महाकुंभ के अद्भुत,अलौकिक,अनुपम आनंद को प्राप्त करे-सरदार पतविंदर सिंह

प्रयागराज : Sb न्यूज़ से ब्यूरो चीफ विश्वनाथ प्रताप सिंह

सम्मानित प्रयागराज वासियों,जैसा कि हम सभी को ज्ञात है कि 144 वर्षों के बाद इस पावन पुनीत महाकुंभ मेले का अद्भुत संयोग बना है; इस शेष जीवन में हम इस अद्भुत संयोग का आनंद लाभ नहीं ले पाएँगे और हमारी आने वाली कई पीढ़ियाँ भी इस अद्भुत, अलौकिक,अनुपम आनंद को प्राप्त नहीं कर पाएँगी…

अतएव,सरदार पतविंदर सिंह अत्यंत विनम्रतापूर्वक आप सभी से अनुरोध करता है कि आप लोग नकारात्मक विचारधारा वाले लोगों से दूर रहिए, नकारात्मक वातावरण बना रहे लोगों से दूर रहिए… अफ़वाह फैलाने वाले लोगों से भी दूर रहिए… ना तो अफ़वाह फैलाइए और ना ही किसी को फैलाने दीजिए…

सरदार पतविंदर सिंह ने कहा कि अद्भुत,अलौकिक,अनुपम आनंद को प्राप्त करने हेतु करोड़ों की संख्या में विशाल जनसमूह उमड़ पड़ा है, हम नगर वासियों को महान सेवा,निस्वार्थ सेवा का अवसर मिला है,पुण्य कर्म कर लीजिए,ध्यान दीजिए,हम सभी बहुत भाग्यशाली हैं…

उन्होंने कहा कि तमाम स्वयंसेवी,सामाजिक कार्यकर्ता इस आपदा,भीड़ प्रबंधन में नवीनता लाकर पूरी दुनिया के सामने एक ऐसी मिसाल पेश करें, कि आपकी आने वाली पीढ़ियाँ आपको याद करेंगी…

मां दुर्गा जनसेवा आश्रम ट्रस्ट की ओर से महाकुंभ मेले में वितरित किया गया भोजन प्रसाद व कम्बल

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। महाकुम्भ मेला में हर्षवर्धन मार्ग सेक्टर-18 स्थित माँ दुर्गा जनसेवा आश्रम ट्रस्ट द्वारा पौष पूर्णिमा से प्रतिदिन भोजन प्रसाद का वितरण किया जा रहा है। 27, जनवरी 2025 को प्रसाद के साथ-साथ कम्बल वितरण किया गया। ट्रस्ट की अध्यक्ष लाल देवी त्रिपाठी ने बताया कि प्रतिदिन प्रात: बेला में ठण्ड को देखते हुए काढ़ा एवं दोपहर से पूड़ी, खीर, बूँदी दमालू का वितरण किया जा रहा है।

मौनी अमावस्या के पर्व पर मेला क्षेत्र के साथ साथ ट्रस्ट के प्रधान कार्यालय दुर्गा कोठी बाघम्बरी रोड से पेठा, बिस्कुट के साथ श्रद्धालुओं को पेय जल उपलब्ध कराया जायेगा। ट्रस्ट के संरक्षक राष्ट्रपति सम्मान प्राप्त अवकाश प्राप्त शिक्षक राम रंगीले त्रिपाठी, डॉ प्रभाकर त्रिपाठी, शशांक शेखर त्रिपाठी, ओम प्रकाश त्रिपाठी, प्रभन्जन त्रिपाठी, ई प्राकाम्य त्रिपाठी, एडवोकेट प्रशांत त्रिपाठी, ई प्रवीण त्रिपाठी, प्रकर्ष, प्रज्ञान आदि सेवा भाव से श्रद्धांलुओं की सेवा करते रहें गें। ट्रस्ट द्वारा मेला क्षेत्र में स्वछता एवं सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग न करने के प्रति जन जागरूकता अभियान भी चलाया जाता रहेगा।

महाकुंभ में स्काउट एंड गाइड्स के रोवर और रेंजर्स द्वारा किया जा रहा सेवा कार्य

विश्वनाथप्रताप सिंह

प्रयागराज।महाकुंभ,भारत स्काउट और गाइड के कैंप कार्यालय सेक्टर 6 से प्रदेशिक मुख्यालय के नेतृत्व में चल रहे शिविर सेवा से संपूर्ण मेला क्षेत्र के 25 सेक्टर में स्काउट और गाइड के रोवर और रेंजर्स द्वारा ड्यूटी पॉइंट पर ड्यूटी की जा रही है।

जिसकी मॉनिटरिंग स्वयं डीआईओएस प्रयागराज पी एन सिंह व बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी के द्वारा की जा रही है। मौनी अमावस्या से पूर्व सभी भीड़भाड़ वाले एरिया को ध्यान में रखते हुए जगह-जगह रोवर एंड रेंजर्स को तैनाती कर दिया गया है। जिससे देश और विदेश से आ रहे हैं श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।भूले-भटके श्रद्धालुओं को शिविर तक पहुंचाने और सही मार्ग बताने, विकलांग श्रद्धालुओं तथा ज्यादा उम्र के श्रद्धालुओं को प्रत्येक समस्याओं का सुगमता पूर्वक समस्या समाधान किया जा रहा है। जिला सचिव कमलेश द्विवेदी ने बताया कि मौनी अमावस्या पर होने वाली भीड़ भाड़ के मद्दे नजर माध्यमिक शिक्षा और बेसिक शिक्षा विभाग के स्काउट मास्टर और गाइड कैप्टन की ड्यूटी पॉइंट पर लगा दी गई है।

कैंप कार्यालय पर कार्य कर रहे जिला नोडल डॉ आकांक्षा केसरी, तीर्थराज पटेल, सुरेंद्र कुमार सिंह,फिरोज खान,वेद प्रकाश भगत,के मार्गदर्शन में सभी प्रभारी अपने ड्यूटी क्षेत्र में अपने कार्य को कुशलता से संपादित कर रहे हैं।

मौनी अमावस्या पर विशेष इंतजाम, संगम नोज पर भीड़ नियंत्रित करने को उठाए जाएंगे

-शविश्वनाथ प्रतापसिंह

प्रयागराज।27-29 जनवरी को संगम नोज पर अत्यधिक मूवमेंट को नियंत्रित करने के लिए मेला प्रशासन ने कसी कमर।

जिस सेक्टर या जोन में श्रद्धालु आ रहे हैं उसी सेक्टर या जोन में स्नान के बाद उन्हें वापस भेजने की तैयारी।

घाटों पर भीड़ जमा होने से रोकेंगे इवैक्युएशन गैंग, भीड़ की सुरक्षित निकासी प्राथमिकता।

एडीएम, एडिशनल एसपी, सीओ, एसडीएम और सेक्टर मजिस्ट्रेट को व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश।

मौनी अमावस्या पर 10 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान, सुविधा और सुरक्षा पर विशेष ध्यान...

भ्रष्टाचार के खिलाफ होगा बड़ा आंदोलन जिलाध्यक्ष-राजू सिह

विश्वनाथ प्रताप सिंह

कौशांबी, प्रयागराज। भारतीय किसान यूनियन भानु संगठन के कौशम्बी केंद्रीय कार्यालय में किसानों द्वारा धूमधाम से गनतंत्र दिवस मनाया गया ।जिलाध्यक्ष राजू सिंह और महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष ने राज़ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया।

संगठन के पदाधिकारियों ने राष्ट्र गीत गाया।लोगो मे मिठाईया बाटी गई।संगठन के कार्यकर्ताओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।

जिलाध्यक्ष राजू सिंह ने कहा कि भानु संगठन सदैव भ्रस्टाचार के खिलाफ आवाज उठाया है और लड़ाई लडता रहा है और हमे कौशम्बी जिले से भ्रस्टाचारियो को भागना है इसके जहा तक हो सकेगा संगठन लड़ाई लडता रहेगा।जिलाध्यक्ष ने कहा कि जिले में कोई भी विभाग हो सभी को भ्रस्टाचारी रूपी दानवो ने जकड़ रखा है हमे इन्हें भागकर कौशम्बी जिले को स्वक्ष बनाना है और रास्ट्रीय अध्यक्ष श्री ठाकुर भानु प्रताप सिंह की मनसा को पूर्ण करने है।जिलाध्यक्ष म0 मो0 अरुण कन्या ने भी भ्रस्टसचार के खिलाफ जमकर बोली।अरुण कन्या ने कहा कि हम आजाद होते हुए भी भ्रस्टाचारियो के गुलाम बन हुए है।जिसके कारण गरीब किसानों को सरकारी सुविधाओं से वंचित रहना पड़ता है।

कार्यक्रम में जिला उपाध्यक्ष ज्ञान सिंह यादव , कोषाध्यक्ष अयोधया प्रसाद यादव,तहसील अध्यक्ष शारदा प्रसाद , ब्लाक अध्यक्ष तीरथ सिंह,दिवाकर कुशवाहा,दसरथ लाल,आदि सैकड़ो किसान उपस्थित रहे।

राष्ट्रीय एकता,अखंडता और सद्भावना के लिए एक डुबकी राष्ट्र के नाम

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज।प्रयागराज महाकुंभ क्षेत्र पीपा पुल संख्या 6 के समीप हिन्दू,मुस्लिम,सिख और ईसाई भाइयों ने संगम स्नान किया।

एक डुबकी राष्ट्र के नाम (स्नान-ध्यान) सफलतापूर्वक संपन्न हुआl सभी ने एक स्वर से भारत माता की जय,वंदे मातरम के जयकारे लगाकर राष्ट्रीय एकता का संदेश दिया।

इस अवसर पर मुस्लिम स्कॉलर एम.ए.खान,प्रसिद्ध वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता सरदार पतविंदर सिंह, असीम मसीही,योगआचार्य लक्ष्मीकांत,हरमनजी सिंह, कौशल किशोर,रमाकांत रमन सहित कई श्रद्धालु स्वयंसेवक रहे।

मौनी अमावस्या पर प्रयागराज आने वालों को नहीं देना होगा टोल टैक्स

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज।प्रयागराज महाकुंभ को भव्य, दिव्य और नव्य बनाने में जुटी डबल इंजन की सरकार मौनी अमावस्या पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रही है। प्रदेश सरकार की मांग पर केंद्र सरकार महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में प्रवेश करने पर सभी सात टोल प्लाजा पर टैक्स मुक्त करने का निर्णय लिया है।

27 जनवरी की रात आठ बजे से 30 जनवरी यानि प्रमुख स्नान पर्व के दौरान 72 घटे तक तक कुंभ नगरी में प्रवेश करने पर टोल टैक्स नहीं लिया जाएगा। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की ओर से प्रक्रिया टोल फ्री किए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

एनएचएआई के एक अधिकारी ने बताया कि प्रमुख स्नान पर करोड़ों लोग स्नान करने आते हैं ऐसे में उनके ऊपर किसी भी तरह का अतिरिक्त खर्च न पड़े, इसके अलावा जाम की समस्या से भी लोग बचें, जिसको लेकर यह निर्णय लिया गया है।

प्रयागराज में लाला नगर, मुंगेरी, हर्रो,उमापुर, हंडिया, सहसो, सोरांव, नवाबगंज, कोखराज,रामनगर घसियारी पर टोल टैक्स लिया जाता है।सोमवार की रात आठ बजे से इन 10 स्थानों से टोल टैक्स वसूलने की प्रक्रिया पूरी तरह से बंद कर दी गई है। बताया कि बसंत पंचमी और माघी पूर्णिमा पर भी टैक्स नहीं लिया जाएगा।महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण यातायात व्यवस्था प्रभावित हो गई है। शनिवार को उमड़ी भीड़ के चलते मेला क्षेत्र में पैदल चलना भी दूभर हो गया था। तीर्थ यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मेला क्षेत्र में सभी तरह के वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। हालांकि, आवश्यक वस्तुओं से संबंधित वाहनों और साधु-संतों के वाहनों को प्रवेश की अनुमति रहेगी, लेक‍िन ऐसे साधु संत के वाहन ही मेले में जाएंगे जो वहां रह रहे हैं। इस दौरान मीडिया को छोड़कर अन्य किसी के पास मान्य नहीं रहेंगे।महाकुंभ के डीआईजी वैभव कृष्ण ने बताया कि यह व्यवस्था मौनी अमावस्या (29 जनवरी) तक लागू रहेगी। उन्होंने कहा, यातायात नियंत्रण और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए यह कदम उठाया गया है। केवल आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति करने वाले वाहन और मेला क्षेत्र में रुके हुए साधु-संतों के वाहन ही मेला क्षेत्र में प्रवेश कर पाएंगे।

अंतरिक्ष से दिखा महाकुम्भ का विहंगम नजारा

महाकुम्भ नगर। विश्व के सबसे बड़े धार्मिक और मानवीय आयोजन महाकुम्भ मेला को सिर्फ जमीन से ही नहीं बल्कि अंतरिक्ष से भी कैप्चर किया जा रहा है। इंटरनेशनल स्पेस सेंटर (आईएसएस) ने रविवार रात को अंतरिक्ष से महाकुम्भ की आश्चर्यचकित कर देने वाली तस्वीरें कैद की हैं। इन तस्वीरों में महाकुंभ मेले का अद्भुत नजारा देखने को मिला।

रोशनी से जगमगा रहा दुनिया का सबसे बड़ा मानव समागम
इसमें गंगा नदी के तट पर दुनिया का सबसे बड़ा मानव समागम रोशनी से जगमगा रहा है। इन तस्वीरों को आईएसएस से एस्ट्रोनॉट डॉन पेटिट ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर शेयर किया है। तस्वीरों में महाकुम्भ मेले की भव्य रोशनी और विशाल मानव भीड़ ने गंगा नदी के किनारे को अनोखे दृश्य में बदल दिया। अंतरिक्ष से ली गई यह तस्वीरें पृथ्वी पर इस धार्मिक आयोजन की विशालता को दर्शा रही हैं।

ये तस्वीरें महाकुम्भ को लेकर पूरी दुनिया का ध्यान खींचने वाली

महाकुम्भ दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है, जिसमें लाखों श्रद्धालु गंगा नदी में डुबकी लगाकर आध्यात्मिक शांति प्राप्त करते हैं। अब तक 13 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु संगम स्नान कर इस सुखद और धार्मिक अनुभूति को महसूस कर सकें हैं तो वहीं यहां से आ रही तस्वीरों को देखकर पूरी दुनिया विस्मित है। अंतरिक्ष से ली गईं ये तस्वीरें महाकुम्भ को लेकर पूरी दुनिया का ध्यान खींचने वाली हैं। डॉन पेटिट ने तस्वीरें साझा करते हुए लिखा है कि अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से खींची गई तस्वीरों में 2025 के महाकुंभ मेले का अद्भुत नजारा देखने को मिला। गंगा नदी के तट पर दुनिया का सबसे बड़ा मानव समागम रौशनी से जगमगा रहा था।

डोनाल्ड रॉय पेटिट ने साझा की तस्वीर

अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री और केमिकल इंजीनियर डोनाल्ड रॉय पेटिट, जो अपनी कक्षा में खगोल-फोटोग्राफी और इनोवेशन के लिए मशहूर हैं, ने इन तस्वीरों को खींचा। पेटिट अंतरिक्ष में बनाई गई पहली पेटेंटेड वस्तु "जीरो जी कप" के आविष्कारक भी हैं। पेटिट विगत 555 दिनों से आईएसएस में हैं और 69 वर्ष की आयु में नासा के सबसे वृद्ध सक्रिय एस्ट्रोनॉट हैं।
मौनी अमावस्या के मद्देनजर प्रयागराज में कक्षा 8 तक के सभी स्कूल 30 जनवरी तक बंद
महाकुम्भ नगर। महाकुम्भ के द्वितीय अमृत स्नान पर्व मौनी अमावस्या के लिए उमड़ने वाली करोड़ों की भीड़ को देखते हुए प्रयागराज में कक्षा 8 तक के सभी स्कूल 30 जनवरी तक के लिए बंद कर दिया गया है। जिसके लिए सोमवार को जिलाधिकारी प्रयागराज ने आदेश जारी किया है।

जिलाधिकारी प्रयागराज प्रवीण कुमार तिवारी ने कक्षा 1 से 8 तक के समस्त परिषदीय एवं समस्त बोर्ड से मान्यता , सहायता प्राप्त, अंग्रेजी , हिन्दी माध्यम के विद्यालयो में 28, 29 एवं 30 जनवरी को अवकाश घोषित किया है। इस आदेश का कठोरता से पालन कराने का आदेश किया गया है।
सीएम योगी की मंशा के अनुरूप जन मन का आयोजन बना महाकुंभ


विश्वनाथप्रताप सिंह

महाकुंभ नगर तीरथराज प्रयाग का महाकुंभ जन मन का महापर्व बन चुका है। अपवाद छोड़ दें तो हर कोई एक-दूसरे का हर संभव सहयोग कर रहा है। बिना पूछे भी। प्रशासन की तो खैर हर जगह प्रभावी उपस्थित है ही। हमारे सनातन धर्म का हर आयोजन, जन मन का आयोजन बने। स्थानीय लोगों के अलावा बाकी लोग भी उस जगह और आयोजन का अपने संभव सहयोग के जरिये ब्रांड एंबेसडर की भी भूमिका निभाएं। यही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा भी है। इसी मानसिकता से पर्यटन जन उद्योग बनेगा। विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन महाकुंभ इसका बहुत बड़ा अवसर बन रहा है।

फाफामऊ से सिविल लाइंस

शुरुआत फाफामऊ से करते हैं। लखनऊ की बस फाफामऊ के बेला कछार में उतार देती है। रात होने को थी। उतरकर एक राहगीर से पूछता हूं। भैया ये कौन सी जगह है। सिविल लाइंस जाना है। जवाब मिला, बेला कछार फाफामऊ। यहां से आपको सिविल लाइंस के लिए ऑटो मिल जाएंगे। सामने कुछ ऑटो दिख भी रहे थे। पास जाकर एक से अभी मोलभाव ही कर रहा था कि दूसरा आटो वाला रुका। उसने कहा सामने 200 कदम आगे पानी की टंकी के उस पार सड़क पर खड़ी हर ऑटो सिविल लाइंस ही जाएगी। 30 रुपए किराया है। उससे ज्यादा नहीं देना है। योगी सरकार ने यही रेट निर्धारित किया है।

महाकुंभ में

सिविल लाइंस होते हुए महाकुंभ में डेरे तक पहुंचते-पहुंचते रात हो गई। हाथ मुंह धोकर निकल पड़े मानवता के इस महासमागम का हिस्सा बनने। संगम नोज पर एक सज्जन मिले। बिहार से थे। उन्होंने यूं ही पूछ लिया, संगम नहाना है। मैंने हां में जवाब दिया तो वह वहां तक जाने का पूरा प्रोसिजर बता गए। मसलन, नाव कहां से मिलेगी। किराया क्या होगा। सब एक सांस में। साथ ही यह भी कहा, भाई साहब बिना संगम स्नान के मत जाइयेगा। खैर घूम फिरकर देर रात अपने डेरे में आ गया।

दूसरे दिन सुबह सबेरे

दूसरे दिन सुबह सेक्टर चार से निकल कर पास स्थित वीआईपी घाट पर पहुंचा। संगम स्नान के इरादे से। अच्छी खासी भीड़ थी। प्रोटोकॉल वालों को भी प्रतीक्षा करनी पड़ रही थी। यहां भी अनायास एक सज्जन टकरा गए। पूछा? आप तो रुके होंगे। मैंने जवाब हां में दिया। फिर उन्होंने कहा, भाई साहब प्रोटोकॉल वालों के पास तो समय नहीं होता। उनको नहा लेने दीजिए। आप भी बिना नहाए मत जाएगा। भले शाम हो जाय। मैने कहा जरूर। आया ही उसी मकसद से हूं। करीब घंटे भर बाद अपनी भी बारी आ गई। संगम में स्नान-ध्यान के बाद इत्मीनान से कुंभ देखा। शाम तक यह सिलसिला चलता रहा। डेरे में आकर थोड़ा आराम और भोजन के बाद देर रात फिर मानवता के इस सबसे बड़े समायोजन को देखने निकल पड़ा।

महाकुंभ कभी सोता नहीं

सेक्टर चार से निकलकर किला घाट पहुंचा। वहां से यमुना के पक्के घाट पर। रास्ते से लेकर घाट तक चहल-पहल। रौशनी में किला अद्भुत लग रहा था। घाट से अरैल का जगमग इलाका किसी दूसरी दुनिया का अहसास करा रहा था। घाट पर लोग मौजूद लोग इस मनमोहक तस्वीर को मोबाइल कैमरों में कैद कर रहे थे। कुछ युवा उस रात में भी यमुना में डुबकी भी लगा रहे थे। रह रहकर पुलिस की गाड़ियों से बजते हुए हूटर मानों यह कह रहे थे, बेफ्रिक रहें, हम हैं। यही तो योगी जी भी सबसे कहते हैं। हर नागरिक की सुरक्षा हमारी गारंटी है। यह गारंटी दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन प्रयागराज के महाकुंभ में भी दिख रही है। और, लोग उस पर मुकम्मल भरोसा भी कर रहे हैं। वाकई अदभुत, अकल्पनीय और अविस्मरणीय है ये महाकुंभ।