एमजीएम पीजी कॉलेज संभल में उर्दू अध्ययन एवं शोध विभाग द्वारा प्रोफेसर आबिद हुसैन हैदरी की पुस्तक
संभल में उर्दू की सांस्कृतिक एवं साहित्यिक परंपरा का विमोचन समारोह आयोजित किया गया।इस समारोह की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर डॉ योगेंद्र सिंह ने की।उर्दू विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ रियाज अनवर ने पुस्तक की विषय वस्तु की समीक्षा करते हुए कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मीर शाह हुसैन आरिफ ने प्रोफेसर हैदरी की पुस्तक को संभल की साहित्यिक परंपरा का अहम दस्तावेज बताया।
बदर जमाल साहिल ने कहा कि प्रोफेसर आबिद का व्यक्तित्व और कृतित्व बेमिसाल है।सैयद हुसैन अफसर ने नज़्म के माध्यम से अपने विचारों की अभिव्यक्ति की। श्री ताहिर सलामी ने पुस्तक को अदबी परंपरा में मील का पत्थर बताया।अंग्रेजी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ मोहम्मद अहमद ने पुस्तक की भाषागत विशेषताओं का विश्लेषण किया।हिंदी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर फहीम अहमद ने पुस्तक को हिंदी और उर्दू भाषा के मध्य एक पुल जोड़ने वाली तथा भारत की साझा विरासत को आगे बढ़ाने वाली पुस्तक बताया। विशिष्ट अतिथि डॉक्टर नसीममुजफ्फर ने इस पुस्तक को साहित्य जगत में एक अहम कारनामा बताया ।
डॉक्टर किश्वर जहां जैदी,गौरी शंकर चौधरी, सुल्तान मोहम्मद खां कलीम,मुशीर खान तरीन ने भी अपने विचार प्रकट किए।मुख्य वक्ता डा राशिद अज़ीज़ ने पुस्तक में संभल की सांस्कृतिक एवं साहित्यिक परंपरा का गहन विश्लेषण किया।मुख्य अतिथि डॉक्टर डी एन शर्मा ने इस पुस्तक को हिंदी की अमूल्य निधि बताया। कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रो डॉ योगेंद्र सिंह ने कहा कि यह पुस्तक शोध छात्रों के साथ आम लोगों के लिए भी उपयोगी होगी।
कार्यक्रम का संचालन शफीकुर्रहमान बरकाती ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर नावेद अहमद खान ने किया। इस कार्यक्रम में तौफीक आज़ाद एडवोकेट कदीर जाफर अखलाक हुसैन हकीम बुरहान संभली डॉक्टर यूनुस खान पेकर संभली सहित महाविद्यालय के समस्त शिक्षक शिक्षिकाएं छात्र-छात्राएं तथा अन्य गणमान्य नागरिक भी उपस्थित रहे।
Jan 30 2025, 19:21