राजधानी में बगावत के बीच कांग्रेस ने एक ही घर में दो लोगों को दी टिकट, पूर्व महापौर की पत्नी अर्जुमन ढेबर को बनाया पार्षद प्रत्याशी

रायपुर-  कांग्रेस में प्रत्याशियों के घोषणा के बाद से लगातार बगावत देखने को मिल रहा है. पार्टी में विरोध इतना ज्यादा है कि राजधानी रायपुर के 70 में से सिर्फ 66 पार्षदों के नाम की ही घोषणा की गई थी. बाकी 4 नामों को रोक दिया गया था. अब खबर है कि 4 में से 1 नाम फाइनल कर लिया गया है. मौलाना अब्दुल रऊफ वार्ड से कांग्रेस ने पूर्व महापौर एजाज ढेबर की पत्नी अर्जुमन को अपना उम्मीदवार बनाया है. वहीं एजाज ढेबर को पं. भगवतीचरण शुक्ल वार्ड क्रमांक 57 से टिकट मिला है. यानी एक ही घर से दो लोगों को टिकट दिया गया है. 

चर्चा है कि प्रत्याशियों को बकायदा फोन कर इस बात की जानकारी दे गई है कि उन्हें नामांकन दाखिल करना है. लेकिन पार्टी की ओर से अभी कोई जानकारी नहीं आई है. नामांकन प्रकिया तो पूरी हो गई है लेकिन शेष 3 सीटों के लिए अभी भी संशय की स्थिति बनी हुई है.

बता दें कांग्रेस ने रायपुर नगर निगम के मौलाना अब्दुल रऊफ़ वार्ड -45, मदर टेरेसा वार्ड-47, डॉ. राजेंद्र प्रसाद वार्ड-52, अरविंद दीक्षित वार्ड-56 में प्रत्याशियों में नेताओं के बीच खीचतान के कारण प्रत्याशियों की घोषणा की नहीं थी. आज वार्ड क्रमांक 45 से पूर्व महापौर एजाज ढेबर की पत्नी अर्जुमन ढेबर पर कांग्रेस पार्टी ने भरोसा जताया है. 

समर्थकों में जश्न का माहौल

कांग्रेस पार्टी की ओर से अर्जुमन ढेबर को पार्षद प्रत्याशी बनाए जाने की घोषणा से उनके समर्थकों में जश्न का माहौल है. कार्यकर्ताओं ने पटाखे फोड़कर अर्जुमन ढेबर को बधाई दी. 

छत्तीसगढ़: गणतंत्र दिवस पर संयुक्त जिला कार्यालय में नहीं फहराया गया तिरंगा, कलेक्टर ने विभाग प्रमुखों को नोटिस जारी कर मांगा जवाब

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही-  राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस के दिन संयुक्त जिला कार्यालय में तिरंगा न फहराने की लापरवाही सामने आई है। इस मामले को गंभीर मानते हुए कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी ने 13 विभाग प्रमुखों को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

बता दें कि गौरेला के टिकरकला छात्रावास भवन में संचालित संयुक्त जिला कार्यालय में 26 जनवरी को ध्वजारोहण नहीं किया गया। कलेक्टर ने इसे राष्ट्र सम्मान की अनदेखी मानते हुए कड़ी नाराजगी जताई है और संबंधित अधिकारियों से जवाब मांगा है। नोटिस में साफ तौर पर लिखा गया है कि यह कृत्य गंभीर लापरवाही की श्रेणी में आता है, इसलिए स्पष्टीकरण न मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।

गौर करने वाली बात यह है कि संयुक्त जिला कार्यालय में लापरवाही की घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी हैं। कुछ दिनों पहले कलेक्टर ने औचक निरीक्षण के दौरान समय पर कार्यालय न खुलने और कई अधिकारियों-कर्मचारियों के नदारद रहने पर नोटिस जारी किया था। अब गणतंत्र दिवस पर झंडा न फहराने की घटना के बाद प्रशासन सख्त हो गया है और जल्द ही जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई हो सकती है।

अरुण साव का कांग्रेस पर बड़ा वार, कहा- कांग्रेस पूरी तरह निराश, चुनाव से पहले ही मान चुकी हार…
रायपुर- नगरीय निकाय चुनाव के दौरान तेज सियासी बयानबाजी के बीच उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कांग्रेस को पूरी तरह से निराश बताते हुए चुनाव से पहले ही हार मान लेने की बात कह दी. वहीं निकाय चुनाव के दौरान कांग्रेस के कुशासन पर आरोप पत्र लाने की बात कहते हुए जरूरत पड़ने पर जांच कराने की बात कही।
छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री व नगरीय निकाय मंत्री अरुण साव ने बुधवार को एकात्म परिसर स्थित भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से रू-ब-रू हुए. इस दौरान उन्होंने कहा है कि राज्य के 10 नगर निगमों, 49 नगरपालिकाओं और 114 नगर पंचायतों में जो चुनाव हो रहा है, उसके लिए नामांकन दाखिले का काम मंगलवार को पूर्ण हो चुका है और बुधवार को नामांकन पत्रों की समीक्षा हो रही है.
साव ने कहा कि अनेक स्थानों पर उन्हें 2023 के विधानसभा, 2024 के लोकसभा चुनावों और रायपुर दक्षिण उपचुनाव के समय जैसा उत्साह था, वैसा ही उत्साह निकाय चुनावों की नामांकन रैलियों में दिखाई पड़ा है. यह बताता है कि नगरीय निकाय में भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में लहर चल रही है, और भाजपा सभी नगरीय निकायों में चुनाव जीतने वाली है.
उप मुख्यमंत्री ने कांग्रेस में मचे अंदरूनी घमासान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस की हालत सबके सामने है. पिछले 5 दिनों में जो मंजर प्रदेशवासियों ने देखा है, उससे स्पष्ट है कि कांग्रेस पार्टी में कैसी ऊहापोह और आपाधापी मची है, किस तरह से और कैसे प्रत्याशियों का चयन हो रहा है!
उन्होंने कहा कि यह कितनी दुर्भाग्यजनक बात है कि महापौर जैसे पद के लिए कांग्रेस के पास जमीन पर काम करने वाली कोई कांग्रेस नेत्री नहीं मिली! कांग्रेस ने अपने कार्यकर्ताओं की उपेक्षा और अपमान किया है, यह प्रत्याशियों का विश्लेषण करने पर साफ हो जाएगा. कम-से-कम महापौर के पद पर भी संगठन में, जनता के बीच काम करने वाले प्रत्याशी तक कांग्रेस लेकर नहीं आ पाई.
साव ने कहा कि कांग्रेस ने रायपुर नगर निगम में 15 साल राज किया. राज्य के अधिकांश नगर निगमों में कांग्रेस का बहुमत था, पर निवर्तमान महापौर, जो नगरीय निकाय के पदाधिकारी हैं, उनको कांग्रेस पार्टी ने छिपा लिया क्योंकि उन्हें पता है जनता में उनके प्रति काफी आक्रोश है.
रायपुर में 15 साल में कांग्रेस ने नगर निगम में कैसी दुर्दशा की, कैसे-कैसे बड़े-बड़े घोटाले किए, रायपुर शहर की जनता के सामने है. पिछले 5 साल में प्रदेश के सारे नगरीय निकायों में कांग्रेस के लोगों ने जो दुर्दशा की है, विकास को अवरुद्ध किया है, विकास के लिए राशि नहीं दी, केवल बंदरबाँट और लूट मचाई.
उप मुख्यमंत्री ने आज के कांग्रेस के हालात पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस का कोई एमआईसी का मेंबर निर्दलीय चुनाव लड़ रहा है, कांग्रेस के बड़े-बड़े नेता निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं, बागी होकर चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस ने जो प्रत्याशी घोषित किए हैं, उसके खिलाफ लगातार नाराजगी के मामले आ रहे हैं. यह बताता है कि कांग्रेस पार्टी चुनाव के मैदान में जाने से पहले हार मान गई है. कांग्रेस नेताओं ने जनता का मूड समझ लिया है. जनता तो पूरी तरह कांग्रेस को सबक सिखाने के मूड में है.
पत्रकार वार्ता के दौरान भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष सरला कोसरिया, प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी एवं प्रदेश प्रवक्ता राजीव चक्रवर्ती उपस्थित थे.
आदिवासी बालिका छात्रावास में छात्रा से दुष्कर्म
बलरामपुर-  आदिवासी बालिका छात्रावास में 11 साल की छात्रा के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है. पीड़ित छात्रा की तबियत खराब होने पर मामला उजागर हुआ है. पीड़िता ने स्कूल में पढ़ने वाले 2 सहयोगी छात्रों पर रेप का आरोप लगाया है. पूरा मामला बलरामपुर जिले के करौंधा थाना क्षेत्र का है.

एएसपी विश्वदीपक त्रिपाठी ने की घटना की पुष्टि है. पुलिस के मुताबिक, स्वास्थ्य परीक्षण में मासूम की गर्भवती होने की पुष्टि हुई है. देर रात पुलिस ने अपराध दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. इस घटना को लेकर क्षेत्रवासियों ने छात्रावास प्रबंधन पर गंभीर सवाल उठाते हुए छात्रों की सुरक्षा में लापरवाही का आरोप लगाया है.

CGMSC घोटाला : ACB/EOW ने की बड़ी कार्रवाई, मोक्षित कॉरपोरेशन के डायरेक्टर शशांक को गिरफ्तार कर कोर्ट में किया पेश

रायपुर- CGMSC स्कैम मामले में ACB/EOW ने मोक्षित कॉरपोरेशन कंपनी के डायरेक्टर शशांक चोपड़ा को गिरफ्तार कर आज एसीबी की विशेष कोर्ट में पेश किया है. करोड़ों के घोटाले को लेकर पूछताछ जारी है. बता दें कि हाल ही में ACB/EOW ने छत्‍तीगसढ़ मेडिकल कार्पोरेशन में हुई गड़बड़ी मामले में रायपुर, दुर्ग समेत कई जिलों में गवर्मेंट सम्पलायर मोक्षित कारपोरेशन के ठिकानों पर दबिश दी थी. शशांक चोपड़ा, सिद्धार्थ चौपड़ा और उनके भाइयों के ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की थी. इस दौरान कई अहम दस्तावेज बरामद किए गए थे.

दो साल के ऑडिट में खुली थी पोल

लेखा परीक्षा की टीम की ओर से CGMSC की सप्लाई दवा और उपकरण को लेकर वित्त वर्ष 2022-24 और 2023-24 के दस्तावेज को खंगाला गया तो कंपनी ने बिना बजट आवंटन के 660 करोड़ रुपये की खरीदी की थी, जिसे ऑडिट टीम ने पकड़ लिया था. ऑडिट में पाया गया है कि पिछले दो सालों में आवश्यकता से ज्यादा खरीदे केमिकल और उपकरण को खपाने के चक्कर में नियम कानून को भी दरकिनार किया गया. जिस हॉस्पिटल में जिस केमिकल और मशीन की जरूरत नहीं वहां भी सप्लाई कर दिया गया. प्रदेश के 776 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों सप्लाई की गई, जिनमें से 350 से अधिक ही प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ऐसे हैं, जिसमें कोई तकनीकी, जनशक्ति और भंडारण सुविधा उपलब्ध ही नहीं थी. ऑडिट टीम के अनुसार DHS ने स्वास्थ्य देखभाल की सुविधाओं में बेसलाइन सर्वेक्षण और अंतर विश्लेषण किए बिना ही उपकरणों और रीएजेंट मांग पत्र जारी किया था.

स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों के खिलाफ भी दर्ज है मामला

ईओडब्ल्यू ने अपनी एफआईआर में स्वास्थ्य महकमे के आला अधिकारियों के खिलाफ भी अपराध दर्ज किया है. एफआईआर में स्वास्थ्य संचालक और सीजीएमएससी की एमडी पर गंभीर टिप्पणी की गई है. इस एफआईआर के बाद यह माना जा रहा है कि जांच की जद में कई आला अफसर आ सकते हैं. चर्चा है कि इस घोटाले में शामिल रहे लोगों की जल्द गिरफ्तारियां होंगी. ईओडब्ल्यू की शुरुआती जांच में यह तथ्य भी सामने आया है कि अफसरों की मिलीभगत से सरकार को अरबों रुपए की चपत लगाई गई.

MMI नारायणा हॉस्पिटल की नई उपलब्धि : अत्याधुनिक ‘दा विंची रोबोटिक’ सिस्टम से किया 14 मरीजों का सफल ऑपरेशन, जानिए रोबोटिक सर्जरी के फायदे…

रायपुर-   एमएमआई नारायणा हॉस्पिटल रायपुर ने चिकित्सा जगत में एक नई उपलब्धि हासिल की है। अस्पताल ने अत्याधुनिक दा विंची रोबोटिक सर्जरी सिस्टम का उपयोग करते हुए अब तक 14 सफल सर्जरी की है। आपरेशन के बाद इन मरीजों ने न केवल तेजी से रिकवरी की है, बल्कि जटिल सर्जरी के बावजूद बेहतरीन परिणाम प्राप्त किए हैं. यह तकनीक आधुनिक चिकित्सा के क्षेत्र में एक नया अध्याय लिख रही है।

एमएमआई नारायणा हॉस्पिटल के वरिष्ठ रोबोटिक और लैप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ. राजेश कुमार सिन्हा इस उपलब्धि के मुख्य स्तंभ रहे हैं। उनका कहना है कि ‘दा विंची रोबोटिक सर्जरी’ पारंपरिक सर्जरी की तुलना में मरीजों के लिए कहीं अधिक सटीक और सुरक्षित है। सर्जरी के दौरान 3D हाई डेफिनिशन दृश्य और अत्यंत सटीक नियंत्रण हमें जटिल प्रक्रियाओं को भी कुशलता से पूरा करने की अनुमति देता है। यह तकनीक हमारे मरीजों के उपचार के अनुभव को पूरी तरह से बदल देता है.

रोबोटिक सर्जरी के फायदे

  1. हाई डेफिनिशन 3D विजन
  2. ज्यादा सटीक
  3. सुरक्षित
  4. छोटे चीरे और कम दर्द: इस तकनीक में छोटे-छोटे चीरे लगाए जाते हैं, जिससे मरीजों को न्यूनतम दर्द होता
  5. कम रक्तस्राव और संक्रमण का कम खतरा
  6. तेज रिकवरी: मरीज सामान्य जीवन में जल्दी लौट सकते हैं, जिससे उनकी उत्पादकता और जीवनशैली पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
  7. जटिल सर्जरी में अधिक सटीकताः सर्जरी के दौरान कंप्यूटर-सहायता प्राप्त रोबोटिक आर्म्स सर्जन को बेहतर नियंत्रण और सटीकता प्रदान करते हैं।
  8. दवाओं की कम आवश्यकताः कम दर्द और तेजी से रिकवरी के कारण मरीजों को दवाओं पर निर्भरता कम होती है।

किन बीमारियों में यह उपयोगी है?

एमएमआई नारायणा हॉस्पिटल में रोबोटिक तकनीक का उपयोग कई प्रकार की सर्जरी के लिए किया जाता है।

  • पित्ताशय (गैलस्टोन) की सर्जरी।
  • सभी प्रकार के हर्निया।
  • आंत्र और रिफ्लक्स रोगों की सर्जरी।
  • रेक्टल प्रोलैप्स, आमाशय और स्पलीन की सर्जरी।
  • गर्भाशय (यूटरस) से संबंधित जटिल सर्जरी।

डॉ. राजेश सिन्हा, पेट और सामान्य सर्जरी के विशेषज्ञ कहते हैं, “यह तकनीक न केवल जटिल सर्जरी को आसान बनाती है, बल्कि मरीजों की देखभाल को एक नया आयाम देती है। खासकर पाचन तंत्र और अन्य पेट की बीमारियों के इलाज में यह बेहद कारगर है।”

जानिए क्या है दा विंची रोबोटिक सिस्टम

इस सिस्टम में सर्जन एक विशेष कंसोल पर बैठते हैं और 3D मैग्निफाइड विज़न के जरिए सर्जरी का पूरा नियंत्रण रखते हैं। सर्जरी में इस्तेमाल होने वाले रोबोटिक आर्म्स सर्जन के निर्देशों का पूरी तरह पालन करते हैं और पारंपरिक सर्जरी की तुलना में अधिक सटीकता प्रदान करते हैं। यह तकनीक जटिल सर्जरी को भी सरल और अधिक प्रभावी बनाती है।

अजीत कुमार बेलोमकोंडा (फैसिलिटी डायरेक्टर) ने कहा, हमने दा विंची रोबोटिक सिस्टम का इस्तेमाल शुरू किया है। यह एक बहुत ही आधुनिक तकनीक है जो हमारे डॉक्टरों को बेहतर तरीके से ऑपरेशन करने में मदद करती है। इससे हमारे मरीजों को जल्दी ठीक होने में मदद मिलती है और उन्हें बेहतर परिणाम मिलते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हम अपने मरीजों को सबसे अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करें।

बता दें कि एमएमआई नारायणा हॉस्पिटल रायपुर अपनी अत्याधुनिक तकनीकों और अनुभवी सर्जनों के साथ मरीजों को बेहतरीन इलाज प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। दा विंची रोबोटिक सर्जरी का सफल उपयोग अस्पताल को क्षेत्र में एक अग्रणी चिकित्सा केंद्र के रूप में स्थापित करता है। मरीजों के इलाज का यह नया तरीका उन्हें न केवल जल्दी ठीक होने में मदद करता है, बल्कि उनके समग्र जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार लाता है।

निकाय चुनाव 2025 : ‘मिस छत्तीसगढ़’ ने चुनावी रण में लगाया ग्लैमर का तड़का, परिवार के साथ फालोअर्स भी प्रचार में जुटे
जांजगीर- प्रदेश में हो रहे नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में अलग-अलग कार्य क्षेत्र में परांगत प्रत्याशी दांव आजमा रहे हैं. कहीं गुपचुप वाली, तो कहीं चाय वाला, तो कहीं लेडिस टेलर के चुनाव मैदान उतरने से मुकाबला रोचक और रोमांचक हो चुका है. ऐसे में अकलतरा नगर पालिका में अध्यक्ष पद के चुनाव में ‘मिस छत्तीसगढ़’ की एंट्री से ग्लैमर का तड़का लग गया है. 
जांजगीर-चाम्पा जिला के अकलतरा नगर पालिका की अनुसूचित जाति की महिला के लिए आरक्षित सीट पर शिव सेना (शिंदे) ने ‘मिस छत्तीसगढ़ 2025’ पूजा टांडेकर को उतारकर सबको चौंका दिया है. पूजा टांडेकर का मुकाबला बीजेपी की शांति भारते और कांग्रेस की ज्योति जोशी से है.
अकलतरा वार्ड 11 की रहने वाली 24 साल की पूजा टांडेकर खैरागढ़ संगीत महाविद्यालय से पढ़ाई भी कर रही है, और छालीवुड में दो फिल्मों में काम भी कर चुकी है, टिकटाक में लाखों फालॉवर्स के साथ मॉडलिंग को अपना कैरियर बनाने की सोच रखने वाली पूजा ने अब चुनावी मैदान में कदम रख दिया है, नगर के वोटर्स के बीच पहुंचकर वोट मांग रही है.
पूजा का कहना है कि उसका पूरा परिवार उसके काम को सराहते हैं, कभी रोक-टोक नहीं की. चुनाव लड़ने के लिए भी परिवार के साथ फॉलोअर्स ने भी साथ देने का भरोसा दिलाया है. पूरी शिद्दत के साथ प्रचार-प्रसार में जुटी पूजा ने जनता से वादा किया है कि जीतने के बाद नगर का विकास के साथ हॉस्पिटल की व्यवस्था को सुदृढ़ करेंगी.
निकाय चुनाव 2025 : भाजपा महापौर प्रत्याशी के जाति प्रमाण पत्र पर कांग्रेस ने जताई आपत्ति, निर्वाचन आयोग ने शाम तक मांगे दस्तावेज…

बिलासपुर- बिलासपुर नगर निगम चुनाव में भाजपा की महापौर प्रत्याशी पूजा विधानी के जाति प्रमाण पत्र पर कांग्रेस ने आपत्ति दर्ज कराई है. निर्वाचन आयोग ने आपत्ति को स्वीकार करते हुए पूजा विधानी को शाम पांच बजे तक संबंधित दस्तावेज जमा करने का निर्देश दिया है. पूजा विधानी ने पूरे घटनाक्रम पर कहा कि कांग्रेस ने मुझे और अशोक विधानी (पति) को हीरो-हीरोइन बना दिया है.

भाजपा प्रत्याशी पूजा विधानी के नामांकन दाखिल करने के बाद कांग्रेस ने बाकायदा प्रेस कांफ्रेंस कर पूजा विधानी के जाति प्रमाण पत्र को लेकर सवाल उठाए थे. वहीं प्रशासन पर बीजेपी प्रत्याशी का प्रमाण पत्र नहीं दिए जाने का आरोप लगाते हुए इस पर आगे की कार्रवाई करने की बात कही थी.

कांग्रेस की आपत्ति को निर्वाचन आयोग ने स्वीकार करते हुए आज शाम पांच बजे तक संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है. वहीं पूजा विधानी ने जाति पर उठाई गई आपत्ति को निराधार बताते हुए कहा मैं उड़िया-तेलगु हूं. मेरा बिलासपुर में जन्म हुआ है, मेरी शिक्षा यहीं की है. मेरा जाति प्रमाण पत्र 1995 का बना हुआ है, उसमें एसडीएम का अनुमोदन भी है.

पूजा विधानी ने इसके साथ कहा कि कांग्रेस डरी हुई है, जिसकी वजह से इस तरह के हथकंडे अपना रही है. चुनाव समर में उतरे हैं तो मेहनत के साथ, जनता के मुद्दों के साथ मुकाबला करना चाहिए. कांग्रेस ने मुझे और अशोक विधानी को हीरो-हीरोइन बना दिया है.

मतदान से पहले ही भाजपा की जीत, पार्षद की दो सीट पर BJP प्रत्याशियों के अलावा किसी ने नहीं भरा नामांकन

कटघोरा/दंतेवाड़ा-  छत्तीसगढ़ में निकाय चुनाव का बिगुल बज चुका है. मतदान से पहले ही भाजपा ने दो पार्षद सीट पर जीत दर्ज की है. दरअसल 28 जनवरी नामांकन जमा करने का अंतिम दिन था. दंतेवाड़ा जिले के नगर पंचायत बारसूर के वार्ड क्रमांक एक में पार्षद के लिए सिर्फ भाजपा प्रत्याशी गीता बघेल ने ही नामांकन जमा किया है. वहीं नगर पालिका परिषद कटघोरा के वार्ड 13 में भी भाजपा प्रत्याशी शिवमति पटेल के अलावा किसी ने नामांकन नहीं भरा. इसके चलते इन दोनों जगहों पर भाजपा प्रत्याशियों ने मतदान से पहले ही जीत हासिल कर ली है.

बारसूर में कांग्रेस को नहीं मिला प्रत्याशी : गागड़ा

नगर पंचायत बारसूर के वार्ड क्रमांक एक में भाजपा पार्षद प्रत्याशी गीता बघेल निर्विरोध निर्वाचित हुई हैं. विधायक चैतराम अटामी और भाजपा जिलाध्यक्ष ने गीता को जीत की बधाई दी है. बीजेपी के पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा जिले के नगर पंचायत बारसूर वार्ड क्रमांक 1 में भाजपा प्रत्याशी गीता बघेल का नामांकन जमा हो गया है. वहीं यह हास्यास्पद है कि सबसे बड़ी राष्ट्रीय पार्टी होने का दावा करने वाली कांग्रेस को बारसूर में कोई प्रत्याशी नहीं मिला.

 

कटघोरा में भी कांग्रेस प्रत्याशी ने नहीं भरा नामांकन

इस आसन्न चुनाव में कटघोरा नगर पालिका का जिम्मा प्रदेश की संगठन महामंत्री पवन साय ने महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष और दर्जा प्राप्त कैबिनेट मंत्री हर्षिता पाण्डेय को सौंपा था. हर्षिता ने भाजपा से शिवमति पटेल को वार्ड क्रमांक 13 के लिए प्रत्याशी बनाया. नामांकन के दौरान उन्होंने सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए सक्रिय भूमिका निभाई. वहीं कांग्रेस के प्रत्याशी ने अपना नामांकन दाखिल नहीं किया, जिससे शिवमति पटेल ने निर्विरोध जीत हासिल कर ली है. इस जीत से भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच जश्न का माहौल है. वहीं पार्टी के नेता एवं कार्यकर्ता इसे एक बड़ी सफलता मान रहे हैं.

भाजपा प्रत्याशी को बधाई देने लोगों का लगा तांता

भाजपा की जीत पर हर्षिता पाण्डेय और शिवमति पटेल को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. बधाई देने वालों में खाद्य आयोग के पूर्व अध्यक्ष ज्योति नंद दुबे, मंडल अध्यक्ष अभिषेक गर्ग, नगर पालिका परिषद कटघोरा के अध्यक्ष प्रत्याशी आत्माराम पटेल, जिला मंत्री संजय शर्मा, राजेश यादव, ललिता डिक्सेना, मीना शर्मा, देव दुबे, धनु दुबे, दिनेश गर्ग, संजीत सिंह, तुषार साहू समेत कई प्रमुख नेता शामिल रहे.

महाकुंभ में भगदड़ से कई लोगों की मौत, सीएम साय ने जताया दुख, श्रद्धालुओं से कहा –

रायपुर-  प्रयागराज महाकुंभ में संगम तट पर भगदड़ से कई श्रद्धालुओं की मौत हो गई. वहीं कई लोग घायल हुए हैं. इस घटना पर सीएम विष्णुदेव साय ने ट्‌वीट कर कहा, महाकुंभ में घटित भगदड़ की दुर्भाग्यपूर्ण घटना में कई श्रद्धालुओं के निधन और घायल होने की खबर अत्यंत दुःखद है. ईश्वर से दिवंगतों की आत्मा की शांति एवं घायल श्रद्धालुओं के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.

सीएम साय ने सभी श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि संयम बनाए रखें और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का अनुपालन करें. मां गंगा के जिस घाट के समीप हैं, वहीं पुण्य स्नान करें.