकिन मैंने पहले कभी इस तरह की भीड़ नहीं देखी थी. प्रयागराज स्पेशल को प्लेटफॉर्म नंबर 12 से रवाना होना था, लेकिन इसे प्लेटफॉर्म नंबर 16 पर स्थानांतरित कर दिया गया. जब प्लेटफॉर्म 12 पर इंतजार कर रही भीड़ और बाहर इंतजार कर रही भीड़ ने प्लेटफॉर्म 16 पर पहुंचने की कोशिश की, तो लोग टकराने लगे और एस्केलेटर और सीढ़ियों पर गिर गए.

भीड़ को रोकने के लिए कई कुली वहां जमा हो गए. हमने कम से कम 15 को उठाया. शवों को एम्बुलेंस में डाल दिया गया. प्लेटफॉर्म पर केवल जूते और कपड़े बचे थे. जब प्लेटफ़ॉर्म 12 पर इंतज़ार कर रही भीड़ और बाहर से आई भीड़ ने प्लेटफ़ॉर्म 16 पर पहुंचने की कोशिश की, तो लोग टकराने लगे और एस्केलेटर और सीढ़ियों पर गिर पड़े. हमने पुलिस, फायर टेंडर को बुलाया और 3-4 एम्बुलेंस वहां पहुंचीं और लोगों को अस्पताल ले जाया गया.

मौके पर मौजूद लोगों के मुताबिक, स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और भुबनेश्वर एक्सप्रेस ट्रेन अपने निर्धारित समय से देरी से चल रही थी. इसकी वजह से इस ट्रेन से जाने वाले लोग प्लेटफार्म नंबर 12-13 रुके हुए थे. भीड़ इतनी ज्यादा थी कि लोग आने वाले ट्रेन के प्लेटफार्म के साथ-साथ सीढ़ियों पर भी इंतजार में रुके हुए थे. रात करीब साढ़े नौ बजे के आसपाखस प्रयागराज एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर 15 पर पहुंची. दोनों जगहों की भीड़ एक साथ बढ़ गई और ये हादसा हो गया.

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन भगदड़: चश्मदीदों ने बताया घटना की पूरी कहानी, रेल प्रशासन की लापरवाही उजागर

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार की रात ट्रेनों में बैठने के दौरान ऐसी भगदड़ मची कि 18 लोगों की इसमें मौत हो गई. पीएम नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने हादसे पर दुख व्यक्त किया. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हादसे पर उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. इस बीच कई चश्मदीदों ने हादसे की पूरी कहानी बयां की

जिस तरह से चश्मदीदों ने घटना को बयां किया है, उससे कहीं न कहीं रेल प्रशासन की लापरवाही देखने को मिल रही है. एक चश्मदीद ने बताया- भीड़ शाम 7 बजे से ही बढ़ने लगी थी. अगर प्रशासन उस भीड़ को कंट्रोल कर लेता तो भगदड़ न मचती. क्योंकि भगदड़ 9 बजकर 55 मिनट पर मची थी. कई यात्री बिना टिकट के ही ट्रेनों में घुसने लगे थे. उनकी टिकट की जांच तक नहीं की गई.

चश्मदीद ने कहा- भीड़ प्लेटफार्म नंबर 12 से 16 के बीच ज्यादा था. वहीं पर भगदड़ मची. रेलवे से जब अनाउंस किया की प्रयागराज जाने वाली ट्रेन 14 नहीं प्लेटफार्म 16 में आ रही है तो सभी यात्री फुटओवर ब्रिज की ओर दौड़े. वहीं, दो ट्रेनें जो लेट थीं, उनके यात्री भी वहीं पर एकत्रित थे. दूसरी तरफ रेलवे प्रशासन काउंटर टिकट पर टिकट बेचे जा रहा था. हमें पता चला है कि 1500 टिकट प्रति घंटा बिक रही थी. अगर ट्रेनों में इतनी कैपेसिटी नहीं थी तो इतने टिकट रेलवे को नहीं बेचने चाहिए थे.

रेल मंत्री की उच्च स्तरीय बैठक

भगदड़ में घायल हुए लोगों को लोकनायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जानकारी के मुताबिक, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ को लेकर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव रेल भवन में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक कर सकते हैं. बताया जा रहा है कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे के बाद यह बैठक बुलाई गई है. इस बैठक में रेल मंत्री को पूरी घटना के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाएगी. इस बैठक में पूरी घटना की जानकारी दी जाएगी, घटना के घटित होने के क्रम और समय-सारिणी की जानकारी दी जाएगी. रेल मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी बैठक के दौरान वैष्णव को सभी घटनाओं की पूरी जानकारी और घटनाक्रम पर विस्तृत विवरण प्रदान करेंगे.

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़: 18 लोगों की मौत, जानें क्या थी भगदड़ की वजह और ट्रेनों की क्षमता

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ ने पूरे देश को सन्न कर दिया है. हादसे में 18 लोगों की मौत और कई अन्य घायल हुए हैं. शनिवार को प्रयागराज एक्सप्रेस, भुवनेश्वर राजधानी और स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस, तीनों ही ट्रेनें प्रयागराज जाने वाले थीं. दो ट्रेनें भुवनेश्वर राजधानी और स्वतंत्रता सेनानी लेट थीं. इन तीनों ट्रेनों की भीड़ प्लेटफॉर्म-14 पर थी. जब प्रयागराज स्पेशल ट्रेन यहां पहुंची, तभी अनाउंस हुआ कि भुवनेश्वर राजधानी प्लेटफॉर्म नं. 16 पर आ रही है. यह सुनते ही प्लेटफार्म नंबर 14 पर मौजूद भीड़ 16 की तरफ भागी.

कई लोग टिकट काउंटर पर थे. इनमें 90% प्रयागराज जाने वाले थे. अचानक ट्रेन आने का अनाउंसमेंट हुआ तो लोग बिना टिकट प्लेटफार्म की तरफ भागे. इससे भगदड़ मची. बताया जा रहा है कि शाम 7 बजे से भीड़ बढ़ने लगी थी, पर किसी ने ध्यान नहीं दिया. पुलिस उपायुक्त (DCP) रेलवे, केपीएस मल्होत्रा ​​ने कहा कि हर घंटे 1500 टिकट बेचे जा रहे थे.

चलिए जानते हैं जिन तीन ट्रेनों के कारण भगदड़ मची उनमें कितने यात्रियों को ले जाने की कैपेसिटी है. हालांकि, ये अभी स्पष्ट नहीं है कि महाकुंभ के चलते इन ट्रेनों में कितने डिब्बे बढ़ाए गए थे.

प्रयागराज एक्सप्रेस ट्रेन

प्रयागराज एक्सप्रेस में कुल 24 डिब्बे होते हैं. यह भारत की एकमात्र ऐसी ट्रेन है जो 24 एलएचबी कोच के साथ चलती है. इसमें एसी फर्स्ट क्लास, एसी 2-टियर, एसी 3-टियर, स्लीपर, और सामान्य अनारक्षित क्लास के डिब्बे होते हैं.

स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस

दूसरी ट्रेन थी, स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस. इस ट्रेन में कुल 22 कोच होते हैं. 4 सेकेंड सीटिंग अनारक्षित कोच. 6 स्लीपर कोच. 1 पेंट्री कार कोच. 5 थर्ड एसी कोच. 2 सेकेंड एसी कोच. 1 फर्स्ट एसी कोच. 1 शारीरिक रूप से विकलांग कोच और 1 पावर जनरेटर कार.

भुवनेश्वर-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस

तीसरी ट्रेन थी भुवनेश्वर-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस. इस ट्रेन में स्लीपर क्लास में 80 और थर्ड एसी में 72 बर्थ होती हैं. यह ट्रेन पूरी तरह से वातानुकूलित है. इसमें एसी हॉट बुफे कार भी है. भुवनेश्वर-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस में यात्रियों के लिए ये श्रेणियां उपलब्ध हैं: एसी फर्स्ट क्लास (1ए), एसी टू टियर (2ए), एसी थ्री टियर (3ए). 14 अगस्त, 2023 को भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस को तेजस रेक में अपग्रेड किया गया. यह भारत की पांचवीं तेजस राजधानी एक्सप्रेस है.

15 लाशों को एंबुलेंस में डालने वाले कुलियों ने बताया… कैसा था नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मंजर, कैसे मची भगदड़?

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 1981 से अब तक इतनी भीड़ कभी नहीं देखी. भगदड़ में लोग दब गए. हम लोगों ने 15 लाशों को एंबुलेंस बुलाकर उसमें रखा… ये बात नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ के दौरान मौजूद कुलियों ने बताया है. उन्होंने कहा कि वो उनके साथी अंदर आने के लिए लाइन में थे तभी चीख-पुकार मच गई. उन्होंने थोड़ा अंदर आकर देखा तो हालात बेकाबू हो चुके थे. इसके बाद कुलियों ने रास्ते बंद किए, ताकी और लोग अंदर न आएं, भीड़ न बढ़े

उन्होंने बताया कि अचानक ट्रेन के प्लेटफॉर्म बदले गए, इसमें पब्लिक अचानक दूसरे प्लेटफॉर्म पर जाने के लिए भागने लगी. इस दौरान एस्कलेटर और सीढ़ियों पर गिर गए. जो जहां गिरा वहीं दब गया. जो गिर गए वो दोबारा उठ नहीं पाए. कुलियों ने बताया कि लाशों को देखने के बाद रात को खाना तक नहीं खाया गया. ऐसे जिंदगी में कभी नहीं देखा.

क्यों भागने लगे लोग?

14 नंबर पर दिल्ली से दरभंगा जाने वाली स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस आने वाली थी. ये ट्रेन पहले से लेट चल रही थी. यानी इसके पैसेंजर भी प्लेटफॉर्म पर थे. वहीं, प्रयागराज जाने वाली एक और ट्रेन प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर आने वाली थी, वो भी लेट चल रही थी, इस वजह से उसके पैसेंजर पर प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर मौजूद थे.

इस बीच नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर इंडियन रेलवे हर घंटे प्रयागराज के लिए 1500 टिकटों की बिक्री कर रहा था. यानी हर घंटे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के अंदर प्रयागराज जाने वाले 1500 लोग एंट्री ले रहे थे. इस वजह से अंदर भीड़ खचाखच थी. दोनों ट्रेनों के इंतजार तक सब कुछ ठीक था. तभी रेलवे की तरफ से एक अनाउंसमेंट हुआ कि प्लेटफॉर्म नंबर 16 पर प्रयागराज जाने वाली ट्रेन आ रही है. यानी प्लेटफॉर्म नंबर 16 से प्रयागराज जाने वाली स्पेशल ट्रेन का ऐलान हुआ.

इसके बाद 14 नंबर प्लेटफॉर्म पर प्रयागराज जाने वाली ट्रेन का इंतजार कर रहे लोग 16 नंबर पर आने वाली ट्रेन को पकड़ने के लिए दौड़े और भगदड़ मच गई. फिर क्या था, चारों तरफ चीख-पुकार. रोते-बिलखते लोग. अपनों की सांसों को वापस लाने की कोशिश में लगे लोग. जिसने भी वो मंजर देखा वो सिहर उठा.

भगदड़ के निशान से उठते सवाल?

बिना टिकट लोग अंदर कैसे पहुंचे?

भीड़ होने के बावजूद प्लेटफॉर्म बदलने की सूचना क्यों दी गई?

प्लेटफॉर्म पर आरपीएफ जवानों की संख्या कम क्यों थी?

अंदर भीड़ जमा हो रही थी तो लोगों की एंट्री रोकी क्यों नहीं गई?

नई दिल्ली स्टेशन पर तैनात रहने वाले जवानों को प्रयागराज में ड्यूटी क्यों लगाई गई?

भीड़ होने के बावजूद हर घंटे 1500 टिकटें क्यों बेची जा रही थीं?

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन भगदड़ मामले को लेकर केंद्र पर बरसे राहुल गांधी

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दुख जताया है. उन्होंने कहा कि भगदड़ मचने से कई लोगों की मौत और कईयों के घायल होने की खबर अत्यंत दुखद और व्यथित करने वाली है. यह घटना एक बार फिर रेलवे की नाकामी और सरकार की असंवेदनशीलता को उजागर करती है.

राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर लिखा, ‘शोकाकुल परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की आशा करता हूं. यह घटना एक बार फिर रेलवे की नाकामी और सरकार की असंवेदनशीलता को उजागर करती है.

उन्होंने आगे लिखा कि प्रयागराज जा रहे श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या को देखते हुए स्टेशन पर बेहतर इंतजाम किए जाने चाहिए थे. सरकार और प्रशासन को सुनिश्चित करना चाहिए कि बदइंतजामी और लापरवाही के कारण किसी को अपनी जान न गंवानी पड़े.

प्रियंका गांधी ने हादसे पर जताया शोक

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी इस हादसे पर शोक जताया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भीड़ की वजह से मची भगदड़ में महिलाओं और बच्चों समेत कई लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुखद है. ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें. शोक-संतप्त परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं.

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन प्लेटफॉर्म नंबर 14 और 16 पर हुआ हादसा

शनिवार रात करीब 9.30 बजे प्लेटफॉर्म नंबर 14 और 16 पर हादसा हुआ, जिसमें 18 लोगों की मौत हो गई. मरने वालों में 9 महिलाएं और 5 बच्चे भी शामिल हैं. वहीं भगदड़ में कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं. सभी घायलों का इलाज लेडी हार्डिंग और LNJP अस्पताल में चल रहा है. रेल मंत्री भगदड़ की हाई लेवल जांच के आदेश दिए. नई दिल्ली पर NDRF की टीम तैनात है.

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मची, 18 लोगों की मौत, महाकुंभ जाने के लिए उमड़ी थी भारी भीड़

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात भगदड़ की वजह से पुलिस सूत्रों के मुताबिक 18 लोगों की मौत हो गई है और दर्जनभर से अधिक लोग घायल हो गए. ये भगदड़ रात करीब 9 बजकर 55 मिनट प्लेटफॉर्म संख्या 14 और 15 पर मची. दरअसल यहां कुंभ जाने के लिए भारी भीड़ नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पहुंची थी. इसी दौरान भारी भीड़ होने के चलते भगदड़ मच गई. अधिकारियों ने बताया कि भगदड़ से पहले स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 14 और 15 पर यात्रियों की भीड़ उमड़ पड़ी थी, जो प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों में चढ़ने का इंतजार कर रहे थे.

रेलवे बोर्ड में इंफॉर्मेशन एंड पब्लिसिटी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर दिलीप कुमार ने बताया कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन भगदड़ मामले की जांच करने और घटना के कारणों का पता लगाने के लिए दो सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है.

प्रधानमंत्री मोदी ने जताया दुख

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में मौतों पर दुख जताया. उन्होंने कहा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ से व्यथित हूं. मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है. मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग जल्द ठीक हो जाएं. अधिकारी उन सभी लोगों की सहायता कर रहे हैं जो इस भगदड़ से प्रभावित हुए हैं.

लोगों की मौत से बेहद दुखी हूं: राजनाथ

वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि वह मौतों से दुखी हैं. उन्होंने लिखा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से विनाशकारी खबर. रेलवे प्लेटफॉर्म पर भगदड़ के कारण लोगों की मौत से मैं बेहद दुखी हूं. दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.

भगदड़ की वजह से दुर्भाग्यपूर्ण घटना

दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने एक्स पर एक पोस्ट में मौतों पर दुख जताया, लेकिन बाद में इसे संपादित किया और उन अंशों को हटा दिया जहां उन्होंने मौतों का उल्लेख किया था. अपने पोस्ट में, एलजी ने कहा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अव्यवस्था और भगदड़ के कारण दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद घटना हुई थी. इस त्रासदी के पीड़ितों के परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं.

दो को छोड़कर सभी की पहचान

दिल्ली की कार्यवाहक मुख्यमंत्री आतिशी ने पत्रकारों को बताया कि मध्य दिल्ली के लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल में 15 लोगों को मृत लाया गया था. हताहतों में से दो को छोड़कर सभी की पहचान कर ली गई. उनमें से तीन बच्चे थे. आतिशी ने कहा, लगभग 15 लोग घायल हैं और उनका इलाज चल रहा है.

दम घुटने से यात्री हुए बेहोश

प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि स्टेशन पर भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई और कई यात्री दम घुटने के कारण बेहोश हो गए. एक आधिकारिक बयान में, पुलिस उपायुक्त (रेलवे) ने कहा कि प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर पहले से ही बहुत भीड़ थी, जब प्रयागराज एक्सप्रेस ट्रेन अपने प्रस्थान के लिए वहां खड़ी थी.

अधिकारी ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस कैंसल थीं और इन ट्रेनों के यात्री भी प्लेटफॉर्म संख्या 12, 13 और 14 पर मौजूद थे. डीसीपी ने कहा कि सीएमआई के अनुसार, रेलवे द्वारा हर घंटे 1,500 सामान्य टिकट बेचे गए, जिसके कारण स्टेशन पर भीड़ बढ़ गई और बेकाबू हो गया. प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर और प्लेटफॉर्म नंबर 16 के पास एस्केलेटर के पास भगदड़ मच गई.

प्रत्यक्षदर्शियों ने सुनाई खौफनाक कहानी

भगदड़ रात करीब 9.55 बजे मची, जिसके बाद अधिकारियों को आपातकालीन प्रतिक्रिया देनी पड़ी. पीड़ितों में से एक ने बताया कि उसकी मां की भगदड़ में मौत हो गई थी. उन्होंने कहा कि हम एक ग्रुप में बिहार के छपरा स्थित अपने घर जा रहे थे, लेकिन अफरा-तफरी में मेरी मां की जान चली गई. लोग एक-दूसरे को धक्का दे रहे थे. उन्होंने आगे कहा, डॉक्टर ने हमें पुष्टि की है कि मेरी मां की मौत हो गई है.

यात्रियों ने एक-दूसरे को धक्का दिया

दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) के प्रमुख अतुल गर्ग ने कहा कि अधिकारियों ने बचाव दल भेजे और चार दमकल गाड़ियों को घटनास्थल पर भेजा गया. उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) हिमांशु उपाध्याय ने पहले यात्रियों ने एक-दूसरे को धक्का दिया, जिससे उनमें से कुछ को चोटें आईं. उन्होंने बताया कि उन्हें प्राथमिक उपचार के लिए अस्पतालों में ले जाया गया.

यात्रियों में से एक धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि मैं प्रयागराज जा रहा था लेकिन कई ट्रेनें देरी से चल रही थीं या रद्द कर दी गईं. स्टेशन पर बहुत भीड़ थी. मैंने इस स्टेशन पर पहले से कहीं ज्यादा लोग देखे थे. मेरे सामने छह या सात महिलाओं को स्ट्रेचर पर ले जाया गया.

कन्फर्म टिकट वाले भी ट्रेन में नहीं चढ़ सके

एक अन्य यात्री, प्रमोद चौरसिया ने कहा, मेरे पास पुरूषोत्तम एक्सप्रेस के लिए स्लीपर क्लास का टिकट था, लेकिन कन्फर्म टिकट वाले भी ट्रेन में नहीं चढ़ सके. मेरा एक दोस्त और एक महिला यात्री भीड़ में फंस गए. बहुत ज्यादा धक्का-मुक्की हो रही थी. हम अपने बच्चों के साथ बाहर इंतजार करके सुरक्षित रहने में कामयाब रहे. मौतों की पुष्टि होने से पहले, रेलवे बोर्ड के सूचना और प्रचार, कार्यकारी दिलीप कुमार ने बताया कि बड़ी संख्या में लोगों के आने के कारण भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई और कई लोग गिर गए.

5 दिन में की थी 4 चौकीदारों की हत्या, बनना चाहता था KGF-2 का रॉकी भाई… सीरियल किलर को मिली एक और उम्रकैद

फेम पाने के लिए 4 चौकीदारों को मौत के घाट उतारने वाले सीरियल किलर को भोपाल कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है. 2022 में एक के बाद एक 4 चौकीदारों की हत्या करने वाले सीरियल किलर ने भोपाल और सागर में हत्याओं को अंजाम दिया था. उस समय पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया था कि उसने फेमस होने के लिए ही इन हत्याओं को अंजाम दिया था. अब भोपाल कोर्ट ने आरोपी शिव प्रसाद को एक हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई है.

सीरियल किलर शिव प्रसाद उर्फ हल्कू धुर्वे को भोपाल के खजूरी सड़क थाना क्षेत्र लके टाइल्स गोदाम के चौकीदार की हत्या का दोषी पाया गया है. इस हत्या से पहले शिव प्रसाद ने सागर में तीन हत्याओं को अंजाम दिया था. सागर कोर्ट भी शिवप्रसाद को हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा सुना चुकी है. अब भोपाल कोर्ट ने भोपाल में चौकीदार की हत्या के मामले में सजा सुनाई है. आरोपी ने पुलिस पूछताछ में बताया था कि वह केजीएफ – 2 मूवी का रॉकी भाई बनना चाहता था. इसलिए उसने फेम पाने के लिए इन हत्याओं को अंजाम दिया था.

विशेष लोक अभियोजक सुधा विजय सिंह भदौरिया ने बताया कि 2 दिसंबर 2022 को खजूरी सड़क थाने की पुलिस को एक मार्बल की दुकान के गोदाम में चौकीदार सोनू वर्मा निवासी भिंड का खून से लथपथ शव मिला था. पुलिस ने मामले में हत्या का केस दर्ज किया और जांच शुरू कर दी. पुलिस को मौके से एक सीसीटीवी फुटेज मिला था जिसमें सोनू के पास एक युवक नजर आया था. बाद में उस युवक की पहचान शिव प्रसाद के रूप में हुई थी. इस मामले में कोर्ट ने सजा सुनाते हुआ सीसीटीवी फुटेज को अहम सबूत माना.

न्यायाधीश प्रशांत सक्सेना ने उम्रकैद की सजा सुनाते हुए कहा कि सोते हुए व्यक्ति और अबोद बालक एक ही श्रेणी में आते हैं. उन पर कोई हमला करे तो उन्हें प्रतिरक्षा का मौका नहीं मिलता. इसलिए दोषी को सख्त सजा मिलनी चाहिए ताकि समाज में उचित संदेश जाए.

दो हत्याओं में उम्रकैद

पुलिस ने जब शिव प्रसाद को गिरफ्तार किया था तब तक वह 5 दिन के अंदर 4 चौकीदारों की हत्या कर चुका था. सागर शहर में हत्यारे ने चौकीदार शंभू दयाल दुबे, भैंसा के कल्याण लोधी और सागर के ही मंगल अहिरवार की हत्या कर चुका था. इसके बाद वह भोपाल गया था और चौकीदार सोनू वर्मा की हत्या को अंजाम दिया. सागर कोर्ट शिव प्रसाद को शंभू दयाल दुबे हत्याकांड के मामले में उम्रकैद की सजा सुना चुका है, वहीं भोपाल कोर्ट ने उसे सोनू वर्मा हत्याकांड के मामले में सजा सुनाई है. अन्य दो हत्याओं के मामलों में सुनवाई अभी भी जारी है.

मोबाइल से पकड़ा गया था सीरियल किलर

सीरियल किलर शिव प्रसाद ने चौकीदार शंभूदयाल की हत्या करने के बाद उसका मोबाइल उठा लिया था. मोबाइल की लोकेशन का पीछा करते हुए पुलिस ने शिव प्रसाद को पकड़ा था. पुलिस की पूछताछ में शिव प्रसाद ने बताया था कि वह सो रहे चौकीदारों की हत्या के मिशन पर निकला था और वह केजीएफ 2 के रॉकी भाई के किरदार से बहुत प्रभावित था. वह इन हत्याओं को अंजाम देने के बाद गैंगस्टर बनना चाहता था. शिव प्रसाद चौकीदारों की हत्या करने के बाद उनके पैसे और मोबाइल लूट लेता था.

सीएम नीतीश कुमार ने बक्सर को दी 476 करोड़ की सौगात, 73 योजनाओं का किया उद्घाटन और शिलान्यास

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रगति यात्रा के क्रम में शनिवार को बक्सर जिले को 476.02 करोड़ रुपये से अधिक की सौगात दी. इस अवसर पर 73 विकासात्मक योजनओं का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन एवं शिलान्यास किया. इसके तहत 350.13 करोड़ रुपए की 41 योजनाओं का उद्घाटन तथा 125.89 करोड़ रुपए की 32 योजनाओं का शिलान्यास किया.

प्रगति यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ने बक्सर जिला अंतर्गत सिमरी बहुग्रामी जलापूर्ति योजना, केशवपुर का शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया. इसकी लागत 202.70 करोड़ रुपए है. उद्घाटन के पश्चात् मुख्यमंत्री ने इस बहुग्रामी जलापूर्ति योजना का निरीक्षण किया.

अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि इस बहुग्रामी पेयजल आपूर्ति प्लांट के शुरू हो जाने से सिमरी प्रखंड के 214 वार्डों में स्थित 36760 घरों में आर्सेनिक मुक्त शुद्ध गंगा जल की आपूर्ति पेयजल के रूप में होगी. बक्सर जिलांतर्गत विकासात्मक योजनाओं का रिमोट के माध्यम से मुख्यमंत्री ने उद्घाटन एवं शिलान्यास किया.

विभिन्न विभागों एवं जीविका दीदियों ‘द्वारा लगाये गये स्टॉल का मुख्यमंत्री ने अवलोकन किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने आयुष्मान कार्ड, बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के तहत एक लाख रुपये का सांकेतिक चेक, सुयोग्य श्रेणी के लाभुकों को सरकारी भूमि के बंदोबस्ती प्रमाण पत्र, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना अंतर्गत 1 करोड़ 60 लाख रुपये का सांकेतिक चेक प्रदान किया.

सीएम ने 73 योजनाओं का किया शिलान्यास और उद्घाटन

वहीं, मुख्यमंत्री निःशक्त जन विवाह प्रोत्साहन योजना तथा मुख्यमंत्री अंतर्जातीय विवाह प्रोत्साहन योजना अंतर्गत एक-एक लाख रुपये के अनुदान राशि, मुख्यमं मुख्यमंत्री कृषि वानिकी प्रजाति प्रोत्साहन योजना अंतर्गत 1 लाख 28 हजार 700 रुपये का सांकेतिक चेक प्रदान किया.

मुख्यमंत्री ने सतत् जीविकोपार्जन योजना से लाभान्वित 703 परिवारों को 2 करोड़ 66 लाख 24 हजार 200 रुपये तथा 12,743 जीविका स्वयं सहायता समूह को 129 करोड़ 75 लाख रुपये का सांकेतिक चेक प्रदान किया. सतत् जीविकोपार्जन योजना अंतर्गत ई-रिक्शा हस्तांतरण की चाबी, जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत जीविका ग्राम संगठन आदर्श, चौगांई तथा सूरज इटाढ़ी में तालाब के जीर्णोद्धार के लिये 2 लाख 10 हजार रुपये हस्तांतरित करने की स्वीकृति पत्र लाभुकों को प्रदान किया.

सीएम ने विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा की

मुख्यमंत्री ने जीविका दीदियों से बातचीत करते हुए कहा कि पूरे बिहार में जीविका दीदियां काफी अच्छा काम कर रही हैं. जब हम केंद्र में मंत्री थे तो कई जगहों पर जाकर स्वयं सहायता समूह के कामों को देखा था. बिहार में स्वयं सहायता समूहों की संख्या बहुत कम थी. अब तक 3 लाख से ज्यादा जीविका दीदियों की संख्या शहरी क्षत्रों में हो गई है. आप लोगों को हर प्रकार से सरकार मदद पहुंचा रही है.

मुख्यमंत्री ने सिमरी प्रखंड के केशोपुर ग्राम में 51.72 किलोमीटर लंबाई की बक्सर-कोईलवर गंगा तटबंध का सुदृढ़ीकरण, कालीकरण तथा सुरक्षात्मक कार्य का स्थल निरीक्षण किया. निरीक्षण के क्रम में अधिकारियों ने साइट मैप के माध्यम से मुख्यमंत्री को बताया कि इस कार्य के पूर्ण हो जाने से बक्सर, चक्की, सिमरी, ब्रह्मपुर आदि प्रखंडों की 6 लाख की आबादी लाभान्वित होगी. तटबंध के किनारे के क्षेत्र का व्यवसायिक विकास होगा.

साथ ही बक्सर अनुमंडल से डुमरांव अनुमंडल तक वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था उपलब्ध होगी। बाढ़ से बक्सर जिला के अहीरौली, अर्जुनपुर, मझरियां, केशोपुर, जवही, नैनीजोर, धर्मगतपुर, नगपुरा, राजपुर, छोटका राजपुर, बड़का राजपुर, राजपुर कला, मियाजीपुर तथा गंगौली जैसे गांवों को सुरक्षा मिलेगी. इसकी कुल प्राक्कलित राशि 18,126.883 लाख रुपये है.

निर्धारित समय सीमा के अंदर काम पूरा करने का निर्देश

इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि इस काम को निर्धारित समय सीमा के अंदर पूर्ण करें. बक्सर कोइलवर तटबंध का सुदृढ़ीकरण एवं कालीकरण ठीक से हो इसका विशेष रूप से ख्याल रखें. इस काम के पूर्ण हो जाने से लोगों को आवगमन की बेहतर सुविधा मिलेगी और तटबंध के आसपास के इलाके बाढ़ से भी सुरक्षित रहेंगे.

मुख्यमंत्री ने सिमरी प्रखंड के राजपुरकलां पंचायत स्थित ग्राम परसन पाह में नवनिर्मित पंचायत सरकार भवन का निरीक्षण किया. बक्सर गोलंबर पर पर्यटन विभाग द्वारा प्रस्तावित होटल विश्वामित्र विहार ‘बक्सर’ के परिसर में बजट होटल के निर्माण कार्य का मुख्यमंत्री ने रिमोट के माध्यम से शिलान्यास किया. प्रस्तावित बजट होटल की प्राक्कलित राशि 24.56 करोड़ रुपए है.

मुख्यमंत्री ने पर्यटन विभाग द्वारा बक्सर के रामरेखा घाट के समीप एक्सपेरिएंस सेंटर, रेस्टोरेंट, संपर्क पथ सहित पर्यटकीय विकास कार्य का रिमोट के माध्यम से शिलान्यास किया. इसकी प्राक्कलित राशि 13.24 करोड़ रुपए है. मुख्यमंत्री के आगमन पर रामरेखा घाट के पंडों एवं पुजारियों द्वारा शंखनाद एवं डमरु बजाकर उनका अभिनंदन किया गया.

पवित्र शहर अमृतसर को बदनाम किया जा रहा… अवैध प्रवासियों के विमान की लैंडिंग पर सीएम भगवंत मान का हमला

अमेरिका से डिपोर्ट किए जा रहे भारतीयों के मुद्दे और अमेरिका से आ रहे विमानों के मुद्दे पर पंजाब के सीएम भगवंत मान ने शनिवार को बीजेपी पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि हमारे पवित्र शहर अमृतसर को डिटेंशन सेंटर या डिपोर्ट सेंटर नहीं बनाया जाना चाहिए. आपके पास काफी सारे एयरपोर्ट और एयरबेस हैं, वहां पर इस तरह के विमान को उतार लो. आप क्यों हमारे पवित्र शहर अमृतसर को इस तरह से बदनाम कर रहे हैं? सभी लोगों का क्रिमिनल रिकॉर्ड चेक कर लिया गया है सब सही है.

उन्होंने कहा कि बीजेपी को मैं कहना चाहता हूं कि आप हम पर जो मर्जी आरोप लगा लो, लेकिन आप पंजाब में कभी सत्ता में नहीं आओगे.

उन्होंने कहा कि हमारे कल के ऐतराज के बाद आज कुछ बदलाव हुआ है. अब विमान एयरपोर्ट के टर्मिनल पर आएगा. विमान से पंजाब के 67 लोगों को उतार दिया जाएगा.

हरियाणा के लोगों को सड़क मार्ग से भेजा जाएगा

उन्होंने कहा कि हरियाणा के जो पंजाब के नजदीक के रहने वाले लोग हैं, उन्हें भी अगर सड़क मार्ग से जाना होगा तो वो भी यहां उतर जाएंगे. यहां से बाकी राज्यों के लोग एयरपोर्ट के अंदर ही रहेंगे. उनके रहने-खाने का बंदोबस्त एयरपोर्ट के अंदर ही हमने कर दिया है. इन दूसरे राज्यों के लोगों की सुबह दिल्ली के लिए फ्लाइट है.

उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी के नेता ये कह रहे हैं कि अमृतसर नजदीक पड़ता है इसलिए फ्लाइट्स को यहां उतारा जा रही हैं तो वो अमृतसर से अमेरिका की सीधी फ्लाइट क्यों नहीं शुरू करवा देते? पंजाब के लोगों का अमेरिका और कनाडा जाने का वक्त कम होगा. ये बेवजह का तर्क है क्या ट्रंप ने उस विमान में ईंधन कम डाला है जो विमान आगे कहीं नहीं उतर सकता सिर्फ अमृतसर में ही उतरेगा.

अमृतसर में विमान उतारे जाने पर मान की आपत्ति

सीएम मान ने कहा कि हमें अब तक जानकारी नहीं है कि जो लोग आ रहे हैं उनके हाथों-पैरों में बेड़ियां लगी हुई है या नहीं, लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस मुद्दे को मोदी जी को ट्रंप के सामने उठाना चाहिए था.

उन्होंने कहा कि पंजाब और हरियाणा के रोड से जाने वाले लोगों को यही उतार दिया जाएगा और बाकी लोगों को सुबह 6:30 बजे की फ्लाइट से दिल्ली भेजा जाएगा और वहां से वो अपने-अपने राज्यों की ओर जाएंगे.

उन्होंने कहा कि अगर अमृतसर धुंध पड़ गई तो क्या फिर इस विमान को लाहौर में उतर जाएगा. इस विमान को जयपुर या कहीं और डाइवर्ट नहीं किया जाएगा तो अब ऐसा क्यों नहीं हो सकता. इस विमान को दिल्ली उतार लो हिंडन उतार लो.

वापस लौटकर आए लोगों की करेंगे मदद

उन्होंने कहा कि लेकिन मुझे पता लगा है कि केंद्र सरकार इस बात से सहमत है कि बॉर्डर एयरपोर्ट पर किसी देश का आर्मी प्लेन उतखरना सुरक्षा के लिए खतरा हो सकता है और अमेरिका तो हर देश पर नजर रखता है.

उन्होंने कहा कि पहले हम ये चेक करेंगे कि किन एजेंटों ने इन लोगों से झांसे में लेकर पैसे लिए, उनका पैसा रिकवर करवाने का प्रयास किया जाएगा. फिर उसके बाद जो काम ये लोग कर सकते हैं उस हिसाब से उन्हें रोजगार देने का प्रयास किया जाएगा. अगर कोई कंपटीशन का एग्जाम दे सकता है तो वो एग्जाम देकर नौकरी पर भी लग सकता है नहीं तो उसकी काबिलियत के हिसाब से उसका काम लगवाने में मदद की जाएगी.