कांग्रेस ने राजधानी के शेष 4 वार्डों में अपने प्रत्याशियों का किया ऐलान, इधर 3 बार के पूर्व पार्षद समीर अख़्तर ने आम आदमी पार्टी में किया प्रवेश

रायपुर-  छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है वैसे-वैसे कई सीटों पर सियासी हलचल तेज हो रही है। आज रायपुर से पूर्व कांग्रेसी और 3 बार के रायपुर से पार्षद रह चुके समीर अख्तर ने आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया है। आम आदमी पार्टी ने उन्हें रायपुर नगर निगम के वार्ड 62 से अधिकृत प्रत्याशी रमीज अलियाज की जगह पार्टी का प्रत्याशी बनाया है। वहीं 70 वार्डों में से 66 वार्डों में अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर चुकी कांग्रेस ने बाकी के 4 वार्डों में अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। इन प्रत्याशियों में महापौर एजाज ढेबर की पत्नी अरजुमन ढेबर का नाम भी शामिल है।

बता दें कि आम आदमी पार्टी ने समीर अख़्तर को वार्ड 62 शहीद राजीव पांडेय वार्ड से अपना प्रत्याशी घोषित किया है। जहां से अख्तर कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़कर 3 बार के पार्षद रह चुके हैं और एमआईसी सदस्य भी रहे हैं।

आज ही शहीद हेमू कालाणी वार्ड के पार्षद बंटी होरा के बाद समीर अख़्तर ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया। आम आदमी पार्टी का प्रत्याशी घोषित किये जाने के बाद आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने कांग्रेस के शहर और ब्लॉक अध्यक्ष पर भी आक्रोश व्यक्त किया। समीर अख़्तर ने कहा कि बेईमान नेताओं को टिकट देने से कांग्रेस को नुकसान होगा और पार्टी अपनी रीति-नीति से नहीं, बल्कि चंद नेताओं के कारण हारी है। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस में पैर छूने और लेन-देन की परंपरा की बात की और कहा कि ईमानदारी से पार्टी का झंडा उठाने वाले कार्यकर्ताओं के साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया जा रहा था।

आम आदमी पार्टी में प्रवेश को लेकर समीर अख्तर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के साथ ईमानदारी से काम करने के बावजूद मुझे महत्व नहीं दिया गया। मैं आम आदमी पार्टी की विचारधारा से प्रभावित हूँ और अब आम आदमी पार्टी के साथ ईमानदारी से काम करूंगा।

कांग्रेस ने इन वार्डों में अपने प्रत्याशियों का किया ऐलान

वार्ड 45 मौलाना अब्दुल रउफ वार्ड से अरजुमन ढेबर, 47 मदर टेरेसा वार्ड से ताराचंद यादव, 52 डॉ. राजेंद्र प्रसाद वार्ड से रामकुमार साहू और वार्ड 56 लें. अरविंद दीक्षित वार्ड से सुरजीत साहू को पार्षद का टिकट दिया है। पार्टी सूत्रों का कहना है इन वार्डों में जिन्हें टिकट दिया जा रहा है, उनके नाम को लेकर बड़ी बगावत हो सकती थी, जिसके चलते काफी सोच विचार कर इन नामों पर मुहर लगाई गई है।

CGMSC घोटाला : मोक्षित कॉरपोरेशन के डायरेक्टर शशांक की बढ़ी मुश्किलें, कोर्ट ने 7 दिनों की पुलिस रिमांड पर भेजा
रायपुर- CGMSC स्कैम मामले में ACB/EOW ने मोक्षित कॉरपोरेशन कंपनी के डायरेक्टर शशांक चोपड़ा को गिरफ्तार कर आज एसीबी की विशेष कोर्ट में पेश किया. मामले में सुनवाई करते हुए कोर्ट ने आरोपी को 7 दिनों की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. ACB/EOW 4 फरवरी तक आरोपी से (PR) रिमांड में पूछताछ करेगी. अब चार फरवरी को वापस कोर्ट में पेश किया जाएगा.
निकाय चुनाव 2025 : EVM के बारे में मतदाताओं की जिज्ञासाओं को शांत करने हर वार्ड में लगेगी प्रदर्शनी…

रायपुर-  नगरीय निकाय चुनाव में इस बार इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) का इस्तेमाल किया जाएगा. ईवीएम को लेकर मतदाताओं में मन में तमाम जिज्ञासाओं को शांत करने के उद्देश्य से राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से निकाय क्षेत्र के हर वार्ड में प्रदर्शन और जानकारी केंद्र बनाने के साथ नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा. 

जानकारी के अनुसार, प्रत्येक प्रदर्शन केन्द्र में मास्टर ट्रेनर की ड्यूटी लगाई जाएगी, जो ईवीएम के संचालन एवं मतदान प्रक्रिया के संबंध में विस्तृत जानकारी आम नागरिकों को डिमोंस्ट्रेट करके बताएंगे, साथ ही उनकी शंकाओं का निराकरण करेंगे.

नाम वापसी की तिथि से मतदान के दो दिवस पूर्व तक ईवीएम का प्रदर्शन किया जाए, जिसमें डमी मतपत्र प्रयोग किया जाएगा. डमी मतपत्र में निर्वाचन लड़ने वाले अभ्यर्थियों की संख्या समान हो सकती है, लेकिन निर्वाचन लड़ने वाले अभ्यर्थियों के नाम एवं प्रतीक डमी मतपत्र में मुद्रित नहीं होंगे. इसके अलावा प्रत्येक जिले में चुनाव नियम और ईवीएम डेमो के लिए मीडिया वर्कशॉप का भी आयोजन किया जाएगा.

जवानों को मिली बड़ी सफलता, 7 महिला समेत 29 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

नारायणपुर-   जवानों को माड़ बचाओ अभियान के तहत बड़ी सफलता मिली है. नक्सल क्रुर विचारधारा से तंग आकर 29 नक्सलियों ने आज नारायणपुर पुलिस अधिक्षक प्रभात कुमार के समक्ष आत्मसमर्पण किया. इनमें 22 पुरुष और 7 महिलाएं शामिल हैं. ये सभी नक्सली कुतुल एरिया कमेटी के सदस्य थे. 

कोडलियार में नए पुलिस कैंप खुलने का बड़ा असर देखने को मिल रहा है. आत्मसमर्पित माओवादियों ने कहा कि संगठन में बढ़ते मतभेद, विचारधारा से मोहभंग और अंदरूनी शोषण के कारण वे अब सामान्य जीवन जीना चाहते हैं. पुलिस और प्रशासन की पुनर्वास नीति ने उन्हें एक नई उम्मीद दी है.

नारायणपुर एसपी प्रभात कुमार (भा.पु.से.) ने बताया गया कि शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित हुए है. इन्होंने खुद की भलाई के लिए सोचा है और ‘‘माड़ बचाओ अभियान” ने उन्हें अब एक नई आस दी है. माओवादी की विचारधारा में भटके नक्सलियों को उनके घर वाले भी वापस लाना चाहते है. हम सभी नक्सली भाई-बहनों से अपील करते हैं कि अब समय माड़ को वापस उसके मूलवासियों सौंप देने का है. जहां वे निर्भीक रूप से सामान्य जीवन व्यतीत कर सके. 

आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के नाम 

1. डीली वड़दा पिता बंगा उम्रग 25 वर्ष जाति माड़िया निवासी गट्टाकाल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर (छ0ग0) पद- मिलिशिया सदस्या.
2. बटरी बड़दा पिता स्व. दुग्गा उम्र 25 वर्ष जाति माड़िया निवासी गट्टाकाल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- मिलिशिया सदस्या.
3. मड़िको वड़दा पता स्व. मालू उम्र 24 वर्ष जाति माड़िया निवासी गट्टाकाल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- मिलिशिया सदस्या.
4. सोनारी वड़दा पिता कोसा वड़दा उम्र 22 वर्ष जाति माड़िया निवासी भटनार थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर (छ0ग0) पद- मिलिशिया सदस्या.
5. कमली वड़दा पिता चैतूराम उम्र 24 वर्ष जाति माड़िया निवासी भटनार थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- मिलिशिया सदस्या.
6 . मिडको मण्डावी पिता बोदा उम्र 17 वर्ष जाति माड़िया निवासी गट्टाकाल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर (छ0ग0) पद- मिलिशिया सदस्य.
7 . मुन्ना वड़दा पिता सुखराम जाति माड़िया निवासी बटनार थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर (छ0ग0) पद- मिलिशिया सदस्य.
8. मंगू राम वड़दा पिता मासाराम वड़दा उम्र 19 वर्ष जाति माड़िया निवासी ग्राम गट्टाकाल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- मिलिशिया सदस्य.
9. बुधराम वड़दा पिता स्व. सुखराम उम्र 39 वर्ष जाति माड़िया निवासी गट्टाकाल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- जनताना सरकार अध्यक्ष दवाई शाखा अध्यक्ष.
10. रामाराम वड़दा पिता स्व. धोबा जाति माड़िया निवासी गट्टाकाल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- कृषि शाखा सदस्य.
11. मनकू कुहड़ाम पिता रामलाल जाति माड़िया निवासी बटनार थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- पंचायत सरकार सदस्य.
12. इरपा वड़दा पिता स्व. धोबा जाति माड़िया निवासी गट्टाकाल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- पंचायत सरकार अध्यक्ष.
13. कारिया वड़दा पिता स्व. मसिया वड़दा जाति माड़िया निवासी बटनार थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- पंचायत सरकार कृषि शाखा सदस्य.
14. सुकमन कोवाची पिता रामनाथ उर्फ रामू उम्र 23 वर्ष जाति माड़िया निवासी गट्टाकाल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- पंचायत सीएनएम सदस्य.
15. पवन वड़दा पिता लमड़ी उम्र 22 वर्ष जाति माड़िया निवासी गट्टाकाल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- मिलिशिया सदस्य.
16. मनी कोवाची पिता स्व. बलदेव कोवाची जाति माड़िया निवासी गट्टाकाल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- मिलिशिया सदस्य.
17. धरम मण्डावी पिता स्व. मंगल मण्डावी उम्र 34 वर्ष जाति माड़िया निवासी गट्टाकाल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- मिलिशिया सदस्य.
18. रैनू राम पिता मालू राम उम्र 36 वर्ष जाति माड़िया निवासी गट्टाकाल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- मिलिशिया सदस्य.
19. राजू राम वड़दा पिता कोहला वड़दा उम्र 35 वर्ष जाति माड़िया निवासी बटनार थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- मिलिशिया सदस्य.
20. रैनू राम वड़दा पिता बुधु वड़दा उम्र 19 वर्ष जाति माड़िया निवासी बटनार थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- मिलिशिया सदस्य.
21. सन्तु राम वड़दा पिता बुधराम वड़दा उम्र 23 वर्ष जाति माड़िया निवासी गट्टाकाल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- सीएनएम कमाण्डर.
22. रमेश उसेण्डी पिता स्व. आयतु उसेण्डी उम्र 20 वर्ष जाति माड़िया निवासी गट्टाकाल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- सीएनएम सदस्य.
23. केये राम पिता मस्सु राम उम्र 36 वर्ष जाति माड़िया निवासी गट्टाकाल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- कमेटी सदस्य.
24. बेाटी राम कश्यप पिता मासो कश्यप उम्र 30 वर्ष जाति माड़िया निवासी बटनार थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- रिकरूट सदस्य.
25. रमेश मरकाम पिता स्व. पीदू मरकाम निवासी बटनार थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- पी.एम..
26. सुकमति वड़दा पिता कारिया वड़दा उम्र 16 वर्ष निवासी भटनार थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- कलामंच सदस्य.
27. माटा उसेण्डी पिता इरपा उसेण्डी उम्र 18 वर्ष जाति माड़िया निवासी बटनार थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- कलामंच सदस्य.
28. मैनू वड़दा पिता स्व. सुखराम वड़दा जाति माड़िया निवासी बटनार थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- कला टीम सदस्य.
29. मंगेश वड़दा पिता आयतु वड़दा जाति माड़िया निवासी बटनार थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- कला टीम सदस्य.

वर्ष 2024 से अब तक 71 से अधिक बडे़-छोटे कैडर के माओवादी ने आत्मसमर्पण किया. इसके अलावा 60 से अधिक माओवादी मारे गए और 50 माओवादियों की गिरफ्तार हुई, जिससे माओवादी संगठन कमजोर होते जा रहे हैं.

राजधानी में बगावत के बीच कांग्रेस ने एक ही घर में दो लोगों को दी टिकट, पूर्व महापौर की पत्नी अर्जुमन ढेबर को बनाया पार्षद प्रत्याशी

रायपुर-  कांग्रेस में प्रत्याशियों के घोषणा के बाद से लगातार बगावत देखने को मिल रहा है. पार्टी में विरोध इतना ज्यादा है कि राजधानी रायपुर के 70 में से सिर्फ 66 पार्षदों के नाम की ही घोषणा की गई थी. बाकी 4 नामों को रोक दिया गया था. अब खबर है कि 4 में से 1 नाम फाइनल कर लिया गया है. मौलाना अब्दुल रऊफ वार्ड से कांग्रेस ने पूर्व महापौर एजाज ढेबर की पत्नी अर्जुमन को अपना उम्मीदवार बनाया है. वहीं एजाज ढेबर को पं. भगवतीचरण शुक्ल वार्ड क्रमांक 57 से टिकट मिला है. यानी एक ही घर से दो लोगों को टिकट दिया गया है. 

चर्चा है कि प्रत्याशियों को बकायदा फोन कर इस बात की जानकारी दे गई है कि उन्हें नामांकन दाखिल करना है. लेकिन पार्टी की ओर से अभी कोई जानकारी नहीं आई है. नामांकन प्रकिया तो पूरी हो गई है लेकिन शेष 3 सीटों के लिए अभी भी संशय की स्थिति बनी हुई है.

बता दें कांग्रेस ने रायपुर नगर निगम के मौलाना अब्दुल रऊफ़ वार्ड -45, मदर टेरेसा वार्ड-47, डॉ. राजेंद्र प्रसाद वार्ड-52, अरविंद दीक्षित वार्ड-56 में प्रत्याशियों में नेताओं के बीच खीचतान के कारण प्रत्याशियों की घोषणा की नहीं थी. आज वार्ड क्रमांक 45 से पूर्व महापौर एजाज ढेबर की पत्नी अर्जुमन ढेबर पर कांग्रेस पार्टी ने भरोसा जताया है. 

समर्थकों में जश्न का माहौल

कांग्रेस पार्टी की ओर से अर्जुमन ढेबर को पार्षद प्रत्याशी बनाए जाने की घोषणा से उनके समर्थकों में जश्न का माहौल है. कार्यकर्ताओं ने पटाखे फोड़कर अर्जुमन ढेबर को बधाई दी. 

छत्तीसगढ़: गणतंत्र दिवस पर संयुक्त जिला कार्यालय में नहीं फहराया गया तिरंगा, कलेक्टर ने विभाग प्रमुखों को नोटिस जारी कर मांगा जवाब

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही-  राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस के दिन संयुक्त जिला कार्यालय में तिरंगा न फहराने की लापरवाही सामने आई है। इस मामले को गंभीर मानते हुए कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी ने 13 विभाग प्रमुखों को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

बता दें कि गौरेला के टिकरकला छात्रावास भवन में संचालित संयुक्त जिला कार्यालय में 26 जनवरी को ध्वजारोहण नहीं किया गया। कलेक्टर ने इसे राष्ट्र सम्मान की अनदेखी मानते हुए कड़ी नाराजगी जताई है और संबंधित अधिकारियों से जवाब मांगा है। नोटिस में साफ तौर पर लिखा गया है कि यह कृत्य गंभीर लापरवाही की श्रेणी में आता है, इसलिए स्पष्टीकरण न मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।

गौर करने वाली बात यह है कि संयुक्त जिला कार्यालय में लापरवाही की घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी हैं। कुछ दिनों पहले कलेक्टर ने औचक निरीक्षण के दौरान समय पर कार्यालय न खुलने और कई अधिकारियों-कर्मचारियों के नदारद रहने पर नोटिस जारी किया था। अब गणतंत्र दिवस पर झंडा न फहराने की घटना के बाद प्रशासन सख्त हो गया है और जल्द ही जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई हो सकती है।

अरुण साव का कांग्रेस पर बड़ा वार, कहा- कांग्रेस पूरी तरह निराश, चुनाव से पहले ही मान चुकी हार…
रायपुर- नगरीय निकाय चुनाव के दौरान तेज सियासी बयानबाजी के बीच उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कांग्रेस को पूरी तरह से निराश बताते हुए चुनाव से पहले ही हार मान लेने की बात कह दी. वहीं निकाय चुनाव के दौरान कांग्रेस के कुशासन पर आरोप पत्र लाने की बात कहते हुए जरूरत पड़ने पर जांच कराने की बात कही।
छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री व नगरीय निकाय मंत्री अरुण साव ने बुधवार को एकात्म परिसर स्थित भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से रू-ब-रू हुए. इस दौरान उन्होंने कहा है कि राज्य के 10 नगर निगमों, 49 नगरपालिकाओं और 114 नगर पंचायतों में जो चुनाव हो रहा है, उसके लिए नामांकन दाखिले का काम मंगलवार को पूर्ण हो चुका है और बुधवार को नामांकन पत्रों की समीक्षा हो रही है.
साव ने कहा कि अनेक स्थानों पर उन्हें 2023 के विधानसभा, 2024 के लोकसभा चुनावों और रायपुर दक्षिण उपचुनाव के समय जैसा उत्साह था, वैसा ही उत्साह निकाय चुनावों की नामांकन रैलियों में दिखाई पड़ा है. यह बताता है कि नगरीय निकाय में भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में लहर चल रही है, और भाजपा सभी नगरीय निकायों में चुनाव जीतने वाली है.
उप मुख्यमंत्री ने कांग्रेस में मचे अंदरूनी घमासान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस की हालत सबके सामने है. पिछले 5 दिनों में जो मंजर प्रदेशवासियों ने देखा है, उससे स्पष्ट है कि कांग्रेस पार्टी में कैसी ऊहापोह और आपाधापी मची है, किस तरह से और कैसे प्रत्याशियों का चयन हो रहा है!
उन्होंने कहा कि यह कितनी दुर्भाग्यजनक बात है कि महापौर जैसे पद के लिए कांग्रेस के पास जमीन पर काम करने वाली कोई कांग्रेस नेत्री नहीं मिली! कांग्रेस ने अपने कार्यकर्ताओं की उपेक्षा और अपमान किया है, यह प्रत्याशियों का विश्लेषण करने पर साफ हो जाएगा. कम-से-कम महापौर के पद पर भी संगठन में, जनता के बीच काम करने वाले प्रत्याशी तक कांग्रेस लेकर नहीं आ पाई.
साव ने कहा कि कांग्रेस ने रायपुर नगर निगम में 15 साल राज किया. राज्य के अधिकांश नगर निगमों में कांग्रेस का बहुमत था, पर निवर्तमान महापौर, जो नगरीय निकाय के पदाधिकारी हैं, उनको कांग्रेस पार्टी ने छिपा लिया क्योंकि उन्हें पता है जनता में उनके प्रति काफी आक्रोश है.
रायपुर में 15 साल में कांग्रेस ने नगर निगम में कैसी दुर्दशा की, कैसे-कैसे बड़े-बड़े घोटाले किए, रायपुर शहर की जनता के सामने है. पिछले 5 साल में प्रदेश के सारे नगरीय निकायों में कांग्रेस के लोगों ने जो दुर्दशा की है, विकास को अवरुद्ध किया है, विकास के लिए राशि नहीं दी, केवल बंदरबाँट और लूट मचाई.
उप मुख्यमंत्री ने आज के कांग्रेस के हालात पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस का कोई एमआईसी का मेंबर निर्दलीय चुनाव लड़ रहा है, कांग्रेस के बड़े-बड़े नेता निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं, बागी होकर चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस ने जो प्रत्याशी घोषित किए हैं, उसके खिलाफ लगातार नाराजगी के मामले आ रहे हैं. यह बताता है कि कांग्रेस पार्टी चुनाव के मैदान में जाने से पहले हार मान गई है. कांग्रेस नेताओं ने जनता का मूड समझ लिया है. जनता तो पूरी तरह कांग्रेस को सबक सिखाने के मूड में है.
पत्रकार वार्ता के दौरान भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष सरला कोसरिया, प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी एवं प्रदेश प्रवक्ता राजीव चक्रवर्ती उपस्थित थे.
आदिवासी बालिका छात्रावास में छात्रा से दुष्कर्म
बलरामपुर-  आदिवासी बालिका छात्रावास में 11 साल की छात्रा के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है. पीड़ित छात्रा की तबियत खराब होने पर मामला उजागर हुआ है. पीड़िता ने स्कूल में पढ़ने वाले 2 सहयोगी छात्रों पर रेप का आरोप लगाया है. पूरा मामला बलरामपुर जिले के करौंधा थाना क्षेत्र का है.

एएसपी विश्वदीपक त्रिपाठी ने की घटना की पुष्टि है. पुलिस के मुताबिक, स्वास्थ्य परीक्षण में मासूम की गर्भवती होने की पुष्टि हुई है. देर रात पुलिस ने अपराध दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. इस घटना को लेकर क्षेत्रवासियों ने छात्रावास प्रबंधन पर गंभीर सवाल उठाते हुए छात्रों की सुरक्षा में लापरवाही का आरोप लगाया है.

CGMSC घोटाला : ACB/EOW ने की बड़ी कार्रवाई, मोक्षित कॉरपोरेशन के डायरेक्टर शशांक को गिरफ्तार कर कोर्ट में किया पेश

रायपुर- CGMSC स्कैम मामले में ACB/EOW ने मोक्षित कॉरपोरेशन कंपनी के डायरेक्टर शशांक चोपड़ा को गिरफ्तार कर आज एसीबी की विशेष कोर्ट में पेश किया है. करोड़ों के घोटाले को लेकर पूछताछ जारी है. बता दें कि हाल ही में ACB/EOW ने छत्‍तीगसढ़ मेडिकल कार्पोरेशन में हुई गड़बड़ी मामले में रायपुर, दुर्ग समेत कई जिलों में गवर्मेंट सम्पलायर मोक्षित कारपोरेशन के ठिकानों पर दबिश दी थी. शशांक चोपड़ा, सिद्धार्थ चौपड़ा और उनके भाइयों के ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की थी. इस दौरान कई अहम दस्तावेज बरामद किए गए थे.

दो साल के ऑडिट में खुली थी पोल

लेखा परीक्षा की टीम की ओर से CGMSC की सप्लाई दवा और उपकरण को लेकर वित्त वर्ष 2022-24 और 2023-24 के दस्तावेज को खंगाला गया तो कंपनी ने बिना बजट आवंटन के 660 करोड़ रुपये की खरीदी की थी, जिसे ऑडिट टीम ने पकड़ लिया था. ऑडिट में पाया गया है कि पिछले दो सालों में आवश्यकता से ज्यादा खरीदे केमिकल और उपकरण को खपाने के चक्कर में नियम कानून को भी दरकिनार किया गया. जिस हॉस्पिटल में जिस केमिकल और मशीन की जरूरत नहीं वहां भी सप्लाई कर दिया गया. प्रदेश के 776 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों सप्लाई की गई, जिनमें से 350 से अधिक ही प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ऐसे हैं, जिसमें कोई तकनीकी, जनशक्ति और भंडारण सुविधा उपलब्ध ही नहीं थी. ऑडिट टीम के अनुसार DHS ने स्वास्थ्य देखभाल की सुविधाओं में बेसलाइन सर्वेक्षण और अंतर विश्लेषण किए बिना ही उपकरणों और रीएजेंट मांग पत्र जारी किया था.

स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों के खिलाफ भी दर्ज है मामला

ईओडब्ल्यू ने अपनी एफआईआर में स्वास्थ्य महकमे के आला अधिकारियों के खिलाफ भी अपराध दर्ज किया है. एफआईआर में स्वास्थ्य संचालक और सीजीएमएससी की एमडी पर गंभीर टिप्पणी की गई है. इस एफआईआर के बाद यह माना जा रहा है कि जांच की जद में कई आला अफसर आ सकते हैं. चर्चा है कि इस घोटाले में शामिल रहे लोगों की जल्द गिरफ्तारियां होंगी. ईओडब्ल्यू की शुरुआती जांच में यह तथ्य भी सामने आया है कि अफसरों की मिलीभगत से सरकार को अरबों रुपए की चपत लगाई गई.

MMI नारायणा हॉस्पिटल की नई उपलब्धि : अत्याधुनिक ‘दा विंची रोबोटिक’ सिस्टम से किया 14 मरीजों का सफल ऑपरेशन, जानिए रोबोटिक सर्जरी के फायदे…

रायपुर-   एमएमआई नारायणा हॉस्पिटल रायपुर ने चिकित्सा जगत में एक नई उपलब्धि हासिल की है। अस्पताल ने अत्याधुनिक दा विंची रोबोटिक सर्जरी सिस्टम का उपयोग करते हुए अब तक 14 सफल सर्जरी की है। आपरेशन के बाद इन मरीजों ने न केवल तेजी से रिकवरी की है, बल्कि जटिल सर्जरी के बावजूद बेहतरीन परिणाम प्राप्त किए हैं. यह तकनीक आधुनिक चिकित्सा के क्षेत्र में एक नया अध्याय लिख रही है।

एमएमआई नारायणा हॉस्पिटल के वरिष्ठ रोबोटिक और लैप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ. राजेश कुमार सिन्हा इस उपलब्धि के मुख्य स्तंभ रहे हैं। उनका कहना है कि ‘दा विंची रोबोटिक सर्जरी’ पारंपरिक सर्जरी की तुलना में मरीजों के लिए कहीं अधिक सटीक और सुरक्षित है। सर्जरी के दौरान 3D हाई डेफिनिशन दृश्य और अत्यंत सटीक नियंत्रण हमें जटिल प्रक्रियाओं को भी कुशलता से पूरा करने की अनुमति देता है। यह तकनीक हमारे मरीजों के उपचार के अनुभव को पूरी तरह से बदल देता है.

रोबोटिक सर्जरी के फायदे

  1. हाई डेफिनिशन 3D विजन
  2. ज्यादा सटीक
  3. सुरक्षित
  4. छोटे चीरे और कम दर्द: इस तकनीक में छोटे-छोटे चीरे लगाए जाते हैं, जिससे मरीजों को न्यूनतम दर्द होता
  5. कम रक्तस्राव और संक्रमण का कम खतरा
  6. तेज रिकवरी: मरीज सामान्य जीवन में जल्दी लौट सकते हैं, जिससे उनकी उत्पादकता और जीवनशैली पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
  7. जटिल सर्जरी में अधिक सटीकताः सर्जरी के दौरान कंप्यूटर-सहायता प्राप्त रोबोटिक आर्म्स सर्जन को बेहतर नियंत्रण और सटीकता प्रदान करते हैं।
  8. दवाओं की कम आवश्यकताः कम दर्द और तेजी से रिकवरी के कारण मरीजों को दवाओं पर निर्भरता कम होती है।

किन बीमारियों में यह उपयोगी है?

एमएमआई नारायणा हॉस्पिटल में रोबोटिक तकनीक का उपयोग कई प्रकार की सर्जरी के लिए किया जाता है।

  • पित्ताशय (गैलस्टोन) की सर्जरी।
  • सभी प्रकार के हर्निया।
  • आंत्र और रिफ्लक्स रोगों की सर्जरी।
  • रेक्टल प्रोलैप्स, आमाशय और स्पलीन की सर्जरी।
  • गर्भाशय (यूटरस) से संबंधित जटिल सर्जरी।

डॉ. राजेश सिन्हा, पेट और सामान्य सर्जरी के विशेषज्ञ कहते हैं, “यह तकनीक न केवल जटिल सर्जरी को आसान बनाती है, बल्कि मरीजों की देखभाल को एक नया आयाम देती है। खासकर पाचन तंत्र और अन्य पेट की बीमारियों के इलाज में यह बेहद कारगर है।”

जानिए क्या है दा विंची रोबोटिक सिस्टम

इस सिस्टम में सर्जन एक विशेष कंसोल पर बैठते हैं और 3D मैग्निफाइड विज़न के जरिए सर्जरी का पूरा नियंत्रण रखते हैं। सर्जरी में इस्तेमाल होने वाले रोबोटिक आर्म्स सर्जन के निर्देशों का पूरी तरह पालन करते हैं और पारंपरिक सर्जरी की तुलना में अधिक सटीकता प्रदान करते हैं। यह तकनीक जटिल सर्जरी को भी सरल और अधिक प्रभावी बनाती है।

अजीत कुमार बेलोमकोंडा (फैसिलिटी डायरेक्टर) ने कहा, हमने दा विंची रोबोटिक सिस्टम का इस्तेमाल शुरू किया है। यह एक बहुत ही आधुनिक तकनीक है जो हमारे डॉक्टरों को बेहतर तरीके से ऑपरेशन करने में मदद करती है। इससे हमारे मरीजों को जल्दी ठीक होने में मदद मिलती है और उन्हें बेहतर परिणाम मिलते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हम अपने मरीजों को सबसे अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करें।

बता दें कि एमएमआई नारायणा हॉस्पिटल रायपुर अपनी अत्याधुनिक तकनीकों और अनुभवी सर्जनों के साथ मरीजों को बेहतरीन इलाज प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। दा विंची रोबोटिक सर्जरी का सफल उपयोग अस्पताल को क्षेत्र में एक अग्रणी चिकित्सा केंद्र के रूप में स्थापित करता है। मरीजों के इलाज का यह नया तरीका उन्हें न केवल जल्दी ठीक होने में मदद करता है, बल्कि उनके समग्र जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार लाता है।