‘इस हरकत की जितनी भर्त्सना की जाय, कम है…’, जानिए किस बात पर कांग्रेस को कोस रहे हैं मुख्यमंत्री साय के मीडिया सलाहकार पंकज झा…
रायपुर- कांग्रेस के इस हरकत की जितनी भर्त्सना की जाय, कम है. समाज को आगे आ कर इसका विरोध करना चाहिए. भयानक दुर्भाग्य की बात है कि आज भी कांग्रेस को भारत में थोड़ा ही सही किंतु समर्थन मिल रहा है. कांग्रेस के इस कुकृत्य हर स्तर पर विरोध होना चाहिए. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मीडिया सलाहकार पंकज झा का कांग्रेस पर यह गुस्सा सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भारत के गलत नक्शे को प्रस्तुत करने पर फूट पड़ा है. 

कांग्रेस कार्यसमिति (Congress Working Committee) की कर्नाटक के बेलगावी में आज बैठक हो रही है, जिसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सीएम सिद्दारमैया सहित कई नेता नव सत्याग्रह बैठक में मंथन करेंगे. बैठक में नेताओं के स्वागत के लिए लगाए गए पोस्टर में भारत के नक्शे को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है, जिसमें चीन द्वारा हथियाए गए (अक्साई चीन) हिस्से को प्रदर्शित नहीं किया गया है.

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मीडिया सलाहकार पंकज कुमार झा का गुस्सा भारत के इसी गलत नक्शे को लेकर कांग्रेस पर फूट पड़ा है. सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर उन्होंने स्वागत में लगाए गए पोस्टर में प्रस्तुत भारत के गलत नक्शे को हाईलाइट करते हुए कड़ी टिप्पणी की है.

झा ने अपने पोस्ट में कहा है कि कांग्रेस ने कर्नाटक के अपने अधिवेशन में कश्मीर को फिर से पाकिस्तान का हिस्सा बताया है. इसी तरह अक्साई चीन को उसने चीन का हिस्सा बताया है, इस राष्ट्रविरोधी दल का यह घोर आपत्तिजनक, दंडनीय और निंदनीय कृत्य है.

यह कोई पहला मौका है, या गलती से ऐसा हो गया है, यह बात नहीं है. इससे पहले भी छत्तीसगढ़ के पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने यह कृत्य किया था. छत्तीसगढ़ भाजपा द्वारा तब इस विषय का खुलासा करने, मुकदमा आदि दर्ज कराने के बाद तब कांग्रेस ने माफी मांगी थी.

बार-बार हर महत्वपूर्ण अवसर पर इस तरह का कृत्य कर कांग्रेस देश के दुश्मनों को यह संदेश देती रहती है कि वह उसके साथ है. तुष्टीकरण के अपने एजेंडे के कारण कांग्रेस किसी भी हद तक जा सकती है.
रक्षा मंत्रालय की जमीन पर अवैध उत्खनन, हाई कोर्ट ने लिया स्वतः संज्ञान, शासन से शपथ पत्र में मांगा जवाब…

बिलासपुर-    छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट ने न्यायधानी के बिलासा देवी केवट एयरपोर्ट से लगी रक्षा मंत्रालय की जमीन पर मुरूम की अवैध खुदाई के मामले में स्वतः संज्ञान लिया है. कोर्ट ने आज मामले की सुनवाई की. जिसमें जिसमें मुख्य न्यायाधीश रमेश कुमार सिन्हा और न्यायाधीश रविन्द्र अग्रवाल की विशेष बैंच ने सख्त नाराजगी जताते हुए खुदाई के मामले में राज्य सरकार और रक्षा मंत्रालय से शपथपत्र में जवाब मांगा है. मामले की अगली सुनवाई अब 9 जनवरी 2025 को होगी.

बता दें, बिलासा देवी केवट एयरपोर्ट चकरभाठा से लगी रक्षा मंत्रालय विभाग की जमीन जो तेलसरा ग्राम के अंतर्गत आती है. यहां अवैध रूप से मुरूम का उत्खनन किए जाने की खबर प्रकाशित की गई. जिसमें बिल्डर के द्वारा मुरूम खोदकर कॉलोनी विकसित की जाने की जानकारी दी गई. वहीं शासन को करोड़ों रुपए की रॉयल्टी का नुकसान हुआ था. इस मामले पर कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए सख्त रुख अपनाया है.

सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि 13 दिसंबर 2024 की खबरों पर देर से कार्रवाई कर नोटिस दिया गया. इस पर सरकार का पक्ष रखते हुए अतिरिक्त महाधिवक्ता राजकुमार गुप्ता ने कोर्ट में गूगल के माध्यम से निकला नक्शा पेश किया और तर्क दिया कि 2012 में भी उस जगह पर गड्ढा मौजूद था. लेकिन कोर्ट ने इस तर्क को अमान्य कर दिया और कहा कि गूगल पर हर समय विश्वास नहीं किया जा सकता..! सब फेल हो गए हैं..! 

कोर्ट ने दी सख्त प्रतिक्रिया

अतिरिक्त महाधिवक्ता ने सरकार का पक्ष रखते हुए आगे कहा कि गांव और आसपास के लोग भी यहां से मुरुम ले जाते रहे हैं. इसे लेकर कोर्ट ने सख्त प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ऐसे मामलों में जिम्मेदारों की आंखें बंद रहती हैं. इतना नहीं है कि गांव वाले बेचारे ले गए हैं..! ये जो बड़े बड़े लोग हैं जो इस सबके पीछे हैं..! 

वहीं अतिरिक्त महाधिवक्ता ने बताया कि 2018 से रेगुलेशन के साथ रॉयल्टी लेने का प्रावधान किया गया और एक व्यक्ति को परमिशन भी दी गई है. वहीं खनिज विभाग की तरफ से मेमर्स फॉर्चून एलिमेंट के संचालक पवन अग्रवाल को 25 दिसंबर 2024 नोटिस दिया गया है. जिसके जवाब के बाद पूरी जानकारी मिल जाएगी. इस पर भी कोर्ट ने नाराजगी जताते हुए कहा कि न्यूज आइटम 13 दिसंबर का है और आपने आरोपी बिल्डर को नोटिस इतने दिनों बाद दिया है.

रक्षा मंत्रालय का पक्ष रखने वाले अधिवक्ता रमाकांत मिश्रा ने कोर्ट में अपील करते हुए कहा कि जिला प्रशासन के अधिकारी, कलेक्टर, इस जमीन पर हो रहे उत्खनन पर रोक लगाएं. वहीं कोर्ट ने इस पूरे मामले में अब शासन और केंद्र सरकार के रक्षा मंत्रालय विभाग से शपथपत्र पर जवाब मांगा है.

छत्तीसगढ़ में मानवता शर्मसार : जिंदा नवजात को बोरी में भरकर नाले में फेंका, ग्रामीणों ने पहुंचाया अस्पताल, इलाज जारी

धमतरी-  छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के चरोटा गांव में नाले के पास जीवित नवजात मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया है. बच्चे को यूरिया खाद वाली प्लास्टिक की बोरी में भरकर नाले में फेंक दिया गया था. कुछ लोगों ने सुबह की सैर के दौरान रोने की आवाज सुनी, तब नवजात का पता चला. इसके बाद तुरंत ही गांव की मितानिन को बुलाया गया, फिर मितानिन ने बच्चे को धमतरी जिला अस्पताल पहुंचाया, जिससे नवजात की जान बच गई.

नवजात को धमतरी जिला अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में गहन चिकित्सा में रखा गया है, जहां डॉक्टरों की टीम उनकी देखभाल कर रही है. जिला अस्पताल धमतरी के डॉ. अखिलेश देवांगन ने बताया, अस्पताल में एक नवजात शिशु बच्चे को भर्ती कराया गया है. नवजात शिशु का आज ही जन्म हुआ है, ऐसा लग रहा है. बच्चे का तापमान कम हो गया था, जिसके कारण उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही है इसलिए बच्चों को एसएनसीयू में ऑक्सीजन देकर रखा गया है.

एक हफ्ते तक ऑब्जर्वेशन में रहेगा बच्चा

माना जा रहा है कि यह अवैध संबंधों का परिणाम हो सकता है. लोकलाज के भय से मां ने बच्चे को लावारिश हालात में छोड़ दिया होगा. बाल समिति के नोडल अधिकारी राजीव गोस्वामी ने बताया कि बच्चे को एक हफ्ते तक ऑब्जर्वेशन में रखा जाएगा. बच्चे की स्थिति ठीक होने के बाद बाल कल्याण समिति में पेश किया जाएगा. इसके बाद दत्तक ग्रहण के लिए भेज दिया जाएगा.

परिजन की तलाश में जुटी भखारा पुलिस

इस मामले में भखारा थाना पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. साथ ही महिला एवं बल विकास विभाग ने भी बच्चे से जुड़ी जरूरी कार्रवाई शुरू कर दी है. भखारा थाना प्रभारी लेखराम ठाकुर का कहना है कि अभी किसी के खिलाफ एफआईआर नहीं किया गया है. परिजनों की तलाश जारी है.

विवादों के घेरे में BJP मंडल अध्यक्ष की नियुक्तियां : भाजपा ने रद्द की दो जगहों की नियुक्ति, बाकी जगहों पर फैसला कल
रायपुर-    छत्तीसगढ़ में भाजपा मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति के बाद कई जगह कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने कार्यकर्ताओं की शिकायत पर माना और कवर्धा के पिपरिया मंडल अध्यक्ष की नियुक्ति को रद्द कर दिया है. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, कल भाजपा कार्यालय में बैठक होगी, जिसमें बाकी विवादित जगहों की चर्चा कर पार्टी और कार्यकर्ताओं के हित में निर्णय लेंगे.

बता दें कि कल फाइनल अध्यक्षों के नाम का पैनल तय हो सकता है. जिला अध्यक्षों के नामों का पैनल भी फाइनल किया जाएगा. 29 दिसंबर को दिल्ली में संगठन की बैठक होगी, जहां अंतिम मुहर लगेगा. भाजपा मंडल अध्यक्ष चुनाव विवाद पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष किरण देव ने कहा, चर्चा के बाद विवादित मंडल अध्यक्षों पर निर्णय लिया जाएगा. बीजेपी का बड़ा परिवार है. एक दो जगहों पर इस तरह के प्रॉब्लम आते हैं. बैठकर पार्टी और कार्यकर्ताओं के हित में निर्णय लेंगे. जहां-जहां विवाद है उस पर बात करेंगे.

शिकायत पर चर्चा के बाद लेंगे फैसला : उपासने

इस मामले में भाजपा पुनर्विचार समिति के सहसंयोजक सच्चिदानंदन उपासने ने कहा कि लगातार शिकायत मिल रही थी, जिसके बाद कुछ जगह की नियुक्ति रद्द हुई है. इसमें माना मंडल, पिपरिया मंडल जैसे मंडल शामिल हैं. जीतने नियुक्ति निरस्त हो रहे या स्थगित हुए हैं उन सभी के चुनाव जिला चुनाव के बाद होंगे. उन्होंने कहा, 27 दिसंबर को प्रदेश कार्यालय में बैठक बुलाई गई है, जिसमें जहां-जहां से शिकायत मिली है उस पर चर्चा की जाएगी. किसी की उम्र कम है, किसी के खिलाफ अपराधिक प्रकरण दर्ज हुए हैं. प्रमाणित शिकायत पर बैठक होगी, जिसमें प्रदेश के लोगों को बुलाया गया है. शिकायतकर्ता को भी बुलाया गया है. जितनी भी नियुक्ति रद्द हुई है उसमें सुनवाई के बाद ही फैसला होगा.

बता दें कि भीमवंत निषाद को माना भाजपा मंडल अध्यक्ष बनाए गए थे, जिसका कार्यकर्ताओं ने विरोध किया था. भाजपा कार्यकर्ताओं का आरोप है कि कांग्रेस से आए भीमवंत निषाद को मंडल अध्यक्ष बनाया गया है, जिसके विरोध में भाजपा माना मंडल के सदस्य प्रदेश कार्यालय पहुंचकर वरिष्ठ नेताओं से शिकायत की थी. साथ ही विधायक मोतीलाल साहू के खिलाफ जमकर नारेबाजी की थी.

विधायक मोतीलाल पर कार्यकर्ताओं का अपमान करने का आरोप

बताया जा रहा है कि रायपुर ग्रामीण विधानसभा के अंतर्गत मेघुराम साहू का नाम सर्वसम्मति से मंडल अध्यक्ष के लिए तय किया गया था, जिसके बाद अचानक भीमवंत निषाद का नाम सामने आ गया. इसके बाद माना स्थित सामुदायिक भवन में तोड़फोड़ करते हुए कार्यकर्ताओं ने विधायक मोतीलाल साहू का विरोध किया था. कई कार्यकर्ता भाजपा विधायक की गाड़ी के सामने लेट गए थे. कार्यकर्ताओं ने विधायक साहू पर आरोप लगाया था कि उन्होंने कर्मठ मंडल अध्यक्ष को नियुक्त नहीं करके उनका अपमान किया है.

गरियाबंद जिले में भी मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति पर विवाद

गरियाबंद में भी भाजपाइयों ने जिले में हाल ही में किए गए मंडल अध्यक्षों की नियुक्तियों को लेकर विवाद खड़ा किया था. विशेष रूप से झाखरपारा और फिंगेश्वर मंडल में कार्यकर्ताओं के बीच असंतोष है। झाखरपारा में उमाशंकर को मंडल अध्यक्ष बनाने का ऐलान पहले ही किया गया था, लेकिन अंतिम समय में भगवानो बेहेरा का नाम घोषित कर दिया गया, जिससे माली समाज के नेताओं में नाराजगी है. इस फैसले के खिलाफ बिंद्रानवागढ़ के नेता राजधानी रायपुर पहुंचकर नियुक्तियों में अनियमितता का आरोप लगाया था.

मालाओं से लाद मुंह मीठा कराया, लिफाफा दूसरे नाम का खुला

जिलेभर में सबसे ज्यादा अप्रत्याशित नियुक्ति झाखरपारा मंडल मानी जा रही है. इलाका माली समाज बाहुल्य है. वोटर्स का 68 फीसदी हिस्सा माली समाज से आते हैं इसलिए भाजपा संगठन में पूर्व से माली समाज का दबदबा भी रहा है. झाखरपारा मंडल में ज्यादातर बड़े नेताओं ने मंडल अध्यक्ष के लिए उमाशंकर निधि के नाम पर सहमति दी थी. कॉन्फिडेंस इतना कि नाम के ऐलान से एक दिन पहले ही जश्न मना लिया गया. उमाशंकर को फूल मालाओं से लाद मुंह मीठा कराया गया. सोशल मीडिया में बधाई तक दे दी गई, लेकिन अगले दिन प्रभारी ने बंद लिफाफा से भगवानो बेहेरा का नाम खोल दिया था.

निचले स्तर पर अनियमितता का आरोप

अप्रत्याशित चयन को लेकर माली समाज के बड़े नेता बिन्द्रानवागढ़ के शीर्ष नेताओं के साथ राजधानी पहुंचकर वरिष्ठ नेताओं से शिकायत की थी. निचले स्तर पर अनियमितता का आरोप लगाकर कार्यकर्ताओं की भावना के साथ खिलवाड़ का आरोप लगाया था. भाजपा के ओबीसी प्रकोष्ठ के पूर्व जिला अध्यक्ष व माली समाज के अध्यक्ष नीलकंठ बीसी ने कहा था कि माहौल को असंतोषित करने के लिए कुछ लोगों की यह साजिश है. उमाशंकर पर सबकी सहमति बन गई थी. उन्होंने जल्द ही सामाजिक बैठक लेकर अपना रुख तय करने की बात कही थी.

फिंगेश्वर में बंद कमरे में हुई खींचतान

फिंगेश्वर मंडल में मंजुलता हरित को मंडल अध्यक्ष बनाया गया, ये भाजपा के वरिष्ठ नेता भगवत हरित की बहू है. नाम का ऐलान होते ही भरी बैठक में जमकर हंगामा हुआ. वायरल हुए वीडियो के मुताबिक बंद कमरे में कार्यकर्ता खींचतान करते भी दिख रहे हैं. बताया जा रहा है कि कार्यकर्ता मुकेश साहू पर सहमति दे रहे थे. हंगामा के बीच बड़े नेताओं पर परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया गया है. यहां का विवाद भी ऊपर तक पहुंच गया है.

राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु ने बस्तर की बेटी हेमबती को “प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार-2024” से किया सम्मानित, सीएम साय ने ट्वीट कर लिखा-

रायपुर-    राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज बस्तर संभाग के कोण्डागांव की जुडो खिलाड़ी हेमबती को “प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2024” से सम्मानित किया. छत्तीसगढ़ के इस गौरवशाली पल को लेकर सीएम साय ने ट्वीट कर हेमबती को शाबाशी दी है. उन्होंने लिखा- शाबाश बिटिया! राष्ट्रीय जुडो खिलाड़ी, कोंडागांव की बिटिया हेमबती नाग को आज माननीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु द्वारा “प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार – 2024” से सम्मानित किया जाना, समस्त प्रदेशवासियों के लिए गर्व का विषय है.

सीएम साय ने बताया कि हेमबती ने कठिन परिस्थितियों में भी अपना हौसला नहीं खोया, अपनी अथक मेहनत और कड़े संघर्ष से उन्होंने खेलो इंडिया नेशनल गेम्स और राष्ट्रीय स्तर की अन्य प्रतियोगिता में स्वर्ण, रजत एवं कांस्य पदक जीतकर छत्तीसगढ़ का परचम लहराया है.

हमारी सरकार ऐसे प्रतिभावान बच्चों को प्रोत्साहित करने और उनके सपनों को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है. निश्चित ही बिटिया की यह उपलब्धि प्रदेश की अन्य बेटियों के लिए प्रेरणास्त्रोत है. उन्होंने हेमबती को मिले सम्मान के लिए बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी.

बता दें, अगरतला (त्रिपुरा) में 12 से 15 दिसंबर तक 68वीं राष्ट्रीय स्कूल प्रतियोगिता में जिले 4 खिलाड़ियों ने प्रतियोगिता में भाग लिया. इसमें बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए हेमवती नाग ने रजत पदक प्राप्त किया.

वहीं पंजाब के लुधियाना में 6 से 11 जनवरी तक आयोजित जूडो प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीतने वाली जूडो खिलाड़ी हेमवती नाग का कलेक्टर कुणाल दुदावत ने अभिनंदन किया तथा उन्हें बधाई व शुभकामनाएं दीं.

कथावाचक प्रदीप मिश्रा के बयान पर सियासत, कांग्रेस ने दुबई के कार्यक्रम पर किया सवाल, उप मुख्यमंत्री साव ने झाड़ा पल्ला…

रायपुर-  पंडित प्रदीप मिश्रा के सांता क्लाज को लेकर दिए गए विवादित बयान पर सियासत होने लगी है. एक तरफ कांग्रेस बयान को लेकर हमलावर है, तो वहीं भाजपा इस पूरे प्रकरण से अपना पल्ला झाड़ रही है.

कांग्रेस संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि पंडित प्रदीप मिश्रा कथावाचक हैं, राजधानी आए हैं, उनका स्वागत है. पंडित मिश्रा दुबई में चंद्राकर के आमंत्रण पर कथा करने गए थे. उनसे पूछना चाहिए कि उनसे-उनका क्या संबंध है. कुछ तो क्लू मिलेगा.

वहीं कथावाचक के बयान पर उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि धर्माचार्य के बयान पर मेरी कोई प्रतिक्रिया व्यक्त करना उचित नहीं है. मैं तो कहता हूं कि कल हमने छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माता अटल बिहारी वाजपेई की 100वीं जयंती मनाई है. आज छत्तीसगढ़ जिस दिशा में आगे बढ़ा है, वह अटल जी के कारण संभव हुआ है.

जानिए किस बयान पर मचा है बवाल

बता दें कि पंडित प्रदीप मिश्रा ने राजधानी रायपुर के सेजबहार में शिव महापुराण कथा का वाचन करते हुए राजधानी में सांता क्लाज के बिक रहे लाल कपड़े को लेकर टिप्पणी करते हुए कहा था कि अगर भारत की भूमि पर अगर किसी को पहनाना है तो अपने बच्चों को वीर शिवाजी, महाराणा प्रताप या झांसी की रानी अहिल्या बाई के कपड़े पहनाओ, पर अपने बच्चों को ऐसे कपड़े पहनाकर जोकर मत बनाओ, जिससे उनकी हंसी उड़ जाए.

उन्होंने आगे कहा कि सनातन धर्म की साख को मजबूत करिए. सनातन धर्म की साख को प्रबल बनाइए और सनातन धर्म को मजबूत करने का प्रयास करिए. अपना धर्म छोड़कर किसी दूसरे धर्म में जाकर जूठन मत खाइए. भले अपनी रूखी-सूखी हो, वो खाइए. अपने घर का खाओ, जैसा भी हो. घर की रोटी के आगे कोई रोटी अच्छी नहीं लगती.

नगरीय निकाय-पंचायत चुनाव पर उप मुख्यमंत्री अरुण साव का बयान, ‘तैयारियां अंतिम चरण में, जल्द होगा ऐलान’

रायपुर- नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव की तारीख के ऐलान पर उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि सरकार की तैयारियां अंतिम चरण में है. सरकार की अलग-अलग एजेंसियां, विभाग काम कर रहे हैं. एक चरण का आरक्षण का बचा हुआ है. बहुत जल्द आरक्षण प्रक्रिया खत्म हो जाएगी. चुनाव आयोग जल्द चुनाव कार्यक्रम तय करेगा. 

हरियाणा के तर्ज पर छत्तीसगढ़ में मंत्रिमंडल के विस्तार पर उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि यह मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है. मुख्यमंत्री केंद्रीय मंत्रियों से बातचीत कर निर्णय करेंगे. वहीं राष्ट्रीय स्वयं सेवक प्रमुख मोहन भागवत के छत्तीसगढ़ दौरे पर कहा कि मोहन भागवत देशभर में प्रवास करते हैं. वे जिनसे मिलेंगे, उनसे मिलना तय रहेगा.

प्रदीप मिश्रा के बयान पर कही यह बात

पंडित प्रदीप मिश्रा के सांता क्लाज को लेकर बयान पर उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि धर्माचार्य के बयान पर मेरी कोई प्रतिक्रिया व्यक्त करना उचित नहीं है. मैं तो आपसे कहता हूं कि कल हमने छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माता अटल बिहारी वाजपेई की 100वीं जयंती मनाई है. आज छत्तीसगढ़ जिस दिशा में आगे बढ़ा है, वह अटल जी के कारण संभव हुआ है.

इस जिले के 31 केंद्रों में आज नहीं होगी धान की खरीदी, बारिश बनी बाधा, रख रखाव की चुनौती…

गरियाबंद-  जिले के 31 धान खरीदी केंद्र में बारिश के चलते आज खरीदी नहीं होगी. दरअसल, बीते दो दिनों से लगातार देवभोग अमलीपदर तहसील क्षेत्र में रुक-रुक कर बारिश हो रही है. बारिश से देवभोग अमलीपदर के 10 तो गोहरापदर ब्रांच के 16  खरीदी केंद्र प्रभावित हुए हैं. वहीं मैनपुर ब्रांच के 5 केंद्र में उठाव नहीं होने से खरीदी बंद है. 

बारिश ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है. धान खरीदी केंद्रों में फड़ गीली हो गई है, रख-रखाव भी चुनौती बनी हुआ है. अगर मौसम खुलता भी है तो इनमें से कुछ केंद्रों में खरीदी शुरू हो सकती है, लेकिन ज्यादातर केंद्रों में आज धान खरीदी शुरू कर पाना मुश्किल नजर आ रहा है.

देवभोग ब्रांच मैनेजर अमरसिंह ध्रुव और अमलीपदर ब्रांच मैनेजर नयन सिंह ठाकुर ने कहा कि दो दिनों से बारिश हो रही है. खरीदी केंद्रों में ,खरीदी हुई धान के रखरखाव की पूरी कोशिश की गई है. पर्याप्त पालीथीन भी खरीदी की गई है. फंड गिले होने के कारण व केंद्र तक आवाजाही हेतु बने मार्ग गिले होने के कारण किसानों को केंद्र तक धान लाने में दिक्कत होगी. मौसम खुला और गीली जमीन रास्ते सूखे तो धान की आवाजाही होगी. बीते दिन भी खरीदी प्रभावित रही, आज भी केंद्रों ने खरीदी प्रभावित होने की सूचना दी है.

मैनपुर में भी खरीदी बंद

इधर मैनपुर ब्रांच के 5 खरीदी केन्द्र में धान खरीदी की रफ्तार पर ब्रेक लग गया है. बफर लिमिट से कई गुना ज्यादा धान रखा हुआ है. धीमी गति से उठाव जारी है. अब सहकारी समितियों ने जगह खाली नहीं होते तक खरीदी बंद रखने का निर्णय लिया है. मैंनपुर ब्रांच मैनेजर दुष्यंत इंगले ने बताया कि समितियां खरीदी बंद कर दिए है, उच्च अधिकारियों को सूचना दिया गया है. उठाव के लिए गाड़ियों की संख्या बढ़ाने का आग्रह किया गया है.

मुख्यमंत्री ने वीर बाल दिवस पर गुरू गोविंद सिंह के साहिबजादों के बलिदान को किया नमन
रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस पर दसवें सिख गुरू गुरु गोबिंद सिंह के साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह के अदम्य साहस और बलिदान को नमन किया है। मुख्यमंत्री ने गुरु गोविंद सिंह के पुत्रों के बलिदान को याद करते हुए कहा कि गुरु गोबिंद सिंह के पुत्रों ने धर्म की रक्षा के लिए बहुत कम उम्र में ही अपने आप को बलिदान कर दिया। उन्होंने अपनी वीरता और शौर्य से देश को गौरवान्वित किया है। हम सभी को वीर सपूतों के अदम्य साहस और बलिदान से प्रेरणा लेनी चाहिए।
छत्तीसगढ़ कैडर के IAS अमित अग्रवाल बने केंद्र सरकार में सेक्रेटरी

रायपुर- छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस अधिकारी अमित अग्रवाल को केंद्र सरकार में सचिव के पद पर प्रमोट किया गया है. उन्हें फार्मास्युटिकल विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है. अमित अग्रवाल छत्तीसगढ़ कैडर के तीसरे अधिकारी हैं, जिन्हें सचिव बनने का अवसर मिला है.

आईएएस अमित अग्रवाल से पहले बी.एस. बासवान और बीवीआर सुब्रमण्यम को केंद्र सरकार में सचिव प्रमोट हो चुके हैं. छत्तीसगढ़ के नए मुख्य सचिव के लिए भी अमित अग्रवाल का नाम सुर्खियों में है.

देखिये आदेश की कॉपी-

आईएएस अमित अग्रवाल छत्तीसगढ़ कैडर के 1993 बैच के आईएएस अफसर हैं. उनका जन्म 27 जून 1970 को उत्तर प्रदेश में हुआ था. उन्होंने आईआईटी कानपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री हासिल की है. IAS अमित अग्रवाल ने मध्यप्रदेश कैडर चुना था. पृथक छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद अमित अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ कैडर चुन लिया. कई जिलों में कलेक्टरी करने के अलावा अमित अग्रवाल राज्य सरकार में वित्त सचिव और वाणिज्य कर एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के सचिव रहे हैं.