जमीन विवाद में एक परिवार के दो पक्षों के बीच हुई हिंसक भिड़ंत, एक पक्ष के पांच लोग गंभीर रुप से घायल

डेस्क : बिहार के वैशाली जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां एक परिवार के दो पक्षों के बीच हुई भिड़ंत में एक पक्ष से एक महिला समेत पांच लोग गंभीर रुप से घायल हुए है। जिन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल मे भर्ती कराया गया है। जहां उनका इलाज जारी है।

मिली जानकारी के अनुसार जिले के चांदपुर थाना क्षेत्र के बिलट चौक के पास 10 धुर जमीन को लेकर एक ही परिवार के दो पक्षों में हिंसक झड़प हो गई। इस घटना में पथराव के दौरान एक पक्ष के पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इस घटना में खड़गपुर निवासी अशोक ठाकुर, दशरथ ठाकुर, अरुण ठाकुर, मनीष ठाकुर और विभा देवी को गंभीर चोटें आईं। सभी घायलों को हाजीपुर स्थित सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है।

पीड़ित पक्ष के अनुसार, उनके पट्टीदार पशुपति ठाकुर और रविंद्र ठाकुर से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। विवाद के दौरान आरोपी पक्ष ने गाली-गलौज की और महिलाओं से भी दुर्व्यवहार किया। जब पीड़ित पक्ष के लोग बीच-बचाव करने गए, तो उन पर पथराव कर दिया गया, जिससे कई लोगों के सर पर गंभीर चोट आई।

घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। नगर थाने की पुलिस ने घायलों का बयान दर्ज कर लिया है और मामले की जांच कर रही है।

बिहार में भीषण सड़क हादसा : डिवाइडर से टकराई तेज रफ्तार स्कॉर्पियो, 5 की मौत 4 गंभीर रुप से घायल

डेस्क : बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से एक बड़ी घटना सामने आई है। जहां सड़क दुर्घटना में 5 लोगों की मौत हो गई है। वहीं 4 लोग गंभीर रुप से घायल हुए है। जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल मे भर्ती कराया गया है।

मिली जानकारी के मुताबिक, मुजफ्फरपुर के सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत मादापुर गांव में भीषण सड़क हादसा हुआ है। यहां एक बाइक सवार युवक को बचाने के चक्कर में एक तेज रफ़्तार स्कॉर्पियो अनियंत्रित हो गई और सड़क किनारे में बने हुए डिवाइडर से जा टकराई।

इस घटना में जहां स्कॉर्पियो में सवार 5 व्यक्ति की मौके पर मौत हो गई है। जबकि 4 व्यक्ति बुरी तरह से घायल हो गए हैं। जिन्हें इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल भर्ती कराया गया है। जहां उनका इलाज चल रहा है।

फिलहाल मौके पर पहुंची पुलिस शव की पहचान करने में लगी हुई है।

प्रगति यात्रा के तहत भागलपुर जिले का दौरा किए सीएम नीतीश कुमार, जिले को दिए कई बड़ी सौगात

डेस्क : प्रगति यात्रा के तहत आज शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भागलपुर जिले का दौरा किया। जहां उन्होंने जिले को कई बड़ी सौगात दी। उन्होंने करीब 1200 करोड़ रुपये की विकास योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इसमें नई योजनाओं की घोषणाओं के साथ ही दीर्घ लंबित मांगों पर सहमति शामिल है। सीएम नीतीश की यात्रा में जिले को मिले प्रमुख तोहफ़ों में भागलपुर नगर निगम अंतर्गत बौंसी रेलवे लाईन पर आरओबी का निर्माण कराया जायेगा। भागलपुर में नये अंतर्राज्यीय बस अड्डे का निर्माण किया जायेगा।

भागलपुर में वर्तमान हवाई अड्डे पर छोटे विमानों के संचालन हेतु उड़ान योजना में इसे सम्मिलित करने हेतु केन्द्र सरकार से अनुरोध किया जायेगा। भागलपुर जिले के 7 प्रखंडों क्रमशः पीरपैंती, विहपुर, शाहकुण्ड, कहलगाँव, सबौर, नवगछिया एवं सन्हौला में नये प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय भवन तथा 4 प्रखंडों क्रमशः गौराडीह, नाथनगर, नारायणपुर एवं इस्माईलपुर में सभी कार्यालय भवनों के साथ-साथ आवसीय परिसर का भी निर्माण कराया जायेगा।

जिले के खिलाड़ियों के लिए नवगछिया अनुमंडल में स्पोर्टस काम्प्लेक्स का निर्माण किया जायेगा। इससे खिलाड़ियों को प्रशिक्षण में सुविधा होगी तथा स्थानीय प्रतिभाओं को बढ़ावा मिलेगा। भागलपुर के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलज एवं अस्पताल में कैंसर के ईलाज के लिए सुपर स्पेशियलिटी विभाग की सुविधा विकसित की जायेगी। नाथनगर प्रखंड में चम्पा नदी के अप-स्ट्रीम में गोड़ियारी नदी पर चेक-डैम का निर्माण कराया जायेगा।

सुल्तानगंज में जहाज घाट के निकट रेलवे की 17 एकड़ भूमि को केन्द्र सरकार से लेने का अनुरोध किया जायेगा जिसे बाद में पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जायेगा। गोराडीह प्रखंड में उपलब्ध सरकारी भूमि पर औद्योगिक क्षेत्र का विकास किया जायेगा। इससे उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। भागलपुर में नये ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे का निर्माण किया जायेगा। इससे औद्योगिक विकास एवं पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

सीएम नीतीश कुमार ने केन्द्रीय बजट का किया स्वागत, कहा-बिहार के विकास को और मिलेगी गति

पटना : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा आज शनिवार को पेश किए गए केंद्रीय बजट में बिहार को कई बड़ी सौगात दी गई है। इधर इस बजट को लेकर राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया सामने आने लगी है। विपक्ष जहां इस बजट को पुराना और निराशाजनक बता रहा है। वहीं सत्ता पक्ष द्वारा इसकी सराहना की जा रही है।

इस कड़ी में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केन्द्रीय बजट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि यह बजट सकारात्मक एवं स्वागत योग्य है। केन्द्र सरकार का यह बजट प्रगतिशील एवं भविष्योन्मुखी है। इस बजट के माध्यम से केन्द्र सरकार द्वारा देश के विकास की गति को और बढ़ाने के लिये कई कदम उठाये गये हैं। बजट में बिहार के लिये जो घोषणायें की गयी है, उनसे बिहार के विकास को और गति मिलेगी।

उन्होंने कहा कि मखाना के उत्पादन, प्रसंस्करण, मूल्य संवर्धन और विपणन में सुधार के लिए राज्य में एक मखाना बोर्ड की स्थापना से मखाना किसानों को लाभ मिलेगा। राज्य की भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए बिहार में ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों की सुविधा प्रदान करने से अन्तर्राष्ट्रीय उड़ानों की संख्या बढ़ेगी जिससे यहां के लोगों को काफी फायदा होगा साथ ही राज्य के आर्थिक विकास को गति मिलेगी। मिथिलांचल में पश्चिमी कोसी कैनाल परियोजना के लिए आर्थिक मदद मिलने से यहां के किसानों को फायदा होगा।

सीएम ने कहा कि इस बजट में पटना आईआईटी के विस्तार का प्रावधान किया गया है, इससे तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा। बिहार में राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी, उद्यमिता एवं प्रबंधन संस्थान की स्थापना होने से युवाओं को कौशल, उद्यमिता और रोजगार के अवसर मिलेंगे तथा पूर्वी भारत में खाद्य प्रसंस्करण गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।

वही इनकम टैक्स का स्लैब 12 लाख रुपये तक किये जाने की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सराहना करते हुए कहा कि इनकम टैक्स स्लैब में 12 लाख रूपये तक की छूट मिलने से मध्यमवर्ग को काफी राहत मिली है। किसान क्रेडिट कार्ड पर कर्ज की लिमिट 3 लाख से बढ़ाकर 5 लाख करने से किसानों को इसका लाभ मिलेगा। सूक्ष्म उद्यमों के लिए एम०एस०एम०ई० क्रेडिट गारंटी कवर को 5 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 10 करोड़ रुपये किये जाने से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। बजट में गरीब, युवा, किसानों के हित में कई कदम उठाये गये हैं, यह स्वागत योग्य है।

उन्होंने कहा कि बेहतर बजट पेश करने के लिये मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी और वित्त मंत्री निर्मला सीतामरण जी को धन्यवाद देता हूँ।

कुंभ घटना पर सीएम नीतीश कुमार ने जताया गहरा दुख, बिहार के मृतकों और घायलों के लिए सीएम राहत कोष से अनुग्रह राशि देने का किया एलान

डेस्क : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज महाकुंभ में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना बड़ी संख्या में लोगों की जान गई है, साथ ही लोग घायल हुए है। वहीं इस घटना में बिहार के 11 श्रद्धालुओं की मौत हुई है। इधर इस घटना पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरा दुःख जताया है। साथ ही उन्होंने आज शनिवार को अनुग्रह अनुदान देने का बड़ा ऐलान किया है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि प्रयागराज महाकुंभ में गोपालगंज जिले के 04, औरंगाबाद जिले के 02, पटना जिले के 01, मुजफ्फरपुर जिले के 01, सुपौल जिले के 01, बांका जिले के 01, प॰ चंपारण जिले के 01, कुल 11 श्रद्धालुओं का असामयिक निधन अत्यंत दुःखद है।

उन्होंने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में बिहार के रहने वाले मृतकों के आश्रितों को 02 लाख रू॰ अनुग्रह अनुदान एवं घायल श्रद्धालुओं को 50 हजार रु॰ मुख्यमंत्री राहत कोष से देने का निर्देश दिया है। शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना है। घायल श्रद्धालुओं के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना है।

बिहार पर केन्द्र सरकार मेहरबान : बजट में वित्त मंत्री ने प्रदेश के लिए की कई बड़े एलान, जानिए डिटेल

डेस्क : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज शनिवार को संसद में बजट पेश कर रही हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि भारतीय संस्कृति और पारंपरिक कारीगरी को सम्मान देते हुए, वित्त मंत्री ने क्रीम रंग की साड़ी पहनी है, जो इस बार भी बुनकरों के श्रम और हुनर का प्रतीक है। वित्त मंत्री ने मधुबनी कला को प्रस्तुत करने वाली साड़ी पहनी हैं।

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मधुबनी कला और पद्म पुरस्कार विजेता दुलारी देवी के कौशल को श्रद्धांजलि देने के लिए साड़ी पहन रही हैं। दुलारी देवी 2021 की पद्म श्री पुरस्कार विजेता हैं। जब वित्त मंत्री मिथिला कला संस्थान में क्रेडिट आउटरीच गतिविधि के लिए मधुबनी गईं, तो उनकी मुलाकात दुलारी देवी से हुई और बिहार में मधुबनी कला पर उनके साथ विचारों का सौहार्दपूर्ण आदान-प्रदान हुआ। दुलारी देवी ने वित्त मंत्री को साड़ी भेंट की और बजट के दिन इसे पहनने के लिए कहा था।

वहीं इसबार के बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बिहार के लिए खजाना खोल दिया है। उन्होंने बिहार के लिए कई बड़ी घोषणाएं की है। जिनमें मुख्य रुप से ये शामिल है....

बिहार में मखाना बोर्ड

बिहार में मखाना उत्पादन, प्रसंस्करण, मूल्य संवर्धन और विपणन को बेहतर बनाने के लिए मखाना बोर्ड का गठन किया जाएगा। इस बोर्ड के माध्यम से मखाना व्यवसाय से जुड़े लोगों को FPO (किसान उत्पादक संगठन) के रूप में संगठित किया जाएगा, जिससे मखाना प्रोसेसिंग कंपनियों को लाभ मिलेगा और किसानों को अपनी उपज का बेहतर मूल्य प्राप्त होगा। बिहार सरकार का लक्ष्य मखाना को हर व्यक्ति तक पहुंचाना है। बोर्ड बनने के बाद आधुनिक मशीनों के उपयोग से उत्पादन और प्रसंस्करण को और अधिक बढ़ावा मिलेगा।

पटना IIT का होगा विस्तार

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) पटना की क्षमता को बढ़ाने की योजना बनाई गई है। यह देशभर में IIT के बुनियादी ढांचे के विस्तार का हिस्सा है, जिसके तहत पांच आईआईटी संस्थानों में अतिरिक्त सुविधाएं जोड़ी जाएंगी। इस पहल से 6,500 अतिरिक्त छात्रों को प्रवेश का अवसर मिलेगा, जिससे तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक विकास होगा और अधिक विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।

पटना एयरपोर्ट का विस्तार

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पटना एयरपोर्ट के विस्तार का ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि पटना एयरपोर्ट का विस्तार किया जाएगा।

बिहटा में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का निर्माण

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बिहार के बिहटा में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के निर्माण की घोषणा की है। इसके साथ ही पटना एयरपोर्ट के विस्तार की भी योजना बनाई गई है। ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का निर्माण ऐसी भूमि पर किया जाता है, जहां पहले से कोई ढांचा मौजूद नहीं होता। इसका उद्देश्य मौजूदा हवाई अड्डों पर बढ़ती भीड़ को कम करना और बेहतर हवाई सेवाएं प्रदान करना है।

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फूड टेक्नोलॉजी की शुरुआत

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बिहार में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फूड टेक्नोलॉजी एंटरप्रेन्योरशिप एंड मैनेजमेंट की स्थापना की घोषणा की है। इससे किसानों की आय में वृद्धि होगी, कृषि उत्पादों का मूल्य संवर्धन किया जाएगा और युवाओं को उद्यमिता कौशल एवं रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। यह संस्थान खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

बिहार की दुलारी देवी देवी भेंट की हुई साड़ी पहन बजट पेश कर रही है वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, बिहार को दी यह बड़ा तोहफा

डेस्क : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज शनिवार को संसद में बजट पेश कर रही हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि भारतीय संस्कृति और पारंपरिक कारीगरी को सम्मान देते हुए, वित्त मंत्री ने क्रीम रंग की साड़ी पहनी है, जो इस बार भी बुनकरों के श्रम और हुनर का प्रतीक है। वित्त मंत्री ने मधुबनी कला को प्रस्तुत करने वाली साड़ी पहनी हैं।

दरअसल, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मधुबनी कला और पद्म पुरस्कार विजेता दुलारी देवी के कौशल को श्रद्धांजलि देने के लिए साड़ी पहन रही हैं। दुलारी देवी 2021 की पद्म श्री पुरस्कार विजेता हैं। जब वित्त मंत्री मिथिला कला संस्थान में क्रेडिट आउटरीच गतिविधि के लिए मधुबनी गईं, तो उनकी मुलाकात दुलारी देवी से हुई और बिहार में मधुबनी कला पर उनके साथ विचारों का सौहार्दपूर्ण आदान-प्रदान हुआ। दुलारी देवी ने वित्त मंत्री को साड़ी भेंट की और बजट के दिन इसे पहनने के लिए कहा था।

वहीं आज सुबह 11 बजे जैसे ही वित्त मंत्री ने बजट पेश करने की प्रक्रिया शुरू की विपक्ष के सदस्यों ने भारी हंगामा शुरू कर दिया। हालांकि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्ष को सख्त संदेश दिया कि यह सदन की परम्परा नहीं रही है। बजट भाषण को व्यवधान रहित बनाने में सबका सहयोग होना चाहिए। उन्होंने विपक्ष के सदस्यों को अपनी जगह जाने की अपील की और वित्त मंत्री को बजट पेश करने कहा।

वहीं केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करते हुए कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था सभी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से बढ़ रही है। पिछले 10 वर्षों के हमारे विकास ट्रैक रिकॉर्ड और संरचनात्मक सुधारों ने वैश्विक ध्यान आकर्षित किया है। इस अवधि में भारत की क्षमता और संभावनाओं पर विश्वास और बढ़ा है। हम अगले 5 वर्षों को सबका विकास को साकार करने और सभी क्षेत्रों के संतुलित विकास को प्रोत्साहित करने के एक अनूठे अवसर के रूप में देखते हैं।

उन्होंने बिहार को बड़ा तोहफा देते हुए बिहार में मखाने बोर्ड बनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा, बिहार के मखाने की उत्पादन को लेकर केंद्र सरकार मखाना बोर्ड बनाएगी। बिहार में मखाना बोर्ड बनाया जाएगा। इनको FPO के तहद रखा जाएगा। जिस से मखाना की खेती में लगे लोगों को फायदा होगा और लोगों को इसकी ट्रेनिंग भी दी जाएगी। इससे सीधा फायदा बिहार के उन किसानो को होगा जो मखाने की खेती करते है।

बड़ी खबर : बिहार के 20 जिलों के डीईओ से स्पष्टीकरण की मांग, जानिए क्या है मामला

डेस्क : बिहार के 20 जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारियों पर शिक्षा विभाग की कड़ी नजर है। कार्य में शिथिलता बरतने के आरोप में 20 जिले के डीईओ से स्पष्टीकरण मांगा गया है। इसके लिए उन्हें तीन दिन का समय दिया गया है। मामला यू- डायस प्लस पर विद्यार्थियों के आंकड़ों की प्रविष्टि का है।

दरअसल 28 जनवरी को बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने यू- डायस पर प्रविष्टि की समीक्षा की थी। समीक्षा में पाया गया कि अररिया, औरंगाबाद, नालंदा, कटिहार, गया, भोजपुर, शेखपुरा, पूर्णिया, गोपालगंज, पटना, वैशाली, मुजफ्फरपुर, रोहतास, अरवल, किशनगंज, और जहानाबाद में यू-डायस पर एंट्री की स्थिति राज्य औसत (90.20) से कम है।

वहीं अररिया, कटिहार, गया, पटना, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, नवादा और मधुबनी में 5-5 हजार से अधिक छात्रों के आंकड़े नहीं डाले गए हैं। अररिया, कटिहार, किशनगंज, समस्तीपुर, नवादा, पू. चंपारण, पटना, और मधुबनी में प्रोग्रेशन कार्य 40 से अधिक स्कूलों ने नहीं किया है। राज्य परियोजना निदेशक, बिहार शिक्षा परियोजना योगेन्द्र सिंह ने स्पष्टीकरण मांगा है।

बिहार सरकार ने कर्मचारियों के अवकाश लेने के नियम में किया बदलाव, छुट्टी लेने के लिए अब करना होगा यह काम

डेस्क : बिहार सरकार ने अपने कर्मचारियों के अवकाश लेने के नियम में बड़ा बदलाव किया है। राज्यकर्मियों के लिए छुट्टी की नई व्यवस्था राज्य में लागू की गई है। कर्मियों को अब छुट्टी लेने या मुख्यालय छोड़ने के सात दिन पहले इसकी सूचना देनी होगी। सामान्य प्रशासन विभाग के अवर सचिव सिद्धेश्वर ने इसको लेकर सभी विभाग एवं उसके प्रधान तथा सभी प्रमंडलीय आयुक्त एवं सभी जिलाधिकारियों को इस संबंध में निर्देश जारी किया है।

विभाग के अनुसार छुट्टी अथवा मुख्यालय छोड़ने का आवेदन छुट्टी या मुख्यालय छोड़ने के दो या तीन दिन पहले प्राप्त होते हैं। इसका परिणाम यह होता है कि सक्षम स्तर से इसकी मंजूरी लेने और उससे संबंधित निर्णय की सूचना को जारी करने में विलंब होता है।

विभागीय निर्देश के अनुसार छुट्टी या मुख्यालय छोड़ने की मंजूरी और उससे संबंधित निर्णय को ससमय जारी करने के लिए आवश्यक है कि अत्यंत विशेष परिस्थिति को छोड़कर विभाग को छुट्टी या मुख्यालय छोड़ने के लिए आवेदन किए जाने वाली तिथि से कम से कम सात दिन पहले आवेदन उपलब्ध कराया जाए।

सामान्य प्रशासन विभाग ने हरेक स्तर पर इसका पालन दृढ़तापूर्वक कराने का निर्देश दिया है। जानकारी के अनुसार राज्य में करीब छह लाख सरकारी कर्मी हैं। सामान्य प्रशासन विभाग का यह आदेश उन सभी पर लागू होगा।

आज से शुरु हो रही बिहार बोर्ड इंटर की परीक्षा, 1677 परीक्षा केंद्रों पर 12.92 लाख परीक्षार्थी होंगे शामिल

डेस्क : आज से बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा 2025 का आयोजन शुरू होने जा रहा है। इंटरमीडिएट परीक्षा में इस बार प्रदेश के 1677 परीक्षा केंद्रों पर 12.92 लाख परीक्षार्थी सम्मिलित हो रहे हैं। परीक्षा को लेकर के पटना जिले में 85 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। जहां कुल 75917 विद्यार्थी सम्मिलित होंगे। इसमें छात्राओं की संख्या 37174 है, जबकि छात्रों की संख्या 38743 है। आज पहले दिन प्रथम पाली में बायोलॉजी और फिलॉसफी विषय की परीक्षा आयोजित की जा रही है। जबकि दूसरी पाली में इकोनॉमिक्स विषय की परीक्षा होगी। पहली पाली की परीक्षा सुबह 9:30 बजे से शुरू होगी। वहीं दूसरी पाली की परीक्षा दिन के 2:00 से शुरू होगी।

बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया है कि पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी परीक्षार्थियों को उपलब्ध कराए जाने वाले उत्तर पुस्तिका और ओएमआर उत्तर पत्रक में उनकी फोटो सहित नाम, रोल कोड, रोल नंबर, विषय कोड, विषय का नाम, पंजीयन संख्या, यूनिक आईडी प्रिंटेड रहेगा। यह पहल बीएसईबी की ओर से इसलिए की गई है कि विद्यार्थियों को परीक्षा केंद्र में यह जानकारी भरने में अतिरिक्त समय न खर्च हो।

आनंद किशोर ने बताया कि परीक्षा को सफल, निष्पक्ष और कदाचारमुक्त बनाने के लिए जिलों के जिला पदाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और जिला शिक्षा पदाधिकारी को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रहेगी और असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जिला पदाधिकारी और पुलिस अधीक्षक खुद विभिन्न परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण करेंगे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि केंद्रों के 200 मीटर के दायरे में किसी भी अनधिकृत व्यक्ति का प्रवेश न हो।

परीक्षार्थियों को परीक्षा शुरू होने से आधे घंटे पहले परीक्षा केंद्र में प्रवेश कर जाना अनिवार्य है। अगर कोई पहली पाली में 9:00 बजे और द्वितीय पाली में 1:30 बजे के बाद दीवार फांदकर परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने की कोशिश करते हैं तो समिति उन्हें 2 साल के लिए बोर्ड की परीक्षाओं से वंचित कर देगा।