*13 केंद्रों पर होगी नवोदय विद्यालय की परीक्षा* *हर केंद्र पर तैनात होंगे एक पर्यवेक्षक, रहेंगी निगरानी*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही।जवाहर नवोदय विद्यालय ज्ञानपुर में कक्षा छह में प्रवेश के लिए 18 जनवरी को होने वाली प्रवेश परीक्षा की तैयारी धीरे-धीरे अंतिम दौर में पहुंच गई है।इसको लेकर जिले में 13 केंद्र बनाए गए हैं। एक-एक केंद्र पर पर्यवेक्षक तैनात रहेंगे। 16 जनवरी तक मजिस्ट्रेट स्तर के अधिकारी को नामित किया जाएगा। कक्षा छह में 80 सीटें निर्धारित हैं। इन सीटों पर प्रवेश के लिए होने वाली परीक्षा में प्रतिभाग को 4212 छात्र-छात्राओं ने आवेदन किया है। जवाहर नवोदय विद्यालय के प्रधानाचार्य सीएम सिंह ने बताया कि परीक्षा को पूरी तरह पारदर्शिता के साथ कराने की तैयारी चल रही है। जिलाधिकारी विशाल सिंह की ओर से नामित नोडल अधिकारी के निर्देशन में परीक्षा संपन्न कराई जाएगी।केंद्र बने सभी विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को परीक्षा की सारी तैयारी पूरी करने का निर्देश जारी किया जा चुका है। बताया कि परीक्षा के लिए ज्ञानपुर ब्लाॅक में विभूति नारायण राजकीय इंटर काॅलेज ज्ञानपुर, जिला पंचायत बालिका इंटर काॅलेज ज्ञानपुर को केंद्र बनाया गया है। औराई ब्लाक में राम संजीवन लाल इंटर काॅलेज खमरिया, काशीराज महाविद्यालय इंटर काॅलेज औराई, भदोही ब्लाॅक में वुडवर्ड पब्लिक स्कूल व प्रेमबहादुर सिंह पब्लिक स्कूल, डीघ ब्लाॅक में पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय माडल इंटर काॅलेज सागर रायपुर, गुलाबधर मिश्र इंटर काॅलेज गोपीगंज, सुरियावां ब्लाॅक में सेवा सदन इंटर काॅलेज मोढ़ व सेवाश्रम इंटर काॅलेज सुरियावां तो अभोली ब्लाॅक में डाॅ. लोहिया इंटर काॅलेज सागरपुर बवईं व इंटर काॅलेज दुर्गागंज को केंद्र बनाया गया है। बताया कि परीक्षा सुबह 11.30 से 1.30 बजे तक होगी। छात्र-छात्राओं को एक घंटे पहले 10.30 बजे केंद्र में प्रवेश दिया जाएगा।
*दो करोड़ का लघु सेतु तीन साल बाद भी अधूरा*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। अफसरों की उदासीनता कहें या ठेकेदार की लापरवाही। अभोली के तुलसीपुर-कठार में वरुणा नदी पर निर्माणाधीन लघु सेतु तीन साल बाद भी पूर्ण नहीं हो सका। 2021 में हैंडओवर होने वाला लघु सेतु अभी तक अधूरा है। इसको लेकर तमाम सवाल उठने शुरू हो गए हैं। जिले में गंगा की सहायक नदियां वरुणा और मोरवा संग ही नालों पर आवागमन को बेहतर करने के लिए छोटे-छोटे लघु सेतु बनाए जाते हैं। जिले में साल 2020-21 में करीब 10 लघु सेतु स्वीकृत हुए। इसमें ज्यादातर लघु सेतु कुछ दिन विलंब के बाद पूर्ण हो गए, लेकिन अभोली ब्लॉक के तुलसीपुर कठार में वरुणा पुल पर एक करोड़ 95 लाख की लागत से बनने वाला लघु सेतु अभी तक अधूरा ही है। फरवरी 2020 में उक्त पुल बनना शुरू हुआ और एक साल में पूर्ण कर फरवरी 2021 में हैंडओवर करना था। ग्रामीणों ने बताया कि यहां का पुल ठेकेदार की मनमानी से पूरा नहीं हो पाया। आधा अधूरा काम छोड़कर ठेकेदार गायब हो गए हैं। विभागीय स्तर से भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसको लेकर कई सवाल भी उठने शुरू हो गए हैं। आखिरकार समय से तीन साल बाद भी उक्त सेतु का निर्माण आखिरकार क्यों नहीं हो पाया। अधिशासी अभियंता लोक निर्माण जैनूराम ने कहा कि लघु सेतु आवागमन लायक बन चुका है। भदोही की तरफ सड़क बन गई है, लेकिन प्रयागराज के किसानों ने कोर्ट में केस कर दिया है। इससे उस तरफ का काम पूर्ण नहीं हो पाया है। कोर्ट से मामला निपटने पर उसे पूर्ण करा दिया जाएगा।
*जिला अस्पताल में तीन ईए‌म‌ओ की होगी तैनाती* *तैनाती के बाद अस्पताल के ओपीडी में बढ़ेगी डॉक्टरों की संख्या*

भदोही। दो से ढाई लाख लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने वाला जिला चिकित्सालय का इमरजेंसी सालभर से ईएम‌ओ का पद भरने की कवायद कर रहा है। जिला अस्पताल में तीन ईए‌‌म‌ओ तैनात किए जाएंगे। अब तक ओपीडी के चिकित्सकों की इमरजेंसी में ड्यूटी लगती थी। जिससे ओपीडी प्रभावित होती थी। अब ईए‌म‌ओ की तैनाती होने से यह समस्या दूर हो जाएगी। तीन ई‌एम‌ओ की ड्यूटी रोस्टरवार जिला अस्पताल की में इमरजेंसी में लगेंगी। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय में करीब दो से ढाई लाख की आबादी तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने का जिम्मा है‌।‌ अस्पताल में इस समय 18 चिकित्सकों की तैनाती है। बीते साल से ईएम‌ओ न होने के कारण इन्हीं 18 चिकित्सकों की इमरजेंसी ड्यूटी लगाई जाती थी। जिससे अगले दिन ओपीडी प्रभावित होती थी। अस्पताल में अब जल्द ही तीन ईएम‌ओ की तैनाती होगी। इसके बाद से इमरजेंसी के ड्यूटी को छुटकारा मिल जाएगा है। जिला अस्पताल में रोजाना एक हजार के करीब ओपीडी होती है। इससे से 35 से 40 मरीजों की इमरजेंसी होती है। जिन्हें जांच पड़ताल कर दवाई उपलब्ध कराई जाती है। ईएम‌ओ न होने के कारण डॉक्टरों को परेशानी होती है। न की मरीजों तैनाती के बाद ओपीडी में डॉक्टर और मरीजों दोनों की संख्या ओपीडी में बढ़ेगी।


जिले में जल्द होगी 35 डॉक्टर की तैनाती जिले में संविदाकर्मी के 35 न‌ए डॉक्टरों की जल्द ही तैनाती की जाएगी। इसके लिए दिसंबर महीने में महीने में साक्षात्कार कलेक्ट्रेट में हुआ था। इसका परिणाम जारी कर दिया गया है। डीएम ने सीएमओ को निर्देशित किया है कि चयनित डॉक्टरों को 15 जनवरी से पहले स्वास्थ्य केंद्रों पर तैनाती की जाए।



मरीजों को बेहतर सुविधा देनी पहली प्राथमिकता है, अस्पताल के इमरजेंसी में ईएम‌ओ नहीं है, डॉक्टरों की ड्यूटी रोस्टवाइज लगाई जाती है। इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी गई है। डॉ राजेंद्र कुमार सीएमएस जिला अस्पताल


बीते महीने जो साक्षात्कार हुआ था, उसका परिणाम जारी कर दिया गया है। इन्हें विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों पर भेजा जाएगा। इसकी सूची तैयार हो रही है, इसमें से जिला चिकित्सालय को भी तीन ई‌एम‌ओ मिलेंगे। डॉ एसके चक सीएमओ भदोही
*जिला अस्पताल में तीन ईए‌म‌ओ की होगी तैनाती* *तैनाती के बाद अस्पताल के ओपीडी में बढ़ेगी डॉक्टरों की संख्या*

भदोही। दो से ढाई लाख लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने वाला जिला चिकित्सालय का इमरजेंसी सालभर से ईएम‌ओ का पद भरने की कवायद कर रहा है। जिला अस्पताल में तीन ईए‌‌म‌ओ तैनात किए जाएंगे। अब तक ओपीडी के चिकित्सकों की इमरजेंसी में ड्यूटी लगती थी। जिससे ओपीडी प्रभावित होती थी। अब ईए‌म‌ओ की तैनाती होने से यह समस्या दूर हो जाएगी। तीन ई‌एम‌ओ की ड्यूटी रोस्टरवार जिला अस्पताल की में इमरजेंसी में लगेंगी। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय में करीब दो से ढाई लाख की आबादी तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने का जिम्मा है‌।‌ अस्पताल में इस समय 18 चिकित्सकों की तैनाती है। बीते साल से ईएम‌ओ न होने के कारण इन्हीं 18 चिकित्सकों की इमरजेंसी ड्यूटी लगाई जाती थी। जिससे अगले दिन ओपीडी प्रभावित होती थी। अस्पताल में अब जल्द ही तीन ईएम‌ओ की तैनाती होगी। इसके बाद से इमरजेंसी के ड्यूटी को छुटकारा मिल जाएगा है। जिला अस्पताल में रोजाना एक हजार के करीब ओपीडी होती है। इससे से 35 से 40 मरीजों की इमरजेंसी होती है। जिन्हें जांच पड़ताल कर दवाई उपलब्ध कराई जाती है। ईएम‌ओ न होने के कारण डॉक्टरों को परेशानी होती है। न की मरीजों तैनाती के बाद ओपीडी में डॉक्टर और मरीजों दोनों की संख्या ओपीडी में बढ़ेगी।


जिले में जल्द होगी 35 डॉक्टर की तैनाती जिले में संविदाकर्मी के 35 न‌ए डॉक्टरों की जल्द ही तैनाती की जाएगी। इसके लिए दिसंबर महीने में महीने में साक्षात्कार कलेक्ट्रेट में हुआ था। इसका परिणाम जारी कर दिया गया है। डीएम ने सीएमओ को निर्देशित किया है कि चयनित डॉक्टरों को 15 जनवरी से पहले स्वास्थ्य केंद्रों पर तैनाती की जाए।



मरीजों को बेहतर सुविधा देनी पहली प्राथमिकता है, अस्पताल के इमरजेंसी में ईएम‌ओ नहीं है, डॉक्टरों की ड्यूटी रोस्टवाइज लगाई जाती है। इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी गई है। डॉ राजेंद्र कुमार सीएमएस जिला अस्पताल


बीते महीने जो साक्षात्कार हुआ था, उसका परिणाम जारी कर दिया गया है। इन्हें विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों पर भेजा जाएगा। इसकी सूची तैयार हो रही है, इसमें से जिला चिकित्सालय को भी तीन ई‌एम‌ओ मिलेंगे। डॉ एसके चक सीएमओ भदोही
*विंध्यधाम का सुगम होगा सफर,15 करोड़ से चौड़ी होगी सड़क*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही ‌। जिले को विंध्यधाम से जोड़ने वाली चील्ह-गोपीगंज मार्ग चौड़ी होगी। अब यह सात की बजाए 10 मीटर तक चौड़ी की जाएगी। 7.400 किमी मार्ग के चौड़ीकरण और सुदृकरण के लिए शासन ने 15 करोड़ रुपये स्वीकृत किया है। मकर संक्रांति के बाद इसके निविदा की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। उक्त मार्ग चौड़ी होने से विंध्याचल जाने वाले श्रद्धालुओं को काफी सहूलियत मिलेगी।जिले की 546 ग्राम पंचायतों और सात नगर निकायों में करीब ढाई हजार किमी तक सड़कों का जाल फैला है। लोक निर्माण विभाग, पीएमजीएसवाई, जिला पंचायत संग नगर पंचायत, मंडी समिति मार्गों की निगरानी करती है।इसमें सभी निर्माण कार्य का नोडल लोक निर्माण विभाग रहता है। हर साल सड़कों के नवीनीकरण, मरम्मतीकरण, गड्ढामुक्त अभियान में करोड़ो रुपये खर्च होते हैं। इस दौरान जरूरत के हिसाब से कुछ सड़कें चौड़ी की जाती है।वाहनों की बढ़ती संख्या एवं यातायात के बोझ के कारण कई सड़कों पर अक्सर जाम लग जाता है। उन्हीं मार्गों में चील्ह-गोपीगंज भी शामिल है। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर 2024 में लोक निर्माण विभाग ने उक्त मार्ग के चौड़ीकरण का प्रस्ताव शासन को भेजा था। अब उसे स्वीकृति मिल गई है। सड़क चौड़ी होने से मिर्जापुर के विंध्याचल, सोनभद्र और मध्य प्रदेश जाने वाले लोगों को काफी सहूलियत मिलेगी। डबल लेन मार्ग पर जगह अधिक होने से जाम की स्थिति भी नहीं बनेगी। क‌ई जिलों के श्रद्धालुओं का है आना - जाना गोपीगंज - चील्ड मार्ग काफी व्यस्ततम मार्ग है। प्रयागराज, प्रतापगढ़, जौनपुर के बादशाहपुर, मछलीशहर, बदलापुर आदि क्षेत्र के श्रद्धालु विंध्याचल जाने के लिए इसी मार्ग से होकर जाते हैं। नवरात्रि के अलावा अन्य दिनों में भी देवी के दर्शन के लिए भक्त जाते हैं। चार पहिया वाहनों से अधिकतर आवागमन होता है। इसके अलावा सोनभद्र से भारी वाहनों से बालू, गिट्टी आदि लेकर भारी वाहन भी गुजरते हैं। चील्ड - गोपीगंज मार्ग पर भदोही सीमा तक सात किमी 400 मीटर सड़क के चौड़ीकरण एवं सुदृकरण की स्वीकृति मिल गई है। इस पर करीब 15 करोड़ खर्च आएगा। मकर संक्रांति के बाद इसके लिए निविदा जारी की जाएगी। जैनूराम एक्स‌ईएन पीडब्ल्यूडी
*पांच करोड़ के टेंडर प्रकरण की जांच शुरू*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिले के 123 परिषदीय विद्यालयों में डेस्क-बेंच की आपूर्ति करने के मामले में जांच शुरू हो गई है। डीएम विशाल सिंह के निर्देश पर सीडीओ प्रकरण की जांच कर रहे हैं। इसमें फर्म के जुडे अभिलेखों का सत्यापन किया जा रहा है। इससे आपूर्ति करने वाली फर्म की मुश्किलें बढ़नी तय है।जिले के 885 प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और कंपोजिट विद्यालयों में बच्चों को टाट-पट्टी से छुटकारा दिलाने के लिए डेस्क-बेंच की व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए शासन ने पांच करोड़ 10 लाख रुपये स्वीकृत किया था। करीब सात महीने पूर्व बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से निविदा आमंत्रित की गई। इसमें छह से सात फर्मों ने आवेदन किया। चयन समिति की तरफ से एटा की एक फर्म का चयन किया गया। उसने स्कूलों में डेस्क-बेंच की आपूर्ति भी कर दिया। फर्म की पोल पट्टी तब खुली जब उसी संस्था ने मिर्जापुर में डेस्क-बेंच आपूर्ति के लिए आवेदन किया। मिर्जापुर के बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जांच कराई तो फर्म का टर्नओवर मानक से कम मिला, साथ ही अनुभव भी कम पाया गया। इसके अलावा जिस नवोदय विद्यालय में दो करोड़ का काम दिखाया गया, वह भी सही नहीं मिला। जिस पर वहां फर्म के आवेदन को निरस्त कर दिया। पड़ोसी जिले में आवेदन निरस्त होने और जिले में टेंडर मिलने के मामले में डीएम ने पूर्व में फाइल तलब किया था। जिसके बाद मामले की जांच सीडीओ को सौंप दिया। मुख्य विकास अधिकारी डॉ. शिवाकांत द्विवेदी ने कहा कि मामले की जांच चल रही है। सभी अभिलेखों को देखा जा रहा है। कमी मिलेगी तो कार्रवाई तय की जाएगी।
*शेड हाउस से ठंड में पौधों होंगे सुरिक्षत* *वन विभाग के जोर‌ई नर्सरी में पहली बनाया शेड हाउस*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जोरई नर्सरी में तैयार किये जा रहे पौधों को ठंड से बचाने और सुरक्षित रखने के लिए पहली बार शेड हाउस बनाया गया है। इसे बनाने से पौधों को समुचित तापमान मिलेगा, सारे बीज अच्छे से अंकूरित होंगे। इससे विभाग को नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा। पहली बार वन विभाग के जोरई नर्सरी में शेड हाउस बनाया गया है। इससे देखने के लिए विभाग के अन्य नर्सरी प्रभारी भी आ रहे हैं। वन विभाग में कुल 18 नर्सरी है। जोरई नर्सरी की हर कोई प्रशंसा कर रहा है, इससे पहले नर्सरी कभी ऐसी नहीं था।इससे देखने के लिए विभाग के अन्य नर्सरी प्रभारी भी आ रहे हैं। वन विभाग में कुल 18 नर्सरी है। जोरई नर्सरी की हर कोई प्रशंसा कर रहा है, इससे पहले नर्सरी कभी ऐसी नहीं था। नर्सरी का सौंदर्यीकरण देखकर डीएफओ भी अपने आप को नहीं रोक सके। बीते महीने निरीक्षण कर नर्सरी की स्थिति देखी। हालांकि नर्सरी प्रभारी उमेश पटेल है। ज्ञानपुर रेंजर सुरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि शेड हाउस बनाया गया है। इससे ठंड से पौधे सुरक्षित रहेंगे।
*जिले में पांच करोड़ से बनेंगे दो लघु सेतु 150 गांव के लोगों को होगी सहूलियत*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिले के ज्ञानपुर और डीघ ब्लॉक में लघु सेतु बनाने की शासन से स्वीकृति मिली है। करीब पांच करोड़ की लागत से मोरवा नदी पर डीएम कार्यालय के समीप और सुभाषनगर-रोही मार्ग पर स्थित नाला पर लघु सेतु का निर्माण होगा। पहली किस्त के रूप में ढाई करोड़ जारी होने पर लोक निर्माण विभाग निर्माण की कवायद में जुट गया है। नए लघु सेतु के निर्माण से 150 से अधिक गांव के लोगों को सहूलियत मिलेगी।जिले में दो छोटी नदियां मोरवा और वरुणा बहती हैं। इसके अलावा कई बड़े नाले भी हैं। जिन पर दो से ढाई दशक पूर्व बनाए गए सेतु या तो जर्जर हो चुके हैं या बने ही नहीं है। जिससे एक तरफ से दूसरे तरफ जाने के लिए लोगों को चार से पांच किमी का चक्कर लगाना पड़ता है। मोढ़-सरपतहां मार्ग पर डीएम कार्यालय के समीप मोरवा नदी पर बना पुल सालों पुराना है। पूर्व के सर्वे में उक्त पुल जर्जर होने पर लोक निर्माण विभाग ने 2024 में प्रस्ताव शासन को भेजा था। जिसे अब स्वीकृति मिली है। इसी तरह सुभाषनगर-रोही मार्ग पर नाले पर भी एक लघु सेतु के प्रस्ताव को मंजूरी मिली है। मोरवा नदी पर बनने वाले लघु सेतु पर करीब तीन करोड़ 50 लाख और सुभाषनगर में नाले पर बनने वाले सेतु पर डेढ़ करोड़ रुपये खर्च होंगे। शासन ने लघु सेतु के निर्माण के लिए 50 फीसदी रकम भेज दी है। मोढ़-सरपतहां मार्ग पर वैसे तो दिन भर हजारों की संख्या में वाहनों का आवागमन होता है, लेकिन भारी वाहनों के आने पर दिक्कत होती है। उक्त मार्ग से जौनपुर के सीमावर्ती गांव के लोग मोढ़, ज्ञानपुर होकर विंध्याचल दर्शन आदि के लिए भी जाते हैं। नया पुल बनने से भारी वाहनों के आवागमन में भी दिक्कत नहीं होगी। यहीं नहीं दोनों लघु सेतु बनने से 150 से अधिक गांव के लोगों को लाभ मिलेगा।

*2022 से अब तक 12 लघु सेतु बनकर तैयार*

अधिशासी अभियंता लोक निर्माण जैनूराम ने बताया कि साल 2022 से 2024 तक चरणवार तरीके से 12 लघु सेतु स्वीकृत हुए। इसमें अधिकतर पूर्ण हो चुके हैं। इनके बनने से राहगीरों, वाहन सवार लोगों को काफी आराम होगा। इसमें वरुणा नदी के पूरेबदल-सांड़ा, हरदुआ-रामनगर, तुलसीपुर कठार, मेड़हा समधा ताल, मोरवा नदी पर बढ़ौना-चकभवानीबीर, पूरेमुड़िया-रामपुर, जोगीपुर-धसकरी, आकोपुर-कोदैला, बसपरा-माधोरामपुर, कैंड़ा-तिलकनाथ घाट पर बने लघु सेतु शामिल हैं।

दो लघु सेतु निर्माण के लिए स्वीकृत मिली है। पांच करोड़ से बनने वाले सेतु के लिए पहली किश्त मिल गई है। जल्द ही निविदा जारी कर निर्माण किया जाएगा। जैनू राम एक्स‌ईएन पीडब्ल्यूडी
*वाराणसी-प्रयागराज हाइवे पर भीषण हादसा, ट्रक में एक के बाद एक भिड़े कई वाहन; घंटों जाम रही सड़क*


रिपोर्ट -नितेश
भदोही।भदोही के गोपीगंज कोतवाली के गिराई गांव के पास वाराणसी-प्रयागराज हाइवे पर कोहरे के कारण एक के बाद एक पांच वाहनों की भीषण टक्कर हो गई। हाइवे पर पांच वाहनों के टकराने से करीब दो घंटे तक यातायात बाधित रहा। काफी मशक्कत के बाद वाहनों को हाइवे से हटाया गया। तब जाकर आवागमन बहाल हो सका। भीषण हादसे सभी लोग बाल-बाल बच गए।वाराणसी-प्रयागराज हाइवे पर शनिवार की सुबह कोहरे का कहर देखा गया। बताया जा रहा है कि शनिवार को हाइवे के उत्तरी लेन पर एक ट्रक खड़ा कर चालक कही गया हुआ था। इसी बीच, घने कोहरे के कारण एक ट्रक और आकर भीड़ गई। जब तक लोग समझ पाते, तब तक एक और ट्रक आकर टकरा गई।लोगों ने पुलिस को सूचना दी। इसी बीच एक कार और मैजिक भी आकर उसी में भीड़ गए। कोहरे के कारण दूर से ही लोग चिल्लाते रहे, लेकिन वाहन एक के बाद एक हाइवे पर भिड़ते रहे। गनीमत रहा कि भीषण हादसे वाहन चालक समेत सभी लोग बाल-बाल बच गए।वाहनों की टक्कर से हाइवे पर काफी देर तक जाम की स्थिति बनी रही। पुलिस ने एक किमी पहले ही बैरीकेडिंग कर वाहनों को हाइवे से हटवाया। तब जाकर आवागमन बहाल हो सका। इस बीच हाइवे पर दो घंटे से अधिक समय तक जाम लगा रहा।
*भदोही में जिला बदर अभियुक्त चढ़ा पुलिस के हत्थे: कारवाई : औराई थाना की पुलिस से अभियुक्त को गिरफ्तार कर किया जेल रवाना*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। भदोही में जिला बदर अभियुक्त शुक्रवार को औराई थाना पुलिस टीम के हत्थे चढ़ गया। अभियुक्त जिला बदर आदेश का उल्लंघन कर जनपद में लुक - छुपकर कर निवास कर रहा था। पुलिस ने अभियुक्त को गिरफ्तार कर संबंधित धारा में जेल भेज दिया। थाला औराई पुलिस ओमप्रकाश दूबे पुत्र धर्मध्वजा दूबे निवासी मटकीपुर को जिला बदर किया गया था। जिला बदर अभियुक्त ओमप्रकाश दुबे उक्त आदेश का उल्लंघन करते हुए जनपद में लुक- छुपकर निवास कर रहा था। जिसकी जानकारी स्थानीय पुलिस को होने के बाद पुलिस टीम ने जिला बदर अभियुक्त को मटकीपुर गांव में स्थित ट्यूबवेल के पास से गिरफ्तार कर लिया। उक्त गिरफ्तारी के संबंध में अभियुक्त के विरुद्ध थाना स्थानीय थाना में धारा -10 उत्तर प्रदेश गुंडा नियंत्रण अधिनियम का अभियोग पंजीकृत को जेल भेज दिया गया। गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम उपनिरीक्षक रणजीत सिंह,व आरक्षी शुभम पांडेय थाना औराई जनपद भदोही आदि शामिल रहें।