धनबाद के गोल्डन पहाड़ी के ग्रामीणों ने बीसीसीएल की आउटसोर्सिंग कंपनी के खिलाफ विरोध जताया है. खबर से जानिए क्या है पूरा मामला


धनबाद : बीसीसीएल की लोदना एरिया 10 के अलकडीहा ओपी क्षेत्र में संचालित एटी देव प्रभा आउटसोर्सिंग कंपनी पर मनमाने तरीके से ओबी डंप का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को गोल्डन पहाड़ी के ग्रामीणों जमकर विरोध प्रदर्शन किया है. ग्रामीणों ने ओबी डंप करने आए वाहनों को रोक दिया. इसे लेकर आउटसोर्सिंग कंपनी के लोगों और ग्रामीणों के बीच नोक-झोंक भी हुई. सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को शांत कराया. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि काम रोके जाने के बाद आउटसोर्सिंग कंपनी ने गुर्गों के माध्यम से फायरिंग और बमबाजी करायी है.

मारपीट, गोलीबारी और बमबाजी का आरोप लगाया

स्थानीय महिलाओं ने आरोप लगाया कि कंपनी के गुर्गों द्वारा लोगों के साथ मारपीट की गई है. साथ ही गोलीबारी और बमबाजी की घटना को अंजाम दिया गया है. महिलाओं ने बताया कि ओबी डंपिंग का विरोध करने पर हमें डराने की कोशिश की जा रही है, लेकिन हम लोग डरने वाले नहीं हैं. हर हाल में हम कंपनी की इस नीति का विरोध करेंगे.

ग्रामीणों ने ओबी डंप का किया विरोध

इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि आबादी वाले इलाके में घरों के पास ओबी गिराया जा रहा है. हम ऐसा नहीं करने देंगे. जब तक ओबी डंप करना बंद नहीं किया जाएगा, तब तक हम विरोध करते रहेंगे. वहीं स्थानीय महिला रजनी देवी ने कहा कि आउटसोर्सिंग कंपनी के दो वाहन आए थे. जिसमें कंपनी के गुर्गे सवार थे. हम लोगों को यहां बसाया गया है. हम यहां से कही जाने वाले नहीं हैं.

फिलहाल स्थिति नियंत्रण मेंः एसडीपीओ

वहीं इस संबंध में सिंदरी एसडीपीओ आशुतोष कुमार सत्यम ने कहा कि गोलीबारी और बमबाजी की घटना नहीं हुई है. ग्रामीण और कंपनी के लोगों के बीच हल्की नोक-झोंक हुई है. मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला शांत करा लिया है. फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है.

ओबी डंपिंग के विरोध में ग्रामीणों ने किया विरोध प्रदर्शन,ग्रामीणों ने आउटसोर्सिंग कंपनी पर गोली चालन का लगाया आरोप

झरिया :लोदना एरिया 10 के साउथ तिसरा गोल्डन पहाड़ी बेल धौड़ा के समीप शुक्रवार को ओबी डंपिंग को लेकर ग्रामीण एवं आउटसोर्सिंग समर्थकों के बीच झड़प हो गई। इस दौरान ग्रामीण महिला ,पुरुष एकजुट होकर निजी जमीन पर ओबी डंप करने का पुरजोर विरोध करते हुए आउटसोर्सिंग व बीसीसीएल प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया। 

ओबी डंप रोकने का खबर सुनकर आउटसोर्सिंग समर्थक उक्त स्थल पहुच गये। दोनों तरफ तू तू मॆ मॆ होने के साथ विवाद बढते गया। ग्रामीणो ने आरोप लगाया कि ओबी डंप का विरोध करने पर आउटसोर्सिंग समर्थक द्वारा कई चक्र गोली चलाया गया। जिसे देखते हुए ग्रामीण ने जान देंगे पर जमीन नहीं देंगे का नारा लगाते हुए आउटसोर्सिंग ओबी डंप का विरोध में आंदोलन तेज कर दिया। जहां उग्र ग्रामीणों को देख आउटसोर्सिंग समर्थक वहां से खिसक गये। 

घटना की सूचना पाकर तिसरा पुलिस एवं अलकडीहा पुलिस पहुंच किसी तरह मामले को शांत कराया। क्षेत्र में चर्चा है कि आउटसोर्सिंग समर्थकों की ओर से गोली चलाई गई है लेकिन अलकडीहा ओपी प्रभारी ए रौशन का कहना है कि गोली नहीं चली है अफ़वाह उड़ाया गया है।

घटित घटना से गोल्डन पहाड़ी के ग्रामीणों में काफी आक्रोश देखा गया लोगों का कहना है कि जब तक सुरक्षित स्थान पर पुनर्वास नहीं होता है किसी भी हाल में ओबी डंपिंग नहीं होने देगे। 

विरोध प्रदर्शन करने वालों में अनुज सिंह,ललिता देवी, रेखा देवी,सपना देवी, पूजा देवी, रोशन खातून, लक्ष्मी देवी, बरसा भुइयां, विनय पासवान, चंदन आदि शामिल थे। समाचार लिखे जाने ओबी डंपिंग बंद था।

हजारीबाग में "हजारीबाग की विरासत" पर सेमिनार आयोजित, जिले की ऐतिहासिक विरासत पर चर्चा हुई।

हजारीबाग:- शुक्रवार को जिला जनसंपर्क कार्यालय द्वारा मौलाना अबुल कलाम आजाद इनडोर स्टेडियम, हजारीबाग में “हजारीबाग की विरासत” थीम पर आधारित एक सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार में हजारीबाग के पत्रकार और प्रबुद्धजन शामिल हुए। कार्यक्रम की शुरुआत उपायुक्त हजारीबाग श्रीमती नैंसी सहाय, श्री आनंद, डॉ. शत्रुघ्न पांडे, श्री शुभाशीष दास और श्री बुलू इमाम द्वारा दीप प्रज्वलित कर की गई।

मुख्य अतिथि श्रीमती नैंसी सहाय ने अपने संबोधन में कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से हजारीबाग की ऐतिहासिक विरासत और संस्कृति को समझने का अवसर मिला है। उन्होंने पत्रकारों से उम्मीद जताई कि वे हजारीबाग की सभ्यता और संस्कृति से जुड़ी जानकारियों को आम लोगों तक पहुंचाने के लिए प्रयासरत रहेंगे।

उपनिदेशक, जनसंपर्क श्री आनंद ने सेमिनार के विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हजारीबाग में प्राचीन सभ्यता के कई महत्वपूर्ण पहलू मौजूद हैं, जिनका अध्ययन कर सभ्यता के विकास की व्याख्या की जा सकती है।

पद्मश्री बुलू इमाम ने हजारीबाग क्षेत्र के पुरातात्विक स्थलों पर विस्तार से चर्चा करते हुए बताया कि यह इलाका बौद्ध धर्म का प्रमुख केंद्र रहा है। उन्होंने हजारीबाग की पुरानी धरोहरों के संरक्षण पर बल दिया।

शुभाशीष दास ने मेगालिथ पर अपने शोधों का उल्लेख करते हुए कहा कि दुनिया भर में मेगालिथ को धरोहर के रूप में महत्व दिया गया है, लेकिन झारखंड में इनकी जानकारी का अभाव है।

संत कोलंबस कॉलेज के प्राध्यापक डॉ. शत्रुघ्न कुमार पांडे ने हजारीबाग के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान को रेखांकित करते हुए कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस को हजारीबाग जेल में नजरबंद करने की योजना थी, जो बाद में स्थगित कर दी गई।

सभा के बाद, एक ओपन सेशन आयोजित किया गया, जिसमें पत्रकारों ने अपने विचार साझा किए। जिला जनसंपर्क अधिकारी रोहित कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए बताया कि इस सेमिनार में प्रस्तुत वक्तव्यों को पुस्तिका के रूप में प्रकाशित किया जाएगा।

सेवानिवृत्त जिला कल्याण पदाधिकारी सुभाष कुमार को दी गई विदाई।


सेवानिवृत्त जिला कल्याण पदाधिकरी सुभाष कुमार को शुक्रवार को समाहरणालय सभागार में भावभीनी विदाई दी गई। समाहरणालय में आयोजित विदाई समारोह में उपायुक्त नैंसी सहाय, डीडीसी इश्तियाक अहमद सहित कई पदाधिकारियों ने सेवानिवृत्त जिला कल्याण पदाधिकारी श्री सुभाष कुमार को उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए विदाई दी।

 इस अवसर पर उपायुक्त श्रीमती नैंसी सहाय ने कहा कि मैं जिला कल्याण पदाधिकारी को और उनके परिवार के उज्ज्वल भविष्य की कामना करती हूँ। इन्होंने दो साल से ज्यादा समय से हज़ारीबाग में अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी निष्ठा व लगन से किया है। चुनाव के समय भी इनका दायित्य बहुत ही महत्वपूर्ण रहा है। 

इनका कार्य कल्याण विभाग के दायित्वों के अनुरूप बड़ा चैलेजिंग रहता है जिसे इन्होंने बखूबी निभाया है। वंही डीडीसी इश्तियाक अहमद ने जिला कल्याण पदाधिकारी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इन्होंने पहले भी मेरे साथ काम किया है। बडी शालीनता के साथ समन्वय बनाते हुए अपने काम को करते हैं। कार्यालय और कार्यालय के बाहर भी इनका व्यवहार अच्छा रहता है। कार्यक्रम में कई पदाधिकारियों ने भी जिला कल्याण पदाधिकारी सुभाष कुमार के साथ किये कार्यो के अनुभव को साझा किया। 

इस अवसर पर उपायुक्त नैंसी सहाय के अलावे, डीडीसी इश्तियाक अहमद, डीपीओ पंकज तिवारी, सदर एसडीओ राजकिशोर प्रसाद सहित कई पदाधिकारी व कर्मी उपस्थित रहे।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को लगातार देश का 8वा बजट पेश करेंगी, जाने रांची की जनता की कितनी है अपेक्षाएं


झारखंड चैंबर के अध्यक्ष ने केंद्रीय बजट को लेकर दी प्रतिक्रिया, झारखंड को मिलना चाहिए विशेष पैकेज

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को वित्तीय वर्ष 2025-26 का केंद्रीय बजट पेश करेंगी। इस वर्ष निर्मला सीतारमण लगातार 8वां बजट पेश करने का रिकॉर्ड बनाएंगी। उम्मीद है कि आम बजट में कमजोर पड़ती आर्थिक वृद्धि को सहारा देने तथा महंगाई और स्थिर वेतन वृद्धि से जूझ रहे मध्यम वर्ग को राहत देने के उपाय किए जाएंगे। इसके साथ ही सीतारमण पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई द्वारा अलग-अलग समयावधि में पेश किए गए 10 बजटों के रिकॉर्ड के करीब पहुंच जाएंगी। 

वर्ष 2025-26 के बजट में झारखंड के लिए ज्यादा से ज्यादा प्रावधान करने की लगातार मांग हो रही है। व्यवसायियों के शीर्ष संगठन चैंबर ऑफ कॉमर्स ने झारखंड के लिए विशेष पैकेज के साथ ही सोलर प्लांट लगाने जैसे कई सुझाव दिए हैं ताकि रोजगार के साथ-साथ राज्य का तेजी से विकास हो सके।

इस बार के बजट से हर सेक्टर की बड़ी उम्मीदें टिकी हुई हैं, इस बजट की घोषणाओं से भविष्य में राष्ट्र किन दिशाओं में आगे बढ़ेगा, उसकी मंशा एवं दिशा अवश्य स्पष्ट होगी। टैक्सपेयर्स भी इस बार वित्तमंत्री से इनकम टैक्स में राहत देने की उम्मीद कर रहा है। मिडिल-क्लास और वेतनभोगियों को भी राहत की उम्मीद है। आम आदमी बढ़ती महंगाई, बेरोज़गारी और घटती खपत के बीच कुछ राहत की उम्मीद लगा रहा है। पूरे देश में डीजल और पेट्रोल को एक करने की बात भी कर रहे है। वित्त मंत्री से उम्मीद की जा रही है कि वे आयकर और GST स्लैब में बदलाव करेंगी, जिससे वेतनभोगियों एवं करदाताओं को राहत मिलेगी।

संभावना है कि इस बजट में समावेशी विकास, वंचितों को वरीयता, बुनियादी ढांचे में निवेश, क्षमता विस्तार, हरित विकास, महिलाओं एवं युवाओं की भागीदारी, मोदी की गारंटियों पर बल दिया जायेगा। इंफ्रास्ट्रक्चर, मैन्युफैक्चरिंग, डिजिटल और सामाजिक विकास की दृष्टि से देश को आत्मनिर्भर बनाने की रफ्तार को भी गति दी जायेगी। यह बजट देश को न केवल विकसित देशों में बल्कि इसकी अर्थव्यवस्था को विश्व स्तर पर तीसरे स्थान दिलाने के संकल्प को बल देने में सहायक बनेगा।

झारखंड सरकार के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के आदेश के अनुसार अब शिक्षकों को लेना होगा 50 घंटे का प्रशिक्षण


झा. डेस्क 

झारखंड के सरकारी शिक्षकों के लिए सरकार की ओर से नया आदेश पारित किया गया है.अब राज्य में सभी शिक्षकों के लिए 50 घंटे का अनिवार्य प्रशिक्षण लागू हो गया है। मुख्य सचिव अलका तिवारी के निर्देश पर स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने प्रशिक्षण का माड्यूल तैयार किया है।

प्रशिक्षण का कैलेंडर तैयार किया गया

विभाग द्वारा प्रशिक्षण का कैलेंडर भी तैयार किया गया है। विभागीय सचिव उमाशंकर सिंह ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों और जिला शिक्षा अधीक्षकों को पत्र भेजकर प्रशिक्षण माड्यूल तथा कैलेंडर के अनुसार, शिक्षकों का प्रशिक्षण सुनिश्चित करने को कहा है।

संथाल परगना से शुरु होगी प्रशिक्षण

माड्यूल के तहत शिक्षकों का प्रशिक्षण एक फरवरी से संताल परगना प्रमंडल के जिलों से शुरू होगा। 50 घंटे के अनिवार्य प्रशिक्षण में 24 घंटे का ऑनलाइन प्रशिक्षण जे गुरुजी ऐप के माध्यम से होगा।

जे गुरुजी ऐप पर मिलेगा प्रमाणपत्र

प्रशिक्षण खत्म होने के बाद शिक्षकों का आवश्यकता आधारित मूल्यांकन भी होगा ताकि आवश्यकता पड़ने पर शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण भी प्रदान किया जा सके। प्रशिक्षण पूरा करने के बाद शिक्षकों को प्रमाणपत्र भी जे गुरुजी ऐप के माध्यम से ऑनलाइन मिलेगा।

बड़कागांव प्रखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मॉडल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का विधायक रोशन लाल ने किया शिलान्यास

बड़कागांव: प्रखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मॉडल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवन का निर्माण डीएमएफटी फंड से 4.95 करोड़ की लागत से बनना है। जिसके लिए शिलान्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। शिलान्यास कार्यक्रम के पूर्व ग्रामीणों ने विधायक को ढोल नगाड़े व फूल माला पहनकर स्वागत किया। 

तत्पश्चात नारियल फोड़ कर शिलान्यास किया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में सभा का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता भाजपा पश्चिमी मंडल अध्यक्ष आदित्य साहू सोनी व संचालन भाजपा नेता किशोर राणा ने किया। 

शिलान्यास समारोह में बड़कागांव विधायक रोशन लाल चौधरी ने कहा कि बड़कागांव प्रखंड सहित आसपास के लोगों को बड़कागांव में बेहतर इलाज नहीं हो पता था और उन्हें हजारीबाग या अन्य शहर रेफर कर दिया जाता था। 

इस कमी को पूरा करने के लिए बड़कागांव में मॉडल समुदाय स्वास्थ्य केंद्र भवन का निर्माण कराया जा रहा है जिससे बड़कागांव प्रखंड सहित आसपास के ग्रामीणों को अब बेहतर चिकित्सा सुविधा बड़कागांव में ही उपलब्ध हो जाएगा और उन्हें शहरों की ओर जाना नहीं पड़ेगा। 

 मौके पर मुख्य रूप से जिला परिषद सदस्य याशमीन निशा, चिकित्सा प्रभारी डॉ. अविनाश कुमार, मुखिया संघ प्रखंड अध्यक्ष रंजीत कुमार, केंद्रीय सदस्य संदीप कुशवाहा, पूर्व जीप सदस्य टुकेश्वर प्रसाद, उपेंद्र कुमार, गिरेंद्र प्रसाद,दमोदर प्रसाद मेहता,संवेदक कुलदीप कुशवाहा सहित दर्जनों की संख्या में महिला पुरुष उपस्थित थे।

हजारीबाग में हाथियों का आतंक, एक व्यक्ति को पटककर मार डाला

हजारीबाग जिले के सदर प्रखंड में हाथियों के झुंड ने एक किसान को पटककर मार डाला। यह घटना बहेरी पंचायत के चानों गांव में रात करीब 12:30 बजे हुई। ग्रामीणों ने तुरंत इसकी सूचना मुफस्सिल थाना को दी। मुफस्सिल थाना प्रभारी ने अपनी तत्परता दिखाते हुए घटनास्थल पर पहुंचकर पूरे मामले को देखा। मृतक की पहचान 56 वर्षीय छोटू महतो के रूप में हुई है।

 पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज हजारीबाग अस्पताल भेज दिया है। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम भी अपनी तात्पर्य दिखाते हुए गांव पहुंची है और पूरे मामले को देखा और समझने का प्रयास किया।

 वन विभाग के और से मृतक के पत्नी को आर्थिक सहयोग के रूप में 25000 हजार दिया गया। वन विभाग के अधिकारियों ने बतलाए कि जो भी मुआवजा से संबंधित प्रावधान होगा। वह पूरा दिया जाएगा। वन विभाग के अधिकारियों ने आश्वासन दिया गया जल्द से जल्द मुआवजा दिया जाएगा।

अपने घर में सो रहे थे छोटू महतो , हाथियों ने कर दिया हमला

बहेरी पंचायत के मुखिया पवन कुमार यादव और स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि छोटू महतो अपने घर में रहते थे , क्योंकि वह पर रह कर सीजनल खेती करते थे। 

गुरुवार की रात भी वह अपनी पत्नी के साथ खेत में बने घर में ठहरे हुए थे। रात करीब 12:30 बजे हाथियों का झुंड छोटू महतो के खेत में घुस आया और घर को तोड़ दिया। छोटू महतो घर से निकलने का प्रयास किया तो दो हाथी ने उन्हें सूंड से पकड़कर घर से 60 से 70 मीटर दूर ले जाकर जमीन पर पटक दिया, जिससे उनकी मौत मौके पर ही हो गयी। वहीं, उनकी पत्नी ने चौकी नीचे छिपकर अपनी जान बचाई। और वहां से निकली।

गांव में दहशत

मुखिया और स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि हाथियों का झुंड पिछले एक हफ्ते से गांव में आतंक मचा रहा है। कई बार वन विभाग को सूचना दी गई, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। किसानों की फसल को भी भारी नुकसान हुआ है। ग्रामीणों ने वन विभाग से हाथियों को भगाने और किसानों को मुआवजा देने की मांग की है। छोटू महतो के परिवार वालों का रो-रो कर बुरा हाल है। जैसे इसकी सूचना गांव वालों का पहुंचा तो गांव वालों ने बतलाया कि छोटू महतो मिलनसार व्यक्ति था। उनके जाने से हम लोग को काफी दुख हो रहा है। अंतिम संस्कार चानो शमशान घाट पर किया गया।

वरीय पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार सरस्वती पूजा को मद्देनजर रखते हुए शांति समिति की हुई बैठक

धनबाद- वरीय पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार गोविंदपुर थाना पतिसर में पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय (1) शंकर कामती महोदय द्वारा आगामी सरस्वती पूजा त्यौहार को मद्देनजर रखते हुए शांति समिति की बैठक आयोजित की गई!

पुलिस उपाधीक्षक द्वारा क्षेत्र के सभी सरस्वती पूजा समिति को मूर्ति विसर्जन के लिए मुख्य दिशा निर्देश दिया गया तथा डीजे बजाने पर प्रतिबंध लगाते हुए अश्लील व भड़काऊ गानों पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाने की बात कही गई, निर्देश का उल्लंघन करने वाले पूजा समिति के सदस्यों के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी!

डीएसपी ने कहा कि सरस्वती पूजा शांति, बुद्धि व विवेक का त्यौहार है जिसकारण समाज के सभी वर्ग और धर्म के लोग सरस्वती पूजा को लेकर विशेष आस्था व श्रद्धा का भाव रखते हैँ, ऐसे में जरूरी है कि इस पवित्र त्यौहार की गरिमा को कायम रखा जाये!

शांति समिति की बैठक के उपरांत डीएसपी ने गोविंदपुर थाना में पदस्थ सभी पुलिस पदाधिकारियों के साथ लंबित कांडों की समीक्षा की। बैठक के दौरान महोदय ने सभी दर्ज कांड के अनुसन्धान में तेजी लाने के साथ सभी मामलों के त्वरित निष्पादन हेतु दिशा निर्देश भी दिया। महिला व बाल सुरक्षा को लेकर सभी पुलिस पदाधिकारियों को अति गंभीर रहने को कहा गया!

इसके साथ ही सभी पुलिस पदाधिकारियों को अपने गश्ति एवं ड्यूटी के दौरान क्षेत्र में भ्रमणशील रहते हुए चोरी, छिनतई, मोटर साइकिल चोरी तथा अवैध शराब बिक्री, मादक पदार्थों की बिक्री एवं तस्करी के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश भी दिया!

यातायात नियम अपनाए, आइए सुरक्षित झारखंड बनाए" थीम पर राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सेमिनार का आयोजन

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : राज्य परिवहन विभाग के तत्वावधान में राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के तहत 1 जनवरी से राज्य के अलग-अलग जगह संस्थान एवं स्कूलों में सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता फैलाई गई। आज इसका समापन समारोह में राज्य परिवहन मंत्री दीपक बिरुआ, विभागीय सचिव सहित कई अधिकारी मौजूद रहे। सड़क सुरक्षा नियमों के प्रति आमजनों को जागरूक करने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम आयोजित किया गया।

मौके पर परिवहन विभाग के सचिव कृपानंद झा ने झारखंड में होनेवाले सड़क दुघर्टना में कमी होने की बात पर जोर दी। वही उन्होंने कहा पिछले कई सालों में झारखंड के साथ देश के सड़कों की हालत में भी सुधार आया है। 

इस सेमिनार में ड्राइविंग लाइसेंस पर भी जोड़ देते हुए ड्राइविंग लाइसेंस लेने वालों को जागरूक करने और जानकारी देने की बात कही गई। अभी ज्यादातर देखा गया है कि सड़क पर पैदल चलने वाले और दो पहिया वाहन का सड़क दुर्घटना जाता होता जिसे लेकर सुझाव दिया गया कि ग्रामीण और पंचायत स्तर पर जागरूक करने की आवश्यकता है।झारखंड में प्रतिदिन एक्सीडेंट 12 होते हैं। वही इस सेमिनार में एक परवाह पर जोर दिया गया जहां ज्यादातर देखा गया है कि सड़क दुर्घटना में मृत्यु दर की संख्या से ज्यादा अपेक्षा घायल व्यक्ति की जान बचाने की है।

परिवहन मंत्री दीपक बिरुआ ने कहा कि सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों के पालन करने संबंधित बातों को बच्चों के सिलेबस में शामिल किया जाएगा। साथ ही एमवीआई जल्दबाजी में किसी को लाइसेंस न दें। इस बात का ख्याल रखा जाए। क्योंकि ऐसा होने पर सड़क दुर्घटना में बढ़ोतरी होती है।