डंपर और बाइक की टक्कर से युवक की गई जान, भीड़ ने डंपर फूंका
               जुड़ावनपुर थाना क्षेत्र के राघोपुर पश्चिमी पंचायत में बाईक दुर्घटनाग्रस्त हो गया। शुक्रवार के शाम करीब 5:30 बजे तेज रफ्तार डंपर ने एक बाइक सवार युवक को कुचल दिया। हादसे में बाइक सवार युवक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
मृत युवक जुड़ावनपुर पंचायत का रहने वाला था।

         हादसे के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने डंपर में आग लगा दी। हादसे और डंपर में आग लगाने की सूचना के बाद स्थानीय पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंची और आग पर काबू पाया।

           इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार राघोपुर पश्चिमी पंचायत चंदेल द्वार से आगे हाइवा डंपर ट्रक ने एक बाइक सवार युवक के कुचलने के बाद युवक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।

         इस दौरान मौके पर जुटी भीड़ और युवक के परिजन उसे इलाज के लिए पटना ले गए।

    घटना के बाद स्थानीय लोगों ने डंपर में आग लगा दिया और सड़क जाम कर दिया

           घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने हाइवा डंपर ट्रक में आग लगा दी और रोड को जाम कर दिया।   जिससे दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी कतार लग गई। स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा सड़क जाम कर दिया। जिससे दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी कतार लग गई। स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा सड़क जाम करने और हाइवा डंपर ट्रक में आग लगाने की सूचना थाने को मिली।

       घटना के बाद परिजनों ने शोक व्यक्त किया

    इस पर जुड़ावनपुर थानाध्यक्ष गौरव श्रीवास्तव पुलिस बल एवं अग्निशमन गाड़ी के साथ घटनास्थल पर पहुंचे।  उनके पहुंचने तक हाइवा डंपर ट्रक पूरी तरह से जल चुका था। दमकल कर्मियों ने आग बुझाई।

       मृत युवक जुड़ावनपुर बरारी निवासी बीपत राय का 30 वर्षीय पुत्र तूफानी कुमार था।शुक्रवार की शाम तूफानी कुमार बाइक से बाजार फतुहा दूसरे घर पर जा रहा था। ।  उसी दौरान राघोपुर पश्चिमी पंचायत चंदेल द्वार से आगे पश्चिम दिशा से आ रहे हाइवा डंपर ट्रक ने बाइक में टक्कर मार दी।   घर का इकलौता कमाऊ सदस्य था युवक बाइक पर से गिरकर डंपर ट्रक में टकराकर रोड पर गिर गया, जिससे उसका सिर फट गया। रोड पर काफी खून गिर गया और घटनास्थल पर ही मौत हो गई। परिजनों को रो-रोकर हाल बेहाल है।

           जानकारी के अनुसार युवक, तीन भाई में सबसे बड़ा था। दो भाई छोटे जाता हैं, जो पढ़ाई कर रहे हैं। बताया है कि युवक को एक लड़का एक लड़की दो छोटे बच्चे हैं। मृत युवक ही अपने परिवार का कमाऊ सदस्य था।


      
वेतन जारी करने के बदले रिश्वत लेते उद्यान विभाग हाजीपुर के सहायक निदेशक समेत तीन गिरफ्तार
विशेष निगरानी इकाई

             हाजीपुर में वेतन जारी करने के बदले रिश्वत लेते उद्यान विभाग के सहायक निदेशक समेत तीन लोगों को विशेष निगरानी इकाई की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है.

        विशेष निगरानी इकाई की टीम ने कार्रवाई करते हाजीपुर उद्यान विभाग के एक अधिकारी तथा एक अन्य कर्मचारी को गिरफ्तार किया हैं।

     विभाग के अधिकारी ने एक कर्मचारी से रिश्वत की मांग

             बताया गया कि अधिकारी शशांक कुमार ने एक कर्मी से दिसंबर माह का वेतन जारी करने के बदले सात हजार रुपये रिश्वत मांगते तथा स्वीकार करने के आरोप में गिरफ्तार कर अपने साथ ले गयी है। विशेष निगरानी इकाई के छापे के बाद विभाग के कर्मियों में हड़कंप मच गया।

          इस संबंध में विशेष निगरानी इकाई पटना के उपाधीक्षक सुधीर कुमार ने कार्रवाई के बाद मीडिया को बताया कि उद्यान विभाग हाजीपुर के असिस्टेंट डायरेक्टर शशांक कुमार ने प्रखंड उद्यान पदाधिकारी गोरख राम से बीते दिसंबर माह के वेतन जारी करने के बदले सात हजार रुपये रिश्वत की मांग की थी.

        उद्यान विभाग के सहायक समेत तीन गिरफ्तार

                  प्रखंड उद्यान पदाधिकारी ने इसकी लिखित शिकायत निगरानी कार्यालय पटना में की थी. शिकायत मिलने पर एसवीयू के अधिकारी ने मामले की सत्यता की जांच कर दी गयी रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करते हुए असिस्टेंट डायरेक्टर शशांक कुमार तथा कार्यालय के एक अन्य कर्मी अरविंद झा के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया था। बताया गया कि दर्ज मामले में पुष्टि की गयी थी कि आरोपित शशांक कुमार ने प्रखंड उद्यान पदाधिकारी से रिश्वत मांगने के बाद अरविंद झा से संपर्क करने के लिए कहा था।

  विजिलेंस कोर्ट में पेश किया जायेगा

          अरविंद झा ने ही शिकायतकर्ता को पैसे की मांग एवं लेनदेन के बारे में जानकारी दी थी. इसके आधार पर छापेमारी टीम ने उद्यान कार्यालय पहुंच कर दोनों आरोपितों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार दोनों आरोपितों को शनिवार को पटना विजिलेंस कोर्ट में पेश किया जायेगा.
जहरीला पदार्थ खिलाने से युवक की गई जान
         मृतक के भाई सोनू कुमार राय ने भगवानपुर थाना में हत्या का मामला दर्ज कराया है





         भगवानपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत मियांबैरो गांव में एक युवक को मारपीट कर जहरीली पदार्थ खिलाने से एक युवक की मौत हो गई। मृतक सूरज कुमार राय पिता सुरेश राय मियाबैरो गांव निवासी बताया गया है। इस संबंध में मृतक के भाई सोनू कुमार राय ने भगवानपुर थाना में हत्या  का मामला दर्ज कराया है।

           दर्ज मामले के  कहा गया है की बीते सोमवार को करीब आठ बजे रात में मेरा छोटा भाई  सूरज कुमार राय को गांव के ही विक्रम  पासवान पिता राजनाथ पासवान  को यह कहकर अपने साथ घर बुलाकर ले  गया की तुम्हारा दो लाख रुपए है, जिसका हिसाब कर देने के लिए मां पिता जी बुला रहे है।

           इसी बात पर मेरा छोटा भाई उसके साथ चला गया। जब काफी रात तक घर नहीं आया तो खोजबीन करने लगे।

      घटना के बारें में बताया गया कि पैसा गबन करने के नियत से की गई हत्या

      मृतक के भाई सोनू कुमार राय ने  बताया कि देर रात तक मेरा भाई नहीं लौटा तब हमलोग विक्रम पासवान के घर अपने भाई को खोजने गये तो मेरा भाई उसके घर पर नहीं था एवं विक्रम के सभी परिवार घर से फरार थे। कुछ लोगों ने बताया की तुम्हारे भाई को घर मे बाँधकर मारपीट कर कही छिपा दिया है।

           मंगलवार की सुबह खोजबीन के दौरान घर के पीछे केले के बगीचा में मेरा भाई अचेत अवस्था में मिला तब हमलोग उसे अपने घर ले जाकर घरेलु उपचार करने पर होश आया। तो उसने बताया की विक्रम पासवान रवि पासवान दोनों पिता राजनाथ पासवान एवं राजनाथ पासवान पिता योगेन्द्र पासवान, आदि ने मुझे पैसा वापस देने का लालच देकर अपने घर में दारु पिलाया पैसा मांगने पर उक्त सभी लोग अभद्र व्यवहार करते हुए बोला की तुम्हारा पैसा दे दिए। विरोध करने पर वे लोग मेरे साथ मारपीट किया।

प्राथमिकी दर्ज करने के बाद जांच पड़ताल

          इसी दौरान तबियत अधिक खराब होने पर इलाज के लिए हाजीपुर के एक निजि अस्पताल ले गये जहां डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया। वापस घर आकर भगवानपुर थाना पुलिस को सूचना दिए। पुलिस घर पहुंच मामले की छानबीन कर शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल हाजीपुर भेज दिए।

       घटना का मुख्य यह है की मेरे भाई एवं परिवार वालों से दो लाख रुपए लिया हुआ पैसा को गबन करने के नियत से मेरे भाई के साथ घटना को अंजाम दिया गया है। इस संबंध में थानाध्यक्ष शंभुनाथ सिंह ने बताया की मामले की प्राथमिकी दर्ज कर घटना की जांच पड़ताल की जा रही है।
घाटे का सौदा रही फूल गोभी की पिछात खेती
कीमत कम मिलने से खेतों में छोड़ी गई फूल गोभी फूटने लगी जो अब बीज बनेगा


       लालगंज

            लालगंज प्रखंड के किसान फूल गोभी उत्पादन में अग्रणी रहते हैं। लालगंज प्रखंड के किसान करीब एक हजार हेक्टेयर में सिर्फ फूल गोभी की खेती  करते हैं। प्रखंड में कोई ऐसा गांव नहीं जहां किसान फूलगोभी की खेती नहीं करते। इसके अलावा वैशाली जिले से भगवानपुर और हाजीपुर में भी बड़े पैमाने पर फूल गोभी का उत्पादन किया जाता है।

फूल गोभी खेती का रकबा

           कुल खेती का रकबा  करीब ढाई हजार हेक्टेयर में फूल गोभी का उत्पादन होता है।  इस वर्ष सुखाड़ के कारण फूल गोभी की खेती का रकबा अन्य वर्षों से काफी बढ़ गया। असर यह हुआ कि पीक सीजन में ही गोभी की मांग घट गई। खिचड़ी के मौके पर भी मंडी में फूल गोभी एक रुपए से दो रुपए किलो ही बिका।

        ऐसे में कई गोभी किसान ऐसे भी हैं, जिनकी लागत नहीं निकल सकी और पूंजी फंसने से वे हत्तोत्साहित हैं। कुछ किसानों ने खेत में बची थोड़ी-बहुत गोभी को जुतवा दिया है, तो कुछ किसानों ने फूल गोभी को छोड़ दिया। जो अब फूट रही है।

               किसानों का कहना है कि इससे बीज उत्पादन होगा। फूल गोभी नहीं बिकने पर किसानों ने उसे खेत में ही छोड़ दिया, जो अब फूल गोभी की अधिक उत्पादन होने से गोभी की मांग घट गई  संरक्षण की कोई व्यवस्था नहीं होने से गोभी की तैयार फसल बर्बाद होकर फूटने लगी है।

फूल गोभी उत्पादन में लागत

            गोभी को खेतों में फूटने के लिए छोड़ दिए किसानों ने बताया कि गोभी लगाने और उसे तैयार करने में  करीब डेढ़ से दो हजार रुपए कट्ठा खर्च  बैठा है। उसे जोतबा देने पर तो कुछ नहीं मिलेगा। अब खेत में ऐसे ही छोड़ देने पर एक महीने में उसका बीज तैयार हो जाएगा।  बीज से जो ही आमदनी हो जाएगी। किसानों ने बताया कि इस साल के वर्षा कम होने के कारण कम खेतों में धान लगाया गया। गोभी कम समय में तैयार हो जाता हैं और नगदा बिक भी जाता हैं। इसलिए निचले हिस्से के खेतोिं में भी किसानों ने फूल गोभी की फसल लगा दी।

              जिससे उत्पादन अधिक हो  गया। यहां अन्य राज्यों की तरह कच्ची सब्जियों, पके फलों के भंडारण, संरक्षण  की कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण गोभी की तैयार फसल बर्बाद हो गई।
ऑपरेशन आहट और नन्हे फरिस्ते के जरिए लौटा रहे मुस्कान
मानव तस्करी की रोकथाम के लिए रेलवे की भूमिका

               पूर्व मध्य रेल क्षेत्र से होकर गुजरने वाली ट्रेनों के जरिए मानव तस्करी रोकने में रेलवे सुरक्षा बल (रेसुब) महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। मादक पदार्थों की तस्करी के कार्यों के लिए मानव तस्करी कर इन्हें उपयोग में लाया जाता है। मानव तस्कर खासकर उन गरीब लोगों को निशाना बनाते हैं, जो बेहद दयनीय स्थिति में अपना जीवन-यापन करते हैं। आरपीएफ को मानव तस्करी के मामलों की जांच करने का अधिकार भले नहीं है, फिर भी रेलवे सुरक्षा बल इसमें राजकीय रेल पुलिस/स्थानीय पुलिस के प्रयासों में सहायता करती है। रेलवे का नेटवर्क सम्पूर्ण भारत में होने के कारण रेलवे सुरक्षा बल की भूमिका इस तरह के अपराधों की रोकथाम में काफी महत्वपूर्ण है।

            यह कहना है पूमरे के प्रधान मुख्य सुरक्षा  आयुक्त अमरेश कुमार का।

ऑपरेशन आहट

                  पूर्व मध्य रेलवे में मानव तस्करी के विरुद्ध कार्यवाही की बात करें तो ऑपरेशन आहट नाम से अभियान चलाया गया। यह अभियान मुख्य रूप से महिलाओं और बच्चों को तस्करों के चंगुल से बचाने पर केंद्रित था। इसके तहत संदिग्धों की पहचान करने और उनहें पकड़ने के लिए लंबी दूरी की ट्रेनों और मार्गो पर विशेष टीमें तैनात की जाती हैं।

          पूर्व मध्य रेल में आरपीएफ ने वर्ष 2024 में 444 बच्चों (425 लड़के और 19 लड़कियों) को बचाने के साथ-साथ 134 मानव तस्करों को गिरफ्तार किया। 2023 में 89 मानव तस्कर गिरफ्तार किये गये थे तथा उनके चंगुल से 314 बच्चों (292 लड़के और 22 लड़कियों) को मुक्त कराया गया था।

ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते


              इसी तरह ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते के जरिए अकेले या संदिग्ध व्यक्तियों के साथ यात्रा करने वाले नाबालिगों को गलत हाथों में पड़ने से बचाता है। पूर्व मध्य रेल में  आरपीएफ वर्ष 2024 के दौरान 2310 बच्चों (1794 लड़के और 516 लड़कियों) त्तथा वर्ष 2023 में 1140 बच्चों (749 लड़के और 391 लड़कियों) को बचाया गया। मानव तस्करी के खिलाफ कार्यवाही हेतु टीमों (एंटी ह्यूमन ट्रैफकिंग यूनिट) की स्थापना की गई।

               अब तक 53 रेलवे सुरक्षा बल की मानव तस्करी के खिलाफ कार्यवाही हेतु टीमों का गठन किया गया है।

जागरूकता अभियान

      सार्वजनिक जागरुकता रेलवे सुरक्षा बल सक्रिय रूप से रेलवे स्टेशनों पर, रेल उपयोगकर्ताओं, रेलवे ट्रैक के आस-पास रहने वाले लोगों, यात्रियों व स्थानीय लोगों के बीच जागरुकता अभियान चलाकर मानव तस्करी से संबंधित संकेतों के बारे में शिक्षित व संदिग्ध गतिविधियों की रिपोर्ट कानून को प्रर्वतन करने वाले एजेंसियों को करने के लिए प्रोत्साहित करता है।

           कौन-कौन सी हैं धाराएं: 

                मानव तस्करी के विरुद्ध कानुनी कार्यवाही निम्न के अनुसार की जाती है।

1. भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 98, 99, 143, 144, 145 व 146 तथा अन्य संबंधित धाराएं।
2. अनैतिक व्यापार (रोकथाम) अधिनियम 1956 के प्रावधानो के अनुरुप । बंधुआ मजदूरी प्रणाली (उनमूलन) अधिनियम 1976 के प्रावधानो के अनुरुप ।
3. किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) अधिनियम के प्रावधानों के अनुरूप।


             मानव तस्करी के खिलाफ अभियान में रेलवे सुरक्षा बल ने महत्वपूर्ण प्रगति की है,  लेकिन चुनौतियां अब भी बरकरार


          यह जानकारी मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सरस्वती चंद्र ने दी। उन्होंने बताया कि रेलवे सुरक्षा बल मानव तस्करी से संबंधित खुफिया जानकारी साझा करने, बचाव प्रयासों में समन्वय और तस्करी विरोधी उपायों को मजबूत करने के लिए विभिन्न सरकारी एजेंसियों, गैर सरकारी संगठनों और अंतराष्ट्रीय संगठनों के साथ सहयोग करता है। रेलवे सुरक्षा बल ने महत्वपूर्ण प्रगति की है, चुनौतियां अभी भी है।

            रेलवे सुरक्षा बल का लक्ष्य भविष्य की चुनौतियों को दूर करने के लिए अपनी क्षमताओं को ब बढ़ाना है। रेलवे सुरक्षा बल मानव तस्करी के लिए आशा की किरण और निर्दोष पीड़ितों का शोषण करने वालों के खिलाफ एक मजबूत ताकत बनी रह सकती है। रेलवे सुरक्षा बल लोगों से नन्हें चेहरों पर मुस्कान बनाए रखने के लिए सक्रिय भागीदार बनने का आग्रह करता है।

           
लालगंज में बंद घर से 15 लाख की चोरी
                              बुधवार की रात अज्ञात चोरों ने करताहां थाना क्षेत्र के घटारो गांव में इलाज के लिए पटना गए दंपति के घर के दरवाजे का ताला काटकर घर में रखे गहना, कपड़ा, बर्तन सहित पन्द्रह लाख रुपऐं के सामानों की चोरी कर ली गई।

            गुरुवार की सुबह स्थानीय लोगों के द्वारा घटना की जानकारी गृहस्वामी को फोन पर दी। सूचना मिलने के बाद गृहस्वामी पति-पत्नी पटना से अपने घर पहुंचे ही करताहां थाने में घटना की जानकारी गृहस्वामी को फोन कर दी।

              करताहां थाना की पुलिस त्वरित कार्रवाई करते हुए घटनास्थल पर पहुंची। जांच करते हुए आगे की कार्रवाई शुरू की। । जांच पड़ताल करने के दौरान गृहस्वामी रंजीत कुमार सिंह ने बताया कि 14 जनवरी को पत्नी को दिखाने के लिए डॉक्टर के पास पटना गया हुआ था।

              पटना मे मेरी बेटी रहती है। इसलिए वहीं रहकर इलाज कराता था। जबकि घर पर गांव के ही एक व्यक्ति को रखवाली के लिए रखे हुए थे।  किंतु वह भी चोरी की घटना के दिन से गायब हैं । पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है और पूछताछ कर रही है।

        घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार घर के दरवाजे का ताला काटकर चोर घर में घुस गए और अन्दर के तीन अलग-अलग कमरों का ताला काटकर।  बक्शा, आलमीरा, गोदरेज में रखे गहने, कपड़े, बर्तन, गैस सिलेंडर, टीवी, तीन अटैची एवं अन्य अटैची में रखे लगभग 15 हजार नकदी की चोरी कर ली।

 

सामानों की कीमत 15 लाख बताई गई:

गृहस्वामी ने यह भी बताया कि पत्नी का हीरा जड़ित कान का टॉप्स एवं लगभग ढाई से 3 लाख की सोने की चेन थी, वहीं तीनों अटैची में रखे शूट एवं कपड़े आदि रखे हुए अज्ञात चोरों द्वारा चोरी कर ली गई।

              सामानों की कीमत लगभग 15 लाख रुपए बताई जा रही है। सूचना मिलते ही पैक्स अध्यक्ष ललन सिंह, मुखिया पुत्र शम्भू कुमार सिंह, सरपंच अश्विनी कुमार आदि लोगों ने चिंता जताई और अतिशीघ्र अज्ञात चोर को गिरफ्तारी करने की मांग की गई है। इस संबंध में करताहां थानाध्यक्ष अनुरंजन कुमार सिंह ने बताया कि घटनास्थल पर जांच पड़ताल की गई है। घर के पास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला जा रहा है। रखवाली करने वाले व्यक्ति की मोबाइल जांच पड़ताल की जा रही है।

बरैला झील के संरक्षण, सौंदर्याकरण के लिए सरकार कर रही पहल

हाजीपुर

                बुधवार को डीएम यशपाल मीणा ने अपने कार्यालय कक्ष में संबंधित पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।इस दौरान उन्हें कई आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में जिला पदाधिकारी ने सभी संबंधित पदाधिकारी को निर्देश दिया कि वे एक कार्य योजना तैयार कर बरैला झील के सौंदरीकरण और विकास के कार्य को शीघ्र पूर्ण रूप देने का निर्देश दिया। इसके लिए राज्य सरकार भी विशेष पहल कर रही है।

           बरैला झील के संरक्षण के लिए  झील को 12 सेक्टर में  बांटा गया

      सरकार के निर्देशानुसार जिला प्रशासन ने बरैला झील की पर्यावरणीय महत्ता और जैव विविधता के संरक्षण के साथ-साथ सौंदर्याकरण का प्रयास तेज कर दिया है।  बरैला झील सलीम अली जुब्बा सहनी पंछी आश्रयणी के नाम से भी जाना जाता है।  जिला पदाधिकारी की विशेष पहल पर बरैला झील के विकास के लिए वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग तथा राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा बीते वर्ष ही मापी और सीमांकन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।  झील को 12 सेक्टर में बांट कर मापी और सीमांकन का कार्य कराया गया था, ताकि झील के वास्तविक स्थिति का आंकलन कर संरक्षण के लिए पहल किया जा सके।

        बैठक में अपर समाहर्ता विनोद कुमार सिंह, उप विकास आयुक्त कुंदन कुमार, डीसीएलआर, जंदाहा और पातेपुर के अंचलाधिकारी तथा प्रखंड विकास पदाधिकारी के साथ स्थानीय पर्यावरणविद पंकज कुमार चौधरी भी उपस्थित रहे।




शटर काटकर मोबाइल दुकान में चोरी से आक्रोश



           बुधवार को मोबाइल दुकान में चोरी की घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस जांच-पड़ताल करती हुई




राजापाकर

       प्रखंड क्षेत्र के रानीपोखर चौक स्थित मोबाइल दुकान में शटर काटकर चोरों ने लाखों का मोबाइल चुरा लिया। दुकान के मालिक जदयू के नेता संजीव चौरसिया हैं।

     मोबाइल दुकान में एक लाख का मोबाइल और नकद की चोरी
     
         मिली जानकारी के अनुसार मीरपुर प्रतापगढ़ पंचायत के रानीपोखर चौक स्थित गुप्ता होटल के सामने चंदन मोबाइल शॉप एण्ड रिपेयरिंग सेंटर में बीती रात लगभग 3 बजे चार चक्का स्विफ्ट डिजायर वाहन पर सवार अज्ञात चोरों ने चंदन मोबाइल दुकान का शटर काटकर दुकान में ग्राहकों की रिपेयरिंग के लिए रखी लगभग एक लाख के मोबाइल, पांच हजार नकद सहित अन्य सामानों में चार्जर हेडफोन ब्लूटूथ हार्ड डिस्क व 20 नए मोबाइल आदि चुरा ले गए। दुकानदार जब बुधवार की सुबह दुकान खोलने पहुंचा तो देखा कि दुकान का ताला टूटा है।

   चंदन मोबाइल शॉप एण्ड रिपेयरिंग सेंटर दुकान में दूसरी बार चोरी की घटना


           घटना की सूचना स्थानीय टीओपी प्रभारी रानीपोखर गुंजन कुमार को दी गई, वे सुरक्षा बलों के साथ मौके पर पहुंचे एवं घटना की जानकारी ली। जदयू नेता संजीव चौरसिया के पुत्र चंदन कुमार ने बताया कि उनकी दुकान में चोरी की यह दूसरी घटना है। पांच साल पूर्व दुकान का ताला तोड़कर चोरों ने मोबाइल गायब कर दिया था। आज तक उस घटना का उद्भेदन नहीं हुआ और नही कोई कार्रवाई ही हुई।

    स्थानीय दुकानदारों का फूटा गुस्सा

               घटना पर रानीपोखर चौक के दुकानदारों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि पुलिस सही से रात्रि गश्ती नहीं करती है। जिसके कारण आए दिन घटनाएं होती रहती है। घटना मोबाइल दुकान के सामने गुप्ता स्वीटस में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। जिसमें देखा गया कि 2 बजकर 52 मिनट में स्विफ्ट डिजायर गाड़ी पर सवार अपराधी चंदन मोबाइल दुकान के सामने रुकते हैं और 3 बजकर 15 मिनट पर चोरी की घटना को अंजाम देने के बाद गाड़ी पर सवार हो चले जाते हैं।

          इस संबंध में स्थानीय टीओपी प्रभारी ने कहा कि हम लोगों को सुविधा के नाम पर कोई संसाधन सुलभ नहीं है। गश्ती के लिए वाहन भी उपलब्ध नहीं है। बिहार के डीजीपी विनय कुमार का गृह पंचायत है जहां यह घटना घटी है। महज खानापूर्ति के नाम पर टीओपी खुली है।



           लालगंज

              लालगंज प्रखंड में कई दिनों से चोरी की घटना बढ़ती जा रही है। सोमवार की रात को लालगंज के शहरी क्षेत्र में अज्ञात चोरों ने पांच दुकान का ताला काटा, लेकिन एक ही दुकान में चौरी करने में सफल रहे। वहीं अज्ञात चोरों ने करताहां चौक के समीप गजेन्द्र नाथ मिश्रा के घर और विनोद सिंह की दुकान में चोरी की घटना को अंजाम दिया।

          इस संबंध में राकेश नाथ मिश्रा एवं उदय नाथ मिश्रा ने बताया कि गजेन्द्र नाथ मिश्रा सपरिवार अन्य प्रदेश में रहते हैं। इसलिए मकान बन्द पड़ा रहता है। बन्द मकान देखकर अज्ञात चारों ने घर में घुसकर ताला काटकर घर से गहना, बर्तन एवं अन्य सामनों की चोरी की।  करताहां थानाध्यक्ष अनुरंजन कुमार ने घटना स्थल पर पहुंचकर छानबीन शुरू की।

मुर्गी पालन को 40 फीसदी तक अनुदान
पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग रोजगार उपलब्ध कराने पर दे रहा जोर 

लेयर मुर्गी फार्म के लिए ऑनलाइन आवेदन जांच की प्रक्रिया पूरी
        
       पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग रोजगार उपलब्ध कराने को लेकर बकरी पालन, मुर्गी पालन समेत पशुपालन पर जोर दे रही है। इसके लिए पशुपालन विभाग लोगों को जागरूक भी कर रही है। समेकित मुर्गी विकास योजना से लाभुकों का चयन किया गया है। यह जानकारी जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ. प्रभावती कुमारी ने दी।

         पशुपालन पदाधिकारी ने बताया कि उन्होंने बताया कि वैशाली जिला अंडा उत्पादन में राज्य में प्रथम स्थान पर है। जिले में अंडा उत्पादन एक बेहतर रोजगार का साधन साबित हो रहा है।

       सहायक कुकुट पदाधिकारी डॉ. राकेश कुमार सिन्हा कहा कि लेयर मुर्गी पालन स्वलागत या बैंक लोन के माध्यम से की जा सकती है।

        10 हजार क्षमता वाले लेयर मुर्गी फार्म 01 करोड़ की योजना है और 05 हजार क्षमता वाले लेयर मुर्गी फार्म 48 लाख की योजना बताया गया है। 10 हजार क्षमता के लेयर मुर्गी फार्म स्थापित करने के लिए 100 डिसमिल जमीन एवं 05 हजार क्षमता के लेयर मुर्गी फार्म के लिए 50 डिसमिल जमीन होना चाहिए।

          अगर किसी लाभुकों को जमीन नहीं है, तो 11 साल के एकरनाम पर जमीन किराये पर भी लेकर मुर्गी पालन कर सकते हैं। आवेदन करने वाले लाभुकों को पहले मुर्गी पालन का प्रशिक्षण लेना अनिवार्य है।

             बैंक लोन लेकर 10 हजार क्षमता के मुर्गी पालन के लिए बैंक खाते में 10 लाख राशि रहना चाहिए और स्वलागत से मुर्गी लेयर मुर्गी पालन के लिए कम से कम 70 लाख रुपये जमा रहना चाहिए।

       लेयर मुर्गी पालन करने वाले सामान्य जाति के लाभुकों को 30 प्रतिशत एवं अनुसूचित जाति जनजाति के लाभुक को 40 प्रतिशात तक अनुदान देने का प्रावधान किया गया है।
कक्षा 8 तक की शैक्षणिक गतिविधियां 18 तक बंद



                       अत्यधिक ठंड के कारण जिला दंडाधिकारी यशपाल मीणा ने निर्देश पत्र जारी किया हैं। पत्र में वैशाली जिले के सभी सरकारी, निजी विद्यालयों (प्री-स्कूल, ऑगनबाड़ी केन्द्रों सहित) में
अत्यधिक ठंड के कारण 18 जनवरी तक प्रतिबंध लगा दिया गया हैं। बताया गया कि वर्ग-08 वीं तक के शैक्षणिक गतिविधियों पर 18 जनवरी तक प्रतिबंध लगा दिया गया है।

          वर्ग-08वीं से ऊपर की कक्षाओं की शैक्षणिक गतिविधियां 09 बजे से 03:30 बजे के बीच संचालित की जा सकती हैं।

                 बोर्ड परीक्षा से संबंधित शैक्षणिक गतिविधियों का संचालन इससे मुक्त रहेगा।

                  

             जारी पत्र में जिलाधिकारी ने कहा है कि जिले में अत्यधिक ठंढ़ का मौसम और कम तापमान की स्थिति बनी हुई है, जिसके कारण बच्चों के   स्वास्थ्य और जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना है।

             जिसके कारण 16 जनवरी से 18 जनवरी तक 8वीं तक के बच्चों शैक्षणिक गतिविधियों पर रोक लगाई जाती है।

      उन्होंने इसकी सूचना जिला शिक्षा पदाधिकारी, वैशाली सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, वैशाली देते हुए निर्देश दिया कि आदेश का अनुपालन अपने स्तर से सुनिश्चित कराएंगे।