ठंड-शीतलहर से बचाव के लिए प्रशासन अलर्ट

ठंड-शीतलहर से बचाव के लिए प्रशासन अलर्ट



         कड़ाके की ठंड और शीतलहर को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में है। मंगलवार को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में शीतलहर और पाला से बचाव को लेकर समाहरणालय सभा कक्ष में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की गई।


              जिलाधिकारी के आदेश पर बैठक में अपर समाहर्ता (आपदा) अरुण कुमार सिंह ने पदाधिकारियों से ठंड को लेकर किए गए कार्यों का समीक्षा की। इस क्रम पदाधिकारियों ने बताया कि सर्दी से प्रभावित जरूरतमंदों की मदद के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

               जिले के विभिन्न रैन बसेरों और अलाव स्थलों का लगातार निरीक्षण किया जा रहा है।

       समीक्षा के दौरान एडीएम ने जन मानस को ठंड से बचाव के लिए सिविल सर्जन को ठंड पीड़ित मरीजों के लिए सदर अस्पताल में 05 बेड तथा सभी प्राथमिक स्थास्थ्य केन्द्रों में 02-02 डेडिकेटेड बेड की व्यवस्था रूम हीटर, कम्बल के साथ रखने का निदेश दिया।

               उन्होंने सभी अस्पतालों में आवश्यक जीवन-रक्षक दवा की आपूर्ति व भण्डारण करने, वार्ड में हीटर की  व्यवस्था, कंबल की व्यवस्था करने, डेडिकेटेड एंबुलेंस की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है।

           सिविल सर्जन को अलर्ट करते हुए ठंड बढ़ने से लोगों में वायरल संक्रमण, कोल्ड डायरिया एवं अन्य ठंडी से संबंधित बीमारियों का होने की संभावना से बचाव कार्य करने का निर्देश दिया गया है।

           जिला परिवहन पदाधिकारी को कोहरा प्रभावित क्षेत्र चिष्टिह्नत करने तथा शीतलहर के समय धुंध की समस्या को देखते हुए सड़कों पर रिफ्लेक्टर, व्हाईट लाईनिंग व साइन बोर्ड की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है, संभावित ब्लैक स्पॉट चिह्नित की जा रही है।

          सभी ईओ तथा अंचलाधिकारी को सार्वजनिक स्थलों पर प्रर्याप्त संख्या में अलाव की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया। बीडीओ को अनुमंडल से प्राप्त कंबलों का वितरण गरीब लोगों के बीच अविलंब करने का निर्देश दिया गया। जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग द्वारा गरीब, निस्सहाय जनता के बीच कंबलों का वितरण किया जा रहा है।

          नगर परिषद के कार्यापालक पदाधिकारी को  रैन बसेरा की व्यवस्था पूरी तरह दुरुस्त करने का निदेश दिया गया। जिलाधिकारी के नेतृत्व में पूरी प्रशासनिक टीम ठंड को देखते हुए अलर्ट मोड पर है। एडीएम आपदा ने जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि शीतलहर के दौरान फसलों की क्षति से होने वाले नुकसान से बचने के लिए उपायों का व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार ससमय शुरू कर दें।

            पशुपालन विभाग को निर्देश दिया गया है कि पशुधन को ठंड से बचाव के लिए किये जाने वाले उपायों का प्रचार-प्रसार शुरू कर दें। बैठक में सिविल सर्जन, जिला कृषि पदाधिकारी, पशुपालन पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता, विद्युत, जिला परिवहन पदाधिकारी, सभी कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद, सभी अंचल अधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी मौजूद थे।
तैयारी : वैशाली के प्रखंडों में सुधा के 600 बूथ खोले जाएंगे

         

                 वैशाली जिले के सभी प्रखंडों में सुधा होल-डे मिल्क बूथ का निर्माण कराया जाएगा। राज्य सरकार के सात निश्चय योजना पार्ट-2 के अंतर्गत बहुत जल्द ही बूथ का निर्माण का निर्णय लिया गया है। वैशाली जिले सहित राज्य के सभी प्रखंडों में कुल 600 सुधा होल-डे मिल्क बूथ का निर्माण होगा।

            वैशाली जिले के 16 प्रखंडों में से  बाकी बचे पांच प्रखंडों में इसके लिए शीघ्र भूमि उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। 11 प्रखंडों में भूमि उपलब्ध कर ली गई है।

                    मंगलवार को राज्यस्तरीय वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई समीक्षा बैठक के तुरंत बाद जिला पदाधिकारी यशपाल मीणा ने पंचायती राज विभाग, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण, पंचायत राज, ग्रामीण विकास एवं कृषि विभाग सहित कई विभागों के जिला स्तरीय पदाधिकारी के साथ समीक्षा बैठक की।

            इस दौरान कई आवश्यकं निर्देश दिए। बैठक के दौरान कृषि विभाग अंतर्गत ई-किसान भवन, हर खेत तक सिंचाई का पानी, कृषि बाजार प्रांगण में जीर्णोद्धार आदि की भी समीक्षा हुई। जिला पदाधिकारी ने सभी संबंधित पदाधिकारी को निर्देश दिया कि राज्यस्तर से दिए गए निर्देश का शत प्रतिशत और समय पर अनुपालन सुनिश्चित करें तथा विकास कार्य में और भी तेजी लाएं।

            बैठक में उप विकास आयुक्त कुंदन कुमार सहित सभी संबंधित विभागों के पदाधिकारी मौजूद रहे।

            खुलेगा मत्सय बाजार

      जिला पदाधिकारी ने मत्स्य बाजार निर्माण की योजना शीघ्र शुरू करने का विभाग को निर्देश दिया। पंचायत स्तरीय मत्स्य बाजार निर्माण के लिए 4000 वर्ग फीट तथा प्रखंड स्तरीय मत्स्य बाजार निर्माण के लिए 8000 वर्ग फुट भूमि की उपलब्धता संबंधित पदाधिकारी सुनिश्चित करें। इसके साथ ही अतक्रमित तालाबों को शीघ्र अतिक्रमण मुक्त करने का निर्देश भी दिया गया।

          जिला पंदाधिकारी की अध्यक्षता में पर्यावरण एवं वन विभाग का टास्क फोर्स गठित की गई है। इसका कार्य वन अपराध पर नियंत्रण, आर्द्रभूमि का सर्वेक्षण, सीमांकन एवं अतिक्रमण मुक्त किया जाना। जिला पदाधिकारी के निर्देश पर अब इस टास्क फोर्स की नियमित बैठक आयोजित की जाएगी।

धान अधिप्राप्ति सहित विकास कार्यों की समीक्षा

         खरीफ विपणन मौसम 2024-25 अंतर्गत धान अधिधानि एवं किसानी के भुगतान की स्थिति की भी समीक्षा की गई। इसमें तेजी लाने का निर्देश दिया गया। पंचायत सरकार भवन निर्माण, मुख्यमंत्री ग्रामीण ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना, जिला परिषद के अधीन संचालित बस पड़ाव, सभी ग्राम पंचायत स्तर पर फिजिकल डिजिटल पुस्तकालय की स्थापना के संबंध में भी समीक्षा की गई।


  इसके साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण, ग्राम पंचायत में खेल मैदान निर्माण की भी समीक्षा की गई।




वैशाली में लोगों ने महसूस किए भूकंप के झटके

हाजीपुर

                     मंगलवार की सुबह-सुबह पौ फटते ही जिले में भूकंप के झटके महसूस किए गए। हालांकि जिस समय भूकंप का झटका आया, कड़ाके की ठंड के कारण अधिकतर लोग बिछावन पर ही थे।

        कुछ लोग सुबह- सुबह अपने परिसर में चाय पी रहे थे, इस बीच उन्होंने भुकंप के झटके महसूस किए।

              इस समय किसान मवेशियों को नाद पर बांधने और खिलाने में लगे थे और भूकंप की तीव्रता 5.2 के करीब थी। जिसके कारण बहुत कम लोगों को यह झटका महसूस हुआ।



     
                    सुबह में 6:37 पर लोगों ने भूकंप का झटका महसूस किया। हाजीपुर के अंदर किला की रहने वाली गृहणी नीतू ने बताया कि जब भुकंप का झटना आया तो उस वक्त वह खाना पका रही थी। ऐसा लगा जैसे कोई दरवाजा हिला रहा है। पहले तो वह डरी, फिर महसूस की कि भूकंप के झटके हैं।

                शहर के अन्य लोगों ने बताया कि घर में बिछावन पर सोए लोगों को जब पंखे, किवाड़, खाट, चौकी हिलने के एहसास हुआ और बर्तनों को झनझनाते देखा तो भूकंप आने का एहसास हुआ। महुआ के चकमजहिद पंचायत के पूर्व मुखिया अजय भूषण दिवाकर ने बताया कि घर में सोए थे तो भूकंप का झटका महसूस हुआ।

                    इस बीच बाहर निकलने लगे तो छत पर टंगे पंखे हिलने लगे।  सिंह रायपुर के सत्येंद्र कुमार ने बताया कि वह पलंग पर सोए थे, तो वह हिलने लगा। बाद में पता चला कि भूकंप का झटका आया है। गांव के सुरेंद्र कुमार, आशा रानी, प्रीति, गुड़िया कुमारी ने बताया कि सोए थे तो घर की किंवाड़ खटखटाया और चौकी हिली तो लगा कि हवा के कारण ऐसा हो रहा है।

करीब 10 प्रतिशत लोगों को महसूस हुआ भूकंप

महुआ की सुजाता कुमारी, नीतू, रंजना, बबीता आदि ने बताया कि सुबह में भूकंप के झटका से एकाएक सिर चकराया।

अहले सुबह भूकंप आने के कारण ज्यादातर लोग सो रहे थे, जो जगे हुए थे, उन्हीं लोगों को झटका महसूस हुआ। बाकी लोगों को एक- दूसरे से जानकारी मिली। हालांकि जैसे ही भूकंप आने की खबर फैली, लोग घर से निकल कर बाहर चले आए। इस बीच टीवी पर भूकंप आने के खबरें भी आने लगी।

कोहरे से गेहूं को फायदा, आलू और सरसों को नुकसान की आशंका


           
           बढ़ती ठंड व कुहासे से रबी के मुख्य फसल गेहूं को फायदा है तो दूसरी ओर आलू, राई-सरसों को नुकसान की संभावना से किसान चिंतित हैं। किसानों का कहना है कि ठंड जितनी अधिक पड़ेगी गेहूं की फसल के लिए लाभदायक है। इस बार गेहूं बुआई के लिए मौसम अनुकूल नहीं रहने के कारण अधिकांश किसानों ने पिछात बुआई की गई है।

                विलंब से ठंड पड़ने से गेहूं के फसल के लिए वरदान साबित होगा और गेंहूं की पैदावार बढ़ेगी। किसानों का कहना है कि अनुमान से अधिक ठंड व कुहासे से आलू, राई-सरसों समेत टमाटर फसल को नुकसान हो सकता है।

      कृषि विभाग से प्राप्त आंकड़े के अनुसार जिले के 15 हजार हेक्टेयर से अधिक में आलू की खेती एवं 5465.50 हेक्टेयर में राई-सरसों की खेती का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें लक्ष्य का 80 प्रतिशत से अधिक राई सरसों की खेती किसानों ने किया है।

       राई-सरसों के फसल में फूल लग गया और दाने निकल रहे हैं, लेकिन ठंड बढ़ने व कुहासे लगने से किसान लाही कीट का प्रकोप की संभावना से चिंतित हैं।

      किसान दिनेश सिंह का कहना है कि आलू, राई-सरसों में लाही रोग के कारण फसल को काफी नुकसान हो सकता है।

             हालांकि ठंड व कुहासे लगने से गेहूं की खेती करने वाले किसान के चेहरे पर रौनक है।
जिले में रबी के मुख्य फसल गेहूं की खेती 55903.72 हेक्टेयर में करने का लक्ष्य रखा गया जिसमें लक्ष्य का 90 प्रतिशत गेहूं की बुआई बताया गया है।

           कृषि विभाग पौद्या संरक्षण के सहायक निदेशक अजीत शरण का कहना है कि लाही राई सरसों का एक प्रमुख कीट है। लाही कीट पीला, हरा या काले भूरे रंग का मुलायम, पंखयुक्त एवं पंखविहीन होता है। इस कीट के प्रकोप राई-सरसों के पंतियों व टहनियों, तनों, पुष्पक्रमों तथा फलियों से रस चुसते है जिससे फसल को काफी नुकसान पहुंचता है।

          जिससे बचाव के लिए खेत में प्रति हेक्टेयर 10 पीला फंदा का प्रयोग करना चाहिए। इसके अलावा नीम आधारित कीटनाशी एजाडिरेक्टिन 1500 पीपीएम का 5 मिली. प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर फसल पर छिड़काव करने से लाही कीट से बचाव हो जाएगा।

  कोहरे में गांधी सेतु पर ट्रक से टकराई पिकअप

              पुलिस ने क्षतिग्रस्त दोनों वाहनों को हटवाया

           घने कोहरे का प्रकोप सड़कों पर तीन दिनों से जारी है। सोमवार की सुबह महात्मा गांधी सेतु के पश्चिमी लेन पर घने कोहरे के बीच तेज रफ्तार पिकअप ट्रक से जा टकराई।

            दोनों वाहन हादसे में क्षतिग्रस्त हो गए। हालांकि हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। मौके पर पहुंची गंगा ब्रिज थाने की पुलिस ने दोनों क्षतिग्रस्त वाहनों को वहां से हटाया।

               घटना के बाद  करीब एक घंटे तक गांधी सेतु पर धीरे-धीरे वाहन निकलते रहे। महात्मा गांधी सेतु पुल पश्चिमी लेन पाया नंबर 2 के पास सोमवार की सुबह करीब 6 बजे कोहरे के करण ट्रक में पीछे से पिकअप टकरा गई। इससे थोड़ी देर के लिए पुल का पश्चिमी लेने जाम हो गया।

         ठोकर और जाम की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। प्रगति यात्रा को लेकर सोमवार को  सीएम नीतीश कुमार वैशाली आने वाले थे ऐसे में आनन-फानन में लेन पर से जाम खत्म करवाया गया।

          शाम को प्रगति यात्रा के खत्म होने के बाद 'भी एक बार फिर महात्मा गांधी सेतु के पूर्वी और पश्चिमी दोनों लेन पर फिर से महाजाम लग गया। वाहनों का दबाव बढ़‌ते ही पटना जाकर ड्यूटी करने वाले  लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।

        सोमवार की शाम छह बजे से साढ़े आठ बजे तक सेतु पर जाम की स्थिति बनी रही।  हाजीपुर के रामाशीष चौक तक जाम लग गया। रामाशीष चौक से कई चार पहिया चालकों ने जेपी सेतु की राह पकड़ ली। रात साढ़े नौ बजे के बाद धीरे-धीरे जाम खुलना शुरू हुआ, तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली।


      
ड्राइवर को झपकी आने से अनियंत्रित होकर पलटा ट्रक


          पटना से समस्तीपुर जा रहे सीमेंट लदा ट्राली ट्रक अनियंत्रित होकर बीच सड़क पर पलट गया।  ट्रक में चालक बुरी तरह फंस गया। जिसे ग्रामीणों ने  काफी मशक्कत से निकाला ।

      घटना रविवार की आधी रात एक बजे महुआ हाजीपुर स्टेट हाईवे पर महुआ थाना अंतर्गत फुलवरिया के पास का बताया गया । बताया जा रहा कि 18 चक्के वाला ट्राली ट्रक सीमेंट और बोड़ी बंद गिट्टी लेकर समस्तीपुर जा रहा था। लोगों द्वारा अनुमान लगाया जा रहा है कि देर रात में चालक को झपकी आ जाने के कारण गाड़ी अनियंत्रित होकर दाहिनी ओर चली गई। जिसे चालक नियंत्रित करना चाहा। इस बीच गाड़ी पर लोड अधिक होने के कारण ट्रॉली अनियंत्रित होकर दाहिनी ओर पलट गया।

            पलटने की जोरदार धमाके पर घर से निकलकर दौड़े ग्रामीण :

                  ट्राली ट्रक को पलट जाने पर जोरदार धमाका हुआ। जिसकी आवाज काफी दूर तक के लोगों को सुनाई दी। जिस समय घटना हुई सभी लोग गहरी नींद में थे। इस बीच आवाज सुनकर उन्हें लगा कि क्या हो गया। आवाज सुनकर दौड़े लोग सड़क पर ट्राली ट्रक को पलटा देखा। जिसमें चालक फंसा था और उसकी हालत नाजुक थी।

            सूचना डायल 112 को दी गई। सूचना मिलते ही डायल 112 की दो गाड़ी और थाने से गस्ती गाड़ी पहुंची और लोगों द्वारा निकाले गए बेहोश चालक को महुआ अनुमंडल पहुंचाया। जहां से उसे हाजीपुर रेफर किया गया। सड़क पर ट्रक पलट जाने से 10 घंटे तक सड़क अवरुद्ध रहा। सोमवार को क्रेन लाकर ट्रक को सड़क से हटाया गया। उसके बाद आवाज ही शुरू हुई। इधर इलाज से चालक का हालत खतरे से बाहर बताया गया है।


वैशाली जिले में बनेगा बड़ा औद्योगिक पार्क

         
  

        नीतीश कुमार प्रगति यात्रा के दौरान सोमवार को वैशाली जिले में थे, जहां उन्होंने कई घोषणाएं की। वैशाली को 276 करोड़ 80 लाख रुपये की सौगात भी दी।

              सीएम ने रिमोट के जरिये 113 करोड़ 37 लाख की 118 योजनाओं का उद्घाटन तथा 163 करोड़ की 226 योजनाओं का शिलान्यास किया।


     मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घोषणा की हैं कि वैशाली जिले में आमस - दरभंगा रोड के किनारे एक हजार 293 एकड़ भूमि पर बड़ा औद्योगिक पार्क बनेगा।
           मुख्यमंत्री ने कहा कि वाया नदी की वजह से कई जगहों पर बाढ़ आती है। इसलिए वाया की उड़ाही होगी।

          पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि इस नदी के दोनों तरफ के बांध को ऊंचा कराएं। इससे 8 प्रखंडों को सुविधा होगी। उन्होंने कहा, बरैला झील में बड़ी संख्या में प्रवासी पक्षी आते हैं। इस झील का विकास एवं सौंदर्याकरण होगा।

          महुआ में ग्रिड सब-स्टेशन तथा चार प्रखंडों में नये पावर सब स्टेशन का निर्माण होगा। हाजीपुर नाला बनाने, गोरौल में डिग्री कॉलेज खोलने, गंडक के हाजीपुर के तरफ छूटे भाग में तटबंध का निर्माण कराने की भी घोषणा की।

         एक सवाल पर मुख्यमंत्री ने दो टूक कहा कि राजद के साथ जाने की तीसरी गलती कर दी थी।
हमारी पार्टी के लोगों ने दो बार गलती कर दी थी।   हमलोग पूरी मजबूती से एकजुट रहेंगे।
           
बरैला झील पर्यटन केंद्र के रूप में होगा विकसित

हाजीपुर

         प्रगति यात्रा के दौरान सीएम महनार के गांव के परिभ्रमण के बाद हाजीपुर स्थित बिका कार्यालय सभागार में राज्य के विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विकास कार्यों के समीक्षा बैठक की।

        बैठक में मुख्यमंत्री ने जिले की समस्याओं के निदान के लिए कई अहम घोषणाएं की।
1. वाया नदी गाद की होगी उड़ाही: वाया नदी की वजह से कई जगह बाढ़ आती है। उड़ाही करायी जायेगी तो आठ प्रखंडों के लोगों को सुविधा होगी।
2. बरैला झील देश का बहुत महत्वपूर्ण पक्षी विहार है। इसलिए बरैला झील का विकास एवं सौंदर्याकरण किया जायेगा। इससे पर्यटन एवं मत्स्य पालन को बढ़ावा मिलेगा।
3. महुआ में बनेगा ग्रिड् सब स्टेशन : वैशाली जिले के महुआ में ग्रिड सब- स्टेशन तथा चार प्रखंडों में नये पावर सब स्टेशन का निर्माण कराया जायेगा।
4. हाजीपुर में स्टॉर्म वॉटर ड्रेनेज  सिस्टम की मंजूरीः हाजीपुर शहर में जलनिकासी की समस्या को देखते हुए स्टॉर्म वॉटर ड्रेनेज सिस्टम के तहत निर्माण कराया जाएगा।
5. गोरौल में खुलेगा डिग्री कॉलेज : गोरौल में डिग्री कॉलेज की स्थापना की स्वीकृति मिल गई है। इससे आस- पास के छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा।
6. गंडक नदी तटबंध बनेगा : गंडक नदी के हाजीपुर साईड में छूटे हुए भाग में तटबंध का निर्माण एवं सुदृढ़ीकरण कराया जाएगा। इससे बाढ़ एवं जल जमाव से राहत मिलेगी। इन सब कामों को कराने का आदेश देते हुए सीएम ने कहा कि इसके अतिरिक्त वैशाली जिले में और कोई भी जरूरत होगी, उसको भी कराया जाएगा।
वैशाली की सभी विधानसभा सीटें जीतेगी एनडीए
हाजीपुर

                 
         

         हाजीपुर में रविवार को भाजपा की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई। बैठक के दौरान, इस वर्ष 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी और पार्टी की संगठनात्मक मजबूती को लेकर कई निर्देश जारी किए गए।

               बैठक को केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने संबोधित किया। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा वैशाली जिले के आठों विधानसभा सीट पर एनडीए जीत हासिल करेगी। यह सब संभव होगा आप कार्यकर्ताओं की बदौलत इसलिए अभी से पूरे जोर-शोर से तैयारी में जुट जाएं।

          केंद्रीय गृहराज्यमंत्री ने कहा कि इस बार विपक्ष का खाता नहीं खुलेगा, जनता सब जानती है। इस बार के चुनाव में विपक्ष का सुपड़ा साफ हो जाएगा। जिलाध्यक्ष को शुभकामनाएं दी और कहा कि पार्टी आपके नेतृत्व में आगे बढ़ेगी।

                 उन्होंने कहा कि 'सबका साथ सबका विकास' के मंत्र पर आगे बढ़ना हैं। इसके बाद जिलाध्यक्ष का चुनाव कराया गया। विधानसभा चुनाव का क्षेत्र बड़ा होने के कारण जिले में दो जिलाध्यक्ष को चुना गया है।

          इसकी जानकारी देते हुए जिला प्रवक्ता डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी संगठनात्मक दृष्टि से सर्वसम्मति से दो जिलाध्यक्ष बनाए गए। जिसमें वैशाली उत्तरी से अजब लाल शाह एवं दक्षिणी से अजय सिंह कुशवाहा नव नियुक्त किए गए।


            हजारों कार्यकर्ता मौजूद रहे :

             बैठक की अध्यक्षता निवर्तमान जिलाध्यक्ष प्रेम सिंह कुशवाहा ने की। बैठक को मनोज गौतम, मनेंद्रनाथ सिंह, संजय कुमार सिंह ओबीसी मोर्चा के प्रदेश महामंत्री संजीव चौरसिया, पूर्व विधायक सतीश कुमार यादव, पूर्व मंत्री बसावन भगत, प्रदेश उपाध्यक्ष ललिता कुशवाहा, पातेपुर विधायक लखविंदर पासवान, लालगंज विधायक संजय कुमार सिंह, हाजीपुर विधायक अवधेश कुमार, प्रदेश महामंत्री शिवेश राम और अन्य लोग मौजूद थे। इस अवसर पर हाजीपुर के हजारों कार्यकर्ता उपस्थित थे।
महनार में आईटीआई भवन का होगा उद्घाटन


महनार

       मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा 6 जनवरी को होगी। जिसकी सभी प्रकार की प्रशासनिक तैयारियां पूरी हो चुकी है। इस संबंध में

      महनार के एसडीओ नीरज कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री प्रगति यात्रा के दौरान महनार में नवनिर्मित आईटीआई कॉलेज एवं उसके छात्रावास भवन का उद्घाटन करेंगे। साथ ही महनार विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत महनार एवं जन्दाहा के विभिन्न विकास योजनाओं का उ‌द्घाटन एवं शिलान्यास करेंगे।

       उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री उद्घाटन एवं शिलान्यास कार्यक्रम के बाद आईटीआई कॉलेज भवन का भ्रमण कर उसका निरीक्षण करेंगे और साथ ही मुख्यमंत्री आईटीआई कॉलेज परिसर में पौधारोपण भी करेंगे। गौरतलब हो कि 16 करोड़ रुपये की लागत से हुआ है आईटीआई कॉलेज का निर्माण किया गया है।
    
              मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर कार्यक्रम स्थल के नजदीकी हेलीपैड का निर्माण कराया गया है। साथ ही जगह-जगह बैरिकेडिंग आदि का कार्य पूरा कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि उक्त यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री का कोई जन संवाद का कार्यक्रम नहीं हैं। कार्यक्रम स्थल पर आम आदमी के प्रवेश को लेकर ऊहापोह बनी हुई हैं। प्रशासन ने जिस प्रकार से एक किलोमीटर के क्षेत्र में दर्जनों की संख्या में बैरिकेटिंग की है उसे लोगों को आशंका है कि आम आदमी का प्रवेश कार्यक्रम स्थल तक नहीं हो सकता है।

       साथ ही कार्यक्रम को लेकर प्रशासन की ओर से पास निर्गत किया गया है। गौरतलब हो कि 16 करोड़ रुपये की लागत से हुआ है आईटीआई कॉलेज का निर्माण किया गया है।