भाजपाइयों ने पार्षद के दावेदार के खिलाफ खोला मोर्चा, कहा- दागी और आपराधिक प्रवृत्ति के नेता को टिकट बर्दाश्त नहीं

रायपुर-  छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव की घोषणा के साथ ही राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। कुम्हारी भाजपा के कार्यकर्ताओं ने पार्टी के क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल और अन्य नेताओं को पत्र लिखकर कुम्हारी नगर पालिका के वार्ड 14 से भाजपा के पार्षद पद के दावेदार राकेश पांडे का खुलकर विरोध किया है। उनका कहना है कि आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को टिकट देने से पार्टी की छवि पर नकारात्मक असर पड़ेगा।

कुम्हारी भाजपा कार्यकर्ता सात्विक तिवारी ने पत्र में कहा कि राकेश पांडे के खिलाफ 2017 में लकड़ी तस्करी के मामले में एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसमें गंभीर धाराएं लगाई गई थी। यह भी आरोप लगाया गया है कि पांडे को जेल की सजा भी हुई थी और वर्तमान में वह जमानत पर बाहर हैं। इसके अलावा उन पर नहर की भूमि पर अवैध कब्जा करने के आरोप भी लगाए गए हैं। सिंचाई विभाग द्वारा अवैध कब्जा हटाने के लिए नोटिस जारी किया गया था, लेकिन पांडे ने राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल कर कब्जा नहीं हटवाया।

ऐसे लोगों का पार्टी में कोई स्थान न हो : तिवारी

सात्विक तिवारी ने पत्र में स्पष्ट रूप से लिखा है कि ऐसे लोग जो अवैध गतिविधियों में लिप्त हैं और राजनीति का उपयोग अपने अपराधों को संरक्षण देने के लिए करते हैं, उनका पार्टी में कोई स्थान नहीं होना चाहिए। पार्टी के सिद्धांतों और कार्यकर्ताओं के मनोबल को बनाए रखने के लिए ऐसे लोगों को टिकट नहीं दिया जाना चाहिए। उन्होंने आग्रह किया कि पार्टी कुम्हारी नगर पालिका के वार्ड क्रमांक 14 से राकेश पांडे की दावेदारी को नजरअंदाज करे और ऐसे दागी और आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को टिकट न दें। तिवारी ने इस पत्र के माध्यम से भाजपा की शुचिता और लोकहित की नीति को ध्यान में रखते हुए पार्टी नेतृत्व से न्याय की अपील की है।

बर्खास्त B.Ed सहायक शिक्षकों को लेकर CM साय का बड़ा बयान, कहा – नौकरी बहाली को लेकर प्रक्रिया जारी है

रायपुर-    छत्तीसगढ़ में बर्खास्त B.Ed डिग्रीधारी सहायक शिक्षकों को लेकर सीएम विष्णुदेव साय ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि हम भी नहीं चाहते की उनकी नौकरी जाए, लेकिन जो भी होगा वह नियम और प्रक्रिया से होगा. सीएस की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई है. उनकी सिफारिश के बाद सरकार निर्णय लेगा.

बता दें कि छत्तीसगढ़ के 2,897 शिक्षकों को हाईकोर्ट के आदेश के बाद सरकार ने नौकरी से निकाल दिया. लगभग 12 से 16 महीने इनकी नौकरी को बीत चुके थे. अब ये सभी समायोजन (एडजस्टमेंट) यानी नौकरी के बदले नौकरी की मांग को लेकर पिछले एक महीने से प्रदर्शन कर रहे हैं. रविवार को रायपुर के तेलीबांधा (मरीन ड्राइव) पर समायोजन की मांग को लेकर बर्खास्त B.Ed सहायक शिक्षकों ने प्रदर्शन किया. सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अपनी बहाली की मांग की. रात में पुलिस ने प्रदर्शनकारी शिक्षकों को घसीटकर सड़क से हटाया. इस दौरान कुछ महिला शिक्षक बेहोश हो गईं.

महिला शिक्षकों ने पुलिस पर कपड़े फाड़ने और बैड टच करने का आरोप लगाया है. प्रदर्शनकारियों ने कहा, जब तक उनकी नौकरी बहाल नहीं होती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. वहीं पुलिस का कहना है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया गया.

मंत्री बंगला का भी घेराव कर चुके हैं बर्खास्त शिक्षक

शनिवार की सुबह बर्खास्त शिक्षकों ने मंत्री ओपी चौधरी के बंगले का घेराव किया था. समायोजन की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन आंदोलन पर बैठे शिक्षक सुबह 5 बजे अचानक मंत्री के बंगले पहुंचे और यहां गेट के बाहर बैठकर नारेबाजी की. काफी देर तक समझाइश के बाद जब प्रदर्शनकारी नहीं उठे तो पुलिस ने जबरदस्ती उन्हें हटाया और गिरफ्तार किया.

10वीं की छात्रा पर युवक ने किया चाकू से हमला, आरोपी गिरफ्तार

बालोद- छत्तीसगढ़ के बालोद जिले से एक खौफनाक मामला सामने आया है. यहां एक 10वीं कक्षा की छात्रा पर सिरफिरे युवक ने जानलेवा हमला कर दिया. छात्रा स्कूल से छुट्टी होने के बाद अपने घर लौट रही थी. इसी दौरान युवक ने छात्रा को रोक कर उसकी गर्दन पर चाकू से हमला कर दिया. इस घटना में छात्रा बुरी तरह घायल हो गई. जिसका अस्पताल में इलाज जारी है. 

इस घटना की सूचना मिलने पर पुलिस ने छात्रा की शिकायत दर्ज कर आरोपी युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पुलिस की पूछताछ में पता चला कि यह मामला एक तरफा प्रेम का है. आरोपी युवक ने छात्रा को प्रेम प्रस्ताव दिया लेकिन छात्रा के मना करने पर आरोपी ने आक्रोशित होकर छात्रा पर चाकू से हमला कर दिया.

छत्तीसगढ़ में मोदी की एक और गारंटी हुई पूरी : मुख्यमंत्री श्री साय ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय भूमिहीन कृषि मजदूर कल्याण योजना का किया शुभारंभ

रायपुर-   छत्तीसगढ़ में भूमिहीन मजदूरों से किए गए वायदे के अनुरूप प्रधानमंत्री श्री मोदी की एक और गारंटी पूरी हो गई है। हमारे छत्तीसगढ़ में बड़ी आबादी कृषि पर निर्भर करती है लेकिन ऐसे लोग भी हैं जिनके पास कृषि भूमि भी नहीं है और वे कृषि मजदूरी कर जीविकोपार्जन करते हैं। उन्हें ध्यान में रखते हुए हमने भूमिहीन कृषि मजदूर भाई-बहनों से भी एक वादा किया था। हमने कहा था कि उन्हें 10 हजार रुपये सालाना आर्थिक सहायता देंगे। आज हमने इस वादे को पूरा किया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज न्यू सर्किट हाउस स्थित आडिटोरियम में पंडित दीनदयाल उपाध्याय भूमिहीन कृषि मजदूर कल्याण योजना का शुभारंभ करते हुए यह बात कही।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के कुल 5 लाख 62 हजार 112 हितग्राहियों को इस योजना का लाभ मिलने जा रहा है। इस योजना के तहत पाँच सौ 62 करोड़ 11 लाख 20 हजार रुपये हम भूमिहीन कृषि मजदूरों को प्रदान करेंगे। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय भूमिहीन कृषि मजदूर कल्याण योजना को शुरू करने के पीछे हमारा उद्देश्य भूमिहीन कृषि मजदूर परिवारों के शुद्ध आय में वृद्धि कर उन्हें आर्थिक रूप से संबल प्रदान करना है। इस योजना में भूमिहीन कृषि मजदूरों के साथ वनोपज संग्राहक भूमिहीन परिवार, चरवाहा, बढ़ई, लोहार, मोची, नाई, धोबी आदि पौनी-पसारी व्यवस्था से संबद्ध भूमिहीन परिवार भी शामिल हैं। इनके अलावा अनुसूचित क्षेत्रों में आदिवासियों के देवस्थल में पूजा करने वाले पुजारी, बैगा, गुनिया, माँझी परिवारों को भी शामिल किया गया है। मुख्यमंत्री श्री साय ने भूमिहीन मजदूर हितग्राहियों को 10 हजार रुपए की राशि का चेक वितरित किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस ऐतिहासिक कदम के माध्यम से प्रदेश के भूमिहीन मजदूर परिवारों के आर्थिक समृद्धि का जो संकल्प हमने लिया था, वह आज साकार हो रहा है। श्री साय ने कहा कि यह योजना न केवल उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगी, बल्कि उनके बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य और भविष्य को भी सुरक्षित बनाएगी। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि प्रदेश का हर गरीब और भूमिहीन परिवार खुशहाल हो। यह योजना उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का माध्यम बनेगी।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने छत्तीसगढ़ की जनता को जो गारंटियां दी थीं, उनमें से अधिकांश गारंटियों को हमारी सरकार ने महज एक साल के भीतर ही पूरा कर दिया है। शपथ लेने के दूसरे दिन ही पहली कैबिनेट में हमने जरूरतमंद 18 लाख परिवारों को प्रधानमंत्री आवास की स्वीकृति दी। हमारी सरकार ने पीएम आवास के लिए पात्रता का दायरा भी बढ़ा दिया है। अब जिनके पास दुपहिया वाहन हैं, ढ़ाई एकड़ सिंचित भूमि या पाँच एकड़ असिंचित भूमि है, जिनकी मासिक आय 15 हजार रुपये है, वे भी पीएम आवास के लिए पात्र होंगे। हमने राज्य में आवास प्लस के लिए सर्वे का काम भी शुरू कर दिया है। छत्तीसगढ़ के हर नागरिक तक सुशासन का लाभ पहुँचे, हमारी सरकार का यही प्रयास है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि इसी तरह मोदी की गारंटी के तहत हमने 31 सौ रुपये प्रति क्विंटल की दर से 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदने का वादा किया था। हमारी सरकार ने किसानों से किया हर वादा निभाया। चालू खरीफ सीजन में हम किसानों से वादे के मुताबिक 31 सौ रुपये प्रति क्विंटल की दर से 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीद रहे हैं। किसानों को समर्थन मूल्य का भुगतान खरीदी के साथ किया जा रहा है तथा अंतर की राशि फरवरी माह में प्रदान कर दी जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अब जब किसान भाइयों को उनके उपज की पूरी कीमत मिल रही है तो खेती छोड़ चुके किसान भी कृषि की ओर लौट रहे हैं। हमने तेंदूपत्ता संग्रहण की दर को चार हजार रुपये प्रति मानक बोरा से बढ़ाकर 55 सौ रुपये प्रति मानक बोरा कर दिया है, जिससे वनवासी क्षेत्र के 12 लाख 50 हजार से अधिक तेंदूपत्ता संग्राहक बंधु लाभान्वित हो रहे हैं। हमने मोदी की गारंटी के तहत माताओं-बहनों को महतारी वंदन योजना में एक हजार रुपये प्रति महीने देने का वादा किया था। प्रदेश की 70 लाख महिलाओं को इस योजना का लाभ मिल रहा है। अब तक 11 किश्तों में माताओं-बहनों को 7 हजार 182 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता दी जा चुकी है। इसी तरह रामलला अयोध्या धाम दर्शन योजना को शुरू कर अब तक छत्तीसगढ़ से 20 हजार श्रद्धालुओं को अयोध्या धाम दर्शन के लिए हम भेज चुके हैं। एक-एक कर हम मोदी की गारंटी के तहत किए गए हर वादे को पूरा कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार हर वर्ग के लिए कल्याणकारी योजनाएँ संचालित कर रही है। हम यह भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि सरकार की योजनाओं का लाभ हितग्राही समूह तक पहुँचे। आज मुझे बेहद खुशी हो रही है कि हमारे किए वादे का लाभ आप तक पहुँच रहा है और हमारे प्रयासों से आपके चेहरे पर मुस्कान आ रही है।

राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि जब से प्रदेश में हमारी सरकार बनी है, छत्तीसगढ़ का तेजी से विकास हुआ है। मोदी की गारंटी और विष्णु के सुशासन में हमारी सरकार ने बड़ी योजनाओं को पूरा किया है। उन्होंने कहा कि दीनदयाल जी के सपनों को हमारे मुख्यमंत्री साकार कर रहे हैं।

इस अवसर पर विधायक अनुज शर्मा, विधायक पुरंदर मिश्रा, विधायक मोतीलाल साहू, विधायक सुनील सोनी, विधायक गुरु खुशवंत साहेब, प्रभारी मुख्य सचिव रेणु पिल्ले, राजस्व विभाग की सचिव शहला निगार सहित वरिष्ठ अधिकारी-कर्मचारी और प्रदेश भर के विभिन्न क्षेत्रों से आए हितग्राहीगण उपस्थित थे।

महाकुंभ के लिए छत्तीसगढ़ से 8 स्पेशल ट्रेन : भक्तों की यात्रा आसान करने रेलवे ने लिया बड़ा फैसला, जानें स्पेशल ट्रेनों का शेड्यूल…

बिलासपुर-  महाकुंभ 2025 के लिए श्रद्धालुओं की आस्था को सम्मान देते हुए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने बड़ा फैसला लिया है. छत्तीसगढ़ के रायगढ़, दुर्ग और बिलासपुर से वाराणसी के लिए 8 स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जाएगा. ये ट्रेनें 25 जनवरी से 24 फरवरी के बीच अलग-अलग दिनों में चलाई जाएगी.

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, बिलासपुर के CPRO डॉ. सुस्कर विपुल विलासराव ने बताया, इन स्पेशल ट्रेनों का संचालन न केवल यात्रा को आसान बनाएगा, बल्कि करोड़ों श्रद्धालुओं को महाकुंभ के पवित्र स्नान का सपना पूरा करने का मौका भी देगा. छत्तीसगढ़ से वाराणसी तक की यह पहल श्रद्धालुओं के लिए एक बड़ा तोहफा साबित होगी, जिससे उनकी यात्रा सुगम और आरामदायक होगी.

महाकुंभ 2025 के लिए ट्रेनों का शेड्यूल

1. 08251 रायगढ़ – वाराणसी कुंभ स्पेशल प्रस्थानः 14:00 आगमनः 10:00, यात्रा दिनांक: 25 जनवरी 2025

2. 08252 वाराणसी – रायगढ़ कुंभ स्पेशलप्रस्थानः 10:50 आगमन: 05:25, यात्रा दिनांक: 27 जनवरी 2025

3. 08791 दुर्ग – वाराणसी कुंभ स्पेशल प्रस्थानः 13:50 आगमनः 10:00, यात्रा दिनांक: 8 फरवरी 2025

4. 08792 वाराणसी – दुर्ग कुंभ स्पेशल प्रस्थानः 10:50 आगमनः 05:30, यात्रा दिनांक: 10 फरवरी 2025

5. 08795 दुर्ग – टुंडला कुंभ स्पेशल प्रस्थानः 19:20 आगमन: 20:15, यात्रा दिनांक: 15 फरवरी 2025

6. 08796 टुंडला – दुर्ग कुंभ स्पेशल प्रस्थानः 16:00 आगमनः 18:20, यात्रा दिनांक: 17 फरवरी 2025

7. 08253 बिलासपुर – वाराणसी कुंभ स्पेशल प्रस्थानः 08:15 आगमनः 10:00, यात्रा दिनांक: 22 फरवरी 2025

8. 08254 वाराणसी – बिलासपुर कुंभ स्पेशल प्रस्थानः 10:50 आगमनः 10:40, यात्रा दिनांक: 24 फरवरी 2025

चुनाव 2025 : चुनावी खर्चों पर आयोग की नजर, महापौर, पार्षद, पंचायत प्रत्याशियों के लिए सीमा निर्धारित, आचार संहिता के दौरान नहीं होंगे ये काम…

रायपुर-    छत्तीसगढ़ में आज राज्य निर्वाचन आयोग की प्रेस कांफ्रेंस के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी. दोपहर 3 बजे से निर्वाचन आयोग की प्रेस कांफ्रेंस में नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया जाएगा. इस बार नगरीय निकाय चुनाव इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) से होंगे, जबकि पंचायत चुनाव बैलेट पेपर से कराए जाएंगे. वहीं राज्य निर्वाचन आयोग की पैनी नजर सभी प्रत्याशियों के चुनाव में होने वाले खर्चों पर भी रहेगी.

छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव को लेकर मेयर और अध्यक्षों की खर्च सीमा तय कर दी गई है. 5 लाख या उससे अधिक आबादी वाले नगर निगमों में मेयर प्रत्याशी 25 लाख, 3-5 लाख की आबादी वाले नगर निगम के लिए यह सीमा 20 लाख और 3 लाख से कम आबादी वाले निगम 15 लाख रुपए तक खर्च कर सकेंगे.

नगर पालिका और नगर पंचायत अध्यक्षों के लिए चुनावी खर्च की राशि तय

वहीं, 50 हजार से अधिक आबादी वाले नगर पालिका अध्यक्ष अधिकतम 10 लाख रुपए और 50 हजार से कम आबादी वाले नगर पालिका अध्यक्ष अधिकतम 8 लाख रुपए खर्च कर सकेंगे. इसके अलावा नगर पंचायत अध्यक्ष के लिए खर्च की सीमा 6 लाख रुपए है.

पार्षदों के लिए चुनावी खर्च की राशि निर्धारित

ऐसे नगर निगम, जहां 3 लाख या उससे ज्यादा जनसंख्या है वहां पार्षद 8 लाख रुपए तक चुनावी खर्च कर सकेंगे. वहीं में 3 लाख से कम आबादी वाले नगर निगमों में खर्च की सीमा 5 लाख रुपए होगी. वहीं नगर पालिका में पार्षदों के खर्च की सीमा 2 लाख और पंचायतों में 75 हजार निर्धारित की गई है.

बता दें कि अभी 14 नगर निगमों में से 10 नगर निगम, 54 नगर पालिकाओं में 45 के नगरपालिका परिषद और 124 नगर पंचायतों में से 114 नगर पंचायत अध्यक्षों के लिए चुनाव होंगे.

जानिए आचार संहिता में किन बातों का रखना होगा ध्यान:

प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद किन-किन बातों का ध्यान रखना होगा, इसे लेकर राज्य शासन ने गाइडलाइन जारी कर दी है.

1. आचार संहिता से संबंधित विषय पर तत्कालिक निर्णय लेना आवश्यक हो तो राज्य निर्वाचन आयोग से परामर्श कर निर्णय लिया जाए.

2. कर्मचारियों व अधिकारियों को कलेक्टर की बिना अनुमति के अवकाश स्वीकृत नहीं होगा। नियुक्ति व पदस्थापना भी प्रतिबंधित रहेगी.

3. सरकार के मंत्री कोई घोषणा नहीं कर पाएंगे और न ही भूमिपूजन या लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल होंगे.

4. लाउडस्पीकर के उपयोग, वाहनों की व्यवस्था, विश्रामगृहों व भवनों में कमरों का आरक्षण, निर्वाचन के लिए कर्मचारियों की व्यवस्था, शिकायतों के निराकरण, स्थानीय निकायों, शासकीय उपक्रमों, सहकारी संस्थाओं आदि के वाहनों के उपयोग पर प्रतिबंध आदि के संबंध में भी दिशा-निर्देश.

होटल में लग रहा था ताश पत्ती पर दांव, पुलिस ने रेड मारकर मैनेजर समेत 11 जुआरी को किया अरेस्ट, 3.50 लाख रुपए नकदी जब्त

बिलासपुर-  न्यायधानी बिलासपुर के एक होटल में पुलिस ने रेड मारकर 11 रसूखदार लोगों को रंगे हाथो जुआ खेलते पकड़ा. होटल के मैनेजर के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है. जुआरियों के पास से 3.50 लाख रुपए नकद जब्त किया गया है. आरोपियों के खिलाफ पुलिस जुआ एक्ट के तहत कार्रवाई कर रही है. 

जानकारी के मुताबिक, सिविल लाइन पुलिस को रविवार की रात मुखबीर सूचना मिली कि होटल ईस्ट पार्क के रूम नम्बर 405 में रसूखदार लोग 52 पत्तियों पर दांव लगा रहे हैं. जिसके बाद पुलिस की टीम ने होटल ईस्ट पार्क पहुंची, यहां रोपी प्लास्टिक क्वाईन (टोकन) का उपयोग कर जुआ खेला जा रहा था. पुलिस ने होटल में छापा मारकर 11 लोगों को गिरफ्तार किया. मौके से 3 लाख 50 हजार 300 रूपये, ताश की गड्डी और प्लास्टिक क्वाईन 350 नग को जब्त किया गया. 

गिरफ्तार आरोपी

1. तेजश्वर वर्मा, निवासी अशोक नगर सरकंडा

2. किशोर कुमार, निवासी बोदरी चकरभाठा

3. रमेश अग्रवाल, निवासी साकेत अपार्टमेंट अग्रेसन चौक

4. सुनील कुमार, चांटीडीह सरकंडा

5. पारूल राय, 27 खोली

6. हरवंश लाल, निवासी दयालबंद

7. शारदा मिश्रा, निवासी मंगला चौक

8. याशीर इकबाल, निवासी परिजात हाईट

9. केशव प्रसाद लहरे, निवासी रामालाइफ सकरी

10. प्रशांत नारंग, निवासी 27 खोली

11. राजेद्र कुमार, निवासी शुभम विहार

महामाया पहाड़ पर अवैध कब्जा हटाने बुलडोजर एक्शन, कांग्रेस नेताओं ने कब्जाधारियों के साथ किया प्रदर्शन

अंबिकापुर-  शहर के महामाया पहाड़ पर अवैध कब्जे को हटाने के लिए आज प्रशासन की कार्रवाई शुरू हो गई है. मौके पर  राजस्व, वन विभाग के अधिकारियों सहित बड़ी संख्या में फोर्स पहुंची है. इस एक्शन के खिलाफ कांग्रेस नेताओं ने स्थानीय लोगों के साथ प्रदर्शन किया. पहले दिन की कार्रवाई में 60 घरों को तोड़ा जाना है. प्रशासन ने नवागढ़ इलाके के 60 घरों में  कब्जा हटाने का नोटिस चस्पा किया था. 

जानकारी के अनुसार, प्रशासन की पहुंचने की सूचना पर कांग्रेस नेताओं ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया.  व्यवस्थापन करने की भी मांग रखी. समझाइश के बाद पुलिस ने हल्के बल का प्रयोग भी किया.

सिद्ध शक्तिपीठ महामाया मंदिर, सरगुजा से लगे महामाया पहाड़ को काटकर करीब 450 लोगों ने कब्जा कर कब्जाधारियों के मकान, बाड़ी बना लिया हैं. 2 दिन पूर्व नवागढ़ इलाके के 60 घरों में कब्जा हटाने के लिए नोटिस चस्पा किया था. नोटिस दिए गए अन्य घरों को दूसरे चरण में तोड़ा जाएगा.

पुलिस महकमे में बड़ा बदलाव, एडिशनल एसपी, डीएसपी समेत कुल 50 अफसरों के तबादले, देखिए सूची-

रायपुर- प्रदेश में नगरी निकाय चुनाव से पहले ट्रांसफर का दौर जारी है इस बीच राज्य पुलिस सेवा के अधिकारियों का बड़े पैमाने पर तबादला हुआ है, जिसमें एडिशनल एसपी और डीएसपी स्तर के अधिकारियों को इधर-उधर किया गया है.

पुलिस विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार, लखन पटले को कोरबा का अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एडिशनल एसपी) नियुक्त किया गया है, जबकि तारकेश्वर पटेल को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) रायपुर बनाया गया है. इसके अलावा रामगोपाल करियारे को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (यातायात) बिलासपुर और असद खान को उप सेनानी वीआईपी सुरक्षा वाहिनी रायपुर की जिम्मेदारी सौंपी गई है.

देखिए लिस्ट-

मुख्यमंत्री ने अमर शहीद गेंदसिंह के शहादत दिवस पर उन्हें किया नमन
रायपुर-     मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अमर शहीद गेंदसिंह के शहादत दिवस पर उन्हें नमन किया है। मुख्यमंत्री श्री साय ने आजादी के लिए बलिदान देने वाले अमर शहीद गेंदसिंह को याद करते हुए कहा कि सन् 1857 में हुए देश के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम से काफी पहले ही गेंदसिंह जी ने अंग्रेजों की गुलामी और शोषण के विरूद्ध आवाज उठाई थी। बस्तर के आदिवासी भाई-बहनों के अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाले नेतृत्वकर्ता शहीद गेंदसिंह को 20 जनवरी 1825 को परलकोट के महल के सामने फांसी दी गई थी। अपने स्वाभिमान तथा मातृभूमि की रक्षा के लिए गेंदसिंह शहीद हो गए। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि परलकोट के मुक्ति आंदोलन के नायक गेंदसिंह का मातृभूमि की मुक्ति के लिए दिया गया अविस्मरणीय बलिदान हम सभी को देशसेवा के लिये अपना सर्वस्व न्यौछावर करने की प्रेरणा देते रहेगा।