राष्ट्रीय हरित अधिकरण नई दिल्ली मा. सदस्य न्यायाधीश डॉ अफरोज अहमद ने बहराइच पहुंच कर की बैठक
महेश चंद्र गुप्ता/ बहराइच
राष्ट्रीय हरित अधिकरण नई दिल्ली माननीय सदस्य न्यायाधीश डॉ अफरोज अहमद ने डीएम मोनिका रानी, पुलिस अधीक्षक राम नयन सिंह व जनपद स्तरीय अधिकारी के साथ अपने प्रस्तावित कार्यक्रम के दौरान कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक को सम्बोधित करते हुए ईओ नगर पालिका से सूखा कूड़ा व गीला कूड़ा कहां डम्प किया जाता है मा. मंत्री ने सालिड बेस्ड कम्पोस्ड पिड के बारे में चर्चा करते हुए एमआरएफ सेण्टर की जानकारी भी ली। कूड़े में मिलने वाली प्लास्टिक का क्या करते है। उन्होनें सम्बन्धित ईओ से कहा कि वार्डो में कलेक्शन सेण्टर बनाया जाए और लोगों को जागरूक भी किया जाय। सेण्टर पर लोग अपने पुराने इलेक्ट्रानिक्स सामान बैटरी, पुराने मोबाईल, मेटल्स, इत्यादि को खरीदा जाय। इसकी एक डीपीआर भी बना ली जाय।
ग्लोबल वार्मिंग के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि दिसम्बर का महीना है एवं जनवरी प्रारंभ होने को है तो पर्यावरण का ध्यान रखते हुए उन्होंने कहा कि बहराइच बहुत ही प्राकृतिक संसाधानों से भरा है एवं बहुत ही सौंदर्य वातावरण है। उन्होंने सोनभद्र व ओबरा का जिक्र करते हुए कहा कि सोनभद्र व ओबरा में माइनिंग बहुत है, एवं पानी का लेबल 150 से 200 मीटर है, जबकि बहराइच क्षेत्र का आपका इससे सुरक्षित है। बहराइच तराई का क्षेत्र है। उन्होंने अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि यहां पर्यावरण चाहे जल का हो या जमीन का हो या जंगलों का हो या ह्यूमन रिसोर्स का हो, आर्थिक या सामाजिक, सांस्कृति जो भी परिवेश हो वातावरण के संरक्षण के लिए अच्छा कार्य करिये। उन्होंने कहा कि बहराइच प्राकृतिक संसाधनों से भरा है हमें इसे और अच्छा बनाते हुए प्लास्टिक का उपयोग न करने हेतु जनजागरूकता कार्यक्रम चलाकर जागरूक करना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोगों की भागीदारी के बिना हमें एक सतत विकासशील देश नहीं पा सकते। मेरा सौभाग्यशाली हूं कि मुझे समाज के क्षेत्र में कार्य करने के लिए प्रशासनिक पद मिला है। उन्होंने कहा कि मुझे मौका मिला और मैंने कार्य भी किया नर्मदा जैसी परियोजना को हमने पूरे देश में सुनिश्चित कराया। यह बहुत बड़ी उपलब्धि थी, देश के लिए, जिससे देश के 4 करोड़ लोग उससे पीने का पानी पा रहे हैं। उन्होनें सम्बन्धित ईओ से कहा कि वार्डो में कलेक्शन सेण्टर बनाया जाए और लोगों को जागरूक भी किया जाय।
दिए निर्देश
डॉ0 अफरोज अहमद जी द्वारा प्रभागीय वनाधिकारी,बहराइच वन प्रभाग,बहराइच को निर्देश दिये गये कि वन विभाग द्वारा एग्रो फारेस्ट्री के अन्तर्गत कृृषकों को सागौन,नीम,नींबू,जामुन,सहजन प्रजाति के पौधों के रोपण हेतु प्रोत्साहित किया जाता है। डॉ0 अफरोज अहमद जी द्वारा निर्देश दिये गये कि सहजन प्रजाति के रोपण हेतु पंचायत स्तर पर जागरूकता फैलाये तथा सहजन की मार्केटिंग की सम्भावनाएं तलाशने के निर्देश दिये गये । डॉ0 अफरोज अहमद जी द्वारा कृृषकों को उनके खेत की मेड़ों पर सेमल प्रजाति के रोपण हेतु प्रोत्साहित करने हेतु निर्देश दिये गये तथा अपने अनुभव को शेयर करते हुए अवगत कराया गया कि सेमल के वृृक्ष पर गिद्धों एवं पक्षियों का एक अच्छा एवं बेहतर प्रवास होता है एवं च्मेज ब्वदजतवससपदह होते हैं ।
जिलाधिकारी महोदया, बहराइच द्वारा समिति के माध्यम से डॉ0 अफरोज अहमद जी को अवगत कराया गया कि इस वर्ष बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बॉस के पौधों का रोपण किया जा रहा है जिस पर डॉ0 अफरोज अहमद जी द्वारा प्रसन्नता व्यक्त की गयी। अन्त मंे डॉ0 अफरोज अहमद जी द्वारा समस्त उपस्थित अधिकारियों से अपेक्षा की गयी कि वे ’आर्द्र भूमि एवं प्राकृतिक श्रोतों के संरक्षण एवं सम्वर्धन हेतु अपना-अपना भरपूर प्रयास कर उसे मूर्त रूप देंगे।
डीएम ने किया आभार व्यक्त
डीएम ने मां मंत्री का अभार व्यक्त करते हुए कहा कि जनपद के अधिकारी ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में जन-जन तक योजनाओं का प्रसार करते है आप जो बता के जाते है उसका अनुपालन किया जाता है। डीएम ने कहा कि वन विभाग द्वारा तालाब बघेल में 100 हे. में मत्स्य पालन कराया जा रहा है इसको अच्छी संस्था ने लिया है। डीएम द्वारा जानकारी दी गयी कि यहा 700 ग्राम पंचायत है सभी पंचायतों में ई-रिक्शा खरीद की जा चुकी है हम इसमें स्वयं सहायता समूह को भी जोड़ रहे है। किसी भी योजना को संवेदनशीलता के साथ करें। डीएम द्वारा मां मंत्री जनपद में फिर से आने के लिए आमंत्रित भी किया गया।
Dec 26 2024, 18:43